• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Fantasy 'सुप्रीम' एक रहस्यमई सफर

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
20,752
54,200
259
Bahut hi umda update he Raj_sharma Bhai,

Aslam ka bhanda aakhirkar fut hi gaya...........

Supreme ka fuel bhi aslam ya uske kisi sathi ne hi barbaad kiya he................

Lekin suyash ne abhi tak aslam ke khilaf koi bhi action nahi liya, wo kisi majbut saboot ke hath lagne ka intezar kar raha he...........

Suyash kitna bhi bhag le..........aakhirkar use us tairte taapu par jana hi hoga...........

Keep rocking Bro
Lagta to mujhe bhi aisa hi hai ki unki Aakhri manjil wo taapu 🏝 hi hai, jise ye log atlantis samajh rahe hai? Per kaise? Yahi dekhna hai, Rahi baat suyash ki to mujhe lagta hai ki wo bas ek moke ke intzaar me hi hai, Thank you very much for your wonderful review and support bhai :hug:
 
203
621
93
# 47 .
“ड्रेजलर, तुम न्यू ईयर की रात उस समय भी कंट्रोल रूम में थे, जब सभी नशे की हालत में हो गए थे और ‘सुप्रीम’ रास्ता भटक गया था?“

“जी हां।“ कहते-कहते ड्रेजलर का सिर शर्म से झुक गया।

“नहीं -नहीं , परेशान मत हो । मैं तुमसे कुछ कहना नहीं चाहता बल्कि तुमसे कुछ पूछना चाहता हूं?“ सुयश ने ड्रेजलर को सिर झुकाते देख कहा।

“पूछिए सर, आप क्या पूछना चाहते हैं?“ ड्रेजलर ने सिर उठाते हुए कहा।
“कुछ नहीं। मुझे बस इतना पूछना है कि उस रात ड्रिंक करने के लिए किसने सबको तैयार किया था ?“ सुयश ने गहरी सांस भरते हुए पूछा।
“ज....जी...वो असलम सर ही ड्रिंक करने के लिए बार-बार रोजर सर से जिद करके उन्हें मना रहे थे। उन्हीं के जिद करने के बाद रोजर सर तैयार हुए थे।“ ड्रेजलर ने याद करते हुए कहा।

“हूं....तो मेरा शक सही था।“ सुयश होठों ही होठों में बड़बड़ाया।

“क्या वह ड्रिंक करने से लेकर अंत तक तुम लोगों के साथ थे?“ सुयश ने पुनः पूछा।

“यह बात मैं तो क्या कोई भी पक्के तौर पर नहीं कह सकता। क्यों कि जब ड्रिंक शुरू हुई तो असलम सर सेलीब्रेट करते हुए सभी को पीने के लिए कह रहे थे। उसके बाद तो किसी को भी स्वयं का होश ही नहीं रहा तो वह भला दूसरे पर क्या ध्यान देता।“

ड्रेजलर के शब्दों को सुन शैफाली के चेहरे पर भी एक गहरी मुस्कान आ गयी। इधर सुयश ख्यालों में उलझा था, उधर कमरे के दरवाजे के बाहर छिप कर खड़ा असलम सुयश के सवाल और ड्रेजलर के जवाब सुन रहा था। अब उसकी आंखों में एक खूनी चमक थी। वह सबकुछ सुनने के बाद वहां से हट गया। पर हटते हुए असलम मन ही मन बुदबुदाया-

“आखिरकार कैप्टेन को पता चल ही गया.....पर अब क्या फायदा। अब तो मेरा काम हो ही चुका है।“

6 जनवरी 2002, रविवार, 17:15; ‘सुप्रीम’

सुयश जब ड्रेजलर और अलबर्ट के साथ डेक पर पहुंचा तो वहां पर पहले से ही भीड़ लगी थी । सुयश भीड़ को चीरता हुआ आगे की तरफ आ गया। वहां पर असलम पहले से ही दूरबीन लिए खड़ा था। सुयश ने पहले एक बार गहरी निगाहों से असलम को देखा और फिर उससे दूरबीन लेकर अपनी आंखों पर चढ़ा ली। कुछ देर तक देखते रहने के बाद उसने दूरबीन को पुनः असलम के हवाले कर दिया।

“वही है.....बिल्कुल वही रहस्यमई द्वीप है। अब तो इसमें कोई शक नहीं कि हम लोग समुद्र में एक ही स्थान पर भटक रहे हैं।“ सुयश बड़बड़ाया।
“कहीं ऐसा तो नहीं कैप्टेन कि हम लोग भटक ना रहे हों बल्कि यह द्वीप ही चल रहा हो।“ अलबर्ट ने होश उड़ाने वाले अल्फाज बोले।

अलबर्ट की बात सुनकर एक पल के लिए तो सभी सन्न हो गए।

“नहीं-नहीं.....ऐसा तो सोचना भी बेवकूफी है। यह द्वीप पूरी तरह से पत्थरों से बना दिख रहा है। यह कोई आइसबर्ग थोड़ी है, जो पानी पर तैरता रहे।“ सुयश ने अलबर्ट की बात को काटते हुए कहा।

“यह भी तो हो सकता है कि यह पानी पर तैरता कोई विशालकाय जीव हो।“ ऐलेक्स ने तो हद ही पार कर दी।

“आपके भी दिमाग में कैसे-कैसे विचार आते रहते हैं मिस्टर ऐलेक्स। यह इतना विशालकाय है कि यह कोई जीव हो ही नहीं सकता और वैसे भी इस समय विश्व का सबसे बड़ा जीव ब्लू व्हेल है और यह द्वीप तो उसके आकार का हजारों गुना बड़ा है। वैसे भी किसी जीव की पीठ पर पेड़-पौधे तो उग सकते हैं। लेकिन इतनी बड़ी पहाड़ी का होना असंभव है।“ तौफीक का विचार बिल्कुल तर्कसंगत था।

थोड़ी देर तक सभी अपनी-अपनी अटकलें लगाते रहे और फिर जब वो किसी ठोस निष्कर्ष तक नहीं पहुंच सके तो शांत हो कर सुयश की ओर देखने लगे। सुयश लगातार उस रहस्यमय द्वीप को देख रहा था। उसके दिमाग में बहुत तेजी से कुछ चल रहा था।

