- 19,015
- 39,017
- 259
मनीष कोई ऐसी हस्ती नहीं है कि कोई उसको काटने की कोशिश करे। लिहाज़ा, वो एक मोहरा मात्र ही लग रहा है -- शायद रजत मित्तल की लेने के लिए किसी ने यह चाल चली है। सबसे अधिक लाभ किसको मिलेगा मनीष के जाने का? रजत की बेटी प्रिया को! लेकिन रजत मित्तल के नाम के मिटने का सबसे बड़ा लाभ मिलेगा महेश मित्तल और श्रेयन मित्तल को।
या फिर ऐसा भी हो सकता है कि कोई मित्तल ग्रुप (LN Group) का ही दुश्मन हो? क्योंकि अगर बैंक वॉल्ट वाला प्रोजेक्ट चौपट होता है - जो कि यहाँ दिख रहा है कि पूरी साज़िश वही है, तो किसी बाहरी दुश्मन को ही लाभ मिलेगा। LN Group तो यह सदमा झेल ही नहीं सकेगा।
अब आते हैं कहानी पर -- मनीष का व्यवहार ऐसा है जैसे की वो कोई किशोरवय व्यक्ति हो।
यही तो पूरी मुसीबत है उसकी, पहली नजर का प्यार।पहले तो नाड़े का ढीला व्यवहार दिखाया नेहा वर्मा को ले कर, और अब पूरी तरह से बचकाना व्यवहार दिखा रहा है। जब पुलिस में मित्र हों, तो उनका लाभ लेना चाहिए - अन्यथा मित्रों का क्या औचित्य? किस बात की असुरक्षा भावना है उसमें? अगर सभी उसको चाहते हैं, तो उसकी बात की सच्चाई पर भी यकीन करेंगे ही। यह सब छुपा कर वो केवल मुसीबतों को बढ़ा ही रहा है।
अब तक की सभी बातें देखें, तो नेहा का किरदार संदिग्ध तो है। मित्तल साहब के मित्र की बेटी है वो - लेकिन वो मित्र LN Group के शत्रुओं के मित्र भी हो सकते हैं; वो स्वयं भी हो सकती है। ध्यान रहे, मनीष को उसके साथ होने में कोई ख़ास मशक्क़त नहीं करनी पड़ी।
सारी बातें सही पर क्या करिएगा मनीष है ही ऐसा।पुनः, कार में पिस्तौल है - यह जानकारी केवल नेहा ही संजीव एंड को. को दे सकती थी। उन दोनों की अंतरंग तस्वीरें कोई और नहीं रिकॉर्ड कर सकता। नेहा की हर बात झूठ है। हर बात बहाना है।
संजीव मरा भी है या ये सब उसको चूतिया बनाने के लिए स्वाँग रचा गया है? मनीष हर बार यह दिखा चुका है कि वो बेहद औसत व्यावहारिक बुद्धि वाला आदमी है। उसको चूतिया बनाना आसान है।
लीपापोती कर रहे होमनीष अपनी ओर से जितना हो वो कर ही रहा है, उस घर के चक्कर लगाना जहां से नेहा किडनैप हुई।
वैसे भी उसे पता है कि उसपर नजर रखी जा रही है, तो ऐसे में पुलिस से किसी भी तरह से मदद लेना नेहा को नुकसान न पहुंचा दे। बस इसी डर से वो समर को मदद नहीं ले रहा है।
रिव्यू के लिए धन्यवाद रेखा जी
भोंदू नहीं होता तो कहानी कैसे बनती आखिर?लीपापोती कर रहे हो
मनीष के भौंदूपन को छुपाने की कोशिश
Kul mila kar sakar ka Sona churana hai hero ke trugh heroine ke pyar me pagal hero kuch bhi karega kahi na kahi mujhe mittal par hi doubt haiचलो एक बार फिर से, लेखक बन जाएं....
पेश ए खिदमत है एक रोमाटिक थ्रिलर स्टोरी, जिसमे प्यार भी है, और सेक्स भी है (थोड़ा बहुत), और शायद धोखा भी हो? Who knows
तो शुरू किया जाय??
हां तो शुरू करते हैं LSD, माने लव सेक्स और धोखा अब....
