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Fantasy सुप्रीम

dhalchandarun

Everything in the world will come to end one day.
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# 27 .

“मतलब यह है कि कैप्टेन कि जिसने भी लॉरेन को मारा, सुराग वही हटाना चाह रहा होगा और आप जिस तरीके से सुराग की बात कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि वह किसी अपने का होगा। इसका साफ मतलब निकलता है कि लॉरेन का मर्डर उसके अपने बॉयफ्रेंड ने किया है। तभी तो वह लाश के पास से सुराग हटाना चाहता होगा।“ लारा ने कहा।

“हूँ.....!“ सुयश ने धीरे से हुंकारी भरी और फिर जेब से लॉरेन के गले से निकला, रेडियम लॉकेट निकालकर जेनिथ के चेहरे के आगे लहराया-

“मिस जेनिथ जिस समय लॉरेन का मर्डर हुआ, वह यही लॉकेट पहले थी। इस लॉकेट मे रेडियम लगा हुआ है, जो अंधेरे में भी चमकता है और इसी लॉकेट की वजह से कातिल अंधेरे में भी लॉरेन को निशाना बनाने में कामयाब हो गया। क्या आप बता सकती हैं कि लॉरेन के पास यह लॉकेट कब से था ? या फिर इसे किसने उसे दिया था ?“


“सॉरी ! यह लॉकेट मैंने कभी लॉरेन के पास नहीं देखा।“ जेनिथ ने ध्यान से लॉकेट को देखते हुए कहा।

“आप इसे ध्यान से देख कर ही बता रही हैं ना ?“ सुयश की आवाज में थोड़ा सा पैना पन दिख रहा था।

“इसमें भला ध्यान से देखने वाली कौन सी बात है?“ जेनिथ ने सुयश की आँखों में आँखें डालते हुए जवाब दिया-
“इसमें रेडियम है, जो अंधेरे में भी चमकता है और अगर यह लॉकेट पहले से ही लॉरेन के गले में होता तो दिन नहीं तो रात के अंधेरे में तो ये मुझे जरूर नजर आ जाता, क्यों कि हम लोग हमेशा रात में लाइट ऑफ करके सोते थे।“

कोई प्वाइंट ना निकलते देख सुयश ने उस लॉकेट को पुनः अपनी जेब में डाल लिया।

“हाँ तो मिस्टर लारा !“ सुयश पुनः लारा को देखते हुए बोला- “आप का कहना है कि लॉरेन का मर्डर उसके बॉयफ्रेंड ने किया। आपके तर्कों की मैं तारीफ करना चाहूंगा। लेकिन बात फिर से वहीं आकर खड़ी हो गई, कि मर्डर चाहे उसके बॉयफ्रेंड ने किया हो या किसी और ने। वह भला सुराग के साथ लाश को क्यों ले गया ?“

“यह भी तो हो सकता है कैप्टेन!“ अलबर्ट जो कि बहुत देर से इन लोगों की बातें सुन रहा था और समझ रहा था, बोल उठा-

“कि कातिल का सुराग लाश पर कहीं चिन्हित हो, जिसके कारण कातिल लाश को भी उठा ले गया हो।“

“मैं आपके कहने का मतलब नहीं समझा मिस्टर अलबर्ट कि आप किस तरह के चिन्हों की बात कर रहे हैं?“ असलम ने अलबर्ट से उलझे-उलझे से स्वर में कहा।

“आप मेरी ये अंगूठी देख रहे हैं कैप्टेन।“ अलबर्ट ने अपने दाहिने हाथ की अनामिका उंगली में पहनी हुई अंगूठी को उतार कर सुयश को देते हुए कहा-

“इसको ध्यान से देखिये, आपको इस अंगूठी में क्या खास बात नजर आ रही है?“ सुयश ने आगे बढ़कर अंगूठी को हाथ में ले लिया और उसे ध्यान से देखने लगा।

“शायद इस पर कुछ बहुत ही महीन अक्षरों में लिखा हुआ है।“ सुयश ने इस बार जलते हुए बल्ब के नीचे जा कर उसे गौर से देखा। उस पर लिखा हुआ था- “मारिया की ओर से सप्रेम भेंट।“

“कुछ समझ में आया कैप्टेन?“ अलबर्ट ने अपने चश्मे को ठी क करते हुए कहा ।

“नहीं !“ सुयश ने अपने सिर को अगल-बगल हिलाते हुए कहा।

“यह अंगूठी मेरी पत्नी मारिया ने मुझे वैलेंटाइन डे के दिन भेंट की थी। हो सकता है कि लॉरेन के हाथ में कुछ ऐसी ही अंगूठी हो। जो कि मरने के बाद उसकी उंगलियां अकड़ जाने के कारण कातिल निकाल ना सका हो, इसलिए उसने लाश को ही उठाकर पानी में फेंक दिया हो।“

“पानी में फेंक दिया हो।“ सुयश ने अलबर्ट की इस बात से अपने दिमाग में घंटी सी बजती हुई महसूस की। उसने तुरंत हाथ में पकड़ा रुमाल असलम को पकड़ाया और जेब से कपड़े का वही फटा हुआ टुकड़ा निकाला, जो कि अलबर्ट से बात करते समय, उसे डेक की रेलिंग में फंसा हुआ मिला था। कपड़े को देखते ही वह बड़बड़ा उठा-

“वही है...... बिल्कुल वही है।“ सुयश ने तुरंत आगे बढ़कर जेनिथ के सामने उस कपड़े को लहराते हुए कहा- “क्या आप इस कपड़े के टुकड़े को पहचानती हैं मिस जेनिथ?“

“जी हाँ !“ जेनिथ ने कपड़े के टुकड़े को देखकर ऊपर-नीचे सिर हिलाते हुए जवाब दिया- “यह टुकड़ा उसी कपड़े का है, जो मर्डर के समय लॉरेन पहने हुए थी।

“ओ माई गॉड!“ सुयश को अब अपना सिर घूमता हुआ सा महसूस हो रहा था- “तो मेरा शक सही था। उस समय पानी में गिरने वाली चीज और कुछ नहीं, बल्कि लॉरेन की लाश ही थी। लेकिन यदि वह लॉरेन की लाश थी, तो उसे पानी में फेंककर भागने की बजाय कोई उसे लेकर स्वयं पानी में क्यों कूद गया।“ एक बार फिर सुयश के शंकित निगा हें प्रोफेसर अलबर्ट पर थीं।

“आप मुझे इस तरह से क्यों देख रहे कैप्टन? उस समय मैंने जितनी भी बातें कहीं थीं, वह सभी बिल्कुल सच थीं और यह बात मैं साबित भी कर चुका हूं।“ अलबर्ट ने फिर से सुयश को सफाई देते हुए कहा।

“पर कैप्टन, जो साया हमारे आगे-आगे भाग रहा था, यदि वो लॉरेन की लाश लेकर भाग रहा था और उसने उसे पानी में फेंक दिया तो यह हादसा तो डेक नंबर 16 पर हुआ था, जो कि यहां से काफी दूर है और ब्रूनो लाश के पास सूंघकर हमें डेक नंबर 12 पर लेकर आया। तो फिर लॉरेन की लाश आखिर डेक नंबर 12 से पानी में फेंकी गई या डेक नम्बर 16 से।“

लारा के विचारों में सोचनीय भाव थे। लारा की इस बात ने तो सुयश के लिए एक सवाल और खड़ा कर दिया। काफी देर तक जब वह कोई और तथ्य के बारे में नहीं सोच पाए तो फिर से उन बातों पर वापस आ गये।
सुयश ने पुनः जेनिथ की ओर इशारा करते हुए कहा- “मिस जेनिथ, क्या आप बता सकती हैं कि लॉरेन कोई अंगूठी पहनती थी या नहीं ?“

“नहीं कैप्टेन, लॉरेन को रत्न विज्ञान में कोई रुचि नहीं थी और ना ही वह किसी प्रकार की कोई अंगूठी पहनती थी।“ जेनिथ ने सुयश को जवाब दिया।

“तो यह भी तो हो सकता है कि उसने शरीर के किसी हिस्से में टैटू बनवा रखा हो। ब्रैंडन ने अपने विचार प्रकट किये।

“जी नहीं ! मैंने तो कभी उसके शरीर पर टैटू का कोई निशान नहीं देखा।“ जेनिथ ने कहा।

“मेरे कहने का मतलब है कि उसके शरीर पर भी किसी तरह का कोई सुराग हो सकता है। जिसकी वजह से कातिल उसकी लाश ले गया।“ अलबर्ट की बातों में दम था।

“आपकी बातें तो मुझे ठीक दिशा में जाती हुई दिखाई दे रही हैं। संभव है कुछ ऐसा ही हुआ हो ? लेकिन इससे एक बात तो बिल्कुल साफ है कि कातिल जो भी है, वह लॉरेन का बहुत खास है और वह शायद उसका बॉयफ्रेंड ही हो।“ सुयश ने कहा।

“लेकिन ये डेक नम्बर 12 और 16 का चक्कर तो कहानी को और ज्यादा उलझा रहा है।“ लारा ने कहा।

“यह भी तो हो सकता है कि पहले लॉरेन के बॉयफ्रेंड का दुश्मन लाश पर कब्जा लेकर, उस सबूतों को अपने पास रखना चाहता हो, और इसी इरादे से वह लॉरेन की लाश के पास गया हो। लेकिन अभी वह तलाशी ले ही रहा हो कि वहां पर लॉरेन का बॉयफ्रेंड आ गया हो, जिसकी वजह से वह दुश्मन स्टोर रूम से भागकर डेक नंबर 12 पर आकर छिप गया हो और उधर लॉरेन का बॉयफ्रेंड लाश को उठा कर डेक नंबर 16 की तरफ गया हो और उसने लाश पानी में फेंक दी हो।“ अलबर्ट के तर्क बहुत सटीक महसूस हो रहे थे।


“आप अपनी बात को स्वयं ही काट रहे हैं मिस्टर अलबर्ट।“ लारा ने बीच में बोलते हुए कहा- “एक तरफ आपने कहा था कि लाश लेकर कोई स्वयं समुद्र में कूद गया था और दूसरी तरफ आप कह रहे हैं कि लॉरेन के बॉयफ्रेंड ने लॉरेन की लाश पानी में फेंक दी हो।“

“देखिये मिस्टर लारा !“ अलबर्ट ने लारा को समझाते हुए कहा- “हमें वास्तविक कहानी की कोई जानकारी नहीं है, इसलिए हम अपने तर्कों द्वारा सिर्फ संभावना व्यक्त कर सकते हैं। हाँ तो मैं कह रहा था।“

अलबर्ट वापस सुयश की ओर मुड़ते हुए बोला- “कि ये भी हो सकता है कि लॉरेन के बॉयफ्रेंड ने शिप के नीचे के फ्लोर पर कहीं किसी रेलिंग से रस्सी जैसा कुछ बांध रखा हो। जब वह लाश लेकर पानी में कूदा तो हम लोग यह समझे कि जो भी चलते शिप से कूदा, वह पानी में डूब गया होगा। जबकि वह नीचे के फ्लोर से बंधी रस्सी पकड़ कर वापस शिप में आ गया हो।“

यह सुनकर किसी के मुंह से कोई शब्द नहीं निकला। जिसका साफ मतलब था कि किसी के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है।

“और कहानी बिल्कुल इससे उल्टी भी हो सकती है। यह भी हो सकता है कि लॉरेन का बॉयफ्रेंड पहले लाश के पास पहुंचा हो और बाद में दुश्मन के आ जाने की वजह से वह डेक नंबर 12 से भागा हो और उसका दुश्मन लॉरेन की लाश लेकर डेक नंबर 16 से पानी में कूदा हो और. ...........।“ कहकर अलबर्ट ने अपने शब्दों को अधूरा छोड़ दिया।

