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Do you want story without photos?Disgusting![]()
However many readers like it.
We may reduce the no of photos.
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OKChoose pics nice not weird
बहुत ही मस्त और शानदार अपडेट है भाई मजा आ गयाफिर मेरी माँ ने बोला " अरे लेट कर चुदवाने का आनंद लिए तो सालों हो गए है, वो भी क्या दिन थे जब हर रोज चुदाई होती थी.
मैं तो अपने पति का लौड़ा हर रोज चूसती थी.
अब तो मेरे को लौड़े का स्वाद भी लगभग भूल ही गया है. मुँह में लण्ड को आइसक्रीम की तरह चूसने और फिर उसके माल (वीर्य) को चाट चाट कर पी लेने का मजा तो बीते अतीत की यादें ही बन कर रह गया है.
कितना मन करता है कि मुँह में मोटा सा लौड़ा ले कर कस कस कर चूसूं पर कुछ कर नहीं सकती. मेरे को तो मांस के लौड़े का स्वाद ही याद नहीं आता अब तो. बस रोज रात को अपनी किस्मत पर रो रो कर और अपनी ही उँगलियों से अपना पानी निकल कर चुप चाप सो जाती हूँ. "
उनकी सहेलियों ने माँ की बात का समर्थन किया की उनका भी वही हाल है.
बस कुछ ऐसी ही बातें करके उनकी सहेलियां चली गयी.
मैं अपनी माँ की बातें सुन कर बहुत हैरान था और मेरा लण्ड तो इतना टाइट हो गया था की जैसे बस फट ही जायेगा.
उन दिन मैंने माँ की याद और उनकी तड़पती कामुक जवानी की याद में तीन बार मुठ मारी।
इतना तो मेरे को पक्का हो गया था की मेरी माँ चुदासी है और चुदवाने को तड़प रही है. मैं यह भी जानता था की मेरी माँ बाहर किसी से चुदवा नहीं पायेगी, तो या तो उसे मुझे ही चोदना पड़ेगा या माँ ऐसे ही तड़पती रहेगी.
पर मुझे समझ नहीं आ रहा था की मैं करूँ तो क्या करूँ। मुझे मालूम था की माँ तो खुद मेरे से चुदवायेगी नहीं तो मुझे ही कुछ करना पड़ेगा.
It is ok friend.Bahut hi jabardast story hai… bus pics puri kahani ka maza kharab rahi hai..