जनार्दन शराब की पेग पीने में व्यस्त था और बेड के ऊपर सुलक्षणा नंगी बैठी हुई थी और चुत के अंदर उंगली कर रही थी......
सुलक्षणा- जल्दी आइये ना चौधुरी साहब, अब तो उंगलियां दर्द करने लगी है....
जनार्दन- आ रहा हूँ सुलक्षणा..... आज तो तुम्हारी सारी गर्मी उतार दूंगा.....
सुलक्षणा- तो फिर आइये....
जनार्दन वहां से सीधा बेड के ऊपर कूद गया....
उसके बाद कमरे में सिर्फ पलँग हिलने की आवाज और सुलक्षणा की सिसकारी की आवाज सुनाई देने लगी.....
जनार्दन ने उस रात सुलक्षणा की जोरदार चुदाई किये.....
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राजेश सावित्री को टेरेस पर चोदने के बाद अपने कमरे में जा के एक सिगरेट मुंह पे लगा कर रूम के अंदर टहल रहा था......
नम्रता- राजेश क्या हुआ, अब सो भी जाओ, बहुत रात हो चुकी है....
राजेश- ठीक है, तुम सो जाओ....
नम्रता चुपचाप सो गई.....
तभी राजेश की नम्बर पर एक unknown नम्बर से फ़ोन आ रहा था.....
राजेश- हेलो
Unknown- राजेश जी नींद नही आ रहा है क्या ?
राजेश एक औरत की आवाज सुनकर सोचने लगा- ये कौन है ?
राजेश- तुम कौन हो ?
Unknown- में सुलक्षणा....
राजेश- ओह सुलक्षणा मेडम आप... आपको मेरा नम्बर कैसे मिला ?
सुलक्षणा- ढूंढने से तो भगवान भी मिल जाता है राजेश जी...
राजेश की चेहरा चमक रहा था सुलक्षणा की बातों से....
राजेश- और बोलिये अभी कैसे याद किये इस नाचीज़ को ?
सुलक्षणा- आपको अगर सावित्री मेडम से थोड़ी सी फुर्सत मिल गया हो तो आपको मेरो तरफ से एक offer है.....
राजेश चौंक गया और सोचा- इसको मेरी और सावित्री के बारे में कैसे पता ?
राजेश- आप कहना क्या चाहते हैं (हड़बड़ाते हुए)
सुलक्षणा हंसते हुए- एक मर्द और एक औरत रात को टेरेस के ऊपर क्या करेंगे राजेश जी ?
राजेश की होश उड़ गए.....
राजेश- वो वो...
सुलक्षणा- वो वो करना छोड़िये और मेरी offer का फायदा उठाने के लिए आप अभी मेरे पास आ जाईये.....
राजेश पसीना पसीना हो गया था, फिर भी वो सुलक्षणा की कमरे की तरफ आगे बढ़ने लगा....
जैसे ही राजेश ने सुलक्षणा की कमरे की दरवाजा खोल दिया, अंदर का scene देख कर राजेश के होश उड़ गए....
सुलक्षणा पूरी तरह नंगी बेड के ऊपर बैठी थी और उसके एक साइड में रघु एक चूची पे मुंह डाल के चूस रहा था और दूसरी चूची को परमेस्वर चूस रहा था.... रघु और परमेस्वर सुलक्षणा की एक एक चूची को मुंह लगा कर चूस रहे थे..... रघु और परमेस्वर भी पूरी तरह नंगे थे.....
राजेश ऐसी दृश्य देख कर दंग रह गया.....
सुलक्षणा राजेश को देखके सेक्सी स्माइल करते हुए बोली- आओ राजेश, में तुम्हारा ही इंतज़ार कर रही थी... पहले दरवाजा बंद कर दो.....
राजेश ने दरवाजा बन्द कर दिया...
सुलक्षणा- सावित्री मेडम को दवाई दे के आ रहे हो ना...
