अपनी मां कमला को चंदन पहली बार पुरी तरह नंगी करके चोद रहा था। कमला घोड़ी बनी थीं और चंदन पीछे खड़े होकर दनादन अपना land कमला के chut me पेले जा रहा था।
अपनी मां की गोरे गोरे बड़ी बड़ी चिकनी कूल्हे को देखकर, चंदन बावरा हो गया वह अपनी मां के चूतड को चूमने चाटने लगा।
कमला _शर्माते एवमसिसकते हुवे बोली, बेटे ये क्या कर रहा है।
चंदन _मां तुम्हारी चूतड कितनी खूबसूरत है। पीछे से चोदने में बड़ा मजा आ रहा है।
और चंदन आपनी मां के चूतड सहलाते हुए जोर जोर से चोदने लगा।
मां बेटे दोनो ही दिन दुनिया से बेखबर किसी दुसरे लोक की सैर कर रहे थे। संभोग के चरम सुख को प्राप्त कर रहे थे।
कमला अपने चूतड को चंदन के land से सटा सटा कर उसका पूरा सहयोग दे रही थी। कमरे में थप थप, कमला की चूड़ी की खन खन खनकने की आवाज़ और कमला की सिसकने की आवाज़ गूंज रहा था। जिससे कमरे का माहौल एक दम गर्म हो गया था।
कमला के योनि से रस झरने की तरह बह रहा था।land उसके योनि में गप अंदर बाहर हो रहा था।
चंदन _आह मां chudai में बडा मजा आ रहा है। अब तो मैं तुम्हे रोज ही चोदूंगा । बोलो मां रोज चोदने दोगी न मुझे।
चंदन जोर जोर से चोदते हुए बोला
मां बोलो न क्या तुम्हे मजा नही आ रहा है,,
मुझे रोज चोदने दोगी ना, रोज मेरे कमरे में आओगी न चुदाने बोलो।
कमला स्वर्ग में थी वह सिसकते हुवे बोली। तुम जब भी बुलाओगी आऊंगी बेटा,, आह,ऊ, उई मां,, आह आह ऊ ह आह,, तू बडा मस्त चोदता है re, तेरे बाप से ऐसा सुख मुझे कभी नही मिला।
कमला आंखें बंद कर chudai का मज़ा ले रही थी।
चंदन _ले मां,ले और मजा ले,ले खा मेरा land
ऐसा बोल बोलकर, दोनो chudai ka मजा लेने लगे।
पर कुछ ही देर बाद दोनो अपने चरम अवस्था में पहुंच गए। चंदन अपने मां की क़मर को अपने land se जोर से सटा लिया और झड़ने लगा ढेर सारा गाड़ा गाड़ा वीर्य अपने मां की योनि में भरने लगा, आह मां आह, आह मां, करके कराहने की आवाज़ से कमरा गूंजने लगा।
गरम गरम वीर्य को अपने बच्चेदानी में जाता अनुभव कर कमला का शरीर कपकापने लगा और वह भी झड़ने लगी।
चंदन कुछ देर बाद अपना land अपनी मां की योनि से बाहर निकाला वीर्य कमला के योनि से बाहर बहने लगा लगा।
चंदन और कमला जबरदस्त chudai से थक चुके थे दोनो पलंग पर लेट कर सुस्ताने लगे।
कुछ समय बाद जब कमला होस में आई और देखी की वह अपने बेटे के सामने बिल्कुल नंगी है वह शर्म से गड़ गई तुरंत बेड से उठी और अपनी पेटिकोट पहनने लगी।
इधर जब कमला अपने कपड़े पहनने लगी तो चंदन की नज़र उसके चूतड पर गया जिसे देखकर उसके land में फिर तनाव आने लगा।
इधर कमला अपने ब्लाउज पहनने लगी।
चंदन का फिर से खड़ा हो गया था वह अपने मां को वस्त्र पहनता देख। अपने land सहलाने लगा।
जब साड़ी पहनने के लिऐ चंदन की ओर मुड़ी तब कमला की नज़र चंदन के land पर पड़ी। इस वक्त चंदन अपने मां को देख रहा था और अपना land सहला रहा था। उसका land पूरी तरह तना हुवा था। जिसे देखकर कमला मुस्कुराने लगी।
चंदन _मां देखो न ये तो फिर से खड़ा हो गया। आओ न एक बार और करते हैं।
कमला _, मुस्कुराते हुए बोली, न बाबा ना बहुत देर हो गई है। तुमारा तो हमेशा खड़ा ही रहता है।
