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Helicopter sansani-khej samachaar dega bhaiBhut shandaar update..... ab dekho helicopter kuch good newss lata h ya .......
Helicopter sansani-khej samachaar dega bhaiBhut shandaar update..... ab dekho helicopter kuch good newss lata h ya .......
Behtreen update Bhai
U r welcome dear❤.Ab mene padh kr modify kr diya apna reply. Kitne poetic aur attentive ho aap. ❤
Kya bat hai Raj_sharma bhai itni shudh Hindi
Read karte waqt lag rah tha
Mai Kaha Aagya Hoo yar
Lekin lagta hai kuch naya dekhne ko milne wala hai story me
शब्दचयन अच्छा किया है
पंडित जी , इस जहाज की लूटिया डुबाने वाले है क्या आप ! बारमूडा ट्रांइगल मे फंसने का मतलब जहाज का अस्तित्व ही मिट जाना । कम से कम शैफाली और खुबसूरत खुबसूरत हसीन फूलझड़ियों का ही तो ख्याल करिए !
खैर , निष्कर्ष यह है कि जहाज अपने रास्ते से भटक गया है और यह कारनामा उस शख्स का है जिसने कन्ट्रोल रूम के सभी स्टाफ को नशे मे धूत करने का काम किया । इस के लिए पहला सस्पेक्ट व्यक्ति असलम है ।
इसी व्यक्ति ने शराब पीने की पेशकश की थी ।
इधर आशानुरूप शैफाली ने लाॅरेन की मर्डर मिस्ट्री पर अपना विचार साझा किया जो यकीनन हंड्रेड प्रतिशत सत्य है ।
इससे यह पता चलता है कि लाॅरेन के जान के दुश्मन दो अलग अलग व्यक्ति थे । एक इंसान ने सही लक्ष्य साधा और एक ने गलत । जिस व्यक्ति ने 6 मीटर की दूरी से गोली चलाई वही कातिल है ।
इसीलिए मैने कहा था डेड बाॅडी की पोस्टमार्टम , फोरेंसिक और साथ मे पैराफिन टेस्ट होना चाहिए था ।
जिस रिवाल्वर से हत्या हुई है वह रिवाल्वर किस व्यक्ति के नाम पर है यह पता लगाना चाहिए ।
शैफाली ने लाॅरेन केस के मर्डर को रि - क्रिएशन करने को कहा वह भी किया जाना चाहिए । लेकिन मुझे लगता नही है सैकड़ों की संख्या मे वहां मौजूद लोग अपने वास्तविक पोजीशन मे खड़े हो पायेंगे ।
और यह जहाज के ऊपर से हाई स्पीड से गुजरती हुई यान का क्या चक्कर है ? यह कैसा ट्विस्ट पैदा कर दिया आपने ?
बहुत बहुत खुबसूरत अपडेट शर्मा जी ।
अद्भुत अपडेट ।
Deewali bad aage badhungi...
Congratulations bro for new story
Fantastic update Bhai
Dekte hai ab captain is ship ki barmuda triangle se nikalne ke liye kya karta hai
Wah Raj_sharma Bhai, kya shandar updates post ki he.............
Tino hi updates ek se badhkar ek he.............
Ab ship Bermuda Triangle me fans gaya he.............aur upar se gujarti huyi UFO ki vajah se sabhi electronics equipment kharab ho gaye he...............
Lekin suyash ki calculation badi hi gazab ki he.............bade hi kam samay me usne bahar niklne ka rasta bhi khoj liya............
Keep posting Bro
Badhiya update
Suyesh ne sahi dimag lagakar sabko waps ka per laga diya ab dekhte han ki wo in sabse nikal pate han ya nahi kyonki ufo dubara bhi aa sakta ha or in per attack bhi ho sakta ha ya fir kuchh or mysterious ho jaye inki ship ke sath kyonki barmuda triangle koi aisi waisi jagah to ha nahi yahan se bachkar nikalna hi chamatkar se kam nahi goga In sabke liye
भाई साहब!! कोई कुछ भी कहे - कम से कम मुझे तो बहुत कुछ सीखने को मिला इन चार अपडेट्स में!
अनेकों बातें! लेकिन उनकी चर्चा बाद में।
मुझे लगता है कि सुयश को पैराफिन टेस्ट करने से मना नहीं करना चाहिए था। अभी अभी गोली चलाने पर बारूद के कणों का घनत्व अधिक होता। उससे कई बातें स्पष्ट हो सकती थीं। टेस्ट मना करना उसने निराशा-वश किया या फिर किसी सोची समझी नीयत के कारण - यह बातें तो बाद में ही साफ़ होंगी। वैसे जो कुछ सुयश के बारे में मालूम है, उस पर फिलहाल तो हत्या का संदेह नहीं किया जा सकता। लॉरेन चलता फिरता बीकन थी - इसलिए लग रहा है कि उसी के ख़ून का बंदोबस्त किया गया था।
शेफ़ाली ने अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए इस क़त्ल की बहुत सी बातें स्पष्ट कर दी हैं। दो गोलियाँ चलीं - लेकिन स्पष्ट है कि दो लोगों ने साथ में मिली-भगत कर के गोलियाँ चलाई हैं। एक गोली सबको भ्रमित करने के लिए, और दूसरी अपने लक्ष्य को ले कर सच्ची। लेकिन अपनी बात कहते कहते उसने ब्रैंडन पर थोड़ा शक़ डाल दिया। फिर भी, क़ातिलों की पहचान का फिलहाल कोई पता नहीं।
एक बात सोच रहा हूँ, और वो यह कि क्या वाक़ई इस साज़िश में दो लोग ही शामिल हैं, या और भी कई लोग? अगर दोनों क़ातिल प्री-प्लानिंग के तहत क़त्ल करते, तो दस सेकंड के भीतर करते - क्योंकि उनको जॉनी की रिक्वेस्ट के बारे में पता नहीं होता। क़त्ल दस सेकंड के बाद हुआ।
बरमूडा त्रिकोण के बारे में मैंने कोई पैंतीस साल पहले सुना था। बचपना होने के कारण मैं भी उसकी किंवदंतियों से मोहित हो गया था। चुम्बक के बारे में तब नया नया जाना / सीखा था, इसलिए यह सब और भी रोचक लगता था। सच तो यह है कि पृथ्वी के मैग्नेटिक पोल्स को ले कर लगभग हर जगह में प्राकृतिक विविधताएं होती हैं (ट्रू नार्थ और मैग्नेटिक नार्थ शायद ही कहीं एक जैसा होता है), और यह बात नाविकों और अन्य एक्सप्लोरर्स को शताब्दियों से मालूम है। ख़ैर - वो एक अलग बात है।
इतना तो तय है कि इस क्षेत्र में मौसम अचानक से ही बहुत बिगड़ जाता है, जिसकी जानकारी समय पर मुहैया करवा पाना बहुत कठिन होता है (ठीक वैसे ही जब हवाई जहाज़ अचानक ही एयर पॉकेट में चले जाते हैं, और अचानक से ही प्लेन कई कई फ़ीट नीचे चले जाते हैं -- एयर टर्बुलेन्स के कारण)! सन साठ के दशक तक ऐसी दुर्घटनाएँ उस क्षेत्र में होती रहीं, लेकिन उसके बाद कम्युनिकेशन सिस्टम बेहतर होने के बाद, दुर्घटनाओं में बेहद कमी आ गई है।
लेकिन इन सब बातों से कहानी का मज़ा खराब होता है।
ये अल्बर्ट किस बात के प्रोफ़ेसर हैं? देर रात बाहर डेक पर आना कोई अनहोनी बात नहीं है। शिप पर रोलिंग और पिचिंग मोशन के कारण बहुत से लोगों को ठीक से नींद नहीं आती। अक्सर मोशन सिकनेस भी हो जाती है। सुयश ने एक कुशल कप्तान होने का परिचय दिया है। खगोल विज्ञान के साथ भौगोलिक विज्ञान मिला कर उसने शिप को वापस अपनी दिशा में लाने का तरीक़ा निकाल लिया। 80 नॉटिकल माइल्स - मतलब कोई डेढ़ सौ किलोमीटर -- कोई बहुत दूरी नहीं होती। मतलब ‘सुप्रीम’ जल्दी ही अपने सही रास्ते पर होना चाहिए।
लेकिन, वो रहस्यमय यान क्या था? कोई एक्सपेरिमेंटल वेपन - जो EMP (electromagnetic pulse) फ़ैलाता हो? प्रोफेसर अल्बर्ट कहीं इसी वेपन से सम्बंधित हो नहीं? अगर हाँ - तो शुरू में सुयश को जिन अपराधियों के बारे में आगाह कराया गया था, वो शायद प्रोफ़ेसर के पीछे हों?