राजेश की नजर रघु और परमेस्वर पर था कि वो दोनों किस तरह सुलक्षणा की दोनों चुचियों को पागलों की तरह चूस रहे थे.....
राजेश मन ही मन- साली रांड....
सुलक्षणा- तुम यही सोच रहे हो ना कि में एक रांड हूं.... बिल्कुल सही सोच रहे हो... जल्दी नंगा हो के आ जाओ, वादा करती हूं सावित्री से दोगुना मजा दूंगी.....
राजेश नंगा होने लगा...
सुलक्षणा- रघु और परमेस्वर चलो तुम दोनो खड़े हो जाओ
रघु और परमेस्वर खड़े हो गए....
फिर सुलक्षणा ने रघु और परमेस्वर की लन्ड को पकड़ कर मुंह लगा कर चूसने लगी....
राजेश ये scene देख कर उसका जोश बहुत ज्यादा बढ़ रहा था....
फिर सुलक्षणा बोली- रघु चलो खेल सुरु करो....
रघु इशारा समझ गया और सुलक्षणा को बेड पे टिका के कुतिया पोज़ में किया और doggy पोज़ में चोदने लगा....
ये देख के राजेश की लन्ड खड़ा हो के पागल सा हो गया था.....
सुलक्षणा चुदते हुए राजेश को देख कर हंस रही थी ....
राजेश खुद को संभाल नहीं पाया और रघु को बोला- रघु तू उठ जा, मुझे छोड़....
रघु ने चोदना बन्द किया तो राजेश जा के पीछे से doggy पोज़ में दनादन चोदने लगा ...
सुलक्षणा आहें भर रही थी....
राजेश- परमेस्वर अबे देखता क्या है बहनचोद, आगे से इसको लन्ड चूसा.....
परमेस्वर सुलक्षणा की मुंह पे लन्ड डाल दिया.... राजेश पीछे से चोद रहा था और आगे से परमेंस्वर उसे लन्ड चूसा रहा था....
राजेश चोदते हुए बोल रहा था- भोसडीके बहनचोद....
फिर कमरे में सुरु हो गया गैंगबैंग चुदाई.....
रघु, परमेस्वर और राजेश बारी बारी से सुलक्षणा को चोद रहे थे....
बहुत बार चुदाई करने के बाद राजेश बोला- रघु तुम लोग इसे चोदते रहो, में जा रहा हुं....
सुलक्षणा- क्यों तुम्हारे लन्ड पे दम नही है क्या और चोदने की ?
राजेश- रांड कल मुझ थोड़ा सहर जाना है एक काम के लिए, वरना तेरी चुत आज फाड् देता.... रघु और परमेस्वर तुम दोनों इसकी इतनी चुदाई करो कि चुत फट जाए....
सुलक्षणा की बहुत बार चुदाई होने के कारण उसकी चेहरा और चूची, गांड, सब लाल लाल हो गए थे....
राजेश के जाने के बाद रघु और परमेस्वर ने सुलक्षणा को बहुत बार ठोके....
सुलक्षणा- बस कर रघु, free में मिली हुई चुत समझ कर इतना भी मत चोदो की लन्ड ही खड़ा ना हो फिर....
सुलक्षणा दोनो को देख कर सेक्सी स्माइल कर रही थी ....
फिर रघु और परमेस्वर वहां से चले गए.....
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परमेस्वर- कल मजा आ गया सुलक्षणा को चोद के... पहली बार किसी दूसरे के सामने एक औरत को चोदा.....
रघु- मजा तो बहुत आया.... सुलक्षणा साली है ही मस्त माल.... हॉस्पिटल के डॉक्टर और कम्पाउण्डर लोग भी इसको ठोकते होंगे....
कम्पाउण्डर- बेचारा पति इसको ठोक नहीं पा रहा है....
रघु- ब्लू फिल्म में जैसा होता है, कल हम वैसा ही चुदाई किया उस रांड की.....
तभी वहां पे शांति आ गयी...
शांति- किस रांड की बात हो रही है यहां पे ?
