• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest यह क्या हुआ

Vishalji1

I love lick😋women's @ll body part👅(pee+sweat)
2,686
3,302
144
राजेश सुमन का घर पहुंचा । दरवाजा बंद था उसने घंटी बजाया।सुमन इस समय लहंगा चोली पहनकर तैयार बैठी राजेश का ही आने का इंतजार कर रही थी।

बेल बजने पर उसका दिल जोरो से धड़कने लगा। वह दरवाजा खोलने धड़कते दिल के साथ गई। दरवाजा खुलने पर देखा सामने राजेश खड़ा था।

सुमन खाफी खूबसूरत और हॉट लग रही थी। पोर्न स्टार की तरह बड़ी बड़ी चूचियां, पतली कमर, उसके गोरे बदन पर खूबसूरत गहरी नाभि, किसी भी मर्द को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए पर्याप्त था।

राजेश एक टक सुमन को ही निहारने लगा। उसके शरीर का मुआइना करने लगा। सुमन राजेश द्वारा इस तरह देखने शर्म महसूस करने लगी।

सुमन सिर नीचे कर मुस्कुराते हुवे बोली अब दरवाजे पर ही खड़े रहोगे या अंदर भी आओगे मेरे स्वामी जी।
और वह मुस्कुराने लगी।

राजेश सुमन के खूबसूरती में खो गया था।

वह जैसे नींद से जागा और शर्माते हुवे कहा, सामने कोई स्वर्ग की अप्सरा खड़ी हो तो पुरुष की आंखें चौड़ी होगी ही, मेरी रानी। राजेश ने अपना दोनो हांथ सुमन के कमर पे रख अपनी ओर खींचते हुवे कहा।

सुमन _अछा जी, मै तुम्हे अप्सरा लगती हू, तो आज दिनभर मेरी याद क्यू नहीं आई,? सुमन ने अपने दोनो हाथों को राजेश के गले में डालते हुए बोली।

भगत _आज दिन भर जहा था। अपनी रानी को ही याद कर रहा था।

सुमन _चल झूठे। पता है तुम्हे कालेज में न पाकर और तुम्हारा मेरी काल न उठाने से कितनी परेशान हो गई थी।

भगत _मुझे नही पता था मेरी जान की तुम मेरे लिए इतनी तड़प रही है, नही तो सारा काम छोड़ के तेरे पास चला आता।
ऐसा कहकर, राजेश सुमन को अपनी तरफ और खीच लिया और किस करना चाहा मगर सुमन ने रोकते हुवे कहा, अरे तुम तो अभी से शुरू हो गए।

राजेश _क्या करू, जब बीवी इतनी हॉट और खूबसूरत हो तो, मर्द कितनी देर तक रूक सकता है?

सुमन _नही अभी नही, पहले अंदर चलो।

और सुमन अपने को राजेश से छुड़ाते हुवे, राजेश को अंदर जाकर सोफे पर बैठने को बोला और खुद दरवाजा बंद कर उसके पास आ गई।

सुमन _बोलो क्या खाओगे, तुम्हारे लिऐ कुछ बना दू।

राजेश ने सुमन को खींचकर अपने गोद में बिठा लिया। और उसके कंधे पर अपना सिर रखकर उसके कंधे को चूमते avmएक हाथ से उसका पेट सहलाते हुए कहा।

भूख तो जोरो की लगी है। शरीर की भी और पेट की भी। पहले पेट की भूख मिटा दो फिर शरीर की मिटा देना।
सुमन को अपनी गाड़ में राजेश के land का चुभने और उसके खड़े होने का अहसास हुआ
सुमन _ मुसकुराते हुवे। तुम्हे तो सच में बड़ी जोर की भुख लगी है।भूख लगी थी तो फ़ोन पर ही बता देते मै कुछ बना के रख देती। बोलो क्या खाओge

राजेश उसके चूची को मसलते हुए कहा।
मन तो कर रहा है तुम्हे पहले खाउ, पर नही पहले कुछ बना दो। पहले पेट का भुख मिटा लू।

सुमन हंसते हुवे बोली

ठीक है अब मुझे छोड़ो मैं तुम्हारे लिए कुछ बना के लाती हूं। और वह राजेश के गोद से उठकर मुसकुराते हुए कीचन में चली गई।

राजेश अपने land को सहलाते हुवे उसे जाते हुए देखता रहा।

कीचन में जाकर वह ब्रेड और अंडे से डिस बनाने लगी।

इधर राजेश ज्यादा देर तक इंतजार न कर सका और वह कीचन में जाकर सुमन को पीछे से अपने बाहों मे भर लिया। और उसके गर्दन को चूमने लगा।

सुमन _ मुसकुराते हुवे,अरे स्वामी जी तुम तो बड़े बेताब लग रहे हो थोड़े देर रुक नही सकते क्या?

