स्ट्रेटजी
सी एस आर जो इन इंश्योरेंस कंपनियों का होगा , उनका बिलो पावर्टी लाइन वाले लोग , होमलेस , एक पायलेट प्रोजेकट ,
लेकिन वो बिजनेस वाला था वो फिर बीच में कूद गया , बोला नहीं , एकदम नहीं ऐसा नहीं कर सकते ,...
मुझे एकदम बुरा लगा ,
मेरे अलावा कोई और इनकी बात काटे ,... फिर बात सही थी इनकी आखिर बीमार तो सभी पड़ते हैं ,... लेकिन फिर उसने जो स्ट्रेटजी बतायी , ... मान गयी मैं उसको , टेक के साथ , अप्रोच और एट्टीट्यूड में भी इनके दोस्त इन्ही की तरह के ,
" सी एस आर से काम नहीं चलेगा , उसका चौगुना कम से कम ,.. और दो कम्पनी बनाएंगे ,... तो सी आस आर उस हेल्थ सपोर्ट कम्पनी को , फिर पब्लिसिटी तो फार्मा कंपनी , जो दवाओं के ट्रायल में हमारा डाटा या सिस्टम यूज करना चाहें वो भी अपना सी एस आर , हॉस्पिटल्स और ढेर सारे चैरिटेबल फाउंडेशन , फिर इंटरनेशनल आर्गनाइजेशन , यूनिसेफ की तरह के ,... पर ये हेल्थ सपोर्ट कम्पनी होगी , और दूसरी प्रिवेंटिव, ..सैनिटाइजेशन, हाइजीन , अंडर नरिशमेंट पर काम करेगी . "
हम सब मान गए उसे ,...
दो सवा दो तक चली , लेकिन काम पूरा हो गया ,
पर पूरा नहीं भी हुआ , पूरे पेपर पर जो सजेशन थे , उन्हें जोड़ना , फिर रिफ्रेंसेज , फॉर्मेटिंग , ... मैं टाइप कर रही थी , वो चेक कर रहे थे ,... साढ़े तीन के बाद ही हम सोये , लेकिन पेपर कम्प्लीट था , अब रात की मीटिंग विटिंग ख़तम अगले बारह दिन के लिए , कल शाम को हालांकि एक छोटी सी काल आनी थी इनकी , ...
पर सुबह तड़के इन्हे बनारस जाना था , वहां दो तीन लोगों से मिलने एक कोई महिला थीं , ताज में रुकी थीं , गालिया समथिंग ,... कोई एटामिक स्वैप टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके , करेंसी में ,... तो क्या उसका इस्तेमाल इनके पेपर में हो सकता था , बी एच यू में क्वांटम कम्प्यूटिंग का कोई सेमीनार था उसमें कोई प्रिंसटन से आया था , उससे भी इन्हे मिलना था , फिर जो पेपर इन्होने इतनी मेहनत करके , उसको पियर रिव्यू के लिए ,... और जिस कम्पनी में इन्होने ज्वाइन किया था उसके एच आर के हेड के साथ लंच पर ,...
शाम तक बल्कि थोड़ा पहले , चार बजे तक पक्का ,
लेकिन सुबह इनके जाने के साथ एक और परेशानी