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Thank you very much bhaiShaandar update
Thank you very much bhaiShaandar update
Thanks brother, sath bane rahiyeShaandar jabardast update
Bechara Lothar iski bhi maut Rahasmay tarike se ho gayi jane wo Saya kiska tha or na jane Suyash ne us shirt ke tukde me lagi name plate me kiska name dekha jisse Suyash ko Jhatkha laga# 39 .
“कौन?.......कौन है वहां ?“ सुयश ने चीखकर पूछा।
पर उस साये की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। वह साया एकटक अब भी उन दोनों को देख रहा था। तभी ब्रैंडन रिवाल्वर निकाल कर पास आ गया।
“खबरदार! तुम जो भी हो, हिलना नहीं..... वरना गोली मार दूंगा।“ ब्रैंडन ने तेज आवाज में कहा। वह साया फिर भी चुपचाप खड़ा रहा।
“ब्रैंडन तुम यह रिवाल्वर मुझे दो, मैं इसे कवर करता हूं। तुम नीचे लोथार को देखो।“ सुयश ने उस साये से बिना नजरें हटाए, ब्रैंडन से रिवाल्वर मांगी।
ब्रैंडन को भी जैसे ही लोथार का ख्याल आया उसने अपनी रिवाल्वर सुयश को दे दी और भागकर रेलिंग के पास पहुंच गया।
“बचाओ.......कैप्टन बचाओ ....... मैं डूब रहा हूं।“ तभी वातावरण में लोथार की आवाज गूंजी। एक पल के लिए सुयश का ध्यान लोथार की तरफ गया। तभी वह साया उछलकर रेलिंग पर चढ़ने लगा।
“धांय!“ सुयश ने फुर्ती से आगे बढ़ते हुए, उस साये के पैरों पर एक फायर किया।
निशाना बिल्कुल सही था। गोली उस साये के दाहिने पैर पर लगी। साये को थोड़ा झटका अवश्य लगा। पर वह डेक की रेलिंग पर चढ़ने में सफल हो गया।
लेकिन इससे पहले कि वह पानी में कूद पाता। सुयश ने गजब की फुर्ती दिखाते हुए, छलांग लगाकर उसकी कॉलर पकड़ ली। लेकिन वह साया बिना इस बात की परवाह किए कि सुयश ने उसे पकड़ रखा है, वह पानी में कूद गया।
“चर्र......चर्र.....।“ उसकी शर्ट कॉलर का कुछ हिस्सा फाड़ती हुई, सुयश के हाथ में आ गई।
मगर वह साया पानी में कूदकर गायब होने में सफल हो गया। सुयश तुरंत उस फटे कपड़े को वहीं फेंककर लोथार की ओर भागा।
तब तक ब्रैंडन डेक पर मौजूद एक बहुत लंबा रस्सा उठा लाया और उसे रोल से खोलकर पानी में फेंकने की तैयारी करने लगा।
उधर फायर की आवाज सुनकर तौफीक व जेनिथ सहित कुछ अन्य लोग भी वहां भागकर पहुंच गए। अब सभी का ध्यान डूबते हुए लोथार पर था।
“मुझे बचा लीजिए कैप्टेन.....मैं डूब रहा हूं......मैं मर जाऊंगा।“ लोथार अपनी जान बचाने के लिए गिड़गिड़ा रहा था।
चांदनी रात होने की वजह से समुद्र की लहरें भी तेजी से उछल रहीं थीं।
“थोड़ी देर तैरने की कोशिश करो।“ सुयश ने पानी में रस्सा फेंकते हुए कहा- “मैं रस्सा फेंक रहा हूं।“
पहला निशाना गलत गया। रस्सा लोथार से बहुत दूर गिरा। यह देखकर तौफीक ने सुयश से रस्सा ले लिया- “मुझे दीजिए कैप्टेन, मैं ट्राई करता हूं।“
तौफीक ने रस्से का गोला बना कर बहुत तेजी से नचाया और निशाना लगाकर लोथार की ओर फेंका। अगर निशाना रिवाल्वर का होता तो तौफीक के चूकने का प्रश्न ही नहीं उठता था, पर वह रस्से से लगाया गया निशाना था। फिर भी वह निशाना इतना गलत नहीं था। वह रस्सा लोथार से थोड़ी दूरी पर जाकर गिरा।
“लोथार तैरकर रस्से को पकड़ने की कोशिश करो।“ तौफीक ने चिल्लाते हुए कहा- “वह तुमसे ज्यादा दूरी पर नहीं है।“
लोथार अपने हाथ पैर तो चला रहा था, पर जाने क्यों वह रस्से तक पहुंच नहीं पा रहा था।
“क्या बात है? क्या लोथार तैरना नहीं जानता ?“ सुयश ने झुंझला कर तौफीक से पूछा।
“उसे ज्यादा तैरना नहीं आता। वह अभी तैरना सीख रहा था।“ तौफीक ने सुयश को बिना देखे ही जवाब दिया- “लेकिन ऐसा भी नहीं है कि वह बिल्कुल अनाड़ी है।“
“फिर वह आगे बढ़कर रस्सा पकड़ क्यों नहीं पा रहा है?“ सुयश के चेहरे पर असमंजस के भाव थे। तभी लोथार गला फाड़कर चीख उठा-
“कैप्टेन मुझे बचाओ। वह पानी के नीचे है।......... उसने मेरा पैर पकड़ रखा है..... मैं तैर नहीं पा रहा हूं।.... मैं डूब जाऊंगा।“
सुयश यह सुनकर जैसे पागल हो गया। वह स्वयं पानी में कूदने के लिए रेलिंग पर चढ़ने लगा। यह देखकर तौफीक और ब्रैंडन समेत कई लोगों ने उसे पकड़ लिया।
“नहीं कैप्टेन, मैं आपको पानी में नहीं कूदने दूंगा।“ ब्रैंडन ने सुयश को रेलिंग से खींचते हुए कहा- “नीचे पानी में जान का खतरा है।“