चंदन _मां आओ न एक बार फिर मजा लेते है। देखो ना कितना लंबा मोटा हो गया है।
कमला अपनी साड़ी पहन चुकी थी। वह पलंग किनारे बैठे गई और चंदन से बोली।
कमला _अब तुम अपने मन पर काबू रखना सीखो जब देखो खड़ा ही कर लेता है। वह चंदन के land को हाथो में लेकर सहलाते हुए बोली अब जो भी करना है कल कर लेना। ऐसा कह कर वह शर्माते हुवे कमरे से बाहर चली गई। और दरवाजा बन्द कर दी।
चंदन अपना land सहलाते लेटा रहा कुछ देर बाद।
कमरे में किसी की आने की आहट हुई चंदन ने देखा।
चंदा ने दरवाजा धकेलकर कमरे के अन्दर आ गई और चंदन, चंदा को देखकर चौकते हुवे बोला दीदी तुम।
चंदा _मुसकुराते हुवे बोली, लगता है मां बेटा दोनो मिलकर chudai का खूब मज़ा लिए हो। मां कैसे चीख एवम सिसक रही थी।
चंदन _दीदी तुम यहां, तुम तो सोई थी।
चंदा _मुझे पेशाब लगी थी तो मैं मूतने उठी थी, बाथरूम जाते समय तुम्हारे कमरे से सिसकने की आवाज़ सुनाई दी तब मुझे पता चला की यहां मां बेटा अपनी राते रंगीन करने में लगे हुए है।
खाफी देर तक चला है re तुम दोनो का खेल।
इस समय चन्दन अपने शरीर के उपर चादर डाल लिया था। अंदर उसका land अभी भी तना huwa था।
चंदन _दीदी तुम मां को ये कभी मत बोलना की हम दोनो को chudai करते हुए देखा है नही तो मां मेरे पास फिर नही आयेगी।
कमला _मुसकुराते हुए बोली, ठीक है पर एक शर्त पर तुम्हे भी मेरी प्यास बुझाना पड़ेगा।
कमला अपनी chut सहलाते हुए बोली तुम दोनो की chudai ka आहट पाकर निगोडी कब से पानी छोड़ रही है। मुझे परेशान करके रखी है।
चंदन _दीदी मैने कब मना किया है तुम्हे मां के जाने के बाद तुम आ जाना मेरे कमरे मे। तुम्हारे इस chut की प्यास बुझा दूंगा, ऐसा कह कर वह चंदा की chut को कपड़े के उपर से सहलाने लगा।
चंदा सिसक उठी।
चंदा भी चादर के उपर से चंदन के land का मुआयना करने लगी।
चंदा _हाय दईया, तुम्हारा तो अभी भी खड़ा है re
मां ने तुम्हारा पानी नहीं झाड़ा है क्या?
चंदन _नही दीदी ऐसी बात नहीं है। मां तो आज जमकर chudi है मुझसे और खूब मज़ा दी है मुझे।
उसी पल को याद कर फिर से खड़ा हो गया है।
चंदा_हां भाई, नया नया जोश है। चल अब मेरी प्यास बुझा दे।
चंदा ने चादर को खीच दिया। चंदन इस समय नंगा था। उसके land ko हाथ में लेकर चंदा खेलने लगी।
चंदा की chut तो पहले से ही पानी छोड़ रही थी उससे रहा ना गया दोनो ही chudai के लिए तैयार थे।
चंदा अपनी चड्डी निकाल दी और बेड पर चढ़ गई और अपनेपेटिकोट साड़ी उठाकर चंदन के कमरे पर बैठ गई।
चंदन का land उसके chut को छू रहा था।
चंदन ने चंदा को अपनी ओर झुका कर उसके चूची को ब्लाउज की उपर से ही मसलने लगा। चंदा अपने ब्लाउज को खोल दी। उसे अपने शरीर से अलग कर दी।
चंदा के सुडौल स्तन को अपने हाथ में लेकर उसका मर्दन करने लगा उसके निप्पल को मुंह में लेकर चूसने लगा। मसल मसल कर उसके दूध निकाल कर।
उसके दूध पीने लगा, जिससे चंदा और बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई। उससे रहा ना गया और वह चंदन के land को अपने हांथ से पकड़कर उसे अपने chut के छेद पर रख कर धीरे धीरे उस पर बैठने लगी।land उसके chut में समा गया।