“और.....और.....क्या ? सुयश ने पूछा।

“और यह भी हो सकता है कि उसके दुश्मनों की संख्या अधिक हो और शिप से कुछ दूरी बना कर उनका कोई और शिप या छोटा स्टीमर चल रहा हो। जिससे उन्होंने कूदने वाले आदमी को बचा लिया हो।“ अलबर्ट ने कहा।

किसी और स्टीमर या शिप की बात को सुनकर वहां खड़े सभी व्यक्ति के कान खड़े हो गए। कुछ के चेहरे पर थोड़ी देर के लिए ही सही पर जीवन रूपी खुशी झलकी थी।

अलबर्ट की बात सुनकर असलम थोड़ा सा झुंझला उठा-

“आप संभावना ही व्यक्त करना चाहते हैं तो करिए, पर ये स्टीमर, दूसरा शिप या पनडुब्बी जैसी संभावना मत व्यक्त करिए। क्यों कि यहां पर सभी फंसे हुए हैं। वह कातिल भी और उसके दुश्मन भी। अगर ऐसी स्थिति में आसपास कोई और शिप या स्टीमर होता तो वह सब पहले अपनी जान बचाकर भाग चुके होते। और वैसे भी यह किसी सी.आई.ए. या के.जी.बी. के जासूस की कहानी या कोई साइंस फिक्शन नावेल नहीं है। यह एक रियल लाइफ है।“ असलम ने भड़कते हुए अलबर्ट को अच्छा खासा लेक्चर पिला डाला।

“मिस्टर असलम, मैंने तो यहां पर उड़नतश्तरी जैसी चीज देख ली जो कि शायद करोड़ों आदमियों में से किसी एक ने देखी होगी। तो जब ऐसी चीज दिख सकती है तो फिर यह स्टीमर, शिप या पनडुब्बी की संभावना क्यों व्यक्त नहीं की जा सकती।“

अलबर्ट ने कड़वा सा मुंह बनाते हुए असलम को करारा जवाब दिया। असलम के पास फिलहाल इस बात का कोई जवाब नहीं था।

“आप लोगों को परेशानी के इस दौर में मिल-जुल कर रहना चाहिए, ना कि लड़ते हुए। सो प्लीज, अगर आप सजेशन नहीं दे सकते, तो बोलिए भी मत।“ सुयश ने तुरंत बीच बचाव करते हुए असलम को डांट लगाई।

“हाँ तो मिस्टर अलबर्ट आप कह रहे थे कि लॉरेन का बॉयफ्रेंड लाश के पास पहले गया होगा या फिर बाद में। तो मुझे आपकी बाद वाली संभावना ज्यादा सही लग रही है। क्यों कि ब्रूनो को चकमा देने जैसा काम कोई शातिर अपराधी कर सकता है और वह निश्चित ही लॉरेन का बॉयफ्रेंड रहा होगा। क्यों कि जो व्यक्ति इतनी टेक्नीक से लॉरेन को मार सकता है, वही व्यक्ति ब्रूनो से भी बच सकता है। लेकिन अब सवाल यह है कि यदि लॉरेन का बॉयफ्रेंड लाश के पास पहले गया था और उसके दुश्मन बाद में, तो फिर ब्रूनो को उसके दुश्मनों की महक क्यों नहीं मिली ?“

“यहां पर एक संभावना यह भी हो सकती है कि लॉरेन की लाश उसके दुश्मन कल लेकर भागे थे, जबकि उसका बॉयफ्रेंड आज इस जगह पर आया हो, जब उसे लाश ढूंढने पर ना मिली हो, तो वह डेक नंबर 12 से भाग गया हो और चूंकि बाद में वही आया था, इसलिए ब्रूनो को सिर्फ उसी की खुशबू मिली हो।“ अलबर्ट ने कहा।

“हां यह बात हो सकती है। लेकिन एक बात और समझ में नहीं आई कि आखिर उसके बॉयफ्रेंड ने उसका मर्डर क्यों किया ? सुयश के शब्दों में अभी भी उलझन छिपी थी।

“मुझे तो ये समझ में नहीं आ रहा कि आखिर यह सब बातें उसने मुझसे क्यों छिपाए रखीं ?“ जेनिथ ने धीमे स्वर में कहा।

लेकिन इन सभी बातों का जवाब एक व्यक्ति को छोड़कर, किसी के पास नहीं था। पर इस समय उसके चेहरे पर भी उलझन के भाव थे। शायद कुछ ऐसा था जो कि उसकी समझ में भी नहीं आ रहा था। तभी सुयश को उस रुमाल की याद आई, जो ब्रूनो ने ड्रम के पीछे से ढूंढ कर निकाला था। सुयश ने तुरंत असलम की तरह मुड़कर उसके हाथ में पकड़े रुमाल की ओर इशारा किया।

असलम ने आगे बढ़ कर उस रुमाल को सुयश की ओर बढ़ा दिया। सुयश ध्यान से उलट-पुलट कर उस गहरे नीले रंग के चेकदार रुमाल को देखने लगा। रुमाल से भीनी-भीनी संदल की खुशबू आ रही थी। तभी सुयश की नजर उस रुमाल के ऊपर, दाहिने किनारे पर, बहुत ही खूबसूरत ढंग से, सफेद रंग से कढ़ी एक आकृति पर पड़ी।

आकृति बिल्कुल अंग्रेजी के ‘जे‘ अक्षर की तरह से थी। उस आकृति को देखकर सभी के मुंह से एक ही शब्द निकला-

‘जे‘ “इस ‘जे‘ आकृति का क्या मतलब हो सकता है कैप्टेन?“ लारा ने सुयश की ओर देखते हुए पूछा।

“इसका मतलब कि जो भी लाश को लेकर भाग रहा था या फिर लाश के पास गया था, यह रुमाल उसका है, और उसका नाम ‘जे‘ से शुरू होता है।“ सुयश ने अपना तर्क देते हुए कहा।

अब सभी का ध्यान ‘जे‘ से शुरू होने वाले नामों के बीच घूमने लगा। सुयश के दिमाग में जो नाम सबसे पहले कौंधा, वह था प्राइम सस्पेक्ट का सबसे प्रमुख दावेदार-

“जैक“ “हाँ तो मिस्टर जैक।“ सुयश ने जैक की ओर घूमते हुए उसके चेहरे के आगे रुमाल लहराया-

“कहीं ये रुमाल आपका तो नहीं है? क्यों कि आपका भी निशानेबाजी में तीसरा स्थान था। जो किसी को भी अंधेरे में मारने के लिए बहुत है।“

“मैं..... मैं..... भला लॉरेन को क्यों मारने लगा ?“ जैक ने एकदम से घबराते हुए कहा- “मैं तो उसे ठीक से जानता तक नहीं था और फिर भला उससे मेरी क्या दुश्मनी थी ? जो मैं उसे मारने की सोचता।“





जारी रहेगा.....……✍️
Nice Jack ko prime suspect bana diya gaya hai jabki pahle Taufiq lag raha raha tha, sare possibilities ko check kiya ja raha hai,...
Nice
 

dhalchandarun

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“हो सकता है कि आप ठीक कह रहे हों पर लॉरेन को मारने की वजह तो आपके पास भी थी।“ सुयश की आवाज में शंका के भाव थे।

“मेरे पास!“ जैक ने कांपते शब्दों से कहा।

“जी हां ! आपके पास।“ सुयश ने अपने शब्दों पर जोर देते हुए कहा- “क्यों कि जब आप उस दिन जबरदस्ती जेनिथ के रूम में घुसे थे, तो लॉरेन ने ही फोन पर हमें खबर दी थी। यानि उसी के कारण आप के मंसूबों पर पानी फिर गया था। तो फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि उसी गुस्से में आपने उसे मार दिया हो।“

“मैं ...... मैंने लॉरेन को नहीं मारा और फिर रुमाल पर ‘जे‘ अक्षर का मिलना यह तो साबित नहीं करता कि यह मेरा ही है। इस शिप पर और भी ‘जे‘ अक्षर वाले लोग हैं, आप उनसे क्यों नहीं पूछते?“ जैक के शब्दों में लड़खड़ाहट साफ नजर आ रही थी।

“आप सही कह रहे हैं और भी ‘जे‘ अक्षर वाले हैं।“ यह कहकर इस बार सुयश जॉनी की ओर घूमा ।

“हाँ तो मिस्टर जॉनी। कहीं ये रुमाल आपका तो नहीं है, क्यों कि लॉरेन से आपकी भी वही दुश्मनी थी जो जैक की थी और वैसे भी लाइट ऑन होने पर, लाश के सबसे पास में आप ही थे। आपने उस समय इसका कारण शर्त बताया था। पर अब तो मुझे यह लग रहा है कि आप उस समय झूठ बोल रहे थे और लॉरेन को आप ही ने मारा है।“ सुयश अपने शक की सुई जॉनी पर डालते हुए बोला। जॉनी सभी की आशा के विपरीत जवाब में हंस पड़ा-

“मुझे आपसे यह उम्मीद नहीं थी कैप्टेन। आप तो काफी समझदार लगते हैं। आपको तो पता होना चाहिए कि 0.22 एम.एम. की गोली यदि किसी को इतनी नजदीक से मारी जाए तो उसके चेहरे को पहचानना मुश्किल हो जाता और फिर अगर मैं लॉरेन को मारता तो क्या आप मुझे इतना बेवकूफ समझते हैं कि मैं स्टेज पर खड़ा रहता और सबसे बड़ी बात तो यह है कि अब यह बात तो साफ हो चुकी है कि लॉरेन को उसके बॉयफ्रेंड ने मारा। और अगर मैं लॉरेन का बॉयफ्रेंड होता, तो वह उस दिन, जिस दिन हम उसके कमरे में घुसे थे, बीच-बचाव करती, ना कि आपको फोन करके बुलाती। वैसे एक विशेष बात मैं आपको यह भी बता दूं कि यदि मुझे रिवाल्वर चलाना आता होता तो मैं निशानेबाजी प्रतियोगिता में भाग अवश्य लेता।“

“सबसे पहले आप यह बताइए कि क्या वास्तव में आपको रिवाल्वर चलाना नहीं आता ?“ सुयश ने शंकित स्वर में जॉनी को घूरते हुए पूछा।

“जी नहीं !“ जॉनी ने जवाब दिया।

“तो फिर आपको गोली के व्यास के बारे में इतनी अच्छी जानकारी कैसे है? और आपने यह कैसे जान लिया कि लॉरेन को 0.22 एम.एम. की ही गोली मारी गई थी।“ सुयश ने पुनः जॉनी पर एक नये सवाल का गोला दागा।

“मैंने उस दिन लॉरेन की लाश के पास से बरामद रिवाल्वर को देखा था। वह अमेरिकन मेड ‘कोल्ट‘ कंपनी की रिवाल्वर थी, जिसमें 0.22 एम.एम. की गोलियां ही पड़ती हैं। और रही बात रिवाल्वर और उसमें पड़ने वाली गोली की जानकारी की, तो वो मुझे जैक की रिवाल्वर में रुचि होने के कारण पता है। मैं हमेशा इसी के साथ रहता हूं। इसलिए मुझे भी फायर आर्म्स की अच्छी जानकारी हो गई है।“

सुयश को जब समझ में ना आया कि वह जॉनी से अगला सवाल क्या करे तो फिर वह अगले ‘जे‘ की तरफ घूम गया। और इस बार वह ‘जे‘ थी जेनिथ।

“हां तो मिस जेनिथ, आपका इस रूमाल के बारे में क्या ख्याल है? क्या यह आपका है? क्यों कि कत्ल होने के पहले आप स्टेज पर थीं, परंतु लाइट आने के बाद आप भी स्टेज से गायब थीं। कहीं ऐसा तो नहीं कि आप ही ने अंधेरे का फायदा उठा कर लॉरेन को मार दिया हो।“ सुयश ने जेनिथ को देखते हुए कहा।