“तो क्या करूं?“ सुयश के गले से चिंघाड़ सी निकली- “अपनी जान बचाने के लिए लोथार को ऐसे ही तड़प-तड़प कर मर जाने दूं। वहां पानी के नीचे वही कातिल है, जो सबको एक-एक करके मार रहा है। आज मैं उसे नहीं छोडूंगा।.....छोड़ दो .....जाने दो मुझे।“
तभी तौफीक समुद्र की ओर देखते हुए बोला- “रहने दीजिए कैप्टेन। अब हम किसी को नहीं बचा सकते। वह देखिए शार्को का एक झुंड चारों तरफ से इसी दिशा में आ रहा है। अब तो गोता-खोरों को भी नीचे भेजना बेकार है। अब दोनों में से कोई नहीं बच सकता।“
यह सुनकर सभी का ध्यान शिप के चारों तरफ पड़ रही सर्चलाइट की रोशनी में पानी में गया। बहुत सी शार्कों का एक झुंड उधर ही आता हुआ दिखायी दिया। जिनकी पूंछ पानी से बाहर दिख रहीं थीं।
वह बहुत तेजी से घेरा बना कर, इसी तरह आ रहीं थीं। शायद उन्हें इंसानो की खुशबू मिल गई थी। लोथार अब धीरे-धीरे डूब रहा था। वह बार-बार पानी के अंदर बाहर इस तरह से हो रहा था।
जैसे कोई उसे नीचे से बार-बार खींच रहा हो। कभी-कभी सफेद शर्ट में लिपटी हुई एक बांह पानी के नीचे से लोथार को पकड़े हुए दिख जाती थी। अब तो लोथार की चीखें भी बंद हो गई थीं। अब वह सिर्फ अपने हाथ-पैर चलाने की आखिरी कोशिश कर रहा था।
अब तक शिप की डेक पर असंख्य यात्रियों का जमावड़ा लग गया था। इन लोगों में बहुत से गार्ड भी शामिल थे। अब शार्कें लोथार से बहुत ज्यादा दूरी पर नहीं थीं। सुयश का खून इस सीन को देखकर बहुत तेजी से खोलने लगा, अचानक सुयश ने एक गार्ड के हाथ से मशीनगन खींचकर पास आ रही शार्कों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
“जब तक संभव हो सके लोथार को बचाने की कोशिश करो।“ सुयश गोलियां चलाते हुए चीखा- “शार्कों पर गोलियां चलाओ, उन्हें पास मत आने दो।“
यह सुनते ही वहां खड़े सभी गार्डों ने शार्कों पर गोलियों की बौछार शुरू कर दी। “तड़...तड़.....तड़.....तड़.....तड़..।“ गोलियों की आवाज उस शांत वातावरण में बहुत दूर तक गूंज रहीं थीं।
उधर तौफीक ने लपककर ब्रैंडन से रिवाल्वर छीन ली। कोई और स्थिति होती तो शायद ब्रैंडन से तौफीक की हाथापाई हो रही होती। लेकिन ऐसी स्थिति में ब्रैंडन नॉर्मल रहा, क्यों कि अब उसे तौफीक के निशाने के बारे में मालूम हो चुका था।
तौफीक लगातार लोथार के शरीर पर चिपके उस हाथ को देख रहा था। थोड़ी देर तक देखते रहने के बाद तौफीक ने निशाना साधा और गोली चला दी।
“धांय!“ एक गोली उस रहस्यमय साये के हाथ की ओर झपटी , निशाना बिल्कुल अचूक था। गोली सीधा उस साये के हाथ पर लगी।
उस रहस्यमय साये को एक झटका लगा और लोथार उसकी हाथ की पकड़ से निकल गया। लोथार को जैसे ही अपने छूटने का अहसास हुआ, उसमें एक नई ताकत का संचार हो गया। वह तेजी से रस्सी की ओर झपटा।
अब लोथार उस रहस्यमय साये से अलग हो गया और रस्सी उसके हाथ में आ गई थी। कुछ लोगों ने तेजी से रस्सी को खींचना शुरू कर दिया।
उधर तौफीक ने लोथार को उस रहस्यमय साये से अलग होते देख, उस साये का निशाना बना कर गोलियों की बौछार कर दी। उस रहस्यमय साये को असंख्य गोलियां लग गयीं लेकिन उस साये ने फिर भी पानी में डुबकी लगाई और समुद्र की गहराइयों में ना जाने कहां खो गया।
उधर गार्ड लगातार गोलियां चलाकर शार्कों को रोकने की कोशिश कर रहे थे। पर कई शार्कों को गोलियां लगने से खून निकल आया था। जिसकी खुशबू पा कर वहां और सैकड़ों की तादाद में शार्क आ गईं। अब गार्डों के लिए इन शार्कों को रोक पाना बहुत मुश्किल था।
सभी शार्क अब घेरा बना कर, तेजी से लोथार की ओर बढ़ने लगीं। लोथार की दूरी अभी भी शिप से ज्यादा थी। आखिरकार हिंसक शार्कें लोथार पर तेजी से झपटीं। डर के कारण लोथार सहित कईयों की आंखें बंद हो गईं।
लेकिन अचानक एक अजीब सा चमत्कार हुआ। सारी शार्कें लोथार से लगभग 15 फुट की दूरी पर अचानक रुक गईं। सारे लोग अवाक होकर इस घटना को देखने लगे।
“ये क्या हुआ?“ तौफीक ने आश्चर्य भरे स्वर में कहा- “ये सारी शार्कें अचानक कैसे रुक गईं?“
“पता नहीं ! सुयश की आँखें भी आश्चर्य से फैल गयीं- “लेकिन मौका अच्छा है। लोथार को जल्दी खींचो।“
सुयश के इतना कहते ही लगभग 10-12 और लोग रस्सी पर झपटे। अब सभी तेजी से रस्सी खींचने लगे। लोथार के बचने की अब पूरी आशाएं हो गईं थीं।
