होटल के कमरे में राजेश और सुजाता ने करीब एक घंटे तक समय बिताया।
सुजाता की खुबसूरत जिस्म को देखकर राजेश भी उत्तेजित हो गया। उसका land अकड़ गया। रही सही कसर सुजाता की ओंठो ने पूरा कर दिया। जिससे राजेश का land नाग की तरह फंफनाने लगा।
राजेश के जीभ की कमाल से सुजाता की बुर झरने की तरह पानी बहाने लगी।
राजेश ने सुजाता की जमकर chut बजाया। पूरे समय कमरे में सुजाता की मादक सिसकारी गूंजता रहा,,
उई मां,,, आह,, उन,,, आई,,,,
आह,,, ओह मां ,,, मर गई रि,,, आह,, अन उन ई,,,
आई,,, उह,,
राजेश काम की पूरे 64कलाओं का प्रयोग कर। सुजाता को संभोग सुख प्रदान किया।
सुजाता राजेश की बाहों में जन्नत की सैर कर रही थी। उसे राजेश ने संभोग का ऐसा परम सुख प्रदान किया जिसकी कल्पना तक उसने नही की थी।
इधर राजेश भी सुजाता की खुबसूरत जिस्म पाकर बहुत उत्तेजित होकर पूरे जोश के साथ दनादन बुर की chudai करता रहा।
राजेश को सुजाता की chudai करने में परम आनंद मिल रहा था।
इस एक घण्टे की chudai में राजेश ने सुजाता को तीन बार झाड़ा और अंत में,,, आह, आह मां उन,,
आह करके कराहते हुवे सुजाता के बुर में अपना बीज छोड़ दिया।
दोनो बुरी तरह से थक चुके थे।
सुजाता, राजेश की बाहों में अपना सिर रख कर लेट गई।
सुजाता _राजेश तुम खुश तो हो न।
राजेश _मैम ये भी कोई पूछने की बात है। मैं बडा किस्मत वाला हुं ,जो आपका प्यार मिला।
सुजाता _राजेश सन्डे को मैंने यह होटल बुक कर दी है।
राजेश _क्यू मैम? कोई खास वजह?
सुजाता _तुम्हारा बर्थ डे पार्टी के लिए।
राजेश _मैम आपको कैसा पता चला की सन्डे को मेरा बर्थ डे है।
सुजाता _तुम्हारी मां जब घर आई थी तो बातो ही बातो में मैंने पूछ ली थी।
राजेश _मैम इतने बड़े फाइव स्टार होटल में पार्टी देने की क्या आवश्यकता है?
सुनिता _तुम मेरे लिए खास हो, मेरा फर्ज है तुम्हारे जन्म दिन को खास बनाना।
तुम्हारे कालेज के सभी दोस्तों और रिश्तेदारों को इनवाइट करूंगी।
राजेश _ओह मैम तुम्हे मेरा इतना ख्याल है।
सुजाता _ओह राजेश तुम मुझे अकेले में मैम न कहा करो प्लीज।
सुजाता कहो।
मुझे अच्छा लगेगा।
राजेश _मैम पता नही मुझे क्यू आपका नाम लेना अछा नही लगता।
कुछ देर आराम करने के बाद दोनों अपने कपडे पहने।
सुजाता पहले होटल से बाहर गई। राजेश, सुजाता के जानें के कुछ देर बाद होटल के कमरे से बाहर निकला।
सुजाता ने भगत को काल किया और बताया की उसने राजेश के जन्म दिन पर पार्टी रखी है।
जिसमे राजेश के सारे मित्रो एवम रिस्तेदारो को आमन्त्रित करने की जिम्मेदारी तुम्हारी है।
भगत _मैम ये तो बडी खुशी की बात है, राजेश भाई का बर्थ डे में धूम मचाएंगे।
आप निश्चिंत रहिए। मै सबको आमंत्रित कर दूंगा।
भगत , कालेज के सभी दोस्तों एवम रिस्तेदारो को राजेश के बर्थ डे पार्टी का निमंत्रण पत्र बांटने में जुट गया।
सीमा को कालेज में इस बारे में पता चला,,
सीमा _निशा, कल राजेश का बर्थ डे है और आंटी ने होटल में राजेश का बर्थ डे पार्टी रखी है। जिसमे सभी को आमन्त्रित किया जा रहा है। इस बात से तो साबित होता ही है कि आंटी राजेश को चाहती है।
तुमने क्या सोचा है।
निशा _मेरा तो पार्टी में जाने का मन नहीं कर रहा।
सीमा _राजेश हमारा दोस्त हैं। अगर हम नही जाएंगे तो उन्हे बुरा लगेगा।
निशा _मै बहाना बना दूंगी की मेरी तबियत कुछ ठीक नहीं। तुम चली जाना।
सीमा _न, मै अकेली नहीं जाऊंगी।
निशा _सीमा तुम भी नही जावोगी, तो राजेश से मिलने पर क्या जवाब देंगे।
सीमा _अब कल सोचेंगे क्या करना है?
