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Incest संस्कारी परिवार की बेशर्म कामुक रंडियां। अंदर छुपी हवस जब सामने आयी ।

किस तरह की कहानी चाहते हैं आप , Tell me your taste .


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Nevil singh

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update 3

सुबह होते ही राकेश उठकर किचन में चाय बना रहा था क्युकी जैसा पहले बताया की नौकर अनवर छुट्टियों पर था । राकेश ने अपनी पत्नी को उठाना उचित नहीं समझा क्युकी देर रात तक उसको टिका कर पेला था राकेश ने । तो उपासना वैसे ही कम्बल के अंदर नंगी पड़ी थी । राकेश चाय बना ही रहा था कि इतने में ही शालिनी की entry होती है किचन में । उसने एक टाईट शर्ट और जींस पहन रखी थी । शर्ट के दो बटन खुले हुए थे और जीन्स इतनी टाइट थी कि चूत का शेप बिल्कुल साफ नजर आ रहा था । यह देखकर राकेश ने मन ही मन में बोला (कितनी शरीफ बनती है मेरी बहन लेकिन देखकर लगता है साली के ऊपर एकसाथ दो अफ्रीकन को चढ़ा दूं )।




शालिनी - राकेश भईया आप चाय क्यों बना रहे हो मै बना देती ।
राकेश - अरे मैंने सोचा अपनी बहन को सोने दूं , इसलिए परेशान नहीं किया और चाय भी बन गई है ।
शालिनी - अच्छा भईया तो आप नाश्ता लगाइए तब तक म सबको जगाकर hall में आने के लिए बोलती हूं ।
Rakesh ne shalini ko rokna chaha lekin tab tak shalini Rakesh ke kamre ki taraf jaa chuki thi .

राकेश मन ही मन सोचने लगा है भगवान ये साला अनवर को भी अभी जाना था छुट्टियों पर अब शालिनी ने अगर जाकर उपासना का कंबल उठा दिया तो उपासना तो नंगी सो रही होगी । हे भगवान ।

और दोस्तों हुआ भी ऐसा ही शालिनी ने जाकर उपासना से कहा भाभी जी उठिए आपकी ननद ready भी हो चुकी है जाने को चलिए सब नाश्ता कर लेते है सुबह हो गई ।
ऐसा कहकर शालिनी ने उपासना का कम्बल खींचकर बैड से अलग कर दिया , जैसे ही कम्बल खींचा शालिनी के आंखे फटी की फटी रह गई उसके मुंह से बस इतना ही निकाल पाया - भ_भाभी ये क्या है ?
उपासना बैड पर बिल्कुल नंगी पड़ी हुई थी उसका पिछ्वाड़ा गद्दों में धंसा हुआ था। आंखो का काजल चेहरे पर फैला हुआ था , बूब्स से लेकर नीचे जांघो तक सूखा हुआ सफेद सफेद वीर्य का लेप जैसा हो रखा था उपासना के बदन पर और चूत बिल्कुल छत की तरफ मुंह खोले पड़ी थी । उसकी ये हालत बयान कर रही थी कि रात को बैड पर सोने से पहले कैसा चुदाई समारोह किया गया है ।



ये देखकर आरती ने मुंह फेर लिया और उपासना भी शर्मिंदगी महसूस करते हुए खड़ी होकर बॉडी पर तौलिया लपेट लिया । उपासना बस इतना ही कह पाई नन्द जी आप चलिए मै नहाकर आती हूं । इतना सुनकर शालिनी सीधा अपने पापा के फ्लोर पर जाने के लिए लिफ्ट की तरफ चल दी । चलते चलते शालिनी मन ही मन सोच रही थी कि ऐसा तो नहीं हो सकता कि कोई एक इंसान एक औरत की ऐसी हालत कर सके , तो फिर कहीं ऐसा तो नहीं रात में कोई और भी आया हो भाभी के पास । लेकिन ऐसा कैसे हो सकता है भाभी के पास तो भईया सोए हुए थे । और अगर कोई नहीं आया तो इसका मतलब भाभी की ये हालत भईया ने की है । नहीं भईया ऐसे नहीं है वो इतना ज्यादा कामुक नहीं है उन्हें तो अपने बिजनेस से ही फुर्सत नहीं रहती है ।
इतना सोचते सोचते ही पापा के कमरे में entry कर चुकी थी शालिनी और वो दोबारा किसी का कम्बल खींचने की गलती नहीं करना चाहती थी । इसलिए उसने धर्मवीर के माथे पर हाथ फेरा और बोली -
शालिनी - पापाजी पापाजी उठिये सुबह हो गई है ।
इतना सुनकर धर्मवीर जी अंगड़ाई लेते हुए उठे जैसे ही उनकी नजर शालिनी के टाईट जीन्स में से दिखते चूत के उभार पर पड़ी उनके मुंह से आह निकल गई ।
लेकिन शालिनी इसे नोट नहीं कर पाई क्युकी धर्मवीर अंगड़ाई भी ले रहे थे उठते समय ।
धर्मवीर मन ही मन में - आजकल दिन और रात दोनों की शुरआत बड़े ग़ज़ब तरीके से हो रही है , दोनों समय ये गदराई रंडियां ऐसे सामने आती है जैसे कह रही हो कि हमें सिर्फ लौड़े चाहिए ।




धर्मवीर - शालिनी बेटा कहां के लिए ready हो रही है आज ।
शालिनी - जी पापाजी वो आज मुझे एक इंटरव्यू के लिए जाना है तो सुबह ही निकालना पड़ेगा ।
धरमवीर अपनी बैड की रैक में से पर्स निकालकर अपना ATM कार्ड शालिनी को देते हुए - लो बेटा अगर पैसों की और जरूरत हो तो इसमें से निकाल लेना ।
शालिनी - नहीं डैडी मेरे पास already मेरा ATM कार्ड रख लिया है और sunday को ही तो अपने उसमे एक लाख बीस हजार रूपए ट्रांसफर किए थे मुझे । अभी है और जब जरूरत होगी तब ले लूंगी ।
शालिनी - वो हां पापा आज के लिए आप please मैनेज कीजिए क्युकी मुझे आज आपकी गाड़ी चाहिए क्युकी मेरी गाड़ी सर्विसिंग के लिए दी है मैंने शोरूम में।
धर्मवीर ने अपनी Audi की चाबी शालिनी को देते हुए कहा लो बेटा मै आज उपासना या आरती की गाड़ी ले जाऊंगा office ।

शालिनी - ok डैडी नाश्ता तैयार है नीचे अजाओ hall में । भईया नाश्ते के लिए आर्डर कर चुके है बस आने वाला होगा क्युकी आज खाना बनानेवाली ज्योति भाभी भी छुट्टियों पर गई है । घर के दोनों नौकर बहुत छुट्टी करते है देखो ना डैडी अनवर भी छुट्टियों पर है ।
धर्मवीर - कोई बात नहीं बेटा नौकरों की भी अपनी जिंदगी होती है उन्हें भी जिंदगी जीने का मौका देना चाहिए ।
शालिनी - लेकिन आप ज्यादा ढील देते है डैडी देखिए इतने छुट्टियां करने के बाद भी आप उन्हें सैलरी हमेशा पूरी ही देते है और उनके लिए हर महीने कपड़े देते है वो अलग ।
धर्मवीर - बेटा शालिनी जब भगवान का दिया हुआ समंदर है हमारे पास तो उसमे से एक बूंद किसी गरीब प्यासे को देदो तो आपका कुछ नहीं घटता बल्कि उस बेचारे का मन खुश हो जाता है और वो आपको दिल से दुआए देता है ।
शालिनी - हम्म डैडी ये बात तो है चलिए मैं नीचे wait कर रही हूं आपका । ये कहकर शालिनी कमरे से बाहर चली गई ।
धरमवीर शालिनी को जाते देखकर अपनी पलक झपकना भूल गया क्युकी जैसे ही शालिनी मुड़ी जाने के लिए उसकी गान्ड का फैलाव और चौड़ाई जानलेवा थी । और चलते हुए जीन्स में फसे उसकी चूतड़ों का ऊपर नीचे होना धर्मवीर के दिल पर असर कर गया ।