तभी रस्सी एक जोरदार झटके से खिंचना बंद हो गई। सभी ने पूरी ताकत लगा कर देखी, पर रस्सी टस से मस नहीं हुई। सबकी निगाहें फिर लोथार पर गयीं।
अचानक लोथार के चेहरे के भाव दहशत में परिवर्तित हो गए। सभी को यह एहसास हो गया था कि पानी के नीचे कुछ तो है, शार्कें अपने आप नहीं रुकी थीं।
लेकिन इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, लोथार ‘गुलुप‘ की आवाज के साथ पानी में समा गया।
चूंकि लोथार ने रस्सी छूट जाने के डर से, अपने हाथ में कसकर फंसा रखी थी, इसलिए वह रस्सी भी तेजी से पानी में खिंचती चली गई।
रस्सी के खिंचाव का झटका इतना तेज था कि यदि कोई उसे पकड़े होता, तो वह भी समुद्र में खिंच गया होता।
एक निस्तब्ध सन्नाटा माहौल में कायम हो गया। अब सभी शार्कें भी इधर-उधर हो गईं। शायद उन्हें भी यह एहसास हो गया था कि अब शिकार उनके हाथ नहीं लगने वाला।
“आखिर हम लोथार को मरने से नहीं बचा पाए।“ सुयश के चेहरे पर दुख ही दुख दिखाई दे रहा था।
“कैप्टन वैसे आपको क्या लगता है?“ ब्रैंडन ने माहौल को हल्का करने के उद्देश्य से टॉपिक चेंज करते हुए कहा- “वह रहस्यमय साया कौन हो सकता है? आपने तो उसको बहुत करीब से देखा था।“
“कुछ पक्के तौर पर कह नहीं सकता, क्यों कि उस जगह पर बहुत अंधेरा था।“ सुयश ने अपने दिमाग में उस घटना को याद करते हुए कहा- “लेकिन एक बात तो है, उस साये की ड्रेस देखकर यह लग रहा था कि जैसे वह अपने शिप का कोई स्टाफ का आदमी हो।“
“क्या बात कर रहे हैं कैप्टेन?“ ब्रैंडन ने आश्चर्य भरे स्वर में कहा- “ये कैसे संभव हो सकता है?“
“मैं बिल्कुल ठीक कह रहा हूं...... और हां उसके कंधे पर स्टार भी चमक रहे थे.....मुझे याद आ रहा है .....जब मैं उस पर झपटा तो उसकी शर्ट की कॉलर फट कर मेरे हाथ में आ गई थी।“
अचानक कुछ याद करके सुयश तेजी से उस तरफ भागा। जिधर उस रहस्यमय साये से उसकी हाथापाई हो रही थी। उस स्थान पर पहुंच कर सुयश ने अपनी नजरें इधर-उधर दौड़ाई। थोड़ी ही दूरी पर उसे वह फटी हुई कॉलर पड़ी दिखाई दी। सुयश ने आगे बढ़कर उस फटी हुई कॉलर को उठा लिया।
कॉलर के साथ कंधे पर लगे हुए 3 स्टार भी थे, जो यह बात साबित कर रहे थे कि वह रहस्यमय साया ऑफिसर रैंक का है। सुयश ने ध्यान से उस कपड़े को देखा। कॉलर के साथ शर्ट की बांई जेब भी थी। जो कि फट कर उस टुकड़े के साथ में आ गई थी।
उस नीम अंधेरे में भी जेब के ऊपर लगी नेम प्लेट साफ चमक रही थी। सुयश ने धड़कते दिल से उस बैच को उजाले में ला कर देखा।
उस पर जो नाम लिखा था, वो सुयश तो क्या, किसी के भी दिल की धड़कन रोकने के लिए पर्याप्त था______।
जारी रहेगा_________
इस अपडेट को पढ़ कर ऐसा लग रहा है कि एक तरफ़ अटलांटिस की सभ्यता है, और दूसरी तरफ़ बरमूडा त्रिकोण की प्राकृतिक शक्ति! इन दोनों पाटों के बीच में पिस रहा है सुप्रीम! प्रकृति बहुत हिंसक होती है -- प्रति-क्षण असंख्य जीवों की हत्या करती है प्रकृति। और उसी से मार्ग प्रशस्त होता है नए जीवन का। प्रकृति का सभ्यता से कोई लेना देना नहीं -- वो स्वच्छंद है। इसलिए सभ्यताओं को ही स्वयं को प्रकृति के अनुकूल ढालना पड़ता है। इसीलिए बार बार अटलांटिस सुप्रीम के सामने आ जाता है, जिससे वो सुरक्षित हो सके। लेकिन सुयश समझ ही नहीं रहा है।
Bhai dekhne waise hi bahut sare law and therom ne zindagi jhand kar di hai ye naya kuch na nikal de waise this is the story I am searching form long time sorry thoda deri se padhna shuru kiya
ये कीड़े जो भी है, मुझे लग रहा है कि वो किसी के ऑर्डर्स को फॉलो कर रहे हैं। तभी वो शिप पर बराबर आते जाते हैं, और शायद उस गार्ड की लाश को गायब करने में भी उनका हाथ है।
वैसे तो अल्बर्ट का व्यवहार भी संदेह जनक है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वो मारिया को मार सकता है, जब तक वो अल्बर्ट ही है।
बढ़िया अपडेट Raj_sharma भाई
Gujab ka update tha bhai bechare albert ki patni mariya mari gai/gayab ho gai jo bhi hai per ek baar ko to uska mansik santulan gadbada gaya haikafi tagda suspense hai bhai, rahi baat keedo ki to wo to samajh se hi pare hai bhaiya, awesome
बहुत ही बेहतरीन अपडेट दिया है
Wah Raj_sharma Bhai Wah
Kya gajab ka suspense create kar rahe ho aap.............