रघु- सुलक्षणा की...
शांति- वो तो एक नम्बर की चुड़ककड है....
परमेस्वर- तुझे कैसे मालूम ?
शांति- हॉस्पिटल के किसी भी नर्स से पूछ लो बता देगी की ये सुलक्षणा को रोज कितने मर्द चोदते हैं....
परमेस्वर- रांड को देखते ही पता चलता है कि बहुत बड़ी चुड़ककड है साली....
रघु- परमेस्वर इधर अपना कान ला....
रघु और परमेस्वर दोनो धीरे धीरे कान में फुसफुसाते हुए बात करने लगे...
शांति- तुम दोनों क्या बातें कर रहे हो मुझे तो बताओ ?
रघु- जब टाइम आएगा तो तुझे पता चल जाएगा.....
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नम्रता आईने के सामने बैठ कर संज संवर रही थी... अपनी जवानी को देख कर बोल रही थी- नम्रता तू है ही इतनी खूबसूरत की तेरे पति राजेश तुझ पर मरता है....
लाल रंग की साड़ी पे लाल रंग की sleevless ब्लाउज में नम्रता एक दुल्हन की तरह दिख रही थी... मादक होठ, बड़ी बड़ी चूची, सेक्सी कमर, किसी भी मर्द को अपने तरफ खींचने में सक्षम थी.... नम्रता अपने जिस्म को देख कर गर्व महसूस कर रही थी.....
तभी सावित्री हड़बड़ाते हुए नम्रता के पास आई.....
नम्रता- क्या हुआ मम्मी ? आप इतने परेशान क्यों दिख रहे हैं ?
सावित्री- नम्रता बेटी कैसे बताऊं तुझे ?
नम्रता- बताओ ना मम्मी, क्या बात है ?
सावित्री- वो वो राजेश को रास्ते में किसी ने किडनैप कर लिया है ?
नम्रता- क्या ? क्या बोल रही हो मम्मी ?
नम्रता का हंसमुख चेहरा एक दम से मुरझा गया...
सावित्री- हां बेटी...
नम्रता रोने लगी और बोली- मम्मी ये कैसे हुआ, कौन उसे किडनैप करेगा ?
सावित्री भी कुछ समझ नहीं पा रही थी कौन उसे किडनैप करेगा.....
सावित्री- खुद को सम्भाल नम्रता... में पता लगाती हु की इसके पीछे किसका हाथ है ?
नम्रता रोये जा रही थी....
सावित्री भी खामोश हो गयी थी क्योंकि राजेश उसकी प्रेमी था....
तभी उसकी मोबाइल की घण्टी बजने लगा...
वही अनजान शख्स की कॉल देख कर सावित्री ने झट से फ़ोन उठाया- हेलो...
अनजान आदमी- केसी है सावित्री डार्लिंग ?
सावित्री- देख तु मेरा दिमाग मत खा, में अभी व्यस्त हूं....
अनजान आदमी- क्यों रोने में व्यस्त हो क्या ?
सावित्री- क्यों, में क्यों रोऊँ ?
अनजान आदमी- तुझे रात दिन चोदने वाला तेरा आशिक जो किडनैप हुआ है.....
सावित्री ये सुन कर चौंक गयी....
सावित्री- तुझे कैसे पता की राजेश की किडनेप हुआ है ? कहीं ये तेरा काम तो नहीं है ?
अनजान आदमी जोर जोर से हंसने लगा और बोला- तू ज्यादा टेंशन मत ले डार्लिंग..... एक आशिक गया तो क्या हुआ तेरी तो लाखों आशिक हैं...
सावित्री गुस्से में- देख तू मुझे ठीक से जानता नहीं है.... में चाहूँ तो क्या कर सकती हूं.....
अनजान आदमी- तू बस सबके नीचे सो सकती है और कुछ नहीं..
सावित्री- चुप कर मादरचोद....
अनजान आदमी- बहनचोद रांड, ध्यान से सुन मेरी बात, तेरे आशिक को मैने ही किडनैप किया है.....