राजेश _मुझसे रहा नही जा रहा है जान क्या करूं?
और वह सुमन की चोली का बटन खोलने लगा।

सुमन _ये क्या कर रहे हों जानू रूको न पहले कुछ खा तो लो।

राजेश _तुम अपनी काम करो दिलरुबा मुझे मेरा काम करने दो।

सुमन _इसे मत खोलो ना, मुझे शर्म आयेगी।

राजेश नही माना और उसकी चोली निकाल कर ब्रा भी खोल दिया और सुमन की चुचियों को आजाद कर दिया।

और पीछे से उसे अपने हाथो में लेकर मसलने लगा। सुमन सिसकने लगी।

सुमन _ सिसकते हुए,जानू, मुझे शर्म आ रही है, तुम बड़े बदमाश निकले। मै तो तुम्हे भोला भाला समझता था।
राजेश सुमन के पीठ को सहलाने एवम चूमने चाटने लगा।

सुमन किसी तरह डीस तैयार किया। और कुछ नमकीन तलने लगी।

सुमन जानती थी की ऐसे समय में मर्द को क्या खाना चाहिए।

नमकीन तलने के बाद वह राजेश की और मुड़ी और बोली चलो पहले नाश्ता कर लो।

पर राजेश उसके चूची को मुंह में लेकर चूसने लगा।
सुमन आंखें बंद कर सिसकने लगी।

राजेश अब चूची से नीचे गया और नीचे फर्श पर बैठ कर उसके नाभी को चूमने लगा।

सुमन _उसके सिर को सहलाते एवम सिसकते हुवे कहा, जानू अब बस करो पहले कुछ खा लो अब तो मैं तुम्हारी हू खाने के बाद कर लेना जो करना है।

राजेश खड़ा huwa और अपने पैंट और अंडरवियर उतार दिया उसका land suman को सलामी देने लगा।

राजेश अब सुमन को land चुसने का इसरा किया।

राजेश के land देखकर, सुमन से भी रहा न गया और उसे अपने हाथो में लेकर सहलाने लगा। फिर वह नीचे बैठ गई और राजेश की ओर देखने लगी राजेश ने उसे चुसने का इशारा किया।

सुमन अपनी जीब निकालकर पहले टोपे को चांटा फिर मुंह में टोपे को भर लिया राजेश आनद में अपनी आंखें बन्द कर लिया।

सुमन अब राजेश की ओर देखते हुए land को मुंह में लेकर चूसने लगी।land को अपनी गुलाबी ओंठ में दबाकर चुसने लगी।

राजेश अपने हाथो से सुमन के सिर पकड़ कर सहलाने लगा सुमन राजेश के land को अपने मुंह में गपागप अंदर बाहर करने लगी।

Rajhesh स्वर्ग में पहुंच गया।

कुछ देर land चुसने के बाद land चूसना छोड़ कर सुमन उठ गई और राजेश से बोली चलो पहले नाश्ता कर लो।

और वह प्लेट में नाश्ता निकलकाकर हाल में आ गई। राजेश भी उसके पीछे पीछे आ गया। और सोफे में आकर बैठ गया।

सुमन ने नाश्ता का टुकड़ा अपने हांथ में लेकर राजेश की ओर बढ़ाया।

राजेश ने सुमन से कहा पहले मेरे गोद में बैठो दूध पी पीकर खाना है मुझे।

सुमन मुस्कुराने लगी अच्छा जी आज काफ़ी मूड में लग रहे हो। और हसने लगी।

राजेश उठा और सुमन को अपने गोद में उठा कर सोफे में बैठ गया। राजेश उसके होंठ चूसने लगा।
राजेश अब नाश्ता का टुकड़ा सुमन के मुंह में डाल दिया फिर अपना मुंह आगे बडा कर नाश्ता का टुकड़ा उसके मूंह से अपने मुंह में लेकर खाने लगा और उसके होंठो को चुसने लगा।