Dimag ki dahi ho jati har ek update me..................
Gazab Bhai
Superb update
Rahsayo se bharpur update
Pahle brandon ka kristi ki aur shak karna phir brandon ka bruno ki us ajib harkat ke bare me suyash ko batana or phir lothar ka ye kahana ki loren use bula rahi hai or samundar me kud jana or aakir me vo saya dikna
Rahasya badte ja rahe hai dekte hai in rahsayo se kab parda udta hai
Badhiya update
Ye konsa saya ha jo itni goliyan lagne ke bawajood wo bhi samundra ke andar fir bhi bachkar bhag gaya or ye shark ko bhi achanak kya ho gaya tha kaise ruk gayi achanak jaise ki koi rahasyamayi tarangon ne unhe rok diya ho or last me lothar ko samunder nigal gaya ye alag mystery kulmilakar lothar ko marne ka plan akhirkar safal hi hua lekin jo bhi tha wo lothar ko kyun marna chahta tha or last me akhirkar kiska naam ha name plate per shayd jiska bhi naam ha use captain bahut achhe se janta ha isliye to uske chehre ka rang uda hua ha
सिर्फ 2 बातें हैं कहने को
पहली बात, लोथर को सुरक्षित टापू पर पहुंचा दिया गया है
और दूसरी बात, वो साया जिसका नाम पता चल गया है, लारा है जो जहाज पर फंसे लोगों को टापू पर सुरक्षित ले जाने आया था
Bahut hi badhiya update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and beautiful update....
Super suspenseful update, very interesting scene of fight in sea.
बहुत ही जबरदस्त और खतरनाक रोमांचकारी अपडेट है भाई मजा आ गया
सुप्रीम पर जो वारदातें हो रही हैं उसके पिछे क्या बर्मुडा त्रिकोण के रहस्य हैं या कोई खतरनाक खुनी खेल
वैसे वो साया समुंदर में बिलकुल आसानी से अपना काम कर रहा था तो क्या वो रहस्यमय नहीं है
उस सायें के कपडों पर कही असलम नाम तों नहीं
खैर देखते हैं आगे
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
अदभुत लेखनी हर अपडेट में क्यूरियस बढ़ती जा रही है
सोचते है इस बार कुछ रहस्य खुलेगा लेकिन रहस्य बढ़ जाता है और अपडेट एक नए क्यूरियस के साथ समाप्त हो जाता है,
मालूम ही नहीं पड़ता कब अपडेट खत्म हुआ और नए का इंतजार शुरू हो जाता है
' सम्राट ' शिप के स्टाफ ही संदिग्ध भुमिका मे नजर आ रहे हैं । पहले असलम और अब यह थ्री स्टार वर्दी धारक स्टाफ ।
पहले बात करते है हरे क्रीचर की । यह बिल्कुल जुरासिक पार्क के डायनासोर की याद दिला रहे हैं । वह डायनासोर जो साइज मे छोटे होते थे पर हमेशा झुंड मे होते थे ।
इन्ही क्रीचर मे एक की जान गई थी रिवाल्वर की गोली लगने से । यह जानने के बाद भी कैप्टन सुयश और उनके स्टाफ का वगैर ठोस तैयारी के उनके पीछे भागना बिल्कुल ही मूर्खतापूर्ण कदम था । वगैर सेक्योरिटीज और हथियार के इनका पीछा नही करना चाहिए था ।
और जहां तक क्रिस्टी पर शक की बात है , जब मौत सामने दिखाई देने लगता है , जब यमराज साक्षात आप के समक्ष खड़ा दिखाई पड़ते है तब एक कमजोर से कमजोर व्यक्ति की साहस भी दस गुणा बढ़ जाती है । आखिर जीवन और मरण का सवाल जो पैदा होता है ।
क्रिस्टी के साथ ऐसे ही परिस्थिति पैदा हुई होगी ।
प्रोफेसर अल्बर्ट साहब की पत्नी मारिया लापता है । शिप का सेक्योरिटीज अफसर लारा लापता है । लाॅरेन की हत्या हो चुकी है । कुछ स्टाफ या तो मारे गए हैं या गायब हो गए हैं । अब शिप का एक यात्री लौथार समंदर के गर्भ मे समा चुका है ।
कहते हैं जब तक किसी व्यक्ति का डेड बाॅडी बरामद न हो जाए तब तक उसके जिंदा होने की उम्मीद बनी रहती है ।
इसलिए फिलहाल हम तेल ही देख सकते हैं और तेल की धार ही देख सकते हैं ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट शर्मा जी ।
बहुत ही खूबसूरत अपडेट ।
Well well well kaun hai saya itna to pata chal hi gaya aur next update mein name bhi pata chal hi jayega par Lothar ko sab bachane mein asafal rahe ek aur jahan shark se bach gaye par ek nayi musibat ki pani ke andar kya hai???
