सुद्धिकरण की क्रिया 6दिनो तक चली इस दौरान सुध्धिकरण के बहाने चंदन और उसकी मां कमला ने जमकर संभोग सुख का आनंद लिया।
चंदा भी रोज सुबह चंदन के कमरे से कमला के चले जाने के बाद आती और अपना जिस्म का भूख मिटाती। चंदन दो दो गदराई औरतों का सुख भोग रहा था।
उन लोगो के बीच अब शर्म हया खाफी कम हो गया।
चंदन का land घर में दो दो गदराई मॉल से सुख भोगने के अहसास से उसका land हमेशा तना रहता। अब बाबा के कहे अनुसार सुद्धीकरण की अवधी समाप्त हो गया था।
रात में जब भोजन कर लेने के बाद चंदन सोने के लिए अपने रुम में जाकर सोने की कोशिश करने लगा पर उसे नींद नहीं आ रहा था।
उसका मां और बहन से मिलने वाले संभोग सुख के को याद करने से वह उत्तेजित हो गया था। उसे मालूम था की आज सुबह मां शुद्धिकरण के लिए नही आने वाली अतः वह बेचैन हो गया।
अब उसके लिए रात गुजरना मुस्किल था। वह रात में सोने की कोशिश की पर उसे नींद नहीं आया।
तब वह उठकर अपने मां के कमरे कीओर जानें लगा । कमला ने दरवाजा अंदर से बंद कर दी थीं। चंदन ने धीरे से दरवाज़ा खटखटाया, कमला इस समय सोई नहीं थी। वह किसी के द्वारा दरवाज़ा खटखटाने की आवाज़ सुनकर अपने पलंग से उठी इस समय चन्दन का बापू सो चुका था।
कमला उठकर दरवाजा खोलने चली गई। दरवाजा खोल कर देखा तो चंदन को सामने खड़ा पाया। उसने चंदन से कहा, बेटा तुम इस वक्त यहां,अभी तक सोएनही। कुछ काम था क्या?
चंदन _मां मेरा सिर दर्द कर रहा है। आपके पास बाम है क्या?
कमला _देखती हू बेटे होगा तो?
कमला अपने रुम मे जाकर बाम ढूंढने लगी, पर उसे बाम नही मिला।
कमला _बेटा मेरे पास भी बाम दिख नही रहा। तुम दुकान से बाम लेलो।
चंदन आगे कुछ बोल न सका। की उनके आने का मकसद क्या था? चंदन कमला से झूठ बोला।
चंदन _मां वो दुकान में मैने देखा मुझे वहा भी नही मिला।
कमला _बेटा सुबह तो मेने बाम देखी थी ,सारे बिक गए क्या?
चंदन _नही तो। पर मुझे मिला नही।
कमला _ अ च्छा ठीक है मैं दुकान में देखती हूं।
घर से दुकान में जाने के लिए दरवाजा था।
कमला उस ओर जाने लगीं पिछे पीछे चंदन भी जाने लगा।
दुकान का बल्ब चालू कर अलमारी में बाम ढूंढने लगी तभी चंदन उसके पीछे खड़ा था उसका land अभी तना था वह पीछे से अपनी मां को बाहों में भर लिया।
कमला _बेटा ये क्या कर रहा है?
