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Thank you very much for your valuable review parkas bhaiBahut hi badhiya update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and beautiful update....
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Shefaali hi to is kahani ki jaan hai bhai, warna to ab is kahani me sab dikh hi raha hai, supreme per musibat khatam hi kaha hui thi jo aane wali ho? Sath bane rahiyeOr maza lijiye is khatarnak safar kaThank you very much for your valuable review and supportBadhiya update
Itni tension me bhi shefali ke dwara maths ka ye khel michal or martha ko thoda tension se relief diya ab dekhte han ki konsa khatra supreme par ata ha
Albert ne jis tarh apni research ke bare me bata raha hai usse yahe lagta hai jo na ho ye bat bhi ho sakti hai ki shyad jaanbooj ke ship ko BARMUDA ki tarf moda gaya ho# 23 .
3 जनवरी 2002, गुरुवार, 03:00;
“वैसे कैप्टन!“ अलबर्ट ने एक दूसरी सिगरेट जलाते हुए कहा- “आपका इन दोनों तरीकों की घटनाओं के बारे में क्या सोचना है?“
“दोनों तरीके की घटनाएं?“ सुयश ने अलबर्ट के हाथ में पकड़ी सिगरेट को ध्यान से देखते हुए कहा।
“जी हां ! मेरा मतलब है कि पहली तरह की घटनाएं वो जो शिप पर लॉरेन के मर्डर के बाद घट रही हैं और दूसरी घटनाएं जो शिप का बारामूडा त्रिकोण के इस रहस्यमय क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद घट रही हैं। क्या आपको इन दोनों घटनाओं के बीच कोई समानता दिख रही है?“ कहने के बाद अलबर्ट ने सिगरेट का एक जोरदार कश लिया और धुंए को मुंह से गोल-गोल छल्ले बनाते हुए हवा में उड़ाया।
“समानता...... ! भला इन दोनों बातों में कौन सी समानता हो सकती है?“ सुयश ने संक्षिप्त सा जवाब दिया। पर उसकी निगाहें अभी भी अलबर्ट के हाथ में थमी सिगरेट पर थी।
“नहीं ! मेरा कहने का यह मतलब था कि कहीं ऐसा तो नहीं, किसी ने जानबूझकर इस शिप को इस क्षेत्र में लाने की कोशिश की हो।“ अलबर्ट के स्वर में शंका के भाव थे।
“क्या बेवकूफी भरा सवाल है?“ लारा ने खीझते हुए अलबर्ट से कहा- “भला हम लोग क्यों अपनी जान के दुश्मन बन कर, इस क्षेत्र में शिप को लाना चाहेंगे। और वैसे भी किसी व्यक्ति को शिप को इस क्षेत्र में लाने से क्या फायदा हो सकता है?“
“मैं आपको अपने बारे में एक बात बताता हूं मिस्टर लारा। मैं एक बार पेड़ पौधों पर एक शोध कर रहा था। शोध का विषय था कि क्या पेड़ पौधे भी बात कर सकते हैं।
मैंने इस शोध में काफी वर्ष लगा दिये। पर मैं पूर्ण रूप से इस बात को साबित नहीं कर पाया। लिहाजा सरकार ने मुझे अपने इस शोध के लिए डॉलर देने बंद कर दिए। पर चूंकि इसमें मेरी पूरी जिंदगी लग चुकी थी और यह मेरा जुनून था इसलिए मैंने इस शोध को बंद नहीं किया। मैं आज भी अपने खर्चे पर सरकार से छिपा कर इस शोध पर काम कर रहा हूं।“
“तो इन सब चीजों का मेरे शिप से क्या ताल्लुक?“ सुयश ने अलबर्ट की ओर अजीब सी नजरों से देखते हुए कहा।
“ताल्लुक है कैप्टन! यह भी तो हो सकता है कि कोई इस बारामूडा त्रिकोण के बारे में शोध कर रहा हो और अब जबकि अंतर्राष्ट्रीय संघ ने इस क्षेत्र को खतरनाक घोषित कर, यहां आने पर रोक लगादी है तो कोई अपने शोध को पूरा करने के लिए, शिप को ही इधर मोड़ पर ले आया हो।“ अलबर्ट ने कहा।
“आप साफ-साफ शब्दों में मुझ पर और मेरे पूरे चालक दल पर आरोप लगा रहे हैं मिस्टर अलबर्ट।“ सुयश ने गुस्से से दाँत पीसते हुए अलबर्ट को जवाब दिया।
“नहीं आप गलत सोच रहे हैं कैप्टन। मैं आप पर और पूरे चालक दल पर आरोप नहीं लगा रहा हूं। मैं तो सिर्फ संभावना व्यक्त कर रहा हूं।“ अलबर्ट ने सुयश के गुस्से भरे चेहरे को देख मुस्कुराते हुए कहा।