बहुत बढ़िया लेखन है भाई! आनंद आ गया
और - दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत मनमोहक अपडेट हैं भाई मजा आ गया
एक अनजान यान से उत्पन्न तीव्र विद्युत तरंगों से खराब यंत्रों के सुधारने तक क्या शेफाली के अद्भुत शक्ती से कुछ मदत ली जा सकती हैं क्या
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
Don't worry...if it's fantasy.. I'll read it
Shandar jabardast update
Ye tha story
Udta jahaj lekin aapne iska name change kar *Supreme* ship ka name hi rakh diya.
Ab Suyash ke trigonometry aur geometry ka kya hoga kyonki ab use apni position ka knowledge bilkul bhi nahi hoga??
Ab kaise Suyash trigonometry ka use kar right direction mein ja payega kya isme Shefali, Suyash ko help karegi..
A big question??
Awesome update
सुयश अपने हिसाब से भरसक प्रयाश में।है मुसीबत से निकलने के लिए, अब ये हेलीकॉप्टर वाला प्लान काम करता है या उसमें भी कुछ ट्विस्ट आने वाला है
हेलीकॉप्टर से कुछ फायदा होते मुझे तो नहीं दिख रहा फिलहाल। पर हिम्मते मर्दा, मदद ए खुदा। कोशिश तो करनी ही चाहिए।
Bahut hi shanadar update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and lovely update....
Sahi kaha captain ne abb kuch nahi ho sakta, bhavar me fasne ke karan wapas lautne ka chance bhi hath se nikal gaya unke, shandaar thrilling Update tha sir, just too good
Badhiya update
Akir captain ki sujh bujh ne un sabhi ki jan bacha li
Waiting for next update…
Yasasvi3Bhut shandaar update..... ab dekho helicopter kuch good newss lata h ya .......
Nice.# 17.
1 जनवरी 2002, मंगलवार, 07:30;
विशालकाय भंवर से बच जाने के बाद भी सुयश के चेहरे पर सोच के भाव विद्यमान थे। सुयश को सोच में पड़ा देख, आखिरकार असलम से ना रहा गया और वह बोल उठा-
“क्या बात है कैप्टन? अब तो सारे खतरे टल गए हैं, फिर अब आप इतना परेशान क्यों दिख रहे हैं?“
“एक खतरा टल जाने से इतना खुश होने की जरूरत नहीं है। माना कि फौरी तौर पर अभी खतरा टल गया है। पर हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम लोग जिस स्थान पर खड़े हैं, वह दुनिया का सबसे खतरनाक क्षेत्र है। बारामूडा त्रिकोण.....यह नाम अपने आप में मौत का पर्याय है और जब तक हम लोग इस क्षेत्र से निकल नहीं जाते, तब तक खतरा हमारे सिर पर मंडराता रहेगा। वह किसी भी रूप में हम पर अटैक कर सकता है। इसलिए सबसे पहले खुशियां मनाना छोड़, हमें इस खतरनाक क्षेत्र से बाहर निकलने के बारे में सोचना चाहिए।“
“तो इसमें इतना सोचने की क्या जरूरत है?“ रोजर ने गंभीरता की चादर ओढ़ते हुए कहा-
“आपका प्लान तो फुलप्रूफ है। अब हमें शिप को आपके प्लान के मुताबिक मोड़कर अपने वास्तविक रास्ते पर ले आना चाहिए।“
“अब हम सुप्रीम को प्लान के मुताबिक नहीं मोड़ सकते।“ सुयश ने रोजर के चेहरे पर एक गहरी निगाह डालते हुए कहा।
“पर क्यों ? आपका प्लान तो फुलप्रूफ है।“ रोजर ने कहा।
“फुलप्रूफ था ।“ सुयश ने एक गहरी सांस लेते हुए कहा-
“क्यों कि तब हमें अपने शिप की स्थिति का पूर्ण ज्ञान था, कि हम किस जगह पर हैं। लेकिन भंवर में घूमने और उससे बचकर निकलते समय, हम यह नहीं जान पाये कि अब हम अपनी वास्तविक स्थिति से कितना दूर हैं? हमें तो यह भी नहीं पता कि हमने भंवर में पहुंचकर कितने चक्कर लगाए? और जब हम उस भंवर से निकलें तो हमारा शिप किस दिशा में था ?“
यह सुनते ही जैसे सभी को सांप सूंघ गया । एकाएक मुस्कुराते हुए चेहरे डर के कारण सफेद हो गए।
“इसका तो यह भी मतलब हो सकता है, कि हम बारामूडा त्रिकोण के इस रहस्यमय क्षेत्र से निकलने के प्रयास में, इसके और अंदर आ गए हों।“ लारा ने चिंतित स्वर में कहा।
“यकीनन ऐसा हो सकता है।“ सुयश ने जवाब दिया-
“शिप पर बार-बार आने वाले, इन विचित्र खतरों से तो यही जान पड़ता है।“
“अब हमें क्या करना चाहिए?“
रोजर के शब्दों में छिपी व्याकुलता को सभी ने साफ महसूस किया। सुयश एक बार पुनः सोच में पड़ गया। सभी खामोश होकर उसके अगले निर्णय का इंतजार करने लगे।
“हेली कॉप्टर!“ सुयश के मुंह से खुशी भरे स्वर निकले-
“हमें हेलीकॉप्टर का उपयोग करना होगा । शायद हम लोग अपने वास्तविक मार्ग से ज्यादा दूरी पर ना हों और आसपास ही कोई और शिप आ-जा रहा हो, जिससे हमें असली रास्ते का पता चल जाए।“
सुयश के शब्दों को सुनकर, सभी के चेहरे पर हजार वाट का बल्ब जल गया। तब तक जेम्स हुक अपनी टीम को खराबी ढूंढने में लगाकर वापस आ गये थे। तुरंत सुयश, रोजर, असलम, लारा, ब्रैंडन व जेम्स हुक हेली पैड की ओर चल दिए। हेली पैड, शिप के पिछले हिस्से में डेक के पास था।
“कैप्टेन!“ रोजर ने सुयश से सवाल किया- “एक बात समझ में नहीं आई कि हमारे सारे इलेक्ट्रॉनिक यंत्र कैसे ब्लास्ट हो गए?“
“इसको समझने के लिए किसी विज्ञान की जरुरत नहीं है“ जेम्स हुक ने रोजर को देखते हुए कहा-
“जितने भी इलेक्ट्रॉनिक यंत्र होते हैं, वह सभी लो-फ्रीक्वेंसी पर चलते हैं, जबकि विद्युत चुम्बकीय तरंगें हाई-फ्रीक्वेंसी पर चलती हैं। इसलिए जब भी कभी कोई इलेक्ट्रानिक यंत्र, विद्युत चुम्बकीय तरंगों के बीच आता है, वह तीव्र ऊष्मा छोड़ता है। और ऊष्मा अधिक बढ़ जाने के कारण इलेक्ट्रानिक यंत्र जल जाता है।“
