Nice updateसुजाता और राजेश कुछ ही समय में होटल पहुंच गए। होटल को बहुत अच्छी तरह से सजाया गया था।
वहा पर भगत और उसके दोस्त पहले से मौजूद थे, जो होटल की साज सज्जा एवम अन्य तैयारियों पे लगे हुए थे।
भगत ने सुजाता से कहा,,
भगत _मैम आपने जैसे कहा था , हमने सारी तैयारी कर रखी है। फिर भी आप देख लीजिए कोई कमी तो नहीं रह गई।
सुजाता _होटल तो बहुत अच्छी सजी है।
राजेश _अरे यार भगत लगता है तुम सुबह से ही तैयारी में लगे हुए हो ,,
भगत _भाई आपका जन्म दिन है, आपके लिए तो मैं अपना पूरा जीवन लगा दू।
सुजाता ने राजेश से कहा,,
सुजाता _राजेश, मैने तुम्हारे लिए शूट कमरे नंबर 24में रखवा दिए हैं, तुम ऊपर जाकर तैयार हो जाओ।
कुछ देर में मेहमान लोगो का आना शुरु हो जायेगा।
मैं यहां की तैयारी देखती हूं।
तुम जाओ,,
राजेश _ठीक है मैम।
राजेश ऊपर रूम 24में चला गया। यह रूम सुजाता ने परमानेंट बुक करा रखी थी। ताकि जब राजेश से मिलने की इच्छा हो मिल सके।
राजेश रूम में जानें के बाद देखा। बेड पर दो तीन शूट पड़ा हुआ है।
राजेश बेड पर लेट गया। जब से सुजाता ने राजेश को बताया था कि निशा नही आ रही पार्टी में।
उसका मन अच्छा नही लग रहा था।
उसे अपनी जन्म दिन पार्टी सेलिब्रेट करने की जरा भी इच्छा नहीं हो रहा था।
वह बालकनी पर खड़े होकर बाहर देखने लगा। और किसी सोच में डूब गया।
निशा मेरे सच्चे दोस्त की तरह हर सुख दुख में साथ रही है, फिर आज क्यू मेरे साथ नहीं। अभी तक मुझे काल भी नही की है।
कही ओ मूझसे नाराज तो नही है।
कही मूझसे कोई गलती तो नही हुई है।
वह सोचने लगा।
निशा की तबियत ठीक नहीं है, वह बीमार है और मैं यहां पार्टी सेलिब्रेट करू?
उसे आज पहली बार निशा की बहुत कमी महसूस हो रही थी।
वह बेड पर रखा एक शूट पहना फिर,
वह नीचे गया।
भगत _भाई, आप इस शूट में एकदम स्मार्ट लग रहे हो।
राजेश _भगत, मैम कहा है?
भगत _भाई, मैम तो खाने पीने की व्यवस्था देख रही है।
राजेश _भगत, तुम अपनी बाइक की चाबी दो।
भगत _भाई कही जाना है क्या?
राजेश _हां, मुझे कुछ काम है?
भगत _भाई कुछ काम हो तो मुझे बता दो, मै कर दूंगा। कुछ ही समय बाद मेहमानो का आना शुरु हो जायेगा, आपका यहां रहना जरूरी है।
राजेश _नही यार, मुझे ही जाना होगा। तुम यहां सम्हाल लेना। बोल देना की मैं ऊपर तैयार हो रहा हूं।
भगत _ठीक है भाई, पर जल्दी आ जाना।
राजेश, भगत की बाइक लेकर निकल गया ।
वह गाड़ी को स्पीड से दौड़ाया। कुछ ही देर में वह वह निशा के घर पहुंच गया। नौकरों से निशा के बारे में पूछा।
नौकरों ने बताया की वह अपने कमरे में है।
राजेश ऊपर निशा के कमरे कीओर चला गया।
वह दरवाज़ा को थोड़ा धकेला, निशा बेड पे लेटी किसी विचारों में डूबी हुई थी।
राजेश ने निशा को आवाज लगाया ।
निशा,,,
निशा का अपने विचारो से बाहर आई।
वह दरवाजे की ओर देखा।
दरवाजे पर राजेश खड़ा था।
निशा ने अपने आंसुओं को पोछा, फिर बेड में उठकर बैठ गई।
निशा _राजेश तुम यहां, तुम यहां क्या कर रहे हो। तुम्हे तो इस समय पार्टी में होना चाहिए। मेहमान तुम्हे पूछ रहे होंगे।
राजेश, निशा के पास आया और बेड पर बैठ गया।
राजेश _निशा, सुजाता मैम ने बताया की तुम्हारी तबियत ठीक नहीं,तुम पार्टी में नही आ रही हो इसलिए मै तुमसे मिलने चला आया।
तुम्हारी तबियत कैसी है?