“क्या.......? क्या बात कर रहे हैं आप?“ जेनिथ का चेहरा एका एक जैसे दहकने लगा हो-
“मैं भला लॉरेन को क्यों मारूंगी ? वही तो एकमात्र मेरी सबसे प्रिय सहेली थी। मेरी भला उस से क्या दुश्मनी हो सकती है? और अगर मुझे उसे मारना होता तो मैं तो उसे सबसे आसानी से कहीं भी मार सकती थी। फिर भला इतना नाटक करके मैं उसे सबके सामने स्टेज पर क्यों मारती ? और वैसे भी मैं रिवाल्वर चलाना नहीं जानती। मुझे तो इसी बात का अफसोस है कि अगर उसे जान का खतरा था तो उसने मुझसे क्यों नहीं बताया ? उसने सारी बातें मुझसे क्यों छिपाये रखीं ? ............फिलहाल सॉरी कैप्टन, यह रुमाल मेरा नहीं है।“

“हूं........कह तो आप भी सही रही हैं।“ कहकर सुयश ने पुनः आसपास नजर दौड़ाई। पर अब वहां पर खड़े लोगों में से किसी का नाम ‘जे‘ से नहीं था।

कुछ क्षणों के लिए वहां पर एक निस्तब्ध सन्नाटा सा छा गया। इस समय सुबह का 7:00 बज रहा था। सूर्यदेव अपने इंद्रधनुषी रथ को लेकर आसमान में धीरे-धीरे आ रहे थे। समुद्र का पूर्व दिशा का पानी बिल्कुल सुनहरा सा प्रतीत हो रहा था। सारी रात इसी बहसबाजी में खत्म हो चुकी थी। लेकिन शायद बहस अभी खत्म नहीं हुई थी, क्यों कि असलम अब ध्यान से कैप्टन के हाथ में पकड़े रुमाल पर बनी उस ‘जे‘ आकृति को देख रहा था।

“क्या मैं यह रुमाल दोबारा देख सकता हूं कैप्टेन?“ असलम ने सुयश से रुमाल मांगते हुए कहा।

“हाँ....हाँ...... क्यों नहीं ?“ यह कहकर सुयश ने धीरे से रुमाल असलम की ओर बढ़ा दिया। असलम उलट-पुलट कर उस रुमाल को देख रहा था और सुयश उसे आशा भरी नजरों से देख रहा था कि शायद उसे कोई और क्लू मिल जाए।

असलम उस आकृति को ध्यान से देखने के बाद गहरी सांस लेकर बोला-
“कैप्टन आप दावे के साथ यह कैसे कह सकते हैं कि इस रूमाल पर कढ़ी हुई यह आकृति अंग्रेजी वर्णमाला का ‘जे‘ ही है?“

असलम की बात सुनकर सभी सकते में आ गए। अब पुनः सबकी निगा हें रुमाल पर कढ़ी उस आकृति पर थी।

“क्या कहने का मतलब है आपका ? क्या यह आकृति अंग्रेजी का ‘जे‘ नहीं बल्कि कुछ और है?“ सुयश ने असलम की ओर देखते हुए पूछा।

“कैप्टेन क्या आप उर्दू जानते हैं?“ असलम ने सुयश से सवाल के बदले सवाल करते हुए पूछा। “

नहीं !“ सुयश ने नकारात्मक अंदाज में अपना सिर हिलाते हुए जवाब दिया।

“कैप्टन, उर्दू का ‘लाम‘ अक्षर बिल्कुल इसी तरह होता है।“

“लाम! यह लाम का क्या मतलब होता है?“ सुयश ने रुमाल को पुनः ध्यान से देखते हुए पूछा।


“लाम का मतलब होता है कि जिस व्यक्ति का यह रुमाल है, उसका नाम अंग्रेजी के ‘एल‘ अक्षर से स्टार्ट हो सकता है।“ असलम ने कहा।

अब एक नया अक्षर लोगों के सामने निकल कर आ गया था।

“मिस्टर तौफीक! आप भी मुस्लिम हैं, और उर्दू जरूर जानते होंगे। जरा देखकर बताइये कि क्या असलम सही कह रहा है?“ सुयश तौफीक से मुखातिब हो बोल उठा।

“जी हाँ, मिस्टर असलम बिल्कुल ठीक कह रहे हैं।“ तौफीक ने पहली बार रुमाल को ध्यान से देखते हुए कहा।

“हाँ तो मिस्टर लोथार!“ सुयश ने एक बार फिर रुमाल को हवा में लहरा या- “क्या यह रुमाल आपका है? क्यों कि आपका भी नाम ‘एल‘ अक्षर से शुरू होता है, और आपका भी निशाना परफेक्ट है।“

“जी नहीं , यह रुमाल मेरा नहीं है।“ लोथार ने शांत और स्पष्ट शब्दों में जवाब दिया- “और ना ही मुझे उर्दू आती है। यहां तक कि मैं तो लॉरेन से शिप से पहले कभी मिला भी नहीं था।

“आपका क्या ख्याल है मिस्टर लारा ?“ सुयश ने लारा की ओर रुमाल लहराते हुए कहा-
“क्या यह ‘लाम‘ ही हो सकता है?“

“यह सब आप मुझसे क्यों पूछ रहे हैं......सर।“ लारा ने घबराए स्वर में कहा- “कहीं आप मुझ पर तो शक नहीं कर रहे हैं?“

“क्यों आपका नाम भी तो ‘एल‘ से शुरू होता है और फिर लॉरेन की लाश तो आप ही की कस्टडी में रखी थी। हो सकता है कि आपने जानबूझकर स्टोर रुम में ताला ना लगाया हो और लाश आपने ही गायब की हो।“ सुयश के चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कान थिरक उठी।

“मैं.....मैं......भला लाश क्यों ले जाऊंगा ?“ लारा अब पूरी तरह नर्वस हो चुका था-
“अगर मुझे लाश ले जानी होती तो मैं स्टोर रूम में ताला लगा कर भी लाश ले जा सकता था।“

“जरूर ले जा सकते थे, पर तब ताला ना टूटने की स्थिति में सभी का सीधा शक आप पर चला जाता।“ सुयश ने कहा।

“ठीक है मैं आपकी यह बात मानता हूं। लेकिन जिस समय कातिल लॉरेन की लाश को लेकर भाग रहा था। उस समय तो मैं आपके साथ उसका पीछा कर रहा था।“ लारा बोला !

इस बार लारा का तर्क बिल्कुल सही था और सुयश के पास इसका कोई जवाब नहीं था।

“कहीं ऐसा तो नहीं कहा कैप्टेन कि यह रुमाल लॉरेन का ही रहा हो और लाश लेकर भागते समय उसकी जेब से गिर गया हो।“ अलबर्ट ने एक बार फिर अपना सुझाव दिया। सुयश को अलबर्ट की बात जंच गई।

“आप ध्यान से देखिए इस रुमाल को मिस जेनिथ, कहीं ऐसा तो नहीं कि यह रुमाल लॉरेन का ही रहा हो।“ सुयश ने जेनिथ की तरफ रुमाल को बढ़ाते हुए कहा।

“जी नहीं ! मैंने ऐसा रुमाल कभी भी लॉरेन के पास नहीं देखा।“ जेनिथ ने ध्यान से रुमाल को देखते हुए कहा-
“हां यह बात अलग है कि वह सफेद धागे से अक्सर कपड़ों पर कढ़ाई किया करती थी।“

“अब आप सिर्फ इतना बता दीजिए मिस जेनिथ कि क्या लॉरेन को उर्दू आती थी ?“ सुयश ने जेनिथ से एक और सवाल कर दिया।

लेकिन इससे पहले कि जेनिथ कोई और जवाब दे पाती, क्रिस्टी बीच में बोल उठी-

“आती थी। लॉरेन को उर्दू सहित कई और भाषाएं भी आती थीं। नई-नई भाषाएं सीखना तो उसका शौक था।

“लेकिन यह रुमाल लॉरेन का नहीं हो सकता।“ जेनिथ ने रुमाल को गहरी नजरों से देखते हुए कहा- “और ना ही यह रुमाल मेरा हो सकता है।“

“तुम इतने दावे के साथ यह बात कैसे कह सकती हो ?“ सुयश ने जेनिथ की आँखों में देखते हुए पूछा।

“क्यों कि यह रुमाल लेडीज नहीं जेन्ट्स है।“ जेनिथ ने कहा।

जेनिथ की बात सुनकर सभी आश्चर्य से पुनः उस रूमाल को देखने लगे।

“जेनिथ बिल्कुल सही कह रही है।“ तौफीक ने जेनिथ की तरफदारी करते हुए कहा- “क्यों कि इस रुमाल का आकार काफी बड़ा है। जबकि लेडीज हमेशा छोटा रुमाल इस्तेमाल करती हैं।“

“तो अब ये भी फाइनल नहीं हो सकता, कि इस रुमाल पर ‘जे‘ लिखा है या फिर ‘लाम‘।“ सुयश ने कहा।

“एक मिनट रुकिए सर!“ इतना कहकर असलम ने पुनः उस रुमाल को सुयश के हाथों से ले लिया, और दोबारा उसे ध्यान से देखते हुए बोला- “अब यह बात तो मैं पक्के तौर पर कर सकता हूं, कि यह ‘जे‘ नहीं ‘लाम‘ ही है।“

“वो कैसे?“ लारा पूछ बैठा ।

“क्यों कि यह आकृति रुमाल के दाहिने कोने पर, ऊपरी साइड में बनी है।“ असलम ने कहा।

“क्या मतलब हुआ इसका ?“ सुयश ने प्रश्नवाचक शब्दों में पूछा।

“यदि यह अक्षर इंग्लिश में होता तो उसे रुमाल के बाएं कोने पर होना चाहिए था। क्यों कि इंग्लिश बाएं से दाएं लिखी जाती है। जबकि उर्दू दाएं से बाएं। अगर यह अक्षर किसी के नाम का पहला अक्षर है तो यह उर्दू में ही है और ‘लाम‘ ही है।“

असलम के तर्क काफी सटीक लग रहे थे।

“ऐसा जरूरी तो नहीं ।“ अलबर्ट ने असलम की बात को काटते हुए कहा- “क्यों कि कुछ लोग अपने रुमाल पर, नीचे दाहिनी साइड में अक्षरों की कढ़ाई करते हैं।“

“आप बिल्कुल ठीक कह रहे हैं प्रोफेसर।“ असलम ने अलबर्ट के शब्दों का जवाब देते हुए कहा- “कि कुछ लोगों के रुमाल पर नीचे की दाहिनी साइड में अक्षरों की कढ़ाई रहती है। लेकिन किसी भी रुमाल पर इंगिलश का अक्षर ऊपर की साइड में दाहिनी ओर आपको नहीं मिलेगा। ऐसा सिर्फ उसी दशा में संभव है, जबकि अक्षर उर्दू का कढ़ा हो।“

अब सभी असलम के तर्क से सहमत दिख रहे थे। कुल मिलाकर रुमाल से कोई विशेष निष्कर्ष नहीं निकाला जा सका, सिवाय कुछ जटिल तर्को के।

अब सुयश सहित सभी वापस स्टोर रुम में आ गये।





जारी रहेगा......…✍️
Ab bhi murder mystery ka suspense jari hai, letter Urdu ka hai thik hai par murderer kaun hai abhi bhi pata nahi hai.
Abhi suspense aur thrill barkarar hai.
 

dhalchandarun

Everything in the world will come to end one day.
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# 29 .
चैपटर-9 3 जनवरी 2002, गुरुवार, 07:45;

सुयश की निगाहें पुनः स्टोर रूम में इधर-उधर फिरने लगी। वह मन ही मन कुछ तेजी से सोचता भी जा रहा था। एका एक सुयश तौफीक की ओर घूमा और बोल उठा-
“मिस्टर तौफीक, मैं आपसे एक बात पूछना चाहता हूं।“ तौफीक सुयश की ओर देखने लगा।

