जब मेरे बेटे ने अपनी ताई की चुत का बाजा बजा दिया तो मेरे कमरे में आकर अपने लंड और मेरी चूत की अनबूझी प्यास को शांत करने का काम करने लगा ................
आकाश: माँ, मैं तुम्हें भाभी मां समझ क ताइ समझकर , पूरा जड़ तक घुस कर तुम्हारी गहरी गुफा की दीवारें छत और फर्श सब साफ कर दूंगा, माँ तुम बस अपनी गुफा का दरवाजा मुझे दिखा दो और तैयार रहो, बस, अपने बेटे की चुदाई की कुशलता देखो
मुझे भाभी के घर पर नंगी होकर चुदने में कुछ सहजता नहीं लग रही थी अतः मैंने मन में भाभी और विशाल की चुदाई के सीन याद करके अपने बेटे आकाश से चुदने की कल्पना करने लगी और मेरे मन से सारी हिचकिचाहट खत्म हो गई।
मैं बोली; आकाश बेटा, भाभी समझ के चोद, मां समझ के मादरचोद बन, मुझे अपनी बहन मानकर मेरी चूत का बाजा बजा और मम्मों को निचोड़, माँ की बूर पेल पर मेरी आग बुझा दे।
यह सुनकर मेरा बेटा अपने दोनों हाथ मेरी जांघों पर मसलने लगा,
मेरे शरीर में कंपकंपी आने लगी
मेरे बेटे के हाथों के रगड़ से मेरी मैक्सी कमर तक आ गई थी, अगली बार जब मेरे बेटे ने अपने हाथों से ऊपर की तरफ झटका मारा तो मैंने अपने चूतड़ थोड़े से उठाकर मैक्सी को नाभि से ऊपर जाने दिया और मेरा शरीर पेट तक बिल्कुल नंगा हो गया मेरी जांघे मेरी चूत मेरे नितम्ब सब आकाश के सामने बिल्कुल नंगा हो गया था
मेरा सपाट पेट और बीच में गहरी नाभि का उत्तेजक रूप देखकर मेरे बेटे का लौड़ा इतना तन गया कि उत्तेजना को काबू करने के लिए आकाश ने अपने हाथों को जोर जोर से मेरी जांघों पर दबाने लगा
मैं बोली : मेरे बेटे माँ का खेत देखकर अपनी भाभी रश्मि या अपनी ताई का खेत याद आ रहा है?
आकाश बोला : माँ ; मेरे भाई की कर्म भूमि और अपनी जन्मभूमि देखकर मैं निहाल हो गया, रश्मि भाभी की चूत तो उसके भाई ने भोंसड़ा बनाई हुई थी तुमने अपनी गुफा पर दोनों किवाड़ अच्छे से सटाकर लगाए हैं
मेरा बाप बहुत प्यार से बहुत ध्यान से तुम्हारी चुदाई करता होगा तभी तुम्हारी योनि की कसावट में मेरे लिए प्यार दिख रहा है, तुम्हारी इतनी अच्छी योनि को चाटने का मन कर रहा है
यह कहकर आगे बढ़कर मेरे बेटे ने मेरी चूत को चूम लिया और मैक्सी के अंदर ही मेरे मम्मे दबाता हुआ मेरी झांटों भरी नंगी चूत को चूमने लगा
हर बार आगे झुकते हुए दोनों हाथ बढ़ाकर आकाश मैक्सी के अंदर से मेरे मम्मे दबाने लगा,
इस बार चूमने के बाद भी आकाश सीधा नहीं हुआ बल्कि जीभ निकालकर मेरी योनि के लोगों को चाटने लगा और अपनी उंगलियों से मेरे चूचक मेरे स्तनों की घुंडीयों को मरोड़ने लगा
आकाश शायद मेरे को चोदने की इंतजार बहुत दिनों से कर रहा था इसलिए मौका देखते ही उसने ज्यादा समय नहीं लगाया बातें करते-करते मेरे पैर अपनी मुट्ठीयों में दबाकर अपने लंड पर सहलाने लगा
आकाश पूरी ताकत से मेरी पिंडलियों को दबा रहा था और आगे मेरे जांघों के बीच में झुक कर मेरी नंगी योनि को चूम लेता था