“अच्छा अगर आप संभावना व्यक्त कर रहे हैं तो मैं भी आपसे एक बात पूछना चाहता हूं।“ सुयश ने अपने आप को सामान्य करते हुए अलबर्ट से पूछ लिया-
“आप यह बताइए कि आप सिगरेट किस ब्रांड की पीते हैं?“
“क्लासिक......! मैं हमेशा क्लासिक सिगरेट पीता हूं।“ अलबर्ट ने जवाब दिया।
“पर आपने अभी डेक पर हम लोगों के सामने जो सिगरेट का टुकड़ा जमीन से उठाया, वह तो ट्रेंच नामक सिगरेट का था।“ अब सुयश के चेहरे पर मुस्कुराहट के भाव थे।
“जी हां ! दरअसल वह सिगरेट मुझे लोथार ने ऑफर की थी, और मैंने उससे ले ली थी।“ अलबर्ट ने शांत भाव से जवाब दिया।
“इसका मतलब डेक पर कुछ देर पहले आपके साथ मिस्टर लोथार भी थे।“ सुयश के शब्दों में किसी डिटेक्टिव से भाव थे।
“जी हां ! पर उन्हें कुछ देर पहले कोई काम याद आ गया था, जिसके कारण वह वहां से चले गए थे।“ अलबर्ट ने अजीब से नजरों से सुयश को देखते हुए कहा।
अब यह लोग एक गलियारे से निकल रहे थे और चूंकि अलबर्ट का रूम अब ज्यादा दूर नहीं बचा था। इसलिए सुयश ठिठक कर एक जगह रुक गया। रुकता भी क्यों ना आखिर उसे अपने सवालों का जवाब जो अलबर्ट से चाहिए था। सुयश को रुकते देख अलबर्ट और लारा भी वहीं रुक गए।
“अब हमें यह बताइए मिस्टर अलबर्ट, कि कोई आदमी किसी दूसरे को सिगरेट कब ऑफर करता है?“ सुयश ने पुनः नये सवाल का गोला दाग दिया।
“जाहिर सी बात है, जब वह खुद पीने को निकालता है, तभी वह दूसरे को ऑफर करता है।“ इस बार लारा ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा।
“इसका मतलब लोथार ने भी आपके साथ सिगरेट पीनी शुरू की होगी ? तो फिर उनकी सिगरेट का टुकड़ा कहां गया ?“ सुयश के चेहरे की मुस्कुराहट बदस्तूर जारी थी।
“वो.... वो....उसने अपनी सिगरेट का टुकड़ा समुद्र में फेंक दिया था।“ अलबर्ट ने गड़बड़ाते हुए स्वर में कहा।
“अच्छा तो उसने अपनी सिगरेट का टुकड़ा समुद्र में फेंक दिया। वरना इस ...........तो अब आप ये बताइए कि आपने कहा था कि आप सिगरेट पी रहे थे, तभी आपने आवाज सुनी और आपकी सिगरेट गिर गई और जब हम लोगों ने सिगरेट का टुकड़ा उठाया तो वह खत्म होने वाली थी। तो यह कैसे संभव हो सकता है कि एक ही समय में जलाई गई दोनों सिगरेट में से एक तो लोथार ने पीकर तभी पानी में फेंक दी थी और दूसरी उसके जाने के बाद भी काफी देर तक चलती रही।“ सुयश ने कहा।
“लोथार ने अभी आधी सिगरेट ही पी थी कि तभी उसे काम याद आ गया और वह बीच में ही सिगरेट फेंक कर चला गया। और रही बात मेरी सिगरेट का तो मैं सिर्फ क्लासिक ब्रांड ही पीता हूं, इसलिए मैं पहले लोथार से सिगरेट नहीं ले रहा था, फिर जब उसने ज्यादा जोर दिया, तो मैंने उसका दिल रखने के लिए सिगरेट उस से ले ली। सिगरेट मेरे हाथ में थी, पर मेरे मन मुताबिक ब्रांड की नहीं थी, इसलिए मैं सिर्फ उसे जला कर पकड़े हुए थे, कश नहीं ले रहा था और आपको तो पता ही है कि अगर सिगरेट का कश ना लिया जाए, तो वह बहुत देर तक चलती रहती है। लेकिन आप ये बताइए कि आपके ये सब पूछने का क्या मतलब हुआ?“ अलबर्ट ने सुयश को घूरते हुए कहा।
“मतलब तो कुछ नहीं हुआ बस मैं भी आप ही की तरह से संभावना व्यक्त कर रहा था।“ सुयश ने अजीब से लहजे में कहा।
तभी सिक्योरिटी के दो आदमी गश्त लगाते हुए उधर आ पहुंचे और सुयश व लारा को देख उनके पास आकर खड़े हो गए। लारा ने उन्हें रुकता देख धीरे से आगे बढ़ जाने का इशारा किया। वह दोनों इशारा समझ तुरंत आगे की गश्त पर चल दिये।
“यहां पर एक बात समझ में नहीं आई।“ लारा ने अलबर्ट को देखते हुए कहा-
“कि जो साया पानी में कूदा, क्या वह आत्महत्या करने जा रहा था और अगर वह आत्महत्या करने जा रहा था, तो उसने अपने कंधे पर क्या लाद रखा था ?“