Nice update I wanna see Shefali in some action !!!
Bhut der tak ladne k baad "Lothar" tapu par pahuch gya hai....
Saya shyad असलम hai....
Baki bhut shandaar update
धीरे-धीरे अपने आप सब वही pahuch रहे हैं
Recent me maine XF kar 2-3 running kahaniya padhi hai and I am very glad ke finally kuch dhasu content likha ja raha hai aur is kahani ko padhte huye ek baat to samajh aayi hai ke Raj_sharma ka dimag is kahani me alag level pe kaam kar raha hai aur jaise jaise aap is kahani ko padhte ho apne aap ko 'Supreme' ke deck par mehsus karne lagte ho, padhte huye aisa lagta hai jaise aap khud ek rahasyamay safar par nikal chuke ho jaha ye kahani kar kadam par surprise karti hai, bermuda triangle wala angle bhi kafi interesting hai aur usme The Mysterious Island wala twist kahani me jaan daale huye hai..
Plot line abhi tak ekdum supreb work kar rahi hai, har character apni jagah fit malum hota hai..
Shaifali ka character jo ki I guess main character hai is kahani kakafi badhiya tarike se buna gaya hau, That girl is a genious aur uska har scene hairat me daalne ki tarah behtarin tarike se likha gaya hai wahi baki characters ko bhi writer ne acchi depth provide ki hai, Characters ki detailing bhi ekdum superb hai. Christy aur Lauren ki dosti, ya Alex ka chupke se Christy ki book uthana aur usse baat karne ki awkward koshish—har character ke emotions aur stories connected feel hote hain. Fir Albert aur Maria ka wo sweet sa moment, jahan woh apni purani yaadon mein kho jaate hain—woh scene ekdum heartwarming tha.
overall kahani abhi tak ekdum badhiya ja rahi hai bas kahi kahi kahani ki raftaar jo hai wo thodi dhimi padti dikhti hai baki to ab is mystery ko kaisa suljhaya jayega dekhne wali baati hogi kyuki shayad ek ek kar har bande ko tapu apni ko khichta dikh raha hai, vyom bhi wahi pahuch gaya lagta hai aur jab shefali waha pahuchegi tab kya hoga ye dekhne me maja ayega
aur bc merko aisa feel kyu aara ke shefali poseidon ki koi beti veti hai jiska samundar se koi gehra naata hai
khair ye baad ki baat hai
Overall ye ek aisi kahani hai jisme mujhe shuru se end tak mujhe baandhe rakha hai, bc meri hi story pe update na de paya isme padhne ke chakkar me Isme mystery, thrill aur emotions ka perfect balance hai. Aur Bermuda Triangle ka jo angle add kiya hai na, wo ise doosri stories se alag aur khas banata hai. to Raj_sharma tumhara yeh safar next level hai ab agla update maaro warna main khud ship par chadh jaane ka plan kar lunga!
Shaandar jabardast update
Bechara Lothar iski bhi maut Rahasmay tarike se ho gayi jane wo Saya kiska tha or na jane Suyash ne us shirt ke tukde me lagi name plate me kiska name dekha jisse Suyash ko Jhatkha laga
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Bahut bada Suspense hai BARMUDA ka or kafi daravana bhi
Very Amazing Update Raj_sharma bhai
Tumhare sawal ka jabaab dene ke liye update post kar diya hai bhai or wo kya sakti thi jo Lothaar ko pani me khech le gai, iska jabaab baad me, Thank you very much for your wonderful review and support bhaiBechara Lothar iski bhi maut Rahasmay tarike se ho gayi jane wo Saya kiska tha or na jane Suyash ne us shirt ke tukde me lagi name plate me kiska name dekha jisse Suyash ko Jhatkha laga
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Bahut bada Suspense hai BARMUDA ka or kafi daravana bhi
Very Amazing Update Raj_sharma bhai
कहा था ना# 40 .
उस पर इंगिलश के साफ-साफ शब्दों में लिखा था-
“एफ. डी. रोजर“
“रोजर....................?“ सुयश ने होंठो ही होंठो में बुदबुदाया- “क्या रोजर अभी जिंदा है? क्या उस समय उसका हेलीकॉप्टर क्रैश नहीं हुआ था ? क्या उसने सभी को जान बूझकर गलत मैसेज दिया था ? क्या वह मरने का नाटक कर रहा था? वह इतने दिनों तक कहां था ? क्या शिप से लोगों की लाशें वही गायब कर रहा था ? क्या लॉरेन का ब्वॉयफ्रेंड वही था ?“
एका एक सुयश के दिमाग में जैसे हजारों सवाल कौंध गये। जिसने भी उस बैच को देखा, वह सकते की हालत में आ गया। अब सुयश के दिमाग में बार-बार लोथार के शब्द गूंजने लगे-
“वैसे तो मौत का कोई नाम नहीं होता लेकिन हम लोग उसे लॉरेन कह सकते हैं ......... मौत को भी भला कोई आज तक मार पाया है.. .....वो मुझे बुला रही है।“
“तो क्या लॉरेन भी जीवित है? या फिर सच में ही वो लॉरेन की आत्मा थी।“
सुयश अपने आप में बड़बड़ाये जा रहा था। उसकी बड़बड़ाहट तौफीक ने सुनी, तो वह भी आश्चर्य से भर उठा-
“आप ये क्या कह रहे हैं कैप्टन?... ..क्या लॉरेन वास्तव में जिंदा है?