धरमवीर सोचने लगा कि मै कितना गिरा हुआ इंसान हूं आजकल सबको देखकर मै गंदा सोचने लगा हूं ऐसा सोचते ही धरमवीर के अंदर का शैतान बोला कि धर्मवीर आजकल सबको देखकर ऐसा इसलिए हो रहा है क्युकी तेरे घर के नौकर छुट्टियों पर है इसलिए तेरे घर की बहन और बेटी तेरे सामने आजाती हैं और उनकी गदराई हुई गान्ड और उभरी हुई छातियां इस बात का सबूत है कि उन्हें कोई कसकर चोदने वाला चाहिए जो उन्हें दौड़ा दौड़ा कर चोदे । अब शालिनी की ही गान्ड देखले अभी तो तेरी बेटी की शादी भी नहीं हुई है और इसका बदन ऐसा हो रहा है जैसे अगर जमकर चोद दी जाए तो एक साथ दो बच्चे पैदा कर देगी । धर्मवीर सोचने लगा इसमें गलती शालिनी की भी नहीं है क्युकी उसकी उमर भी 31 साल हो गई है और शादी हुई नहीं है अभी तो उसकी जवानी भी लौड़े खाने लायक है आखिर उसको भी होती है जरूरत महसूस ।
इतना सोचते सोचते धर्मवीर कपड़े पहन चुका था और कमरे से निकल गया ।
kahar barpa rahi hai shalini
bahut badhiya update hai dost
 

Nevil singh

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update 4

सभी hall में नाश्ता करते हुए गपशप कर रहे थे ।
उपासना और आरती दोनों नहा चुकी थीं । उपासना ने नहाकर आज साड़ी पहनी हुई थी जो उसने नाभि से बिल्कुल 3 इंच नीचे बांध रखी थी और जो साफ दिख रहा था कि ये साड़ी उसकी जवानी को छुपाने के हिसाब से छोटी है । आरती भी एक सूट सलवार पहनकर आयी थी , उसकी सलवार चुस्त नहीं थी बिल्कुल पटियाला सलवार की तरह बहुत ही ज्यादा खुली हुई थी जिससे की उसके भारी भारी कूल्हे उसमे पूरे ढके हुए थे क्युकी दिन में ये सीता से कम नहीं थी । राकेश भी office जाने के लिए ready हो चुका था ।




धरमवीर - राकेश हम जो एक और new company स्टार्ट करने वाले है सोच रहा हूं उसका उद्घाटन करने से पहले ये तय होना जरूरी है कि उसका नाम क्या रखे ।
राकेश - पापाजी आपके नाम पर already दो कंपनीज है और एक मैं संभालता हूं but नाम तो तीनों का एक ही है जो मम्मी जी के नाम पर है DISHA Industries ।
धरमवीर - हां मै सोच रहा हूं एक जो नई कंपनी खोल रहे है उसका नाम हम अपनी बहू उपासना के नाम से रखे ।
उपासना - पा_पापा वो आप ऐसा मत कीजिए मम्मी जी के नाम से ही स्टार्ट कीजिए क्युकी मै चाहती हूं हम मम्मी जी के नाम को ही और बड़ा करना चाहिए ।
धर्मवीर बहू की इस बात पर हंसते हुए कहने लगा - बहू तुम जितनी खूबसूरत हो उतनी ही समझदार भी हो ।
शालिनी - डैडी समझदार तो मै भी हूं ।
धरमवीर - मेरी बहू और बेटी दोनों ही समझदार है अब खुश । वैसे आज तुम्हे तो जाना है शालिनी पर उपासना आज तुम भी जल्दी ही नहा ली तुम्हे भी कहीं जाना है ।
उपासना - हकलाते हुए - ज_जी पापा जी वो मै रोज ही जल्दी नहा लेती हूं ।
तभी उसकी बात काटते हुए तपाक से बोल पड़ी ।
शालिनी - हां जी बिल्कुल पापा भाभी को वैसे भी नहाना ही पड़ता ।
शालिनी के इस जवाब से राकेश का मुंह खुला का खुला रह गया राकेश समझ गया कि शालिनी ने उसे किस हालत में देखा है ।
और ये बात शालिनी ने नोट करली जिससे वो शरमा गई उसे अहसास हुआ कि ऐसा नहीं बोलना चाहिए था उस पर वो तो निकाल गया मुंह से ।
उपासना को काटो तो खून नहीं की वो अब क्या बोले उसके गाल सुर्ख लाल हो गए शरम से ।
धर्मवीर - नहाना ही पड़ता बेटा मै समझा नहीं ।
उपासना - ज_जी पापा वो सुबह सुबह मुझे पानी पीना अच्छा लगता है और आज सुबह राकेश ने मुझे पानी दिया और वो गलती से ऊपर गिर गया जिस वजह से नहाना ही पड़ता ।
धर्मवीर - hahaha अच्छा बेटा खयाल रखा करो थोड़ा ।

उधर शालिनी मन ही मन सोच रही थी - की भाभी ने कितनी आसानी से छुपा लिया और बात को घुमा दिया । वैसे ठीक ही किया भाभी ये तो नहीं बता सकती थी कि इसलिए नहाना पड़ता क्युकी रात भर में नंगी नाची हूं अपने पति के लंड पर मेरी ऐसी हालत हो रही थी जैसे कोठे की कोई सस्ती रण्डी रात भर टांगे चौड़ाकर लंड खाकर सोई हो ।
शालिनी अपने दिए हुए जवाब पर शर्मा रही थी इस वजह से उसने उठना ही बेहतर समझा । और सबको gud bye बोलकर चलदी अपने बंगले के पार्किंग की तरफ ।
जाते जाते राकेश की आंखो से इसकी झोल खाती हुई गान्ड बच ना सकी ।




राकेश - ok अपना भी हो गया मै चलता हूं , ये कहकर राकेश भी अपना लैपटॉप बैग उठाकर चल दिया ।
अब hall में सिर्फ आरती , धरमवीर और उपासना थी ।
आरती मन ही मन रात सलवार फटने वाली घटना को याद करके धरमवीर से आंखे नहीं मिला पा रही थी ।
धरमवीर - उपासना मै दोपहर को कुछ शॉपिंग करने जाऊंगा और मेरी गाड़ी शालिनी ले गई है ।
उपासना - जी पापा घर में मेरी और आरती दीदी की गाड़ियां भी है आप जिसे चाहो ले जाना ।

कुछ देर बाद जैसे ही अपने बंगले की पार्किंग में गया उसने उपासना की गाड़ी का गेट खोला ही था कि अचानक उसकी नजर आरती की गाड़ी पर पड़ी जहां आगे नंबर प्लेट पर एक कागज जैसी चीज घुसी हुई थी । धरमवीर ने जैसे ही वो कागज़ निकाल तो वो एक letter था जिसमें लिखा हुआ था
-
hi Aarti .
मै जानता हूं कि तुम भी मुझे चाहने लगी हो जब भी तुम्हे जिम करते हुए देखता हूं दिल को मुश्किल से संभाल पता हूं । अगर आप मेरी दोस्ती कबूल करती है तो प्लीज रिप्लाइ कीजिएगा xxxxxx5689 इस नंबर पर ।
आपका दीवाना - सलमान सिद्दीकी।


ये पढ़कर धरमवीर को समझते देर ना लगी कि जहां आरती जिम जाती है वहां पर उसे कोई पसंद करने लगा है और वो direct नहीं कह पाया है इसलिए उसने ऐसा किया है । धरमवीर ने वो कागज़ अपनी जेब में रख लिया ।

मार्केट में जाकर धरमवीर के मन में अचानक क्या सूझा कि उसने एक shop से एक micro voice recorder खरीदा जो उसके मोबाइल से कनेक्ट होता था। उसने मोबाइल शॉप से जाकर एक iphone 11 खरीदा और दो नई सिम खरीदी ।
और फिर उसने अपनी खरीदारी की जो उसे करनी थी ।
फिर धरमवीर गाड़ी में आकर बैठा और उसने वो कागज़ अपनी जेब से निकाला । और वैसा ही एक letter उसने लिखा और उसमे उस नंबर की जगह अपनी एक नई खरीदी हुई सिम का नंबर लिख दिया ।

