#60.
“नही .... मैंने यह शब्द सपने में नही सुना, मुझे स्वयं नही पता की यह शब्द उस समय मेरे दिमाग में कैसे आया। यह शब्द अचानक ही मेरे मुंह से निकले।" शैफाली ने अपनी बातों से सुयश का संशय दूर करते हुए कहा।
“कैपटेन हम लोगो को पता है कि शैफाली के अंदर कोई तो ऐसी शक्ति है जो समय-समय पर हमारी जान बचा रही है, पर इस ‘जलोथा’ शब्द को सुनकर वह मगरमच्छ मानव इतना भयभीत क्यों हो गया।" इस बार अल्बर्ट ने अपने विचार व्यक्त किये।
“शायद जलोथा किसी पौराणिक योद्धा का नाम हो, जिससे वह मगरमच्छ मानव डरता रहा हो और शैफाली के द्वारा वह शब्द पुकारे जाने पर, मगरमच्छ मानव को उसी योद्धा कि याद आ गयी हो।“ सुयश ने कहा- “प्रोफेसर, वैसे क्या आपने कभी भी ऐसे किसी जीव के बारे में पढ़ा या सुना है? जो इस तरह विशालकाय और विचित्र हो।"
“ऐसे जीव के बारे में वर्तमान में तो शायद किसी जीव विज्ञानी ने नहीं लिखा है।" अल्बर्ट ने सुयश को बताते हुए कहा- “पर हां कुछ पौराणिक कथाओ में ऐसे जीवो के बारे में जरूर लिखा है। ऐसे जीव आधा जानवर और आधा इंसान होते थे। उनमें कमाल की शक्तियां होती थी, पर इंसान के पास किताबो और कुछ गुफ़ाओ व खण्डहरों के भीति चित्रों के अलावा कोई सबूत नहीं है।"
“पर ये पौराणिक कथाओ का जीव यहां इस द्वीप पर कैसे आ गया?" जैक ने अल्बर्ट को देखते हुए कहा।
“तुम हरे कीडो के बारे में भूल रहे हो जैक।" कहते-कहते अल्बर्ट की आँखे गुस्से से लाल हो गई। शायद उन्हे मारिया की याद आ गयी थी- “हरे कीड़े भी पृथ्वी पर और कहीं नहीं पाये जाते। इन्ही सब कारनों से तो यह द्वीप रहस्यमयी बन गया है।"
“आप सही कह रहे है प्रोफेसर।" एलेक्स ने कहा- “ यह स्थान है ही रहस्यमयी ।"
“पर प्रोफेसर।"
जेनिथ बोल उठी-“वह पानी एकाएक बर्फ़ कैसे बन गयी? और वह भी ऐसी बर्फ़ जिसकी सतह पतली होने के बाद भी वह टूट नही रही थी।"
“हो सकता है उस मगरमच्छ मानव के पास पानी को बर्फ़ में बदल देने की शक्ति हो।" इस बार ड्रेजलर ने कहा।
“यह कैसे संभव है?" जॉनी ने डरते हुए कहा- “ऐसी कोई शक्ति नहीं होती।"
“हो सकता है।" अल्बर्ट ने जॉनी की बात का जवाब दिया “क्यों कि जिस प्रकार मकड़ी अपने शिकार को पकड़ने के पहले जाल बुनती है, जिससे की उसका शिकार भाग ना सके। ठीक उसी प्रकार से यह मगरमच्छ मानव भी अपने शिकार को बर्फ़ में फंसा कर मारता हो।"
क्यों कि अब सबके पास सवाल ख़तम हो गये थे, इसिलये सभी सुयश कि तरफ देखने लगे, पर अब किसी कि हिम्मत दोबारा झील में उतरकर अपनी बोतल भरने कि नहीं बची थी।
सुयश के एक इशारे पर सभी फ़िर से आगे बढ़ गये।
रहस्यमय बाज: (7 जनवरी 2002, सोमवार, 15:30, वॉशिंगटन डी.सी.,)
वेगा ने वीनस को पुस्तकालय से लौटते समय, उसकि बताई जगह पर बाज़ार में छोड़ दिया था।
वेगा ने अपनी कार अब अपने सोसाइटी के अंदर कर लिया। कार को पार्किंग में खड़ा करके, उसने उस किताब के पैकेट को हाथ में लिया और लिफ्ट की ओर बढ़ गया।