चंदन अपने land का दबाव कमला के गाड़ में डालकर अपने दोनो हाथों से उसके पेट सहलाने लगा।
चंदन के इस हरकत से कमला के दिल जोरों से धड़कने लगा।
कमला _छोड़ो बेटे क्या कर रहे हों। मै तुम्हारी मां हू ये ठीक नहीं।
चंदन _मां, आओ न मुझसे रहा नही जा रहा। मै सो नही पा रहा हूं।
कमला _नही बेटे, छोड़ो मुझे, मां बेटे के बीच मैं ऐसा रिश्ते पाप है।
चंदन _पर मां हम 6दिन तो सम्बंध बनाए न और तुम भी पूरा साथ दी। अब मना क्यू कर रही।
ऐसा कहते हुवे, चंदन, कमला के चूची को हाथ में लेकर मसलने लगा जिससे कमला सिसकने लगी।
कमला _चंदन छोड़ो बेटे ये ठीक नहीं अभी तक जो भी किया वो मजबूरी थी। अब ऐसा करेंगे तो पाप होगा।
कमला की चूची को मसलते एवम अपने land को उसके गाड़ में दबाते हुए कहा।
चंदन _पर मां तुम्हे भी तो मजा आता था न। आओ न मुझसे रहा नही जा रहा।
कमला जी_ सिसकते हुए बोली।नही बेटे, अगर किसी ने देख लिया तो किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे। और वो चंदा तो हाथ धो के पीछे पड़ी रहती है।
चंदन _मां किसी को कुछ पता नही चलेगा। दीदी तो अभी सो रही है। करने दो ना।
कमला _नही बेटे, छोड़ो मुझे, ये पाप है।
चंदन _मां, मै सो नही पा रहा।
कमला _बेटे, अभी तुम होश में नहीं हो, मां बेटे के बीच ये सब ठीक नहीं।मै तुम्हारी जल्दी शादी करा दूंगी। तब तक तुम अपने पे कंट्रोल रखना होगा।
चंदन लगातार कमला के चूची मसले जा रही थी कमला सिसक रही थी और वह चंदन को छोड़ने बोल रही थी।
चंदन _मां, मै शादी तक इंतजार नही कर सकता।
देखो मेरी हालत।
चंदन ने अपनी मां का हाथ को अपने खड़े land पर रख दिया।
कमला का हाथ जब चंदन के land को महसूस किए उसके शरीर कपकापने लगा।
कमला _नही बेटे, ये ठीक नहीं तुम अपने कमरे में जाओ। और कमला जबरदस्ती अपने को चंदन से छुड़ाकर अपने कमरे में जाने लगी।
चंदन ,कमला से बोला _मां, मै सो नही पाऊंगा, मेरा सिर दुख ने लगा है।
कमला _नही बेटे, ये सब ठीक नहीं, अपने कमरे में जाकर सोने की कोशिश करो। मैं जा रही हूं।
कमला अपने कमरे मे चली गई।
इधर चंदन भी अपने मन को मारते हुवे अपने कमरे में आकर सोने की कोशिश करने लगा। पर उसे नींद नहीं आ पा रहा था।
तब वह चंदा के कमरे की ओर गया, उसका दरवाजा धीरे से खटखटाया। चंपा सो चुकी थी।
चंदन ने दरवाजा जोर से खटखटाना उचित नहीं समझा उसकी मां आवाज़ सुन कर आ सकती थीं।
और चंदन अपने कमरे मे वापस लौट आया।
और सोने की कोशिश करने लगा।
इधर कमला के आंखो से भी नींद गायब थी।
चंदन की हरकतों ने उसे गरम कर दिया था।
वैसे भी पिछले 6दिनो से वह चंदन से chud रही थी। जिससे उसके अंदर छुपी औरत जाग चुकी थी। इन 6दिनो में चंदन से जो शारिरिक सुख मिला था ऐसा सुख उसको उसके पति ने अभी तक नही दिया था।
कमला सोचने लगी कि उसने ठीक किया कि नही, कभी अपने फैसले को सही मानती तो उसके अंदर छुपी औरत सुख प्राप्त करने के लिए उस पर हावी होने लगती।
कभी एक मां की नज़र से सोचती तो उसे सब गलत लगता लेकीन जैसे ही उसे चंदन से प्राप्त सुख को महसूस करती तू उसका शरीर गर्म होने लगता।
कमला सोचने लगी जब मुझे नींद नहीं आ पा रहा है तो चंदन कहा सो पाएगा उसे तो अभी नया नया जवानी चढ़ा है। उसने अपने पति की ओर देखा जो गहरी नींद में सोया था।
इधर कमला की आंखों से नींद गायब थी। उसके मन मस्तिक में कई विचार घूमने के बाद पता नहीं क्या सुझा की वह अपने कमरे से निकलकर सीधे कीचन में गई और एक कटोरी में सरसो तेल गर्म करके चंदन के कमरे की ओर जाने लगीं।
चंदन के कमरे का दरवाजा खटखटाया। चंदन अभी सोया नहीं था वह उठा और दरवाजा खोला । सामने देखा उसकी मां कटोरी लिए खड़ी है।
