DEVIL MAXIMUM
"सर्वेभ्यः सर्वभावेभ्यः सर्वात्मना नमः।"
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भाई ये भी तो बोलो कि अभी पहली वाली रोटी बेलने में व्यस्त हैYe us se kisi bhi maamle me kam nahi hai bandhu, ek miss world hai, to doosri miss universe
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![Face with tears of joy :joy: 😂](https://cdn.jsdelivr.net/joypixels/assets/7.0/png/unicode/64/1f602.png)
![Face with tears of joy :joy: 😂](https://cdn.jsdelivr.net/joypixels/assets/7.0/png/unicode/64/1f602.png)
भाई ये भी तो बोलो कि अभी पहली वाली रोटी बेलने में व्यस्त हैYe us se kisi bhi maamle me kam nahi hai bandhu, ek miss world hai, to doosri miss universe
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SureHum award ke mohtaaj nahi... bass likes aur comments mein yaad rakhna
Nice update Raj_sharma bhai
Ab Antarctica mei bhi khoj shru hogi
Nice update....
Dear Raj Sir, I am unable to read your stories right now. I don't get time, but as soon as I get time, I will definitely read all your stories.
Badhiya update bhai
Ek or naya khatra ir abki bar to magarmachh manav ke roop me is bar to jan jate jate bachi in sabki lekin fir shefali ne hi bachaya ab to aisa lagta ha ki shefali se koi karwata ha aisa jab bhi aisi musibat ati ha to koi shefali ke andar pravesh kar kar jata ha or kam hone ke bad nikal jata ha jisse shefali ko bhi pata nahi hota ki usne kya kar diya
Dusre addhyay ke sabhi update itihas ke panne khol rahe hai.
Atlantis ka adhura itihas padhne me kafi dilchasp hoga.
Dekhte hai araka dweep aur kon konsi Maya dikhata hai.
Shifali ke pas aur konsi shaktiya hai wo bhi aage dekhne mil jayegi shayad.
Khubsurat update![]()
nice update
बहुत ही शानदार और लाजवाब अपडेट है शिप भंवर में फंस गया है लेकिन सुयश की सूझ बूझ से उस भंवर से तो निकल गया है एक मुसीबत से तो बाहर आ गए हैं
एक और बलि
ये भविष्य बता रहा है कि किसकी कैसे मौत होगी वो बता रहा है।
बढ़िया अपडेट![]()
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रोमांचक अपडेट है भाई मजा आ गया
पत्थर पर दिखाये गये सांप आ अजगर ने ड्रेजलर का काम तमाम कर दिया
खैर देखते हैं आगे क्या रहस्य उजागर होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
Shaandar jabardast Romanchak Update![]()
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Awesome update
भविष्य के पत्थर केवल मृत्यु के साधनों को दर्शाएँ, यह सोचना सही नहीं है।
यह भी हो सकता है कि वो सभी को आगाह कर रहे हों कि अमुक व्यक्ति उस वस्तु / जीव से सतर्क रहे। या फिर यह कि उससे उसका कोई काम बन पड़ेगा। लेकिन कुछ भी हो - अराका द्वीप पर भी मानव जीवन सस्ता ही है। प्रकृति यहाँ पर भी जीवों के लिए उतनी ही क्रूर है, जितनी पृथ्वी के अन्य स्थानों पर।
ड्रेज़लर मारा गया। ऐसा भी लग रहा है कि सुप्रीम के यात्री जो मारे गए, अब वो वापस नहीं आएँगे। यह तो नर-बलि के समान ही है। कुछ नहीं तो उनके हेतु इस द्वीप से न्याय माँगना ही पड़ेगा। इतनी बड़ी क्षति के एवज़ में कुछ हासिल होना ही चाहिए।
अराका द्वीप के बारे में सामान्य जानकारियाँ दे दी गई हैं। लेकिन आवश्यक जानकारियाँ छुपा ली गई हैं, जो भविष्य में हमारे सामने आएँगी। वैसे 20 किलोमीटर की भुजा वाले समबाहु त्रिभुज का क्षेत्रफल एक सौ तिहत्तर वर्ग किलोमीटर के आस पास होता है।
तिलिस्मा कितना बड़ा है - यह नहीं पता चला। सारे फ़साद के मूल में ये तिलिस्मा ही है। यहाँ की टेक्नोलॉजी भी मानवों के हिसाब से बहुत आगे की है। पुष्पक विमान जैसा भी कुछ है यहाँ। वृक्ष-मानव भी हैं यहाँ।
वेगा सामरा राज्य का वासी है। इसीलिए उसके पास मैंड्रेक के समान बातों ही बातों में किसी को सम्मोहित करने की क्षमता है। वैसे उस तरह की विलक्षण प्रतिभा और वैज्ञानिक पृष्ठभूमि के “व्यक्ति” को मानवों की सभ्यता में आ कर पढ़ने की क्या आवश्यकता आन पड़ी? शायद मानवों के बारे में जानने की या फिर उनको रिक्रूट करने की?