इस तरह से आकाश पैर दबाता, आगे झुकता, मेरी योनि को चूमकर पीछे हो जाता, दो तीन बार ऐसा करने के बाद अगली बार जब आकाश झुका तो उसने जीभ निकालकर मेरी योनि को चाट लिया आकाश की जीभ के कुरकुरे स्वाद से मेरी योनि में सरसराहट फैल गई
मेरे आनंद को देखकर, मेरे बेटे ने अगली बार झुकते समय जीभ को मेरी योनि के बीच में रखकर कुछ देर रुक गया
शाबाश बेटा, आकाश शाबाश मेरे बेटे मेरे मुंह से आकाश के लिए तारीफ ही निकल रही थी चूमते चूमते आकाश ने अपनी जीभ मेरी योनि के अंदर सरका दी
मेरे बेटे की लंबी जीभ योनि के होठों को फैलाते हुए अंदर की दीवारों और भगनसे को चूसने लगी मेरे मुंह से चीखें ही निकलने लगी थीं
इतनी ज्यादा उत्तेजना मेरे बेटे ने मेरे शरीर में भर दी की मैं चिल्लाने लगी..... वाह बेटा!!! बेटा शाबाश!!!! ले ले बेटा!!! माँ का शहद चाट ले!!!!~~!!!
सच में आकाश बहुत अच्छे से मेरी टांगों के दबा रहा था जिससे मेरे टांगो की सारी नसें हल्की लगने लगी
आकाश बेटा तो ठीक हैं तू थोड़ा मेरी पीठ को भी दबा दें
आकाश ने कहा माँ थोड़ी देर और पैर दबाने दो
मैं समझ गई थी आकाश मेरी योनि को अच्छे से चाटना चाहता है तो मैं बोली घुटनों के पास थोड़ा ज्यादा दबा दे
मेरे बेटे ने मेरे पैरों को खींच कर अपनी गोदी में किया मुझे भी अपनी चुत चटवाने में मजा आने लगा था
मैं धीरे से बोली आकाश मेरी अब मेरी पिंडलियों तो अब ठीक हैं तू थोड़ा घुटनों के नीचे और ऊपर अच्छे से मालिश कर दे
आकाश मेरी तरफ से हरी झंडी मिलते ही बोला माँ मां जैसे कहो और टांगों को खींचकर अपनी गोदी में फैला लिया जिससे मेरी योनि थोड़ा उठ कर, ऊंची होकर साफ दिखने लगी थी
आकाश मेरे घुटने पर हाथ रखकर और आगे झुक कर मेरी योनि की खुली हुई फांक को अपनी जीभ से कुरेदने लगा जिनके संपर्क में आते ही मेरी योनि के लब और ज्यादा खुल गए, जिससे आकाश ने मेरे शहद से भरे हुए बिल मैं अपनी जीभ घुसा दी
मेरे बेटे की नाक मेरे योनि प्रदेश को सूंघ रही थी उसके हाथ थोड़ी ऊपर मेरे नितंबों को सहला रहे थे और जीभ मेरी योनि की दीवारों पर घर्षन करने लगी थी मैं जोर-जोर से सिसकारियां लेने लगी,
आकाश और ज्यादा जोर से मेरी योनि चाटने लगा आकाश के हाथों का दबाव बढ़ता गया और उसने मेरी जाघें पूरी तरह से फैला कर अपनी जीभ मेरी योनि के अंदर सरका दी और अपने होठों से मेरे योनि के लबों को सील बंद करके चूसने लगा
भाभी तो खैर विधवा थी और बेटे के अलावा भाभी की चूत को मारने वाला और कोई नहीं है पर मेरे पति परदेश में मेरे लिए रोटी कमाने गए थे और मैं इधर अपने बेटे से चुदाई करवा रही थी फिर भी इस चुदाई के मजे के सामने कुछ भी काम ग़लत नहीं लगता था
जवान मर्द द्वारा अपनी योनि के मुखमर्दन मुख चुदाई मुख संभोग का एहसास महसूस करते ही मेरी चूत में सरसराहट बढ़ने लगी और मैंने अपने पैर आकाश की कमर के इर्द-गिर्द कर दिए
मेरे पैरो के बढ़ते दबाव से आकाश समझ गया की माँ झड़ रही है तो उसने जोर-जोर से मेरी चूत का रस अपने मुँह में खींचना शुरू कर दिया।