सावित्री- मुझे लगी ही थी कि ये काम तेरा ही हो सकता है, पर तु चाहता क्या है ?
अनजान आदमी हंसने लगा ...
सावित्री- बोल क्या चाहिए, पैसे चाहिए तो पैसे दूंगी, जिस्म चाहिए तो भी जिस्म दूंगी, या और कुछ ?
अनजान आदमी- पहली बात मुझे तेरी चुत मारने में कोई interest नहीं है, कई लन्ड तेरी चुत मार मार के ढीली कर दिए होंगे..... दूसरी बात पैसे मेरे पास बहुत हैं....
सावित्री- तो फिर तुझे चाहिए क्या ?
अनजान आदमी- बदला.....
सावित्री- बदला ? किस चीज़ का ?
अनजान आदमी- तुझसे एक पुराना बदला चुकाना है ?
सावित्री खामोश रह गयी...
अनजान आदमी- याद है ना जो पुराना जख्म जो तूने मुझे दिया था.....
सावित्री समझ नहीं पा रही थी कि ये हे कौन और ये किस जख्म की बात कर रहा है ?
पास में नम्रता जो रो रही थी वो झट से फोन छीन लिया और बोली- हेलो, मेरे पति को छोड़ दो प्लीज...
अनजान आदमी- हेलो नम्रता डार्लिंग....
नम्रता- देखो तुम जो भी हो, राजेश ने तुम्हारा क्या बिगाड़ा जो तुम उसे किडनैप किये हो....
अनजान आदमी- ओह डार्लिंग तुम्हारे आंख में आँशु !!!
नम्रता (रोते हुए)- प्लीज....
सावित्री झट से नम्रता के हाथ से फ़ोन खिंचग लिया क्योंकि उसे डर थी कि कहीं ये आदनी नम्रता को राजेश और उसके बीच की सारी बातें बता दिए तो सब गड़बड़ हो जाएगी ....
सावित्री- देख तुझे जो चाहिए में दूंगी बस तू राजेश को छोड़ दे....
अनजान आदमी- अरे नम्रता डार्लिंग कहाँ गयी ? क्या voice है उसकी बिल्कुल सेक्सी... जैसी फिगर है वैसी ही voice....
सावित्री- देख तमीज से बात कर...
अनजान आदमी- एक काम कर सकता है ?
सावित्री- क्या ?
अनजान आदमी- मुझे तेरे बेटी को ठोकना है, तेरी बेटी तुझसे भी ज्यादा सेक्सी है, गांड उठा उठा के चोदने में मजा आएगा...
साबित्री चुपचाप सुन रही थी, वो चाह के कुछ कर नहीं पा रही थी....
साबित्री- नहीं ये नहीं हो सकती...
अनजान आदमी- ठीक है तो फिर आज शाम को तेरे घर में राजेश की लाश भिजवा दे रहा हूँ ...
सावित्री- नहीं प्लीज ऐसा मत करना.... में कुछ करती हूं...
अनजान आदमी- और हां भूल से भी पुलिस को इन्फॉर्म मत करना वरना तेरी बेटी को सब बता दूंगा की तेरी और राजेश की रंगरेलियां कब स चल रहा है....
सावित्री मजबूर हो गयी थी और किसी मूर्ति की तरह खड़ी थी...
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उधर जनार्दन बाथरूम के अंदर अपर्णा को खड़े खड़े दनादन चोद रहा था.... शावर की पानी उन दोनों की बदन पर गिर रहा था... और जनार्दन अपर्णा की चुत में तेज धक्के मार रहा था...
अपर्णा (आहैं भरते हुए)- तुम्हे क्या लगता है कि राजेश को कैन किडनेप कर सकता है ?
जनार्दन- पता नहीं कौन होगा ?
अपर्णा- तुम कुछ एक्शन नही। लोगे क्या ?
जनार्दन- सोच रहा हूँ पुलिस कंप्लेन दे दूं....