कुछ देर तक ऐसे ही चलता रहा फिर उसने अपना शर्ट और बनियान उतार कर फेंक दिया और पुरी तरह नंगा हो गया।

सुमन के लहंगा का नाड़ा खींच दिया और अब सुमन
सिर्फ पेंटी में थी। राजेश पेंटी के उपर से ही उसके chut ko सहलाने लगा जिससे सुमन सिसकने लगी।

राजेश अब पेंटी को भी खींचने लागा सुमन उसे रोकने की कोशिश की पर ज्यादा विरोध न कर सकी और अगले ही क्षण वह पुरी तरह नंगी हो गई। राजेश सुमन के chut ko सहलाने लगा एक ऊंगली अंदर डाल दिया और भगनासे को रगड़ने लगा जिससे सुमन अत्यंत काम विहिल हो गई।

राजेश ने अपने आंखो से सुमन को अपने land पर बैठे का इशारा किया।
सुमन राजेश की ओर मुंह करके उसके land के उपर बैठ गई अब राजेश सुमन को चूमने चाटने लगा और उसके स्तन को मसलने एवम चुसने लगा।

सुमन सिसक रही थी।

अब राजेश सुमन को थोड़ा ऊपर उठा दिया और एक हाथ से अपने land को पकड़कर उसके chut के छेद पर सेट कर दिया। सुमन को बैठने का इशारा किया।

सुमन को भी chudne ki तीव्र इच्छा हो रही थी वह land पर बैठने लगी chut गीली हो चुकी थी। सुमन काफी उत्तेजित हो गई थी, उसके chut का रस झरने की तरह बह रहा था।

सुमन के बैठते ही land boor को चीरता हुआ पूरा अंदर समा गया।
Gjb hottt jabrdast
 

Vishalji1

I love lick😋women's @ll body part👅(pee+sweat)
2,686
3,302
144
राजेश के land में बैठकर सुमन उछल उछल कर chudne लगी, फिर राजेश ने सुमन के मुंह में नमकीन डाल दिया और और उसके मुंह से अपने मुंह में नमकीन लेकर खाने लगा।

फिर अपने दोनो हाथों से सुमन के कूल्हे पकड़कर उसे अपने land पर उछाल उछाल कर चोदने लगता वह सुमन को ऐसे ही चोदता रहा जब तक पूरा नाश्ता खत्म नहीं हो गया। वह पेट की आग और शरीर की भूख दोनो साथ साथ मिटा रहा था।

जब पेट का भूख शांत huwa तब राजेश ने सुमन को land से ऊपर उठने का इशारा किया।

सुमन , राजेश के land से उपर उठा land उसके boor से फुच की आवाज़ के साथ बाहर आया जो सुमन के chut का रस पीकर और मोटा तथा लम्बा हो गया था, रस से सराबोर हो कर चमक रहा था।

राजेश ने सुमन को घुमा दिया और अब सुमन का पीठ राजेश की ओर थी फिर राजेश ने सुमन को land के उपर बिठा दिया।

सुमन एक हाथ नीचे ले जाकर land पकड़कर उसे boor के छेद पे सेट कर land पर बैठ गया।land boor में एक बार फिर से समा गया।

अब सुमन फिर से land पर उछल उछल कर chudne लगी राजेश भी अपने दोनो हाथों से सुमन के क़मर पकड़कर उसे अपने land par पटक पटक कर चोदने लगा।

सुमन land boor में fuch fuch guch guch की आवाज़ करता अंदर बाहर हो रहा था। राजेश का land का टोपा सुमन के बच्चेदानी के मुख को को ठोकने लगा। जिसका एहसास पाकर सुमन को एक अनोखा आनंद मिलने लगा।

वह स्वर्ग में पहुंच गई। उसके मुंह से लगातार कामुक आवाजे निकल रही थी। और अधिक आनद प्राप्त करने वह और तेज तेज उछलकर chudne लगी पर वह अपने को ज्यादा देर तक रोक न सकी और आंखे बंद कर सिसकते हुवे झड़ने लगी। झड़ते समय उछलना बंद कर दी उसके पैर कपकपाने लगे।

राजेश को भी पता चल गया कि सुमन झड़ गई है वह भी chudai रोक कर उसके चूची सहलाते हुए उसके गर्दन पर चूमने चाटने लगा।