बढ़िया अपडेट्स हैं भाई!
Gazab ki update he Raj_sharma Bhai,
Kya mayajal bun rakha he Araca ke rup me.......
Agar ye sach he to ye log humse hazaro saal aage he..........
Keep rocking Bro
थोड़ी सी मेरी नजर क्या हटी , राइटर साहब ने एक और मानव की बली ले ली । ड्रेजलर की मौत ने एक बार फिर से सुनिश्चित कर दिया कि सभी लोग मारे जायेंगे । अगर कोई किस्मत से बच भी गया तो वह शैफाली हो सकती है । और दूसरा व्यक्ति अगर भाग्यशाली होगा तो राइटर साहब के सौजन्य से उनके प्रिय किरदार सुयश साहब ।
अराका के इस क्षेत्र मे इन यात्रीगण ने माइलस्टोन का नही बल्कि क्रिस्टल स्टोन्स का दर्शन किया होगा । क्रिस्टल पर चित्रकारी अच्छी तरह से की जा सकती है ।
लेकिन इस क्षेत्र मे शैफाली का सभी लोग को लेकर जाने का मतलब समझ नही आया । अगर वह लोग इस जगह पर न आते तो ड्रेजलर की जान बच सकती थी ।
और अगर शैफाली का उद्देश्य सभी लोगों को उनके विशेष खतरों से सावधान कराने का था , तब भी इस क्षेत्र मे आने का कोई खास औचित्य नही था । क्यों की मरना सभी को है और वह मौत एनाकोंडा जैसे सांप से हो या बिच्छू से हो या मगरमच्छ से हो या फिर मात्र ठोकर लगने से ही हो ।
खैर , शैफाली की मंजिल अब दूर नही है । वह जब अराका तक पहुंच गई है तो उस पर्वत शिखा तक भी जरूर पहुंच जायेगी जहां महारानी क्लिटो हजारों वर्ष से कैद मे है ।
अब देखना यह है कि शैफाली और क्लिटो के किस्से मे वेगा और उनके समुदाय के लोग कहां फीट होते हैं !
इस समुदाय के लोग हमारे अभागे यात्री का नुकसान करें या न करें , क्या फर्क पड़ने वाला है । इनकी नियति हमारे राइटर साहब ने पहले ही निर्धारित कर ली है ।
खुबसूरत अपडेट शर्मा जी ।
Bahut hi badhiya update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and beautiful update....
Ek tarf Yugaka hai jise ek powerful watch mili jiski madad se Yugaka apne bhai ke pass Jaa ke use anjaan khataro se bachayaga jabki Dosre tarf Suyash and party Island me chalte chalte kafi aage aa gaye jaha Shafali ne apne talent ka istemal karke ek chote talab ke pass aagye jiski madad se sab wahe pe rat gujar rhe hai or sath me game khel rhe hai
Lekin
Ye anjaan SAYA kiska hai kaun ho sakti hai ye ladki kya hone wala hai aakhir yaha per
.
Excellent update Raj_sharma bhai
Bhut hi badhiya update Bhai
To shaitani tikdi ne yogaka ko vega ki help ke liye ek jadui or powerful watch di jo vega ki musibat ke samay help kar sakti hai
Vahi dusri or suyash or company jangal me bhut andar tak aa gaye hai or shaifali ne apne talent ki madad se paas me talab ka pata laga liya or sabhi vaha par mood ko halka karne ke liye game khel rahe hai
Or vo saya kiska tha
Pratiksha agle update ki
पेड़ के पीछे क्या त्रिकाली दीदी छुपी हुई हैं?
Bahut hi shandar update he Raj_sharma Bhai,
Yugaka ki Vega ki suraksha ko lekar chinta to Kirat, Rinjo aur Shinjo ne smart wath dekar ek tarah se khatam kar di he..............
Lekin ye saya kis ladki ka he jo Suyash and party ko chhupkar dekh rahi he........... Kahi Trikala to nahi????
Keep rocking Bro
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय अपडेट है भाई मजा आ गया
ये जोडीयाक घडी बडी ही रहस्यमयी दिख रही हैं आगे देखते हैं उसकी खासियत
वैसे ये पेडों के पीछे से कौनसी लडकी का साया सुयश और टीम को ताड रहा हैं
खैर देखते हैं आगे
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
Phir bada lafda ho gaya???Kise best ka award doon!!? Koi na dono hi best hain!!!
sunoanujKahani reality se shuru hote hue ab Fantasyland tak pahuch chuki hai.. Ab agle updates mei iss fantasy ke aur bhi kissae sunnae ke liye utsuk hu..
बहुत सुंदर अपडेट,#64.