“आप तो आर्मी में मेजर हैं। आपकी प्रशिक्षण अवधि के दौरान, आपको बहुत सारी चीजें सिखाई गईं होगी। आप यह बताइए कि अगर कुत्ते को अपराधी की गंध सुंघाई जाती है, तो वह हमेशा उसी दिशा में क्यों भागता है? जिधर अपराधी गया है। उधर क्यों नहीं जाता ? जिधर से वह अपराधी आया था।“ यह प्रश्न सुनकर, सभी के चेहरे पर सुयश के प्रति तारीफ के भाव आ गए। क्यों कि इस पॉइंट के बारे में शायद कभी किसी ने नहीं सोचा था।

“क्यों कि जो चालाक अपराधी यह जान जाता है कि उसका पीछा जासूसी कुत्ते द्वारा कराया जा सकता है, वह आगे भागते हुए तो उस कुत्ते से बचने का इंतजाम करता है, परंतु वह जिस दिशा से आया था, मैं दावा कर सकता हूं कि उसने उस तरफ ऐसा इंतजाम नहीं किया होगा।“

सुयश ने ‘दावा ‘ शब्द पर जोर देते हुए, तेजी से अपने सीधे हाथ का मुक्का बना कर, अपने बाएं हाथ के पंजे पर जोर से मारते हुए कहा।

“देखिये कैप्टन! पहली बात तो यह है कि अधिकांशत: कुत्ते को अपराधी की कोई वस्तु, जैसे रुमाल, कपड़ा या कोई अन्य सामान सुंघाया जाता है, जिससे वह अपराधी के भागने की दिशा में जाता है। अगर कभी कुत्ते को वह जगह सुंघाई जाए तो उम्मीद है कि कुत्ता उस तरफ भी जा सकता है, जिधर से अपराधी आया था। लेकिन पुलिस वालों को हमेशा अपराधी पकड़ना होता है, इसलिए वह कुत्ते को उसी दिशा में जाने का इशारा करते हैं, जिस दिशा में अपराधी गया है।
वैसे एक बात और भी होती है, जिसकी वजह से कुत्ते को उस साइड नहीं ले जाया जाता, जिधर से वह अपराधी आया था, और वह वजह यह है कि अपराधी के शरीर की खुशबू, जिस तरफ वह गया है, उधर बढ़ती जाती है। जबकि जिधर से वह आया था, उसकी खुशबू वातावरण में मिलकर गायब होती जाती है। इसलिए भी कुत्ता उसी दिशा में जाता है, जिधर अपराधी गया है।“

इतना कहकर तौफीक चुप हो गया। कुछ सोचकर सुयश ने ब्रूनो को फिर वही जगह सुंघाई, जहां पर लॉरेन की लाश रखी थी और फिर ब्रूनो को ‘बैक‘ का इशारा किया।

इशारा मिलते ही ब्रूनो बहुत तेजी से स्टोर रूम के अगले गेट से निकलकर, गैलरी के एक कोने की ओर दौड़ पड़ा। एक बार फिर सब ब्रूनो के पीछे थे। सुयश की तरकीब काम कर गई थी। ब्रूनो को कातिल की गंध पुनः मिल गयी थी। कुछ आगे जा कर ब्रूनो एक क्षण के लिए रुक गया। ऐसा लगा मानो वह गंध यहां आकर काफी कम हो गई हो।

कुछ क्षणों के बाद ब्रूनो ने अपनी नाक उठाकर जोर-जोर से सूंघा और पुनः धीरे-धीरे एक दिशा की ओर आगे बढ़ना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे चलता हुआ ब्रूनो एक दरवाजे के पास पहुंचकर रुक गया। कुछ देर सूंघने के पश्चात, वह उस दरवाजे पर खरोंच मारने लगा।

उस दरवाजे पर गणित के बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा था- ‘एस-25‘ उस दरवाजे पर ब्रूनो के खरोंच मारते ही जेनिथ का गला सूखने लगा क्यों कि यह रुम उसी का था। ब्रूनो के उस रूम के दरवाजे को खरोंचने का साफ मतलब था, कि अपराधी लॉरेन की लाश के पास, इसी कमरे से निकल कर गया था।

सुयश चूँकि एक बार जेनिथ के रुम में आ चुका था। इसलिए वह तुरंत जेनिथ की ओर घूमता हुआ बोला- “ब्रूनो आपके रूम के दरवाजे पर अपने पंजे क्यों मार रहा है?“

“म....मुझे......क्या पता ?“ जेनिथ एका एक घबराए स्वर में बोली-
“मैं तो स्टोर रूम में आज से पहले कभी गई ही नहीं थी।“

“आप अपने रूम का दरवाजा खोलिए। अभी सच्चाई का पता चल जाएगा।“ ब्रैंडन ने जेनिथ को देखते हुए कहा।

“पर चाबी तो इस समय मेरे पास नहीं है।“ जेनिथ ने कहा।

“चाबी किसके पास है?“ सुयश ने जेनिथ से पूछा।

“मेरे सहयोगी कलाकार डारथी के रूम में।“

“चाबी वहां क्या कर रही है?“ सुयश ने शंकित स्वर में पूछा।

“वो मैं इस रुम में हमेशा ही लॉरेन के साथ रहती थी। लेकिन लॉरेन की मौत के बाद, जाने क्यों मुझे अकेलेपन से बहुत डर लगने लगा। इसलिए मैं अपना कुछ जरूरत का सामान लेकर, बगल वाले रूम में अपने दूसरे सहयोगी कलाकार डारथी के साथ जा कर रहने लगी थी।“ जेनिथ ने शांत भाव से जवाब दिया। सुयश को जाने क्यों जेनिथ सच बोलती हुई दिखी।

“जाइए जाकर पहले इस रूम की चाबी लेकर आइये।“ सुयश ने धीमे शब्दों में जेनिथ को आदेश देते हुए कहा।

जेनिथ तुरंत रुम नम्बर ‘एस-24‘ के दरवाजे पर पहुंच गयी। उसने एक पल के लिए कुछ सोचा और फिर डोर बेल पर उंगली रख दी। थोड़ी ही देर में रुम का दरवाजा खुल गया। दरवाजा खोलने वाली डारथी ही थी। उसकी आंखें देखकर लग रहा था कि अभी सोई ही हुई थी।

बाहर इतनी भीड़ देखकर वह आश्चर्य से भर उठी। लेकिन जेनिथ ने उसे कुछ समझाया और फिर उसके साथ रुम के अंदर चली गयी। बाकी के सभी लोग कुछ दूरी पर खड़े थे। इसलिए उन्हें दोनो की बातें सुनाई नहीं दी।

धीरे-धीरे समय बीतने लगा, पर जब काफी देर तक जेनिथ उस रुम से नहीं निकली, तो सुयश ने धीरे से लारा को इशारा किया। लेकिन इससे पहले कि लारा डारथी के रूम में जाकर, देरी का कारण पता लगा पाता, उसे जेनिथ बाहर निकलती हुई दिखाई दी। जेनिथ का उतरा हुआ चेहरा बता रहा था कि कहीं कोई प्रॉब्लम है?

“क्या हुआ मिस जेनिथ? चाबी कहां है?“ सुयश ने जेनिथ के उतरे हुए चेहरे को देखकर पूछा।

“पता नहीं कैप्टेन! चाबी तो मैंने अपने पर्स में ही रखी थी, पर अब वह वहां पर नहीं है। शायद किसी ने उसे गायब कर दिया है?“ जेनिथ ने डरते-डरते मायूस शब्द में सुयश से कहा।

“मुझे कुछ ऐसा ही शक था।“ सुयश ने शंकित नजरों से जेनिथ को देखते हुए कहा। इसके बाद सुयश लारा की तरफ पलट कर बोला-
“मिस्टर लारा, आप जाइये और रिसेप्शन से जेनिथ के रुम की दूसरी चाबी लेकर आइये।“ लारा , सुयश का आदेश मान तुरंत दूसरी चाबी लाने के लिए चला गया।

“मिस जेनिथ! क्या आपकी फ्रेंड डारथी को भी नहीं पता कि चाबी कहां है? या फिर कोई आपकी गैर हाजरी में आपसे मिलने आया हो।“ ब्रैंडन ने कहा।

“जी नहीं , मैंने यह सारी बातें उससे पूछ ली हैं। रूम में हम लोगों की उपस्थिति में कोई नहीं आया।“ जेनिथ के शब्दों में अभी भी चिंता के भाव थे।

“तो फिर आपके रूम से चाबी कौन निकाल कर ले गया ? सुयश ने कहा।

“मुझे नहीं पता। मैं इस समय स्वयं बहुत उलझन में हूं।“ जेनिथ ने जवाब दिया।

तब तक लारा दूसरी चाबी लेकर आ गया। असलम ने लारा से चाबी लेकर ‘की होल‘ में फंसाई और एक झटके से कमरे का लॉक खोल दिया। असलम ने दरवाजे को धीरे से धक्का दिया।

दरवाजा निःशब्द खुलता चला गया। जेनिथ सहित सभी के दिल इतनी तेजी से धड़क रहे थे। मानों दरवाजा खुलते ही उन पर मौत टूट पड़ेगी। अंदर कमरे में बिल्कुल अंधकार था।
जेनिथ धीरे से मरे-मरे कदमों से अंदर दाखिल हो गई। अंधकार इतना गहरा था कि हाथ को हाथ नहीं सूझ रहा था। जेनिथ के हाथ धीरे से दरवाजे के बांयी साइड वाली दीवार की ओर गया। कुछ देर टटोलने के बाद कुछ बटन उसके हाथ में आ गए। जेनिथ ने एक झटके से खट्-खट् की आवाज के साथ, सारे बटन ऑन कर दिए।

पूरा कमरा दूधिया प्रकाश से नहा उठा। लेकिन उसके बाद जो नजारा सामने आया, उसे देखकर सभी आश्चर्य में पड़ गए। जेनिथ के कमरे का सामान, पूरे कमरे में इस तरह बिखरा हुआ था । मानो किसी ने उसके कमरे की तलाशी ली हो।

“यह सब क्या है? सुयश ने भी कमरे में प्रवेश करते हुए कहा। “पता नहीं? जेनिथ का स्वर उलझा-उलझा सा था- “मैं स्वयं नहीं समझ पा रही हूं कि ये सब क्या है?“

“ऐसा लगता है, जैसे किसी ने तुम्हारे कमरे की तलाशी ली हो।“ असलम ने भी कमरे में प्रवेश करते हुए कहा।

“आप बिल्कुल ठीक कह रहे हैं।“ जेनिथ ने कमरे पर नजर मारते हुए जवाब दिया।

“क्या आप जब कमरे से निकली थीं? तब भी सारा सामान यूं ही बिखरा पड़ा था।“ ब्रैंडन ने पूछा।

“जी नहीं। अगर मेरे रूम से निकलते समय, ये सब बिखरा पड़ा होता, तो कम से कम रूम में प्रवेश करते समय मुझे तो आश्चर्य नहीं होता।“

जेनिथ के शब्दों में अब थोड़ा रोष भी नजर आ रहा था। अब सुयश की निगाहें तेजी से कमरे में बिखरे हुए सामान पर फिरने लगी।

“इसका साफ मतलब निकलता है कि हम लोग सही सोच रहे थे।“ सुयश ने पूरे कमरे पर नजर दौड़ाने के बाद लारा की ओर घूमते हुए कहा-
“लॉरेन का बॉयफ्रेंड ही उसका कातिल है। पहले वह जेनिथ के कमरे में आया। शायद उसे कुछ ऐसे सबूत की तलाश थी, जो उसे फंसवा सकते थे। जब वह सबूत उसे यहां नहीं मिले तो वह उसे ढूंढने लॉरेन की लाश के पास पहुंच गया होगा।“

“हम अब बिल्कुल सही सोच रहे हैं कैप्टन।“ असलम ने भी कमरे पर एक गहरी निगाह मारते हुए कहा-