फिर चंदा land पर उछल उछल कर chudne लगी। कमरे का माहौल फिर एक बार गर्म हो गया। कमरे में फिर से एक औरत की सिसकने आवास गूंजने लगी। कुछ देर तक इसी पोजीशन में chudne के बाद चंदा land के उपर से उठी और और पीछे घूमकर land के उपर बैठ गई। और क़मर उछाल उछाल कर chudne लगी। चंदन भी अब जोश में आ गया था और चंदा की क़मर को अपने दोनो हाथों से पकड़कर अपने लन्ड में पटक पटक कर चोदने लगा।
Land सीधा chut को दीवारों को जकड़ कर कसा कसा हुआ अंदर बहार आ जा रहा था इस आसन में चंदन को खूब मजा आ रहा था।
वह जोश में आकर चंदा को जोर जोर से चोदने लगा।
चंदा को लगा की इस आसन में और chudi तो land बच्चा दानी को फाड़ देगा और बच्चा अभी बाहर आ जायेगा।
कमला _चंदन रूको रि, कितना जोर जोर से धक्का लगा रहा है। इस आसन में इतना धक्का ठीक नहीं मेरा बच्चादानी फट जायेगा।
चंदन _ chudai रोकते हुए कहा,माफ करना दीदी, मै खाफी जोश में आ गया था।
चंदा अब land से उठी land chut से फुच की आवाज़ के साथ बाहर आया अब चंदा घोड़ी बन गई।
चंदन से बोली _ले अब इस आसन में मार ले chut जितना मारना है ये ज्यादा सुरक्षित हैं।
चंदन उसके पीछे आ गया और चंदा के chut के छेद में अपना लन्ड सेट कर gach से पेल दिया।land एक ही बार में सरसरता huwa अन्दर जा घुसा, इस आसन में चंदन ने चंदन की chut की जमकर कुटाई किया। चंदा बर्दास्त न कर सकी और झड़ गई जबकि चंदा अपनी मां को एक बार चोदकर झड़ चुका था। वह अभी जल्दी झड़ने वाला नही था।
अतः वह आसनों को बदल बदल कर चंदा को चोदता रहा जब तक वह झड़ा नहीं। चंदा दो बार झड़ी थी उसका chut की प्यास बुझ चुकी थी।
कुछ देर रुककर चंदा अपने कमरे मे सोने चली गई।
चंदन का land भी अब ढीला पड़ चुका था। उसे भी शीघ्र नींद आ गई। मां बेटे और बहन तीनो चैन की नींद में सो गए।
इस तरह तीनो अपनी प्यास बुझाने लगे कुछ दिन बाद चंदा ने एक सुंदर स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया उसका पति कुछ दिन बाद चंदा को अपने साथ ले गया।
अब चंदन और कमला, खुलकर खेलने लगे क्यू की कमला को अब किसी के देख लेने की चिंता या डर नहीं था।
1साल बाद चंदन की शादी चम्पा से हो गया, वे दोनो सतर्क रहकर chudai करने लगे। उनके बीच चंपा के आ जाने के बाद chudai बहुत कम हो गया क्यों की उन्हें मौका कम मिलने लगा पर जब चंपा पेट से थी तो चंपा को ने chudai karana बहुत कम कर दिया जिससे चंदन अपनी प्यास अपनी मां से बुझाना शुरू कर दिया।
दोनो के बीच फिर आय दिन chudai होने लगा। इसी बीच एक दिन मां बेटो को chudai करते देख लिया पर यह बात लोकलाज के डर से किसी को बताई नही क्यों की किसी को बताती हैं तो उसके ही घर की बदनामी होनी थी और वह मां भी बनने वाली थीं। ऐसी हालत में वह कहीं जा भी नही सकती थीं इसलिए इस हालात से चंपा ने समझौता कर लिया।
भगत ने राजेश से कहा तो यह कहानी थी चंपा और उनके बेटे चंदन के बीच नाजायज संबंध बनने की।
कहानी सुनने के बाद मेरा उस घर में आना जाना बड़ गया और मैने भी चंपा से सहमति लेकर उसकी सास कमला के शरीर को जी भर कर भोगा।
कमला ही वह पहली औरत थी जिसका मैने पहली बार गाड़ मारा था। और आज भी जब गांव जाता हू तो चंपा और कमला का जमकर लेता हूं।