“अरे वाह ग्रैंड अंकल!" शैफाली ने बिलकुल बच्चे की तरह चहकते हुए कहा- “आप तो जंगल को पूरा एन्जॉय कर रहे हैं.... वेरी गुड। पर ग्रैंड अंकल अगर आपको समय में पीछे जाकर कुछ बदलने का मौका मिले तो आप अपनी लाइफ में क्या बदलना चाहेंगे?"
“अगर मुझे अतीत में जाकर कुछ बदलने का मौका मिले तो मैं अतीत में ही अपनी सिगरेट की लत को छोड़ना चाहूँगा।" कहते-कहते अल्बर्ट की आवाज थोड़ा भर्रा सी गयी और अल्बर्ट खामोश हो गया। शायद उसे मारिया की याद आ गयी थी।
जेनिथ ने अल्बर्ट को खामोश होते देख फ़िर से बॉटल को नचा दिया। इस बार बॉटल सुयश के नंबर पर जाकर रुकी।
“तो फ़िर कप्तान अंकल अब आप क्या कहना चाहेंगे?" शैफाली ने एक छोटी सी लकड़ी को माइक की तरीके से सुयश के मुंह के पास ले जाते हुए कहा।
यह देखकर सुयश ने बोलना शुरु कर दिया- “मेरे लिये ये सफर मेरी जिंदगी का सबसे खतरनाक और यादगार सफर रहा। मैंने बहुत सारे अपनो को खोया, इतनी मुशकिलें देखी, फ़िर भी मैं सकारात्मक हुं। अगर मुझे अतीत में जाने का मौका मिले तो मैं नए साल की रात घटी हर घटना को बदलना चाहूँगा। अब अंततः मैं यही कहूँगा की
‘जो बीत गया उसे जाने दो, जो बाकी है उसे बचाने दो’।" सुयश ने अंत की लाइन शायराना अंदाज में कहा।
सुयश को खामोश होते देख जेनिथ ने बॉटल को एक बार फ़िर घुमा दिया। इस बार बॉटल एलेक्स के नंबर पर गयी।
शैफाली की माइक रूपी लकड़ी अब एलेक्स के हाथ में पहुंच गयी थी।
एलेक्स कुछ देर लकड़ी को पकड़े कुछ सोचता रहा, फ़िर उसने क्रिस्टी को देखा और बोलना शूरु कर दिया- “मैंने अपनी पूरी जिंदगी बहुत ही सिंपल तरीके से गुजारी है, लेकिन ‘सुप्रीम’ पर आने के बाद मेरी जिंदगी में एकाएक बहुत से बदलाव आये। पहले मैं बहुत डरता था। लोग मुझे डराकर अपना काम निकाल लेते थे।"
बोलते-बोलते एलेक्स की निगाह जैक और जॉनी की ओर गयी। अचानक से एलेक्स के चेहरे के भाव बदलने लगे। अब वह थोड़ा गुस्से में नजर आने लगा।
“पर अब मैं किसी से नहीं डरता।" एलेक्स को बोलना बदस्तूर जारी रहा- “मुझे यह नहीं पता कि कब इस जंगल में मेरी जिंदगी का अंत हो जाए। इसिलए अब डरने का कोई मतलब भी नहीं बचता। दोस्तो अगर मुझे अतीत में जाकर कुछ बदलने का मौका मिले तो मैं अपने एक अपराध को अपने अतीत से हटाना चाहूँगा।"
एलेक्स की बात सुनकर सभी आश्चर्य से भर उठे। अचानक से ही क्रिस्टी के चेहरे के भाव बहुत सख्त हो गये और जैक व जॉनी के चेहरे पर डर दिखाई देने लगा।
जैक ने जॉनी की ओर देखा पर बोला कुछ नहीं, शायद अब बोलने का कोई मतलब भी नहीं था।
एलेक्स ने कुछ देर रुक कर सभी पर नजर डाली। सभी उत्सुकता से एलेक्स को ही देख रहे थे।
एलेक्स ने क्रिस्टी का हाथ अपने हाथ में लेकर फ़िर से बोलना शुरु कर दिया- “कैप्टेन मैं आप सबके सामने एक कन्फ़ेशन करना चाहता हूं।"
“कैसा कन्फ़ेशन?" सुयश ने एलेक्स को आश्चर्य से देखते हुए कहा।
“कैप्टेन मैं बहुत सीधा-साधा आदमी हूं। मगर पिछले साल मैंने किसी के साथ मिलकर एक बैंक डकैती को अंजाम दिया। पर उस दिन वहां बैंक में एक आदमी भी सूटकेस लेकर पैसा जमा करवाने आया था। जो अपना सूटकेस उस दिन मेरे साथी को नहीं दे रहा था।
मेरे साथी और उस आदमी के बीच सूटकेस को लेकर धक्का-मुक्की शुरू हो गयी। जिससे मेरे साथी की गोली गलती से उस आदमी को लग गयी और वह आदमी वहीं पर मर गया। यह देख हम बहुत घबरा गये और लूट का सामान लेकर वहां से भाग निकले। हालांकि उस समय मेरे हाथ में खाली रिवाल्वर थी और उस आदमी की हत्या में मेरा कोई हाथ नहीं था। फ़िर भी कैमरे की फुटेज देखने के बाद पुलिस ने मुझे ही इस गिरोह का बॉस समझ लिया। अब मैं दुनिया की नजर में लुटेरा और खूनी दोनो ही बन गया।"
यह सुनते ही क्रिस्टी की आँखे बिल्कुल लाल हो गई। उसने धीरे से एलेक्स के हाथ से अपना हाथ छुड़ाया और चुपचाप अपना इमोशन कण्ट्रोल करने लगी।
“तो क्या सुप्रीम पर भी तुम्हारे वो साथी तुमको डरा रहे थे?" ब्रैंडन ने एलेक्स के चेहरे की ओर देखते हुए पूछा- “नाम क्या है तुम्हारे साथियों का?"