कुछ देर आंखें बंद कर सुमन झड़ने का आनंद लेने लगी। फिर जब होश में आई तो वह राजेश के land से उपर उठकर अपना लहंगा उठाई और एक हाथ से अपना चूची को और एक हाथ से अपने chut छिपाते हुवे।

राजेश से शर्माते हुवे बोली इतना आज के लिए काफी है। अब कल करेंगे।

राजेश झड़ा नहीं था उसे उम्मीद नहीं थी कि सुमन ऐसा करेगी। वह सुमन से नाराज होकर बोला।

राजेश _ देखो जान ऐसा न करो देखो मेरे land का क्या हाल है, वह अपने land को सहलाते हुए कहा। अभी ये झड़ा नहीं है। खड़े land पर धोखा न दो।

सुमन _न, मेरा हो गया, अब मुझे शर्म आ रही। अब कल करेंगे।

राजेश _नही जानू ऐसा न करो, आकर मेरे गोद में बैठो।

सुमन _न, मुझे बड़ी शर्म आ रही। अब नंगी नही रह सकती तुम्हारे सामने।

राजेश से रहा न गया और वह सोफे से उठकर वह सुमन को पकड़ने उसकी और लपका।

सुमन तेजी से भागा, राजेश भी उसे पकड़ने उसके पीछे भागा।

सुमन राजेश को अंगूठा और जीब दिखाकर राजेश को चिड़ाते हुए अपने बेडरूम की ओर भागी। राजेश भी उसे पकड़ने उसके पीछे पीछे भागने लगा।

राजेश सुमन को पकड़ पाता उससे पहले ही वह बेडरूम में जाकर दरवाजा बंद कर दिया।

राजेश दरवाजा पीटते हुए उसे खोलने के लिए रिक्वेस्ट करने लगा।

देखो जान आधे में धोखा न दो। दरवाजा खोलो मुझे मेरे बाहों मे आओ।

सुमन _न बाबा, आज के लिए हो गया अब कल करना, मुझे बड़ी शर्म आ रही।

जब सुमन दरवाजा न खोली तो राजेश नाराज होकर बोला, तुम दरवाजा नही खोल रही तो ठीक है मैं जा रहा अब तुम्हारे पास कभी नहीं आऊंगा।
राजेश वापस जाने के लिए मुड़ा ही था कि सुमन दरवाजा खोला और पीछे से राजेश को पकड़कर अपने बाहों मे जकड़ लिया।

सुमन _सैय्या जी तुम तो नाराज हो गए। मै तो मजाक कर रही थी। तुम तो अपने बीवी से नाराज हो गए।
मुझे माफ़ कर दो जानू।

राजेश _नाराज होकर, सुमन को छुड़ाने लगा ,छोड़ो मुझे नही करना।

सुमन _ओ हो हो देखो तो अभी कितने तड़प रहे थे मुझे बाहों में भरने। अब इतनी नाराजगी,अछा मै कान पकड़ती हू मुझे माफ़ कर दोसैय्या जी।

सुमन राजेश के सामने गई और फर्श पर बैठ गई और कान पकड़ कर माफी मांगने लगी। मुसकुराते हुए बोली, तुम तो नाराजगी में और प्यारे लगते हो और हसने लगी।
राजेश कुछ न बोला तो,
सुमन राजेश के land को पकड़ कर सहलाने लगी और उसे अपने ओंठ में लेकर चूसने लगी। उसके अंडकोष को सहलाने लगी।

जिससे राजेश फिर गर्म हो ने लगा।

सुमन राजेश के land को मुंह में भरकर गपागप अन्दर बाहर करने लगी। जिससे राजेश फिर उत्तेजित हो गया। अब उससे रहा ना गया और वह सुमन को अपने बाहों मे उठा लिया।

सुमन अपने बाहों को राजेश के गले में डाल दिया दोनो एक दूसरे के आंखो में देखने लगे।

राजेश सुमन को बेडरूम में ले जाकर उसे बेड पर लिटा दिया। और खुद ऊपर चढ़कर उसके टांगो के बीच आ गया। और सुमन के ऊपर झुककर उसके ओंठो को अपने मुंह में भरकर चुसने लगा।

उसके चूची सहलाते हुवे गर्दन चूमने लगा फिर उसके चूची चूसना शुरु कर दिया। कुछ देर चुसने के बाद वह नीचे जाकर उसके नाभी को चूमने चाटने लगा। जिससे सुमन गर्म होकर सिसकने लगी।