घर आकर उपासना की गाड़ी पार्क करके वो letter जो उसने लिखा था चुपके से आरती की गाड़ी के नंबर प्लेट पर वही लगा दिया ।

अपने फ्लोर पर जाने की बजाय second फ्लोर पर किचन में गया और रखा हुआ दूध उसने जमीन पर गिरा दिया।
फिर उसने दूधवाले को फोन लगाया कि उसके घर में दूध गिर गया है तो दूध लेकर दे दीजिए ।
दूधवाला - जी साहब अभी आया 10 मिनट में ।
जैसे ही दूधवाला आया धरमवीर ने आरती को कॉल किया क्युकी घर ज्यादा बड़ा था और कमरे hall के बाद से शुरू होते थे तो वह तक आवाज नहीं पहुंच पाती थी ।
धर्मवीर - आरती , जरा किचन में आइए ।
आरती - जी भईया अभी आयी ।
आरती मन ही मन सोचते हुए आने लगी कि पता नहीं क्या बात ह जो भैया किचन में बुला रहे है । और आरती अपना मोबाइल हाथ में लेकर ही किचन की तरफ आने लगी ।

आरती ने किचन में आकर देखा कि दूध नीचे जमीन पर फैला पड़ा है और दूधवाला भी वही खड़ा है ।
आरती - जी भईया आप कब आए , और ये कैसे गिर गया भईया ।
धरमवीर - आरती वो मै अभी आया था और आकर दूध पीने का मन किया तो किचन में मुझसे दूध ही गिर गया सो तभी मैंने दूधवाले को फोन करके बुला लिया दूध लेने के लिए ।
आरती ये सुनकर बोली - कोई बात नहीं भईया मै इसे साफ कर देती हूं । आरती वहीं पर किचन से बाहर की तरफ अपना मोबाइल रखकर दूध को साफ करने लगी । धरमवीर सिंह ने दूधवाले से दूध का डब्बा ले लिया और दूधवाला चला गया ।
धरमवीर सिंह ने दूधवाले को जाते ही बाहर रखा हुआ आरती का मोबाइल जल्दी से switch off किया और अपनी जेब में डाल लिया ।

फिर धर्मवीर ने जैसे ही आरती की तरफ नजर घुमाई तो आरती ने वैसे तो लूज पटियाला सलवार पहनी हुई थी पर जैसे ही वो नीचे बैठकर पोछा लगाने वाली स्टाइल में बैठकर दूध साफ करने लगी इसकी गान्ड ने अपना पूरा फैलाव ले लिया। आरती का पिछ्वाड़ा इस तरह बैठने से हल्का हल्का नीचे फर्श को टच कर रहा था । धरमवीर मन ही मन - एक दिन मेरी चुदक्कड़ रांड को इसी तरह अपने मुंह पर बिठाकर उसके पिछवाड़े की चौड़ाई में चार चांद लगा दूंगा ।




फिर आरती खड़ी हो गई जैसे ही खड़ी हुई उसकी पिछवाड़े में उसकी कुर्ती फस गई एकबार तो धरमवीर का मन किया कि उस कुर्ती को उसकी गान्ड में से आने मुंह से निकले । पर उसने तुरंत ही नजर घुमा ली ताकि आरती उसे देख ना ले ।
आरती - भईया ये तो साफ हो चुका है , अपने आकर मुझे बोल दिया होता दूध के लिए ।
धर्मवीर - कोई बात नहीं मेरी छोटी बहन को बिना वजह परेशान नहीं करना चाहता था ।
फिर उसने धीरे से बोला रात दिया तो था तुमने दूध अपनी सलवार ही फाड़ ली थी ।
ये बात उसने बोली तो धीरे से थी पर आरती पास खड़ी यह बिल्कुल साफ सुं चुकी थी । और ऐसा सुनते ही आरती ने मुंह फेर लिया उसके गाल बिल्कुल लाल पद गए शर्म से वो बिल्कुल मौन हो गई ।
धरमवीर ने बात ज्यादा सीरियस ना करते हुए बोला - कोई बात नहीं मेरी बहन अब एक काम कर दो मै मार्केट से एक facewash लाना भूल गया अगर तुम फ्री हो तो ले आओ बाहर से ही 10 मिनट लगेंगे ।
आरती - जी भईया मै अभी ले आती हूं और ऐसा कहकर जैसे ही आरती किचन के बाहर आती तो मोबाइल गायब था उसका ।
धरमवीर - क्या हुआ आरती क्या ढूंढ रही हो ।
आरती - भईया मै आपसे बात करते हुए मोबाइल हाथ में लाई थी और अब यहां नहीं है , यही तो रखा था ।
धर्मवीर - ध्यान से देखो बहन कहीं और तो नहीं रख दिया ।
आरती - बिल्कुल नहीं भईया अभी तो इस जगह पर रखा था मैंने , oh my god मेरा मोबाईल अपने गिफ्ट किया था मुझे ।
धर्मवीर - मुझे लगता है आरती की फिर तो तुम्हारा मोबाइल दूधवाला ले गया ।
आरती - मुझे भी ऐसा ही लग रहा है । ( आरती को धरमवीर के खुरापाती दिमाग का बिल्कुल अंदाजा नहीं था )
फिर तो भईया मै उसे बिल्कुल भी नहीं छोडूंगी उसको तो मै जेल में भिजवा दूंगी ।
धर्मवीर पासा पलटते देख बात संभालता हुआ बोला - कोई बात नहीं आरती वो बेचारा गरीब है शायद उसके पास तो पैसे भी नहीं होंगे की वो इतना महंगा मोबाइल खरीद सके ।चलो कोई बात नहीं मुझे आज शाम को अपने दोस्त के बेटे के जन्मदिन में जाना था जिसके लिए मै gift में मोबाइल ही लाया था , चलो मैं दूसरा खरीद लूंगा तुम उसे रख लो ।
आरती ये सुनकर थोड़ी नॉर्मल हो गई - भईया कितना बड़ा दिल है आपका एक चोर के लिए भी । पर भईया मेरे सारे कॉन्टैक्ट नंबर उस सिम में हो save थे बस।
धर्मवीर - कोई बात नहीं बेटा मै मोबाइल और सिम दोनों लाया था उपासना वाली गाड़ी में रखा है ये लो चाभी जाओ जाकर ले आओ ।
आरती चाभी लेकर पार्किंग की तरफ चली गई ।
उधर धरमवीर उसे गान्ड हिलाती हुई जाती देखकर मन ही मन बोला हो गई मेरी तैयारी मेरी घोड़ी तेरी सवारी करने की क्युकी तुझे तेरी गाड़ी तक भेजना ही मेरा मकसद था ।

आरती जैसे ही उपासना की गाड़ी से मोबाइल निकालकर गाड़ी लॉक करके चली अचानक उसकी नजर अपनी गाड़ी की नंबर प्लेट पर पड़ी । उसने जाकर वो कागज़ निकाला और वही पर पढ़ने लगी ।
आरती उसे पढ़कर सोचने लगी कि ये सलमान siddiqi वही है शायद जो रोज मुझे देखता रहता था और उस जमीन ने ये contact नंबर भी दे दिया । मै ऐसे किसी को मुंह नहीं लगा सकती । लेकिन अचानक उसके मन में पता नहीं की आया उसने वो कागज़ अपनी ब्रा में छुपा लिया । आरती अंदर गई ।
आरती - wow भईया अपने iphone 11 खरीदा है , I love it .
धरमवीर - हां उसमे एक सिम भी है वो ही लेलो तुम ।
आरती - ok भईया , भगवान ऐसा भईया सबको दे ।
धरमवीर - अच्छा आरती आज जब मै मार्केट से आ रहा था तो तुम्हारे जिम के पास भीड़ इकट्ठा हो रही थी ।
आरती जिम का नाम सुनते ही उसका दिल धड़कने लगा - क्या हुआ था भईया वहां पर ।
धरमवीर - वहां पर GYM owner खड़े थे वो कह रहे थे कि उन्होंने आज से ये GYM बंद कर दिया है । क्युकी वो अपना बिजनेस अब कोलकाता में setup कर रहे है ।
आरती - मन ही मन आज तो किसी ने नम्बर ही दिया है और आज ही GYM wala अपने सामान को लेकर चला गया ये सोचकर आरती को हंसी आगई ।
धरमवीर - क्या हुआ आरती ।
आरती - कुछ नहीं भईया मै अब इस रोड पर जाऊंगी ही नहीं क्युकी उधर वहीं एक जिम था । अब मै कोई दूसरा जिम join कर लूंगी ।
धरमवीर मन ही मन चैन कि सांस लेते हुए चलो जो सोचा था वहीं हुआ अब ये जाएगी ही नहीं उधर तो कोई परेशानी ही नहीं ।
wonderful update dost
 