“लेकिन इससे दो बातें तो बिल्कुल साफ हो जाती हैं। पहली यह कि उसे पता था कि जेनिथ अपने रूम में नहीं है। क्यों कि इस तलाशी को देखते हुए यह साफ लग रहा है कि उसने अपना काम बड़ी तसल्ली से किया है। और दूसरा उसे यह भी पता था कि जेनिथ डारथी के रुम में है और इस कमरे की चाबी जेनिथ के पर्स में है। और यह सब वही कर सकता है जो जेनिथ को ठीक से जानता हो या फिर उसकी एक्टिविटी लगातार देख रहा हो।“

“बिल्कुल ठीक।“ सुयश ने असलम की तारीफ करते हुए कहा।

“कैप्टेन! मैं भी आपको एक बात ध्यान दिलाना चाहता हूं।“ ब्रैंडन ने कहा- “वह यह कि इस समय यहां जितने लोग खड़े हैं, अपराधी इसमें से नहीं है।“

“इस बात के कहने का आपके पास क्या लॉजिक है?“ अलबर्ट ने कहा।

“मेरे कहने का यह मतलब है कि यदि अपराधी इसमें से कोई होता तो ब्रूनो उसकी खुशबू सूंघकर उसे पहचान जाता और वहीं पकड़ लेता। जबकि ब्रूनो खुशबू सूंघकर बाहर की ओर भागा था।“ ब्रैंडन ने अपना तर्क देते हुए कहा।

“मैं तुम्हारी इस बात से सहमत नहीं हूं असलम।“ सुयश ने असलम की बात काटते हुए कहा- “क्यों कि अपराधी बहुत चालाक है। यह भी हो सकता है कि उसने भागते समय, कुत्ते को डॉज देने वाले स्प्रे का सहारा लिया हो। जिसके कारण उसके शरीर की खुशबू छिप गई हो। इसी कारण इन लोगों के बीच खड़े होने के बावजूद भी ब्रूनो कातिल को ना पहचान पा रहा हो।“

सुयश का तर्क इतना वजनदार था कि असलम उसकी बात काट नहीं पाया। उसके बाद सभी ने एक बार फिर कमरे का बारीकी से निरीक्षण किया। पर इन्हें सबूत के नाम पर कमरे से एक तिनका भी ना मिला।

अब सभी लोग धीरे-धीरे कमरे से बाहर निकलने लगे। तभी कैप्टन की नजर सोफे के पास गिरे पड़े सिगरेट के एक टोटे पर गई। सुयश ने वहां रखे टिश्यू पेपर के रोल में से एक टिश्यू निकाल लिया और झुककर उस टिश्यू से सिगरेट का वह टुकड़ा उठा लिया। सिगरेट के बचे हुए टुकड़े पर लिखा ‘ट्रेंच‘ नाम दूर से ही नजर आ रहा था।

“मिस्टर लोथार!“ सुयश ने सिगरेट के टुकड़े को लोथार के चेहरे के सामने करते हुए कहा- “आप किस ब्रांड की सिगरेट पीते हैं?“

“जी... मैं....।“ लोथार ने अचकचाते हुए पूछा।

“जी हाँ..... आप ही।“ सुयश ने हामी भरते हुए कहा।

“ट्रेंच!“ लोथार ने सुयश के हाथ में थमे सिगरेट के टुकड़े को देखते हुए जवाब दिया।

“अभी-अभी मुझे कमरे से यह ट्रेंच नाम की सिगरेट का टुकड़ा पड़ा हुआ मिला है। कहीं जेनिथ के रुम में आप तो नहीं आए थे?“ सुयश ने लोथार को घूरते हुए पूछा।

“जी नहीं। रूम में मैं नहीं आया था और वैसे भी मैं आपको एक बात बता दूं कि ट्रेंच न्यूयॉर्क की फेमस सिगरेट में से एक है। इस शिप पर सफर करने वाले लोगों में से सैकड़ों लोग इस सिगरेट को पीते होंगे, फिर आप ये बात मुझसे ही क्यों पूछ रहे हैं?“ लोथार ने थोड़ा नाराज होते हुए जवाब दिया।






जारी रहेगा.........✍️
Bhai Suyash par hi nisana laga hi do wo bechara ab tak shak ke dayre mein nahi aaya hai ??
Yahan itne log hain aur kisi ko nahi pata hai ki Lauren ka boyfriend Taufiq hai.

Gun se shoot karne ke baad dhuwan ko phunk kar udane ki aadat Taufiq ki hai ye Suyash ko pata hai phir bhi Suyash ne abhi tak ye baat Taufiq se nahi puchha hai.

Ab to ye bhi ho sakta hai ki ek sath is murder mein ek se jayada log shamil ho sakte hain.
 

avsji

कुछ लिख लेता हूँ
Supreme
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बहुत तेजी से एक दूसरे पर उँगलियाँ उठने लगीं हैं।
लेकिन एक बात जो मैंने नोटिस करी है वो यह कि सुप्रीम जहाज अपने अज्ञात अंजाम की तरफ़ बढ़ रहा है - इस बात की परवाह कप्तान और कप्तान के दल में किसी को भी नहीं है। कप्तान साहब तो “मिस मार्पल” वाला खेल खेलने में व्यस्त हैं। उनकी एकमात्र जिम्मेदारी यह है कि जहाज़ को और उसमें यात्रा कर रहे यात्रियों को सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुँचाएँ। लेकिन, लगता है वो इस बेसिक बात को ही भूल गए हैं।
लॉरेन का खून किसने किया वो जानना आवश्यक है, लेकिन तब ही जब जहाज़ में कोई शेष बचता है। अगर क़ातिल और मक़तूल का एक ही हश्र हो गया, तो इस बात का मतलब कहाँ कि किसने किसको मारा?
और सबसे मज़ेदार बात यह है कि सुयश भाई सभी पर उँगलियाँ उठा रहे हैं। उनके हिसाब से सभी ख़ूनी हो सकते हैं। लेकिन, वो भी तो हो सकते हैं! है कि नहीं? कप्तान हैं, इसका ये मतलब नहीं कि वो शक़ से ऊपर हैं।
बढ़िया तीन अपडेट्स! लेकिन कहानी ठहर सी गई लगती है।
 

mistyvixen

Immersing in Extreme Ways (Bourne)
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# 7.
26 दिसम्बर 2001, बुधवार 15:00; “सुप्रीम”

“क्या बात है तौफीक?“ जेनिथ ने धीरे से अपना हाथ तौफीक के हाथ पर रखते हुए कहा-

“तुम मुझसे इतना अलग-अलग सा रहने की कोशिश क्यों करते हो ? ठीक तरह से बातें भी नहीं करते।“ तौफीक ने धीरे से अपना हाथ जेनिथ के हाथ के नीचे से निकालते हुए, कोल्ड ड्रिंक का गिलास उठाया, और होठों से लगा कर धीरे-धीरे चुस्कियां लेने लगा । जब थोड़ी देर तक तौफीक ने कोई जवाब नहीं दिया, तो जेनिथ फिर से पूछ बैठी-

“तुमने मेरी बात का जवाब नहीं दिया तौफीक।“

“जिस आदमी की जिंदगी खुद एक सवाल बन गई हो, वह भला किसी की बात का क्या जवाब दे सकता है।“ तौफीक ने बड़े उलझे हुए शब्दों में कहा ।

“क्या मतलब?“ जेनिथ ने तौफीक से पूछा।

“मतलब तुम समझने की कोशिश नहीं कर रही हो।“ तौफीक ने सपाट स्वर में कहा- “जो तुम सोच रही हो। वह कभी संभव नहीं हो सकता।“

“मैं क्या सोच रही हूं?“ एका एक जेनिथ के चेहरे पर हल्की सी मुस्कान उभरी ।

“यही कि मैं तुमसे प्यार करूं। तुम्हारे साथ शादी कर लूं।“ तौफीक ने एका एक थोड़ा सा उत्तेजित हो कर कहा- “और तुम्हारे साथ पूरी जिंदगी बिताऊँ।“

“थैंक गॉड! कि तुम्हें यह एहसास है कि मैं तुम्हें प्यार करती हूं।“ जेनिथ ने चेहरे पर क्रास बनाते हुए, खुशी भरे स्वर में कहा-

“लेकिन इसमें आखिर बुराई क्या है? क्या तुम किसी और से प्यार करते हो ? या मैं तुम्हें पसंद नहीं .. ...या.......या फिर ......कोई और बात है।“

“बार-बार एक ही बात को मत दोहराओ जेनिथ।“ तौफीक ने झुंझलाते हुए कहा-

“मुझे एहसास है, कि तुम क्या सोच और समझ रही हो। पर तुम इस बात को नहीं जानती, कि मैं इस समय सस्पेंड चल रहा हूं और फिर मेरी जिंदगी का भी कोई भरोसा नहीं है। हर कदम पर हजारों दुश्मन घूम रहे हैं। क्या पता, कब किधर से एक गोली आए और ............।“

लेकिन इससे पहले की तौफीक उसके आगे और कुछ बोल पाता, जेनिथ ने आगे बढ़कर, अपना हाथ तौफीक के होठों पर रख दिया । जेनिथ के चेहरे को देखकर ऐसा महसूस हो रहा था, जैसे वह अभी रो देगी ।

“बस! इसके आगे कुछ मत बोलना।“ जेनिथ एका एक भावुक हो गई-

“तुम्हारे ऊपर आई हर गोली के आगे, मैं अपना शरीर कर दूंगी । पर तुम्हें आंच नहीं आने दूंगी ।“

“मैं तुम्हारे भावनाओं की कद्र करता हूं।“ तौफीक ने जेनिथ का कोमल हाथ अपने मुंह के ऊपर से हटाते हुए कहा-
“पर मैं अपनी जिंदगी के साथ-साथ, तुम्हारी जिंदगी को भी खतरे में नहीं डाल सकता।“

“जब मैं खतरा उठाने को तैयार हूं, तो फिर तुम्हें क्या परेशानी है?“ इस बार जेनिथ ने थोड़ा रोष में आते हुए कहा।

“परेशानी है........ क्यों कि........ क्यों कि......।“ तौफीक एका एक कुछ कहते- कहते चुप हो गया।


“हां......हां......बोलो.....बोलो...... तुम्हें क्या परेशानी है तौफीक?“ जेनिथ ने शायद उसके आगे के शब्द समझ लिए और तौफीक की आंखों में अपने लिए प्यार की भाषा भी पढ़ ली। इसी लिए वह तौफीक को जोश दिलाते हुए बोली। अचानक तौफीक के चेहरे के भाव परिवर्तित हुए और वह फिर उत्तेजित नजर आने लगा-

“क्यों कि मेरे डिक्शनरी में प्यार नाम का, तब तक कोई शब्द नहीं आएगा, जब तक मेरा काम पूरा नहीं हो जाता।“

“तुम किस काम की बात कर रहे हो? मैं समझी नहीं।“ जेनिथ ने उलझे स्वर में तौफीक से पूछा ।

“तुम समझोगी भी नहीं । फिलहाल तो मैं इतना बता दूं, कि मुझे एक बहुत जरूरी काम को सरअंजाम देना है। और इस काम के पहले मैं तुम्हारे बारे में सोच भी नहीं सकता।“ तौफीक ने जवाब दिया ।

“ठीक है! अगर तुम मुझे उस बात के बारे में नहीं बताना चाहते। तो मैं तुम्हें इसके लिए बाध्य नहीं करुंगी। मेरे जिंदा रहने के लिए इतना ही काफी है, कि कभी न कभी तुम मेरे होकर ही रहोगे।“ जेनिथ ने कहा।

“वैसे तब तक के लिए हम एक अच्छे दोस्त बने रह सकते हैं, या नहीं ।“ जेनिथ ने पुनः मुस्कुराते हुए तौफीक की आंखों में आंखें डालकर, अपना दाहिना हाथ आगे बढ़ाते हुए पूछा।