अब राजेश तकिया उठाया और उसे सुमन के चूतड के नीचे रख दिया। उसके पैरो को चूमते चाटते हुए अपने कंधे पर रख दिया।

फिर अपना लेंड पकड़कर सुमन के boor में रखकर एक जोर का धक्का लगाया जिससे land सुमन के boor को चीरकर गहराई तक समा गया।

सुमन के मुंह से चीख निकल गई।

अब राजेश अपने दोनो हाथो से सुमन के चूची को थाम लिया।

और land को boor में अंदर बाहर करने लगा।

Land सुमन के chut के गहराई नापने लगा।

सुमन के चूची को मसलते हुवे राजेश सुमन को दनादन चोदने लगा। जिससे सुमन फिर से जन्नत में पहुंच गई।

कमरे मे सुमन के कामुक सिसकारियां गूंजने लगी।

राजेश अब झड़ना चाहता था वह लगातार chudai जारी रखा। और उसके चूची मसलते हुवे दनादन धक्के मारने लगा।land chut के गहराई में जाकर सुमन के बच्चेदानी को ठोकने लगा।

सुमन तो जैसे किसी और दुनिया में पहुंच गई थीं। उसे संभोग का परम सुख प्राप्त होने लगा। इधर राजेश से अब रहा न गया और जोर जोर से चोदते हुए chudai रोक दिया और आह आह आह करके कराहते हुवे सुमन के chut में झड़ने लगा।

अपने land के पानी से सुमन के boor को पुरी तरह भर दिया।
सुमन भी अपने बच्चेदानी में गर्म वीर्य जाते महसूस कर अपने को रोक न सकी और फिर से झड़ने लगी।

राजेश तो सुमन के ऊपर ही ढेर हो गया, सुमन उसके पीठ को सहलाने लगी।

करीब आधे घण्टे तक एक दूसरे के बाहों मे लेकर लेटे रहे फिर सुमन उठी और बाथरूम में चली गईं जब बाथरूम से निकली तो वह अपने शहरी पे टावेल लपेटी हुई थी।

राजेश तो नंगा ही लेटा हुआ था। सुमन राजेश की ओर देखकर मुस्कुराने लगी।

वह कीचन में गई और बादाम वाली दूध बनाकर बेडरूम आकर ,राजेश से बोली लो पिलो। थक गए होगे मेरे सैया जी ,अपनी बीवी की सेवा करके।
🔥🔥🔥🔥🥵🥵
 

Vishalji1

I love lick😋women's @ll body part👅(pee+sweat)
2,686
3,302
144
Bhai story gjb ki hai but isme chut chatai nhi Hui chut bhi chatwao yrr
 