“अब हमें क्या करना चाहिए कैप्टेन?“ ब्रैंडन ने आखिरकार सुयश को ना बोलते देख पूछ ही लिया।

सुयश ब्रैंडन की आवाज सुन जैसे ख्यालों से बाहर आया- “मैं फिर से किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। हमें इस रहस्यमय द्वीप पर नहीं जाना है, चाहे कुछ भी क्यों ना हो जाए।“

“कुछ भी ?“ असलम ने अजीब सी नजरों से सुयश को देखते हुए कहा।
“हां , कुछ भी।“ सुयश की आवाज में एक दृढ़ विश्वास था।

तभी ब्रैंडन के हाथ में थमा वॉकी टॉकी सेट बज उठा। ब्रैंडन ने बटन दबा कर वॉकी टॉकी सेट को ऑन कर दिया।

“सर....गजब हो गया........हमारे जहाज का सारा ईंधन जहाज में बिखरा पड़ा है। पता नहीं उसे किसने बिखेर दिया। अब हमारे जहाज के टैंक में जितना फ्यूल है। उसी से हमें काम चलाना होगा।“

दूसरी तरफ से आती आवाज को सुन सुयश सहित सबका दिमाग खराब हो गया।

“शिप के टैंक में इस समय कितना फ्यूल है?“ सुयश वॉकी टॉकी सेट पर चीखा।

“हमारे टैंक में मात्र इतना फ्यूल बचा है कि हम इससे ज्यादा से ज्यादा 800 से 900 नॉटिकल माइल्स तक ही जा सकते हैं। इससे ज्यादा नहीं।“ दूसरी तरफ से आवाज आयी।

यह सुनकर सुयश के चेहरे पर परेशानी के भाव नजर आने लगे। ब्रैंडन ने मैसेज सुनकर वॉकी टॉकी सेट को ऑफ कर दिया।

“यह फ्यूल कौन बिखेर सकता है? कौन है ऐसा बेवकूफ जिसे अपनी जान की भी चिंता नहीं ?“ सुयश मन ही मन सोचने लगा।

तभी उसकी निगाहें असलम पर जाकर टिक गयीं। असलम सुयश को अपनी तरफ घूरते देख दूरबीन को आंखों पर लगा कर उस रहस्यमय द्वीप की ओर देखने लगा।

“क्या अब हमें द्वीप पर चलना चाहिए कैप्टेन?“ असलम ने द्वीप की ओर देखते हुए कहा- “क्यों कि अब हमारे पास इस द्वीप पर जाने के सिवा और कोई चारा भी नहीं है।“

“नहीं हम अब भी द्वीप पर नहीं जाएंगे।“ सुयश ने अपने दांत भींचते हुए कहा- “हम अपनी एक आखिरी कोशिश और करेंगे। अभी हमारा शिप लगभग 900 मील तक और जा सकता है।“

“कैप्टन कहीं इस बार हम लोग गलती तो नहीं कर रहे हैं?“ अलबर्ट ने सुयश को समझाया- “क्यों कि जहां तक मैं जानता हूं यह खूनी त्रिकोण लगभग ‘तीन लाख नब्बे हजार‘ वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला है। और फिर पता नहीं हम लोग इस क्षेत्र में कितना अंदर हैं? मात्र 900 मील के सफर में क्या हम इस क्षेत्र से बाहर निकल सकेंगे? मुझे यह बात असंभव सी प्रतीत होती है। तो फिर क्यों ना एक बार रिस्क लेकर इस द्वीप पर चलकर देख ही लिया जाए।“

“बिल्कुल नहीं मिस्टर अलबर्ट।“ सुयश ने सीधे शब्दों में ना कह दिया-
“मैं इस द्वीप पर कभी नहीं जाऊंगा। क्यों कि मेरे कानों में अभी तक रोजर के शब्द व लारा की चीखें सुनाई दे रही हैं। मैं और चीखें नहीं सुनना चाहता। चाहे आप इसे मेरी जिद ही क्यों ना समझे? शिप में सफर कर रहे सभी यात्री की जान मेरे लिए बेशकीमती है। मैं इनकी जान बचाने के लिए अंतिम दम तक कोशिश करूंगा। इसलिए कृपया आप लोग मुझे रोकिए मत। मैं इस ‘खूनी त्रिकोण‘ में छिपे इस रहस्यमय द्वीप से दूर जाने की एक आखिरी कोशिश और करूंगा।“

अब भला सुयश की बात नकारने वाला उस शिप पर कौन था ? हालांकि बहुत से लोग आज कैप्टेन के निर्णय से खुश नहीं थे। लेकिन फिर भी सब चुप रहे। शिप को एक बार फिर दूसरी दिशा में मोड़ लिया गया।




जारी
रहेगा__________✍️
Bohot badhiya update bhai, bole to awesome 👌🏻 drejlor ne jo bataya us se to yahi lagta hi ki ye sab kiya dhara aslam ka hi haibhai, ab Suyash ne use girafdaar nahi karwaya uski do wajah hongi, ek to wo co-captain hai, or doosra suyesh ka pas pakka saboot bhi nahi? Or filhaal jahaaj ke ooper ek se badhkar ek musibat aai hui hai jo is case se badi hi hai👍
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
20,752
54,200
259
Bohot badhiya update bhai, bole to awesome 👌🏻 drejlor ne jo bataya us se to yahi lagta hi ki ye sab kiya dhara aslam ka hi haibhai, ab Suyash ne use girafdaar nahi karwaya uski do wajah hongi, ek to wo co-captain hai, or doosra suyesh ka pas pakka saboot bhi nahi? Or filhaal jahaaj ke ooper ek se badhkar ek musibat aai hui hai jo is case se badi hi hai👍
Thanks brother for your wonderful review and support :hug:
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
20,752
54,200
259
# 48
चैपटर-15 6 जनवरी 2002, रविवार, 17:30;

‘सुप्रीम’ मंथर गति से उस रहस्यमय द्वीप से दूर होता जा रहा था। सारे यात्री शाम होने की वजह से डेक को खाली कर अपने रूम की ओर जाने लगे।