“वैसे इसका पता लगाना बहुत आसान है।“ सुयश ने इस बार, बारी-बारी से लारा व अलबर्ट की ओर देखते हुए कहा-
“कल हम पूरे शिप में सफर कर रहे सभी यात्रियों और अपने स्टाफ को चेक करेंगे। अगर शिप का कोई आदमी कम हुआ, तो इसका मतलब हुआ कि आप सही कह रहे थे, और अगर शिप में सारे यात्री हैं, तो इसका मतलब कि आप किसी कारण से झूठ बोल रहे थे। क्यों कि शिप बीच समुद्र में है और दूर-दूर तक कहीं जमीन नहीं दिख रही है। जिसका साफ मतलब है कि बाहर से कोई भी आदमी इस चलते हुए शिप पर नहीं आ सकता।“
“आपकी जो मर्जी आए करिए। मैंने जो कुछ भी देखा था वह सब आपको सच-सच बता दिया। अब प्लीज........ गॉड के लिए मुझे अकेला छोड़ दीजिए। क्यों कि मेरे कमरे में मेरी बीवी मारिया मेरा इंतजार कर रही है।“ अलबर्ट ने एक तरीके से पीछा छुड़ाने वाले अंदाज में कहा।
“बस एक आखिरी सवाल और!“ कहकर सुयश अलबर्ट के रुम की ओर चल दिया-
“इस समय रात के लगभग 03:30 बज रहे हैं। आप इतनी देर रात अपने कमरे से निकलकर डेक पर क्या कर रहे थे? ठीक उसी तरह, जिस दिन वह रहस्यमय यान शिप पर से निकला था। उस दिन मैरिज एनिवर्सरी होने के बावजूद भी आप रात के 3:30 बजे तक डेक पर थे। इसका मतलब क्या है?“
“देखिए कैप्टन अगर नार्मल बात होती तो मैं आपको जरूर बता देता। लेकिन अब जब कि आप मुझ पर शक कर रहे हैं, तो मैं इस बात को बताना जरूरी नहीं ...............।“
लेकिन इससे पहले की अलबर्ट अपनी बात पूरी कर पाते और सुयश उससे दोबारा कुछ पूछता, वातावरण में लड़की की एक तेज चीख सुनाई दी।
“बचाओ......... बचाओ!“
“यह तो किसी लड़की की आवाज है?“ अलबर्ट घबरा कर बोला- “लगता है कोई किसी खतरे में है?“
तीनों लोग बहुत तेजी से चीख की दिशा में भागे। सुयश के दिमाग में एक ही शब्द गूंज रहा था-
खतरा... खतरा... खतरा !“
जारी रहेगा....….
Painda footne ke dar se dobara aaya hi nahi hoga woबिल्कुल लीजिए ब्रेक!
सबसे ऊपर स्वयं को रखिए, बाकी सब कुछ आप के बाद में है। यहां कहानी लिखना शायद सबसे आख़िरी कामों में से है।
भाई यहां के पाठकों की हालत मुझे अच्छे से पता है। "Nice update" जैसा बेहूदा कमेंट कर के हाथ पल्ला झाड़ लेते हैं। मैने एक को इसी बात पर कुछ कह दिया तो बोला कि इतना लिख दिया, अब क्या नाचूं! मैने कहा नाच लो, लेकिन मैं देख नहीं पाऊंगा। गधे के बच्चे ने मुझे "अच्छा आदमी" बनने की नसीहत दे डाली। सामने रहता तो कई दिन अपने पेंदे पर बैठ न पाता। खैर!
आप काम देखिए, परिवार देखिए, घूम आइए। जब इन सभी कामों से थोड़ी फ़ुर्सत मिले और समय मिले, तब लिखिए। बाकी आपके उत्साहवर्धन के लिए हम हैं।
मैं भी तो दो तीन अपडेट्स के बाद ही प्रतिक्रिया लिखता हूं। इसलिए आप पर कोई दबाव नहीं बना सकता। बस, आपके साथ बना रह सकने का वायदा कर सकता हूं।
Yahi to Raaj ki baat hai ki wo koodne wala kon tha? Or uske kandhe per kya tha? Rahi baat ship ki to definitely ship ko moda hi gaya hai lekin kisne? or kyu? iska pata aage chalega bhaiAlbert ne jis tarh apni research ke bare me bata raha hai usse yahe lagta hai jo na ho ye bat bhi ho sakti hai ki shyad jaanbooj ke ship ko BARMUDA ki tarf moda gaya ho
Lekin sawal ab bhi wahe hai aakhir esa kisne kia hoga or wo kaun tha jo ship se samundar me mood ke bhaga hoga or kya tha uske kandhe per
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Behad Romanchkari update dia aapne Raj_sharma bhai
Aslam sutradhaar ho sakta haiबढ़िया अपडेट हैं दोनो।
पर मुझे ऐसा क्यों लग रहा है कि शेफाली से सच छुपा कर कुछ गलती जमकर रहे हैं ये लोग।
फिलहाल कैप्टन व्योम कब पहुंचेंगे सुप्रीम तक, क्योंकि उसके पहुंचने के पहले तो कुछ खास नहीं होना अब।