rajesh bhagat

Active Member
943
4,808
124
सुमन राजेश को दूध पिला रही थी। तभी उसका मोबाइल बजा। किसी का काल आया था।
सुमन _सैया जी तुम दुध पियो, लगता है किसी का काल आया है मैं अभी आई।
और वह हाल में आ गई जहां टी टेबल पर उसका मोबाइल रखा हुआ था।
सुमन ने देखा कॉल किसका है? कॉल सुनिता ने की थी। सुमन ने कॉल रिसीव की।
सुमन _हा मां जी, बोलो।
सुनिता _सुमन, राजेश से तुम्हारी बात हुई क्या? अभी तक घर नहीं आया है।
सुमन _मां जी, राजेश यही है। वह लगभग 5बजे मेरा घर आया।
सुनिता _सब ठीक तो है न सुमन, उससे पूछी कहा था वह।
सुमन _मां जी सब ठीक है। वह अपने दोस्तो के साथ था, राजेशने बताया ।
सुनिता _अभी क्या कर रहा है वह।
सुमन _मुसकुराते हुवे, वह बेडरूम में है।जनाब बादाम वाला दूध पी रहा है। काफी मेहनत करके थक गया है। लजाते हुवे बोली।
सुनिता _काफी देर हो गया है सुमन, अगर आज का तुम दोनो का प्यार मोहब्बत हो गया हो तो,उसे जल्दी घर भेज देना।
सुमन _जी मां जी, आप चिंता न करे मै समय पर घर भेज दूंगी।
सुनिता _सुमन मुझे तुम पर भरोसा है।मै भगवान से प्रार्थना करूंगीकि तुम्हारी मनोकामना शीघ्र पूर्ण करे।
सुमन _धन्यवाद मां जी।
सुनिता ने कॉल रख दी।
सुमन बेडरूम में गई और राजेश के बाजू में जाकर लेट गई।
राजेश _किसका कॉल था जान?
सुमन _सासू मां का, तुम्हारे बारे में पूछ रही थी। बोल रही थी कि राजेश अभी तक लौटा नही है। तुमसे बात huwa है क्या?
राजेश _तुम क्या बोली?
सुमन _मैने कहा, राजेश यही है। मेहनत करके काफी थक गया है। बेडरूम में आराम कर रहा है।
राजेश _अच्छा जी मैं थक गया हूं। देखो मेरा छोटा पप्पू ये तो कुश्ती लड़ने फिर से तैयार है। अपने land को सहलाते हुए कहा।
तो हो जाय एक राउंड और क्या ख्याल है?
सुमन _न बाबा न। अब मैंआज और कुस्ती नही लड़ सकती। तुम्हारा पप्पू तो काफी लंबा और मोटा है। एक ही बार पर्याप्त है।
ऊपर से इतना पानी छोड़ता है कि अभी तक बह रहा है।
सुमन ने राजेश के land को पकड़कर कर सहलाते हुए कहा अब जो करना है कल करेंगे। देखो तो मेरा हांथ लगते ही कैसे ठुमकने लगा है।
अब इसे काबू में रखो।
अब चलो उठो ,मां जी तुम्हे जल्दी घर भेजने बोली है।
सुमन अब बेड से उठी और हाल में आकर अपना कपड़ा पहनने लगी कुछ देर बाद राजेश भी फ्रेस होकर बाहर निकला और कपड़ा पहनकर बोला, अच्छा जान अब मैं चलता हूं।
सुमन _ कल तुम्हे फिर आना है।
राजेश,_तुम कहो तो यही रह जाऊ।
सुमन _न बाबा मैं मां जी का भरोसा नहीं तोड़ना चाहती। अब जाओ।
राजेश _अच्छा एक किस तो देदो। और सुमन को बाओ में लेकर उसके होंठ चुसने लगा।
सुमन भी उसका सहयोग करने लगी।
राजेश वहा से चला गया।
राजेश जब घर पहुंचा उस समय सुनिता किचन में थी वह खाना बना रही थी। राजेश जब दरवाजा खटखटाया तब सुनिता ने स्वीटी जो उस समय हाल में ही थी,से कहा जाओ दरवाजा खोलो , लगता है राजेश आ गया।
स्वीटी जाकर दरवाजा खोलती हैं।
स्वीटी _भइया अभी घर आ रहे हों, कहा थे किसी को कुछ बताया भी नही था।
राजेश _मैं दोस्तो के साथ था,कुछ काम था।
स्वीटी _बता तो देना था न, मां कितनी परेशान थीं?
राजेश _मां कहा है?
सुनिता किचन में जाकर काम कर रही थी। वह राजेश का सामना नहीं करना चाहती थी। अतः कीचन में जाकर खाना बनाने लगी।
स्वीटी _मां कीचन में है।
राजेश जाते अपने कमरे मे जाते समय कीचन की ओर देखा ,उसकी मां सुनिता कीचन में दरवाजे की तरफ पीठ करके खड़ी थी।
जब राजेश अपनी कमरे मे जाने लगा तब सुनिता पिछे मुडकर उसे देखने लगी।
स्वीटी _मां, दिन भर तो तुम परेशान हो रही थी की भइया अभी तक आया नही कोई खबर भी नहीं अब जब आया तो उससे पूछी नही की तुम कहा थे? ऐसा क्यू? कोई बात है क्या?