“मेरे उन साथियों के नाम है- जैक और जॉनी।" एलेक्स ने जैक और जॉनी की तरफ गुस्से से देखते हुए कहा।
यह सुन जैक और जॉनी का सिर शर्म से झुक गया।
थोड़ी देर तक किसी की समझ में नहीं आया कि वह जैक और जॉनी से क्या कहें?
इस सन्नाटे को क्रिस्टी की आवाज ने तोड़ा। उसने एलेक्स को संबोधित करते हुए कहा- “ऐसी क्या मजबूरी थी तुम्हारी? जो यह लोग तुम्हे बैंक डकैती करने के लिए मजबूर कर दिये?"
एलेक्स ने एक गहरी साँस भरी और फ़िर बिना क्रिस्टी की तरफ चेहरा घुमाये, बोल उठा-
“दरअसल मैं एक चोर हूं। मैं छोटी-मोटी चोरियां करता रहता था। पर मैने आज तक किसी को नहीं मारा।
जब जैक और जॉनी ने मुझे अपनी डकैती में मिलाना चाहा, तो मैं इसी शर्त पर तैयार हुआ था कि हम किसी को मारेंगे नहीं।
मुझे विस्वास था कि इस बैंक डकैती के बाद मुझे फ़िर कभी चोरी की जरुरत नहीं पड़ेगी। पर उस हत्या के बाद मुझे बहुत अफसोस हुआ। इसीलिये मैंने जैक और जॉनी से अपने हिस्से का पैसा भी नहीं लिया। उस हत्या के बाद अब मेरा नाम भी पुलिस रिकार्ड में आ जाना था। इसीलिये मैंने हमेशा के लिये अमेरिका छोड़ने का निर्णय लिया और सुप्रीम पर आ गया।
पर हाय री मेरी फूटी किस्मत! ये जैक और जॉनी भी बदकिस्मती से इसी जहाज पर थे। मैने इनहे जहाज पर देखने के बाद, इनसे कभी भी ना मिलने का फैसला लिया। इन्होने भी कभी मुझसे बात नहीं की। शायद कभी भी यह रहस्य आप लोग के सामने न आ पाता, पर मैने जबसे क्रिस्टी को देखा, अचानक मुझे ऐसा लगा जैसे मेरे जीने का मुझे नयी प्रेरणा मिल गई हो। पर पहले सुप्रीम की दुर्घटना और फ़िर इन विचित्र घटनाओं का घटना।...आज शैफाली की बातों से ऐसा लगा कि मुझे अपने सिर का बोझ हल्का कर लेना चाहिए। और सच कहूँ तो अब मैं अपने आप को बहुत हल्का महसूस कर रहा हूँ। अब भले कोई मेरा सच जानने के बाद मुझसे प्यार करे या ना करे। अंत में मैं बस इतना कहना चाहूँगा कि मैं बुरा आदमी नहीं हूँ।"
“बेशक आप बुरे आदमी नहीं हैं एलेक्स भैया।" शैफाली ने एलेक्स के दोनो हाथो को, अपने हाथो में लेकर प्यार से पकड़ते हुए कहा-
“हर किसी के पास नहीं होता इतना साहस कि इतनी दिलेरी से सबके सामने सच कह सके। कोई और भले ही आपके साथ ना हो, पर मैं तो हमेशा आपके साथ रहूँगी, आपकी छोटी बहन बनकर।"
एलेक्स शैफाली की बात सुनकर भाव-विभोर हो गया। उसकी आँख से 2 बूंद आँसू निकलकर शैफाली के हाथो पर टपक गये।
अब क्रिस्टी के चेहरे के भाव भी सामान्य दिखने लगे। क्रिस्टी ने एलेक्स और शैफाली को एक साथ गले से लगाया और बोली-
“मै भी अब अपने ‘ऐलू’ को कभी नहीं छोड़ूंगी।" कहते-कहते क्रिस्टी का गला भी भर आया।
‘ऐलू’ शब्द सुनकर सभी के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी। इस इमोशन के बाद वहां का माहौल थोड़ा सा सामान्य हो गया।