वैसे शिप गोल गोल घूम रहा है या बहरूपिया असलम उसे घूमा रहा है, मुझे तो उसी पर शक है पूरा।
Ye to bahut he ajeeb ghatana ho rhe hai ship me ab ye kida kaha se achnak se aagyaa sath he ek guard mara gaya use pakadne ke chkkar me ye to sahi mauke par Tauffik me ne us kide ko apni revolver se maar dia lekin# 24 . 3 जनवरी 2002, गुरुवार, 04:00;
आवाज क्रिस्टी के रूम से आई थी। आवाज को सुन तीनों भाग कर क्रिस्टी के रुम के पास पहुंच गये। रूम का दरवाजा थोड़ा खुला हुआ था। तब तक चीख की आवाज सुनकर कुछ सिक्योरिटी गार्ड व आस-पास के रूम के लोग भी एकत्र हो गए थे।
लारा ने 2 सिक्योरिटी गार्ड को लेकर, दबे पाँव क्रिस्टी के रूम के दरवाजे को अंदर की ओर धकेल दिया । रूम का दरवाजा पूरा खुल गया। अब रुम के अंदर का दृश्य बिल्कुल साफ नजर आने लगा। क्रिस्टी एक तरफ डरी-डरी सी खड़ी हुई थी।
“क्या बात है? तुम अभी-अभी चीखी क्यों थी ?“ लारा ने क्रिस्टी की ओर देखते हुए पूछा।
“वो.....वो....... वो...... बेड के पीछे...........!“ क्रिस्टी ने डरे-डरे शब्दों में बेड की ओर इशारा करते हुए कहा।
तुरंत एक गार्ड बिना आवाज किए, रिवाल्वर हाथ में लेकर, सतर्कता से बेड की ओर खिसकने लगा। चूँकि किसी को भी नहीं पता था कि बेड के पीछे किस तरह का खतरा है, इसलिए बाकी के गार्ड्स और लारा ने भी रिवाल्वर निकालकर बेड की ओर सतर्कता वश तान दी।
धीरे-धीरे वह गार्ड बेड के पास पहुंच गया। सभी की सतर्क निगाहें बेड के पीछे वाली साइड पर थीं। उधर जैसे ही उस गार्ड ने बेड के पीछे झांका।
एक गहरे हरे रंग का लगभग 8 इंच लंबा एक कीड़ा, बेड के पीछे से उछल कर, उस गार्ड के चेहरे पर बैठ गया और इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, उस कीड़े ने तेजी से उस गार्ड के गाल पर अपने बिच्छूनुमा डंक गड़ा दिए।
“ओ माई गॉड!..........“ सभी के मुंह से समवेत स्वर निकला।
कुछ लोगों के मुंह से तो उस खतरनाक कीड़े को देखकर चीख निकल गई। उधर जैसे ही उस कीड़े ने गार्ड के चेहरे पर डंक मारा, गार्ड बिना आवाज किए, उसी समय
‘धड़ा ऽऽऽम‘ की आवाज करते हुए वहीं गिर पड़ा।
हरे रंग के उस कीड़े ने अब अपनी लाल-लाल आँखों से कमरे के बाहर नजर मारी और मेढक की तरह से जंप मार कर कमरे के बाहर की ओर भागा। लेकिन इससे पहले कि वह बाहर आ पाता या फिर किसी और को कोई और नुकसान पहुंचा पाता, वहां पर कुछ देर पहले आ चुके तौफीक ने बिजली की फूर्ति दिखाते हुए, एक गार्ड से रिवाल्वर छीनकर, उस कीड़े को हवा में ही गोली मार दी।
“धाँ य ऽऽऽऽऽऽऽ!“ शानदार निशाना। दूसरी गोली की कोई जरूरत नहीं थी। निशाना बिल्कुल परफेक्ट था।
कीड़ा वहीं जमीन पर गिर पड़ा। उसके शरीर का एक हिस्सा गोली लगने के कारण फट सा गया था। उधर गोली चलाने के बाद तौफीक ने फूंक मारकर रिवाल्वर से निकलते धुंए को हवा में उड़ाया।
उसकी यह हरकत देख सुयश के चेहरे पर आश्चर्य के भाव आ गए। उसे तुरंत शैफाली के कहे शब्द याद आ गए-
“उस अपराधी की आदत, गोली चलाने के बाद रिवाल्वर की नाल से निकलते धुंए को फूंक मारने की है और ऐसा वही आदमी करता है, जो बहुत बड़ा निशानेबाज हो और रिवाल्वर हमेशा अपने साथ रखता हो।“
उधर अब फायर की आवाज सुनकर बहुत से लोग वहां एकत्रित हो चुके थे। सभी एक दूसरे से हालात के बारे में जानने के लिए पूछताछ कर रहे थे।
“यह कीड़ा यहां पर कैसे आया मिस क्रिस्टी ?“ सुयश ने आगे बढ़कर क्रिस्टी से पूछा।
“मुझे नहीं पता !“ क्रिस्टी ने अब अपनी सांसों पर नियंत्रण करते हुए कहा- “मैं उस समय बाथरूम में थी, तभी मुझे बाथरूम की ऊपर वाली खिड़की से दो पंजेनुमा हाथ दिखाई दिए। जो इसी कीड़े के थे। मैंने आज तक ऐसा खतरनाक कीड़ा नहीं देखा था। इसलिए मेरे मुंह से तेज चीख निकल गई। मैं उस कीड़े से बचने के लिए भागकर रूम में आ गई। कीड़ा अब भी मेरे पीछे था। मैं काफी देर तक उससे बचती रही, फिर जब वो एक बार मेरी तरफ उछला तो मैंने उसे हवा में ही लात मार दी। जिससे वह बेड के पीछे गिर पड़ा। तब तक आप लोग मेरी चीख सुनकर यहां आ ही गए।“