सुनीता _तुमने तो पूछा न की वह कहा था? उसने बताया भी कि वह दोस्तो के साथ था, उसे कुछ काम था। मैने सुना। अब और क्या पूछती। अब जाओ तुम भी अपने कमरे मे और पढ़ाई करो।
स्वीटी _जा रही हूं। पर मुझे तो लगता है जरूर कोई बात है।
स्वीटी अपने कमरे में चली गई, और पढ़ाई करने लगी। उधर राजेश भी अपने कमरे मे जाकर पढ़ाई करने लगा।
रात में भोजन करते समय भी राजेशखामोश रहा, किसी सेकुछ बात नही किया। सुनिता और राजेश के बीच कोई बात न huwa, सुनिता नजरे चुराती रही। भोजन करने के बाद राजेश, स्वीटी एवम शेखर तीनो अपने कमरे में चले गए।
राजेश पढ़ाई करने लगा।
इधर सुनिता कीचन का काम निपटा लेने के बाद अपने कमरे में सोने चली गई, पर वह बेचैन थी उसे नींद नहीं आ रही थी।
वह सोचने लगी अगर कल जो घटना घटित huwa उसके बारे में राजेश ने किसी से कुछ कह दिया तो अनर्थ हो जायेगा। स्वीटी भी सक करने लगी है कि कोई बात है। मुझे राजेश से बात करना होगा।
परिस्थिति को सामान्य बनाना होगा। शेखर और स्वीटी को नहीं लगना चाहिए कि हम दोनो के बीच कुछ ठीक नहीं।
सुनिता ने अपना मोबाइल पसे राजेश को मेसेज किया कि तुम छत पर आओ, मुझे तुमसे कुछ बात करनी है।
राजेश उस समय पढ़ाई कर रहा था, उसे मेसेज आने की बेल सुनाई पड़ा। तो उसने चेक किया की किसने मेसेज किया है।
वह देखा की उसकी मां का मैसेज है और उसे छत पर आने को कह रही है।
वह अपने कमरे से निकलकर छत की ओर जाने लगा। जब वह छत पर पहुंचा तो सुनिता पहले से मौजूद थी।
सुनिता राजेश की ओर पीठ कर खड़ी थीं।
राजेश अपनी मां से बोला क्या बात हैं? मां।
सुनिता _मुझे तुमसे जरूरी बाते करनी है और वह चुप हो गई।
राजेश _ झिझकते,सहमते हुवे कहा,बोलो मां क्या बात है?
सुनिता _बेटे हमारे बीच कल जो कुछ भी huwa उसके बाद मैं तुमसे नजरे मिलाने लायक नहीं रही है। मै तो शेखर से भी नजरे नही मिला पा रही। जो पाप हमारे बीच huwa वह नही होना चाहिए था। मै अपवित्र हो गई। पता नही तुम मेरे बारे में क्या सोच रहे होगे।
राजेश _नही मां, आज भी तुम मेरे लिए उतनी ही पवित्र हो जितना पहले थी। मेरे मन में तुम्हारे प्रति सम्मान पहले से कम नहीं हुआ। आज भी तुम मेरे लिए पहले की तरह ही हो।
सुनिता _बेटे एक बार जब मर्यादा टूट कर पाप जन्म ले लेता है इंसान कितने भी कोशिश करले मन में कभी न कभी फिर पाप जागृत हो ही जाती है।
मै तुम्हे ये कहने के लिए बुलाई थी कि कल जो भी हमारे बीच huwa उसकी चर्चा भूल कर भी किसी से न कहना, नही तो अनर्थ हो जायेगा। येसमाज हमे जीने नही देगी।
राजेश _मां, ऐसी बातें मैं किसी से कैसे शेयर कर सकता हूं, मां क्या मै इतना न समझ हू?
सुनिता _जानती हू मेरा बेटा समझदार है फिर भी कब क्या हो जाय कुछ कहा नहीं जा सकता इसलिए तुमसे बात करना आवश्यक समझी।
हमे घर में भी सामान्य स्वीटी और शेखर के सामने सामान्य व्यवहार करना होगा। उन्हे नही लगना चाहिए की हमारे बीच कुछ huwa है।
राजेश _जी मां।
सुनिता _और एक बात का ध्यान रखना होगा, कल जो कुछ भी huwa उसे एक बुरा सपना समझ कर भूलना होगा। और पहले की तरह मेरे करीब न आना। मै नही चाहती की जो पाप हमारे बीच कल huwa उसकी पुनरावृत्ति फिर कभी हो। मुझे वचन दो की अपने मन में मेरे लिए कभी पाप नही लाओगे।
राजेश _मां मै तो हमेशा तुम्हे खुश देखना चाहता हूं। मै वादा करता हूं की मैं ऐसा कोई भी कार्य नही करूंगा जिससे तुम्हारा दिल दुखे।
सुनिता _मुझे तुमसे यही उम्मीद थी बेटे, मेरे भरोसे को बनाए रखना। हा अब तुम पढ़ाई पर ध्यान दो मै चाहती हूं की तुम पड़ लिख कर, बड़ा अफसर बनो।