सुयश अब भी डेक पर खड़ा था। वह शांत भाव से उछलती हुई लहरों को देख रहा था। उसके साथ जेनिथ, तौफीक, ऐलेक्स, क्रिस्टी , अलबर्ट, असलम, जैक, जॉनी, ब्रैंडन और ड्रेजलर भी खड़े थे।

“कैप्टन इस द्वीप का रहस्य समझ में नहीं आ रहा है।“ जेनिथ ने कहा।

“मिस जेनिथ, वैसे ‘सुप्रीम’ पर जितनी घटनाएं अभी तक घटी हैं। अगर हम वह सब समझने की कोशिश भी करें तो भी हम उसे नहीं समझ सकते। इसलिए अच्छा यही है इस सिर्फ अपने आप को खतरों से बचाने की कोशिश करें ना कि घट रही घटनाओं के पीछे दिमाग लगाने की।“ सुयश ने कहा।

“आप सही कह रहे हैं कैप्टेन।“ इस बार क्रिस्टी ने बोलते हुए कहा- “बीती बातों को भूलकर आगे आने वाले समय के बारे में हमें सोचना चाहिए।“

“वैसे कैप्टन, आपका ऐमू के बारे में क्या ख्याल है?“ तौफीक ने सुयश को ऐमू की याद दिलाते हुए कहा।

ऐमू का नाम सुन सुयश को झटका लगा-
“ऐमू......ऐमू के बारे में तो मैं भूल ही गया था.........ब्रैंडन जरा जा कर देखो ऐमू इस समय कहां है?“ ब्रैंडन सुयश की बात सुन उस ओर चल दिया, जिधर ऐमू को रखा गया था।

“वैसे ऐमू भी कम रहस्यमय नहीं है। क्यों कि वह आया था उसी द्वीप की दिशा से ही।“ ऐलेक्स ने कहा।

“जाने क्यों मुझे बार-बार ऐसा लगता है कि वो ऐमू हमें सिर्फ भटकाने के लिए ही आया था। क्यो कि जब से हम उस सुनहरे मानव के इशारे की दिशा में चले थे, हम पर कोई मुसीबत नहीं आयी थी। पर ऐमू की दिशा में चलते ही हमें पुनः वह द्वीप मिल गया।“ असलम ने कहा।

“एक बात हमने और नोटिस की कैप्टेन।“ क्रिस्टी ने कहा- “वह ऐमू जबसे हमें दिखा था, हम उसे पकड़ने की कोशिश कर रहे थे। पर वह पकड़ में नहीं आ रहा था। लेकिन जाने क्यों आपको देखते ही, वह आपको ‘दोस्त मिल गया-दोस्त मिल गया ‘ कहते हुए, आपके पास आ गया। इन सारी बातों में कुछ ना कुछ तो रहस्य है ही ?“

“यह बात तो मैंने भी महसूस की थी।“ ऐलेक्स ने क्रिस्टी की बात पर मुहर लगाई।

ये लोग बात करने में व्यस्त थे, पर असलम अपनी आंखों पर दूरबीन चढ़ा, दूर-दूर तक सागर की लहरों को देख रहा था। अचानक उसे बहुत दूर बादलों की एक टुकड़ी दिखाई दी। असलम ने अपनी दूरबीन को पुनः एडजस्ट करके उस दिशा में देखा-
“माई गॉड! कैप्टेन हमें शिप को वापस मोड़ना होगा।“ सभी हैरानी से असलम को देखने लगे।

“कैप्टेन हम जिस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, उस ओर काफी दूरी पर मुझे कुछ काले बादल से नजर आ रहे हैं। मुझे लगता है आगे मौसम बहुत खराब है। हमें उस दिशा में नहीं बढ़ना चाहिए।“ असलम ने दूरबीन आंखों पर चढ़ाए-चढ़ाए ही अपनी बात कम्प्लीट की।

सुयश ने लगभग झपटने के अंदाज में असलम से दूरबीन छीन ली व उस दिशा में देखने लगा जिधर अभी असलम देख रहा था। बादल बहुत ही खतरनाक दिख रहे थे।

“ओ....नो.....आगे तो मौसम बहुत ही खराब है। इतने भयानक बादल तो मैंने अपनी पूरी जिंदगी में नहीं देखे। बहुत ही जबरदस्त तूफान आने के आसार हैं। अगर हमारा शिप इस तूफान में फंस गया, तो हमारा बचना बिल्कुल ना मुमकिन है। हवा का बहाव भी हमारी तरफ है और वह बहुत तेज भी है। अगर इसी तरह हमारा शिप चलता रहा तो तूफान 35 से 40 मिनट में हम तक पहुंच जाएगा।..........असलम तुरंत वॉकी-टॉकी सेट दो।“ इतना कहकर सुयश ने असलम की ओर हाथ बढ़ाया।

असलम ने जेब से वॉकी-टॉकी सेट निकालकर सुयश के हाथों में रख दिया। सुयश ने वॉकी-टॉकी सेट के एरियल को खींचकर बाहर निकाला और उसे ऑन कर दिया।

“हैलो......कंट्रोल रूम। मैं कैप्टेन सुयश बोल रहा हूं।“

“हैलो....यस कैप्टेन।“ दूसरी तरफ से आवाज आयी।

“तुरंत अपने शिप को विपरीत दिशा में मोड़ लो। हम से लगभग 40 मील दूर एक भयंकर तूफान तेजी से हमारी तरफ बढ़ रहा है।“ सुयश ने कहा।

“तूफान......वह भी 40 मील दूर... ... असंभव।“ उधर से एक महीन आवाज सुनाई दी- “कैप्टेन हमारा तूफान की सूचना देने वाला यंत्र बिल्कुल सामान्य बता रहा है। शायद आपको किसी ने गलत सूचना दे दी है। हमारे यंत्र के हिसाब से अभी दूर-दूर तक मौसम साफ है।“

“मैं जो कह रहा हूं वह करो......।“ सुयश ने लगभग चिल्लाने वाले स्वर में कहा- “तूफान हमें बिल्कुल साफ दिखाई दे रहा है......शिप को तुरंत मोड़ो।“

