• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest हाए मम्मी मेरी लुल्ली (Completed With gifs)

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,186
48,815
219
"क्यों ना आज फिल्म देखने चलते हैं …. शाम का शो देखते हैं …. कितना टाइम हो गया है फिल्म देखे हुए …. और फिर खाना भी आज बाहर खाते हैं …. क्या कहते हो?" सलोनी गाड़ी को पार्किंग से निकालती बोलती है |

"मेरा बिल्कुल भी मूड नही है आज फिल्म देखने का .... फिर कभी जाएँगे फिल्म देखने मम्मी ... अभी तो घर चलते हैं" राहुल फट से बोल उठा |

"उउउम्म्म्ममम ..... सब समझती हूँ मैं ........ तुझे घर जाने की जल्दी क्यों है और तेरा मूड फिल्म देखने का क्यों नही है!"

"नही मम्मी, मैं तो ऐसे ही बोल रहा था .... आज सच मैं फिल्म देखने का दिल नही कर रहा"

"मुझे मालूम है तेरा दिल किस लिए मचल रहा है.......फिल्म देखने का दिल नही कर रहा......... वैसे तू हमेशा अपने डैडी का दिमाग़ ख़ाता है कि सिनेमा जाना है, सिनेमा जाना है और अब जब मैं तुझे लेकर जा रही हूँ तो तुझे नखरे आ रहे हैं...........तू तो बस चाहता है के जल्दी से जल्दी घर जाएँ और तू मेरा काम कर सके"

"ऊऊफफफफू मम्मी आप तो बात का बतंगड बना लेती हो. मैं ऐसा वैसा कुछ नही चाहता......... मैने सुबह से आराम नही किया , थक गया हूँ, मुझे नींद भी आ रही है"

"अभी थक गये हो ..... नींद भी आ रही है ...... और घर पहुँचते ही तुम्हारी नींद और थकान सब गायब हो जाएगी और तू सीधा मेरे कपड़े उतार कर मेरे उपर चढ़ जाएगा"

"मम्मी आप बहुत बुरी हो......"

"अच्छा सच में! अच्छा यह बता मैं झूठ बोल रही हूँ कि तू घर जाते ही मुझ पर टूट नही पड़ेगा और मुझे नंगी करके मेरे उपर नही चढ़ेगा"

"हाँ आप बिल्कुल झूठ बोल रही हैं ........ मैं .... मैं ...... आपके .... उपर नही .... नही चढ़ुंगा"
 
Last edited:

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,186
48,815
219
"यकीन नही होता .... मुझे लगता है तुम झूठ बोल रहे हों .... तुम बहुत चलाक हो राहुल ... अगर तुम मुझ पर नही चढ़ोगे तो ज़रूर तुम मुझे अपने ऊपर चढ़ा लोगे .... घर जाते ही अपने खड़े खंबे पर मुझे बैठाकर मुझसे उठक बैठक लगवाओगे ........ क्यों सच कह रही हूँ ना"

"आप सिनेमा ही चलिए ........ वैसे भी आपने फ़ैसला कर ही लिया है तो बदलेंगी थोड़े ना"

"नाराज़ क्यों होता है ....... अभी घर जाकर क्या करना है ...... और आज मेरा मूड भी नही है खाना बनाने का ...... पूरी रात पड़ी है जितना चाहे मज़ा लूट लेना मेरे बलमा ....... "

सलोनी राहुल को बलमा कह कर पुकरती है तो वो उसकी और देखता है | सलोनी भी उसकी और देख कर उसे आँख मारती है | राहुल के लाख रोकने पर भी उसके होंठो पर मुस्कराहट लौट आती है | वो अपना चेहरा घुमा कर कार की विंडो से बाहर देखने लग जाता है | सलोनी हंस पड़ती है |