मैं झड़ती रही आकाश के हाथों द्वारा अपने चूतड़ रगड़ने से और उसकी जीभ को अपनी चूत में महसूस कर के जब मैं पूरी तरह से झड़ गई तो आकाश बोला माँ पैरो को तो दबा दिया है अब उल्टी होकर लेट लो तो मैं आपकी पीठ और कंधे भी दबा देता हूं मेरी मैक्सी मेरे कमर तक चढ़ी हुई थी जिससे आकाश मेरे पैर कमर चूत और गांड को खुला रगड़ और चाट रहा था
ऊपरी हिस्से पर मैक्सी होने के कारण आकाश ने अभी तक मेरे मम्मे नहीं देखे थे इसलिए करवट लेते समय मैंने हाथ ऊपर करके मैक्सी को अपने सिर के ऊपर से निकाल दिया और पूरी तरह से नंगी होकर बिस्तर पर लेट गई
मेरे बेटे को शायद बिस्तर में दबी हुई मेरी चूत दिख नहीं रही थी इसलिए उसने कहा की माँ ठीक से एडजस्ट हो जाओ और एक तकिया लेकर मेरे पेट के नीचे रख दिया जिससे मेरी गांड उभरकर ऊपर आ गई, फिर आकाश मेरी खुली हुई टांगों के बीच में आकर बैठ गया धीरे से मेरे नितंबों को दबाने लगा और मेरे कंधों को तथा गर्दन को चूमने लगा
कुछ देर दबाने के बाद आकाश अपने हाथ मेरी कमर से होते हुए मेरी बगलों की तरफ ले गया जहां बिस्तर पर दबे हुए मेरे मम्मे थोड़े से बाहर आ रहे थे उनको अच्छे से दबाते हुए आकाश अपने हाथ कंधों तक ले गया और कंधे दबाने लगा
आकाश घुटनों के बल मेरी टांगों के बीच में लेटा था उसके हाथ मेरे कंधे पर थे और उसकी कमर का हिस्सा मेरी नितंबों को छू रहा था जिससे उसका लंड मेरी गांड की दरार के बीच में हिल रहा था
मेरे बेटे ने अपने हाथ लंबे करते हुए मेरे कंधों के ऊपर से ले जाते हुए आगे छाती पर ले आया मैंने अपनी अपना तन ऊपर उठाते हुए आकाश के हाथों को आपने मम्मों तक आने दिया तुरंत ही आकाश ने अपनी उंगली और अंगूठे से मेरे निप्पल को मरोड़ना शुरू किया, मेरे उल्टी होकर लेटे होने के कारण आकाश का लोड़ा मेरी गांड के ऊपर दस्तक दे रहा था और उसके हाथ मेरे माम्मों को रगड़ रहे थे आकाश का पेट मेरी कमर से चिपका हुआ था और छाती मेरी पीठ को दबा रही थी।
आज मेरे बेटे ने मेरी चूत में लंड डालने की अनोखी विधि अपनाई, अपने घुटने से आकाश ने मेरी टांगों को थोड़ा और खोला और फिर अपने लोड़े को सेट करके मेरी चूत के मुहाने पर टिका दिया फिर अपने हाथों से मेरे कंधे पर जोर डालते हुए मेरे को नीचे सरकाया तो आकाश का लोड़ा मेरी चूत में आधा घुस गया
मेरी चूत का अहसास होते ही मेरे बेटे ने एक ही झटके में अपना लैंड मेरी चूत की गहराइयों में उतार दिया मेरे मुंह से जोर से आह निकली
आकाश मेरी चीखो की परवाह किए बिना मेरी चूत में जोर-जोर से धक्के मारने लगा मेरे बेटे का मोटा लौड़ा मेरी चूत की धज्जियां उड़ा रहा था मैं, आकाश का इशारा पाकर घुटनों के बल होकर घोड़ी बन गई और आकाश ने मेरी कमर को पकड़ कर मेरी चूत मारने लगा आकाश के एक-एक धक्के से मैं हिल जाती थी आकाश के लोड़े की मोटाई के कारण मेरी सांसे मचल रही थी और आकाश जोश में आकर बहुत जोर-जोर से धक्के मार रहा था घिस्से मार रहा था !!! वाह मेरी माँ मजा आ गया!!! कितनी टाइट है !!!