भगत ने राजेश से कहा _ राजेश भाई तुम मेरे साथ एकात बार गांव क्यू नही चलते दोनो मिलकर मारेंगे कमला और चंपा की।
राजेश_यार स्टोरी तो काफ़ी हॉ, इंटरेस्टिंग और मजेदार था। एक बार तो जरूर जाना पड़ेगा। चंपा, चंदा और चंपा को चखने।
स्टोरी सुनकर राजेश का land तनकर खड़ा हो गया था उसे chudai ka तीव्र इच्छा हो रहा था उसका land उसके पेंट में बुरी तरह अकड़ा huwa था।
उसने अपना मोबाइल देखा, 4से ज्यादा बज चुका था।
राजेश _यार काफ़ी देर हो गई है कालेज में भी छुट्टी हो चुकी होगी अब मैं घर निकलता हू।
भगत _भाई तुम कहो तो कौशिया मां जी को बुला लाऊं। अब यहां आए हो तो गदराई boor का मजा ले लो वो तो तुम्हारे आने का कब से इंतजार कर रही थी।
राजेश _आज नही यार फिर कभी। अभी मुझे जाना होगा।
राजेश अपना बाइक लेकर वहा से निकल गया। रास्ते में उसने अपना मोबाइल देखा सुमन का कई बार मिस कॉल आया था। उसने सुमन को कॉल किया।
सुमन इस समय कॉलेज से घर जा चुकी थीं और वह राजेश को लेकर काफ़ी चिंतित थी राजेश उसका कॉल क्यों नहीं उठा रहा।
जब उसने देखा राजेश का कॉल है वह खुश हो गई।
सुमन _राजेश तुम कहा थे, मैंने तुम्हे कितना कॉल किया? उठाए क्यू नही।
राजेश _जान सॉरी, मै भगत के साथ था , कुछ काम था।
सुमन _जानते हो मै कितनी चिंतित एवम परेशान हो गई थी। कही कल की घटनाओं के कारण तो ये सब नहीं है।
राजेश _नही जान, ऐसा कुछ बात नही है। तुम खमोखा परेशान हो रही थीं।
सुमन _अछा सुनो, तुम आज घरआ रहें हो ना ।
भगत की कहानी सुनकर राजेश को chudai करने की तीव्र इच्छा हो रहा था। वह भी सुमन को भोगना चाहता था घर जायेगा तो वह मां का सामना अभी नही कर ना चाहता था।
इसलिए वह घर न जाकर सुमन के घर जाने का मन बनाया।
वह सुमन से बोला _डार्लिंग मै अभी तुम्हारे घर आ रहा हूं मैं भी तुमसे मिलने तड़प रहा हूं।
सुमन _सच तुम अभी आ रहे हो,,
राजेशा _हा यार अभी आ रहा,,
सुमन बहुत खुश हो गई।
सुमन _अच्छा सुनो नाश्ता में कुछ बना दू। क्या खाओगे।
राजेश _नाश्ता को छोड़ो डियर दूध से काम चला लेंगे।
सुमन समझ गया की राजेश किस दूध की बात कर रहा है वह शर्माते हुवे बोलो।
धत पागल।
तुम जल्दी आओ मैं तुम्हारा इंतजार कर रही।
राजेश _बस मै अभी पहुंचा।
सुमन बहुंत खुश थीं की राजेश आ रहा है। वह अपने काम वाली को छुट्टी देदी।
इस समय वह सलवार शूट में थी जो कॉलेज पहनकर गई थी।
अब वह सलवार सूट निकालकर वह कल वाली शादी का ड्रेस लहंगा चोली पहन ली और चुनरी ओढ़ ली। क्यू की उसे पता था कि राजेश को यह ड्रेस बहुंत पसंद आया था। इसे ड्रेस में देखकर वह काबू में नहीं रह पाएगा। वहा ड्रेस पहनकर सोफे में बैठकर राजेश का आने का इंतजार करने लगी।
राजेश सुबह से कुछ खाया नही था। उसका जिस्म के भूख के साथ साथ पेट का भूख भी बड़ी हुईं थी।
उसने सोचा कीखाली पेट chudaiमें मजा नही आयेगा क्यों न पहले पेट का भूख मिटा लू। और चौपाटी पर गाड़ी रोकी। वहा काफ़ी भीड़ थी।
फिर उसने सोचा नहीं बाहर कुछ खाना ठीक नहीं मैडम के हाथो से बना आमलेट उसी के हाथों से खाऊंगा तो ज्यादा मजा आयेगा।
और फ़िर वह सीधे गाड़ी को सुमन के घर की ओर आगे बढा दिया।