“और हमारा दिशा सूचक यंत्र कैसे खराब हो गया ?“ ब्रैंडन ने अपना नॉलेज बढ़ाने के उद्देश्य से जेम्स हुक से पूछा- “वह तो इलेक्ट्रानिक यंत्र नहीं होता।“
“दिशा सूचक यंत्र की चुम्बकीय सुई, पृथ्वी के चुम्बकत्व द्वारा आकर्षित होती है, जिसके कारण वह लगातार उत्तरी ध्रुव दर्शाती है। पर विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र के अंदर, दिशा सूचक यंत्र की चुम्बकीय सुई अपना चुम्बकत्व का गुण खो देती है। इसलिए वह हमेशा गलत दिशा बताने लगती है।“ यह कहकर जेम्स हुक ने ब्रैंडन को देखा पर ब्रैंडन उनकी बातों से संतुष्ट था।
“कहीं ऐसा ना हो कि हमारा हेलीकॉप्टर भी खराब हो गया हो।“ रोजर ने शंका भरे स्वर में पूछा-
“क्यों कि वह भी इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों से कार्य करता है।“
“जिस समय इस क्षेत्र में तीव्र विद्युत चुम्बकीय तरंगें फैलीं, उस समय हेलीकॉप्टर बंद पड़ा था। इसलिए मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हेली कॉप्टर इस समय सही अवस्था में होगा।“
जेम्स हुक ने कहा- “और अब यह क्षेत्र पूर्ण रूप से विद्युत चुंबकीय तरंगों से मुक्त है, यह मैं अभी साबित कर देता हूं।“
कहते-कहते जेम्स हुक ने अपनी जेब से 1 जोड़ी , छोटा वॉकी-टॉकी सेट निकाला और उस सेट का एक पीस रोजर को पकड़ा दिया।
“यह एक वॉकी-टॉकी सेट है। यह भी एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक यंत्र होता है। यह बहुत ही पॉवरफुल है। खुले समुद्र में इसकी बात करने की क्षमता , लगभग 50 नॉटिकल माइल तक है। जिस समय शिप के ऊपर से वह रहस्यमयी यान निकला, यह मेरी जेब में था, पर ऑफ था। मेरा पूरा विश्वास है कि यह सही काम करेगा और अगर यह सही चल गया तो समझिए कि हेलीकॉप्टर भी सही स्थिति में होगा।“
यह कहकर जेम्स हुक ने वॉकी-टॉकी सेट को ऑन कर दिया। वॉकी-टॉकी सेट चेक करने पर बिल्कुल सही कार्य कर रहा था। तब तक बात करते-करते यह सारे लोग शिप के पिछले डेक पर पहुंच गये।
कुछ आगे बढ़ने पर, लकड़ी का बना एक खूबसूरत सा कॉटेज दिखाई दिया। सभी उस विशालकाय कॉटेज में प्रवेश कर गए। लकड़ी का वह कॉटेज, अंदर से भी खूबसूरत था। कॉटेज के बीचो-बीच में एक हेली पैड बना था, जिस पर लाल रंग का एक छोटा सा, परंतु सुंदर हेलीकॉप्टर खड़ा दिखायी दिया। उस टू-सीटर हेलीकॉप्टर पर, इंग्लिश के बड़े व सुनहरे अक्षरों में “सुप्रीम” लिखा था।
कॉटेज में एक किनारे पर एक बड़ी सीइलेक्ट्रॉनिक मशीन लगी थी, जिसके सामने एक ऑपरेटर खड़ा, उन मशीनों से छेड़छाड़ कर, कुछ चेक करता दिखायी दिया। सुयश को देखते ही, वह तुरंत सावधान की मुद्रा में खड़ा हो गया। लेकिन उसके चेहरे के भाव बता रहे थे कि वह भी कुछ परेशान सा है और निश्चय ही यह परेशानी भी, उस रहस्यमई यान से संबंधित थी। क्यों कि उस इलेक्ट्रॉनिक मशीन के आसपास, बिखरा कांच और टूटे हुए यंत्रों की स्थिति, इस बात का द्योतक थी कि यहां पर भी विद्युत चुंबकीय तरंगों का प्रकोप हुआ था।
“ऑपरेटर!“ रोजर ने ऑपरेटर को देखते हुए पूछा-
“क्या हेलीकॉप्टर उड़ने वाली पोजी शन में है?“
“यस सर!“ ऑपरेटर ने जवाब दिया-
“हेलीकॉप्टर तो रेडी है। पर कुछ यंत्रों में खराबी आ जाने के कारण, कॉटेज की छत व दीवारों को हटाने वाला, रिमोट कंट्रोल सही काम नहीं कर रहा है। इसलिए फिलहाल हेलीकॉप्टर सही होने के बाद भी, उड़ान नहीं भर सकता है।“
“डैम इट!“ सुयश ने सीधे हाथ का मुक्का बना कर, अपने बाएं हाथ के पंजे पर, गुस्से से मारते हुए कहा।
“अब क्या किया जाए सर?“ रोजर ने चिन्तित स्वर में सुयश की ओर देखते हुए कहा। सुयश कुछ देर सोचने के पश्चात, जेम्स हुक की ओर घूमकर बोला-
“मिस्टर जेम्स हुक, हमारे इस कॉटेज की दीवारें व छत फोल्ड होकर, कमल की पंखुड़ी की तरह खुलती हैं। इसकी छत में छोटे-छोटे फोल्डिंग ज्वाइंट्स हैं। आप तुरंत इन फोल्डिंग ज्वाइंट्स को खुलवाकर इसकी छत हटवा दीजिए।“
जेम्स हुक ने तुरंत कुछ लोगों को छत के फोल्डिंग ज्वाइंट्स को खोलने में लगा दिया। लगभग 45 मिनट के अथक परिश्रम के बाद, सभी हेलीपैड के ऊपर की छत खोलने में सफल हो गए।
“रोजर!“ सुयश ने रोजर को संबोधित करते हुए कहा-
“तुम तुरंत एक पायलट के साथ इस हेलीकॉप्टर से जाओ और देखो, शायद आप-पास से जाता हुआ, कोई और शिप दिखाई दे जाए या फिर कोई और सुराग मिल जाए। जिससे यह पता चल जाए कि हम इस समय किस जगह पर हैं? और हां यह वॉकी-टॉकी सेट भी लेते जाओ। इससे मेरे कांटेक्ट में रहना और मुझे सारी सूचना देते रहना ।“
यह कहते हुए सुयश ने जेम्स हुक से, वॉकी-टॉकी सेट लेकर, रोजर को दे दिया। रोजर, सुयश से वॉकी-टॉकी सेट लेकर, पायलट के साथ, हेलीकॉप्टर में प्रवेश कर गया।
हेलीकॉप्टर में बैठने के साथ, रोजर ने एक नजर वहां खड़े सभी लोगों पर मारी और फिर सुयश की तरफ देखते हुए, एक झटके से ‘थम्बस्-अप‘ की स्टाइल में अपना अंगूठा, जोश के साथ झटका देकर उठाया और फिर धीरे से पायलट की ओर देखकर, उसे हेलीकॉप्टर को उड़ाने का इशारा किया।
थोड़ी ही देर में, एक गड़गड़ाहट के साथ, हेलीकॉप्टर रोजर को लेकर आसमान में था।
जारी रहेगा........
Awesome update# 18 .
