Dinesh aur uski ma ki chudai ki aur badte kadam Kaisi lag rahe hai ?
Utna maza nahi aa raha bhai, dinesh ko bas uski behen tak hi simit rakho toh acchha hoga, aur akash ko bhi uski maa tak simit rakho , swaping type jaisa kuch involve karne ki koshish nahi karna warna story phuhad lagegi, dinesh aur rachna ka kissa jaldi khatam karo bhai, phir kahani me kuch naya likhne ki koshish karoDinesh aur uski ma ki chudai ki aur badte kadam Kaisi lag rahe hai ?
Jaberdasti aur kamuk update haiकुछ समय बाद माँ उठी और चाय बनाने के लिए किचन में चली गई
वहीं से आवाज देकर माँ ने मेरे को पूछा कि क्या खाएगा , जो कहेगा दे दूंगी
मैंने जवाब दिया: मां आपको पता है मुझे क्या चाहिए, जब भी आपको आराम लगे दे देना
दिनेश की इस बात पर रचना ने बीच में टोकते हुए मां से कहा कि मम्मी यह तो बात मुझे भी याद है जब मैं अपने कमरे से ड्राइंग रूम में आई तो यह दोनों मां बेटा बड़े मादक अंदाज में बैठे हुए थे और जब मैंने लेने देने की बात की तो मैं समझ गई थी मां बेटे में कुछ हो चुका है पर मैं अनजान बनी रही और
मैंने मां को बोला सिर्फ बेटे को ही दोगी या बेटी का भी ख्याल है इस पर माँ ने किचन से तपाक से जवाब दिया था कि मां तो बेटी को बातें ही बता सकती है लेना देना तो तुम भाई-बहन के बीच में ही रहेगा
यह सुनकर दिनेश ने मुझे आंख मारी थी और बोला था लगता है मां को हमारे लेने देने का पता चल गया है तो मैंने दिनेश को धोंल मारते हुए बोला था कि अगर मां को लेने देने का पता है तो तुझे अपनी मेरे को देने की बात क्यों कर रही है
रचना की नंगे मम्मी को मसलते हुए दिनेश ने चर्चा का सूत्र दुबारा अपने हाथ में लिया और आगे बोलने लगा : चाय पीने के बाद हम तीनों कुछ देर बैठे रहे फिर मां नहीं बोला ऊपर टांड पर काफी समय पड़ा है चल एक बार देख लेते हैं तुम दोनों बच्चे मदद करो
हम मां बेटे ने मिलकर रचना को टांड पर चढ़ा दिया मैं बीच में एक स्टूल पर खड़ा हो गया और माँ नीचे से सामान पकड़ने लगी,
उस अवस्था में मेरा लिंग मां के मुंह के पास आ रहा था और ऊपर चढ़कर रचना ने अपनी फ्रॉक ऊपर करते हुए पैन्टी उतार दी थी जिसने मुझे उसकी नंगी चूत दिखाई दे रही थी अपनी बहन की नंगी चूत देखकर मेरा लंड टनटना गया था और नीचे समान पकड़ने रखने के दौरान बार-बार माँ का मुंह और गाल मेरे पजामे के ऊपर पर टकरा रहे थे शायद माँ जानबूझकर मस्ती ले रही थी
ऊपर बहन की नंगी चूत दिख रही थी वह नीचे मां मेरे लंड को छूकर मेरी मस्ती को दुगना कर रही थी, समान पकड़ने-रखने के चक्कर में बहाने से मां भी बार-बार मेरे लिंग से अपना शरीर झगड़ते हुए मजे ले रही थी
समान को देखने-सहेजने के बाद हमने सामान को वापस ऊपर टिकाया तो रचना ने नीचे उतरने से पहले ही वापस कच्छी पहन ली थी सर जब मैं उसे सहारा देकर नीचे उतार रहा था तो मैंने उसके नितंबों पर अच्छे से रगड़ा और रचना ने भी नीचे सरकते हुए मेरे लिंग पर अपने पेट और मम्मे को रगडते हुए नीचे खड़ी हुई
यह बात माँ ने भी नोट की थी पर माँ बोली कुछ नहीं सिर्फ मुस्कुराकर रह गई
रात को खाना खाने के बाद रचना ने मुझे पढ़ने के बहाने से अपने कमरे में बुलाया और हम दोनों भाई बहन ने जल्दी में एक बार चोदम-चोदी कर ली हमारे निपटते ही मां ने मुझे आवाज दी हैं कि आकर मेरे पैर दबा दे
मैंने ड्राइंग रूम में आकर देखा कि मैं दीवान पर दोपहर की तरह ही पैर फैला कर लेटी हुई है तो मैं समझ गया कि मां के इरादे कुछ ठीक नहीं है तो मैं मां के पैरों के बीच में बैठकर मां के पैरों को अपने हाथों से दबाने लगा
मां कुछ देर बाद बोली कि रचना जाग रही है क्या?
मैंने जवाब दिया कि नहीं पढ़ने के बाद सो गई लगती है!!
मां तुरंत उठी किचन में जाकर एक गिलास दूध डाला और रचना के कमरे में जाकर देखने लगी की रचना सो रही है या जाग रही है एक दो बार आवाज लगाकर मां ने रचना को जगाया और दूध पीने को बोला
रचना मुझे बाद में रचना ने बताया कि वह जाग रही थी और सोने की एक्टिंग कर रही थी क्योंकि उसे मां की हरकतों पर से कुछ शक हो रहा था और रचना चेक करना चाहती थी कि क्या मैं और मां भी लंड चूत लेने देने के खेल में लगे हुए हैं?