बेसमेंट में इस समय बिल्कुल सन्नाटा था। लिफ्ट का इंडीकेटर अब लिफ्ट को तीसरी मंजिल पर दिखा रहा था।
तभी वेगा को अपनी कार का सायरन बजता हुआ सुनाई दिया जो इस बात का संकेत था कि किसी ने वेगा कि कार के साथ कोई छेड़-छाड़ की है।
शांत वातावरण में सायरन की तेज आवाज एक अजीब सा खौफ पैदा कर रही थी। वेगा ने पलटकर अपनी कार को देखा, पर उसे कुछ नजर नहीं आया।
वेगा वापस अपनी कार की ओर चल दिया। कार के पास पहुंचने पर उसने देखा कि उसकी कार पर एक बड़ा सा बाज बैठा हुआ है।
“यह इतना बड़ा बाज यहां भूमिगत पार्किंग में कहां से आया?" वेगा मन ही मन बड़बड़ाया।
उसने बाज को भगाने के लिये आसपास कोई चीज देखनी शुरू कर दी, पर उसे आसपास ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया जिससे की वह उस बाज को भगा सके।
यह देख वेगा ने अपने हाथ में पकड़ी किताब को ही बाज की तरफ लहराया। उसका अनुमान था कि बाज इससे भाग जायेगा। पर ऐसा नहीं हुआ ।
बाज ने भागने की जगह अपने पंजो से उस किताब को जोर से पकड़ लिया। वेगा यह देख हैरान रह गया।
बाज अब भयानक तरीके से अपने पंख को फड़फड़ा कर वेगा को डराने कि कोशिश करने लगा। बाज अपनी पूरी ताकत लगाकर वेगा के हाथ से किताब छीनने कि कोशिश करने लगा, पर वेगा ने भी किताब को नहीं छोड़ा।
तभी लगातार बज रही कार की आवाज सुनकर, एक सुरक्षा रक्षक (security-guard) उधर आ गया।
इतने बड़े बाज को वेगा से लड़ते देख, गार्ड ने अपने हाथ में पकड़ा डंडा, पीछे से पूरी ताकत से बाज के सिर पर मार दिया। चुंकी बाज कि नजर वेगा की तरफ थी, इसिलए वह पीछे से आये इस खतरे को भांप नहीं पाया।
डंडे की चोट बहुत खतरनाक थी, बाज के हाथ से किताब निकलकर वेगा के हाथ में आ गयी और बाज उछलकर दूर जा गिरा।
एक पल को लगा कि वह बाज इतनी भयानक चोट से मर गया, मगर अगले ही पल वह उठकर, इस बार गार्ड कि ओर झपटा।
गार्ड पूरी तरह से सावधान था, उसने तेजी से झुककर अपने आप को बचाया, पर उसके हाथ में पकड़ा डंडा, जमीन पर गिर गया।
यह देख गार्ड ने इस बार पिस्तौलदान (holster) में लगे रिवाल्वर को निकालकर अपने हाथ में ले लिया।
उधर अपना शिकार हाथ ना आते देख, बाज फिर पलटा और कुछ दूर रुककर गार्ड को घूरने लगा। गार्ड ने भी रिवाल्वर बाज की ओर तान दी और बाज के अगले कार्रवाई का इंतजार करने लगा।
वेगा अवाक होकर इस पूरी घटना को देख रहा था। बाज ने इस बार तेजी से गार्ड की ओर उड़ान भरी।
घबराकर गार्ड ने गोली चला दी, पर उसी समय गोल-गोल घूमकर बाज उस गोली से बच गया और सीधा गार्ड के हाथ पर आक्रमण कर दिया।
गार्ड ने रिवाल्वर तो नहीं छोड़ी, पर दूसरे हाथ से उस बाज को अपने शरीर से दूर हटाने कि कोशिश करने लगा। बाज ने गार्ड के हाथ को लहुलुहान कर दिया।
यह देख वेगा ने अपने पास पड़े गार्ड के डंडे को उठाया और दबे पांव पहुंचकर पूरी ताकत से बेस बॉल कि तरह से डंडे को हवा में लहराया।
डंडा पूरी ताकत से बाज के सिर पर लगा। बाज लहराकर फिर से जमीन पर गिर गया।