निशा _थोडा सिर में दर्द है,,
पर तुम फोन पर भी पूछ सकते थे, पार्टी छोड़कर यहां आने की क्या आवश्यकता थी।
राजेश _पता नही, निशा पर तुम्हारे पार्टी में न आने की खबर जब से सुना, मुझे अच्छा नही लग रहा था।
तुम यहां बीमार पड़ी हो और मैं वहां अपना बर्थ डे पार्टी सेलिब्रेट करू। मेरा दिल नही माना।
निशा _राज, मै ठीक हूं, तुम जाओ वहां पार्टी में लोग तुम्हारा तुम्हरा इंतजार कर रहे होंगे।
राजेश _नही, निशा तुम भी चलो मेरे साथ। मुझे तुम्हारे बिना बिल्कुल अच्छा नही लगेगा।
निशा _राज, जिद न करो, मेरी तरफ से तुमको जन्म दिन की ढेरसारी शुभकामनाएं । मै क्या गिफ्ट दू तुम्हे मुझे कुछ समझ नहीं आया। इसलिये मैने सीमा के हाथों कुछ भिजवाई भी नहीं।
राजेश _निशा जी आप मेरे साथ चलो यही मेरे लिए सबसे बडा गिफ्ट होगा।
निशा _राज, मुझे माफ कर दो प्लीज, मै नही आ सकती। अब तुम जाओ, सब पूछ रहे होंगे तुम्हे।
राजेश _ठीक है निशा जी, मैं जा रहा हूं, पर अगर हमारी दोस्ती सच्ची होगी तो तुम जरूर आवोगी।
राजेश, वहा से होटल के लिए निकल गया।
रास्ते में जब वह आ रहा था। तब ट्रैफिक पर रुकना पड़ा। तभी प्रिया की नजर उस पर पड़ी।
दरअसल प्रिया, संजय, और पिंकी कार से होटल जा रहे थे। राजेश की पार्टी में।
प्रिया ने राजेश को आवाज लगाई।
राजेश,,
राजेश ने प्रिया की ओर देखा।
राजेश _दी, आप लोग कहा जा रहे?
प्रिया _पहले ये बता आज तेरी बर्थ डे पार्टी है और तुम बाइक में कहा भटक रहे हो।
प्रिया _ऐसा क्या काम आ गया जो अपनी पार्टी छोड़कर जाना पड़ा। हम लोग तो तुम्हारे पार्टी में ही शमिल होने जा रहे थे, पर तुम इधर ,,
राजेश _दी बात में बताऊंगा, अभी होटल में मिलते हैं।
प्रिया _ओके, बाई।
राजेश कुछ देर में ही होटल पहुंच गया। उसके जाते ही।
सुजाता _राजेश, तुम कहा चले गए थे। मेहमान लोग तुम्हारे बारे में पूछ रहे हैं।
राजेश _मैम मै कुछ काम से गया था।
सुजाता _ऐसा क्या काम आ गया था, भगत को बोल देता, वह कर देता।
तभी राजेश के कालेज के दोस्तो ने घेर लिया।
दोस्तो ने कहा _अरे यार राजेश हम कब से तुम्हारा वेट कर रहे थे। हमे पार्टी में बुलाकर,कहा रह गए थे?
