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Fantasy 'सुप्रीम' एक रहस्यमई सफर

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Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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Main bhi Venus ki baat se agree karta hoon ki ye ek imaginary story hai.
Aisa maan lo tum sab kuch maan ne ke liye free ho mitra , :dazed:
Suyash par sabka ab bhi believe hona ye Suyash ko ek nayi takat dega mushkil halat se ladne ke liye.
Unn logo ko to hai hi, per tum log ko hi nahi ho raha..:sigh: Jisko dekho suyash ke peeche pada hai.:laughing:
Aur Vyom ka kya hua wo bahut dino se dikhai hi nahi diya hai???

Yadi wo mar gaya hai toh use story mein thoda sa role dene ki jarurat nahi thi kyonki usne kuchh Kiya hi nahi hai abhi tak aur jahan tak sawal hai toh wo Supreme ko bachane aur sahi rasta dikhane aaya tha par ab wahi gayab hai.

Well Vega ne Librarian ko hypnotize kaise kar liya???

Wonderful update brother.
Uske paas power hai, to kuch to kiya hi hoga usne,:approve: Vyom ko dhoondhna padega? Jinda hai ki nahi, apun soch kar baatayega :hmm:
thank
you very much for your wonderful review and support bhai :thanx:
 

DEVIL MAXIMUM

"सर्वेभ्यः सर्वभावेभ्यः सर्वात्मना नमः।"
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#60.

“नही .... मैंने यह शब्द सपने में नही सुना, मुझे स्वयं नही पता की यह शब्द उस समय मेरे दिमाग में कैसे आया। यह शब्द अचानक ही मेरे मुंह से निकले।" शैफाली ने अपनी बातों से सुयश का संशय दूर करते हुए कहा।

“कैपटेन हम लोगो को पता है कि शैफाली के अंदर कोई तो ऐसी शक्ति है जो समय-समय पर हमारी जान बचा रही है, पर इस ‘जलोथा’ शब्द को सुनकर वह मगरमच्छ मानव इतना भयभीत क्यों हो गया।" इस बार अल्बर्ट ने अपने विचार व्यक्त किये।

“शायद जलोथा किसी पौराणिक योद्धा का नाम हो, जिससे वह मगरमच्छ मानव डरता रहा हो और शैफाली के द्वारा वह शब्द पुकारे जाने पर, मगरमच्छ मानव को उसी योद्धा कि याद आ गयी हो।“ सुयश ने कहा- “प्रोफेसर, वैसे क्या आपने कभी भी ऐसे किसी जीव के बारे में पढ़ा या सुना है? जो इस तरह विशालकाय और विचित्र हो।"

“ऐसे जीव के बारे में वर्तमान में तो शायद किसी जीव विज्ञानी ने नहीं लिखा है।" अल्बर्ट ने सुयश को बताते हुए कहा- “पर हां कुछ पौराणिक कथाओ में ऐसे जीवो के बारे में जरूर लिखा है। ऐसे जीव आधा जानवर और आधा इंसान होते थे। उनमें कमाल की शक्तियां होती थी, पर इंसान के पास किताबो और कुछ गुफ़ाओ व खण्डहरों के भीति चित्रों के अलावा कोई सबूत नहीं है।"

“पर ये पौराणिक कथाओ का जीव यहां इस द्वीप पर कैसे आ गया?" जैक ने अल्बर्ट को देखते हुए कहा।

“तुम हरे कीडो के बारे में भूल रहे हो जैक।" कहते-कहते अल्बर्ट की आँखे गुस्से से लाल हो गई। शायद उन्हे मारिया की याद आ गयी थी- “हरे कीड़े भी पृथ्वी पर और कहीं नहीं पाये जाते। इन्ही सब कारनों से तो यह द्वीप रहस्यमयी बन गया है।"

“आप सही कह रहे है प्रोफेसर।" एलेक्स ने कहा- “ यह स्थान है ही रहस्यमयी ।"

“पर प्रोफेसर।"
जेनिथ बोल उठी-“वह पानी एकाएक बर्फ़ कैसे बन गयी? और वह भी ऐसी बर्फ़ जिसकी सतह पतली होने के बाद भी वह टूट नही रही थी।"

“हो सकता है उस मगरमच्छ मानव के पास पानी को बर्फ़ में बदल देने की शक्ति हो।" इस बार ड्रेजलर ने कहा।

“यह कैसे संभव है?" जॉनी ने डरते हुए कहा- “ऐसी कोई शक्ति नहीं होती।"

“हो सकता है।" अल्बर्ट ने जॉनी की बात का जवाब दिया “क्यों कि जिस प्रकार मकड़ी अपने शिकार को पकड़ने के पहले जाल बुनती है, जिससे की उसका शिकार भाग ना सके। ठीक उसी प्रकार से यह मगरमच्छ मानव भी अपने शिकार को बर्फ़ में फंसा कर मारता हो।"

क्यों कि अब सबके पास सवाल ख़तम हो गये थे, इसिलये सभी सुयश कि तरफ देखने लगे, पर अब किसी कि हिम्मत दोबारा झील में उतरकर अपनी बोतल भरने कि नहीं बची थी।

सुयश के एक इशारे पर सभी फ़िर से आगे बढ़ गये।

रहस्यमय बाज: (
7 जनवरी 2002, सोमवार, 15:30, वॉशिंगटन डी.सी.,)

वेगा ने वीनस को पुस्तकालय से लौटते समय, उसकि बताई जगह पर बाज़ार में छोड़ दिया था।

वेगा ने अपनी कार अब अपने सोसाइटी के अंदर कर लिया। कार को पार्किंग में खड़ा करके, उसने उस किताब के पैकेट को हाथ में लिया और लिफ्ट की ओर बढ़ गया।

बेसमेंट में इस समय बिल्कुल सन्नाटा था। लिफ्ट का इंडीकेटर अब लिफ्ट को तीसरी मंजिल पर दिखा रहा था।

तभी वेगा को अपनी कार का सायरन बजता हुआ सुनाई दिया जो इस बात का संकेत था कि किसी ने वेगा कि कार के साथ कोई छेड़-छाड़ की है।

शांत वातावरण में सायरन की तेज आवाज एक अजीब सा खौफ पैदा कर रही थी। वेगा ने पलटकर अपनी कार को देखा, पर उसे कुछ नजर नहीं आया।

वेगा वापस अपनी कार की ओर चल दिया। कार के पास पहुंचने पर उसने देखा कि उसकी कार पर एक बड़ा सा बाज बैठा हुआ है।