“बेशक!“ तौफीक ने जेनिथ का हाथ थामते हुए कहा-
“लेकिन कब तक? ........पता नहीं ।“

“अच्छा ! अब जब हम अच्छे दोस्त बन ही गए हैं, तो तुम्हारी हर परेशानी मेरी ।“ जेनिथ ने खुश हो कर कहा-

“अब तुम ये बताओ कि तुम्हें सस्पेंड क्यों कर दिया गया?“ कहकर जेनिथ एक क्षण के लिए रुकी। शायद वह अब तौफीक के बोलने का इंतजार कर रही थी । कुछ देर तक तौफीक को न बोलते देख, वह फिर से बोल उठी -

“ठीक है अगर तुम अपने मिशन के बारे में नहीं बताना चाहते, तो मत बताओ। पर दोस्त होने के नाते, कम से कम अपने सस्पेंड होने का कारण तो बता सकते हो । और वैसे भी तुमको पता नहीं है कि मेरे डैड भी फ्रांस की आर्मी में कर्नल की पोस्ट पर हैं। मैं उनसे कह कर तुम्हारा सस्पेंशन ऑर्डर कैंसिल कराने की कोशिश करुंगी।“

“अब कोई चाहकर भी इस मामले में कुछ नहीं कर सकता । क्यों कि मेरे ऊपर, देश के दुश्मनों के साथ मिलकर, गद्दारी करने का आरोप लगाया गया है। यह बात अलग है कि फ्रांस की सरकार, अभी तक इसे पूरी तरह सच नहीं मान रही है। लेकिन कब तक.........सारे सबूत मेरे खिलाफ हैं। एक न एक दिन, सभी लोग इसे सच मान ही लेंगे। फिर मेरा क्या होगा ?“ तौफीक के शब्दों में रोष और निराशा साफ झलक रही थी ।


“अच्छा छोड़ो इन बातों को।“ जेनिथ ने तौफीक को दुखी होते देख, टॉपिक को चेंज करते हुए कहा-

“आओ डेक पर चलते हैं। बाहर मौसम बहुत अच्छा है।“ यह कहकर जेनिथ ने रेस्टोरेंट के बिल पर साइन किया और तौफीक के हाथों में हाथ डालकर, धीरे-धीरे चलते हुए, रेस्टोरेंट के बाहर निकल गई। जेनिथ का हाथ तौफीक के हाथ में देखकर, किसी के चेहरे पर एक कड़वी मुस्कुराहट आई और फिर वह परछाई भी रेस्टोरेंट के बाहर निकल गयी।


चैपटर-3
27 दिसम्बर 2001, गुरुवार, 10:15;
आज मौसम काफी खुशगवार था। परंतु ऐलेक्स के ऊपर मौसम का, आज कोई भी प्रभाव नहीं दिख रहा था। वह बहुत परेशान था, क्यों कि आज तीसरा दिन था, जबसे उसकी क्रिस्टी से बात नहीं हुई थी। वह इन बीते हुए 3 दिनों से क्रिस्टी के पीछे भाग-भाग कर परेशान हो गया था।

पहली बात तो वह जल्दी अपने रूम से निकलती नहीं थी, और अगर निकल भी गयी, तो किसी न किसी के पास खड़े हो कर बातें करने लगती। ऐलेक्स को वह अकेले कभी मिल ही नहीं रही थी।

आज ऐलेक्स सुबह से ही उसके कमरे के बाहर इधर-उधर टहल रहा था। उसने यह निश्चय कर लिया था कि आज वह क्रिस्टी से बात करके ही रहेगा, चाहे इसके लिए उसे कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े। उसे गैलरी में टहलते हुए काफी देर हो गई थी।

तभी ‘खटाक्‘ की आवाज के साथ क्रिस्टी के कमरे का दरवाजा खुला और क्रिस्टी कमरे से निकलकर बाहर आयी। उसने चाबी से रूम को लॉक किया और चाभी को अपनी चुस्त जींस की जेब के हवाले कर दिया । दरवाजा लॉक करने के बाद, उसने सरसरी तौर पर एक नजर गैलरी में डाली । उसकी नजर कुछ दूर खड़े ऐलेक्स पर पड़ी, जो कि लगातार उसी को देख रहा था ।

ऐलेक्स को देख क्रिस्टी ने अजीब सा मुंह बनाते हुए, कुछ बड़बड़ाया । पर ऐलेक्स को वह बातें, दूरी अधिक होने के कारण सुनाई नहीं दी । लेकिन इतना तो वह समझ चुका था कि क्रिस्टी ने उसके लिए कुछ विशेष ‘इटैलियन मंत्र‘ पढ़ा था।

तभी क्रिस्टी गैलरी के दूसरी ओर से डेक की ओर चल दी । ऐलेक्स ने जब उसे दूसरी तरफ जाते देखा, तो वह तेज कदमों से उसके पीछे चल दिया । क्रिस्टी कई गलियों को पार करती हुई, सीढ़ियां चढ़कर डेक पर आ गयी। ऐलेक्स अभी भी उसके पीछे था।

क्रिस्टी ने धीरे से पीछे से आ रहे ऐलेक्स पर एक नजर डाली और फिर किसी की तलाश में, अपनी नजर इधर-उधर घुमाने लगी। ऐलेक्स अब उस से कुछ ही दूरी पर था। तभी क्रिस्टी की नजर सामने खड़े तौफीक व लोथार पर पड़ी। जो कि आपस में बातें कर रहे थे। वह ऐलेक्स से पीछा छुड़ाने के उद्देश्य से तेजी से उन दोनों की तरफ बढ़ गई।

“हैलो मिस्टर तौफीक! हैलो मिस्टर लोथार!“ क्रिस्टी ने दोनों के पास पहुंचते हुए उन्हें संबोधित किया।


“हैलो !“ दोनों ने समवेत स्वर में क्रिस्टी की ओर देखते हुए कहा।

“आप दोनों का निशाना तो गजब का है। क्रिस्टी ने उनकी तारीफ करते हुए कहा-

“बाई द वे! मेरा नाम क्रिस्टीना जोन्स है।“ यह कहते हुए क्रिस्टी ने बारी-बारी दोनों से हा थ मिलाया ।

“मैं तो आप लोगों के निशाने की फैन हो गई। क्या आप मुझको भी निशाना लगाना सिखा सकते हैं?“ यह कहकर क्रिस्टी, सिर्फ दिखावे के लिए, दोनों से बात करने में मशगूल हो गई। उधर ऐलेक्स, क्रिस्टी को तौफीक व लोथार की तरफ जाते देख एक जगह रुक गया।

क्रिस्टी की पीठ ऐलेक्स की तरफ थी। ऐलेक्स गुस्से के कारण मन ही मन में अपने आप पर बड़बड़ाने लगा। उसकी बड़बड़ाहट सुनकर पास से जाती हुई लॉरेन, उसके पास आ गई। “आपने मुझसे कुछ कहा क्या ? मिस्टर....... !“
इतना कहकर लॉरेन ने अपनी बात अधूरी छोड़ दी।

“ऐलेक्स!......मुझे ऐलेक्स कहते हैं।“ ऐलेक्स ने एका एक घबरा कर कहा ।

“ऐलेक्स!..... गुड नेम!.... आप शायद रूस से हैं।“ लॉरेन ने ऐलेक्स में दिलचस्पी दिखाते हुए कहा।

“जी हां ! मिस लॉरेन! आपने बिल्कुल सही कहा।“ ऐलेक्स ने एक नजर लॉरेन पर डालते हुए कहा- “मैं रुस से ही हूं।“

“वाह! आप तो मेरा नाम भी जानते हैं।“ लॉरेन ने ऐलेक्स की भूरी-भूरी आंखों में झांकते हुए कहा ।

“जी हाँ ! आपको मैंने जेनिथ के साथ डांस करते हुए देखा था।“ ऐलेक्स ने तुरंत क्रिस्टी व लॉरेन की मुलाकात का जिक्र गोल करते हुए कहा।

“वैसे आप काफी हैंडसम हैं।“ लॉरेन ने ऐलेक्स की तारीफ करते हुए कहा।

“आपके कहने से क्या होता है?“ ऐलेक्स ने उलझे-उलझे से स्वर में कहा- “जिसको समझना चाहिए, वह तो नहीं समझती।“

“क्या मतलब?“ इस बार लॉरेन ने ऐलेक्स की नजरों का पीछा करते हुए, क्रिस्टी पर नजर डाली।

“ओऽऽऽऽऽ मैं समझ गई।“ लॉरेन ने होंठों को गोल करते हुए, समझने वाले अंदाज में कहा-

“वैसे, उसका नाम क्रिस्टी है। .....मेरी दोस्त है...... आप कहें तो मैं उससे आपकी दोस्ती करवा सकती हूं।“ इस बार पहली बार ऐलेक्स ने गहरी निगाहों से लॉरेन को देखा और मुस्कुराते हुए कहा-

“क्या आप सचमुच उससे मेरी दोस्ती करवा सकती हैं?“

“क्यों नहीं ! यह तो मेरे बांए हाथ का खेल है। पर यह सब करने से मेरा क्या फायदा ?........ मतलब कि यह सब करने से मुझे क्या मिलेगा ?“ लॉरेन ने कहा।

“आपको ! ...... “ ऐलेक्स ने लॉरेन को आश्चर्य से देखते हुए कहा-

“आपको क्या चाहिए?“

“चलिए! ..... मेरी छोड़िए।“ लॉरेन ने एका एक टॉपिक चेंज करते हुए कहा-


“मैं आपकी दोस्ती तो क्रिस्टी से करवा सकती हूं, पर वह अजनबियों से दोस्ती नहीं करती। इसलिए आपको थोड़ा सा नाटक करना पड़ेगा।“

“नाटक! ...... कैसा नाटक?“ ऐलेक्स ने ना समझने वाले भाव से कहा।

“कोई खास नहीं.......। बस आपको ये शो करना होगा कि आप मेरे बहुत पुराने दोस्त हैं।“ लॉरेन ने ऐलेक्स की ओर देखते हुए कहा।

“ठीक है। अगर बात सिर्फ इतनी सी है, तो मुझे कोई ऐतराज नहीं है।“ ऐलेक्स ने सहमति से सिर हिलाते हुए कहा।

“तो फिर ठीक है। मैं उसे अभी बुलाती हूं।“ यह कहकर लॉरेन ने पलट कर क्रिस्टी को आवाज लगाई-

“क्रिस्टी ऽऽऽऽ“ क्रिस्टी जो कि तौफीक से बातें कर रही थी, अपना नाम किसी को पुकारते देख, उधर पलट गयी। लॉरेन को देखकर क्रिस्टी ने वहीं से हाथ हिलाया। तभी लॉरेन ने इशारे से क्रिस्टी को वहां बुलाया। क्रिस्टी , तौफीक व लोथार से इजाजत लेकर लॉरेन की तरफ आ गयी। तभी उसकी निगाह, लॉरेन के साथ खड़े ऐलेक्स पर पड़ी। ऐलेक्स को वहां देख वह आश्चर्य से भर उठी।

“हैलो ! कैसी हो ?“ लॉरेन ने क्रिस्टी से हाथ मिलाते हुए कहा। क्रिस्टी ने जैसे लॉरेन की बात सुनी ही ना हो। उसकी निगाहें अभी भी लगातार ऐलेक्स पर थी।

“ओऽऽऽऽ सॉरी-सॉरी ! मैं तुम दोनों को तो मिलवाना ही भूल गई।“ लॉरेन ने ऐलेक्स की ओर इशारा करते हुए कहा-

“ये हैं..... मेरे पुराने ब्वायफ्रेंड- ऐलेक्स। जिनके बारे में मैं तुम्हें अक्सर बताया करती थी। जिनकी फोटो देखने के लिए तुम मुझसे जिद कर रही थी।“ क्रिस्टी ने आश्चर्य से ऐलेक्स को देखते हुए कहा-