अपर्णा- हाँ ये ठीक रहेगी...
जनार्दन बड़े ही जोश से कस कस के चोद रहा था...
उधर साबित्री परेशान थी कि अब वो क्या करे ? अगर नम्रता को उसके पास नहीं भेजी तो राजेश नहीं बचेगा...नम्रता को भी वी भेज नहीं सकती क्योंकि वो अपनी बेटी थी... अगर नम्रता को नहीं भेजी तो वो कमीना सब को मेरी और राजेश की सच बातें बता देगा.... ऊपर से नम्रता भी उसके पास जाने से मना करेगी...
ये सोच सोच कर सावित्री की होश उड़ गए थे....
पर उसको कोई तो फैसला तो लेनी ही पड़ेगी....
फिर कुछ देर सोचने के बाद वो भी अनजान आदमी की नम्बर डायल करने लगी....
अनजान आदमी ने कॉल रिसीव करते हुए बोला- बोल रांड.....
सावित्री- मुझे एक बात की गारंटी चाहिए कि तू मेरे बेटी और राजेश को जिंदा छोड़ देगा.....
अनजान आदनी- तू चिंता मत कर, वो लोग जिंदा ही तेरे पास जाएंगे....
सावित्री- ठीक है सुन में अपने बेटी को इस बात को लेकर नहीं बता सकती... में एक काम करती हूं में अभी नम्रता को पुलिस स्टेशन ले जाने की बहाने में बाहर ले जा रही हूं.... तू उधर रास्ते में ही मेरी बेटी को किडनैप कर लेना...
अनजान आदमी- वाह ! क्या आईडिया दिया है.... तुझे तो मेरे गैंग में होना चाहिए मेरी रांड...
साबित्री- में अभी घर से निकल रही हूं नम्रता को ले कर...
अनजान आदमी- चल निकल जल्दी....
सावित्री फ़ोन कट करके सीधा नम्रता के रूम पे गयी और बोली- नम्रता चल पुलिस स्टेशन जाएंगे कंप्लेन लिखवाने....
नम्रता- पर मम्मी हमने अगर कॉम्प्लान लिखवाये तो वो लोग राजेश को मार देंगे, याद है वो आदमी ने ऐसा बोला था....
सावित्री- हम उसकी बात सुन के हाथ पे हाथ रख कर नहीं बैठ सकते... हमें पुलिस कंप्लेन करना ही होगा....
नम्रता- ठीक है मम्मी, आप कह रहे हैं तो चलो...
फिर सावित्री और नम्रता घर से बाहर निकल के कार के पास आ गए... रघु जो कार साफ कर रहा था, वो बोला- बोलिये मेडम कहाँ जाना है ?
सावित्री- तुम रुक जाओ, मुझे इस गाड़ी की चाबी दे दो... में ड्राइविंग करूँगी...
रघु- पर आप जाएंगे कहाँ ?
सावित्री (गुस्से से)- तुझे बताना जरूरी है क्या ?
रघु ने गाड़ी की चावी दे दिया और फिर नम्रता और सावित्री गाड़ी से बंगले की बाहर चले गए...
रघु मन ही मन बोला- साली राँड़ राजेश की किडनेप की वजह से अपना गुस्सा सब पे उतार रही है... किसी दिन इसकी राँड़पन उतारना ही पड़ेगा...
रघुनाथपुर से शहर की तरफ जाने वाला रास्ता बहुत सुनसान रहता है, जंगल जैसा था... सावित्री और नम्रता गाड़ी पे जा ही रहे थे, अचानक रास्ते में एक बोलेरे गाड़ी ने उनका रास्ता रोक लिया... सावित्री समझ गयी कि ये लोग वही फ़ोन कॉल वाला की हैं....
बोलेरो गाड़ी से 7, 8, आदमी बाहर निकले, सब की हाथ में एक एक रिवॉल्वर थी और Gun थे..... सावित्री और नम्रता की ये देख कर डर के मारे गांड फटने लगे.... वो लोग आके सावित्री की गाड़ी पे लात मारते हुए बोले- गाड़ी से उतरो दोनो रांड....