“यह इतना बड़ा बाज यहां भूमिगत पार्किंग में कहां से आया?" वेगा मन ही मन बड़बड़ाया।

उसने बाज को भगाने के लिये आसपास कोई चीज देखनी शुरू कर दी, पर उसे आसपास ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया जिससे की वह उस बाज को भगा सके।

यह देख वेगा ने अपने हाथ में पकड़ी किताब को ही बाज की तरफ लहराया। उसका अनुमान था कि बाज इससे भाग जायेगा। पर ऐसा नहीं हुआ ।

बाज ने भागने की जगह अपने पंजो से उस किताब को जोर से पकड़ लिया। वेगा यह देख हैरान रह गया।

बाज अब भयानक तरीके से अपने पंख को फड़फड़ा कर वेगा को डराने कि कोशिश करने लगा। बाज अपनी पूरी ताकत लगाकर वेगा के हाथ से किताब छीनने कि कोशिश करने लगा, पर वेगा ने भी किताब को नहीं छोड़ा।

तभी लगातार बज रही कार की आवाज सुनकर, एक सुरक्षा रक्षक (security-guard) उधर आ गया।

इतने बड़े बाज को वेगा से लड़ते देख, गार्ड ने अपने हाथ में पकड़ा डंडा, पीछे से पूरी ताकत से बाज के सिर पर मार दिया। चुंकी बाज कि नजर वेगा की तरफ थी, इसिलए वह पीछे से आये इस खतरे को भांप नहीं पाया।

डंडे की चोट बहुत खतरनाक थी, बाज के हाथ से किताब निकलकर वेगा के हाथ में आ गयी और बाज उछलकर दूर जा गिरा।

एक पल को लगा कि वह बाज इतनी भयानक चोट से मर गया, मगर अगले ही पल वह उठकर, इस बार गार्ड कि ओर झपटा।

गार्ड पूरी तरह से सावधान था, उसने तेजी से झुककर अपने आप को बचाया, पर उसके हाथ में पकड़ा डंडा, जमीन पर गिर गया।

यह देख गार्ड ने इस बार पिस्तौलदान (holster) में लगे रिवाल्वर को निकालकर अपने हाथ में ले लिया।

उधर अपना शिकार हाथ ना आते देख, बाज फिर पलटा और कुछ दूर रुककर गार्ड को घूरने लगा। गार्ड ने भी रिवाल्वर बाज की ओर तान दी और बाज के अगले कार्रवाई का इंतजार करने लगा।

वेगा अवाक होकर इस पूरी घटना को देख रहा था। बाज ने इस बार तेजी से गार्ड की ओर उड़ान भरी।
घबराकर गार्ड ने गोली चला दी, पर उसी समय गोल-गोल घूमकर बाज उस गोली से बच गया और सीधा गार्ड के हाथ पर आक्रमण कर दिया।

गार्ड ने रिवाल्वर तो नहीं छोड़ी, पर दूसरे हाथ से उस बाज को अपने शरीर से दूर हटाने कि कोशिश करने लगा। बाज ने गार्ड के हाथ को लहुलुहान कर दिया।

यह देख वेगा ने अपने पास पड़े गार्ड के डंडे को उठाया और दबे पांव पहुंचकर पूरी ताकत से बेस बॉल कि तरह से डंडे को हवा में लहराया।

डंडा पूरी ताकत से बाज के सिर पर लगा। बाज लहराकर फिर से जमीन पर गिर गया।

इस बार गार्ड ने कोई गलती नहीं की, और उस बाज के शरीर में एक के बाद एक 3 गोली मार दी। बाज एक बार जोर से तड़पा और उसके प्राण पखेरू उड़ गये।

तब तक गोली चलने कि आवाज सुन कुछ और गार्ड भी उधर आ गये।

वेगा ने सारी बातें सिलसिलेवार तरीके से बाकी गार्ड को सुना दी। वह सभी गार्ड उस गार्ड को लेकर तुरंत अस्पताल कि ओर चले गये।

वेगा ने भी एक बार फिर से अपनी कार का लॉक चेक किया और बाज कि लाश पर एक नजर मारी।
फिर वह किताब ले लिफ्ट की ओर चल दिया।

वेगा के जाते ही बाज की लाश से धुंआ निकला और वह लाश हवा में ऐसे गायब हो गयी, जैसे वह वहां कभी थी ही नहीं।

उधर वेगा लिफ्ट से निकलकर अपने कमरे में पहुंच गया। चूंकी वेगा ने आज सुबह से कुछ नहीं खाया था, इसिलए उसने फ़्रिज खोलकर 2 चिकेन सैंडविच निकाले और उसे अवन में गर्म करने को रख 5 मिनट का टाईमर लगा दिया। फिर टेलीविज़न खोलकर, समाचार चैनल लगाकर, वह कपड़े बदलने लगा।

टेलीविज़न पर इस समय ब्रेकिंग न्यूज चल रहा था। वेगा ने यह देख टेलीविज़न का आवाज़ थोड़ा बढ़ा दिया।

“ब्रेकिंग न्यूज! 23 दिसंबर को न्यूयॉर्क बंदरगाह से होकर सिडनी जाने वाला पानी का जहाज ‘सुप्रीम’ अपने 2700 यात्रीयो और 500 क्रु-मेम्बर्स के साथ ‘बारामूडा त्रिकोण’ के रहस्यमय अंधे अँधेरो में खो गया।

यह खतरनाक त्रिकोण एक बार फिर इंसानो के लिए जानलेवा साबित हुआ है। क्या है ऐसा उस रहस्यमय त्रिकोण में जो लगातार मासूम इंसानो की जान ले रहा है। आइये आपको लेकर चलते हैं, भौतिक विज्ञान के प्रसिद्ध वैज्ञानिक और भूगोलशाशास्त्री प्रोफेसर वाटसन के पास और इनसे जानने कि कोशिश करते है बारामूडा त्रिकोण के कुछ वैज्ञानिक तथ्य।"

तभी अवन ने सीटी बजाकर सैंडविच के गर्म होने की जानकारी दी। वेगा का ध्यान अवन की ओर गया, उसने टेलीविज़न को बंद कर दिया और कॉफ़ी मशीन से एक कॉफ़ी निकालकर, सैंडविच के साथ सोफे पर जाकर बैठ गया।

वेगा के दिमाग में सुप्रीम को लेकर बहुत से ख्याल आ रहे थे, तभी उसकी नजर सामने टेबल पर रखी किताब पर गयी।