Nevil singh

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update 5

शाम के 4 बज रहे थे घड़ी में । आरती अपने नए मोबाइल में सेटिंग्स करने में लगी हुई थी अचानक उसे याद आया कि उसे गाड़ी की नंबर प्लेट पर एक कागज मिला था । उसने वो कागज़ निकाला और जो नंबर उसपर लिखा हुआ था उसे सलमान के नाम से सेव कर लिया ।
उसने सोचा क्यों ना कॉल की जाए और उसने नंबर डायल कर दिया ।

उधर धरमवीर भी अपने कमरे में आकर जल्दी से जो दूसरी नई सिम थी वो अपने मोबाइल में डाल ली थी । और अब जैसे ही आरती का call आया उसकी धड़कने बढ़ गई अचानक उसने call कट कर दिया क्युकी आरती आवाज पहचान लेती ।
उसने तुरंत एक मेसेज टाइप किया ।

धरमवीर - yes, who are you ? please text me , I'm not able to talk with you on call .

आरती ये मेसेज पढ़कर मन ही मन बोली अजीब बंदा है । पर मै क्यों करू इसे मेसेज । फिर उसने सोचा चलो करती हूं देखूं तो क्या कहता है । उसने मेसेज टाइप किया ।

आरती - why are you not able to talk with me on call ? and what you want by me ?

कुछ सेकंड बाद आरती के मोबाइल में सलमान के नाम से msg रिसीव हुआ ।

सलमान - I'm hospitalized due to car accident . so we can communicate by text messages .

आरती ये पढ़कर थोड़ा इमोशनल हुई कि कार एक्सिडेंट हो गया बेचारे का ।
साथ में उसकी हंसी भी छूट गई कि साला ऐक्सिडेंट करके हॉस्पिटल में पड़ा है और वहां भी इसे सेटिंग करने की पड़ी है ।
उसे क्या पता था कि कोई सलमान नहीं बल्कि उसका बड़ा भाई धर्मवीर सिह उसकी चूत में अपना लंड फसाने के सपने देख रहा है ।




फिर आरती ने सोचा पूछूं तो सही क्या हुआ और उसने इस बार हिंदी में ही टाइप करना उचित समझा ।

आरती - कैसे हुआ आपका एक्सिडेंट , और आप मुझसे बात क्यों करना चाहते है ।

सलमान - ऐक्सिडेंट कैसे होता है मैम वैसे ही हुआ ।

आरती ये मेसेज पढ़कर मुस्कुरा पड़ी तभी दूसरा मैसेज रिसीव हुआ ।

सलमान - और आपसे बात करने का मुझे कोई शौक नहीं है दरअसल मैं आपको कुछ बताना चाहता था आपकी भतीजी शालिनी के बारे में ।

ये मैसेज पढ़कर शालिनी चौंक गई कि ये शालिनी को कैसे जानता है ।
उसे क्या पता था धर्मवीर शालिनी से शुरुआत इसलिए कर रहा है ताकि बात करने की शुरुआत हो सके और आरती उससे बात करने के लिए मजबूर हो सके ।

आरती - अच्छा । शालिनी को कैसे जानते है आप । और उसके बारे में क्या बताना चाहते है बोलिए ।

धर्मवीर - मै रात को 10 बजे बात करूंगा क्युकी मेरी फैमिली अभी मेरे पास बैठी है । और अब तुम भी मुझे 10 बजे ही मैसेज करना ।

धर्मवीर ने ये मेसेज इसलिए किया क्योंकि उसे अपनी आगे की योजना भी बनानी थी और वो थोड़ा सोना भी चाहता था ।
उधर आरती ने पढ़ा और सोचने लगी कि चलो देखते है क्या बताता है ये ।
आरती ने रिप्लाइ में ओके कहकर मैसेज कर दिया ।

उधर धर्मवीर ने अपने दिमाग की दाद देते हुए खुसी से ऐसे yess कहा जैसे क्रिकेट मैच में बॉलर विकेट मिलने पर करता है ।
धर्मवीर सोचने लगा कि आरती की उम्र 31 साल है मतलब उसकी जवानी पूरे उफान पर है । सोचने लगा कि आरती की गर्मी मेरे जैसे लंड से ही हो सकती है । ऊपर से आरती को 3 साल हो गए विधवा हुए उसे भी लंड की जरूरत महसूस होती होगी और इस बात की गवाही उसकी उठी हुई छातियां देती है जैसे कह रही हों कि आओ हम निचोड़ो । और आरती की गांड को फाड़ना भी किसी नॉर्मल लंड के बाद की बात नहीं है उसे ऐसे इंसान का लंड चाहिए जिसने 8, 10 साल बस खाया हो और कसरत की हो ।सोचने लगा कि आरती की चूत भी तो झांटों से भरी हुई थी जब उसकी सलवार फटी थी । मतलब आरती बाल साफ़ करके नहीं रखती और धर्मवीर को झांटों से भरी हुई चूत चोदने का ही शौक था क्युकी उसका लंड छोटा तो था नहीं जो बालों में गायब हो जाता , उसका तो हल्लबी खीरा जैसा लौड़ा था वो तो चूत में जड़ तक चला जाए तो चूत किसी नॉर्मल इंसान के चोदने लायक ही नहीं रहती क्युकी फिर वो चूत नहीं भोसड़ा बना देता है उसका ।
ऐसा सोचते सोचते ही उसे नींद आ गई ।




उधर शाम के 6 बज गए थे शालिनी भी घर आ गई थी और कपड़े चेंज करके भाभी के रूम की तरफ चल दी ।
उपासना अपनी मम्मी से फोन पर बात कर रही थी । बात खतम करके बोली आइए नन्द रानी जी कैसा रहा आज का दिन ।ये बोलते हुए उपासना थोड़ा शरमा गई क्युकी शालिनी ने उसे आज नंगी हो देख लिया था ।

शालिनी भी मजाकिया लहजे में बोली - हां सुबह सुबह आज कामदेवी के दर्शन हो गए थे भाभी तो दिन अच्छा गया ।

ये सुनकर उपासना बुरी तरह शर्मा गई वो समझ गई थी कि शालिनी किस कामदेवी की बात कर रही है ।

उपासना - अब नन्द रानी खुद आकर कम्बल खींचेगी और देखेंगी तो इसमें मै क्या करती ।

शालिनी - चलो माफ करो भाभी दोबारा ऐसी गलती नहीं होगी और मै कौन सा कोई आदमी हूं एक लड़की हूं आपकी नन्द हूं देख लिया तो क्या हो गया । और वैसे आप ऐसी हालत में क्यों सोती हो कपड़े पहनकर सो जाया करो ।

उपासना - अच्छा । hehehe अब तुम बताओगी मुझे की मै कैसे साउं । ये कहकर उपासना हंस पड़ी । कोई बात नहीं नन्द रानी जब तुम्हारी शादी होगी तब पता चलेगा कि तुम कैसे सोया करोगी ।

शालिनी - भाभी मै तो नाइटी पहनकर सोया करूंगी ।

उपासना - मजाकिया लहजे में - देख लेना कहीं ऐसा ना हो कि तुम्हारा पति तुम्हारी नाइटी फाड़कर तुम्हे नंगी करदे ।

शालिनी ये सुनकर शर्मा गई और मुस्कुराती हुई बोली - छी भाभी कितना गंदा बोल देती हो आप । और ऐसा है तो मै शादी ही नहीं करूंगी ।