चैपटर-6 1 जनवरी 2002, मंगलवार, 08:30;
सुप्रीम एक विशालकाय शिप था। इसलिए इस पर कुल 18 डेक थे। 16 डेक यात्रियों के लिए थे। सिर्फ 2 डेक शिप के चालक दल के पास थे।
हेली पैड उनमें से ही एक डेक पर बना था। इसलिए इसकी ऊँचाई बाकी डेक के हिसाब से कुछ कम थी । इस डेक पर भी एक वर्गाकार आकृति में, लगभग 100 स्क्वायर फीट का स्विमिंग पूल बना था।
सुयश का केबिन भी इस डेक के नीचे की तरफ ही था। सुयश, असलम, लारा, ब्रैंडन और जेम्स हुक इसी डेक पर खड़े थे। चूंकि यात्रियों को इधर आने की मनाही थी। इसलिए सुबह हो जाने के बाद भी इस डेक पर काफी शांति थी।
रोजर को हेलीकॉप्टर लेकर निकले अभी बा-मुश्किल 5 मिनट ही हुए थे। अभी तक उसकी तरफ से कोई मैसेज नहीं मिला था। ब्रैंडन ने अपने हाथों में एक शक्तिशाली दूरबीन को पकड़ रखा था। वह बीच- बीच में दूरबीन को आँखों से लगा कर इधर-उधर देख रहा था। सभी लोग डेक की रेलिंग के पास खड़े थे।
“कैप्टेन!“ अचानक से ब्रैंडन ने सुयश को आवाज लगायी- “ब्लू व्हेल!“
ब्रैंडन की आवाज सुनकर सभी का ध्यान उस दिशा में गया, जिधर ब्रैंडन देख रहा था। उधर देखने पर, उन्हें पानी की सतह पर, लगभग 50 मीटर लम्बी ब्लू व्हेल दिखायी दी।
“ये ब्लू व्हेल तो, बाकियों से आकार में कुछ बड़ी लग रही है।“ असलम ने कहा।
“सही कह रहे हो असलम।“ सुयश ने भी असलम की बात का समर्थन किया-
“नार्मल ब्लू व्हेल का आकार 30 से 35 मीटर तक ही होता है। पर ये तो लगभग 50 मीटर के आस-पास दिख रही है।“
“ये तो इसी तरफ आ रही है।“ लारा ने घबरा ये स्वर में कहा- “हमें इससे किसी प्रकार का खतरा तो नहीं होगा कैप्टेन?“
“नहीं लारा।“ सुयश ने लारा के शक को दूर करते हुए कहा- “इससे घबराने की कोई जरुरत नहीं है। हमारे शिप का आकार 250 मीटर है। ये अकेली हमारे शिप का कुछ नहीं बिगाड़ सकती।“
तब तक ब्लू व्हेल थोड़ा और पास आ चुकी थी। वह बीच-बीच में पानी के बाहर आकर साँस भी ले रही थी जिसकी वजह से उसके सिर के ऊपर से गर्म हवा का फव्वारा भी निकल रहा था।
अब वह रुके हुए ‘सुप्रीम’ के बिल्कुल पास आ गयी थी। ब्लू व्हेल अब ध्यान से विशालकाय सुप्रीम को देख रही थी। शायद इससे पहले उसने अपने से बड़ी कोई चीज नहीं देखी थी।
थोड़ी देर तक शिप को देखते रहने के बाद, अब ब्लू व्हेल ने पानी में गुलाटियां मारनी शुरु कर दीं। ऐसा लग रहा था कि जैसे वह शिप को कोई बड़ा जीव समझ कर खुश करने में लगी है।
शिप पर मौजूद सभी लोगों को उसकी यह हरकत बहुत अच्छी लग रही थी। थोड़ी देर तक गुलाटियां मारने के बाद, अब ब्लू व्हेल ने अपनी पूंछ से शिप पर पानी फेंकना शुरु कर दिया।
डेक का यह हिस्सा थोड़ा नीचा होने की वजह से पानी के कुछ छींटे, डेक पर खड़े लोगों पर भी पड़ रहे थे। ब्लू व्हेल के करतब देख कर, थोड़ी देर के लिए सभी शिप की परेशानियों को कुछ क्षण के लिए भूल गये। तभी ब्लू व्हेल ने बहुत ताकत लगा कर शिप पर पानी फेंका, जो कि तेजी से आकर डेक के किनारे पर खड़े सुयश को पूरा भिगा गया।
बाकी के लोग सुयश से थोड़ा दूर थे। इसलिए वह भीगने से बच गये सुयश का यह हाल देखकर एक बार सभी के चेहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट आ गयी।
सभी को मुस्कुराते देख सुयश भी ना चाहते हुए मुस्कुरा दिया। ब्लू व्हेल अब वहां से जा रही थी। ऐसा लग रहा था, जैसे वह समझ गयी हो कि सुप्रीम एक निर्जीव वस्तु है और वह उसके साथ नहीं खेलेगी। सुयश ने एक नजर अपने भीगे हुए कपड़ों पर मारी और वहां डेक पर खड़े अपने एक कर्मचारी को दूसरे कपड़े लाने का इशारा किया।
वह कर्मचारी सुयश का खास था। उसे पता था कि सुयश के कपड़े केबिन में कहां पर हैं। वह बिना देर किए कपड़े लाने चला गया।
सभी की नजर फिर से वॉकी टॉकी सेट पर गयी। लगभग 15 मिनट बीत चुके थे, लेकिन अभी तक रोजर का कोई मैसेज नहीं आया था। मुश्किल से 3 से 4 मिनट में ही कर्मचारी सुयश के कपड़े लेकर आ गया। सुयश कपड़े लेकर, स्विमिंग पूल के बगल बने चेंजिंग रुम की तरफ चल दिया।
“बहुत देर हो चुकी है, पर अभी तक रोजर सर की तरफ से कोई मैसेज नहीं आया।“ ब्रैंडन ने असलम की ओर देखते हुए कहा- “क्या हमें अपनी तरफ से उन्हें कॉल करना चाहिए?“
“5 मिनट और इंतजार करते हैं।“ असलम ने जवाब दिया- “अगर फिर भी कोई कॉल नहीं आया तो हम अपनी तरफ से कॉल कर लेंगे।“
लेकिन इससे पहले कि कोई और कुछ कह पाता वॉकी टॉकी सेट से ‘खर्र-खर्र‘ की आवाज आयी। ब्रैंडन तुरंत यह सब सुयश को बताने के लिए चेंजिंग रुम की ओर भागा। ब्रैंडन ने चेंजिंग रुम के बाहर से ही आवाज लगा कर सुयश को मैसेज के बारे में बता दिया। उधर वॉकी टॉकी सेट पर रोजर की आवाज गूंजी-
“हैलो-हैलो कैप्टन! क्या आप मेरी आवाज सुन रहे हैं? ओवर।“
“यस रोजर सर!“ हमें आपकी आवाज सुनाई दे रही है। ओवर!“ असलम ने रोजर की बात का जवाब देते हुए कहा। तब तक सुयश सिर्फ पैंट पहने, उधर भाग कर आता दिखाई दिया। जल्दी-जल्दी में उसे शर्ट पहनने का टाइम ही नहीं मिला।
“यस रोजर! बताओ, क्या कहना चाहते हो तुम? ओवर!“ सुयश ने वॉकी टॉकी सेट को असलम से लेते हुए, रोजर को संबोधित करते हुए कहा। रोजर ने सुयश की आवाज पहचान ली। वह बोला-
“कैप्टन हम लोग इस समय शिप से काफी दूर आ चुके हैं। पर अभी दूर-दूर तक कुछ नजर नहीं आ रहा है। लगता है कि हम वास्तव में भटक गए हैं।“ सभी का पूरा ध्यान सिर्फ और सिर्फ वॉकी-टॉकी सेट पर था। रोजर का बोलना जारी रहा-
“अब हम लोग और आगे बढ़ रहे हैं सर। हर तरफ सिर्फ समुद्र की लहरें ही नजर आ रही हैं। नीला समुद्र ...... पानी ही पानी “
कुछ देर रुक कर आवाज फिर से आनी शुरू हुई- “सर हमें बहुत दूर एक काला धब्बा सा दिखाई दे रहा है। हम लोग अब उस दिशा में बढ़ रहे हैं। शायद वह कोई पानी का जहाज हो।“
थोड़ी देर बाद आवाज पुनः आयी -
“हम लोग गलत थे सर। वह कोई जहाज नहीं , बल्कि कोई द्वीप है। अब हम लोग धीरे-धीरे उसके और पास जा रहे हैं। यह कोई छोटा सा, परंतु हरा-भरा द्वीप है। इसके आसपास हल्की सी धुंध दिखाई दे रही है।.................अब हम द्वीप के और पास पहुंच गए हैं सर। अचानक कुछ गर्मी बढ़ सी गई है। शायद यह द्वीप कुछ ज्यादा ही गर्म है। क्यों कि इस द्वीप से, समुद्र की ठंडी लहरें टकरा कर, धुंध के रूप में आस पास फैल रही हैं, जो कोहरे के रूप में मुझे दूर से ही दिखाई दे रही हैं।................. यहां एक विचित्र सी पहाड़ी भी है।
दूर से देखने पर यह कोई क्राऊन पहने हुए मानव आकृति के समान प्रतीत हो रही है....... ऐसा लग रहा है जैसे कोई योद्वा इस द्वीप की रखवाली कर रहा हो............. अब हम इस द्वीप के ऊपर उड़ान भर रहे हैं सर। ....... यहां किसी भी प्रकार के जीवन का कोई निशान नहीं है। हर तरफ एक अजीब सा सन्नाटा छाया हुआ है। द्वीप के बीच में, एक साफ पानी की झील भी दिख रही है। देखने में यह द्वीप काफी सुंदर लग रहा है सर।.......... ऊंचाई से देखने पर यह द्वीप एक त्रिभुज की आकृति लिए हुए दिखाई दे रहा है। ..... पर यह क्या सर? ....ओऽऽऽ नो ऽऽऽ ...... यह कैसे संभव है?.......“