राजेश _सॉरी दोस्तो कुछ काम से गया था।
सभी दोस्तो ने राजेश को जन्म दिन की शुभकामनाएं दिया।
सीमा भी पहुंच गई।
सीमा _राज जन्म दिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं।
राजेश _, थैंक्स, सीमा जी।
सीमा _सॉरी राज निशा की तबियत ठीक नहीं है वह नही आ सकी। वह भी तुम्हे शुभकामनाएं संदेश भेजी है।
राजेश _सीमा जी ये आप क्या कह रही हो? निशा जी आयेगी?
सीमा _नही राजेश वह नही आयेगी, उसने खुद ही मूझसे ये बात कहीं है?
राजेश _सीमा जी, मैने कहा न निशा जी आयेगी।
सीमा _ये बात तुम इतने विश्वास के साथ क्यू कह सकते हो?
राजेश _क्यू की मेरा दिल कह रहा है की वह आयेगी।
तभी मंच पर राजेश को बधाई देने,रीता पहुंची।
रीता _जन्म दिन की ढेर सारी शुभकामनाएं राजेश।
राजेश _ओह थैंक यू रीता मैम।
रीता _राजेश इस शूट में बड़े स्मार्ट लग रहे हो।
राजेश _थैंक यू ।
राजेश अपना हाथ आगे करो।
राजेश ने हाथ आगे किया।
रीता _मेरे तरफ से ये घड़ी जो मैने विदेश से मंगाया है करोड़ों की है।
रीता ने अपनी हाथों से घड़ी पहनाया।
राजेश _मैम, इतनी महंगी गिफ्ट देने की क्या आवश्यकता थी।
रीता _राजेश मैने पहलेभी तुम्हे कुछ देना चाही थी पर तुमने ठुकरा दिया। आज मौका मिला है कुछ भेट करने का आज तुम मना नही कर सकते।
सुजाता _क्या बात है? बडी महंगी गिफ्ट दिया है,राजेश को मुझे तुम्हारा इरादा कुछ ठीक नहीं लग रहा।
रीता _इरादा तो मुझे तुम्हारा ठीक नही लग रही है। कितनी सजी संवरी है सभी लौंडे तुम्हे ही देख रहे हैं, और तुम राजेश के आगे पीछे मंडरा रही हो।
सुजाता _वैसे तू भी बहुत हॉट लग रही हो। लगता है किसी पर बिजली गिराना चाहती हो।
रीता _हाय, काश तुम्हारी बाते सच हो जाय।
आखिर हमें भी तो पता चले कि हममें भी कुछ कशिश बाकी है कि नही।
सुजाता _हाय, किसी लौंडे को इशारा करके तो देखो भागा भागा चला आएगा।
रीता _चल झूठी कही की।
रीता ने अपने मन में कहा,,
जिसको मैं अपना बनाना चाहती हूं वो तो घास नहीं डाल रहा।
उसके बाद होटल में बाबा चरमानंद और उसके शिष्य लोग, भीम और उसके दोस्त प्रवेश किए।
सभी लोग बाबा को प्रणाम करने लगें क्यू की बाबा ने अब तक बहुत अधिक प्रसिद्धि प्राप्त कर ली थी।
शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति पार्टी रूम में रह होगा जो बाबा को न जानता, और मानता हो।
पार्टी में देखकर सभी लोग आश्चर्य व्यक्त कर रहे थे।
लोगो ने बाबा का आशीर्वाद लेकर पूछा _बाबा आप यहां ।
बाबा _राजेश हमारा प्रिय शिष्य है। उसके जन्म दिन पर आशीर्वाद देने, आना ही था।
राजेश, बाबा के पास आकार उसका पैर छू कर प्रणाम किया।
बाबा _जीते रहो राजेश। जीवन में सफलता की ऊंचाइयां प्राप्त हो। मेरा आशिर्वाद सदा तुम्हारे साथ रहेगा।
उसके बाद उनके शिष्यों, भीमा और उसके साथियों ने बधाई दिया।
भीमा _जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई भाई।
राजेश _धन्यवाद भीमा। और कैसे हो भीम। आश्रम का काम कैसा चल रहा है?