थोड़ी देर बाद क्रिस्टी को यह अहसास हुआ कि वह कहां पर है? वह धीरे से शर्मा कर एलेक्स से अलग हो गयी।
तभी ब्रेंडन सुयश से बोल उठा- “कैप्टेन हो ना हो, पर न्यूयॉर्क से आया अपराधी वाला मैसेज जैक, जॉनी और एलेक्स के लिए ही रहा होगा।"
“ठीक कहते हो ब्रेंडन। जिन अपराधियों के बारे में इंटरपोल ने हमें सावधान किया था, ये यही होंगे।" सुयश ने कहा।
तभी जैक ने सुयश से मुखातिब होते हुए कहा-
“माफ़ी चाहता हूँ कैप्टेन। पर मेरा भी उस आदमी को मारने का कोई इरादा नहीं था, पर शायद होनी को यही मंजूर था। लेकिन मै आपसे वादा करता हूँ कि जब तक आप लोगों के साथ हूँ कोई गड़बड़ नहीं करूंगा और अगर हम वापस अपनी सभ्यता तक पहुंच गये, तो बेशक आप हमें इंटरपोल के हवाले कर सकते हैं।"
“मै भी अपने किये की सभी से माफ़ी चाहता हूँ।" जॉनी ने भी अपने स्थान पर बैठे-बैठे ही सिर झुकाकर कहा।
अगर कोई और परिस्थिती होती तो शायद सुयश जैक और जॉनी पर कोई और प्रतिक्रिया दिखाता, पर
इस समय के हालात ऐसे थे कि सुयश से कुछ कहते ना बना।
कुछ देर तक वहां पर सन्नाटा छाया रहा और इससे पहले कि जेनिथ फ़िर से बॉटल घुमाती, सुयश बोल उठा-
“रात काफ़ी हो चुकी है और हम लोग दिन भर के थके भी हैं, इसिलए अब हमें आराम करना चाहिए।"
सच में सभी को बुरी तरह से थकान लग रही थी। इसिलये सुयश की बात सुन सभी वही आग के चारो तरफ बिखर कर सो गये।
इन सबको सोता देख पेड़ के पीछे छुपी वह आकृति भी वहि पास के एक पेड़ पर चढ़कर बैठ गयी। लेकिन उसकी आँखे अभी भी सबके ऊपर ही थी।
दूसरी क्रिस्टी: (8 जनवरी 2002, मंगलवार, 02:30, मायावन, अराका द्वीप)
चाँदनी रात थी। आसमान भी बिल्कुल साफ था। सभी आग के चारो तरफ गहरी नींद में सो रहे थे।
तभी अचानक एक खटके की आवाज सुनकर जेनिथ की नींद खुल गयी। उसकी नजर आवाज की दिशा में गयी, पर उसे कुछ नजर नहीं आया।
तभी वैसी ही खटके की आवाज दोबारा आयी। जेनिथ ने अपना चेहरा आवाज की दिशा में घुमाया। जेनिथ को कुछ दूरी पर क्रिस्टी खड़ी नजर आयी।
जैसे ही जेनिथ की नजर क्रिस्टी पर पड़ी, क्रिस्टी ने अपने मुंह पर उंगली रखते हुए जेनिथ को चुप रहने का इशारा किया।
जेनिथ अब सस्पेंस के झूले में झूलने लगी थी। उसे समझ नहीं आ रहा था कि क्रिस्टी ऐसा क्यूं कर रही हैं?
तभी क्रिस्टी ने जेनिथ को अपने पास आने का इशारा किया और पेड़ों के एक झुरमुट की ओर चल दी।
जेनिथ पहले तो अचकचायी, फ़िर उठकर चुपचाप क्रिस्टी के पीछे चल दी। उसे लगा कि शायद क्रिस्टी उसे कुछ दिखाना चाह रही है। अगर जेनिथ की नजर अपने आस-पास सोये लोगो पर गयी होती, तो उसे झटका लग जाना था क्यों की उससे कुछ ही दूरी पर क्रिस्टी सो रही थी।
जारी रहेगी_______![]()
Ek aur vyakti ki maut pata nahi kiske destiny mein kya likha hua hai??#61.