उपासना - अब अगर मै ये बोली की तुम्हे कौन सा कोई आदमी बोल रहा है मै भी एक लड़की ही हूं वो भी आपकी भाभी ।

शालिनी - अच्छा आप मेरा डाइलोग मुझे ही चिपका रही हो ।

उपासना - शादी तो तुम्हे करनी ही पड़ेगी और तुम्हारी जवानी देखकर तो लगता है कि तुम्हारी शादी एक इंसान से नहीं दो आदमी से करनी चाहिए । क्युकी एक के बसका नहीं है तुम्हारी जवानी को काबू में करना ।

ये सुनकर शालिनी झेंप गई वो समझ गई थी भाभी क्या कह रही है । और वैसे भी शालिनी ही इस घर में ऐसी थी जिसने बाहर के लंड खूब जी भरकर खाए थे । शालिनी ने उल्टा वार करने की सोची ।

शालिनी - अच्छा ऐसे तो मै भी कह सकती हूं कि आपको भी दो से शादी करनी चाहिए थी आपकी जवानी तो मुझसे भी ज्यादा भरी हुई है ।

उपासना - मेरी जवानी तो शादी के बाद भरी है पहले तो मै slim थी । पर नन्द रानी मै ये सोच रही हूं तुम्हारी जवानी कैसे इतनी भर रही है । मुझे तो कुछ दाल में काला लग रहा है । हमे भी बता दो कौन है वो जिसके नसीब में तुम जैसी घोड़ी है ।

शालिनी को ये वार उल्टा पड़ा । उसने मन ही मन सोचा अब क्या बोलूं ।
और घोड़ी शब्द सुनकर शालिनी शर्म से लाल हो गई । और मुस्कुरा पड़ी ।

उपासना - देखा उसके नाम से तो मुस्कुरा दी मेरी नन्द रानी अब बता भी दो ।

शालिनी ने सोचा कि भाभी ही तो है मेरी और हम as a friend भी व्यवहार कर सकते है ।

शालिनी - भाभी एक शर्त पर ।

उपासना - अच्छा ये जानने के लिए अब मुझे तुम्हारी शर्त भी माननी पड़ेगी । चलो बोलो क्या शर्त है तुम भी क्या याद करोगी की है एक मेरी भाभी ।

शालिनी - शर्त ये है कि ये बाते हमारे बीच ही रहनी चाहिए ।

उपासना - ये लो कर लो बात । नहीं मैं तो कल पर्चे छपवाऊंगी की मेरी ननद ने ये बताया है मुझे ।

ये सुनकर दोनों हंस पड़ी ।

शालिनी - ओके बता देती हूं । सुनो । हमारी कंपनी में जो मैनेजर हैं वो है ।

उपासना - ओ तेरी की । मतलब मैनेजर कंपनी के साथ साथ तुम्हे भी संभालता है ।

शालिनी - hmm दो साल से हम एक दूसरे को जानते है ।

उपासना - तब तो मुझे लगता है वो अपना पूरा ध्यान तुम्हे संभालने में ही लगाता होगा ।

शालिनी - ऐसा क्यों लगा भाभी आपको ।

उपासना - तुम्हारी जवानी को देखकर ही लगता है कि कोई बड़ी मेहनत कर रहा है ।

शालिनी शर्मा गई और बोली बस पूछ लिया ना अब आपने जो पूछना था ।

उपासना - हां मेरी नंद रानी लेकिन बस एक बात और बताओ ।

शालिनी - वो भी पूछिए । हंसते हुए बोली

उपासना - मिले भी हो क्या कभी दोनों ।

शालिनी - मिले भी हैं मतलब मिलते तो रोज हैं । कभी कभी जिस दिन मै कंपनी नहीं जाती उस दिन नहीं मिल पाते ।

उपासना - अरे मेरी नन्द रानी मेरे पूछने का ये मतलब नहीं था ।

शालिनी - तो सीधा घुमा फिराकर क्यों पूछ रही है सीधा पूछिए ना कि चुदी भी हो या नहीं ।
(शालिनी भी अब खुलकर बात करना चाहती थी क्युकी वो खेली खाई लौंडिया थी)

उपासना को इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि उसकी नन्द इतनी खुल जाएगी । लेकिन वो भी पागल नहीं थी अब समझ गई थी कि उसकी नन्द खुलकर बात करना चाहती है ।

उपासना - ओयहोए नंद रानी तो अपनी औकात में आगई । चलो अब बता तो की उसने तुम्हे कितनी बार चोदा है ।

शालिनी - चोदा कितनी बार है ये तो मुझे भी नहीं पता लेकिन हां महीने में एक दो दिन मिस हो जाता है जैसे आज मुझे इंटरव्यू के लिए जाना पड़ा ।

उपासना - ओहो मतलब हमारी नन्द रानी की चुदाई खूब टिकाकर की है तभी तो मै सोचूं की ये रण्डी की जांघे इतनी चौड़ी कैसे हो गई ।

शालिनी को ये सुनकर गुस्सा नहीं आया बल्कि उसे गर्व महसूस हुआ और साथ ही साथ शर्मा भी गई ।

शालिनी - हां भाभी चुदी तो मै जी भरके हूं क्या करू आपकी इस रण्डी की चूत को जब तक कोई चाटकर उसका स्वागत अपने लौड़े से ना करे तब तक मज़ा ही नहीं आता । अच्छा भाभी चुदाई तो आपकी भी दाम लगाकर करते होंगे भईया , सुबह आपकी हालत देखकर ही मै समझ गई थी कि लो बना दिया इसका तो कुतिया ।

उपासना अपने लिए कुतिया शब्द सुनकर शर्मा गई और मुंह छुपाते हुए बोली हां रात तुम्हारे भईया ने मेरी ताबड़तोड़ चुदाई करने के बाद अपने वीर्य से नहला दिया था मुझे ।

शालिनी ऐसी बातों से गरम हो गई थी ।

शालिनी - अच्छा भाभी भईया तो आपके होंठो को भी खूब चूसते होंगे ।

उपासना - हां चूसते नहीं चबाते है होंठो को तो वो और वो मुझे लिटा देते है फिर अपना लौड़े से मेरे बंद होंठो को सहलाते है ।

शालिनी - फिर तो मेरी चुदक्कड़ उपासना कुतिया के मुंह में भी लौड़ा हलक तक पेलते होंगे ।



दोनों नन्द भाभी में बात हो ही रही थी कि अचानक मेन गेट की डोरबेल बज गई ।
दोनों उठकर एकसाथ बाहर आयी ।
शालिनी ने गेट खोला तो उनकी कंपनी में काम करने वाला एक मजदूर आ पहुंचा था उनके घर । शालिनी ने पहले उसे कंपनी में देखा था ।

शालिनी - yes please ।
उस आदमी ने अपना नाम हरेराम बताया ।

शालिनी - अंदर आ जाइए
वो आदमी अंदर आकर बैठा hall में बैठ गया ।

अब सबसे ज्यादा परेशानी वाली बात ये थी कि उस बेचारे को चाय पानी कौन दे क्योंकि ऐसा तो कोई सोच भी नहीं सकता खुद कम्पनी का मालिक होकर एक काम करने वाले मजदूर को पानी दे ।

उपासना बहुत ही संस्कारी थी उसने सोचा कि अपने ओहदे और गुमान से बढ़कर इंसानियत होती है ये सोचकर उपासना ने पानी लाकर दिया ।

शालिनी - जी बोलिए क्या बात थी ।

इतना सुनते ही हरेराम की आंखो में आंसू आ गए ।

हरेराम - भरी आंखों से हकलाते हुए बोला - म_मालकिन मै आपकी कंपनी में काम करता हूं । इसी महीने मेरी बेटी की शादी है और आज मेरी पत्नी को डॉक्टर के पास लेकर गया था मै तो उसने कहा है की किडनी का ऑपरेशन करना पड़ेगा जल्द से जल्द । कल ऑपरेशन करने को बोला है डॉक्टर ने । मेरे पास इतने ही पैसे है की मै अपनी बेटी की शादी कर सकूं ।
मैं कंपनी में HR के पास गया था उन्होंने कहा कि कल मालिक आयेंगे तो उनसे बात की जाएगी इस बारे में की आपको लोन कितने इंटरेस्ट रेट पर दिया जाए ।
हे मालकिन आप ही बताओ मैं क्या करू पत्नी को बचाऊं या बेटी की शादी करूं ।

ये सुनकर शालिनी और उपासना दोनों को दुख हुआ और अहसास हुआ की दुनिया में लोगों को कितना परेशान होना पड़ता है जीने के लिए ।

उपासना ने तुरंत उससे पूछा - आप कोई बैंक खाता है तो प्लीज दीजिए हम आपके साथ ऐसा नहीं होने देंगे ।

हरेराम जेब से एक कागज निकालता हुआ - जी मालकिन इसमें खाता नंबर और IFSC कोड है देख लीजिए आप ।

उपासना ने तुरंत उसके हाथ से वो कागज़ लिया और अपने अकाउंटेंट को कॉल लगाया और कहा की - hello , this side is Upasna Singh owner of DS Industries .