उधर लारा ने आगे बढ़कर गिरे पड़े गार्ड की नब्ज चेक की। “नो मोर सर! अब यह जीवित नहीं है।“
अब सबकी निगाह सिर्फ और सिर्फ कीड़े पर थी।
“ऐसा कीड़ा तो मैंने आज तक कहीं नहीं देखा।“ सुयश ने कीड़े को ध्यान से देखते हुए कहा।
“आप ठीक कह रहे हैं सर!“ लारा ने भी आगे बढ़कर कीड़े को देखते हुए कहा- “मैंने भी आज तक ऐसा कीड़ा कभी नहीं देखा। और इसके पंजे तो देखिए, इसके शरीर के हिसाब से इसके पैर काफी बड़े व पंजे काफी नुकीले हैं। यह देखने में छिपकली व मेंढक की मिली जुली प्रजाति का लग रहा है। इसकी सुर्ख लाल आंखें व इसकी पूंछ में लगा, बिच्छू जैसा डंक कितना खतरनाक है और वैसे ही इतने जहरीले प्राणी के बारे में तो मैंने कभी सुना ही नहीं। जिसके शरीर में इतना जहर हो कि डंक मारते ही आदमी मर जाए।“
“एक मिनट कैप्टन!“ तौफीक ने आगे आते हुए कहा- “यह कीड़ा निश्चित रूप से समुद्र से हमारे शिप पर आया था, क्यों कि इसके पंजे के बीच की बनावट ठीक वैसे है, जैसे पानी में तैरने वाले बत्तख या मेंढक की होती है।“
“मैं आप लोगों से इस कीड़े के बारे में कुछ बताना चाहता हूं।“ अलबर्ट ने आगे बढ़कर ध्यान से उस कीड़े को देखते हुए कहा।
अब सभी का ध्यान की ड़े से हटकर अलबर्ट की ओर हो गया। अलबर्ट ने सबका ध्यान अपनी तरफ देख बोलना शुरू कर दिया-
“यह घटना 30 जून सन 1908 की है। मध्य साइबेरिया के ‘टुंगुस‘ क्षेत्र के आस-पास के स्थानों में सभी व्यक्ति जब गहरी नींद से सो कर उठे, तो प्रातः लगभग 7 बजकर 17 मिनट पर उन्हें आकाश में एक भयानक गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई दी। फिर देखते ही देखते, आकाश से एक आग का गोला तेजी से जमीन की ओर आता दिखाई दिया और इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता। तीन-चार तालियों जैसी गड़गड़ाहट के साथ, कोई चीज बहुत तेजी से आवाज करती हुई साइबेरिया के जंगलों में गिरी। विस्फोट की आवाज इतनी तेज थी कि उससे 250 मील दूर ‘किर्नस्क‘ में रहने वाले लोगों के कानों में तीव्र दर्द शुरू हो गया। उस विस्फोट के पास के एक स्थान ‘कंस्क‘ में तो घोड़े जैसे विशालकाय जानवर कई मील दूर जा गिरे। उस से 40 मील दूर रहने वाले एक किसान सेमीनोव की कमीज उसके शरीर पर जल गयी और विस्फोट के कारण वह सीढ़ियों से जा गिरा। इस विस्फोट से डेढ़ हजार रेंडियर पशु मारे गये और ना जाने कितने डॉलर की धन-संपदा का नुकसान हुआ। सभी का यही अनुमान था कि आकाश से शायद कोई उल्का पिंड वहां पर आकर गिरा था, परंतु जब वहां की आग बुझाई गई तो उस स्थान पर किसी भी प्रकार की किसी चीज के गिरने का कोई प्रमाण नहीं मिला। यहां तक कि कोई गड्ढा भी नहीं मिला। हाँ इतना जरूर था कि 20 मील की त्रिज्या में मौजूद सभी वृक्ष जल गए।“
“आप यह सब क्यों सुना रहे हैं?“ लारा ने आगे बढ़कर अलबर्ट को टोकते हुए कहा- “उस घटना का इस विचित्र कीड़े से क्या संबंध?“
“बाद में इस घटना के कुछ दिनों बाद......।“ अलबर्ट ने इशारे से लारा को चुप रहने को बोल, स्वयं बदस्तूर जारी रहे-