इस बार गार्ड ने कोई गलती नहीं की, और उस बाज के शरीर में एक के बाद एक 3 गोली मार दी। बाज एक बार जोर से तड़पा और उसके प्राण पखेरू उड़ गये।
तब तक गोली चलने कि आवाज सुन कुछ और गार्ड भी उधर आ गये।
वेगा ने सारी बातें सिलसिलेवार तरीके से बाकी गार्ड को सुना दी। वह सभी गार्ड उस गार्ड को लेकर तुरंत अस्पताल कि ओर चले गये।
वेगा ने भी एक बार फिर से अपनी कार का लॉक चेक किया और बाज कि लाश पर एक नजर मारी।
फिर वह किताब ले लिफ्ट की ओर चल दिया।
वेगा के जाते ही बाज की लाश से धुंआ निकला और वह लाश हवा में ऐसे गायब हो गयी, जैसे वह वहां कभी थी ही नहीं।
उधर वेगा लिफ्ट से निकलकर अपने कमरे में पहुंच गया। चूंकी वेगा ने आज सुबह से कुछ नहीं खाया था, इसिलए उसने फ़्रिज खोलकर 2 चिकेन सैंडविच निकाले और उसे अवन में गर्म करने को रख 5 मिनट का टाईमर लगा दिया। फिर टेलीविज़न खोलकर, समाचार चैनल लगाकर, वह कपड़े बदलने लगा।
टेलीविज़न पर इस समय ब्रेकिंग न्यूज चल रहा था। वेगा ने यह देख टेलीविज़न का आवाज़ थोड़ा बढ़ा दिया।
“ब्रेकिंग न्यूज! 23 दिसंबर को न्यूयॉर्क बंदरगाह से होकर सिडनी जाने वाला पानी का जहाज ‘सुप्रीम’ अपने 2700 यात्रीयो और 500 क्रु-मेम्बर्स के साथ ‘बारामूडा त्रिकोण’ के रहस्यमय अंधे अँधेरो में खो गया।
यह खतरनाक त्रिकोण एक बार फिर इंसानो के लिए जानलेवा साबित हुआ है। क्या है ऐसा उस रहस्यमय त्रिकोण में जो लगातार मासूम इंसानो की जान ले रहा है। आइये आपको लेकर चलते हैं, भौतिक विज्ञान के प्रसिद्ध वैज्ञानिक और भूगोलशाशास्त्री प्रोफेसर वाटसन के पास और इनसे जानने कि कोशिश करते है बारामूडा त्रिकोण के कुछ वैज्ञानिक तथ्य।"
तभी अवन ने सीटी बजाकर सैंडविच के गर्म होने की जानकारी दी। वेगा का ध्यान अवन की ओर गया, उसने टेलीविज़न को बंद कर दिया और कॉफ़ी मशीन से एक कॉफ़ी निकालकर, सैंडविच के साथ सोफे पर जाकर बैठ गया।
वेगा के दिमाग में सुप्रीम को लेकर बहुत से ख्याल आ रहे थे, तभी उसकी नजर सामने टेबल पर रखी किताब पर गयी।
अब वेगा सुप्रीम, बारामूडा त्रिकोण और अटलांटिस की कड़ियो को आपस में जोड़ने कि कोशिश करने लगा।
वेगा को सोचते-सोचते 15 मिनट से भी ज्यादा समय बीत गया। यहां तक कि कब उसकी कॉफ़ी और सैंडविच ख़तम हो गया, उसे पता भी ना चला। वह तो बस अपने ही ख्यालों में गुम था।
तभी फोन कि घंटी बजने से वेगा का ध्यान भंग हुआ। वेगा ने सोफे से उठकर पहले टिश्यु पेपर से अपना हाथ पोंछा और फ़िर आगे बढ़कर फोन के क्रेडल को उठा लिया।
“हैलो वेगा!" दूसरी तरफ से आने वाली आवाज वेगा के भाई ‘युगाका’ की थी।
“हैलो भैया, कैसे हो आप? आज बहुत दिन बाद फोन किया आपने?" वेगा ने खुश होते हुए पूछा।
“हां .... आज मुझे सुबह से ही तुम्हारी याद आ रही थी, तो मैंने सोचा कि तुम्हें फोन ही कर लूं।.... तुम ठीक तो हो ना?" युगाका की आवाज में चिंता के भाव दिख रहे थे।