उधर से हकलाते हुए किसी की आवाज आयी जो हलकी हल्की शालिनी और हरेराम भी सुन रहा था - ye_yes mam प्लीज बोलिए ।

उपासना - आपको एक screenshot भेजा है साथ में मैसेज भी । सारे काम छोड़कर इस काम को कीजिए ।

उधर से इतनी ही आवाज आयी - ज_जी मैम मैं अभी तुरंत करता हूं ।

लगभग एक मिनट बाद ही हरेराम के keypad वाले मोबाइल पर मैसेज रिसीव हुआ । हरेराम ने मैसेज पढ़ा तो आंखे फट गई उसके बैंक के खाते में पचास लाख रुपए जमा हो गए थे ।

हरेराम हकलाते हुए - म_मालकिन इतना नहीं चाहिए । इतना तो मेरी दो पुश्तें भी नहीं वापस कर पाएंगी ।

उपासना - कोई बात नहीं हरेराम जी आप अपनी पत्नी का कल ही ऑपरेशन करवाइए । और ये पैसा आपको वापस नहीं करना है । अपने हमारी कंपनी की काफी सेवा की है तो इसे अपना बोनस समझकर रख लीजिएगा ।

हरेराम - मालकिन आपका ये अहसान मै अगले जनम में भी नहीं भूल पाऊंगा । ऐसा कहकर हरेराम जाने लगा।

शालिनी - सुनिए जरा हरेराम जी ।

हरेराम ठिठकते हुए उसके कदम रुक गए वो पीछे मुड़ा ।

शालिनी - हरेराम जी बेटी की शादी में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए ।

हरेराम - फिर से आंखो में आंसू भरता हुआ - जी मालकिन ।

फिर हरेराम चला गया । कुछ दूर चलने के बाद हरेराम ने पीछे मुड़कर देखा तो धर्मवीर सिंह का बंगला दिखना बंद हो गया था । उसने तुरंत अपनी जेब से Android मोबाइल निकाला और अपने लिए OLA बुक करदी क्युकी वो अब पैदल नहीं चलना चाहता था । कुछ ही देर बाद हरेराम शराब के ठेके पर शराब की पूरी पेटी खरीदकर घर जाने लगा ।
क्युकी उसकी बेटी की शादी तो एक साल पहले हो चुकी थी और उसकी पत्नी तो भाली चंगी थी परेशान थी उसकी पीने की लत से ।
और घर जाकर हरेराम ने शराब के नशे में अपनी बीवी में लत घूसे बजाए और उसे गालियां देता हुआ सो गया ।
kyaa khub dost insaniyat ke bhesh me lute
bemishaal update hai bhai ji
 

Nevil singh

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घड़ी में टाइम हो रहा था 9:45 pm ।
सभी सोने की तैयारी कर रहे थे । राकेश बाहर से ही लेकर आया था तो सबने डिनर कर लिया था ।
उधर आरती को बड़ी उत्सुकता थी ये जानने की कि सलमान क्या बताने वाला है शालिनी के बारे में ।
लेकिन फिर आरती सोचती है कि पहले धरमवीर भईया को दूध देकर आजाती हूं वरना अनर्थ ही हो जाएगा ।
ऐसा सोचते ही वो चल दी दूध लेकर लिफ्ट की तरफ । जाकर जैसे ही गेट खटखटाया धरमवीर सिंह ने गेट खोला और सामने आरती को देखकर हल्के से मुस्कुरा दिए ।



आरती - भईया लीजिए दूध ।
धरमवीर - हां रखदो आरती दूध ।
आज आरती बैठने के मूड में नहीं थी क्युकी 10 जो बजने वाले थे और वैसे भी कल वाली घटना से वो शर्म महसूस कर रही थी ।
आरती दूध देकर अपने कमरे में आ गई ।
10 बजे आरती और धरमवीर दोनों ही मैसेज का इंतजार कर रहे थे । आरती ने सोचा कि जब सलमान ने बोला है 10 बजे बात करने को तो वो खुद ही मैसेज भेजेगा ।

और हुआ भी यही मैसेज धरमवीर ने ही किया ।
आरती के मोबाइल पर मैसेज सलमान के नाम से रिसीव हुआ ।

सलमान - Hi
आरती - hi
सलमान - कैसी हो आप ।
आरती उसे ज्यादा भाव नहीं देना चाहती थी तो मैसेज टाइप करने लगी ।

आरती - आप बताइए क्या बताने वाले थे ।
उधर धर्मवीर ये मैसेज पढ़कर धरमवीर सोचने पर मजबूर हो गया कि अब क्या रिप्लाइ करे लेकिन सोचने लगा कि रिप्लाइ तो ऐसा दूंगा की अब तू मेरा रिप्लाइ करने के लिए सोचेगी क्या रिप्लाई दूं और मन ही मन बोला - ये इतनी आसानी से काबू में आने वाली चीज नहीं है ।

सलमान - बिल्कुल बताऊंगा । अगर आप जल्दी में है तो सो जाइए कोई बात नहीं फिर कभी बता दूंगा ।

ये मैसेज पढ़कर आरती को अहसास हुआ कि वो हॉस्पिटल में है और मैंने उसकी हालत में बारे में भी नहीं पूछा । सोचने लगी कि अब क्या बोली इसको मै ।


आरती - नहीं ऐसी बात नहीं है । मै बस पूछ रही थी कि आप क्या जानते है शालिनी के बारे में ।

सलमान - शालिनी एक बहुत अच्छी लड़की है ।
आरती - hmm very funny , ये बताने वाले थे तुम मुझे । सही बताओ बात क्या है ।

सलमान - मैम आप तो खामखां गुस्सा कर रही है । मै आपसे इतने तमीज से बात कर रहा हूं आप मेरा मजाक उड़ा रही है । बता दूंगा थोड़ा सब्र तो कीजिए ।

आरती - तमीज से तो बात करनी पड़ेगी आपको मिस्टर क्युकी बदतमीजों को मै थप्पड़ लगा देती हूं ।

उधर धर्मवीर को आरती का ये attitude पसंद आया । मन ही मन बोला वाह मेरी बहन तुझे सैल्यूट करता हूं मै पर फिर मुस्कुराते हुए कुछ टाईप करने लग गया ।

सलमान - आपका तो थप्पड़ भी जलेबी की तरह लगेगा मैम ।

आरती ने जैसे ही ये मैसेज पढ़ा वो मुकुरा पड़ी । और मन ही मन बोली क्या अजीब आदमी है । लेकिन बात तो तमीज से ही कर रहा है मैम मैम करके ।

आरती - मतलब तुम बदतमीजी भी कर सकते हो ।

सलमान - नहीं कभी नहीं ।

आरती - गुड boy । सोचना भी मत । तुम जानते नहीं हो मै किस खानदान से belong करती हूं । मेरे पापा यहां के 250 गांव के राजा थे । और अब मेरे भईया धरमवीर सिह जी को तो जानते ही होंगे आप ।



सलमान - हां जानता हूं और उनकी मै काफी इज्जत करता हूं । अपने बड़े भाई की तरह इज्जत देता हूं उन्हें , मिलते रहते है कभी कभी ।