Kaha fas gaye mitra?अगले हफ्ते से ही अपडेट आएगा अब।
साथ बने रहने के लिए धन्यवाद
ससुराली मेंKaha fas gaye mitra?
Thand me garmi paane ka jugaad lene gaye ho lagta hai, bole to bhabhi ji maayke me hain shayadससुराली में
Manish ke character ki sabne aisi fajeehat kar di hai ki riky bhai ko samajh hi nahi aa rela hai ki uska character Good better best wali position me kaise laayeलीपापोती कर रहे हो
मनीष के भौंदूपन को छुपाने की कोशिश
Mast thrill ban raha hai, waiting for next#अपडेट २०
अब तक आपने पढ़ा -
"चलो, पहले देखते हैं उसको।" ये बोल कर वो चल दिया। मैं भी मरे कदमों से उसके पीछे चला गया। पार्किंग में पहुंच कर समर ने ही डिक्की खोली।
"आज कल ज्यादा पीने लगे ही या नींद कम ले रहे हो भाई?" समर ने पूछा।
अब आगे -
"मतलब?"
"मतलब, इधर आ कर देखो।"
मैंने भी डिक्की में देखा, वहां कुछ नहीं था।
"ले लेकिन..."
"चलो घर जा कर आराम करो। और अच्छे से सो।"
"हां लगता तो ऐसा ही है। सॉरी भाई, बेकार में तुझे परेशान किया मैने।"
"कोई बात नहीं, अच्छे से आराम करो तुम।" ये बोल कर समर चला गया, और मैं वापस अपने फ्लैट में आ गया।
कुछ ही देर में फोन फिर से बजा।
"तो मना करने के बावजूद तुमने पुलिस को खबर कर ही दी।"
"नहीं नहीं, वो मेरा दोस्त है तो वैसे ही घर आ गया था।"
"तो फिर वो गाड़ी के पास क्यों गया था?"
"वो मैने लाश के बारे में बता दिया था उसे गलती से, लेकिन लाश है नहीं वहां।"
"और क्या बताया?" उसने कुछ जोर से पूछा।
"और कुछ नहीं, बल्कि लाश न मिलने पर उससे ये कह दिया कि शायद नींद न पूरी होने से गलतफहमी हो गई हो।"
"पक्का और कुछ नहीं बोला न, वरना नेहा को मारने में मुझे एक मिनिट भी नहीं लगेगा, और दोनो के कत्ल का इल्ज़ाम भी तुम पर ही आयेगा।"
"नहीं नहीं।" मैने लगभग रोते हुए कहा। "नेहा को कुछ मत करना, मैं उस लाश को ठिकाने लगा दूंगा।"
"अब जरूरत नहीं है उसकी, वो हम खुद कर लेंगे। तुम अभी कुछ दिन और इंतजार करो हमारे फोन का।" ये बोल कर फोन कट गया।
मैं नेहा की चिंता में आ गया और शराब निकल कर पीने लगा। आज भी पीते पीते ही सोफे पर सो गया। अगले कुछ दिन बिना किसी हलचल के गुजरे। इसी बीच सोने की एक खेप और आ चुकी थी, इस बार इसे मैने ही रखवाया। और सिक्योरिटी सिस्टम में कुछ अपडेट भी किए, लेकिन ये अपडेट की जानकारी बस मुझको ही थी, क्योंकि इनकी टेस्टिंग मैं मित्तल सर के सामने ही करना चाहता था, मगर वो अभी कुछ दिन के लिए विदेश गए हुए थे।
कोई 4 दिन के बाद शाम को वापस लौटने पर फिर वैसे ही कुछ देर बाद दरवाजे की बेल बजी और देखने पर वैसे ही एक एनवेलप पड़ा था। खोलने पर इस बार बस एक पेनड्राइव थी उसमें।
मैने पेनड्राइव को अपने टीवी से लगा कर चलाया और उसमें मेरी और नेहा की न्यूड फोटो थी और एक छोटा सा वीडियो, उसी रात की जिस रात वो घटना हुई थी। ये देख कर मैं सोच में पड़ गया कि आखिर नेहा उस घर में क्यों गई थी। तभी मेरा फोन बजा, उसी प्राइवेट नंबर से....