अब वेगा सुप्रीम, बारामूडा त्रिकोण और अटलांटिस की कड़ियो को आपस में जोड़ने कि कोशिश करने लगा।

वेगा को सोचते-सोचते 15 मिनट से भी ज्यादा समय बीत गया। यहां तक कि कब उसकी कॉफ़ी और सैंडविच ख़तम हो गया, उसे पता भी ना चला। वह तो बस अपने ही ख्यालों में गुम था।

तभी फोन कि घंटी बजने से वेगा का ध्यान भंग हुआ। वेगा ने सोफे से उठकर पहले टिश्यु पेपर से अपना हाथ पोंछा और फ़िर आगे बढ़कर फोन के क्रेडल को उठा लिया।

“हैलो वेगा!" दूसरी तरफ से आने वाली आवाज वेगा के भाई ‘युगाका’ की थी।

“हैलो भैया, कैसे हो आप? आज बहुत दिन बाद फोन किया आपने?" वेगा ने खुश होते हुए पूछा।

“हां .... आज मुझे सुबह से ही तुम्हारी याद आ रही थी, तो मैंने सोचा कि तुम्हें फोन ही कर लूं।.... तुम ठीक तो हो ना?" युगाका की आवाज में चिंता के भाव दिख रहे थे।

“हां... हां... मैं बिलकुल ठीक हुं.... मुझे क्या होगा?" वेगा ने बेपरवाह आवाज में कहा और जानबूझकर बाज वाली घटना को युगाका को नहीं बताया।

“चलो बहुत अच्छी बात है, वैसे भी अब तुम्हारी पढ़ाई के केवल 2 साल और बचे हैं। क्या योजना बनाई है उसके आगे?" युगाका ने अपनापन दिखाते हुए कहा।

“कुछ खास नहीं भैया, जैसा आप लोग चाहेंगे, वैसा ही करुंगा। अगर आप कहेंगे तो अराका भी वापस आ जाऊंगा।" वेगा ने कहा।

“नहीं-नहीं ..... अराका वापस आने की जरुरत नहीं है, यहां बहुत खतरा है तुम्हारे लिए।

"और वैसे भी यहां अराका में रखा क्या है जंगलो के सिवा.... इसीलिए तो बाबा ने तुम्हें 8 साल की आयु में ही अमेरिका भिजवा दिया था.... अपनी पढ़ाई अच्छे से पूरी करो और वही कोई अच्छी सी नौकरी ढूंढ कर सेटल हो जाओ .... और हां पैसे की चिंता बिलकुल मत करना... आख़िर तुम अराका के युवराज हो।" युगाका ने छोटे भाई को प्यार जताते हुए कहा।

“अच्छा भाई... त्रिकाली दीदी कैसी है?" वेगा ने पूछा।

“वह भी बहुत अच्छी है... तुम्हें बहुत याद करती है ... मैं उससे बोल दंगा तुम्हारे बारे में....।" युगाका ने कहा।

“भाई एक बात पूछूं?" वेगा ने अचानक विषय परिवर्तन करते हुए कहा।

“पूछो!" युगाका भी वेगा को अचानक से सीरीयस होते देख सोच में पड़ गया।

“भाई क्या बाबा ने आज तक ‘एरकान’ भाषा में कोई किताब लिखी है क्या?" वेगा के शब्दों में
रहस्य ही रहस्य भरा दिख रहा था।

वेगा की बात सुनकर, कुछ देर तक युगाका कुछ नहीं बोला।

“किसने की तुमसे ये सब बातें?" युगाका ने सवाल के जवाब देने की जगह उल्टा वेगा से सवाल ही कर लिया- “तुम ठीक तो हो ना वेगा? कुछ ऐसा तो नहीं है जो तुम हमसे छिपाने की कोशिश कर रहे हो?"

“नहीं-नहीं भैया ... कुछ खास बात नहीं है, वो तो बस मैंने ऐसे ही पूछ लिया था।" वेगा ने फिर बातो को छुपाया- “अच्छा भैया, अभी एक कॉलेज के प्रोजेक्ट पर काम करना है इसिलए अभी फोन रखता हूँ।
बाय-बाय भैया।"

“बाय-बाय!" युगाका ने अनचाहे मन से वेगा को बाय किया। वेगा ने जल्दी से फोन को रख दिया।
वेगा की नजर एक बार फिर उस किताब की ओर गयी।

फिर वह होठो ही होठो में बुदबुदाया- “भैया मुझसे झूठ क्यों बोल रहे हैं? क्या ये सारी चीजे मुझसे छिपाना चाहते हैं?"

फिर वेगा ने अपने सिर को एक झटका दिया और अपने काम पर लग गया।




जारी रहेगा_________✍️
बहुत ही सुंदर लाजवाब और रोमांचकारी अपडेट है भाई मजा आ गया
झटके पे झटके लग रहें हैं वेगा अराका का युवराज हैं उसका भाई युगाका और बहन त्रिकाली हैं जिनका संक्षिप्त में परिचय हो गया लेकीन वेगा को अराका में क्या हो रहा हैं ये नहीं पता
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 

Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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Bilkul Horror movie jaisa scene tha ye wala
.
Esa lagata hai Shafali ka is jagh se koi tallukih na hone Shafali isi jagh ki hai or Shyad Shafali ko reh reh kar is Island ki kuch uski biti hue purani baate yad aarhe hai tabhi Shafali ne eak dum se Jalotha name lene se wo magarmach Shafali ko dekh dar ke wapas bhag gaya
.
Ab sawal ye hai ki aakhir Shafali aakhir Is ISLAND me ki kaun hai
Ab shefaali aisa kaise kar sakyi hai? Yahi to raaj ki baat hai mitra:shhhh:Ye itni aasaani se kaise sabko bata du? Apun aise likhega ki ye story movie ke jaisa hi lagega:roll3:
Tum bas saath bane raho aur maja lo bhai:approve: Big Thanks to you my dear friend Devil MAXIM
UM
 

Raj_sharma

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Lagata hai ye Vega bhi Barmuda se tallukh rakhta hai lekin shyad anjaan hai is bat se or shyad iski wajh iski family wale hai tabhi Vega ke bhai ne bola ki Vega ko 8 saal ki umar me America bhej dia gaya tha or Araka aane se mana kar raha hai
.
Kafi Intresting khel chal raha hai yaha bhi
Very nice one update Raj_sharma bhai
THANK YOU VERY MUCH FOR YOUR WONDERFUL REVIEW AND SUPPORT BHAI :thanx:
Bilkul theek socha hai tumne dost✅️ vega waha ka Rajkumar hai, aur ye sab kadam uski suraksha ke liye hi uthaye gaye hai:declare:
 
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Raj_sharma

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parkas

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#60.