एका एक रोजर की आवाज अत्यंत विस्मय से भर गई। खौफ उसकी आवाज में साफ नजर आने लगा।
“क्या हुआ रोजर? क्या दिख रहा है तुम्हें?“ सुयश ने घबरा ये स्वर में पूछा।
“मैं समझ.....नहीं पा......रहा हूं सर! कि मैं......आपको कैसे बताऊं? ..........मैं इस समय ... ..बड़ा अजीब सा....महसूस कर रहा हूं। ऐसा लगता है जैसे धुंध....... बड़ी तेजी से बढ़ गई है....। आसमान का रंग........ समझ में .. ..नहीं आ ....रहा है। ......पानी भी ......जैसा दिखना चाहिए .......वैसा नहीं दिख रहा है.....और ये क्या ? ...... ये.... ये.....यहां ये.....मुझे क्या दिख रहा है.....सर ऐसा लग रहा है .....जैसे कि हम....... ..... ..........।“
“खट्....खट्.....खटाक।“ और इसी के साथ सुयश से रोजर का संपर्क टूट गया।
“रोजर ... रोजर....! क्या हुआ रोजर?....... तुम बोलते क्यों नहीं ? क्या दिखाई दे रहा है तुम्हें?“
सुयश लगातार वॉकी-टॉकी सेट पर पागलों की तरह चीख रहा था। जेम्स हुक ने धीरे से, सुयश के हाथों से वॉकी-टॉकी सेट ले लिया-
“आपका संपर्क रोजर से कट चुका है कैप्टन। शायद वह किसी खतरे का शिकार हो चुका है।“ सुयश अभी भी सकते की सी हालत में खड़ा शून्य में घूर रहा था। लारा ने धी र से सुयश को हिला कर शून्य से बाहर किया-
“अब हमें क्या करना चाहिए कैप्टन ? हेली कॉप्टर जाने के बाद, अब हमारी आखिरी उम्मीद भी टूट गई है।“ सुयश मानों सोते से जागा हो।
“रोजर ने मेरे साथ, आज तक के सफर में, ना जाने कितने खतरे देखे थे। पर आज तक मैंने उसे कभी, इतना घबराया हुआ नहीं देखा। ना जाने उसने ऐसा क्या देख लिया ? जो वह इतना घबरा गया ?“
सुयश ने धीमी आवाज में कहा। धीरे-धीरे जब सुयश सामान्य हुआ तो उसने अपने आस-पास खड़े लोगों पर नजरें डालीं । सभी के चेहरे पर दहशत और आँखों में खौफ के भाव स्पष्ट दिखाई दे रहे थे।
“अब हमारे पास कोई चारा नहीं है, शिप को अन्जानी दिशा में आगे बढ़ाने के सिवा।“
सुयश ने बारी -बारी सभी के चेहरों को देखते हुए कहा-
“इसलिए जिस दिशा में हेलीकॉप्टर गया था। शिप को उसकी विपरीत दिशा में मोड़कर तब तक आगे बढ़ने दिया जाये जब तक हमें वास्तविक रास्ते का पता ना चल जाए। किसी को कोई आपत्ति हो तो वो मुझे बता सकता है?“
“नहीं !“ सभी ने समवेत स्वर में कहा। तभी ब्रैंडन की निगाह सुयश की पीठ पर बने एक टैटू पर गयी। सूर्य के निशान वाला काले रंग का बिल्कुल गोल वह टैटू लगभग 8 इंच डाया मीटर का था। टैटू में बनी सूर्य की आग उगलती आकृति, सूरज की रोशनी में बहुत तेज चमक रही थी।
“आपकी पीठ पर बना टैटू बहुत शानदार है कैप्टेन।“ ब्रैंडन ने टॉपिक चेंज करते हुए कहा- “आपकी शर्ट की वजह से आज तक, यह हम लोगों को दिखायी नहीं दिया।
जारी रहेगा..........
Yess this will help them, but will they find? It's a big question, you have to read more to see that.Nice.
Will they find out any clue about their position??
It will be very interesting to see that they will find any ship or they find any alternative solution??
Tattoo to uska sauk ya or kuch hi samjho, rahasya ko kuch nahi usme, baaki suyash ke saamne or koi raasta nahi bacha abb, jahaj ko bachane ki jimmedari usi ki hai, to jo sahi lagta hai wahi kar raha hai,Awesome update
जैसा अंदेशा था वही हुआ रोजर हेलीकॉप्टर से ज्यादा सूचना नहीं दे पाया उल्टे खुद मुसीबत में फंस गया है
लेकिन उसकी सूचना के बाद सुयश सुप्रीम को टापू से उलट दिशा में लेजाने के आदेश दे दिए
सुयश की पीठ पर टैटू का भी रहस्य निकलता है या उसके शौक का कारण है टैटू
Bahut hi badhiya update diya hai Raj_sharma bhai....# 18 .
चैपटर-6 1 जनवरी 2002, मंगलवार, 08:30;
सुप्रीम एक विशालकाय शिप था। इसलिए इस पर कुल 18 डेक थे। 16 डेक यात्रियों के लिए थे। सिर्फ 2 डेक शिप के चालक दल के पास थे।
हेली पैड उनमें से ही एक डेक पर बना था। इसलिए इसकी ऊँचाई बाकी डेक के हिसाब से कुछ कम थी । इस डेक पर भी एक वर्गाकार आकृति में, लगभग 100 स्क्वायर फीट का स्विमिंग पूल बना था।
सुयश का केबिन भी इस डेक के नीचे की तरफ ही था। सुयश, असलम, लारा, ब्रैंडन और जेम्स हुक इसी डेक पर खड़े थे। चूंकि यात्रियों को इधर आने की मनाही थी। इसलिए सुबह हो जाने के बाद भी इस डेक पर काफी शांति थी।
रोजर को हेलीकॉप्टर लेकर निकले अभी बा-मुश्किल 5 मिनट ही हुए थे। अभी तक उसकी तरफ से कोई मैसेज नहीं मिला था। ब्रैंडन ने अपने हाथों में एक शक्तिशाली दूरबीन को पकड़ रखा था। वह बीच- बीच में दूरबीन को आँखों से लगा कर इधर-उधर देख रहा था। सभी लोग डेक की रेलिंग के पास खड़े थे।
“कैप्टेन!“ अचानक से ब्रैंडन ने सुयश को आवाज लगायी- “ब्लू व्हेल!“
ब्रैंडन की आवाज सुनकर सभी का ध्यान उस दिशा में गया, जिधर ब्रैंडन देख रहा था। उधर देखने पर, उन्हें पानी की सतह पर, लगभग 50 मीटर लम्बी ब्लू व्हेल दिखायी दी।
“ये ब्लू व्हेल तो, बाकियों से आकार में कुछ बड़ी लग रही है।“ असलम ने कहा।
“सही कह रहे हो असलम।“ सुयश ने भी असलम की बात का समर्थन किया-
“नार्मल ब्लू व्हेल का आकार 30 से 35 मीटर तक ही होता है। पर ये तो लगभग 50 मीटर के आस-पास दिख रही है।“
“ये तो इसी तरफ आ रही है।“ लारा ने घबरा ये स्वर में कहा- “हमें इससे किसी प्रकार का खतरा तो नहीं होगा कैप्टेन?“
“नहीं लारा।“ सुयश ने लारा के शक को दूर करते हुए कहा- “इससे घबराने की कोई जरुरत नहीं है। हमारे शिप का आकार 250 मीटर है। ये अकेली हमारे शिप का कुछ नहीं बिगाड़ सकती।“
तब तक ब्लू व्हेल थोड़ा और पास आ चुकी थी। वह बीच-बीच में पानी के बाहर आकर साँस भी ले रही थी जिसकी वजह से उसके सिर के ऊपर से गर्म हवा का फव्वारा भी निकल रहा था।
अब वह रुके हुए ‘सुप्रीम’ के बिल्कुल पास आ गयी थी। ब्लू व्हेल अब ध्यान से विशालकाय सुप्रीम को देख रही थी। शायद इससे पहले उसने अपने से बड़ी कोई चीज नहीं देखी थी।
थोड़ी देर तक शिप को देखते रहने के बाद, अब ब्लू व्हेल ने पानी में गुलाटियां मारनी शुरु कर दीं। ऐसा लग रहा था कि जैसे वह शिप को कोई बड़ा जीव समझ कर खुश करने में लगी है।
शिप पर मौजूद सभी लोगों को उसकी यह हरकत बहुत अच्छी लग रही थी। थोड़ी देर तक गुलाटियां मारने के बाद, अब ब्लू व्हेल ने अपनी पूंछ से शिप पर पानी फेंकना शुरु कर दिया।
डेक का यह हिस्सा थोड़ा नीचा होने की वजह से पानी के कुछ छींटे, डेक पर खड़े लोगों पर भी पड़ रहे थे। ब्लू व्हेल के करतब देख कर, थोड़ी देर के लिए सभी शिप की परेशानियों को कुछ क्षण के लिए भूल गये। तभी ब्लू व्हेल ने बहुत ताकत लगा कर शिप पर पानी फेंका, जो कि तेजी से आकर डेक के किनारे पर खड़े सुयश को पूरा भिगा गया।
