मिले वफ़ा मोहब्बत में अब वो दौर नहीं, अब इश्क़ महज़ खेल है कुछ और नहीं।।
TheBlackBlood शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति Supreme 79,768 117,187 354 Feb 11, 2024 #13,661 मिले वफ़ा मोहब्बत में अब वो दौर नहीं, अब इश्क़ महज़ खेल है कुछ और नहीं।।
TheBlackBlood शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति Supreme 79,768 117,187 354 Feb 11, 2024 #13,662 ज़रूरी नहीं कि सिर्फ गहने ही चमकें, ह़या की चादर भी चार चांद लगा देती है।।
TheBlackBlood शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति Supreme 79,768 117,187 354 Feb 11, 2024 #13,663 कहीं रूह का होता है कहीं जिस्म का होता है, इस जहाँ में इश्क भी दो किस्म का होता है।।
TheBlackBlood शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति Supreme 79,768 117,187 354 Feb 11, 2024 #13,664 ख़ुद-कुशी जुर्म भी है सब्र की तौहीन भी है, इस लिए इश्क़ में मर मर के जिया जाता है।।
TheBlackBlood शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति Supreme 79,768 117,187 354 Feb 11, 2024 #13,665 ग़म-ऐ-इश्क़ रह गया है ग़म-ऐ-जुस्तजू में ढल कर। वो नज़र से छुप गए हैं मेरी ज़िन्दगी बदल कर।।
TheBlackBlood शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति Supreme 79,768 117,187 354 Feb 11, 2024 #13,666 हुदुदे इश्क़ की जांच के कोई...पैमाने नहीं होते, जो मुख़लिस हों हर एक के वो दिवाने नहीं होते।।
TheBlackBlood शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति Supreme 79,768 117,187 354 Feb 11, 2024 #13,667 मेरी ख़्वाहिश से क्यूँ है आसमानों में हलचल, तुमको ही तो माँगा है ख़ुदा तो नहीं मांग लिया।।
TheBlackBlood शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति Supreme 79,768 117,187 354 Feb 11, 2024 #13,668 जुर्म समझो तो नोच लो यह आँखें, ख़्वाब में देखा है तुम्हें अपना होते हुए।।
TheBlackBlood शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति Supreme 79,768 117,187 354 Feb 11, 2024 #13,669 हज़ार दर्द शब - ए - आरज़ू की राह में हैं, कोई ठिकाना बताओं कि काफ़िला उतरे।।
TheBlackBlood शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति Supreme 79,768 117,187 354 Feb 11, 2024 #13,670 तेरी अना नें फ़ासले बढ़ा दिए ऐ दोस्त, वरना तमन्ना थी तेरे आग़ोश में फ़ना होते।।