सुयश ने अब झुंझला कर कहा-
“पता नहीं......मेरी तो अब बुद्धि ही काम नहीं कर रही कि मैं क्या समझूं और आप लोगों को क्या बताऊं?“
तभी ऐलेक्स जॉनी को लेकर आता दिखाई दिया। उनके साथ असलम भी था। उन्हें अभी यहां घटी घटना की कोई जानकारी नहीं थी।
“क्या हुआ कैप्टेन?“ असलम ने आगे बढ़ते हुए सुयश से कहा-
“अभी-अभी मुझे गोलियां चलने की आवाज सुनाई दीं। यहां सब ठीक तो है?“
सुयश ने असलम को अभी शांत रहने का इशारा किया और जॉनी से घूम कर पूछा-
“पहले आप बताएं मिस्टर जॉनी कि यहां क्या घटना घटी थी ?“
“पहले यह बताइए कैप्टेन, कि लोथार कहां है?“ जॉनी ने सुयश से उल्टा सवाल कर दिया।
“लोथार अब इस दुनिया में नहीं है।“ सुयश ने संजीदा स्वर में कहा- “हमने उसको बचाने की बहुत कोशिश की, पर असफल रहे। अब आप यहां घटी घटना के बारे में बताओ कि आपने यहां क्या देखा?“
“लोथार मर गया........!“ जॉनी एक पल के लिए सिहर उठा। असलम भी यह खबर सुनकर हैरान हो गया।
“मुझे पहले ही पता था कि वह बच नहीं पाएगा।.....वो उसे मार ही डालेगी।“ जॉनी ने डरे-डरे शब्दों में कहा।
“कौन?.....कौन उसे मार डालेगी ?“ अब असलम से रहा ना गया और वह पूछ ही बैठा ।
“वही.............जो मर कर भी सबको मार रही है- लॉरेन“ अब असलम का दिमाग सांय-सांय करने लगा।
“तुम पहेलियां बुझाकर अब सबको डरा ओ मत।“ सुयश ने ‘आप‘ से ‘तुम‘ पर आते हुए झुंझला कर कहा- “साफ-साफ शब्दों में बताओ कि तुमने यहां पर क्या देखा ?“
इस बार जॉनी ने साफ शब्दों में बोलना शुरु कर दिया- “मैं और लोथार यहां पर खड़े हो कर, शिप पर घट रही उन रहस्यमई घटनाओं के बारे में बात कर रहे थे कि तभी हमें अचानक एक खटके की आवाज सुनाई दी। यह आवाज उधर अंधेरे की तरफ से आई थी।
अभी हम सोच रहे थे कि हम क्या करें, तभी अंधेरे में हमें 2 साये दिखाई दिए। हम लोग यह समझ कर यहां छिप गए कि उन्होंने हमें नहीं देखा होगा। तभी उनमें से एक साया जो यकीनन किसी लड़की का था, अंधेरे से निकलकर डेक की रेलिंग के पास पहुंच गया और दूसरा साया वहीं अंधेरे में विलीन हो गया।
अब मैं और लोथार धीरे-धीरे दबे पाँव उस लड़की के पीछे पहुंच गये। हम थोड़ी देर तक खड़े उस साये के पीछे मुड़ने का इंतजार करते रहे, परंतु जब वह काफी देर तक पीछे ना मुड़ी, तो लोथार से ना रहा गया और वह पूछ बैठा-
“कौन हो तुम?“ लेकिन ना तो वो पीछे पलटी और ना ही उसने किसी तरह का जवाब दिया। तब लोथार अपनी आवाज तेज करते हुए पुनः जोर से बोला-
“मैं पूछता हूं कौन हो तुम? और इतनी रात गये अंधेरे में यहां क्या कर रही हो ?“
इस बार वह लड़की धीरे से पलटी और फिर हमें किसी जवाब की कोई जरूरत नहीं थी। क्यों कि हम उसे अच्छी तरह से पहचानते थे। वह लॉरेन थी। उसके चेहरे पर अब किसी तरह की गोली का कोई निशान नहीं था। मैं उसे देखकर इतना डर गया कि मेरे दिमाग ने काम करना बंद कर दिया। मैं वहां से भागने के लिए तुरंत मुड़ा, पर पीछे मुड़ते ही जैसे मेरे दिल ने धड़कना बंद कर दिया।
क्यों कि ठीक मेरे पीछे रोजर खड़ा था। वह खूनी नजरों से मुझे घूर रहा था। मुझे यह पता चल चुका था कि एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में उसकी मौत हो चुकी है। अब खुद ही सोचिए कैप्टेन, जब 2-2 मुर्दे किसी के सामने खड़े हों, तो उसकी क्या हालत होगी ? एक क्षण के लिए तो मेरी कुछ समझ में ही नहीं आया कि मैं क्या करूं पर जैसे ही मुझे अपनी मौत का ख्याल आया, मेरे अंदर तुरंत पता नहीं कहां से इतना साहस आ गया कि मैने रोजर को बहुत तेजी से धक्का दिया और वहां से भाग निकला।
भागते समय जब मैंने पीछे मुड़ कर देखा, तो रोजर अपनी जगह से गायब था, लेकिन लॉरेन लोथार का हाथ पकड़कर पता नहीं क्या कर रही थी ? मैं तेजी से नीचे जाने वाले दरवाजे की ओर भागा। दरवाजा खोलकर जल्दी भागने के चक्कर में मेरा पैर फिसल गया और मैं आपके पास आ गिरा।“