“हां... हां... मैं बिलकुल ठीक हुं.... मुझे क्या होगा?" वेगा ने बेपरवाह आवाज में कहा और जानबूझकर बाज वाली घटना को युगाका को नहीं बताया।
“चलो बहुत अच्छी बात है, वैसे भी अब तुम्हारी पढ़ाई के केवल 2 साल और बचे हैं। क्या योजना बनाई है उसके आगे?" युगाका ने अपनापन दिखाते हुए कहा।
“कुछ खास नहीं भैया, जैसा आप लोग चाहेंगे, वैसा ही करुंगा। अगर आप कहेंगे तो अराका भी वापस आ जाऊंगा।" वेगा ने कहा।
“नहीं-नहीं ..... अराका वापस आने की जरुरत नहीं है, यहां बहुत खतरा है तुम्हारे लिए।
"और वैसे भी यहां अराका में रखा क्या है जंगलो के सिवा.... इसीलिए तो बाबा ने तुम्हें 8 साल की आयु में ही अमेरिका भिजवा दिया था.... अपनी पढ़ाई अच्छे से पूरी करो और वही कोई अच्छी सी नौकरी ढूंढ कर सेटल हो जाओ .... और हां पैसे की चिंता बिलकुल मत करना... आख़िर तुम अराका के युवराज हो।" युगाका ने छोटे भाई को प्यार जताते हुए कहा।
“अच्छा भाई... त्रिकाली दीदी कैसी है?" वेगा ने पूछा।
“वह भी बहुत अच्छी है... तुम्हें बहुत याद करती है ... मैं उससे बोल दंगा तुम्हारे बारे में....।" युगाका ने कहा।
“भाई एक बात पूछूं?" वेगा ने अचानक विषय परिवर्तन करते हुए कहा।
“पूछो!" युगाका भी वेगा को अचानक से सीरीयस होते देख सोच में पड़ गया।
“भाई क्या बाबा ने आज तक ‘एरकान’ भाषा में कोई किताब लिखी है क्या?" वेगा के शब्दों में
रहस्य ही रहस्य भरा दिख रहा था।
वेगा की बात सुनकर, कुछ देर तक युगाका कुछ नहीं बोला।
“किसने की तुमसे ये सब बातें?" युगाका ने सवाल के जवाब देने की जगह उल्टा वेगा से सवाल ही कर लिया- “तुम ठीक तो हो ना वेगा? कुछ ऐसा तो नहीं है जो तुम हमसे छिपाने की कोशिश कर रहे हो?"
“नहीं-नहीं भैया ... कुछ खास बात नहीं है, वो तो बस मैंने ऐसे ही पूछ लिया था।" वेगा ने फिर बातो को छुपाया- “अच्छा भैया, अभी एक कॉलेज के प्रोजेक्ट पर काम करना है इसिलए अभी फोन रखता हूँ।
बाय-बाय भैया।"
“बाय-बाय!" युगाका ने अनचाहे मन से वेगा को बाय किया। वेगा ने जल्दी से फोन को रख दिया।
वेगा की नजर एक बार फिर उस किताब की ओर गयी।
फिर वह होठो ही होठो में बुदबुदाया- “भैया मुझसे झूठ क्यों बोल रहे हैं? क्या ये सारी चीजे मुझसे छिपाना चाहते हैं?"
फिर वेगा ने अपने सिर को एक झटका दिया और अपने काम पर लग गया।
जारी रहेगा_________
Well Vega, Yugaka aur Trikali teeno hi *Araka* island se belong karte hain??
Par ek sawal hai Vega ko uske logo ne USA kyon bhej diya!?? Yadi wo wahan ka prince hai toh wahan par kingdom bhi hona chahiye phir Yugaka ne aisa kyon bola ki wahan sirf jungle ke alawa kuchh nahi hai??
Baaz, Vega se book kyon hasil karna chahta tha kya wo nahi chahta tha ki Vega ko aur bhi new new information pata chale??
Jis tarah se baaz ka sharir gayab hua hai isse toh yahi prove hota hai ki wo bhi ek mayavi bird tha??
Thanks brother.