भविष्य के पत्थर:- 7 जनवरी 2002, सोमवार, 16:30, (अराका द्वीप, अटलांटिक महासागर)
“कैप्टेन।" अल्बर्ट ने कहा- “हम लोगो को झील वाली जगह से निकले लगभग 2 घंटे हो गये हैं। एक तो थकान भी लग रही है, दूसरा शाम भी होने वाली है, ऐसे में हमें किसी सुरक्षित जगह की भी तलाश करनी होगी, क्यों कि ये जंगल अगर दिन में इतना खतरनाक है, तो रात को तो इसमें रुकना और भी ज़्यादा मुस्किल हो जायेगा।"
“आप ठीक कह रहे हैं प्रोफेसर ।" सुयश को अल्बर्ट की बात बिल्कुल सही लगी- “अभी अंधेरा होने में 1 घंटे शेष हैं, इतने समय में ही हमें किसी सुरक्षित जगह को ढूंढना होगा।"
“क्या इस काम में ब्रूनो हमारी कोई मदद कर सकता है?" शैफाली ने कहा।
“यह किस प्रकार से हमारी मदद कर पायेगा?" जेनिथ ने शैफाली से पूछा।
यह सुनकर शैफाली ब्रूनो के पास बैठ गयी.... उसने धीरे से ब्रूनो के सिर को सहलाया और उसके कान
के पास कुछ फुसफुसा कर कहा। उसके कहे शब्द किसी और को सुनाई नहीं दिए ।
शैफाली कि बात सुन ब्रूनो ने भोंककर शैफाली को अपनी भाषा में कुछ कहा और फिर सूंघते हुए एक दिशा में चल दिए ।
किसी को कुछ समझ तो नहीं आया पर इस रहस्मयी द्वीप में सबसे ज्यादा सभी को शैफाली पर ही भरोसा था। इसिलए बिना कोई सवाल किए सभी ब्रूनो के पीछे-पीछे चल पड़े।
आगे-आगे चलता हुआ ब्रूनो बीच-बीच में कुछ सूंघता और फिर अपना रास्ता बदल देता। ब्रूनो एक जगह पर पहुंचकर कुछ खुरचने लगा।
सभी ने जाकर जब उस स्थान को देखा तो वह आश्चर्य से भर उठे। उस जगह पर जमीन में एक अर्द्ध -चंद्राकार पत्थर लगा हुआ था।
यह पत्थर बिल्कुल किसी माइलस्टोन की तरह प्रतीत हो रहा था।
“कैप्टेन।" एलेक्स पत्थर पर नजर मारते हुए बोला- “ये तो बहुत अजीब से पत्थर हैं।"
अब सभी की नजरे पत्थर पर थी।
“यह तो माइलस्टोन की तरह से लग रहा है।" ब्रेंडन ने कहा।
अल्बर्ट अब बैठकर ध्यान से उस पत्थर को देखने लगा।
“अरे यहां आसपास बहुत से ऐसे पत्थर हैं।" क्रिस्टी ने चारो तरफ नजर दौड़ाते हुए कहा।
क्रिस्टी की आवाज सुनकर अब सभी लोग चारो तरफ देखने लगे।
वहां पर आसपास उसी प्रकार के लगभग 11 और पत्थर थे। पत्थरो पर कुछ रंग- बिरंगी आकृतियां बनी
थी और कुछ कूट भाषा में लिखा भी हुआ था। वह कूट भाषा इनमें से किसी को समझ में नहीं आयी।
“कैप्टेन।" तौफीक ने कहा- “यह सभी पत्थर एक बराबर साइज के है और इस पर कुछ लिखा हुआ भी है। इससे यह तो साफ हो गया कि इस द्वीप पर इंसान हैं क्यों कि ये काम कोई जानवर नहीं कर सकता।"
“आप सही कह रहे हो तौफीक।" सुयश ने तौफीक की बात का जवाब दिया- “और यह भी श्योर है कि जो इंसान इस द्वीप पर है, वह सभ्य भी है और समझदार भी है।"
अल्बर्ट अभी भी झुककर पत्थर को ध्यान से देख रहा था।
“कैप्टेन, सभी पत्थरो पर आकृतियां तो अलग-अलग है, पर इन सभी पत्थरो के बीच में बनी यह आग के गोले की आकृति सब में कॉमन है।" अल्बर्ट ने सूक्ष्म निरीक्षण करते हुए कहा।
तभी शैफाली की आवाज ने एक बार फिर सबको आश्चर्य में डाल दिया-
“कैप्टेन अंकल, क्या इनमे से किसी पत्थर पर एक बिच्छू जैसी आकृति बनी हुई है ?"
शैफाली की आवाज सुन अब सभी उन पत्थर के निशानो को ध्यान से देखने लगे। कुछ ही देर में एलेक्स की आवाज सुनाई दी- “यहां है वो पत्थर, जिस पर बिच्छू जैसी आकृति बनी हुई है।"
तभी शैफाली की आवाज पुनः गूंजी- “एलेक्स भैया, क्या उस पर एक काला गोला और एक रोमन तलवार भी बनी है?"