“जब ‘किर्नस्क‘ व ‘कंस्क‘ के निवासी ‘क्रिसोन‘ नामक एक छोटे से गांव में गए तो उन्हें एक अजीब सी घटना देखने को मिली। उस गांव में रहने वाले लगभग 1500 व्यक्ति अपने जानवरों सहित गायब हो गए थे। मतलब कि उस गांव में एक भी व्यक्ति या जानवर, जीवित या मृत किसी भी अवस्था में नहीं मिला। जबकि सभी के घरों व दुकानों में जो भी वस्तुएं थीं, वह सब ज्यों की त्यों रखीं थीं। किसी भी स्थान पर किसी प्रकार के संघर्ष का भी कोई निशान नहीं था। फिर रातों-रात वहां के 1500 इंसान अपने मवेशी सहित अचानक कहां गायब हो गए, यह आज तक कोई भी नहीं जान पाया। हाँ ! एक तालाब के पास, इसी तरह का एक हरा कीड़ा मृत पाया गया था। जब वैज्ञानिकों ने इसे देखा तो वह इसे उठा कर अपनी प्रयोगशाला में ले आये। पूर्ण रूप से इस पर शोध करने के बाद उन्होंने यह बताया कि ऐसा कीड़ा पृथ्वी पर कहीं नहीं पाया जाता। अब यह कहां से आया और वहां के निवासी कहां चले गए। यह आज तक नहीं पता चला। बाद में इस कीड़े की तस्वीर ‘क्रीचर वर्ल्ड‘ नामक पुस्तक में छपी। जहां से मैंने इसको देखा था।“
इतना कहकर अलबर्ट बिल्कुल शांत हो गया और बारी-बारी से उन सब को देखने लगा जो साँस रोके लगातार उनकी कहानी सुने जा रहे थे।
“यह कैसे हो सकता है?“ असलम जो काफी देर से वहां आकर खड़ा था और उनकी बातें सुन रहा था, बोल उठा-
“साइबेरिया के जंगलों का कीड़ा यहां अटलांटिक महासागर में क्या कर रहा है?“ परंतु इसका जवाब शायद किसी के पास नहीं था, इसलिए सब चुप रहे। लेकिन कुछ लोगों के चेहरों पर दहशत के भाव अब साफ नजर आने लगे थे।
“प्रोफेसर अलबर्ट, बस आपसे एक सवाल और?“ सुयश ने अलबर्ट की ओर देखते हुए कहा -
“क्या यह कीड़ा इतना जहरीला होता है कि किसी को यदि यह डंक मार दे तो वह एक सेकेंड में मर जाएगा।“
“माफी चाहता हूं कैप्टेन, पर मैं इस बारे में नहीं जानता क्यों कि उस किताब में इसके जहरीले होने के बारे में नहीं लिखा था। हाँ, इस घटना को देखने के बाद इतना जरूर कहूंगा कि इसके बिच्छू जैसे डंक में अवश्य ही इतना खतरनाक जहर होगा जो एक सेकंड में किसी की जान लेने में सक्षम है।“ इतने जहरीले जानवर के बारे में सुनकर एक सेकेंड के लिए मानो सबको सांप सूंघ गया हो।
“अब तुम एक काम करो लारा।“ सुयश ने लारा को आर्डर देते हुए कहा-
“इस गार्ड की लाश को भी वहीं रखवा दो, जहां लॉरेन की लाश रखी है।“
आर्डर मिलते ही लारा ने दो गार्डों को इशारे से बुलाया और उस गार्ड की लाश को ले जाने के लिए कहा। दोनों गार्ड उस लाश को उठा कर वहां से चले गए।
सुयश ने शिप के एक लैब टेक्निशीयन को बुलाकर उस कीड़े की बॉडी को भी हटवा कर टेस्टिंग के लिए लैब भिजवा दिया।
“थैंक यू मिस्टर तौफीक!“ सुयश ने तौफीक का आभार प्रकट करते हुए कहा-
“अगर आपने ठीक वक्त पर कीड़े को निशाना ना बनाया होता तो शायद वह अभी एक-दो लोगों को और काट सकता था। आपके निशाने की एक बार फिर से तारीफ करनी होगी। वैसे आपके रिवाल्वर चलाने की स्टाइल काफी अच्छी है और गोली चलाने के बाद फूंक मारकर, रिवाल्वर से निकलते धुंए को उड़ाना, यह भी काफी अच्छा है।“
तौफीक ने अपने हाथ में पकड़ी रिवाल्वर अब गार्ड को सौंप दी। पर इससे पहले कि अभी और कोई कुछ बोल पाता, तभी वह दोनों गार्ड, जो अभी-अभी मृत गार्ड की लाश को ले गए थे, भागकर उधर आते दिखाई दिए। सभी आश्चर्य से उधर देखने लगे।
“सर.....सर....वो.... वो....!“ एक गार्ड ने घबराए स्वर में कहा।
“क्या वो...वो... लगा रखा है। बोलते क्यों नहीं ? बात क्या है?“ सुयश ने बिल्कुल डांटने वाली स्टाइल में कहा।
“वो....वो..कैप्टन! लॉरेन की लाश अपनी जगह पर नहीं है। लॉरेन की लाश गायब हो गई।“ दूसरे गार्ड ने हकलाये स्वर में कहा।
“व्हाट!“ लारा के मुंह से आश्चर्य भरे भाव निकले। “ओ गॉड! ये सब क्या हो रहा है?“ सुयश ने चिन्तित स्वर में कहा।
तुरंत सारे लोग उस दिशा में भाग लिए जिधर कोल्ड स्टोर रूम था।
जारी रहेगा....…..
Shefali such me mind ko kafi tej nikli mauka ka fayda acha uthaya use is bahane sahi Suyash ka mnn kuch pal ke leye shant hua lekin Bruno ko storage me le Jake Burani me search ki or le gaya bahar ab ky hoga dekhne layak hoga scene# 25 .