चंदन _मां, तुम। इस वक्त।
कमला _बेटे मै जानती थी की तुम सोए नही होगे तो मेने सोचा सरसो तेल से तेरी सिर की मालिश कर देती हू जिससे तुम्हे अच्छी नींद आ जायेगी। चलो मैं मालिश कर देती हू।
चंदन _ठिक है मां।
चंदन पलंग पर जाकर लेट गया, कमला उसे बाजू में बैठ गई और अपने हाथ में तेल लेकर चंदन की सिर की मालिश करने लगी
चंदन _मां तुम कितनी अच्छी हो।
कमला मुस्कुराने लगी। अब बाते न करो और सोने की कोशिश करो।
चंदन अपनी मां की आंखों में देखने लगा।
कमला _ शर्मातेहुए , ऐसी क्या देख रहा है अपनी मां को खा जाने वाली नजरो से।
चंदन _क्या अपनी मां को देख भी नहीं सकता।
कमला _मुस्कुराते हुवे, देख सकता है पर ऐसी नजरो से भी क्या कोई अपनी मां को कोई बेटा भला देखता है।
चंदन _मां जब इतनी सुंदर हो तो बेटे का नज़र फिसले गा ही।
कमला _चल हट, तू सुधरेगा नही।
चंदन एक हाथ से अपनी मां की चूची को सहलाते हुए कहा।
चंदन _मां एक चुम्मा दो ना।
कमला _sशर्माते हुवे धत,फिर तेरी बदमाशी शुरू।
चंदन को लगा की मां उसकी मां को भी चूची सहलाना अच्छा लग रहा है। उसका हिम्मत बड़ गया।
चंदन _मां दो न एक चुम्मा बड़ा मन कर रहा हैं।
कमला _दरवाजा खुला है चंदा आ गई तो,
अपनी मां की बातो को सुनकर चंदन यह जान गया की मां आगे बढ़ने तैयार है। यह सोचकर ही उसका land fir से तनकर खड़ा हो गया।
चंदन _तो दरवाजा बन्द कर दो। दीदी तो सो रही है। किसी को कुछ पता नहीं चलेगा।
चंदन से अब रहा न गया और वह पलंग में उठकर बैठ गया। और अपनी मां के होंठो को चुसने के लिऐ आगे बडा की कमला पलंग से उठ कर दरवाजे की ओर जाने लगीं।
चंदन निराश huwa की मां जा रही है।
पर कमला दरवाजे से बाहर न जाकर दरवाजा बन्द कर वापस आने लगी। जिसे देखकर चंदन खुश हो गया।
और उसका land और तन गया।
चंदन पलंग से उतरकर नीचे खडा हो गया और अपनी मां को बाहों मे भरकर उकसे होंठ चुसने लगा।
कमलाबोली_बेटे इन सब के बारे में किसी को कुछ पता नहीं चलना चाहिए।
चंदन _मां तुम बेफिक्र रहो, किसी को कुछ पता नहीं चलेगा।
आगे चंदन ने अपनी मां के ब्लाउज खोलने का इशारा किया। कमला अपना ब्लाउज खोल दी।
चंदन उसके चूंचे मसलने एवम पीने लगा जिससे कमला बहुंत अधिक गर्म हो गई।
उसके बाद चंदन अपना कपड़ा निकालकर पूरा नंगा हो गया। और अपने मां को बाहों मे भर लिया।
चंदन ने अपने मां की साड़ी खींचकर उसके शरीर से अलग कर दिया। ब्लाउज भी निकाल दिया।
कमला अब सिर्फ पेटीकोट में थी चंदन अपनी मां को अपने बाहों मे भरकर जी भरकर चूमने चाटने लगा।
फिर उसे पलंग पर पटक कर अपनाland अपने हाथो से सहलाने लागा जोइस समय हवामें लहरा रहाथा । दोनो मां बेटे काफ़ी उत्तेजित हो गए थे। चंदन ने उसका पेटीकोट उपर उठाने का इशारा किया।
कमला अपना पेटिकोट ऊपर उठा कर अपनी टांगे फैला दी। चंदन उसके टांगो के बीच में आ गया।
उसने देखा की कमला की chut काफी गीली हो गई है उससे रस बाहर बह रहा है। चंदन अपना land boor के छेद में सेट कर एक जोर का धक्का लगाया जिससे boor gili होने के कारण एक ही झटके में boor चीरकर आधे से ज्यादा अंदर चला गया।
फिर चंदन अपनी मां की जमकर chudai करने लगा। कमरे में कमला की सिसकने की आवाज़ और fach gach gach की आवाज़ गूंजने लगा। चंदन chudai बंद कर उसके पेटिकोट का नाड़ा खींचकर उसे उसके टांगो से खींचकर अलग कर दिया जिससे कमला पुरी तरह नंगी हो गई चूंकि कमला भी काफ़ी उत्तेजित थी वह ज्यादा विरोध नहीं की। और पुरी तरह नंगी हो गई।
कुछ देर इसी आसन में चोदने के बाद वह कमला को उठाकर पलट कर kutiya बना दिया भी जमकर चोदने लगा। दोनो मां बेटे स्वर्ग में पहुंच गए थे।
अब