भीमा _सब अच्छा चल रहा है,बस आप ही की कृपा है भैया।
इसके बाद मंच पर सुमन और सौरभ पहुंचे।
राजेश _मैम आप, ऐसी हालत में आने की क्या आवश्यकता थी।
सुमन 6माह की प्रेगनेंट थी।
सुमन _राजेश, जब मैने सुना की तुम्हारा जन्म दिन है तो खुद को आने से रोक न सकी।
सुमन और सौरभ दोनो ने राजेश को जन्म दिन की शुभकामनाएं दिए।
रीता की नजर सुमन पर पड़ी।
रीता अपने मन में _ओहो, तो वे है सुमन, केमेस्ट्री टीचर,जो राजेश को अपने जाल में फांस रखी है। लगता है इसके पेट का बच्चा भी राजेश का ही है कब से मिलना चाहती थी।
वह सुमन के पास गई।
रीता _हेलो सुमन जी।
सुमन _नमस्ते रीता जी।
रीता _, आप मुझे जानती है।
सुमन _, जी आपको कौन नही जानता। यहां की नंबर वन उद्योगपति महिला।
रीता _ओह क्यू शर्मिंदा कर रही हो,
नंबर वन तो वहां खड़ी है जिसने राजेश के लिए पार्टी रखी है।
सुमन _फिर हाल अभी तो आप नंबर वन पर है।
रीता _खैर इन बातों को छोड़िए, ये बताइए हमे खुशखबरी कब सुना रही हो।
सुमन _अभी तो ढाई माह का समय है।
रीता _ओह, जब बच्चे की जन्म की पार्टी हो तो हमे जरूर बुलाइए गा।
सुमन _जी जरूर।
राजेश की आंखे निशा की आने का इंतजार कर रही थी।
उसका दिल कह रहा था कि निशा जरूर आएगी।
राजेश के बधाई देने कौशल्या देवी, भीमा की मां मालती और अन्य स्त्री भी राजेश को जन्म दिन की बधाई देने पहुंची।
कालेज का चौकीदार और उसकी बीवी भी राजेश को बधाई दिया।
राजेश ने भगत से कहां _अबे तुमने तो किसी को नही छोड़ा सबको बुला लाया।
भगत _भाई मैने तो इन लोगो को आपके जन्म दिन की जानकारी दिया था। येसभी लोग खुशी से उत्साहित होकर यहां आए हैं।
तभी राजेश की मां सुनिता और उसके पापा शेखर और स्वीटी भी पहुंच गई।
राजेश ने अपनी मां और पापा के पैर छू कर आशीर्वाद लिया।
सुनिता और शेखर ने राजेश को जन्म दिन की शुभकामनाएं दिया।
स्वीटी _जन्म दिन मुबारखो भैया।
राजेश _, ओह थैंक यू, मेरे प्यारी बेबी।
रीता _हेलो, सुनिता जी।
सुनिता _नमस्ते रीता जी।
रीता _आप मुझे पहचानती है।
जी समाचार और टीवी में तो आप और आपकी कंपनी की खबर चलती रहती है।
कौन नही पहचानेगा आपको।
रीता _ओह थैंक।
सुनिता ने मन ही मन रीता को गाली दी,kutiya कही की तुम्हारे कारण ही तो मेरे बेटे ने कालेज के लोकल टूर्नामेंट में भाग नही लिया।
कालेज के प्रोफेसर और कमेटी के लोग भी राजेश को बधाई दिए।
प्रिया और संजय ने भी मंच पर जाकर राजेश को बधाई दिया ।
संजय _अरे साले साहब जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई।
राजेश _ओह थैंक क्यू जीजू।
प्रिया_मेरे गोलू भाईकी जन्म दिन कीढेर सारीशुभकामनाएं ।
राजेश_ थैंक यू दी।
पिंकी _जन्म दिन मुबारखो मामू।
राजेश _ओह मेरी प्यारी भांजी थैंक यू।
प्रिया _राजेश मै कब से देख रही हूं तुम्हारी आंखे कब से किसी को ढूंढ रही है?
