तो इधर सृती अपनी कार फास्ट चलाते अपनी क्लीनीककी ओर जा रहीथी.. उसे अब अपने कीयेपे बहुत पछतावा हो रहाथा.. वो सोचने लगी.. जब लखन उनको लेने आया तब उसे लखनके साथ की हुइ मस्ती याद आने लगी.. उसे पुनमकी कही अेक अेक बात याद आ रही थी.. पुनमने उसे आगाह भी कीया था.. की लखन लेने आये तो चली जाना.. वरना मस्तीया करते लेनेके देने ना पड जाये..
ओर वो चालु कारसे अपने फोनपे पुनमको फोन करने लगी.. उनका ध्यान फोनमे होनेकी वजहसे नही रहा.. ओर अचानक अेक ओरत अपने बच्चेको लेकर थोडी बीचमे आगइ.. जैसे ही सृतीका ध्यान उधर गया वो जोरोसे चीला उठी ओर अपना स्टेरींग जटसे घुमाते रोडसे उतर गइ.. वो अपनी कारको ब्रेक मारते कंट्रोल करती उनसे पहेले ही उनकी कार अेक साइडमे बंध पडे ट्रकसे टकरा गइ..
ओर ध..डा..म..करते जोरसे आवाज आइ.. तो लोग कारकी ओर दोडने लगे.. कारका अगला सीसा टुट गया था.. ओर लोगोने बडी मुस्कीलसे सृतीको बहार नीकाला.. सृती अेक दम गभराते कांप रही थी.. तभी उसे अपने सरपे कुछ गरम महेसुस हुआ.. वो सरपे हाथ सगाकर देखने लगी.. तो सरसे खुन नीकल रहा था.. तभी उसने दुसरा हाथ उठाया तो हाथमे बहुत दर्द करने लगा..
कीसीने पुलीसको फोन कीया तो कीसीने अेम्युलन्सको फोन करदीया.. तभी अेक आदमी कारसे उनका पर्स ओर मोबाइल लेकर सृतीके पास आने लगा.. ओर उसे कुछ याद आया तो मोबाइलपे लास्ट कीये हुअे कोलको लगा दीया.. तो वो कोइ पुनमका था.. ओर उसने पुनमसे बात करली.. तो पुनमने तुरंत लखनको कोल करदीया.. लखन पुनमका फोन देखते ही मुस्कुराते रुमसे बहार नीकल गया..
उसे लगाकी पुनमने उसे चंदा भाभीकी खबर पुछनेके लीये फोन कीया होगा.. तो कुछ प्यारकी बाते भी होजायेगी.. उसने रुमसे बहार नीकलते ही फोन उठालीया.. तो पुनमने लखनको सृतीके अेक्सीडन्टके बारेमे सब जानकारीया देदी.. ओर उसे फौरन वहा जानेको कहा.. लखन सुनते ही थोडा गभरा गया.. फीर बीना कुछ सोचे समजे कीसीको कहे बगैर अपनी बाइक लेकर वहासे नीकल गया..
लखन सृतीकी क्लीनीककी ओर जाने लगा.. बीच रास्ते उसे अेक जगाहपे लोगोकी भीड दीख गइ.. ओर लखन वही पहोंच गया.. तो लोग सृतीको अेम्ब्युलन्समे सीफ्ट कर रहे थे.. सृती दर्दके मारे अेक पैर पकडकर चीला रही थी.. तो लखन फौरन सृतीके पास आया ओर उसे देखने लगा.. सृतीकी हालत देखते ही लखनकी आंखसे आंसु नीकल गये.. तभी सृतीने लखनको आंसु बहाते देखलीया.. उनको लखनको देखकर थोडी तसली मीली..
सृती : (गभराते रोते) लखन भैया..
लेडीस : (बच्चेके साथ अेम्बुलन्समे बेठते) मेडम गभराइअे नही मे आपके साथ चलती हु..
लखन : जोरोसे दीदी.. मे भी पीछे पीछे आ रहा हु.. गभराना नही..
फीर वोही लेडीस अपने बच्चेको लेकर सृतीके साथ बैठ गइ.. ओर लखन सृतीको उनके पीछे आ रहा हे कहेते अेम्ब्युलंन्सके पीछे चलने लगा.. अेम्ब्युलंन्स सीधी सरकारी होस्पीटलपे पहोंच गइ.. वहा इमरजन्सीमे सृतीकी ट्रीटमेन्ट सुरु होगइ.. उनके सरपे मलम पटी लगादी.. फीर सृतीको ओर जगाहपे भी चेक करलीया.. फीर सृतीको वहासे ओर्थोपेडीक वोर्डमे सीफ्ट करदीया..
तबतक वो लेडीस अपने बच्चेको लेकर सृती लखनके साथ साथ घुमती रही.. वो बार बार लखनकी ओर देखते गभरा रही थी.. लखनने वहा भी अेक स्पेसीयल रुम रख लीया.. तो वहाके डोक्टर ओर नर्स इनको पैसे वाले समजकर अच्छेसे ट्रीटमेन्ट देने लगे.. फीर वहा सृतीके हाथ ओर पैरका अेक्सरे नीकाला तब पता चला सृतीके पैरमे ओर हाथमे माइनोर फेक्चर हुआ हे..
हाथ मे तो बहुत नही था.. लेकीन पैरमे थोडा ज्यादा फेक्चर हुआ था.. सृतीके पैरमे प्लास्टर लगा दीया.. ओर हाथमे भी कोनीकी जगाह थोडा प्लास्टर लगा दीया.. जो सृतीका हाथ पटी बांधर गलेमे लटका दीया.. फीर सृतीको छे घंटेके लीये वहा रुकनेको कहा.. तभी वो लेडीस अपने बच्चेको लेकर आइ.. ओर सृतीका धन्यवाद करते उनकी माफी मांगने लगी.. तो दो पोलीस वाले भी वहा आगये..
फीर वो लेडीसने सारा वक्या सुनाया की सृतीने उनके बच्चेकी जान बचाइ हे जो उनकी नजर चुकाके रोडपे चला गया था.. क्युकी गलकी उनके बच्चेकी थी.. जो उसे सम्हालनेके चकरमे वोभी बीच रास्तेपे आगइ थी.. ओर सृतीने उनकी जान बचाइ.. तो सृतीने उसे माफ करदीया.. पुलीस वाले भी सृतीका जवाब लीखकर वहासे चले गये.. फीर सृतीने वो लेडीसको भी जानेके लीये केह दीया.. अब रुममे सीर्फ सृती ओर लखन ही थे.. तभी लखनके फोनकी रींग बजने लगी..