“ये हैं वो ऽऽऽ!“

"जी हाँ ! यही हैं वो।“ लॉरेन के चेहरे पर एक खोखली मुस्कान उभरी। जिसे उसने तुरंत नियंत्रित किया।

ऐलेक्स भी लॉरेन की बात सुनकर आश्चर्य से भर उठा। क्यों कि लॉरेन ने उससे यह नहीं बोला था कि वह उसे ब्वायफ्रेंड बना कर, क्रिस्टी से मिलाने वाली है। पर अब कुछ नहीं हो सकता था। इसलिए ऐलेक्स ने भी क्रिस्टी की ओर अनमने भाव से हाथ आगे बढ़ाते हुए कहा -

“हाय! ......“ क्रिस्टी ने भी धीरे से हाथ बढ़ाकर ऐलेक्स से हाथ मिलाया। परंतु उसके चेहरे पर भी आश्चर्य व उलझन के भाव थे।

“क्या हुआ? तुम्हें इनसे मिलकर खुशी नहीं हुई क्या ?“ लॉरेन ने क्रिस्टी के उलझे हुए चेहरे को देख कर कहा-

“वैसे तो तुम मुझसे बहुत पूछा करती थी।“

“नहीं -नहीं ..... वो बात नहीं है।“ एका एक क्रिस्टी ने सामान्य होते हुए मुस्कुराते हुए जवाब दिया और फिर धीरे से ऐलेक्स के हाथ से अपना हाथ छुड़ाया। जिसे कि वह अब भी कोई कीमती चीज समझ कर पकड़े हुए था।

“अच्छा, अब तुम लोग बातें करो। मैं अभी आती हूं।“ यह कहकर लॉरेन ने धीरे से ऐलेक्स को आँख मारकर क्रिस्टी की तरफ इशारा किया और वहां से उस दिशा की ओर बढ़ गई, जिधर उसने अभी-अभी तौफीक व जेनिथ को जाते हुए देखा था।


“आपने पहले बताया नहीं कि आप ही लॉरेन के ब्वायफ्रेंड हैं।“ क्रिस्टी ने लॉरेन के जाते ही शंका भरे स्वर में ऐलेक्स से पूछा।

“मुझे भी कहां पता था ?“ ऐलेक्स ने क्रिस्टी के पूछते ही एका एक बौखला कर कहा।

“क्या मतलब?“ क्रिस्टी ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा।

“म ...म ... मेरा मतलब है कि मुझे ही कहां पता था कि आप लॉरेन की बेस्ट फ्रेंड हैं।“ ऐलेक्स ने पुनः घबरा कर अपनी बात को सुधारते हुए कहा।

“शायद हमें कहीं बैठकर बातें करनी चाहिए।“ क्रिस्टी ने इधर-उधर देखते हुए कहा।

“वो देखिए, उधर स्विमिंग पूल के पास की कुर्सियां खाली पड़ी हैं। चलिए उधर ही चलते हैं।“ ऐलेक्स ने पास पड़ी कुर्सियों की ओर इशारा करते हुए कहा। दोनों पूल के पास पहुंचकर खाली पड़ी दो कुर्सियों पर बैठ गये।

क्रिस्टी की निगाहें अभी भी, किसी एक्सरे मशीन की तरह, ऐलेक्स के चेहरे का जायजा लेने में लगी थी।
ऐलेक्स बार-बार, इधर-उधर देखने का बहाना बना कर, क्रिस्टी से नजरें चुराने की कोशिश कर रहा था।

“क्या बात है मिस्टर ऐलेक्स?“ क्रिस्टी ने ऐलेक्स के चेहरे पर नजरें गड़ाए- गड़ाए ही पूछा-

“आप कुछ परेशान दिख रहे हैं।“

“नहीं-नहीं ! ऐसी कोई बात नहीं है।“ ऐलेक्स ने अपने माथे पर छलक आए पसीने को रुमाल से पोंछते हुए कहा-

“वो मेरी तबीयत थोड़ी ठीक नहीं है।“

“क्या हुआ आपकी तबीयत को ? अभी कुछ देर पहले तो आप बिल्कुल सही थे।“ क्रिस्टी ने पुनः ऐलेक्स को टटोलते हुए कहा -

“अच्छा छोड़िये। आप यह बताइए कि आपकी लॉरेन से पहली मुलाकात कब और कहां हुई? आप उसे इतने पहले से जानते हैं, फिर भी आपने अभी तक उससे शादी क्यों नहीं की ? पहले आप उससे शिप पर क्यों नहीं मिलना चाहते थे? आपके शिप पर कौन से दुश्मन हैं? जिनकी वजह से आप लॉरेन से पहले बात भी नहीं करना चाहते थे। और फिर एकाएक आज सामने आकर आप मुझसे भी मिल लिए। आप जब लॉरेन के ब्वायफ्रेंड हैं, तो इतने दिनों से मेरे पीछे क्यों पड़े हैं? वगैरह-वगैरह.....।“

क्रिस्टी ने एक साथ ऐलेक्स पर प्रश्नों की बौछार कर दी। ऐलेक्स इतने प्रश्नों को सुनकर अब पूरी तरह नर्वस हो गया था। उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्रिस्टी के प्रश्नों का क्या उत्तर दे? अगर वह सच बोलता है, तो इस बार क्रिस्टी का रिएक्शन क्या होगा ? और झूठ बोलने के लिए उसके पास जवाब ही नहीं हैं ।

वह कुछ देर सोचता रहा । पर जब उसे कुछ समझ में नहीं आया । तो वह धीरे से खड़ा होता हुआ बोला-

“माफ कीजिएगा मिस क्रिस्टी ! अचानक मेरी तबियत कुछ ज्यादा गड़बड़ लग रही है। मैं आपके प्रश्नों का उत्तर, फिर कभी दूंगा। अभी तो मुझे चलकर पहले दवा लेनी होगी।“ यह कहकर ऐलेक्स वहां से चलने लगा।

“एक्सक्यूज मी मिस्टर ऐलेक्स! क्रिस्टी ने ऐलेक्स को पीछे से टोकते हुए कहा-

“अगर आपकी तबियत ज्यादा खराब हो, तो मैं आपको आपके रूम तक छोड़ दूं।“

“नहीं-नहीं । आप बिल्कुल परेशान मत होइए।“ ऐलेक्स ने लगभग जान छुड़ाते हुए, भागने वाले अंदाज में कहा- “मैं धीरे-धीरे चला जाऊंगा।“

“वैसे आपका रूम नंबर क्या है?“ क्रिस्टी ने पीछे से पुकारते हुए कहा-

“मैं आपसे फोन करके, आपकी तबियत पूछ लूंगी।“

“465“ ऐलेक्स ने एक बार पीछे मुड़कर जवाब दिया, और फिर इससे पहले कि क्रिस्टी और कुछ कह पाती, वह तेज-तेज__________ कदमों से चलता हुआ, उसकी आँखों से ओझल हो गया। क्रिस्टी, ऐलेक्स को जाते हुए, अंत तक देखती रही, और फिर उसके होठों पर एक रहस्यमई मुस्कान उभरी।





जारी रहेगा……....:writing:
Bechara Alex pehle kisi ka ex boyfriend ban gaya aur fir Kristy ne uspe sawalon ke bauchar dhag de😂😂

Koi bhi nervous ho jaayega. Kristy bhi simple nhi hai...

Nice update💙... fantasy nhi yeh thriller hai par🙃
 

Raj_sharma

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Badhiya update

Shak ab jenith per bhi ho raha ha bar bar isse loren ke liye sawal kiye jate han lekin ye bolti ha ise pata nahi are dono ek sath ek kamre me rahte the to kuchh to kiren ne bataya higa ya galti se hi uske muh se nikal gaya ho or iske room ki chabi gayab ha iske room ki koi talashi le gaya ise wo bhi nahi pata aisa to nahi ki kuchh chhipa rahi ha ye

Or last me shak ki sui akar ruki lothar per jenith ke room me wo sigret or lothar bhi usi brand ki cigrette pita ba to ye coincidence ha ya yahi ha liren ka boyfriend
Filhaal to jenith hi shak ke gheere me hai bhai, jaisa aapne bhi bola hai, lekin kuch pukhta saboot bhi to nahi, lothaar to ho hi nahi shakta,
Thank you very much for your wonderful review and support bhai :hug:
 

Raj_sharma

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Wow Kia khatarnak character hai shefali. Sahi kaha hai jinki janamjaat aankh nahi hoti unke aur sences bohat tez hotey hai. Coz upar wala bhi har cheez ko balance me rakhta hai jab aankh nahi to uska kaam chalane ke liye sences se diye. Bohat khoob. Mazedar story hai.
Thanks Raaz bhai for your valuable review :thanx:And welcome to the story :welcome: Shefali is story ki jaan hai, jaisa ki aapne bhi padha hai, or aage bhi padhoge to uske dimaak la liha maan jaoge:declare:
 

RAAZ

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# 8.
27 दिसम्बर 2001, गुरुवार, 20:20; “सुप्रीम”

जैक और जॉनी मुंह लटका कर, बियर बार में बैठकर शराब पी रहे थे। “जॉनी !“ जैक ने जॉनी को संबोधित करते हुए कहा।

“हाँ !“ जॉनी ने जैक की आवाज सुन हुंकारी भरी। और फिर व्हिस्की का गिलास होंठों से लगाकर, पीने में मशगूल हो गया।

“यार! हम लोगों ने सोचा था कि शिप पर खूब ऐश करेंगे।“ जैक ने काजू का एक टुकड़ा मुंह में डालते हुए निराशा भरे स्वर में कहा-


“पर यहां तो कहानी ही उल्टी हो गयी। उस कमीने कैप्टन ने तो, उस घटना के बाद से, हम पर नजर रखने के लिए, सिक्योरिटी के आदमी भी लगा दिए। अब तो हम लोग चाह कर भी कुछ नहीं कर सकते।“

“क्यों.... नहीं कर स..क..ते।“ जॉनी ने लड़खड़ाती आवाज में कहा-

“वो सा ऽऽऽला ऽऽऽ कैप्टन हमा... रा ऽऽ क्या बिगा ऽऽड़ लेगाऽऽ और ये सिक्योरिटी वाले.... इनकी तो......।“ यह कहकर जॉनी खड़ा होने का प्रयास करने लगा पर तुरंत जैक ने उसका हाथ पकड़ कर उसे वापस कुर्सी पर बैठा दिया।

“पागल हो गए हो क्या ?“ जैक ने गुस्से में जॉनी को फटकारते हुए कहा-

“अभी तक कम से कम, अपने कमरों से निकलकर, हम लोग घूम तो सकते हैं। पर तुम्हारी यह हरकत हम लोगों को इंटरपोल के हवाले करवा देगी।“

“पुलिस की भी.....।“ जॉनी ने एक गंदी गाली मुंह से निकालते हुए जवाब दिया-

“मैं किसी....से भी नहीं.... डरता ऽऽऽ। मैं जो ऽऽऽ भी चाऽऽहूं ....आज भी .....उसको हाऽऽसिल कर सकता ऽऽ हूं।“

“हासिल कर सकता हूं...।“ जैक ने जॉनी का मखौल उड़ाते हुए कहा-

“हुंह ...! बड़ा आया हासिल करने वाला । वो दिन याद है, जब जेनिथ के कमरे में तुम कैप्टन के सामने हाथ जोड़े, गिड़गिड़ा कर माफी मांग रहे थे। उस दिन क्यों नहीं हासिल कर लिया जेनि थ को। गए थे बड़े जोश के साथ, पर कैप्टन को देखकर सारी हवा क्यों निकल गई?“ जैक के व्यंग भरे शब्द सुनकर जॉ नी का चेहरा नशे और गुस्से के का रण ला ल हो गया ।

“अबे तू .... क्या ऽऽ समझता ऽऽ है, मैं उस दिन कैप्टन.... से डर गया ऽऽ था ऽऽ।“ जॉ नी ने कहा-