बोलो तुम निशा का इंतजार कर रहे हो न।
राजेश _हा दी, सभी आ गए पर निशा नही आई,पता नही वो आयेगी भी कि नही।
प्रिया _तुम्हरा दिल क्या कहता है?
राजेश _मेरा दिल कह रहा है कि वह जरूर आएगी।
सुजाता _राजेश सभी मेहमान आ चुके है अब केक कांटो।
राजेश _मैम थोड़ी देर और रुकते हैं।
रीता _क्यू राजेश कोई ओर आने वाला है क्या?
प्रिया _थोडा और रुक जाओ,हो सकता है कोई आ जाए।
थोड़ी देर और इंतजार करने के बाद राजेश निराश हो गया।
सुजाता_राजेश अब कोई नही आयेगा, केक कांटो।
राजेश केक काटने ही वाला था कि,,
प्रिया _राजेश, उधर देखो।
राजेश ने सामने देखा। निशा आ रही थी।
राजेश के आंखो में खुशी के आंसू भर गए।
सुजाता_अरे निशा बेटा तुम्हारी तबीयत तो ठीक नही थी। फिर तुम कैसे सा गई?
निशा _ओ मॉम, तबीयत ठीक लगी तो आ गई सोचा जाऊंगी तो राजेश को अच्छा लगेगा।
सुजाता _ओह, अच्छा की मेरी प्यारी बेटी।
जाओ राजेश को बधाई दो।
निशा _जन्म दिन मुबारखो राज,,
राजेश _थैंक क्यू निशा ज? यहां आने के लिए !
राजेश ने केक काटा और सबसे पहले निशा को खिलाया, यह टुकड़ा मेरी प्यारी दोस्त के लिए।
सीमा _निशा को देखकर बहुत खुश हुई। वह उसे गले से लगा ली।
इधर राजेश ने निशा के बाद सुजाता को केक खिलाया रीता ने तो जबरदस्ती राजेश के हाथ से केक छीनकर खा ली।
केक काटने के बाद, नाचने गाने का प्रोग्राम शुरु huwa ।
राजेश के कालेज के स्टूडेंट्स नाचने गाने लगे।
प्रिया ने निशा से कहा,,
प्रिया _निशा, मै Rajesh की दीदी हूं।
मैं तुमसे कब से मिलना चाहती थी।
निशा ने प्रिया की पैर छू ली।
प्रिया _सदा खुश रहो। तुम कितनी सुंदर हो।
पता है जाब तुम यहां नही आई थीं तो राजेश की आंखे हर पल तुम्हे ही खोज रह था। क्यू राजेश?
राजेश और निशा एक दूसरे की आंखो में देखने लगे।
तभी भगत ने अलाउंस किया।
यहां पर उपस्थित लेडीज एंड जेंटल मेन हम सब राजेश से अनुरोध करते है कि अपने जन्म दिन पर हमे कोई गीत सुनाकर इस पार्टी को यादगार बनाए।
सभी लोग राजेश राजेश चिल्लाने लगे।
राजेश ने गिटार बजाना शुरू किया।
ये हमने सोच रखा था, मोहब्बत न करेंगे हम,
किसी को फील नही देंगे, किसी पे न मरेंगे हम
तुम्हारी मस्त आंखो ने ये कैसा हाल कर डाला
की ये दिल चीज क्या है, मांग लो तो जान दे देंगे।
पलट के इस्क की गलियों से जाना है बडी मुस्किल
दिल गलती कर बैठा है, गलती कर बैठा है दिल
दिल गलती कर बैठा है गलती कर बैठा है दिल
दिल गलती कर बैठा अब बोल हमारा क्या होगा?
बोल हमारा, बोल hamara क्या होगा?
Aakhir Nisha aa hi gayi Rajesh ke birthday par
Kya Rajesh ko Nisha se pyar ho gaya hai ya nahi
Kya Nisha batayegi Rajesh ko apne pyar k bare me
Dekhte hai
Keep going