इतना कहकर जॉनी चुप हो गया, मगर उसकी सांसे अब भी किसी धौंकनी के समान चल रही थी।
जॉनी के द्वारा सुनाई गई कहानी को सुनकर एक पल के लिए किसी के मुंह से कोई बोल नहीं फूटा। वहां खड़े सभी लोग उस पल को महसूस कर सिहर उठे। कई लोगों के चेहरे
दहशत के कारण सफेद हो गए।
थोड़ी देर खामोश रहने के बाद सुयश ने एक बार वहां खड़े सभी लोगों का चेहरा देखा और फिर धीरे से असलम को बोलने का इशारा किया। असलम तो जैसे इसी पल का इंतजार कर रहा था। वह इशारा मिलते ही तेजी से बोल उठा-
“क्या रोजर सर जिंदा हैं? अगर अभी तक वो जिंदा थे? तो हमसे मिले क्यों नहीं ?“ क्या.............. ...?“
असलम जैसे एक ही सांस में सारे सवाल पूछ लेना चाहता था, पर सुयश ने उसे हाथ के इशारे से रोका और फिर पहले सिलसिलेवार बाद में घटी घटना की जानकारी उसे दे दी।
“इसका मतलब क्या वो लॉरेन व रोजर सर की आत्माएं थीं ? असलम ने उलझे- उलझे स्वर में कहा।
“अब इस समय हम जिस हालात में हैं।“ सुयश ने असलम को समझाते हुए कहा- “उसमें हम किसी भी घटना पर आश्चर्य व्यक्त नहीं कर सकते। क्यों कि इस रहस्यमय क्षेत्र में अब जो भी घटना घट जाए, वह कम ही है। इसलिए बीती घटनाओं के बारे में सोचना छोड़ कर आगे आने वाले खतरों से निपटने के लिए कुछ सोचो।“
“क्या सोचें कैप्टन!“ ऐलेक्स का लहजा एका एक गर्म हो गया- “इन रहस्यमय घटनाओं से कैसे जीता जा सकता है? हम एक साधारण मानव हैं और यह सारी घटनाएं सुपर नेचुरल हैं। इन मुसीबतों से हम लड़ें भी तो कैसे? हम तो सिर्फ तमाशा बीन बनकर अपनी मौत का सिर्फ तमाशा देख सकते हैं। और इंतजार कर सकते हैं अपनी मौत का, कि वह अभी आएगी और बारी-बारी से हम सभी को ले जाएगी।“
“बस, इतने से ही घबरा गए मिस्टर ऐलेक्स।“ सुयश ने ऐलेक्स को जोश दिलाते हुए कहा- “हम इस समय दुनिया के सबसे रहस्यमई क्षेत्र में हैं। अगर इसे पार करना इतना ही आसान होता, तो अब तक ना जाने कब का इसका रहस्य खुल गया होता। अब जबकि हम इस क्षेत्र में फंस ही गए हैं, तो हमें खतरों का बहादुरी से सामना करना होगा, ना कि हथियार डालकर मौत का इंतजार।“
“आप ठीक कह रहे हैं कैप्टेन।“ जेनिथ ने सुयश को देखते हुए कहा- “ हमें खतरों का डटकर सामना करना चाहिए। लेकिन अभी कुछ ही देर पहले आपने देखा कि सिर्फ एक यात्री लोथार की जान खतरे में थी और हम लोग यहां सैकड़ों की संख्या में थे, फिर भी हम उसकी जिंदगी नहीं बचा पाए। फिर आप क्या सोचते हैं कि जब हम सबकी जान एक साथ खतरे में पड़ जाएगी तो क्या हमें कोई बचा पाएगा ?“
“देखिये मिस जेनिथ, यह जो हादसा हुआ है, इसमें अगर कोई लोथार की मदद नही कर सका तो उसका सबसे बड़ा कारण लोथार का समुद्र में होना था। वह हमारी पहुंच से बाहर था जिसकी वजह से हम उसका बचाव नहीं कर सके।“
सुयश ने जेनिथ को सफाई देते हुए कहा। सुयश नहीं चाहता था कि ऐसी स्थिति में सभी यात्री दहशत में दिखें, इसलिए वह हर संभव सभी का डर कम करना चाहता था।
“लोथार जब पहुंच के अंदर था, तब हमने उसका क्या कर लिया कैप्टेन?“ जॉनी के शब्दों में भी अब कड़वाहट स्पष्ट दिख रही थी- “मेरी तो आंखों के सामने, मैं लोथार को मौत के मुंह में छोड़कर भागा था। पर अगर रुक भी जाता तो क्या कर लेता ? यह भी हो सकता था कि इस समय आप मेरी मौत पर भी संवेदना प्रकट कर रहे होते। वैसे भी हम आखिर कर भी क्या सकते हैं? कोई इंसान हो तो उससे कुछ टकराने की सोचा भी जाए, पर इन आत्माओं का तो कुछ भी नहीं किया जा सकता।“
“आप भी मिस्टर जॉनी, इस युग में भी क्या आप आत्माओं पर विश्वास करते हैं? सुयश ने जॉनी से पूछा।
“पहले तो मैं भी नहीं करता था, पर आज की घटना को देखते हुए, अब मैं आत्माओं पर विश्वास करने लगा हूं।“