और इधर मैं आकाश को प्रोत्साहित करते हुए बोली!!! शाबाश मेरे शेर!!! अंदर की दीवार तक छू ले!!! घुसा दे पूरा !!! मेरे को अपने लंड की बारिश से गिला कर दे !!! मैं घोड़ी बनकर आकाश के लोड़े को अपनी चूत में घुसवा रही थी
हम दोनों अनाप-शनाप बक रहे थे आ जा बेटा !!! शाबाश!!! शाबाश बेटा!!! पेल दे अपनी माँ को !!! बजा दे बाजा!!! घर का बाजा है !!! खुश हुई, माँ निहाल हो गई !!! शाबाश मेरे बच्चे!!! चोद ले अपनी माँ को पेल दे अपनी माँ को !!!!!!
मेरे ताकतवर बच्चे !!!!!!ठोको अपनी मम्मी को ठोको!!!!!! आ जा मेरे बच्चे!!!!!! ले ले मां की फुद्दी!!!!!! वहां के जाले अपने डंडे से साफ कर दो मेरे बच्चे !!!!!! और जोर से !!!!!! शाबाश!!!!!! बेटा !!!!!!ओहो अहा अहा !!!!!! बहुत निहाल हो रहे थे !!!!!! और पूरे मजे ले कर अपनी चुदाई कर रहे थे !!!!! और में बेटे के लंड को पूरे मजे से अपनी चूत में पिलवा रही थी |
मैं आकाश के मोटे लोड़े को अपनी योनि में महसूस करके बहुत ज्यादा संतुष्ट महसूस कर रही थी कुछ ही देर में मुझे लगा कि मैं झड़ने वाली हूं पर मैं इस चुदाई को और ज्यादा देर तक चलाना चाहती थी इसलिए मैं आकाश के कान में फुसफुसाई, अभी चोदते चोदते ही लोड़े की जगह बदल कर देखते हैं एकदम बदलाव से कैसा महसूस होता है मेरे बेटे ने अपनी मां के दिल की बात सुनी, वह तुरंत ही मेरी चूतड़ों से पीछे से हटा और मां के चूतड़ फैला कर माँ की गांड के छेद पर तेल लगाकर मेरी गुदा के सामने अपना झंडा लहराने लगा
हम दोनों तैयार थे बेटे ने बिना देर किए ही अपना लौड़ा अपनी मां की गाँड में पेल दिया और धमाधम चुदाई करने लगा फक्फक चुदाई हो रही थी हम दोनों को बहुत मजा आ रहा था
आकाश ने आगे झुकते हुए मेरे मम्मों को पकड़ा और मेरी पीठ पर चढ़ते हुए पीछे से मेरी गंड चोदते- चोदते मेरी चूत चोदने लगा मेरी सिसकारियां इतनी तेज थी कि शायद पड़ोसी भी सुन लेते
आकाश बोला, मजा आ गया मां, भरा पूरा मजेदार शरीर और मजबूत जांघों को पेलने के बाद आपकी गांड अंदर लंड घुसाने का मजा ही अलग लग रहा है मां की चूत के ऊपर धक्के लगाता लगाता बोला: वाह मम्मी माँ की कसी हुई चूत की सवारी का मजा ही कुछ और है और हम दोनों धक-धक करके जुदाई में लग गए
मैं अपनी गांड आगे पीछे करके आकाश के लोड़े को अंदर तक ले रही थी और मेरा बेटा आकाश अपनी पूरी ताकत से मेरे मम्मो को मसलते मसलते मेरी चूत में अपने लंड को पूरा पेल रहा था मेरे गद्देदार नितंबों पर उछल-उछल कर चोदते हुए पूरा का पूरा लंड अपनी मां की चूत में घुसा रहा था पता नहीं कितनी देर हम चुदाई के आनंद लेते रहे और फिर थककर चूर होकर सो गए