राजेश जब कालेज से घर पहुंचा।
सुनिता _राजेश जरा इधर आना।
राजेश _बोलो मां क्या है?
सुनिता _ये मै कया सुन रही हुं? स्वीटी बता रही थीकि
सुजाता ने कल तुम्हारे लिए फाइव स्टार होटल में पार्टी रखी है।
राजेश _हां मां, मैने मैम को मना किया था पर वह नही मानी, बोल रही थी की हमारे लिए इतना किया है तो हमारा भी कुछ फर्ज बनता है।
आप सभी को पार्टी में आने को कहा है।
सुनिता _पता नही बेटा पर मुझे ये सब कुछ अच्छा नही लग रहा है।
जब रीता को पता चला कि सुजाता ने राजेश के लिए पार्टी रखी है उसने सुजाता को काल की।
रीता _हाई सुजी,,, कैसी है?
सुजाता _हाई रीता, मै तो ठीक हूं तुम सुनाओ कैसे याद की।
रीता _क्या मै अपने सहेली से बात भी नहीं कर सकती।
सुजाता _कर सकती हो बाबा कभी भी।
रीता _तुम्हारी कंपनी पर आई विपत्ति तो टल चुकी हैऔर तुम्हारी कंपनी फिर से उचाइयो को छुने के लिए अग्रसर है, इसके लिए बहुत बहुत बधाई।
सुजाता _ओह, थैंक यू रीता।
रीता _सुना है राजेश के लिए तुमने बर्थ डे पार्टी ऑर्गेनाइज की है।
सुजाता _अब राजेश ने हमारी कंपनी के लिए इतना किया तो हमारा भी कुछ फर्ज बनता है। इसलिए मैंने उसकी बर्थ डे पार्टी को सेलिब्रेट करने के बारे में सोंचा।
रीता _ये तुमने अच्छा की।
पर यार हमे नही बुलाओगी पार्टी में।
सुजाता _अरे एक ही तो मेरी सहेली हो, कैसे भूलूंगी मैं। तुम भी आमंत्रित हो पार्टी में।
रीता _ओह थैंक्स, सुजी।
वैसे क्या गिफ्ट दे रही हो राज को उसके जन्म दिन पर।
सुजाता _इसके बारे में तो कुछ सोचा ही नहीं।
रीता _भई आपका गिफ्ट तो कुछ स्पेशल हो होगा।
जो राजेश के लिए सरप्राईज होगा।
सुजाता हसने लगी।
सुजाता _नही, ऐसा कुछ नहीं है।
रीता _चलो कल पता लगा लग ही जायेगाकि तुमने राजेश को क्या गिफ्ट दिया है?