“ओ.के. सर।“ उधर से घबराई आवाज आयी।

इतना कहकर सुयश ने वॉकी-टॉकी का स्विच ऑफ कर दिया और पुनः तूफान को देखने लगा, जो अब बिना दूरबीन के नार्मल आँखों से भी दिखने लगा था।

तभी ‘सुप्रीम’ को एक झटका लगा और वह मुड़ना शुरू हो गया। बादल बहुत तेजी से ‘सुप्रीम’ की ओर बढ़ रहे थे। अब तो घनघोर काले बादलों के बीच कड़कती हुई बिजली भी सभी को साफ दिख रही थी। बादल के गरजने का शोर भी थोड़ा-थोड़ा सुनाई देने लगा था।

तभी ब्रैंडन दौड़ता हुआ वहां पहुंचा, पर अब उसकी नजरें उस भयंकर तूफान पर थीं, जो साक्षात मौत बनकर उनकी तरफ तेजी से बढ़ रही थीं।

“क्या हुआ ब्रैंडन? ऐमू कहां है?“ सुयश ने भयभीत ब्रैंडन की ओर देखते हुए पूछा।

“ऐमू अपनी जगह पर नहीं है कैप्टेन, सिक्योरिटी के लोगों का कहना है कि उन्होंने उसे मिर्चे और टमाटर खिलाए और उस पर बराबर नजर भी रखे हुए थे। तभी उन्होंने बाहर शोर की आवाज सुनी। यह आवाज उस भीड़ से हो रही थी, जिसने उस द्वीप को देख लिया था। सिक्योरिटी के लोग भी अपनी इच्छा को दबा नहीं पाये और उस द्वीप को देखने चले गए। लेकिन जब वह वापस लौटे तो ऐमू अपनी जगह से गायब था।“

“मुझको पता था कि वह अब नहीं मिलेगा। क्यों कि उसका काम पूरा हो चुका है। उसने हमें पुनः भटका दिया है।“ सुयश ने कहा।

‘सुप्रीम’अब फुल स्पीड से चल रहा था और काले बादल उसका किसी भूत की तरीके से पीछा कर रहे थे।

“यह बादल तो हमें किसी बूमरैंग या फिर इंद्रधनुष की भांति, तीन तरफ से घेर रहे हैं।“ जॉनी जिसका नशा अब पूरी तरह से उड़ चुका था, बादलों को देखता हुआ बोला।

“सही कह रहे हो, यह बादल तो बहुत अजीब से हैं।“ जैक ने कहा- “मैने अपनी पूरी जिंदगी में आज तक कभी ऐसे बादल नहीं देखे।“

शिप बहुत तेजी से चल रहा था, पर बादलों की स्पीड उनसे तेज थी। इसलिए वह बहुत तेजी से उनके पास आ रहे थे। तभी सामने वही द्वीप फिर से किसी दैत्याकार जिन्न की भांति दिखाई दिया।

अब हवाएं भी बहुत तेज हो चुकीं थीं। समुद्र की लहरें सैकड़ों फुट ऊपर उछल रहीं थीं। रह-रहकर अजीब सी फ्लैशलाइट बिखेरती बिजली बादलों में कड़क रही थी। घने काले बादलों की वजह से चारों ओर घोर अंधकार हो गया था।

“शिप की सारी सर्च लाइट्स ऑन कर दो......क्विक....मूव........ क्यों कि तूफान बहुत खतरनाक है........ हवा भी बहुत तेज है......जल्दी करो।“ सुयश वॉकी- टॉकी सेट पर तेजी से चीखा।

“कैप्टेन, बादल हमें तीन तरफ से घेर रहें हैं और चौथी दिशा में वही द्वीप है। अब हमारे पास उस द्वीप पर जाने के सिवा और कोई चारा नहीं है। जल्दी आर्डर दीजिए। हमें क्या करना है?।“ असलम ने चिल्लाकर कहा, क्यों कि आंधी और तूफान की वजह से अब आवाज सुनाई नहीं दे रही थी।

सुयश ने एक बार फिर उन पास आ रहे बादलों को देखा और फिर हथियार डालते हुए बोला-

“अगर हम इस तूफान में फंस गये, तो किसी का भी जिंदा बचना मुश्किल है। मोड़ दो....... सुप्रीम को इस रहस्यमय द्वीप की ओर मोड़ दो .....अब हमारे पास कोई चारा नहीं है, द्वीप पर जाने के सिवा।“

सुयश का आर्डर मिलते ही असलम ने तुरंत वह आर्डर कंट्रोल रूम को भेज दिया। अब शिप तेजी से उस रहस्यमय द्वीप की ओर बढ़ने लगा। बादल अब शिप के काफी पास आ गए थे।

हवा में ऊंचे-ऊंचे उछलती समुद्र की लहरों से इतना भयानक शोर हो रहा था, मानो आज प्रलय निश्चित हो। ऐसा लग रहा था कि जैसे वह बादल इनका पीछा कर रहे हों।

शिप के सभी यात्री अपने-अपने कमरों में अपने ईश्वर को याद कर रहे थे। किसी ने भी मौत को इतने पास से नहीं देखा था।

“कैप्टेन हमें लाइफ बोट्स को रेडी कर लेना चाहिए क्यों कि इतना बड़ा शिप द्वीप के किनारे तक नहीं जा सकता।“ अलबर्ट ने चीखते हुए सुयश को समझाया।

अलबर्ट की बात सुन ब्रैंडन ने बिना सुयश के कहे ही अपनी सिक्योरिटी के सारे आदमियों को लाइफ बोट्स उतारने के काम पर लगा दिया। तेजी से सैकड़ों आदमी लाइफ बोट को उतारने में जुट गए।

किसी अंजानी आशंका को सोच शिप के सारे कर्मचारी सभी यात्रियों को लाइफ जैकेट भी बांटने लगे। वह रहस्यमय द्वीप शनैः-शनैः पास आता जा रहा था। बादल अब शिप के ऊपर तक आ गये थे। बिजली की तेज चमक व गड़गड़ाहट सभी के दिलों में दहशत भर रही थी।

सुप्रीम भी अब लहरों का सामना नहीं कर पा रहा था। वह किसी कागज के जहाज की भांति लहरों पर डोल रहा था। सुयश सहित अब सभी की निगाहें सिर्फ और सिर्फ उस रहस्यमय द्वीप पर थीं।

पहले जिस द्वीप से वह दूर भागना चाहते थे, अब उसी के पास जल्द से जल्द पहुंचने के लिए उतावले हो रहे थे। अब द्वीप की दूरी मात्र 3 मील रह गई थी। सभी के दिल अंजानी आशंका के कारण तेजी से धड़क रहे थे। .................................. ...........................................