“नही .... मैंने यह शब्द सपने में नही सुना, मुझे स्वयं नही पता की यह शब्द उस समय मेरे दिमाग में कैसे आया। यह शब्द अचानक ही मेरे मुंह से निकले।" शैफाली ने अपनी बातों से सुयश का संशय दूर करते हुए कहा।

“कैपटेन हम लोगो को पता है कि शैफाली के अंदर कोई तो ऐसी शक्ति है जो समय-समय पर हमारी जान बचा रही है, पर इस ‘जलोथा’ शब्द को सुनकर वह मगरमच्छ मानव इतना भयभीत क्यों हो गया।" इस बार अल्बर्ट ने अपने विचार व्यक्त किये।

“शायद जलोथा किसी पौराणिक योद्धा का नाम हो, जिससे वह मगरमच्छ मानव डरता रहा हो और शैफाली के द्वारा वह शब्द पुकारे जाने पर, मगरमच्छ मानव को उसी योद्धा कि याद आ गयी हो।“ सुयश ने कहा- “प्रोफेसर, वैसे क्या आपने कभी भी ऐसे किसी जीव के बारे में पढ़ा या सुना है? जो इस तरह विशालकाय और विचित्र हो।"

“ऐसे जीव के बारे में वर्तमान में तो शायद किसी जीव विज्ञानी ने नहीं लिखा है।" अल्बर्ट ने सुयश को बताते हुए कहा- “पर हां कुछ पौराणिक कथाओ में ऐसे जीवो के बारे में जरूर लिखा है। ऐसे जीव आधा जानवर और आधा इंसान होते थे। उनमें कमाल की शक्तियां होती थी, पर इंसान के पास किताबो और कुछ गुफ़ाओ व खण्डहरों के भीति चित्रों के अलावा कोई सबूत नहीं है।"

“पर ये पौराणिक कथाओ का जीव यहां इस द्वीप पर कैसे आ गया?" जैक ने अल्बर्ट को देखते हुए कहा।

“तुम हरे कीडो के बारे में भूल रहे हो जैक।" कहते-कहते अल्बर्ट की आँखे गुस्से से लाल हो गई। शायद उन्हे मारिया की याद आ गयी थी- “हरे कीड़े भी पृथ्वी पर और कहीं नहीं पाये जाते। इन्ही सब कारनों से तो यह द्वीप रहस्यमयी बन गया है।"

“आप सही कह रहे है प्रोफेसर।" एलेक्स ने कहा- “ यह स्थान है ही रहस्यमयी ।"

“पर प्रोफेसर।"
जेनिथ बोल उठी-“वह पानी एकाएक बर्फ़ कैसे बन गयी? और वह भी ऐसी बर्फ़ जिसकी सतह पतली होने के बाद भी वह टूट नही रही थी।"

“हो सकता है उस मगरमच्छ मानव के पास पानी को बर्फ़ में बदल देने की शक्ति हो।" इस बार ड्रेजलर ने कहा।

“यह कैसे संभव है?" जॉनी ने डरते हुए कहा- “ऐसी कोई शक्ति नहीं होती।"

“हो सकता है।" अल्बर्ट ने जॉनी की बात का जवाब दिया “क्यों कि जिस प्रकार मकड़ी अपने शिकार को पकड़ने के पहले जाल बुनती है, जिससे की उसका शिकार भाग ना सके। ठीक उसी प्रकार से यह मगरमच्छ मानव भी अपने शिकार को बर्फ़ में फंसा कर मारता हो।"

क्यों कि अब सबके पास सवाल ख़तम हो गये थे, इसिलये सभी सुयश कि तरफ देखने लगे, पर अब किसी कि हिम्मत दोबारा झील में उतरकर अपनी बोतल भरने कि नहीं बची थी।

सुयश के एक इशारे पर सभी फ़िर से आगे बढ़ गये।

रहस्यमय बाज: (
7 जनवरी 2002, सोमवार, 15:30, वॉशिंगटन डी.सी.,)

वेगा ने वीनस को पुस्तकालय से लौटते समय, उसकि बताई जगह पर बाज़ार में छोड़ दिया था।

वेगा ने अपनी कार अब अपने सोसाइटी के अंदर कर लिया। कार को पार्किंग में खड़ा करके, उसने उस किताब के पैकेट को हाथ में लिया और लिफ्ट की ओर बढ़ गया।

बेसमेंट में इस समय बिल्कुल सन्नाटा था। लिफ्ट का इंडीकेटर अब लिफ्ट को तीसरी मंजिल पर दिखा रहा था।

तभी वेगा को अपनी कार का सायरन बजता हुआ सुनाई दिया जो इस बात का संकेत था कि किसी ने वेगा कि कार के साथ कोई छेड़-छाड़ की है।

शांत वातावरण में सायरन की तेज आवाज एक अजीब सा खौफ पैदा कर रही थी। वेगा ने पलटकर अपनी कार को देखा, पर उसे कुछ नजर नहीं आया।

वेगा वापस अपनी कार की ओर चल दिया। कार के पास पहुंचने पर उसने देखा कि उसकी कार पर एक बड़ा सा बाज बैठा हुआ है।

“यह इतना बड़ा बाज यहां भूमिगत पार्किंग में कहां से आया?" वेगा मन ही मन बड़बड़ाया।

उसने बाज को भगाने के लिये आसपास कोई चीज देखनी शुरू कर दी, पर उसे आसपास ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया जिससे की वह उस बाज को भगा सके।

यह देख वेगा ने अपने हाथ में पकड़ी किताब को ही बाज की तरफ लहराया। उसका अनुमान था कि बाज इससे भाग जायेगा। पर ऐसा नहीं हुआ ।

बाज ने भागने की जगह अपने पंजो से उस किताब को जोर से पकड़ लिया। वेगा यह देख हैरान रह गया।

बाज अब भयानक तरीके से अपने पंख को फड़फड़ा कर वेगा को डराने कि कोशिश करने लगा। बाज अपनी पूरी ताकत लगाकर वेगा के हाथ से किताब छीनने कि कोशिश करने लगा, पर वेगा ने भी किताब को नहीं छोड़ा।

तभी लगातार बज रही कार की आवाज सुनकर, एक सुरक्षा रक्षक (security-guard) उधर आ गया।