3 जनवरी 2002, गुरुवार, 04:35;
कोल्ड स्टोर रूम में पहुंचकर सभी हैरान रह गए। क्यों कि लॉरेन की लाश सच में अपनी जगह पर नहीं थी।
“ओ माई गॉड! यह क्या ?“ एक गार्ड के मुंह से आश्चर्य भरे स्वर निकले।
“क्या हुआ?“ सुयश ने गार्ड को आश्चर्यचकित होते देख पूछ लिया।
“वो....वो.... सर! लॉरेन की लाश तो गायब है ही, पर जो गार्ड की लाश हम अभी-अभी छोड़ कर गए थे। वह भी गायब है।“ गार्ड ने डरते हुए जवाब दिया।
“क्याऽऽऽऽऽऽ?“ एक क्षण के लिए सभी के शरीर में झुरझुरी सी दौड़ गई।
“डरो मत! साफ-साफ शब्दों में बताओ कि जब तुम यहां आए तो तुमने क्या देखा ?“ ब्रैंडन ने गार्ड को हिम्मत बंधाते हुए कहा।
“जब हम दोनों...... मृत गार्ड की लाश को लेकर आए, तो हमने यह देखा कि जहां पर लॉरेन की लाश रखी गई थी। वह अब वहां पर नहीं थी। यह देखकर हम इतना डर गये कि डर की वजह से हम उस गार्ड की लाश को भी यहां छोड़कर आपको बताने के लिए भाग गए।“ इतना कहकर गार्ड चुप हो गया।
“यदि तुम गार्ड की लाश अभी यहां छोड़ कर गए हो तो फिर वह कहां चली गई?“ सुयश ने तेजी से इधर-उधर देखते हुए कहा।
तभी ब्रैंडन की नजर स्टोर के दूसरी साइड वाले दरवाजे की ओर गई, जो कि खुला हुआ दिख रहा था। ब्रैंडन ने सुयश को भी इशारे से खुला दरवाजा दिखाया। सुयश धीरे-धीरे चलता हुआ, उस पिछले दरवाजे के पास पहुंच गया। कुछ देर सोचने के बाद सुयश ने दरवाजे को धक्का दे पूरा खोल दिया।
वह दरवाजा डेक नं0 12 पर खुलता था। सुयश ने अपना सिर निकाल कर इधर-उधर देखा, पर अंधकार के सिवा उसे सामने कुछ नहीं दिखाई दिया।
“मिस्टर लारा !“ सुयश ने वापस स्टोर रुम के अंदर कदम रखते हुए लारा से मुखातिब हो कर कहा-
“क्या स्टोर रुम में ताला नहीं लगा था ?“
“नो सर! स्टोर रुम में तो ताला नहीं लगाथा। क्यों कि ना तो यहां पर कोई कीमती चीज रखी है, और ना ही किसी यात्री को इस दिशा में आने की इजाजत है। हां लेकिन इसके पीछे का यह दरवाजा अवश्य अंदर से बंद था।“ लारा ने सफाई देते हुए कहा।
“इसका मतलब जो भी लाश लेकर गया है, वह अगले दरवाजे से आया था और लाश लेकर पीछे के दरवाजे से निकल गया।“ सुयश ने स्टोर रूम में चहलकदमी करते हुए कहा।
“लेकिन सर कोई भला इन लाशों को क्यों ले गया ? उसे इन लाशों से क्या फायदा हो सकता है?“ जेनिथ ने सुयश से मुखातिब हो पूछ लिया।
“फिलहाल तो आपकी इस बात का जवाब अभी मेरे पास भी नहीं है मिस जेनिथ।“ सुयश ने जेनिथ के बाद तौफीक, असलम, ब्रैंडन, लारा , जैक, जॉनी, अलबर्ट, ऐलेक्स, क्रिस्टी व लोथार सहित वहां खड़े सभी के चेहरे पर बारी-बारी नजर डालते हुए कहा।
ब्रैंडन की भी निगाहें बहुत तेजी से स्टोर रूम में किसी क्लू के लिए फिर रहीं थीं। सुयश भी बहुत तेजी से कुछ सोच रहा था कि अचानक उसे शैफाली के कहे शब्द याद आ गए-
“अंकल! वैसे आपको अगर ब्रूनो की जरूरत पड़े, तो आप जरुर बताइएगा क्यों कि वह भी आपकी काफी मदद कर सकता है।“ यह ख्याल दिल में आते ही वह सभी को वहां रुकने को बोल सीधा शैफाली के रूम की ओर चल दिया।
चैपटर-8 3 जनवरी 2002, गुरुवार,
05:15; रूम के बाहर पहुंच कर सुयश ने एक बार नजर अपनी घड़ी पर मारी। घड़ी में सुबह के 05:15 का समय हुआ था। दरवाजे पर लगी घंटी पर एक बार उसकी उंगली ठिठकी, लेकिन फिर ना जाने कैसे उसने घंटी दबा ही दी।
कुछ देर के बाद रूम का दरवाजा खुला। दरवाजा खोलने वाला माइकल था। माइकल के चेहरे पर गहरी नींद के निशान स्पष्ट थे।
“क्या बात है कैप्टेन! आप इतने समय यहां ? सब ठीक तो है ना ?“ माइकल के स्वर में आश्चर्य के भाव थे।
“क्या मैं अंदर आ सकता हूं?“ सुयश ने माइकल का जवाब ना देते हुए उल्टा अपना एक सवाल और कर दिया।
“यस-यस क्यों नहीं ? आइये।“ माइकल दरवाजे के आगे से हटता हुआ बोला। सुयश धीरे से अंदर आकर एक सोफे पर बैठ गया।
“शैफाली सो रही है क्या ?“ धीरे से सुयश ने इधर-उधर____नजरें दौड़ाते हुए पूछा।