बाकी के लोग सुयश से थोड़ा दूर थे। इसलिए वह भीगने से बच गये सुयश का यह हाल देखकर एक बार सभी के चेहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट आ गयी।
सभी को मुस्कुराते देख सुयश भी ना चाहते हुए मुस्कुरा दिया। ब्लू व्हेल अब वहां से जा रही थी। ऐसा लग रहा था, जैसे वह समझ गयी हो कि सुप्रीम एक निर्जीव वस्तु है और वह उसके साथ नहीं खेलेगी। सुयश ने एक नजर अपने भीगे हुए कपड़ों पर मारी और वहां डेक पर खड़े अपने एक कर्मचारी को दूसरे कपड़े लाने का इशारा किया।
वह कर्मचारी सुयश का खास था। उसे पता था कि सुयश के कपड़े केबिन में कहां पर हैं। वह बिना देर किए कपड़े लाने चला गया।
सभी की नजर फिर से वॉकी टॉकी सेट पर गयी। लगभग 15 मिनट बीत चुके थे, लेकिन अभी तक रोजर का कोई मैसेज नहीं आया था। मुश्किल से 3 से 4 मिनट में ही कर्मचारी सुयश के कपड़े लेकर आ गया। सुयश कपड़े लेकर, स्विमिंग पूल के बगल बने चेंजिंग रुम की तरफ चल दिया।
“बहुत देर हो चुकी है, पर अभी तक रोजर सर की तरफ से कोई मैसेज नहीं आया।“ ब्रैंडन ने असलम की ओर देखते हुए कहा- “क्या हमें अपनी तरफ से उन्हें कॉल करना चाहिए?“
“5 मिनट और इंतजार करते हैं।“ असलम ने जवाब दिया- “अगर फिर भी कोई कॉल नहीं आया तो हम अपनी तरफ से कॉल कर लेंगे।“
लेकिन इससे पहले कि कोई और कुछ कह पाता वॉकी टॉकी सेट से ‘खर्र-खर्र‘ की आवाज आयी। ब्रैंडन तुरंत यह सब सुयश को बताने के लिए चेंजिंग रुम की ओर भागा। ब्रैंडन ने चेंजिंग रुम के बाहर से ही आवाज लगा कर सुयश को मैसेज के बारे में बता दिया। उधर वॉकी टॉकी सेट पर रोजर की आवाज गूंजी-
“हैलो-हैलो कैप्टन! क्या आप मेरी आवाज सुन रहे हैं? ओवर।“
“यस रोजर सर!“ हमें आपकी आवाज सुनाई दे रही है। ओवर!“ असलम ने रोजर की बात का जवाब देते हुए कहा। तब तक सुयश सिर्फ पैंट पहने, उधर भाग कर आता दिखाई दिया। जल्दी-जल्दी में उसे शर्ट पहनने का टाइम ही नहीं मिला।
“यस रोजर! बताओ, क्या कहना चाहते हो तुम? ओवर!“ सुयश ने वॉकी टॉकी सेट को असलम से लेते हुए, रोजर को संबोधित करते हुए कहा। रोजर ने सुयश की आवाज पहचान ली। वह बोला-
“कैप्टन हम लोग इस समय शिप से काफी दूर आ चुके हैं। पर अभी दूर-दूर तक कुछ नजर नहीं आ रहा है। लगता है कि हम वास्तव में भटक गए हैं।“ सभी का पूरा ध्यान सिर्फ और सिर्फ वॉकी-टॉकी सेट पर था। रोजर का बोलना जारी रहा-
“अब हम लोग और आगे बढ़ रहे हैं सर। हर तरफ सिर्फ समुद्र की लहरें ही नजर आ रही हैं। नीला समुद्र ...... पानी ही पानी “
कुछ देर रुक कर आवाज फिर से आनी शुरू हुई- “सर हमें बहुत दूर एक काला धब्बा सा दिखाई दे रहा है। हम लोग अब उस दिशा में बढ़ रहे हैं। शायद वह कोई पानी का जहाज हो।“
थोड़ी देर बाद आवाज पुनः आयी -
“हम लोग गलत थे सर। वह कोई जहाज नहीं , बल्कि कोई द्वीप है। अब हम लोग धीरे-धीरे उसके और पास जा रहे हैं। यह कोई छोटा सा, परंतु हरा-भरा द्वीप है। इसके आसपास हल्की सी धुंध दिखाई दे रही है।.................अब हम द्वीप के और पास पहुंच गए हैं सर। अचानक कुछ गर्मी बढ़ सी गई है। शायद यह द्वीप कुछ ज्यादा ही गर्म है। क्यों कि इस द्वीप से, समुद्र की ठंडी लहरें टकरा कर, धुंध के रूप में आस पास फैल रही हैं, जो कोहरे के रूप में मुझे दूर से ही दिखाई दे रही हैं।................. यहां एक विचित्र सी पहाड़ी भी है।
दूर से देखने पर यह कोई क्राऊन पहने हुए मानव आकृति के समान प्रतीत हो रही है....... ऐसा लग रहा है जैसे कोई योद्वा इस द्वीप की रखवाली कर रहा हो............. अब हम इस द्वीप के ऊपर उड़ान भर रहे हैं सर। ....... यहां किसी भी प्रकार के जीवन का कोई निशान नहीं है। हर तरफ एक अजीब सा सन्नाटा छाया हुआ है। द्वीप के बीच में, एक साफ पानी की झील भी दिख रही है। देखने में यह द्वीप काफी सुंदर लग रहा है सर।.......... ऊंचाई से देखने पर यह द्वीप एक त्रिभुज की आकृति लिए हुए दिखाई दे रहा है। ..... पर यह क्या सर? ....ओऽऽऽ नो ऽऽऽ ...... यह कैसे संभव है?.......“
एका एक रोजर की आवाज अत्यंत विस्मय से भर गई। खौफ उसकी आवाज में साफ नजर आने लगा।
“क्या हुआ रोजर? क्या दिख रहा है तुम्हें?“ सुयश ने घबरा ये स्वर में पूछा।
“मैं समझ.....नहीं पा......रहा हूं सर! कि मैं......आपको कैसे बताऊं? ..........मैं इस समय ... ..बड़ा अजीब सा....महसूस कर रहा हूं। ऐसा लगता है जैसे धुंध....... बड़ी तेजी से बढ़ गई है....। आसमान का रंग........ समझ में .. ..नहीं आ ....रहा है। ......पानी भी ......जैसा दिखना चाहिए .......वैसा नहीं दिख रहा है.....और ये क्या ? ...... ये.... ये.....यहां ये.....मुझे क्या दिख रहा है.....सर ऐसा लग रहा है .....जैसे कि हम....... ..... ..........।“
“खट्....खट्.....खटाक।“ और इसी के साथ सुयश से रोजर का संपर्क टूट गया।
“रोजर ... रोजर....! क्या हुआ रोजर?....... तुम बोलते क्यों नहीं ? क्या दिखाई दे रहा है तुम्हें?“
सुयश लगातार वॉकी-टॉकी सेट पर पागलों की तरह चीख रहा था। जेम्स हुक ने धीरे से, सुयश के हाथों से वॉकी-टॉकी सेट ले लिया-
“आपका संपर्क रोजर से कट चुका है कैप्टन। शायद वह किसी खतरे का शिकार हो चुका है।“ सुयश अभी भी सकते की सी हालत में खड़ा शून्य में घूर रहा था। लारा ने धी र से सुयश को हिला कर शून्य से बाहर किया-
“अब हमें क्या करना चाहिए कैप्टन ? हेली कॉप्टर जाने के बाद, अब हमारी आखिरी उम्मीद भी टूट गई है।“ सुयश मानों सोते से जागा हो।
“रोजर ने मेरे साथ, आज तक के सफर में, ना जाने कितने खतरे देखे थे। पर आज तक मैंने उसे कभी, इतना घबराया हुआ नहीं देखा। ना जाने उसने ऐसा क्या देख लिया ? जो वह इतना घबरा गया ?“
सुयश ने धीमी आवाज में कहा। धीरे-धीरे जब सुयश सामान्य हुआ तो उसने अपने आस-पास खड़े लोगों पर नजरें डालीं । सभी के चेहरे पर दहशत और आँखों में खौफ के भाव स्पष्ट दिखाई दे रहे थे।
“अब हमारे पास कोई चारा नहीं है, शिप को अन्जानी दिशा में आगे बढ़ाने के सिवा।“
सुयश ने बारी -बारी सभी के चेहरों को देखते हुए कहा-
“इसलिए जिस दिशा में हेलीकॉप्टर गया था। शिप को उसकी विपरीत दिशा में मोड़कर तब तक आगे बढ़ने दिया जाये जब तक हमें वास्तविक रास्ते का पता ना चल जाए। किसी को कोई आपत्ति हो तो वो मुझे बता सकता है?“
“नहीं !“ सभी ने समवेत स्वर में कहा। तभी ब्रैंडन की निगाह सुयश की पीठ पर बने एक टैटू पर गयी। सूर्य के निशान वाला काले रंग का बिल्कुल गोल वह टैटू लगभग 8 इंच डाया मीटर का था। टैटू में बनी सूर्य की आग उगलती आकृति, सूरज की रोशनी में बहुत तेज चमक रही थी।
“आपकी पीठ पर बना टैटू बहुत शानदार है कैप्टेन।“ ब्रैंडन ने टॉपिक चेंज करते हुए कहा- “आपकी शर्ट की वजह से आज तक, यह हम लोगों को दिखायी नहीं दिया।
जारी रहेगा..........