सावित्री और नम्रता डर के मारे नें उतर गए....
उन आदमियो से एक ने बोला- क्या मस्त माल हैं यार.... एक ने सावित्री की हाथ पकड़ कर बोला- तेरा नाम सावित्री है ना ?
सावित्री- हां
वो आदमी वोला- तुझे देख के ही लग रहा है कि तेरा नाम सावित्री है, सुना है तू बहुत बड़ी रांड है...
सावित्री डर से कांप रही थी....
वो आदमी बोला- इस रांड को पकड़ो, ये इसकी बेटी है (नम्रता को देख कर)
सब नम्रता को पकड़ के उठा के बोलेरो गाड़ी की तरफ लेने लगे... नम्रता जोर जोर से चिल्ला रही थी "छोड़ दो मुझे, मम्मी मुझे बचाओ, छोड़ दो मुझे.....
सावित्री चुपचाप देख रही थी...
वो आदमी बोला- अरे इसकी बेटी को गाड़ी पे बांध दो और यहां सब आ जाओ इस रांड को ठोकते हैं...
सावित्री- नहीं मुझे छोड़ दो.. क्या तुम्हारे बॉस ने तुम्हे कुछ नहीं बताया की हमारे बीच में क्या बात हुई थी....
वो आदमी बोला- बात तो हुआ था पर क्या करें तेरी जैसी सेक्सी रांड को देख कर लन्ड मान ही नही रहा है...
फिर नम्रता को गाड़ी पे बांध कर वो लोग सावित्री के पास आ गए जिसको वो आदमी कस के पकड़ा हुआ था....
सावित्री- नहीं मुझे छोड़ दो...
उनमें से और एक आदमी वोला- वाह क्या रापचिक माल है, ये तो उसकी बेटी से भी सेक्सी है.... पता नहीं बॉस ने इसको किडनैप करने से क्यों मना कर दिए...
सावित्री- देखो में तुम लोगों की माँ की उमर की हूं..... मुझे छोड़ दो...
उनमें से एक काला सा मोटा सा आदमी था वो बोला- तो क्या हुआ, तेरे पास भी तो वही चुत है ना जो तेरे बेटी के पास है... और हमारे पास भी वही लन्ड है जो तेरे पति के पास है और हमारी माँ भी सेक्सी हो तो हम उसे नहीं छोड़ते....
फिर सब हंसने लगे.....
फिर सब लोग सावित्री को गाड़ी के अंदर घुसा कर एक एक करके चोदने लगे.... 8 आदमियों ने बारी बारी सावित्री को चोद रहे थे और नम्रता बोलेरो गाड़ी से बेठ के ये सब देख रही थी लेकिन उसके मुंह पे पट्टी बंधी हुई थी जिससे वो चिल्ला नहीं पा रही थी...
सावित्री की हालत खराब हो गयी थी....
सावित्री की गैंगरेप करने के बाद सब लोग गाड़ी पे बेठ के नम्रता को लेके चले गए और सावित्री कार में बैठ के बुरी तरह हांफ रही थी... उन 8 आदमियों ने उसकी चुत को कस कस के ठोके थे.... एक आदमी ने तो उसकी चूची को दांत से दबा दिया था जिसकी वजह से चूची में दर्द हो रही थी...
कुछ देर वहीं पे रुकने के बाद वो धीरे धीरे गाड़ी चलाते हुए वो बंगले में पहुच गयी...
सावित्री जैसे ही गाड़ी से उतरी उसको देख कर रघु और परमेस्वर चौंक गए क्योंकि साबित्री की बाल बिखरे हुए थे, ब्लाउज फटी हुई थी और सावित्री लंगड़ाते हुए चल के बंगले के अंदर जा रही थी...
रघु और परमेस्वर उल्लू की तरह सावित्री की तरफ देख रहे थे....
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