, और सुनो तुम सुमन के घर २दिन और चले जाना, उसकेे बाद तुम नही जाओगे। रोज रोज जाने से लोग सवाल उठाने शुरु कर देंगे मै नही चाहती की तुम्हारे चरित्र पर लोग कोई सवाल उठाए।

राजेश _ठीक है मां।

सुनिता _रात काफी हो चुकी है अब तुम अपने कमरे मे जाकर आराम करो।
राजेश _ठीक है मां, गुड नाईट मॉम।
सुनिता _गुड नाईट बेटा।
वे दोनो छत से नीचे अपने कमरे मे सोने चले गए।
अगले दिन प्रतिदिन की तरह राजेश और स्वीटी बाइक में कालेज जा रहे थेकि रास्ते में बाइक पंचर हो गया।
स्वीटी _भइया क्या huwa, बाइक क्यू रोक दी।
राजेश _स्वीटी, लगता है बाइक पंचर है।
स्वीटी _भइया कालेज का समय हो चुका है। मै पहला पीरियड मिस करना नही चाहती।
राजेश _स्वीटी, ऐसा करो तुम आटो से कालेज चली जाओ। मै कोई ऑटो देखता हू।
वे दोनो ऑटो का इंतजार करने लगे।

तभी एक कार उनके पास से गुजरा। उस कार में बैठी थीं, निशा और उसकी सहेली सीमा।

निशा _ड्राइवर जरा कार रोकना।

सीमा _क्या huwa निशा कार क्यू रुकवा दी।

निशा _राज और उसकी बहन स्वीटी है न देखो तो।

सीमा _कार से पीछे देखने लगीऔर बोली हां राज और स्वीटी खड़ी है। पर दोनो रास्तेमें खड़े क्यू है?

निशा ड्राइवर से बोली, ड्राइवर ज़रा कार पीछे लेना।

ड्राइवर कार को पीछे ले गया जहां राजेश खड़ा था।

सीमा कार का शीशा नीचे सरका कर हैलो राज, साप लोग यहां कैसे खडे है? कालेज नही जाना क्या?

राजेश _ सीमा, हम कालेज ही जा रहे थे पर बाइक पंचर हो गया। क्या एक हेल्प करोगी? स्वीटी लो साथ लेलो।

सीमा _क्यू नही। और तुम।

राजेश _मै देखता हूं कोई आस पास पंचर बनाने वाला हो तो, मै थोडा लेट से कालेज आ जाऊंगा।

सीमा _कार का दरवाजा खोलकर बोली। आओ स्वीटी बैठो।

Switi थैंक्यू दी।

स्वीटी कार में बैठ गई।

निशा ने सीमा से कहा, राज से पूछो क्या उसे कार चलाने आता है।

सीमा _राज क्या तुम्हे कार चलाने आता है?

राजेश _हा, पर क्यू?

निशा _सीमा से बोली राज से बोलो की तुम भी आ जाओ। ड्राइवर,बाइक बनवा कर कालेज छोड़ देगा।

निशा ड्राइवर से बोली,जफर तुम देखो बाइक को क्या प्राब्लम है। बाइक ठीक करा कार कालेज ले आना।

जफर _ठीक है मैम।

जफर कार से उतर जाता है।

सीमा _राज अब इस कार को तुमको ही कालेज लेजाना है। हमारी मैम साब यही चाहती है।

राजेश ड्राइविंग सीट पर बैठ गया।

सीमा _मुझे लगता है की हम तीनो में से एक को सामने वाली सीट पर बैठनी चाहिए।

सीमा निशा के कानो में बोली, मैम साब आप बैठना चाहोगी ए मै बैठ जाऊंऔर वह मुस्कुराने लगी।

निशा _कार से उतरकर सामने वाली सीट पर आकर बैठ गई।

राजेश _कार स्टार्ट कर दिया।

दरअसल निशा कालेज की सबसे अमीर बाप की लडकी थी। वह बी काम सेकंड ईयर की छात्रा थी। वह विशाल एंड सुजाता ग्रुप के मालिक की इकलौती संतान थी। राजेश से जूनियर और स्वीटी की सीनियर थीं।

सीमा , निशा के क्लास में ही थी उनके पिता जी विशाल एंड सुजाता ग्रुप के बड़े पद पर थे।

 
Top