इतने बड़े बाज को वेगा से लड़ते देख, गार्ड ने अपने हाथ में पकड़ा डंडा, पीछे से पूरी ताकत से बाज के सिर पर मार दिया। चुंकी बाज कि नजर वेगा की तरफ थी, इसिलए वह पीछे से आये इस खतरे को भांप नहीं पाया।

डंडे की चोट बहुत खतरनाक थी, बाज के हाथ से किताब निकलकर वेगा के हाथ में आ गयी और बाज उछलकर दूर जा गिरा।

एक पल को लगा कि वह बाज इतनी भयानक चोट से मर गया, मगर अगले ही पल वह उठकर, इस बार गार्ड कि ओर झपटा।

गार्ड पूरी तरह से सावधान था, उसने तेजी से झुककर अपने आप को बचाया, पर उसके हाथ में पकड़ा डंडा, जमीन पर गिर गया।

यह देख गार्ड ने इस बार पिस्तौलदान (holster) में लगे रिवाल्वर को निकालकर अपने हाथ में ले लिया।

उधर अपना शिकार हाथ ना आते देख, बाज फिर पलटा और कुछ दूर रुककर गार्ड को घूरने लगा। गार्ड ने भी रिवाल्वर बाज की ओर तान दी और बाज के अगले कार्रवाई का इंतजार करने लगा।

वेगा अवाक होकर इस पूरी घटना को देख रहा था। बाज ने इस बार तेजी से गार्ड की ओर उड़ान भरी।
घबराकर गार्ड ने गोली चला दी, पर उसी समय गोल-गोल घूमकर बाज उस गोली से बच गया और सीधा गार्ड के हाथ पर आक्रमण कर दिया।

गार्ड ने रिवाल्वर तो नहीं छोड़ी, पर दूसरे हाथ से उस बाज को अपने शरीर से दूर हटाने कि कोशिश करने लगा। बाज ने गार्ड के हाथ को लहुलुहान कर दिया।

यह देख वेगा ने अपने पास पड़े गार्ड के डंडे को उठाया और दबे पांव पहुंचकर पूरी ताकत से बेस बॉल कि तरह से डंडे को हवा में लहराया।

डंडा पूरी ताकत से बाज के सिर पर लगा। बाज लहराकर फिर से जमीन पर गिर गया।

इस बार गार्ड ने कोई गलती नहीं की, और उस बाज के शरीर में एक के बाद एक 3 गोली मार दी। बाज एक बार जोर से तड़पा और उसके प्राण पखेरू उड़ गये।

तब तक गोली चलने कि आवाज सुन कुछ और गार्ड भी उधर आ गये।

वेगा ने सारी बातें सिलसिलेवार तरीके से बाकी गार्ड को सुना दी। वह सभी गार्ड उस गार्ड को लेकर तुरंत अस्पताल कि ओर चले गये।

वेगा ने भी एक बार फिर से अपनी कार का लॉक चेक किया और बाज कि लाश पर एक नजर मारी।
फिर वह किताब ले लिफ्ट की ओर चल दिया।

वेगा के जाते ही बाज की लाश से धुंआ निकला और वह लाश हवा में ऐसे गायब हो गयी, जैसे वह वहां कभी थी ही नहीं।

उधर वेगा लिफ्ट से निकलकर अपने कमरे में पहुंच गया। चूंकी वेगा ने आज सुबह से कुछ नहीं खाया था, इसिलए उसने फ़्रिज खोलकर 2 चिकेन सैंडविच निकाले और उसे अवन में गर्म करने को रख 5 मिनट का टाईमर लगा दिया। फिर टेलीविज़न खोलकर, समाचार चैनल लगाकर, वह कपड़े बदलने लगा।

टेलीविज़न पर इस समय ब्रेकिंग न्यूज चल रहा था। वेगा ने यह देख टेलीविज़न का आवाज़ थोड़ा बढ़ा दिया।

“ब्रेकिंग न्यूज! 23 दिसंबर को न्यूयॉर्क बंदरगाह से होकर सिडनी जाने वाला पानी का जहाज ‘सुप्रीम’ अपने 2700 यात्रीयो और 500 क्रु-मेम्बर्स के साथ ‘बारामूडा त्रिकोण’ के रहस्यमय अंधे अँधेरो में खो गया।

यह खतरनाक त्रिकोण एक बार फिर इंसानो के लिए जानलेवा साबित हुआ है। क्या है ऐसा उस रहस्यमय त्रिकोण में जो लगातार मासूम इंसानो की जान ले रहा है। आइये आपको लेकर चलते हैं, भौतिक विज्ञान के प्रसिद्ध वैज्ञानिक और भूगोलशाशास्त्री प्रोफेसर वाटसन के पास और इनसे जानने कि कोशिश करते है बारामूडा त्रिकोण के कुछ वैज्ञानिक तथ्य।"

तभी अवन ने सीटी बजाकर सैंडविच के गर्म होने की जानकारी दी। वेगा का ध्यान अवन की ओर गया, उसने टेलीविज़न को बंद कर दिया और कॉफ़ी मशीन से एक कॉफ़ी निकालकर, सैंडविच के साथ सोफे पर जाकर बैठ गया।

वेगा के दिमाग में सुप्रीम को लेकर बहुत से ख्याल आ रहे थे, तभी उसकी नजर सामने टेबल पर रखी किताब पर गयी।

अब वेगा सुप्रीम, बारामूडा त्रिकोण और अटलांटिस की कड़ियो को आपस में जोड़ने कि कोशिश करने लगा।

वेगा को सोचते-सोचते 15 मिनट से भी ज्यादा समय बीत गया। यहां तक कि कब उसकी कॉफ़ी और सैंडविच ख़तम हो गया, उसे पता भी ना चला। वह तो बस अपने ही ख्यालों में गुम था।

तभी फोन कि घंटी बजने से वेगा का ध्यान भंग हुआ। वेगा ने सोफे से उठकर पहले टिश्यु पेपर से अपना हाथ पोंछा और फ़िर आगे बढ़कर फोन के क्रेडल को उठा लिया।

“हैलो वेगा!" दूसरी तरफ से आने वाली आवाज वेगा के भाई ‘युगाका’ की थी।

“हैलो भैया, कैसे हो आप? आज बहुत दिन बाद फोन किया आपने?" वेगा ने खुश होते हुए पूछा।

“हां .... आज मुझे सुबह से ही तुम्हारी याद आ रही थी, तो मैंने सोचा कि तुम्हें फोन ही कर लूं।.... तुम ठीक तो हो ना?" युगाका की आवाज में चिंता के भाव दिख रहे थे।