आरती धर्मवीर की बढ़ाई सुनकर थोड़ा अच्छा फील करने लगी ।

सलमान - एक बात पूछूं मैम ।
आरती - मैंने सुना है धर्मवीर भईया आपकी दूसरी शादी के लिए लड़का ढूंढ रहे है ।

आरती ये मेसेज पढ़कर सोचने लगी कि ऐसी तो कोई बात नहीं है और मैंने तो पहले ही बोला हुआ है कि मै दूसरी शादी नहीं करूंगी ।

आरती - shut your mouth । ऐसा कुछ नहीं है । और भईया को लड़का ढूंडने की जरूरत नहीं है उनके एक इशारे पर लडकों की लाइन लग जाएगी ।मै खुद ही नहीं करना चाहती हूं शादी ।


सलमान - तो फिर अकेले जिंदगी काटना कुछ मुश्किल नहीं लगता आपको ।

आरती - आप होते कौन है मेरी जिंदगी के बारे में सवाल करने वाले ।

सलमान - बात को संभालता हुआ । sorry मैम अगर आपको बुरा लगा तो मै तो बस ऐसे ही as a friend पूछ रहा था ।

आरती ये पढ़कर थोड़ा नॉर्मल हुई ।

आरती - as a friend मैंने कब आपसे फ्रेंडशिप की । मिस्टर अपनी हैसियत देखिए और मेरी देखिए । जितने में आप सारे सजते होंगे उतने की मै जूती पहनती हूं ।

सलमान - oh sorry mam । मै भूल गया था कि आप बड़े लोग है । और आपसे बात करते हुए तो मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैंने आपको अपना कॉन्टैक्ट नंबर देकर गलती कर दी । मुझे नहीं पता था कि बड़े लोगो को इज्जत दो तो वो अपने पैसे शानो शौकत का बखान करके हम जैसे गरीबों का मजाक उड़ाते है ।

आरती ये मेसेज पढ़कर थोड़ा नॉर्मल हुई और सोचने लगी कि बंदा अपनी जगह ठीक है मै ही फालतू का attitude दिखा रही हूं ।या तो मै बात ही ना करू अगर कर रही हूं तो थोड़ा इज्जत से करूं ।



आरती - it's ok , दरअसल बात ये है सलमान जी की मै शादी करना ही नहीं चाहती हूं । क्युकी अगर मेरी लाइफ में सुहागन होना लिखा होता तो मै विधवा ही क्यों होती ।

धरमवीर ये मैसेज पढ़कर समझ गया कि अब लाइन पर आने में ज्यादा समय नहीं लेगी ये ।

सलमान - आप बहुत ही अच्छी है दिल की आपकी बातो से लगा मुझे । आपसे इतनी देर बात करके मै समझ चुका हूं मैम की आप जितनी तन से खूबसूरत है उससे कहीं ज्यादा आप समझदार भी है । आपको इज्जत सबसे ज्यादा पसंद है ।

आरती ये मेसेज पढ़कर सोचने लगी कि मैंने इससे इतने attitude में बात नहीं करनी चाहिए थी ये तो बहुत ही अच्छा इंसान है । अपनी खूबसूरती की तारीफ सुनकर आरती गदगद हो उठी ।

आरती - यूं आर करेक्ट । respect is my first choice . आप हॉस्पिटल से कब घर आयेंगे ।

सलमान - अभी तो 10 दिन लग जाएगा क्युकी मेरे मुंह पर ही चोट आयी है । क्यों मिलना है क्या ।

आरती - ohh । और तुम समझते क्या हो मै तुमसे क्यों मिलूंगी ।

सलमान - अरे मैम आप फिर गलत एंगल से सोच रही है , मैंने ये सोचा था कि आप मेरी चोट देखना चाहती है इसलिए पूछ रही है कि घर कब आऊंगा ।

आरती - ohh । अच्छा ।

सलमान - एक बात पूछूं ।

आरती - जी पूछिए ।

सलमान - आपको इतना खूबसूरत किसने बनाया है मेरा मतलब है कि आपको देखकर कोई कह नहीं सकता कि आप विधवा है ।

अपनी तारीफ सुनकर आरती - haha अच्छा । कोई क्यों नहीं कह सकता कि मै विधवा हूं ।

सलमान - आप जवान हैं , खूबसूरत है , आपके चेहरे पर इतना glow है कि आपको देखते रहने का मन करता है ।

आरती - अच्छा ऐसा क्या नजर आया आपको मुझमें जो और किसी में नहीं है ।


धर्मवीर को इसी ग्रीन सिग्नल का इंतजार था तुरंत मैसेज टाईप करने लगा ।

सलमान - मैम आपके काले काले लम्बे बाल जिन्हें कोई देखे तो कनफ्यूज हो जाए कि ये आपके बाल है या दिन में घटा छा गई है । और _ _ _

आरती इस नए अंदाज में अपनी तारीफ सुनकर खुश हो गई ।

आरती - हां हां बोलिए और ______

सलमान - और फिर आपके गालों की लाली किसी का भी दिल जीत ले । सिर्फ दिल ही नहीं लीवर , किडनी सबकुछ जीत ले । और _____

आरती ये मेसेज पढ़कर हंस पड़ी ।

आरती - और

सलमान - और फिर आपके होंठ थोड़े मोटे है लेकिन कोई देखे तो लगे रस के भरे हुए दो प्याले है । और _____

आरती - so interesting . और

सलमान - अब रहने दो आरती मै बोल नहीं पाऊंगा और तुम सुन नहीं पाओगी ।

आरती - अच्छा क्यों नहीं सुन पाऊंगी । दोस्त जो हूं सुन लूंगी ।

धर्मवीर समझ चुका था ये मस्तानी घोड़ी बिस्तर में पूरा मजा देगी ।

सलमान - और नीचे आपके सीने पर वो दो बौल जिन्हें देखकर लगता है कि जैसे बिल्कुल पके हुए दो पपीते बस टूटकर गिरने ही वाले हो पेड़ से । और _______

आरती ये पढ़कर शर्मा गई और अपने बूब्स की तरफ देखने लगी , जो उसके सूट में फंसे पड़े थे और अपनी तारीफ सुनकर तनकर खड़े हो गए थे । अभी तक उसने नाइटी नहीं पहनी थी । धर्मवीर को दूध देकर आयी थी तो ऐसे ही लेट गई थी बैड पर सलवार सूट में ।

आरती - अच्छा तो अब हमारा दोस्त बदमाश भी हो गया है ।

सलमान - मैंने मना किया था ना आरती जी कि आप नहीं सुन पाओगी ।

आरती - अरे बाबा मजाक भी नहीं कर सकती क्या बोलो आगे और ______

सलमान - और उसके नीचे आपकी कमर हसीन लगती है क्युकी आपके सीने के मुकाबले वो काफी पतली है । और ____

आरती - लगता है जनाब ने पूरा एक्सरा करके रखा हुआ है मेरी बॉडी का अपनी आंखो में ।

उधर धर्मवीर के दिमाग में पता नहीं क्या आया वो चुपके से अपने कमरे से निकला और लिफ्ट से नीचे आरती के कमरे की तरफ आने लगा मैसेज टाइप करता करता ।

सलमान - उसके आगे ना ही पूछो तो अच्छा है । क्युकी अगर आपको बुरा लगा तो आपका दोस्त इसका जिम्मेदार नहीं होगा ।


आरती - अच्छा ये कहां का इंसाफ है कि कोई सिर्फ मेरे अधे बदन की ही तारीफ कर सकता है । ठीक है अगर मुझे बुरा लगा तो उसकी जिम्मेदार मै खुद रहूंगी बोलिए अब मेरे दोस्त ।

धर्मवीर उसके इस मेसेज से समझ चुका था कि उसकी बहन को अब खुमारी चढ़ने लगी है चढ़े भी क्यों ना दो साल से इस 31 साल की भरी जवानी में अकेले बैड पर राते गुजारी है उसने ।
और आज इतने दिन बाद वो किसी के मुंह से अपने जिस्म की तारीफ सुन रही थी ।

उधर धरमवीर आरती के कमरे के पास आकर कोई ऐसी जगह ढूंढ रहा था जहां से अंदर को झांका जा सके ।
तभी उसे खिड़की दिखाई दी जो लगी हुई तो थी पर कुण्डी नहीं लगी थी । ( जैसे दरवाजा फेर लेते है कुण्डी नहीं लगाते कुछ इस तरह से दोस्तों )। फिर जल्दी से टाईप करने लगा धरमवीर ।