Nice Blue Whale bechari nirash hokar chali gayi uska khelna ka sapna tut gaya.# 18 .
चैपटर-6 1 जनवरी 2002, मंगलवार, 08:30;
सुप्रीम एक विशालकाय शिप था। इसलिए इस पर कुल 18 डेक थे। 16 डेक यात्रियों के लिए थे। सिर्फ 2 डेक शिप के चालक दल के पास थे।
हेली पैड उनमें से ही एक डेक पर बना था। इसलिए इसकी ऊँचाई बाकी डेक के हिसाब से कुछ कम थी । इस डेक पर भी एक वर्गाकार आकृति में, लगभग 100 स्क्वायर फीट का स्विमिंग पूल बना था।
सुयश का केबिन भी इस डेक के नीचे की तरफ ही था। सुयश, असलम, लारा, ब्रैंडन और जेम्स हुक इसी डेक पर खड़े थे। चूंकि यात्रियों को इधर आने की मनाही थी। इसलिए सुबह हो जाने के बाद भी इस डेक पर काफी शांति थी।
रोजर को हेलीकॉप्टर लेकर निकले अभी बा-मुश्किल 5 मिनट ही हुए थे। अभी तक उसकी तरफ से कोई मैसेज नहीं मिला था। ब्रैंडन ने अपने हाथों में एक शक्तिशाली दूरबीन को पकड़ रखा था। वह बीच- बीच में दूरबीन को आँखों से लगा कर इधर-उधर देख रहा था। सभी लोग डेक की रेलिंग के पास खड़े थे।
“कैप्टेन!“ अचानक से ब्रैंडन ने सुयश को आवाज लगायी- “ब्लू व्हेल!“
ब्रैंडन की आवाज सुनकर सभी का ध्यान उस दिशा में गया, जिधर ब्रैंडन देख रहा था। उधर देखने पर, उन्हें पानी की सतह पर, लगभग 50 मीटर लम्बी ब्लू व्हेल दिखायी दी।
“ये ब्लू व्हेल तो, बाकियों से आकार में कुछ बड़ी लग रही है।“ असलम ने कहा।
“सही कह रहे हो असलम।“ सुयश ने भी असलम की बात का समर्थन किया-
“नार्मल ब्लू व्हेल का आकार 30 से 35 मीटर तक ही होता है। पर ये तो लगभग 50 मीटर के आस-पास दिख रही है।“
“ये तो इसी तरफ आ रही है।“ लारा ने घबरा ये स्वर में कहा- “हमें इससे किसी प्रकार का खतरा तो नहीं होगा कैप्टेन?“
“नहीं लारा।“ सुयश ने लारा के शक को दूर करते हुए कहा- “इससे घबराने की कोई जरुरत नहीं है। हमारे शिप का आकार 250 मीटर है। ये अकेली हमारे शिप का कुछ नहीं बिगाड़ सकती।“
तब तक ब्लू व्हेल थोड़ा और पास आ चुकी थी। वह बीच-बीच में पानी के बाहर आकर साँस भी ले रही थी जिसकी वजह से उसके सिर के ऊपर से गर्म हवा का फव्वारा भी निकल रहा था।
अब वह रुके हुए ‘सुप्रीम’ के बिल्कुल पास आ गयी थी। ब्लू व्हेल अब ध्यान से विशालकाय सुप्रीम को देख रही थी। शायद इससे पहले उसने अपने से बड़ी कोई चीज नहीं देखी थी।
थोड़ी देर तक शिप को देखते रहने के बाद, अब ब्लू व्हेल ने पानी में गुलाटियां मारनी शुरु कर दीं। ऐसा लग रहा था कि जैसे वह शिप को कोई बड़ा जीव समझ कर खुश करने में लगी है।
शिप पर मौजूद सभी लोगों को उसकी यह हरकत बहुत अच्छी लग रही थी। थोड़ी देर तक गुलाटियां मारने के बाद, अब ब्लू व्हेल ने अपनी पूंछ से शिप पर पानी फेंकना शुरु कर दिया।
डेक का यह हिस्सा थोड़ा नीचा होने की वजह से पानी के कुछ छींटे, डेक पर खड़े लोगों पर भी पड़ रहे थे। ब्लू व्हेल के करतब देख कर, थोड़ी देर के लिए सभी शिप की परेशानियों को कुछ क्षण के लिए भूल गये। तभी ब्लू व्हेल ने बहुत ताकत लगा कर शिप पर पानी फेंका, जो कि तेजी से आकर डेक के किनारे पर खड़े सुयश को पूरा भिगा गया।
बाकी के लोग सुयश से थोड़ा दूर थे। इसलिए वह भीगने से बच गये सुयश का यह हाल देखकर एक बार सभी के चेहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट आ गयी।
सभी को मुस्कुराते देख सुयश भी ना चाहते हुए मुस्कुरा दिया। ब्लू व्हेल अब वहां से जा रही थी। ऐसा लग रहा था, जैसे वह समझ गयी हो कि सुप्रीम एक निर्जीव वस्तु है और वह उसके साथ नहीं खेलेगी। सुयश ने एक नजर अपने भीगे हुए कपड़ों पर मारी और वहां डेक पर खड़े अपने एक कर्मचारी को दूसरे कपड़े लाने का इशारा किया।
वह कर्मचारी सुयश का खास था। उसे पता था कि सुयश के कपड़े केबिन में कहां पर हैं। वह बिना देर किए कपड़े लाने चला गया।
सभी की नजर फिर से वॉकी टॉकी सेट पर गयी। लगभग 15 मिनट बीत चुके थे, लेकिन अभी तक रोजर का कोई मैसेज नहीं आया था। मुश्किल से 3 से 4 मिनट में ही कर्मचारी सुयश के कपड़े लेकर आ गया। सुयश कपड़े लेकर, स्विमिंग पूल के बगल बने चेंजिंग रुम की तरफ चल दिया।
“बहुत देर हो चुकी है, पर अभी तक रोजर सर की तरफ से कोई मैसेज नहीं आया।“ ब्रैंडन ने असलम की ओर देखते हुए कहा- “क्या हमें अपनी तरफ से उन्हें कॉल करना चाहिए?“
“5 मिनट और इंतजार करते हैं।“ असलम ने जवाब दिया- “अगर फिर भी कोई कॉल नहीं आया तो हम अपनी तरफ से कॉल कर लेंगे।“
लेकिन इससे पहले कि कोई और कुछ कह पाता वॉकी टॉकी सेट से ‘खर्र-खर्र‘ की आवाज आयी। ब्रैंडन तुरंत यह सब सुयश को बताने के लिए चेंजिंग रुम की ओर भागा। ब्रैंडन ने चेंजिंग रुम के बाहर से ही आवाज लगा कर सुयश को मैसेज के बारे में बता दिया। उधर वॉकी टॉकी सेट पर रोजर की आवाज गूंजी-
“हैलो-हैलो कैप्टन! क्या आप मेरी आवाज सुन रहे हैं? ओवर।“