“मैं किसी के बाऽऽप से भी नहीं... डरता ऽऽ। और रही बात जेनिथ की .... तो उसे...तो मैं किसऽऽ करके ...दिखा ऽऽ सकता हूं।“

“अबे बैठ जा-बैठ जा।“ जैक ने जॉनी का मजाक उड़ाते हुए कहा-

“ये तू नहीं तेरी शराब बोल रही है। जब उतर जाएगी, तो तू अपने आप लाइन पर आ जाएगा।“

“अबे! तू मुझे शराऽऽबी समझताऽऽ है क्या ऽ?“ जॉनी ने किसी तरह खड़े होते हुए कहा-

“इतनी थोड़ी सी शरा ऽऽब...से मुझ पर कोऽऽई फर्क...नहीं पड़ने वाला ऽऽ। मैं आज भी...जो चाहूं, वो.... कर सकता ऽऽ हूं।“ जॉनी ने जैक को पकड़कर झकझोरते हुए कहा-

“समझ...गया ऽऽ ना ऽऽ मैं कु....छ भी कर...सकता ऽऽऽ हूं।“ जैक ने जॉनी को कुर्सी पर बैठाते हुए कहा-

“अबे वीरान जंगल की गिरी हुई इमारत। पहले ढंग से खड़ा हो ना तो सीख ले, फिर कुछ करने की सोचना।“

“तू मु...झ...से शर्त लगा ऽऽ ले।“ जॉनी ने जैक की तरफ हाथ बढ़ाते हुए कहा- “मैं सबके...सा ऽमने... जेनिथ को... किस क..र..के दिखा ऽऽसकता ऽऽ हूं।“

“और अगर तू ऐसा न कर पाया तो....। “ जैक ने जॉनी का हाथ थामते हुए कहा।

“तो मैं तुम्हें ‘दस हजा ऽऽऽर डॉलर‘ दूंगा.....नहीं तो ऽऽ तुम... मुझे दे देना ऽ।“

“मंजूर।“ दोनों ने हाथ मिला कर एक शर्त की रूपरेखा तैयार कर ली। अगर उन्हें यह मालूम होता, कि उनकी यह छोटी सी शर्त, आगे जा कर कितना बड़ा हंगामा करेगी । तो शायद आज वह शर्त ना लगाते। हाथ मिलाने के बाद जॉनी धीरे से खड़ा होने लगा।

“अबे, शराब के गोदाम। कहां जा रहा है?“ जैक ने जॉनी को संबोधित करते हुए कहा।

“सोचता हूं....एक पैग और....पी लूं ...क्यों कि इ..तने में तो मेरा ऽ दिमा...ग ही नहीं चल रहा ऽऽ है।“ इतना कहकर जॉनी लड़खड़ाते कदमों से बार काउंटर की ओर बढ़ गया।

“लो , इतने से तो चला नहीं जा रहा है और अब एक पैग और लेंगे।“ जैक ने जॉनी पर कमेंट मारा। जैक की निगाहें अब हॉल में इधर-उधर घूम रहीं थीं। तब तक जॉनी एक पैग और लेकर लड़खड़ाते कदमों से अपनी टेबल पर पहुंच गया। वह जैक को इधर-उधर देखते हुए, देख कर बोला-

“इधर-उधर क्या देख रहे हो?“

“बाकी के तीन आदमी ढूंढ रहा हूं।“ जैक की निगाहें अभी भी आसपास घूम रही थी।

“कौ..न से ती..न आऽदमी ?“ जॉनी ने ना समझने वाले भाव से लड़खड़ाते हुए पूछा।

“अबे एक तो मैं हूं। पर बाकी के तीन और चाहिए ना, तुझे उठा कर ले चलने के लिए। क्यों कि एक और पैग पीने के बाद, तू कुर्सी पर तो बैठ नहीं पाएगा।“

“कुछ नहीं....होगा ऽऽ मु..झे। अ...भी इसके...बा ऽद तो मैं... दो, ती..न पैग ..और पी सक..ता हूं।“ जॉनी ने लगभग कुर्सी पर बिछते हुए कहा।

तभी हॉल में जेनिथ ने प्रवेश किया। उसकी निगाह पहले हॉल में इधर-उधर घूमी, उसके बाद जैक और जॉनी पर पड़ी। जेनिथ ने जैक और जॉनी को देखकर ऐसे मुंह बनाया, जैसे उसके मुंह में किसी ने कुनैन की गोली रख दी हो। फिर वह एक खाली टेबल पर जा कर बैठ गई। उसकी निगा हें दरवाजे पर थीं।

थोड़ी देर बाद हॉल में तौफीक ने भी प्रवेश किया। तौफीक, सफेद शर्ट और ब्लैक ट्राउजर पहने था। तौफीक ने भी इधर-उधर नजर दौड़ाई। उसकी निगाहें एक टेबल पर अकेले बैठी जेनिथ पर पड़ीं। तौफीक ने हाथ के इशारे से जेनिथ को वहीं रुकने को कहा और फिर वह बार काउंटर की ओर बढ़ गया। पर जैसे ही वह जॉनी की टेबल के पास से गुजरा। जॉनी ने हाथ बढ़ा कर तौफीक का हाथ पकड़ लिया और बोला-


“ऐ वे.ट.र मेरे लि..ए एक पैग और...ले..क..र आओ।“ तौफीक ने पहले एक नजर जॉनी पर डाली फिर उसके उस हाथ पर जो अब भी तौफीक का दाहिना हाथ पकड़े था।

“सु..ना ऽऽई नहीं दे..ता क्या ? जो अ..भी तक.. यहीं प..र खड़ा ऽऽ है?“ जॉनी ने पुनः मिचमिचाती आँखों से तौफीक को देखने की असफल कोशिश करते हुए कहा। इससे पहले कि और को ई कुछ समझ पाता, तौफीक का बांया हाथ बहुत तेजी से चला और ‘धड़ाक ऽऽऽ‘ की आवाज के साथ, जॉनी के चेहरे का पोस्टर बना गया। जॉनी कुर्सी समेत वहीं फर्श पर गिर पड़ा।

सभी कुछ इतनी तेजी से हुआ कि जैक को कुछ भी समझने का मौका नहीं मिला। जॉनी के गिरने की आवाज सुनकर हर आदमी उधर देखने लगा। जेनिथ भी यह देखकर दौड़कर तौफीक के पास आ गई। उधर देख रहा हर आदमी वहां के हालात को समझने की कोशिश कर रहा था।

“ये आदमी तुम्हारे साथ है मिस्टर जैक।“ तौफीक ने इस बार सामने की कुर्सी पर बैठे जैक को संबोधित करते हुए कहा। जैक ने सहमति से सिर हिलाया।

“ये जब होश में आ जाए, तो इसे समझा देना कि इतना ना पिये कि आदमी ना पहचान पाये।“ यह कहकर तौफीक, जेनिथ का हाथ पकड़कर वहां से दूर हट गया।

तौफीक के जाते ही जैक झटके के साथ, अपनी कुर्सी से उठा और गिरे पड़े, बेहोश जॉनी को उठाने की कोशिश करने लगा। “अब तो लगता है, सचमुच ही 3 आदमी की और व्यवस्था करनी पड़ेगी।“ वह मन ही मन बुदबुदाया।

28 दि सम्बर 2001, शुक्रवार, 11:10;
इस समय और जैक और जॉनी दोनों ही अपने कमरे में बैठे थे। जॉनी की नाक पर मल्टी प्लाई का निशान बनाती हुई, 2 ‘बैंड-एड‘ लगी हुई थी। तौफीक के मुक्के से, जॉनी का गाल भी अंदर से कट गया था।

“अब आया समझ में।“ जैक ने जॉनी को समझाते हुए कहा-

“मैं तो पहले ही कह रहा था, कि कम पी। पर मेरी बात तब तुम्हारी समझ में नहीं आई थी। अब तो हो गई तसल्ली। पड़ गई दिल को ठंडक।“ जैक ने एक क्षण रुककर जॉनी के गुस्से भरे लाल चेहरे को देखा और फिर बोलना शुरू किया–

“और एक बात और ठीक से सुन ले। वो जो तौफीक है ना, वो जेनिथ का ब्वायफ्रेंड है। अब तक जेनिथ ने उसे पहली वाली घटना के बारे में भी बता दिया होगा। और तुमने उसका निशाना तो देखा ही है। अगर अंधेरे में भी गोली मारेगा तो सीधी तेरी खोपड़ी में ही लगेगी। इसलिए अब भूल जा जेनिथ को और चुपचाप मुझे दस हजार डॉलर दे दे।
क्यों कि अगर तू शर्त पूरी करने में लगा तो मुझे पूरा विश्वास है, कि तू फिर कभी जमीन नहीं देख पाएगा। और मुझे तेरी लाश भी समुद्र के हवाले करनी पड़ेगी। फिर तेरे बाद तेरे सारे रुपए भी मेरे हो जाएंगे। इसलिए ये ले बोतल और पूरी पीकर चुपचाप सो जा। क्यों कि अब ये शर्त पूरी करना, तेरे बस के बाहर की बात हो गयी है।“

यह कहकर जैक ने जॉनी की ओर बोतल बढ़ा दी। जॉनी कुछ देर तक शून्य में देखता रहा। फिर उसने बोतल उठा कर उसका ढक्कन खोला और मुंह से लगा कर गटा गट, नीट ही सारी शराब अपने हलक में उतार ली।

“बस! खत्म हो गई तेरी बकवास। तू क्या समझता है कि जॉनी अब बेकार हो गया। उसमें आऽज भी वही.. दि..माग और ताक..त है...जो पहले थी। इसलिए पीछे नहीं हटूंगा ऽऽ। शर्त तो ऽऽ मैं पूरी...करके ही रहूंगा। और बहुत...अच्छा ऽऽ हुआऽ जो ..तूने..मुझे.. यह...बताऽऽ दिया ऽऽ कि जेनिथ, तौफी...क की गर्लफ्रेंड है। अब...तो सा ऽऽऽले तौफीक से भी...तो... ब..दला लेना ऽ है।“ यह कहकर जॉनी खड़ा होने लगा, पर लहरा कर, वह ठिठक गया। जैक ने यह देखकर तुरंत जॉनी को सहारा दिया।

“अबे क्यों अपनी जान का दुश्मन बना हुआ है।“ जॉनी ने कहा- “कह रहा हूं ना, कि तुझसे नहीं होगा।“

“होगाऽऽऽ। जरूऽऽऽर होगा ऽऽ।“ यह कहकर जॉनी इस बार जोश के साथ खड़ा हो गया और फिर धीरे-धीरे कमरे के दरवाजे की ओर बढ़ा। इस बार जैक ने भी उसे नहीं रोका। जॉनी के कदमों में लड़खड़ाहट थी। लेकिन फिर भी वह दरवाजा खोल कर बाहर निकल गया। उसके बाहर निकलते ही जैक के चेहरे पर एक मुस्कुराहट उभरी-

“जा भाई जा। देखें तो आखिर कौन सी तरकीब लगा रहे हो तुम?“




जारी रहेगा...…….. :writing:
2 Interpol ke bhagode to expose ho gaye ab bache huay bhi in dono ki harkato se na expose ho jaye isi liye kaha jata hai bhai utni piyo jitni pach jaye
 

Raj_sharma

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Nice Jack ko prime suspect bana diya gaya hai jabki pahle Taufiq lag raha raha tha, sare possibilities ko check kiya ja raha hai,...
Nice
Thanks for your valuable review and support dhalchandarjun bhai, abhi aage or bhi suspence or thrill hai, or bhayankar mystery bhi,
 

Raj_sharma

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Ab bhi murder mystery ka suspense jari hai, letter Urdu ka hai thik hai par murderer kaun hai abhi bhi pata nahi hai.
Abhi suspense aur thrill barkarar hai.
Bilkul bhai, abhi mystery badhne wali hai, :approve: Thank you very much for your valuable review and support :hug:
 
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