“हां... हां... मैं बिलकुल ठीक हुं.... मुझे क्या होगा?" वेगा ने बेपरवाह आवाज में कहा और जानबूझकर बाज वाली घटना को युगाका को नहीं बताया।

“चलो बहुत अच्छी बात है, वैसे भी अब तुम्हारी पढ़ाई के केवल 2 साल और बचे हैं। क्या योजना बनाई है उसके आगे?" युगाका ने अपनापन दिखाते हुए कहा।

“कुछ खास नहीं भैया, जैसा आप लोग चाहेंगे, वैसा ही करुंगा। अगर आप कहेंगे तो अराका भी वापस आ जाऊंगा।" वेगा ने कहा।

“नहीं-नहीं ..... अराका वापस आने की जरुरत नहीं है, यहां बहुत खतरा है तुम्हारे लिए।

"और वैसे भी यहां अराका में रखा क्या है जंगलो के सिवा.... इसीलिए तो बाबा ने तुम्हें 8 साल की आयु में ही अमेरिका भिजवा दिया था.... अपनी पढ़ाई अच्छे से पूरी करो और वही कोई अच्छी सी नौकरी ढूंढ कर सेटल हो जाओ .... और हां पैसे की चिंता बिलकुल मत करना... आख़िर तुम अराका के युवराज हो।" युगाका ने छोटे भाई को प्यार जताते हुए कहा।

“अच्छा भाई... त्रिकाली दीदी कैसी है?" वेगा ने पूछा।

“वह भी बहुत अच्छी है... तुम्हें बहुत याद करती है ... मैं उससे बोल दंगा तुम्हारे बारे में....।" युगाका ने कहा।

“भाई एक बात पूछूं?" वेगा ने अचानक विषय परिवर्तन करते हुए कहा।

“पूछो!" युगाका भी वेगा को अचानक से सीरीयस होते देख सोच में पड़ गया।

“भाई क्या बाबा ने आज तक ‘एरकान’ भाषा में कोई किताब लिखी है क्या?" वेगा के शब्दों में
रहस्य ही रहस्य भरा दिख रहा था।

वेगा की बात सुनकर, कुछ देर तक युगाका कुछ नहीं बोला।

“किसने की तुमसे ये सब बातें?" युगाका ने सवाल के जवाब देने की जगह उल्टा वेगा से सवाल ही कर लिया- “तुम ठीक तो हो ना वेगा? कुछ ऐसा तो नहीं है जो तुम हमसे छिपाने की कोशिश कर रहे हो?"

“नहीं-नहीं भैया ... कुछ खास बात नहीं है, वो तो बस मैंने ऐसे ही पूछ लिया था।" वेगा ने फिर बातो को छुपाया- “अच्छा भैया, अभी एक कॉलेज के प्रोजेक्ट पर काम करना है इसिलए अभी फोन रखता हूँ।
बाय-बाय भैया।"

“बाय-बाय!" युगाका ने अनचाहे मन से वेगा को बाय किया। वेगा ने जल्दी से फोन को रख दिया।
वेगा की नजर एक बार फिर उस किताब की ओर गयी।

फिर वह होठो ही होठो में बुदबुदाया- “भैया मुझसे झूठ क्यों बोल रहे हैं? क्या ये सारी चीजे मुझसे छिपाना चाहते हैं?"

फिर वेगा ने अपने सिर को एक झटका दिया और अपने काम पर लग गया।




जारी रहेगा_________✍️
Bahut hi shaandar update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and lovely update....
 

Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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बहुत ही सुंदर लाजवाब और रोमांचकारी अपडेट है भाई मजा आ गया
झटके पे झटके लग रहें हैं वेगा अराका का युवराज हैं उसका भाई युगाका और बहन त्रिकाली हैं जिनका संक्षिप्त में परिचय हो गया लेकीन वेगा को अराका में क्या हो रहा हैं ये नहीं पता
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
Aise aur bohot sare jhatke lagne waale hai mitra :shhhh: Taiyaar rahne ka. Haan aapne sahi kaha ki vega hi yuvraaj hai, lekin us se bohot si baate chhupaai gai hain abhi:approve:
Thank you very much for your wonderful review and support bhai :hug:
 

Raj_sharma

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# 15.

“आप फिलहाल अपने रूम में पहुंचिए मिस्टर अलबर्ट। क्यों कि अभी कुछ देर के लिए शिप की लाइट भी ऑफ हो गई थी। ऐसी स्थिति में शायद मिसेज अलबर्ट भी परेशान हों। मैं आपसे इस टॉपिक के बारे में बाद में बात करूंगा।“

यह कहकर सुयश, जेम्स हुक की तरफ बढ़ गया जो अब लगभग सभी कंट्रोल्स को चेक कर चुका था।

“कैप्टेन! शिप को चलाने वाले सभी मैकेनिकल यंत्र व व्हील तो सही काम कर रहे हैं।“ जेम्स हुक ने सुयश को अपनी तरफ आते देख बताना शुरु किया-

“पर शिप के सारे इलेक्ट्रानिक यंत्र, गेज, मीटर्स व ट्रांसमीटर सेट, पूरी तरह खराब हो चुके हैं। अब आप यह समझ लीजिए कि बाहरी दुनिया से फिलहाल हमारा संपर्क पूर्ण रुप से टूट चुका है। यहां तक कि हमारा दिशा सूचक यंत्र भी काम नहीं कर रहा है। इस समय तो हमें यह भी नहीं पता, कि हम किस दिशा में खड़े हैं।“

उधर रोजर व असलम को भी अब स्थिति की भयानकता का अंदाजा हो गया था। वह दोनों अभी तक, सिर झुकाए, चुपचाप खड़े हो कर बातें सुन रहे थे। सुयश ने ध्यान से जेम्स हुक की सारी बातें सुनी और फिर धीरे से एक हुंकारी भरते हुए, एक नजर रोजर व असलम पर मारी।

“सबसे पहले मैं आप लोगों को वास्तविक स्थिति से अवगत करा देना चाहता हूं।“ सुयश ने गंभीर स्वर में कहा-

“रोजर व असलम, तुम लोगों की एक छोटी सी गलती से, आज जहाज के सैकड़ों यात्रियों की जान खतरे में है। तुम्हें स्वयं नहीं मालूम कि तुम लो गोंने क्या किया है?“