जारी रहेगा_________✍️
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
20,752
54,200
259
Bhai sach bolu to story to kal night se lekar parso tak khatam kar sakta hu par it's so interesting ki har part ko enjoy kar ke yaad rakh kar age badh raha hu bura mat mana dost

Afsos ship pr ek aur maut ho gyi kaatil ko pkdna aur muskil ho gya Raj_sharma bhai
Aage dekhte h kya hota h 🤔

अनेकों जाहिल देशों से आये हुए प्रवासियों ने इन देशों में गंध फैला दी है।
बचपन में मैं सोचता था कि कभी इन देखों में जाऊँगा... कुछ आधुनिक देखने को मिलेगा।
कुछ समय पहले "फ्रांस" गया - स्साला कानपुर जैसी गंध मची हुई थी।
ख़ास समुदायों (नस्लों, धर्मों) के ghetto (बस्तियाँ) - जहाँ से वो ख़ास और परिचित दुर्गन्ध आती है - से भरपूर।
सोचा कि भे*चो* क्या इसी के लिए यहाँ आया!? कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी का भी ऐसा ही हाल सुनने देखने में आया है।

हाँ - मानता हूँ कि कभी इन लोगों (फिरंगियों) ने भी पिछल्ली समाजों पर राज किया था - लेकिन अगर भारत का उदाहरण लें, तो अनेकों व्यवस्थाएँ फिरंगियों की दी हुई हैं।
उनके किये हुए अनेकों निर्माण अभी भी काम कर रहे हैं। संविधान और प्रजातंत्र भी इन्ही देशों से आया - नहीं तो हम आज भी राजशाही और सामंतवादी सोच वाले समाज हैं।

इस बात पर बहुत नहीं लिखूँगा।



बिल्कुल साथ हैं। आपकी भाभी का इस वेबसाइट पर अलग से अकाउंट नहीं है।
मेरा ही अकाउंट वो भी इस्तेमाल करती हैं। अच्छे लेखकों का तो हम हमेशा से ही हौसलाअफ़ज़ाई करते हैं।
आप लिखिए - हम साथ हैं :)

बहुत ही सुंदर लाजवाब और रहस्यमयी अपडेट है भाई मजा आ गया
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा

Aapki story ke baare mein toh bhul hi gye thi...padhte hoon time milne par 🙃

जब तक आप ही लिख लो..... अपडेट :D
मुझे रिव्यू का मूड बनाने दो

Bhut hi badhiya update
To asalam ke perfume ki khushbu ko sungkar shaifali ko pata chal gaya ki ye vahi perfume ki khushbu hai jo us din khuni ne use kiya tha

इस बार शैफाली ने दिवास्वप्न देखा और वह भी कई लोगों के बीच मे । लेकिन इस बार वह सपनों को जुबान भी दे रही थी इसलिए यह स्वप्न एक तरह से लाइव स्वप्न हो गया था ।
पर मुश्किल यह है कि इन स्वप्न के बारे मे न ही शैफाली को कुछ अता पता है और न ही वहां पर मौजूद लोगों के दिमाग मे कुछ समझ आया है । वैसे मेरे समझ मे भी कुछ नही आया ।
लेकिन एक जो चीज समझ मे आया वह यह कि एक अंधी लड़की इस जहाज पर मौजूद प्रत्येक व्यक्तियों से बेहतर देख सकती है , समझ सकती है , सूंघ सकती है , फील कर सकती है , पजल हल कर सकती है , इनवेस्टिगेशन कर सकती है और वह सभी कार्य कर सकती है जिसे सौ पचास आदमी मिलकर भी न कर पाएं !
असलम एक अपराधी है यह राइटर साहब के प्वाइंट ऑफ भिव से रीडर्स को पहले ही पता चल चुका है । लेकिन उसके अपराध को अपराध साबित करना इस शिप पर मौजूद सभी शख्सियत , सभी लोग , सभी कर्मचारी मे कोई कर सका तो वह शैफाली ही थी । लेकिन आश्चर्य इस बात का है कि हमारे कथित डिटेक्टिव / कैप्टन साहब अभी भी अपने सिर के बाल सहलाने मे लगे है ।

कैप्टन साहब को अब यह मान भी लेना चाहिए कि इस जहाज की मंजिल यह आइलैंड ही है । जब ओखली मे सिर दे ही दिया तो मूसल से डर कैसा !

खुबसूरत अपडेट शर्मा जी ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट ।

Shaandar jabardast Romanchak Update 👌 💓 💓
Ab tota bhi aa gaya 😏 lagta ye sabka manoranjan karne wala hai 😊

शेफाली के हिसाब से तो ये अच्छा विचार है।

फिलहाल जब असलम पर शक है ही तो उसे डिटेन करने में क्या दिक्कत है। सुयश को सबसे पहले यही करना चाहिए।

बढ़िया अपडेट भाई :applause:

Ye Aslam ka kya chakkar hai wo ship ko island par kyon le jana chahta hai.

Ek aur baat iceberg ko aap chalte huye nahi dekh sakte hain kyonki uski speed itni Kam hoti hai ki aapko pata hi nahi chalega ki wo move kar raha hai.

Well ye bolta parrot 🦜 kab information dega kaun se update mein bas sirf itna information main chahta hoon.

Well wonderful update brother.