“हाँ है!" अब एलेक्स की आवाज में विस्मय था।
“आप सब एक-एक पत्थर के पास खड़े हो जाइये। में कुछ और आकृतियां बताती हूँ ।"
शैफाली ने फिर कहा। शैफाली की आवाज सुन सभी लोग एक-एक पत्थर के पास खड़े हो गये। ऐसा लग रहा था जैसे शैफाली कोई क्लास-टीचर हो और बाकी सारे लोग उसके छात्र हो ।
“कैप्टेन अंकल, आपके पत्थर पर एक शेर जैसी आकृति होगी, उसके आसपास एक अंगूठी भी बनी होगी।" शैफाली ने सुयश से कहा।
सुयश अपने पत्थर को देखकर अवाक रह गया। उसके पत्थर पर वह सारी चीजे बनी थी, जो शैफाली बता रही थी।
“पर शैफाली।" सुयश ने आश्चर्य भरे स्वर में पूछा- “तुम्हे कैसे पता कि मैं किस पत्थर के पास खड़ा हूँ ।"
पर जैसे शैफाली ने सुयश की बात सुनी ही ना हो, वह अनवरत बोलती जा रही थी।
“अल्बर्ट अंकल आपके पत्थर पर एक मछली की आकृति बनी है, जिसके आसपास कुछ आग के चीन्ह भी दिख रहे होंगे आपको।"
“बिल्कुल सही!" अल्बर्ट ने कहा। धीरे-धीरे शैफाली ने सभी पत्थर के बारे में बिल्कुल सही-सही बता दिया।
सब कुछ बताने के बाद शैफाली अपनी जगह पर ऐसे खड़ी हो गयी जैसे किसी ने उसे स्टेचू बोल दिया हो।
“शैफाली-शैफाली!"
अल्बर्ट ने पास आकर शैफाली को पकड़कर झकझोरा- “क्या हुआ तुम्हें? ठीक तो हो ना?"
“हाँ ग्रैंड अंकल, में बिल्कुल ठीक हूँ।" शैफाली ने शांत स्वर में कहा- “मुझे कुछ नहीं हुआ।“
सभी पत्थरो के पास से हटकर शैफाली के पास आ गये। सुयश ने शैफाली को वही एक साफ स्थान देखकर बैठा दिया।
अब शैफाली सामान्य दिखने लगी थी, तभी ब्रूनो पास आकर शैफाली का हाथ चाटने लगा। अल्बर्ट प्यार से शैफाली के सिर पर हाथ फेरने लगा।
“ये क्या रहस्य है शैफाली?" क्रिस्टी ने शैफाली के पास बैठते हूए पूछा-
“तुम इन सब आकृतियों के बारे में कैसे जानती हो?"
“मैंने ये सभी आकृतियां अपने सपने में देखा था।" शैफाली ने मासूमियत से जवाब दिया।
“पर तुम्हे यह कैसे पता चला कि कौन किस जगह खड़ा है?" जैक ने संदेह भरी नज़रों से शैफाली को देखते हुए पूछा।
“मुझे नहीं पता कि कौन कहां खड़ा था?" शैफाली ने उलझे-उलझे स्वर में कहा- “पर मुझे ऐसा लगा जैसे मेरे दिमाग में ये सारी आकृतियां अपने आप बन रही है। मेरा मतलब
दिमाग में जिस भी व्यक्ति के बारे में बताने चलती, उसकी आकृति उस समय मेरे दिमाग में स्वयं आ जा रही थी।"
शैफाली ने जो कुछ भी कहा, वो वहां खड़े कई लोग को डराने के लिए काफी थी। जैक और जॉनी तो इतना डर गये कि वो अपने अगल-बगल देखने लगे।
यह सुन अल्बर्ट ने गहरी साँस लेते हुए कहा- “मुझे जाने क्यों ऐसा लग रहा है कि इस द्वीप पर बहुत कुछ रहस्यमयी है। यह द्वीप हम लोग कि सोच से भी ज़्यादा खतरनाक है।“
“आप सही कह रहे है प्रोफेसर।" सुयश ने अल्बर्ट पर निगाह मारते हुए कहा- “मुझे भी एहसास हो रहा है कि इस द्वीप पर विज्ञान से अलग हटकर कुछ है, जो हम लोग कि समझ से बाहर है।"
तभी जेनिथ ने शैफाली से पूछा-
“तुम इन पत्थर या इनकी आकृति के बारे में कुछ और बता सकती हो शैफाली? या फ़िर इस द्वीप के बारे में ऐसा कुछ जो हम लोग नहीं जानते।"
“हाँ जेनिथ दीदी।" शैफाली ने अंदाजे से अपना चेहरा जेनिथ की ओर करते हुए कहा-
“पहली बात तो ये है कि ये पत्थर हमें हमारा भविष्य दिखा रहे है।"
“भविष्य!" सभी के मुंह से समवेत स्वर निकला।