“हम अपने किए की माफी मांगते हैं कैप्टन।“ सुयश की बातें सुनकर, रोजर ने धीरे से सिर उठाते हुए कहा-

“हम महसूस कर रहे हैं, कि हमसे वास्तव में बहुत बड़ी गलती हो गयी है, पर हम आपको यह विश्वास दिलाते हैं, कि भविष्य में फिर कभी ऐसी गलती नहीं करेंगे।“

असलम ने भी सिर उठाते हुए रोजर की हां में हां मिलायी। सुयश समझ गया कि उनको अब कुछ कहने की जरूरत नहीं है क्यों कि वह खुद ही समझ चुके हैं कि उनसे बहुत बड़ी गलती हो चुकी है।

“फिलहाल मैं तुम लोगों से इस बारे में बाद में बात करूंगा।“ सुयश ने कहा- “पहले हमारा काम शिप को, अपने वास्तविक रुट पर वापस लाना है, क्यों कि बारामूडा त्रिकोण का यह क्षेत्र, विश्व के सबसे खतरनाक क्षेत्रों में गिना जाता है। और इस क्षेत्र के रिकार्ड ये कहते हैं कि आज तक जो भी जहाज इस क्षेत्र में आया है, वह वापस नहीं जा सका। इसका एक छोटा सा उदाहरण अभी आपने देखा भी है कि हमारे शिप के ऊपर से कोई उड़नतश्तरी नुमा, अजीब सा यान बहुत तेजी से निकला है। वह क्या था ? अभी इसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है? पता है तो बस इतना, कि उस चीज के शिप के ऊपर से निकलते ही, हमारे सभी इलेक्ट्रॉनिक यंत्र खराब हो गए।“

“विश्व के अनसुलझे रहस्यों की यदि कोई लिस्ट बनाई जाए तो यह स्थान सबसे ऊपर रहेगा । सैकड़ों बाम्बर यान से लेकर ना जाने कितने शिप, इस रहस्यमयी क्षेत्र का शिकार बन चुके हैं। जितना मैंने इस क्षेत्र के बारे में सुना है, उसके हिसाब से इस पूरे क्षेत्र में, तीव्रतम विद्युत चुंबकीय तरंगे फैली हुई हैं, जो हर इस क्षेत्र में आने जाने वाले, शिप और यानों का संपर्क, दुनिया से काटकर, उनके पूरे इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को ध्वस्त कर देती हैं। यान के यात्रियों का अपने यान पर से, इसी कारण से कंट्रोल खत्म हो जाता है और वह क्षतिग्रस्त हो जाता है। इसलिए दोस्तों इस मुसीबत की घड़ी में, हमें दूसरी अन्य समस्याओं से ध्यान हटाकर, सबसे पहले अपने शिप को इस रहस्यमई व खतरनाक क्षेत्र से निकालकर, अपने वास्तविक रूट पर लाना होगा।“

सुयश की बातें सुनकर हर आदमी तुरंत एक्शन में आ गया। उनके लिए यह विचार ही खतरनाक था, कि वह इस समय विश्व के सबसे खतरनाक क्षेत्र में हैं।

“कैप्टन यह कार्य पहले जितना आसान था, अब उतना ही मुश्किल है।“ रोजर ने अपनी प्रॉब्लम बताते हुए कहा-

“क्यों कि ना तो अब हमारे पास दिशा सूचक यंत्र है और ना ही ट्रांसमीटर सेट और बिना इन दोनों के, अब हम शिप को अपने वास्तविक रुट पर नहीं ला सकते।"

"इसलिए हमें सबसे पहले यह दिमाग लगाना होगा कि हमारा शिप है किस स्थिति में? क्यों कि इस समय बिना शिप की वास्तविक स्थिति जाने हुए, हम शिप को मोड़ेंगे कैसे?“

“और कैप्टेन हमारा दिशा सूचक यंत्र खराब हो जाने के कारण, हमें अपनी वास्तविक दिशा का भी ज्ञान नहीं हो पा रहा है।“ असलम ने अपने माथे पर छलक आए, हल्की पसीने की बूंदों को रुमाल से साफ करते हुए कहा-

“अगर दिन का समय होता तो सूर्य को देखकर, कुछ आइडिया लगाया भी जा सकता था। परंतु अंधेरी रात होने की वजह से तो आज चंद्रमा भी नहीं निकला है। फिर हम अपने जहाज की दिशा कैसे पता कर पायेंगे?“

“आप दिशा ज्ञान के लिए ज्यादा परेशान मत हो इए।“ सुयश ने कहा-
“क्यों कि अंधेरी रात में भी सितारों के द्वारा हमें दिशा ज्ञान हो सकता है। आकाश में जो 7 सितारों का समूह होता है। उसका आखिरी सितारा हमेशा उत्तर दिशा की ओर इशारा करता है और इस तारा मंडल की स्थिति पूरे वर्ष भर, एक ही रहती है। यानि कि इसमें कोई बदलाव नहीं होता। इसलिए आप दिशा ज्ञान को लेकर भ्रमित ना हों। अब रही शिप की इस समय की वास्तविक स्थिति के बारे में जानने की, तो आप लोगों को इसके लिए परेशान होने की कोई जरुरत नहीं है। मेरी अभी फ्लोरिडा के ऑफिसर से, कुछ देर पहले बात हुई थी, जिसमें उसने जहाज की वास्तविक स्थिति मुझे बताई थी।............ लारा ! जरा टेबल पर रखा, कॉपी और पेन तो उठाना।“

लारा ने तुरंत ट्रांसमीटर सेट के बगल में रखा, कॉपी और पेन उठा कर सुयश को दे दिया। सुयश ने पहले एक नजर कॉपी पर लिखे उस को आर्डीनेट्स पर मारी जो उसने स्टीफेन से सुनकर कॉपी पर लिखा था और फिर उस पर एक रेखा चित्र बनाने में व्यस्त हो गया। सभी की निगाहें अब उस कॉपी के पन्ने पर थीं, जिसमे सुयश बहुत तेजी से एक डायग्राम बना रहा था। थोड़ी देर की मेहनत के बाद सुयश ने डायग्राम पूरा कर लिया। उस डायग्राम में सुप्रीम की वास्तविक स्थिति बनी थी। जिसके बीच-बीच में, वह दूरियां और दिशा लिखी थीं, जो स्टीफेन ने कुछ देर पहले सुयश को बतायी थीं।
इतना करके सुयश कुछ देर रुका और फिर कुछ सोचकर उसने दोबारा कलम चलानी शुरु कर दी। इस बार वह कुछ कैलकुलेशन कर रहा था। थोड़ी ही देर में सुयश ने अपना काम पूरा कर लिया। काम पूरा करने के बाद, सुयश ने वह पन्ना, बीच टेबल पर इस तरह रख दिया कि वह अब सभी को दिखायी दे रहा था। रोजर सहित अब सभी की निगाह सिर्फ और सिर्फ उस पन्ने पर थी। उस पन्ने पर सुयश ने ज्यामिती का प्रयोग करके, शिप का एक डायग्राम बनाया था और त्रिकोणमिती के फार्मूले लगा कर कुछ कैलकुलेशन भी की थी। सभी की नजरें, डायग्राम की तरफ देख, सुयश ने कहना शुरु किया-