सलमान - और उसके नीचे तुम्हारी नाभि जिसकी गहराई में हर कोई खो जाए । और ____

आरती - और ____
आरती बैड पर सीधी लेटी हुई थी सूट सलवार में । जैसे ही वो गरम होती जा रही थी उसने अपनी दोनों टांगो को मोड़कर बिल्कुल अपनी छातियों से लगा लिया और हाथ सलवार बिना उतरे ही अपनी चूत पर ले गई ।

सलमान - और नीचे तुम्हारे कूल्हों का फैलाव जिसे देखकर कोई कह ही नहीं सकता कि तुम विधवा हो उसे देखकर हर कोई कहेगा कि जो भी अपने पति है उनका वजन पूरी रात आपके नितम्बो को ही संभालना पड़ता है ।

ये मेसेज टाईप करके धर्मवीर ने मोबाइल स्क्रीन off की खिड़की को हल्का सा पुश किया और अन्दर की तरफ झांकने लगा ।
जैसे ही अंदर का नजारा धर्मवीर को दिखा उसका लौड़ा भनभना गया , अपनी औकात में खड़ा हो गया आंखो में चमक और होटों पर कुटिल मुस्कान आ गई ।

अंदर का दृश्य कुछ इस प्रकार था - आरती बैड पर सूट सलवार में पड़ी थी , आरती की दोनो टांगे मुड़कर छातियों से चिपकी हुई थी । और टांगो को मोड़ने की वजह से उसके कूल्हे बिल्कुल खुलकर चौड़े हो गए थे , जांघो का गदरायापन भी साफ झलक रहा था । आरती का चेहरा दिखाई नहीं दे रहा था क्युकी उसके दोनों चूचियां तनकर खड़ी थी चूचियों को देखकर लग रहा था जैसे दूध के दो टैंकर हों । ऐसा दृश्य जीवन में पहली बार देखा था धर्मवीर ने । देखकर लग रहा था जैसे बैड पर कोई लंड की भूखी चुदक्कड रांड अपनी टांगो को फैलाए लंड की भीख मांग रही हो कह रही हो आओ और इस रण्डी पर तब तक चढ़े रहो जब तक इसकी चूत भोसड़े में तब्दील ना हो जाए , आरती की गांड को देखकर तो आंखो पर ही विश्वास नहीं हो रहा था फैलकर ऐसे लग रहे थे दोनों चूतड़ जैसे कह रहे हो कि है कोई ऐसा लंडधारी जो अपना लन्ड पूरी रात इस मस्तानी गान्ड में फंसाकर पड़ा रहे ।



उधर आरती भी चूत सहलाने से झड़ गई उसकी पूरी सलवार भीग गई थी जैसे पानी डाल दिया हो किसी ने ।
उधर धर्मवीर भी इस रंडपने को देखकर आउट ऑफ कंट्रोल हो चुका था । और ढेर सारा वीर्य उसके लन्ड से निकला जो सीधा दीवार पर लगा । धर्मवीर ने सोचा कि किसी कपड़े से साफ कर देता हूं ताकि किसी को पता ना लगे । और अंधेरे में जैसे ही मोबाइल निकालकर लाइट ऑन करनी चही तभी धर्मवीर का पैर साइड में रखे छोटी से टेबल से टकरा गया जिसपर गुलदस्ता रखा था ।
जैसे ही गुलदस्ता गिरकर टूटा एक साथ चटाक की तेज आवाज हुई । आरती एक साथ बैड से खड़ी होकर बाहर आयी जैसे ही उसने गेट खोला तो कोई नहीं दिखा ।
क्युकी गुलदस्ता टूटते ही धर्मवीर बिजली वाली फुर्ती से सीढ़ियों की तरफ भागकर ऊपर चला गया बिना क़दमों की आवाज किए ।

आरती को बाहर कुछ नहीं दिखा उसने बाहर की lights on की । जैसे ही उसकी नजर दीवार पर गई उसके दिमाग में सवालों का तूफान सा उठ गया । उसने पास जाकर देखा बहुत ही गाढ़ा सफेद वीर्य उस pink दीवार पर से नीचे की तरफ को रिस रहा था । उस अपनी आंखो पर विश्वास नहीं हुआ । उसने दोबारा इधर उधर देखा कोई नहीं था । राकेश के कमरे की तरफ जाकर देखा उन दोनों के खर्राटों की आवाज आ रही थी मतलब वो सो रहे थे । शालिनी का गेट भी लॉक था । बचे धर्मवीर भईया इतना सोचते ही आरती लिफ्ट की तरफ भागी और ऊपर तीसरे फ्लोर पर पहुंची जाकर देखा तो धरमवीर भईया का गेट लॉक था अन्दर से लेकिन खिड़की खुली हुई थी उसने अन्दर झांककर देखा धरमवीर भईया भी घोड़े बेचकर सो रहे थे । फिर आरती चुपचाप वापस लिफ्ट से नीचे आ गई ।
उधर धर्मवीर ने जैसे ही देखा की आरती उसे झांककर जा चुकी है वो फिर चुपके से सीढ़ियों के रास्ते नीचे गए और चुपके से आरती को देखने लगे ।

आरती वापस नीचे आयी और सोचने लगी कि जो भी हो अब यहां से इसे साफ तो करना ही पड़ेगा वरना सुबह को मुझे ही शर्मिंदा होना पड़ेगा । आरती एक कपड़ा लेकर वहां गई जहां अभी कुछ मिनट पहले वीर्य की बारिश हुई थी ।
आरती ने दीवार पर जैसे ही कपड़े से साफ करना चाहा अचानक उसके हाथ रुक गए । उसने अपनी उंगली से छूकर देखा तो गाढ़ा सा वीर्य था सबका ऐसा ही होता है लेकिन एक बात अलग थी वो चिपचिपा बहुत ज्यादा था फेविकोल की तरह । आरती को विश्वास नहीं हुआ कि कोई एकसाथ इतना सारा वीर्य भी गिरा सकता है वो भी इतना चिपचिपा । आरती अपनी उस उंगली को अपनी नाक के पास लेकर गई तो उसकी सुगंध भी उसे अलग लगी उसकी उंगली पर लगे वीर्य की महक उसके नथुनों से होती हुई इसके दिमाग पर चढ़ गई । फिर आरती अचानक उस दीवार के पास बैठी और अपनी जीभ निकालकर उसे टेस्ट करके देखने लगी जैसे ही उसने चाटा तो वो ऐसे करने लगी जैसे कोई ज्यादा ही स्वाद वाली सब्जी से सनी उंगलियों को कोई चाटता है ।
आरती बैठकर पूरी दीवार चाटने लगा गई ।

उधर धर्मवीर को आंखो पर विश्वास नहीं हो रहा था कि उसकी सीधी और संस्कारी दिखने वाली बहन किसी सस्ती रण्डी को भी पीछे छोड़ सकती है । आरती के अंदर छिपी हुई रण्डी की हवस को देखकर धरमवीर अपने कमरे में आकर सो गया ।



उधर आरती भी पूरा वीर्य पीकर bed पर पड़ी पड़ी ये सोचने लगी कि मैंने सारा वीर्य पी लिया बिना ये जाने वो किसका है ।
आखिर कौन हो सकता है । तीन option में से कोई एक तो पक्का है बस उस चोर को पहचानना है ।
नम्बर एक - राकेश
नम्बर दो - धरमवीर भैया
नंबर तीन - हो सकता है शालिनी का कोई boyfriend हो उसने उसे बुलाया हो और वो शालिनी के कमरे में ही सो रहा हो ।
ज्यादा से ज्यादा बस इतना ही हो सकता है ।

ऐसा तो हो नहीं सकता कि भगवान आए थे या भूत आए थे ।। है तो इनमें से ही कोई ।
ऐसा सोचते सोचते सो गई आरती ।
aisha lag raha hai bhai ji sawan ki jhadi lag gai ho
mast rash bharsati update laaye ho bhai ji.
 
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