जॉनी ने जवाब दिया- “क्यों कि रोजर का हेलीकॉप्टर जब क्रैश हुआ तो किसी ने नहीं देखा। इसलिए हम ये बात मान सकते हैं कि शायद वह जिंदा बच गया हो और जिस रोजर को मैंने देखा, वो आत्मा ना होकर स्वयं रोजर हो। पर...... पर लॉरेन की लाश तो सभी ने देखी थी फिर लॉरेन मुझे कैसे दिखाई दी। वह निश्चित तौर पर आत्माएं ही थीं।“
“कैप्टन बात आत्माओं की नहीं है।“ जेनिथ ने जॉनी की ओर एक नजर मारते हुए सुयश से कहा- “बात आगे आने वाले खतरे की है, क्यों कि अब खतरा किसी भी रूप में आ सकता है, और रही बात आत्माओं की.......तो उस पर तो मुझे भी विश्वास नहीं है। मिस्टर जॉनी बेवजह सभी को फालतू की कहानी सुना कर डराने की कोशिश कर रहे हैं।“
“आप कहना क्या चाहती हैं मिस जेनिथ।“ जॉनी ने दाँत भींचकर कहा- “क्या मैं सबको आत्माओं की झूठी कहानी सुना कर डरा रहा था ? क्या मैंने रोजर और लॉरेन को नहीं देखा ? क्या मैं झूठ-मूठ में ही सीढ़ियों से गिरकर बेहोश होने का नाटक कर रहा था ?“
“नहीं -नहीं मिस्टर जॉनी !“ सुयश ने तुरंत बीच-बचाव करते हुए कहा- “जेनिथ के कहने का यह मतलब नहीं था।“
“मेरे कहने का मतलब बिल्कुल वही था मिस्टर जॉनी, जो आप समझ रहे हैं।“
अब जेनिथ ने पूरी तरह अपनी बात पर अड़ते हुए कहा- “और वैसे भी मुझे नशेड़ियों की बात पर बिल्कुल विश्वास नहीं। जिसे उजाले में मेजर और वेटर में अंतर नजर नहीं आता ,
उसने पता नहीं अंधेरे में किसे देखकर रोजर व लॉरेन समझ लिया हो। और कैप्टेन, आपने भी रोजर को देखा नहीं था, बल्कि उसकी ड्रेस और नेम प्लेट से अंदाजा लगाया कि वह रोजर है।“
जेनिथ की बात सुनकर जॉनी का चेहरा गुस्से से लाल हो गया। अगर सुयश वहां ना खड़ा होता तो वह जेनिथ की इस बात का अभी करारा जवाब देता।
“मैं मिस्टर जॉनी की बात को बिल्कुल सिरे से नहीं झुठला सकता।“ सुयश ने एक गहरी सांस छोड़ते हुए कहा- “इसने रोजर व लॉरेन को तो देखा ही है। अब वह भले ही आत्माएं हो या किसी के द्वारा फैलाया हुआ कोई नाटक? वैसे मिस्टर जॉनी , आप आत्माओं के बारे में क्या जानते हैं?“
जारी रहेगा________
Aabpki saari baat yo theek hai, per kabhibmare hue jinda hue hai kya guruji? Loren ko sir me goli lagi or wo mar gai, ab jinda kaise?कहा था ना
लारा ना सही रोजर ही सही जाने वाले लौटकर दोबारा आ रहे हैं
सबको ले जाने
मैं भी सुयश की तरह जेनिथ से सहमत नहीं हूं लेकिन जॉनी की तरह भूत-प्रेत भी नहीं मानता रोजर और लॉरेन को
Bilkul bhaiya, yahi to mai samjha raha tha, per sab bol rahe hai ki jinda hai jinda hai, jabki loren ke sir me goli lag kar mari thi wo 3-5 din lash bhi rakhi rahi uski fir jinda hona impossible hai,जेनिथ की बात पूरी तरह से सही है -- जॉनी की बातें बस कही-सुनी वाली हैं। गाँवों में ऐसे कई किस्से सुने हैं कि किसी ने चुड़ैल देख ली, किसी पर आत्मा आ गई इत्यादि। सब बकवास है। अधिकतर समय में लोग ऐसी बेतुकी बातें इसलिए करते हैं कि लोग उनको या उनकी बातों को तवज्जो दें। यह एक अटेंशन सीकिंग बिहैवियर है। अनेकों लोगों की दुकान इसी बात पर चल रही है।
Prakriti se uper kuch bhi nahi bhai,अवश्य ही बरमूडा एक विचित्र स्थान है लेकिन वो प्राकृतिक नियमों के ऊपर नहीं है -- मृत्यु हर जगह होती है और एक बार मृत्यु हो जाने के बाद उस व्यक्ति का जीवित हो जाना संभव नहीं। मामूली इंसान क्या, स्वयं भगवान भी इस नियम का उल्लंघन नहीं कर पाते!
रोजर और लॉरेन को “जीवित” देख पाना तभी संभव है जब वो जीवित हों। अन्यथा यह केवल भ्रम है।
अभी भी यही लगता है कि सुयश को सुप्रीम जहाज़ को अटलांटिस की शरण में ही ले जाना चाहिए। वहीं से हल निकलेंगे, और अनेकों रहस्यों का समाधान भी मिलेगा।