“इस डायग्राम में मैंने ‘सुप्रीम’ की वास्तविक स्थिति दिखायी है। फ्लोरिडा के द्वारा बताए गए मैसेज के अनुसार, इस समय हमारा शिप 30 डिग्री नॉर्थ ईस्ट में, 80 नॉटिकल माइल, गलत दिशा में जा चुका है। और अब हमारा शिप, अपनी वास्तविक स्थिति से 56 डिग्री पश्चिमी देशांतर रेखाओं के मध्य इस जगह पर है।“ सुयश ने पेन से पेज पर एक जगह निशान लगाते हुए कहा-

“तो फिर मेरी कैलकुलेशन के हिसाब से, अगर हम ‘सुप्रीम’ को 120 डिग्री, दाहिने मोड़ते हैं और फिर 40 नॉटिकल माइल चलकर, 90 डिग्री बायें मोड़ते हैं तो हम अपने असली रास्ते पर आ जाएंगे। और फिर वह स्थिति हमारी पिछली स्थिति से 69 नॉटिकल माइल आगे होगी।“

सभी अब तारीफ वाली नजरों से सुयश को देख रहे थे। इतना स्ट्रांग कैलकुलेशन देखकर सभी समझ गये थे कि क्यूं इतनी छोटी उम्र में सुयश को इस शिप का कैप्टेन बनाया गया था। सुयश ने एक बार फिर सब पर नजर डाली और कह उठा-

“अगर आप लोगों को इस प्लान में किसी प्रकार की कोई दिक्कत हो रही हो, तो आप साफ-साफ शब्दों में मुझे बता सकते हैं। या फिर आपके पास कोई इससे भी अच्छा प्लान हो, तो आपका स्वागत है।“

सुयश की बात सुन रोजर ने वहां खड़े हर इन्सान पर एक नजर मारी और फिर सबको संतुष्ट देख, बोल उठा-
“आप का प्लान बिल्कुल पर्फेक्ट है कैप्टन। हमें इसमें कोई बदलाव नहीं करना है।“

“ओ.के. तो फिर आप लोग अब शिप को, फिलहाल प्लान के मुताबिक मोड़िये। और जब शिप अपने वास्तविक रुट पर आ जाये तो मुझे बता दीजिएगा। उसके आगे क्या करना है? ये मैं आपको बाद में बताता हूं।“

यह कहकर सुयश ने वह कॉपी रोजर को पकड़ा दी। अब सुयश, जेम्स हुक की ओर मुड़कर बोला-

“मिस्टर जेम्स हुक, आपने शिप की खराबियां पता की या नहीं ?“

“यस कैप्टेन!“ जेम्स हुक ने सुयश को जवाब दिया- “हमारे शिप के पूरे इलेक्ट्रॉनिक यंत्र खराब हो चुके हैं। हमें तेजी से वह सारे यंत्र बदलने पड़ेंगे। परंतु पूरी लाइन में खराबी आ जाने के कारण, सारे यंत्र बदलने में बहुत समय लगेगा। जहां तक मेरा अंदाजा है, कि इस क्षेत्र में एका एक तीव्र विद्युत चुंबकीय तरंगे उत्पन्न हो गई थीं। जिसके कारण हमारे सारे इलेक्ट्रॉनिक यंत्र फेल हो गए थे।“

“फेल हो गए थे से क्या मतलब है आपका ?“ असलम जो कि इतनी देर से सिर्फ बातें सुनकर माहौल का जायजा ले रहा था, बोल उठा-

“यह भी तो हो सकता है, कि इस क्षेत्र में अभी तक विद्युत चुंबकीय तरंगे फैली हों, जो कि हमारे द्वारा बदले गई यंत्रों को पुनः खराब कर दें।“

“आगे इस क्षेत्र में यदि पुनः चुंबकीय तरंगे फैल जाएं, तो वह बात अलग है। लेकिन इस बात का तो दावा है, कि इस समय हम लोग जिस क्षेत्र में हैं। वहां पर तो, विद्युत चुंबकीय तरंगे बिल्कुल नहीं हैं।“ जेम्स हुक ने अपना एक हाथ मुक्का बनाते हुए, अपने दूसरे हाथ के पंजे पर मारा-

“क्यों कि हमारी लाइट्स एक बार ऑफ हो जाने के बाद पुनः ऑन हो चुकी हैं। अगर विद्युत चुम्बकीय तरंगें अभी भी यहां होतीं तो यह सारी लाइटें फिर से खराब हो जातीं। जिससे यह पता चलता है कि यह क्षेत्र विद्युत चुंबकीय तरंगों वाला क्षेत्र नहीं है।“

“इसका सीधा सा मतलब निकलता है।“ सुयश ने गहरी सांस छोड़ते हुए कहा- “कि जो अंतरिक्ष यान, अभी-अभी हमारे सिर के ऊपर से निकला । विद्युत चुम्बकीय तरंगे जरुर उसी से निकल रही होंगी, और उसके जाते ही, पूरा क्षेत्र पुनः सामान्य हो गया।“

“मुझे भी कुछ ऐसा ही लगता है।“ जेम्स हुक ने कहा- “फिलहाल हमारे सारे इंजीनियर्स, तेजी से जहाज की खराबी को दूर करने में लगे हैं और हम आशा करते हैं कि जल्द से जल्द वह इसे दूर कर लेंगे।“

“ठीक है। जैसे ही शिप की सारी प्रॉब्लम सही हो जाए, आप मुझे खबर कर दीजिएगा।“ सुयश ने जेम्स हुक से कहा।

सभी को इंसट्रक्शन देने के बाद सुयश वहां पड़ी एक खाली कुर्सी पर बैठ गया।




जारी रहेगा …….....✍️
शिप डार्क जोन में जा चुका है सुयश शिप को बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है
 
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