“हाँ भविष्य।" शैफाली ने पुनः कहा- “आप लोग ने शायद गौर नहीं किया कि हम लोग भी 12 है और यह पत्थर भी 12 है।"
शैफाली के यह बोलते ही अब सभी का ध्यान फ़िर से पत्थरो की ओर गया।
उधर शैफाली का बोलना बदस्तूर जारी रहा- “यह पत्थर हमारे ही लिये यहां पर लगाए गये है। इन पर बनी आकृतियां भविष्य में हमें मार्ग दिखाएंगी।“
“मगर इन पत्थरो को देखकर तो यह लगता है कि यह सैकड़ों वर्ष से यहां पर लगे है।“अल्बर्ट ने पत्थरो की स्थिति को देखते हुए कहा।
“मुझे बहुत ज्यादा नहीं पता ग्रैंड अंकल।" शैफाली ने दिमाग पर जोर डालते हुए कहा-
“पर मुझे इतना जरूर लग रहा है कि हमारा जहाज स्वयं दुर्घटना ग्रसित नहीं हुआ। हमें जान-बूझकर यहां लाया गया है, बल्कि ये समझ लीजिये कि यहां आना हमारी नियती थी और ये भी हो सकता है कि ये पत्थर यहां हमारा सैकड़ों साल से इंतजार कर रहे है।"
शैफाली का हर शब्द सभी के दिमाग में विसफोट कर रहा था।
“अगर ये पत्थर हमारा भविष्य है तो क्या मेरे भविष्य में सांप है? क्यों कि मेरे पत्थर पर तो सांप बना है।" ड्रेजलर ने घबराकर कहा।
“हो भी सकता है?" शैफाली ने ड्रेजलर को जवाब दिया- “मुझे तो जो महसूस हो रहा है, मैंने आप लोगों को बता दिया।"
ड्रेजलर अभी शैफाली से बात कर ही रहा था कि अचानक एक पेड़ से सरसराहट की आवाज सुनाई दी और इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, एनाकोंडा की तरह का एक विशालकाय अजगर पेड़ से ड्रेजलर के ऊपर कूद पड़ा।
अजगर ने बिना समय दिए ड्रेजलर को अपनी कुण्डली में जकड़ लिया। इतना विशालकाय अजगर देखकर सभी के मुंह से चीख निकल गयी।
“बाप रे ! इतना बड़ा अजगर....ये तो एनाकोंडा का भी बाप लग रहा है।" जैक का मुंह दहशत के कारण सफेद हो गया।
ड्रेजलर के मुंह से लगातार चीखे निकल रही थी। किसी कि समझ में नहीं आ रहा था कि कैसे ड्रेजलर को बचाया जाए?
“बचाओ कैप्टन !" ड्रेजलर पूरी ताकत लगाकर चीखा।
अल्बर्ट ने शैफाली को तुरंत अपनी तरफ खींच लिया सारे लोग ड्रेजलर से थोड़ा दूर हट गये।
तभी तौफीक ने असलम से फ्लेयर-गन मांगी। असलम ने जल्दी से अपने काले बैग से गन निकालकर, उसमें सिग्नल-फ्लेयर फ़िट कर, तौफीक के हाथ में पकड़ा दी।
फ्लेयर गन अब तौफीक के हाथ में थी। तौफीक ने अजगर के सिर पर निशाना साधा।
“ठीसऽऽऽ“की आवाज करता सिग्नल-फ्लेयर अजगर के मुंह की ओर झपटा।
पर जैसे ही वह फ्लेयर अजगर के मुंह के पास पहुंचा, अचानक से अजगर का सर अपनी जगह से हिला और फ्लेयर उसके बगल से होता हुआ, जमीन पर गिर गया।
अजगर को फ्लेयर की गरमी का एहसास होते ही, उसने एक नजर पहले फ्लेयर पर मारी और फ़िर तौफीक की ओर घूम कर उसे घूरने लगा। अब वह थोड़ा गुस्से में भी दिखने लगा।
तभी तौफीक ने असलम से एक और फ्लेयर मांग कर उसे गन में लोड कर लिया। तौफीक ने दोबारा निशाना साधा और फ़िर से फायर कर दिया।
इस बार निशाना बिल्कुल सटीक था। फ्लेयर सीधा अजगर के मुंह पर जाकर लगा।
अजगर के चेहरे पर आग लग गयी। अब उसने अपनी कुण्डली और कस ली।
E‘कट्-कट्’ की आवाज के साथ ड्रेजलर की हड्डियाँ टूटने लगी।
अजगर अब अपना चेहरा इधर-उधर पटकने लगा। अजगर ने गुस्से की वजह से अपना पूरा शरीर अब बहुत ज़्यादा कड़ा कर लिया।
ड्रेजलर का सिर अब हवा में झूलने लगा।
जारी रहेगा_________![]()