रचना को दूध पिला कर और सोने का निर्देश देकर मां ड्राइंग रूम में वापस आई और सोफे पर लेट कर मेरे से पैर दबवाती रही बीच में टीवी पर चल रही रोमांटिक पिक्चर की बात करती रही
लगभग 1 घंटे बाद जब मां को यकीन हो गया कि रचना सो गई होगी तो मां बोली आज सामान उठाने रखने के चक्कर में मेरी पीठ दर्द करने लगी है थोड़ा मालिश ही कर दे
मां के पिंडलियों दबाते दबाते मुझे भी मां की बातों से ठरक चढ़ने लगी थी तो मैं बोला कि माँ यहाँ ड्राइंग रूम से तो आपके बेडरूम में आपको ज्यादा सुविधाजनक रहेगा वहीं चलकर मालिश कर देता हूं
मां बोली मेरा बेटा समझदारी की बात है कर रहा है चला जा वहीं पर मेरी मालिश कर दियो
मां ड्राइंग रूम से उठकर अपने बेडरूम में चली गई और मैं बाथरूम से सरसों के तेल की शीशी लेकर मां के कमरे में पहुंचा तो देखा कि मां ने मैक्सी अपने नितंबों तक चढ़ाकर उल्टा लेटी हुई है, इस अवस्था में मां के आधे नितंब ही नहीं बल्कि झांटे भी साफ साफ दिख रही थी मैं जाकर मां के पैरों के पास बैठा हूं और बोला की मां आराम से लेट जाओ और बताओ कहां-कहां मालिश करनी है
मां ने बोला जहां-जहां तुझे लगता है मां को जरूरत है वहीं-वहीं कर दे
मैं बोला मां की जरूरत का मुझे एहसास तो है थोड़ा डर लगता है कि कहीं ज्यादा दर्द वाली जगह पर ना दबा दूं
मां बोली: नहीं मेरे बेटा, बेफिक्र होकर मां की मालिश कर दे मां तुझे दुआएं देगी तो मैंने बोला कि ठीक है मां आप आराम से लेट जाइए मैं सेवा करता हूं जिससे मेरी मां को आराम मिले वह मैं पूरी कोशिश करता हूं
मेरे कहने पर मां ने अपने घुटने मोड़ दिए जिससे मां का पेटीकोट इकट्ठा होकर मां की जांघों के गिर्द सिमट गया था मां की सुंदरता का आनंद लेते हुए मैंने हाथ मैं तेल में हाथ डुबोकर कर मां की पिंडलियां मलने लगा थोड़ी देर में घुटने मलने के बाद मैंने उनसे कहा कि पैर सीधे कर लो
माँ ने पैर सीधे किए पर पेटीकोट को वापिस नहीं खींचा
मां की जांघों का जोड़ दिख रहा था मैंने हाथों में तेल दोबारा लगाया और मां की जांघों को मसलने लगा धीरे धीरे मैंने अपने हाथ जांघों के जोड़ तक पहुंचाए, जांघों के अंदरूनी हिस्सों पर मेरा स्पर्श होते ही मां की सिसकारियां निकलने लगी थी और मां ने कस कर अपनी जांघें जोड़ ली थी
मैंने जांघों के बीच में फंसे हुए हाथ से ही मां चूत को मसलना जारी रखा तो मां की सिसकारियां बढ़ती रही पर माँ ने जांघें थोड़ी सी खोलकर मेरे हाथ को अपनी झांटो तक जाने का मौका दिया
अब मेरा हाथ झांटो में तेल लगा रहा था और मेरा पंजा योनि प्रदेश के आसपास मालिश कर रहा था
आहा इस तरह मम्मी की सिसकारियां बढ़ती जा रही थी तो मैंने और तेजी से और प्यार के साथ मां की जांघों के बीच में जोर-जोर से मालिश करता रहा और अपने शरीर का दबाव भी मां के शरीर पर डालने लगा जिससे माँ कंपकपाकर झड़ने लगी थी
जब माँ शांत हो गई तो एक संतुष्टि वाली मुस्कान चेहरे पर लाकर मेरे को चुम्मी दी और कहा कि बेटा मां तो अब मां की थकावट तो दूर हो गई है तू भी सुबह से काम कर रहा है तुझे दूध पीना है तो पिला देती हूं
मैंने शरारत से कहा कि मैं आपका छोटा बच्चा हूं और छोटे बच्चों की तरह ही दूध पिऊंगा माँ बोली इतना छोटा नहीं है अब तो तेरी उमर मां का नहीं बीवी का दूध पीने की हो रही है तो मैंने तपाक से जवाब दिया इसका मतलब अब आप मेरे हिस्से का दूध पापा को पिला देती हो
मां हंसने लगी और बोली सच्ची में तेरा दूध पीने का मन कर रहा है
मैंने मां से लिपट ते हुए कहा कि इसमें झूठ क्या होगा? मेरी प्यारी मां की दूधिया इतना सुंदर और स्वादिष्ट है कि जब मौका मिले मैं तो हमेशा आपका दूध पीने का मौका ढूंढता रहता हूं
माँ ने बोला ध्यान से तेरे पापा को पता चल गया तो तेरा सारा दूध निकाल देंगे
मैंने मां की चुम्मी लेते हुए कहा कि आज पापा घर पर नहीं है इसीलिए तो आपसे दूध की फरमाइश कर रहा हूं पिलाओ ना मां!!!
There is no sex between Dinesh n MaUtna maza nahi aa raha bhai, dinesh ko bas uski behen tak hi simit rakho toh acchha hoga, aur akash ko bhi uski maa tak simit rakho , swaping type jaisa kuch involve karne ki koshish nahi karna warna story phuhad lagegi, dinesh aur rachna ka kissa jaldi khatam karo bhai, phir kahani me kuch naya likhne ki koshish karo