"हायईई ........... क्या अदाएँ हैं जालिम की" सलोनी हँसती हुई कहती है |

जब सलोनी और राहुल सिनेमा पहुँचते हैं तो फिल्म स्टार्ट होने ही वाली थी | दोनो टिकेट्स लेकर बाल्कनी में जाते हैं | एक आक्षन फिल्म थी और उसका भी लास्ट वीक चल रहा था इसलिए सिनेमा में कुछ खास रश नही था | राहुल अपनी मम्मी के पीछे पीछे पोप कॉर्न पकड़े चल रहा था | रह रह कर उसका ध्यान अपनी मम्मी की गांड पर चला जाता जिसके उभरे होने के कारण सलोनी का कुर्ता पीछे से उपर को उठा हुआ था | सिनेमा में ज़्यादातर लोग बैठ चुके थे | ज़्यादातर जोड़े थे और सब एक दुसरे से दूर दूर ही बैठे थे | टिकेट चेकर ने उनसे कहा कि क्योंकि सिनेमा में रश नही है वो कहीं भी बैठ सकते हैं | सलोनी सर घूमा कर चारों और चेक करती है तो उसे एक तरफ़ कुछ सीट्स खाली दिखाई देती हैं | उन दोनो के बीच में बैठने के बाद भी दोनो तरफ की काफ़ी सीट्स खाली पड़ी थी | उनसे उपर की कतार में एक जोड़ा उनसे काफ़ी दूर दाएं और बैठा था जबकि उनसे दो कतार नीचे एक जोड़ा बाईं और को बैठा था और लगभग उनके सामने था |

हॉल में अंधेरा छा जाता है और फिल्म शुरू हो जाती है | कुछ ही पलों बाद जब सब कुछ सेट हो जाता है तो राहुल पोप कॉर्न का पैकेट खोल लेता है और उसे अपनी मम्मी की और बढ़ा देता है | दोनो माँ-बेटा पॉपकॉर्न खाते फिल्म देखने लगते हैं | फिल्म शुरू हुए अभी पाँच मिनिट ही बीते थे कि हॉल से कपड़ों की सरसराहट आने लगती है | चारों तरफ से, बिल्कुल धीमी धीमी आवाज़ें आनी लगती हैं | कुछ आवाज़ों को सुनकर राहुल को लगा जैसे कोई अपनी ज़िपर खोल रहा था | राहुल के दिल की धड़कने बढ़ने लगी थी | वो अच्छी तरह से जानता था कि हॉल सुरू कपड़ों के सरसराने, ज़िपर खुलने की आवाज़ों और फुसफुसाती आवाज़ों का क्या मतलब था | उसके जिस्म सुरू सिहरन सी दौड़ रही थी |
 
Last edited:

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,186
48,815
219
तभी अचानक स्क्रीन पर एक तेज़ रोशनी का सीन आता है और तेज़ रोशनी में अचानक राहुल का ध्यान अपने से नीचे बैठे जोड़े पर चला जाता है | लड़का अपना हाथ लड़की की गर्दन में लपेटे हुए था और उसका वो हाथ हल्का हल्का हिल रहा था | शायद वो उसके मुम्मे को मसल रहा होगा, राहुल सोचता है | उसकी पेंट में उसका लंड नाज़ाने कब का सख्त हो चुका था और उसकी गोद में बड़ा सा टेंट बना हुआ था |

राहुल ध्यान लगाकर अपने सामने बैठे लड़के लड़की को देखने लगता है | कुछ पलों तक तो उसे खास नज़र नही आता मगर जब उसकी आँखे अंधेरे में सेट हो जाती हैं तो वो उन्हे और उनकी हरकतों को बड़े अच्छे से देख और समझ सकता था | मगर इसके लिए अब उसे स्क्रीन से ध्यान हटाना था क्योंकि स्क्रीन पर नज़र मारने के बाद फिर से काफ़ी समय बाद जाकर उसकी आँखे अंधेरे में देखने काबिल होती थी |

राहुल का सारा ध्यान अपने सामने वाले जोड़े पर ही था | लड़का लड़की के मुँह को अपनी और खींच कर उसके होंठो को चूमने लगता है | कुछ देर बाद लड़की भी अपने आशिक़ के गले में बाहें डाल उसके चुंबन का ज्वाब ज़ोर शोर से देने लगती है |
tenor.gif

क्योंकि अब दोनो का रुख़ आमने सामने की और था इसलिए राहुल उनके बीच में देख सकता था | जब दोनो के मुँह अलग होते हैं तो राहुल साफ तौर पर लड़के को लड़की के दोनो मुम्मों को मसलते देख सकता था | जिस तरह वो दोनो किसी द्वारा देखे जाने की परवाह किए बगैर एक दूसरे को चूम चाट रहे थे लगता था वो काफ़ी समय से वहाँ आ रहे थे | बल्कि वहाँ लगभग सभी जोड़े ऐसे ही आपस में गुथमगुथा थे | शायद फिल्म देखना उनके लिए बहाना भर था | राहुल खुद भी उस जोड़े को बड़े गौर से देख रहा था, अंधेरे में उनकी एक एक हरकत को पड़ने की कोशिश कर रहा था |