Awesome update

New story start ki h

Bahut khoob ek tarh se Aslam ka raaz fash ho gaya lekin kya such me Aslam ne he fule ko janboojh ke gira dia hai
Or kya Aslam katal karne ke irade se aaya tha ship me ya ship ka rasta bhatakne ke leye aaya tha
.
Jane kya plan bana ke aaya hai Aslam ship me or ab to fule bhi jada nahi bacha ship me fir bhi Suyash is Island me jane ko tayaar nahi hai dekhte hai aage kya Intresting hone wala hai
.
Kafi majedaar update raha Raj_sharma bhai

वो क्रिमिनल अपनी जान बचा कर भाग रहे हैं, जिनको लूटे हुए पैसे से एंजॉय करना है, फ्यूल बिखरा कर क्या भला होगा उनका?

असलम ने पहले शिप को भटकाया, और हर बार वो उस द्वीप पर जाने को सबसे ज्यादा उत्सुक रहता है। एक बात और, जब भी द्वीप से रिलेटेड कोई भी कांड होता है, वो गायब मिलता है। जैसे मारिया के गायब होने के समय, या अभी जो लोथर मारा गया उस समय।

Badhiya update bhai

To sare sabut aslam ki taraf hi ishara kar rahe han or aslam ne bhi confirm kar diya or udhar ship ka fuel bhi khatm hone wala ha ho na ho isme aslam or uske sathiyon ka hi hath ha kyonki aslam kah raha tha na ki uska kam to ho chuka shayd is kam ki hi bat kar raha tha or khatm bhi to tab hua jab wo dwip samne ha yani ki majburan suyesh ko us dwip per jana hi padega jo ki aslam bhi wahi chahta ha tabhi to itni badi planning kari ha usne sabko itne dangerous area me lake lekin wo dwip per kyon jana chahta ha ye abhi bhi surprise ha or jab suyesh ke pas thos sabut ha to wo aslam ko pakad kyon nahi leta abhi bhi aslam khula hi ghum raha ha kher suyesh ne abhi to mana kar diya lekin kahin sabke dabav me use jhukna na pade

Bahut hi badhiya update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and beautiful update....

Nice update....

मैने कब ताना आपको भाई 🤣🤣
मैं तो कब से कह रहा हूं कि सुयश को ये जहाज़ अटलांटिस पर ले जाना चाहिए। वो न जाने किस जिद में पड़ा है। एक भी काम सही नहीं कर सका है वो।
अब किसी ने सुप्रीम को पंक्चर कर दिया है -- मेरा मतलब उसका तेल निकाल दिया है। अपने जहाज़ की चिंदिया उड़ी जा रही है, लेकिन भाई को जासूसी जासूसी खेलनी है।

mast update

Bahut hi umda update he Raj_sharma Bhai,

Aslam ka bhanda aakhirkar fut hi gaya...........

Supreme ka fuel bhi aslam ya uske kisi sathi ne hi barbaad kiya he................

Lekin suyash ne abhi tak aslam ke khilaf koi bhi action nahi liya, wo kisi majbut saboot ke hath lagne ka intezar kar raha he...........

Suyash kitna bhi bhag le..........aakhirkar use us tairte taapu par jana hi hoga...........

Keep rocking Bro

Bohot badhiya update bhai, bole to awesome 👌🏻 drejlor ne jo bataya us se to yahi lagta hi ki ye sab kiya dhara aslam ka hi haibhai, ab Suyash ne use girafdaar nahi karwaya uski do wajah hongi, ek to wo co-captain hai, or doosra suyesh ka pas pakka saboot bhi nahi? Or filhaal jahaaj ke ooper ek se badhkar ek musibat aai hui hai jo is case se badi hi hai👍
DesiPriyaRai
Bhut shandaar update

Update posted friends :declare:
 

avsji

कुछ लिख लेता हूँ
Supreme
4,175
23,255
159
जब कान ही ऐंठ दिया जाएगा, तो कोई भी ज़िद्दी बच्चा बात मान ही जाएगा।
सुयश का भी वही हुआ -- कान ऐंठे जाने का ही इंतज़ार कर रहा था वो!
चलो भाई -- अब हम अटलांटिस द्वीप में स्वर्ण मानवों के बीच पहुँचने ही वाले हैं


Golden-Man-007
 

kas1709

Well-Known Member
9,772
10,267
173
# 48
चैपटर-15 6 जनवरी 2002, रविवार, 17:30;

‘सुप्रीम’ मंथर गति से उस रहस्यमय द्वीप से दूर होता जा रहा था। सारे यात्री शाम होने की वजह से डेक को खाली कर अपने रूम की ओर जाने लगे।

सुयश अब भी डेक पर खड़ा था। वह शांत भाव से उछलती हुई लहरों को देख रहा था। उसके साथ जेनिथ, तौफीक, ऐलेक्स, क्रिस्टी , अलबर्ट, असलम, जैक, जॉनी, ब्रैंडन और ड्रेजलर भी खड़े थे।

“कैप्टन इस द्वीप का रहस्य समझ में नहीं आ रहा है।“ जेनिथ ने कहा।

“मिस जेनिथ, वैसे ‘सुप्रीम’ पर जितनी घटनाएं अभी तक घटी हैं। अगर हम वह सब समझने की कोशिश भी करें तो भी हम उसे नहीं समझ सकते। इसलिए अच्छा यही है इस सिर्फ अपने आप को खतरों से बचाने की कोशिश करें ना कि घट रही घटनाओं के पीछे दिमाग लगाने की।“ सुयश ने कहा।

“आप सही कह रहे हैं कैप्टेन।“ इस बार क्रिस्टी ने बोलते हुए कहा- “बीती बातों को भूलकर आगे आने वाले समय के बारे में हमें सोचना चाहिए।“

“वैसे कैप्टन, आपका ऐमू के बारे में क्या ख्याल है?“ तौफीक ने सुयश को ऐमू की याद दिलाते हुए कहा।

ऐमू का नाम सुन सुयश को झटका लगा-
“ऐमू......ऐमू के बारे में तो मैं भूल ही गया था.........ब्रैंडन जरा जा कर देखो ऐमू इस समय कहां है?“ ब्रैंडन सुयश की बात सुन उस ओर चल दिया, जिधर ऐमू को रखा गया था।

“वैसे ऐमू भी कम रहस्यमय नहीं है। क्यों कि वह आया था उसी द्वीप की दिशा से ही।“ ऐलेक्स ने कहा।