“हां वह तो अभी सो रही है।“ माइकल ने ना समझ में आने वाले भाव से जवाब दिया।
“दरअसल मुझे आपसे कुछ समय के लिए एक चीज चाहिए थी।“ सुयश ने समय ना बर्बाद करते हुए, सीधे टॉपिक पर आते हुए कहा।
“मुझसे भला क्या चाहिए आपको?“ माइकल हैरानी से सुयश को देखते हुए बोला। पर इससे पहले कि सुयश कुछ जवाब दे पाता, वातावरण में शैफाली की आवाज गूंजी-
“ब्रूनो चाहिए होगा, क्यों कैप्टेन अंकल मैंने सही कहा ना ?“ कमरे में शैफाली ने ब्रूनो के साथ प्रवेश करते हुए कहा।
“हाँ बेटे! हर बार की तरह तुम इस बार भी बिल्कुल सही हो।“ सुयश के चेहरे पर प्रशंसा के भाव उभरे-
“किन्हीं कारणों से मुझे कुछ देर के लिए ब्रूनो चाहिए था।“
“आप ब्रूनो को ले जा सकते हैं, बस एक छोटी सी शर्त है, आपको अगले स्टॉपेज पर ब्रूनो के लिए बिस्किट खरीद कर देना होगा और ब्रूनो के बाहर निकलने के प्रतिबंध को हटाना होगा।“ शैफाली ने मुस्कुराते हुए कहा।
“ठीक है, मुझे तुम्हारी शर्त मंजूर है।“ सुयश के चेहरे पर बेसाख्ता ही मुस्कान उभर आयी – “मैं वादा करता हूं कि मैं अगले स्टॉपेज पर ब्रूनो के लिए कुछ बिस्किट के पैकेट जरूर खरीदूंगा और इसे रूम से बाहर भी निकलने दूंगा।“
“फिर ठीक है।“ शैफाली ने अपनी सजीव सी लग रही नीली आंखों को शरारत भरे अंदाज में गोल गोल नचाते हुए कहा-
“अब आप ब्रूनो को अपने साथ ले जा सकते हैं।“ सुयश समझ गया कि शैफाली ने मौके का फायदा उठाकर अपनी बात मनवा ली।
शैफाली की चालाकी देखकर, चाहे थोड़ी देर के लिए ही सही, पर सुयश अपनी प्रॉब्लम भूल गया था। मगर जैसे ही सुयश को स्टोर रुम की याद आई, वह तुरंत उठ कर खड़ा हो गया। ब्रूनो मानो सबकी बातें समझ रहा था, वह धीरे-धीरे चलकर सुयश के पास आकर खड़ा हो गया।
“सॉरी कैप्टेन!....“ माइकल ने माफी मांगने वाले अंदाज में कहा- “शैफाली की बात का बुरा मत मानियेगा।“
“कोई बात नहीं ! मुझे आपकी बेटी की शर्त से कोई परेशानी नहीं है, बल्कि मैं यह कहूंगा कि आपकी बेटी का दिमाग बहुत तेज है। अच्छा चलता हूं। चलो ब्रूनो।“ यह कहकर सुयश ने धीरे से ब्रूनो के सिर पर हाथ फेरा और बाहर निकल गया।
ब्रूनो भी किसी आज्ञाकारी बालक की तरह सुयश के पीछे-पीछे चल दिया।
3 जनवरी 2002, गुरुवार, 05:45;
“क्या बात है कैप्टेन? आप कहां चले गए थे?“ असलम________ने आगे बढ़ते हुए सुयश से पूछ लिया।
सुयश ने असलम की किसी बात का जवाब ना देकर, सिर्फ ब्रूनो की तरफ इशारा किया। ब्रूनो पर नजर पड़ते ही असलम सारी बातें समझ गया।
“यह शिप पर इतना भयानक कुत्ता कहां से आया कैप्टेन? जबकि आप तो कह रहे थे कि शिप पर जानवरों का लाना मना है।“ जॉनी ने भयभीत नजरों से ब्रूनो को देखते हुए कहा।
“सब कुछ रखना पड़ता है।“ सुयश ने जैक की ओर देखते हुए कहा- “क्या पता कब किस चीज की जरूरत पड़ जाए?“ सुयश को अपनी तरफ घूरता देखकर, जैक ने घबरा कर अपना मुंह दूसरी तरफ घुमा लिया।
“लॉरेन की लाश कहां रखी गई थी?“ सुयश ने लारा की तरफ देखते हुए पूछा।
“उस टेबल पर।“ लारा ने एक तरफ रखी हुई एक लंबी सी स्ट्रेचर टाइप टेबल की ओर इशारा किया। सुयश ब्रूनो को लेकर उस टेबल तक पहुंचा और फिर उसने ब्रूनो को वहां सूंघने का इशारा किया।
ब्रूनो तुरंत उछलकर उस टेबल पर चढ़ गया और फिर टेबल को सूंघकर बहुत तेजी से पिछले दरवाजे की तरफ भागा। सभी लोग उसके पीछे-पीछे भागे। दरवाजे से निकल कर ब्रूनो डेक पर आ गया। उसने अपनी नाक को हवा में उठा कर कुछ सूंघने की कोशिश की और फिर कुछ आगे जा कर, एक ड्रम के पीछे कुछ सूंघने लगा। थोड़ी देर में वह ड्रम के पीछे से एक कपड़ा लेकर निकला। सुयश ने उस कपड़े को ब्रूनो से ले लिया।
वह कपड़ा एक खूबसूरत सा नीले रंग का चेकदार रुमाल था। ब्रूनो पुनः तेजी से डेक पर आगे की ओर भागा। सभी उसके पीछे थे। आगे जा कर ब्रूनो 2 खंभों के पास चक्कर लगाने लगा और फिर चुपचाप खड़ा हो गया।
जारी रहेगा.....…..