आख़िर संडे की शाम आ ही गया।
सुजाता ने निशा से कहा,,
बेटा जल्दी तैयार हो जाओ हमे राजेश की पार्टी में चलना है
निशा _मॉम मेरी तबियत कुछ ठीक नहीं मै आराम करूंगी। आप जाइए।
सुजाता _बेटा राजेश तुम्हारा दोस्त हैं अगर तु नही जाएगी तो उसे बुरा लगेगा।
निशा _मॉम आप राजेश से कह देना न कि मेरी तबियत ठीक नहीं वैसे भी मेरे नही जानें से राजेश को कोई फर्क नहीं पड़ेगा ,मॉम।
सुजाता _ठीक है बेटा अपना ख्याल रखना।
निशा _ओके मॉम।
सुजाता ने भगत को काल किया,,
सुजाता _भगत सारी तैयारी हो चुकी है न।
भगत _जी मैम, आप आ जाइए।
सुजाता _बस अब मै निकल ही रही हूं।
आज सुजाता किसी स्वर्ग की अप्सरा की तरह लग रही थी।
उसने राजेश को काल किया।
सुजाता _राजेश, तुम रेडी हो गए।
राजेश _हा, मैम बस तैयार होने वाला हुं।
सुजाता _ओके, मै तुम्हे लेने आ रही हूं हम साथ ही निकलेंगे।
राजेश _मैम मै अपनी बाइक से आ जाऊंगी।
सुजाता _अरे नही, हम साथ ही निकलेंगे।
और सुनो मैने तुम्हारे लिए कुछ शूट पसंद किए है वो पहनना।
राजेश _ओह मैम मेरे पास कपडे है।
सुजाता _राजेश मेरे खुशी के लिए इतना नही कर सकते।
राजेश _ठीक है मैम।
सुजाता , कुछ ही समय में राजेश के घर पहुंच गई।
सुनिता ने दरवाजा खोला।
सुनिता _सुजाता जी आप।
सुजाता _मै पार्टी के लिए होटल निकल रही थी, तो सोचा राजेश को साथ ले लू। आख़िर पार्टी तो उन्ही का है।
सुनिता _आइए बैठिए न।
सुजाता _दी ज्यादा समय नहीं है अपने पास कुछ ही देर में मेहमान पहुंचने लगेंगे।
सुनिता _सुजाता जी इतनी सब करने की क्या आवश्यकता थी।
सुजाता _दी,राजेश ने हमारे लिए इतना किया है तो क्या उसके लिए मैं एक पार्टी अरेंज नही कर सकती।
कहा है राजेश।
सुनीता_वह अपने कमरे में है। अभी बुलाती हूं।
कुछ ही देर में राजेश आ गया।
सुजाता _चलो राजेश हम लेट हो रहे हैं।
राजेश _मां, आप लोग जल्दी आ जाना हम निकल रहे हैं।
सुनिता _ठीक है बेटा, तुम्हारे पापा के आते ही हम लोग भी पहुंच रहे हैं।
सुजाता और राजेश निकल पड़े।
रास्ते में,,
राजेश _मैम, आज तो आप कमाल की लग रही हो।
सुजाता _ओह सच में,,
राजेश _रियली
मैम निशा कहा है?
सुजाता _मैने उनसे कहा चलने के लिए, पर उसकी तबियत कुछ ठीक नही है, वह नही आ पाएगी।
राजेश _क्या?
राजेश को कुछ अच्छा न लगा,,
इधर निशा अपने कमरे में बेड पर लेट कर राजेश की फ़ोटो को देखते हुए,,
उसकी आंखो से आंसू बहने लगे,,
निशा _सॉरी जान मै आज तुम्हारे खास दिन पर तुम्हारे पास नही हूं। मुझे माफ कर दो। जन्म दिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं।
उसकी आंखो से आंसू बहने लगे।
वह घर में रखी पियानो बजाने लगी,,,
फिर गाने लगी,,,
ओ साथी रे, तेरे बिना भी क्या जीना,
तेरे बिना भी क्या जीना।
फूलो में कलियों में, सपनो की गलियों में
तेरे बिना कुछ कही न
तेरे बिना भी क्या जीना,,
जानें कैसे अनजाने ही, आन बसा कोई प्यासे मन में
अपना सब कुछ खो बैठे है, पागल मन के पागलपन में
दिल के अफसाने,,,
दिल के अफसाने, मै जानू तू जानें और ये जानेकोई न
तेरे बिना भी क्या जीना ,,
ओ साथी रे,,
हर धड़कन में प्यास है तेरी, सांसों में तेरी खुशबू है
इस धरती से उस अंबर तक मेरी नजर में तू ही तू है
प्यार ये टूटे न,, तू मूझसे रूठे न साथ ये छूटे कभी न
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे,,
तुझ बिन जोगन मेरी राते, तुझ बिन मेरे दिन बंजारन
मेरा जीवन जलती बूंदे, बुझे बुझे मेरे सपने सारे
तेरे बिना मेरी, तेरे बिना मेरी, ये जिंदगी जिंदगी न
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे,
तेरे बिना भी क्या जीना,,,