“जाने क्यों मुझे बार-बार ऐसा लगता है कि वो ऐमू हमें सिर्फ भटकाने के लिए ही आया था। क्यो कि जब से हम उस सुनहरे मानव के इशारे की दिशा में चले थे, हम पर कोई मुसीबत नहीं आयी थी। पर ऐमू की दिशा में चलते ही हमें पुनः वह द्वीप मिल गया।“ असलम ने कहा।

“एक बात हमने और नोटिस की कैप्टेन।“ क्रिस्टी ने कहा- “वह ऐमू जबसे हमें दिखा था, हम उसे पकड़ने की कोशिश कर रहे थे। पर वह पकड़ में नहीं आ रहा था। लेकिन जाने क्यों आपको देखते ही, वह आपको ‘दोस्त मिल गया-दोस्त मिल गया ‘ कहते हुए, आपके पास आ गया। इन सारी बातों में कुछ ना कुछ तो रहस्य है ही ?“

“यह बात तो मैंने भी महसूस की थी।“ ऐलेक्स ने क्रिस्टी की बात पर मुहर लगाई।

ये लोग बात करने में व्यस्त थे, पर असलम अपनी आंखों पर दूरबीन चढ़ा, दूर-दूर तक सागर की लहरों को देख रहा था। अचानक उसे बहुत दूर बादलों की एक टुकड़ी दिखाई दी। असलम ने अपनी दूरबीन को पुनः एडजस्ट करके उस दिशा में देखा-
“माई गॉड! कैप्टेन हमें शिप को वापस मोड़ना होगा।“ सभी हैरानी से असलम को देखने लगे।

“कैप्टेन हम जिस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, उस ओर काफी दूरी पर मुझे कुछ काले बादल से नजर आ रहे हैं। मुझे लगता है आगे मौसम बहुत खराब है। हमें उस दिशा में नहीं बढ़ना चाहिए।“ असलम ने दूरबीन आंखों पर चढ़ाए-चढ़ाए ही अपनी बात कम्प्लीट की।

सुयश ने लगभग झपटने के अंदाज में असलम से दूरबीन छीन ली व उस दिशा में देखने लगा जिधर अभी असलम देख रहा था। बादल बहुत ही खतरनाक दिख रहे थे।

“ओ....नो.....आगे तो मौसम बहुत ही खराब है। इतने भयानक बादल तो मैंने अपनी पूरी जिंदगी में नहीं देखे। बहुत ही जबरदस्त तूफान आने के आसार हैं। अगर हमारा शिप इस तूफान में फंस गया, तो हमारा बचना बिल्कुल ना मुमकिन है। हवा का बहाव भी हमारी तरफ है और वह बहुत तेज भी है। अगर इसी तरह हमारा शिप चलता रहा तो तूफान 35 से 40 मिनट में हम तक पहुंच जाएगा।..........असलम तुरंत वॉकी-टॉकी सेट दो।“ इतना कहकर सुयश ने असलम की ओर हाथ बढ़ाया।

असलम ने जेब से वॉकी-टॉकी सेट निकालकर सुयश के हाथों में रख दिया। सुयश ने वॉकी-टॉकी सेट के एरियल को खींचकर बाहर निकाला और उसे ऑन कर दिया।

“हैलो......कंट्रोल रूम। मैं कैप्टेन सुयश बोल रहा हूं।“

“हैलो....यस कैप्टेन।“ दूसरी तरफ से आवाज आयी।

“तुरंत अपने शिप को विपरीत दिशा में मोड़ लो। हम से लगभग 40 मील दूर एक भयंकर तूफान तेजी से हमारी तरफ बढ़ रहा है।“ सुयश ने कहा।

“तूफान......वह भी 40 मील दूर... ... असंभव।“ उधर से एक महीन आवाज सुनाई दी- “कैप्टेन हमारा तूफान की सूचना देने वाला यंत्र बिल्कुल सामान्य बता रहा है। शायद आपको किसी ने गलत सूचना दे दी है। हमारे यंत्र के हिसाब से अभी दूर-दूर तक मौसम साफ है।“

“मैं जो कह रहा हूं वह करो......।“ सुयश ने लगभग चिल्लाने वाले स्वर में कहा- “तूफान हमें बिल्कुल साफ दिखाई दे रहा है......शिप को तुरंत मोड़ो।“

“ओ.के. सर।“ उधर से घबराई आवाज आयी।

इतना कहकर सुयश ने वॉकी-टॉकी का स्विच ऑफ कर दिया और पुनः तूफान को देखने लगा, जो अब बिना दूरबीन के नार्मल आँखों से भी दिखने लगा था।

तभी ‘सुप्रीम’ को एक झटका लगा और वह मुड़ना शुरू हो गया। बादल बहुत तेजी से ‘सुप्रीम’ की ओर बढ़ रहे थे। अब तो घनघोर काले बादलों के बीच कड़कती हुई बिजली भी सभी को साफ दिख रही थी। बादल के गरजने का शोर भी थोड़ा-थोड़ा सुनाई देने लगा था।

तभी ब्रैंडन दौड़ता हुआ वहां पहुंचा, पर अब उसकी नजरें उस भयंकर तूफान पर थीं, जो साक्षात मौत बनकर उनकी तरफ तेजी से बढ़ रही थीं।

“क्या हुआ ब्रैंडन? ऐमू कहां है?“ सुयश ने भयभीत ब्रैंडन की ओर देखते हुए पूछा।

“ऐमू अपनी जगह पर नहीं है कैप्टेन, सिक्योरिटी के लोगों का कहना है कि उन्होंने उसे मिर्चे और टमाटर खिलाए और उस पर बराबर नजर भी रखे हुए थे। तभी उन्होंने बाहर शोर की आवाज सुनी। यह आवाज उस भीड़ से हो रही थी, जिसने उस द्वीप को देख लिया था। सिक्योरिटी के लोग भी अपनी इच्छा को दबा नहीं पाये और उस द्वीप को देखने चले गए। लेकिन जब वह वापस लौटे तो ऐमू अपनी जगह से गायब था।“

“मुझको पता था कि वह अब नहीं मिलेगा। क्यों कि उसका काम पूरा हो चुका है। उसने हमें पुनः भटका दिया है।“ सुयश ने कहा।