“यस रोजर सर!“ हमें आपकी आवाज सुनाई दे रही है। ओवर!“ असलम ने रोजर की बात का जवाब देते हुए कहा। तब तक सुयश सिर्फ पैंट पहने, उधर भाग कर आता दिखाई दिया। जल्दी-जल्दी में उसे शर्ट पहनने का टाइम ही नहीं मिला।
“यस रोजर! बताओ, क्या कहना चाहते हो तुम? ओवर!“ सुयश ने वॉकी टॉकी सेट को असलम से लेते हुए, रोजर को संबोधित करते हुए कहा। रोजर ने सुयश की आवाज पहचान ली। वह बोला-
“कैप्टन हम लोग इस समय शिप से काफी दूर आ चुके हैं। पर अभी दूर-दूर तक कुछ नजर नहीं आ रहा है। लगता है कि हम वास्तव में भटक गए हैं।“ सभी का पूरा ध्यान सिर्फ और सिर्फ वॉकी-टॉकी सेट पर था। रोजर का बोलना जारी रहा-
“अब हम लोग और आगे बढ़ रहे हैं सर। हर तरफ सिर्फ समुद्र की लहरें ही नजर आ रही हैं। नीला समुद्र ...... पानी ही पानी “
कुछ देर रुक कर आवाज फिर से आनी शुरू हुई- “सर हमें बहुत दूर एक काला धब्बा सा दिखाई दे रहा है। हम लोग अब उस दिशा में बढ़ रहे हैं। शायद वह कोई पानी का जहाज हो।“
थोड़ी देर बाद आवाज पुनः आयी -
“हम लोग गलत थे सर। वह कोई जहाज नहीं , बल्कि कोई द्वीप है। अब हम लोग धीरे-धीरे उसके और पास जा रहे हैं। यह कोई छोटा सा, परंतु हरा-भरा द्वीप है। इसके आसपास हल्की सी धुंध दिखाई दे रही है।.................अब हम द्वीप के और पास पहुंच गए हैं सर। अचानक कुछ गर्मी बढ़ सी गई है। शायद यह द्वीप कुछ ज्यादा ही गर्म है। क्यों कि इस द्वीप से, समुद्र की ठंडी लहरें टकरा कर, धुंध के रूप में आस पास फैल रही हैं, जो कोहरे के रूप में मुझे दूर से ही दिखाई दे रही हैं।................. यहां एक विचित्र सी पहाड़ी भी है।
दूर से देखने पर यह कोई क्राऊन पहने हुए मानव आकृति के समान प्रतीत हो रही है....... ऐसा लग रहा है जैसे कोई योद्वा इस द्वीप की रखवाली कर रहा हो............. अब हम इस द्वीप के ऊपर उड़ान भर रहे हैं सर। ....... यहां किसी भी प्रकार के जीवन का कोई निशान नहीं है। हर तरफ एक अजीब सा सन्नाटा छाया हुआ है। द्वीप के बीच में, एक साफ पानी की झील भी दिख रही है। देखने में यह द्वीप काफी सुंदर लग रहा है सर।.......... ऊंचाई से देखने पर यह द्वीप एक त्रिभुज की आकृति लिए हुए दिखाई दे रहा है। ..... पर यह क्या सर? ....ओऽऽऽ नो ऽऽऽ ...... यह कैसे संभव है?.......“
एका एक रोजर की आवाज अत्यंत विस्मय से भर गई। खौफ उसकी आवाज में साफ नजर आने लगा।
“क्या हुआ रोजर? क्या दिख रहा है तुम्हें?“ सुयश ने घबरा ये स्वर में पूछा।
“मैं समझ.....नहीं पा......रहा हूं सर! कि मैं......आपको कैसे बताऊं? ..........मैं इस समय ... ..बड़ा अजीब सा....महसूस कर रहा हूं। ऐसा लगता है जैसे धुंध....... बड़ी तेजी से बढ़ गई है....। आसमान का रंग........ समझ में .. ..नहीं आ ....रहा है। ......पानी भी ......जैसा दिखना चाहिए .......वैसा नहीं दिख रहा है.....और ये क्या ? ...... ये.... ये.....यहां ये.....मुझे क्या दिख रहा है.....सर ऐसा लग रहा है .....जैसे कि हम....... ..... ..........।“
“खट्....खट्.....खटाक।“ और इसी के साथ सुयश से रोजर का संपर्क टूट गया।
“रोजर ... रोजर....! क्या हुआ रोजर?....... तुम बोलते क्यों नहीं ? क्या दिखाई दे रहा है तुम्हें?“
सुयश लगातार वॉकी-टॉकी सेट पर पागलों की तरह चीख रहा था। जेम्स हुक ने धीरे से, सुयश के हाथों से वॉकी-टॉकी सेट ले लिया-
“आपका संपर्क रोजर से कट चुका है कैप्टन। शायद वह किसी खतरे का शिकार हो चुका है।“ सुयश अभी भी सकते की सी हालत में खड़ा शून्य में घूर रहा था। लारा ने धी र से सुयश को हिला कर शून्य से बाहर किया-
“अब हमें क्या करना चाहिए कैप्टन ? हेली कॉप्टर जाने के बाद, अब हमारी आखिरी उम्मीद भी टूट गई है।“ सुयश मानों सोते से जागा हो।
“रोजर ने मेरे साथ, आज तक के सफर में, ना जाने कितने खतरे देखे थे। पर आज तक मैंने उसे कभी, इतना घबराया हुआ नहीं देखा। ना जाने उसने ऐसा क्या देख लिया ? जो वह इतना घबरा गया ?“
सुयश ने धीमी आवाज में कहा। धीरे-धीरे जब सुयश सामान्य हुआ तो उसने अपने आस-पास खड़े लोगों पर नजरें डालीं । सभी के चेहरे पर दहशत और आँखों में खौफ के भाव स्पष्ट दिखाई दे रहे थे।
“अब हमारे पास कोई चारा नहीं है, शिप को अन्जानी दिशा में आगे बढ़ाने के सिवा।“
सुयश ने बारी -बारी सभी के चेहरों को देखते हुए कहा-
“इसलिए जिस दिशा में हेलीकॉप्टर गया था। शिप को उसकी विपरीत दिशा में मोड़कर तब तक आगे बढ़ने दिया जाये जब तक हमें वास्तविक रास्ते का पता ना चल जाए। किसी को कोई आपत्ति हो तो वो मुझे बता सकता है?“
“नहीं !“ सभी ने समवेत स्वर में कहा। तभी ब्रैंडन की निगाह सुयश की पीठ पर बने एक टैटू पर गयी। सूर्य के निशान वाला काले रंग का बिल्कुल गोल वह टैटू लगभग 8 इंच डाया मीटर का था। टैटू में बनी सूर्य की आग उगलती आकृति, सूरज की रोशनी में बहुत तेज चमक रही थी।
“आपकी पीठ पर बना टैटू बहुत शानदार है कैप्टेन।“ ब्रैंडन ने टॉपिक चेंज करते हुए कहा- “आपकी शर्ट की वजह से आज तक, यह हम लोगों को दिखायी नहीं दिया।
जारी रहेगा..........