‘सुप्रीम’अब फुल स्पीड से चल रहा था और काले बादल उसका किसी भूत की तरीके से पीछा कर रहे थे।

“यह बादल तो हमें किसी बूमरैंग या फिर इंद्रधनुष की भांति, तीन तरफ से घेर रहे हैं।“ जॉनी जिसका नशा अब पूरी तरह से उड़ चुका था, बादलों को देखता हुआ बोला।

“सही कह रहे हो, यह बादल तो बहुत अजीब से हैं।“ जैक ने कहा- “मैने अपनी पूरी जिंदगी में आज तक कभी ऐसे बादल नहीं देखे।“

शिप बहुत तेजी से चल रहा था, पर बादलों की स्पीड उनसे तेज थी। इसलिए वह बहुत तेजी से उनके पास आ रहे थे। तभी सामने वही द्वीप फिर से किसी दैत्याकार जिन्न की भांति दिखाई दिया।

अब हवाएं भी बहुत तेज हो चुकीं थीं। समुद्र की लहरें सैकड़ों फुट ऊपर उछल रहीं थीं। रह-रहकर अजीब सी फ्लैशलाइट बिखेरती बिजली बादलों में कड़क रही थी। घने काले बादलों की वजह से चारों ओर घोर अंधकार हो गया था।

“शिप की सारी सर्च लाइट्स ऑन कर दो......क्विक....मूव........ क्यों कि तूफान बहुत खतरनाक है........ हवा भी बहुत तेज है......जल्दी करो।“ सुयश वॉकी- टॉकी सेट पर तेजी से चीखा।

“कैप्टेन, बादल हमें तीन तरफ से घेर रहें हैं और चौथी दिशा में वही द्वीप है। अब हमारे पास उस द्वीप पर जाने के सिवा और कोई चारा नहीं है। जल्दी आर्डर दीजिए। हमें क्या करना है?।“ असलम ने चिल्लाकर कहा, क्यों कि आंधी और तूफान की वजह से अब आवाज सुनाई नहीं दे रही थी।

सुयश ने एक बार फिर उन पास आ रहे बादलों को देखा और फिर हथियार डालते हुए बोला-

“अगर हम इस तूफान में फंस गये, तो किसी का भी जिंदा बचना मुश्किल है। मोड़ दो....... सुप्रीम को इस रहस्यमय द्वीप की ओर मोड़ दो .....अब हमारे पास कोई चारा नहीं है, द्वीप पर जाने के सिवा।“

सुयश का आर्डर मिलते ही असलम ने तुरंत वह आर्डर कंट्रोल रूम को भेज दिया। अब शिप तेजी से उस रहस्यमय द्वीप की ओर बढ़ने लगा। बादल अब शिप के काफी पास आ गए थे।

हवा में ऊंचे-ऊंचे उछलती समुद्र की लहरों से इतना भयानक शोर हो रहा था, मानो आज प्रलय निश्चित हो। ऐसा लग रहा था कि जैसे वह बादल इनका पीछा कर रहे हों।

शिप के सभी यात्री अपने-अपने कमरों में अपने ईश्वर को याद कर रहे थे। किसी ने भी मौत को इतने पास से नहीं देखा था।

“कैप्टेन हमें लाइफ बोट्स को रेडी कर लेना चाहिए क्यों कि इतना बड़ा शिप द्वीप के किनारे तक नहीं जा सकता।“ अलबर्ट ने चीखते हुए सुयश को समझाया।

अलबर्ट की बात सुन ब्रैंडन ने बिना सुयश के कहे ही अपनी सिक्योरिटी के सारे आदमियों को लाइफ बोट्स उतारने के काम पर लगा दिया। तेजी से सैकड़ों आदमी लाइफ बोट को उतारने में जुट गए।

किसी अंजानी आशंका को सोच शिप के सारे कर्मचारी सभी यात्रियों को लाइफ जैकेट भी बांटने लगे। वह रहस्यमय द्वीप शनैः-शनैः पास आता जा रहा था। बादल अब शिप के ऊपर तक आ गये थे। बिजली की तेज चमक व गड़गड़ाहट सभी के दिलों में दहशत भर रही थी।

सुप्रीम भी अब लहरों का सामना नहीं कर पा रहा था। वह किसी कागज के जहाज की भांति लहरों पर डोल रहा था। सुयश सहित अब सभी की निगाहें सिर्फ और सिर्फ उस रहस्यमय द्वीप पर थीं।

पहले जिस द्वीप से वह दूर भागना चाहते थे, अब उसी के पास जल्द से जल्द पहुंचने के लिए उतावले हो रहे थे। अब द्वीप की दूरी मात्र 3 मील रह गई थी। सभी के दिल अंजानी आशंका के कारण तेजी से धड़क रहे थे। .................................. ...........................................



जारी रहेगा_________✍️
Nice update....
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
20,752
54,200
259
जब कान ही ऐंठ दिया जाएगा, तो कोई भी ज़िद्दी बच्चा बात मान ही जाएगा।
सुयश का भी वही हुआ -- कान ऐंठे जाने का ही इंतज़ार कर रहा था वो!
चलो भाई -- अब हम अटलांटिस द्वीप में स्वर्ण मानवों के बीच पहुँचने ही वाले हैं


Golden-Man-007
Abb bechara suyash kya kare, usko bhi to sabki jindgi bachani hai, baat uski hoti to wo apne mann ki hi karta per use apne se jyada baaki logo ki jindgi ka dhyan rakhna hai sarkaar :shhhh: Waise bhabhi ji se meti sikayat kah dena bhai, update to wo bhi padh hi rahi hongi, per review dene ki mehnat akele aap hi se karva rahi hai???:D
Khair, baat karte hai us dweep ki jise sab atlantis maan kar baithe hai, to 2-3 updates ke baad ye bhi bata dunga ki wo asal me hai kya? Aur is kahani ka agla Adhyaay ya kadi jab suru hogi( mera matlab ye nahi hai ki kahani khatam ho rahi hai, ye continue hi rahegi) tab iski gutthiyan apne aap sulajhne lagengi:shhhh:
Thank you very much for your valuable review and superb support bhai :hug:
 
Top