लड़का लड़की काफ़ी देर ऐसे ही चूमा चाटी करते रहे | जब भी उनके चेहरे अलग होते तो लड़का लड़की के मुम्मों को मसलने लगता | इस बार जब उनका चुंबन टूटा तो लड़के ने लड़की का हाथ पकड़ा और उसे अपने लंड पर रख दिया | लड़की तुरन्त उसे पेंट के ऊपर से सहलाने लगी | दोनो के बीच इसी तरह चूमा चाटी और एक दूसरे के अंगो को सहलाने का दौर चालू था | तभी राहुल देखता है लड़का लड़की के सीने पर सर झुकाता है और उसके मुम्मों को कपड़े के ऊपर से चूसने लगता है | राहुल अपनी आँखो का पूरा ध्यान लगा देता है और वो लड़की की शर्ट में लड़के का हाथ घुसता देख लेता है | शायद वो उसके मुम्मे को बाहर निकालने वाला था, नही नही वो ऐसा नही कर सकता था जा फिर उसे उसकी ब्रा के अंदर मसलने वाला था जा फिर हो सकता है उसकी ब्रा हटाकर उसके मुम्मे को चूसने वाला था | इससे उसके होंठो और लड़की के मुम्मों के बीच सिर्फ उसकी शर्ट का ही परदा रह जाता | खैर इससे पहले कि राहुल देख पता कि आगे क्या होने वाला है और वो जोड़ा क्या गुल खिलाने वाला है, सस्पेंस फिल्म की तरह सिनेमा की लाइट्स जल उठती हैं, इंटर्वल हो गया था | लड़का लड़की झटके से अलग होकर सामने को मुँह करके बैठ जाते हैं | सिनेमा में शोर मचने लग जाता है | राहुल बहुत निराश हो जाता है | वो देखना चाहता था कि लड़का लड़की आगे क्या करते हैं |

उसे सब्र नही हो रहा था मगर अब उसे इंतेज़ार करना ही था, जब तक इंटरवल खत्म ना हो जाता और सिनेमा की बत्तियां फिर से बुझ ना जाती | राहुल ठंडी आह भरता अपना सर घूमाता है |

उसकी नज़र सीधी सलोनी के चेहरे पर पड़ती है | वो कुर्सी की पीठ पर अपनी कुहनी रखकर उसकी तरफ़ मूडी हुई थी और बड़े गौर से बिना पल्क झपकाए उसे ही देख रही थी | राहुल को झटका सा लगता है | वो उस जोड़े की हरकतों में इस कदर खो गया था कि उसे अपनी मम्मी की मौजूदगी का एहसास ही नही रहा था | उसे यकीन नही हो रहा था कि वो भूल गया कि वो अपनी माँ के साथ आया था | सलोनी राहुल को देखती अपनी भवें नचाती है जैसे पूछ रही थी कि क्या हो रहा है | राहुल को कोई ज्वाब नही सूझता | तभी सलोनी की नज़र उसके चेहरे से होते हुए नीचे उसकी गोद में जाती है और वो अपना सर हिलाती है | राहुल तुरन्त अपनी गोद में देखता है | उसकी आँखे फैल जाती हैं | उसने अपने हाथ में अपना लंड पकड़ा हुआ था और उसे पेंट के उपर से मसल रहा था | राहुल का चेहरा शर्म से लाल हो जाता है | वो तुरन्त अपने लंड से अपना हाथ हटा लेता है |
 
Last edited:

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,186
48,815
219
"वो लड़का क्या शर्ट के ऊपर से उसके मुम्मे चूस रहा है ?" अचानक उसके कान के पास सलोनी धीरे से सरगोशी करती है | राहुल को झटका सा लगता है | उसकी साँस कुछ पलों के लिए जैसे थम सी जाती है | वो कुछ बोल नही पाता |

"मुझे लगता है जैसे वो उसके मुम्मे को नंगा करके चूस रहा है .... मगर लड़की की शर्ट तो उसके बदन पर पूरी मोजूद है" सलोनी राहुल के कान में फुसफुसा कर बोलती है | उसके होंठ राहुल के कान की लौ को चूम रहे थे |

"वो ... उसने शर्ट को उपर नही उठाया है बल्कि उसके सामने का बटन खोलकर उसकी शर्ट को उसके ...... उसके दूध की तरफ़ खींचा है और जहाँ से बटन खोला है वहाँ से मुँह लगाकर चूस रहा है" इस बार राहुल बोल उठता है | वो बहुत गरम हो चुका था | एक तो सामने उस लड़के और लड़की की प्रेमलीला का असर था और उपर से उसके कान, उसके गालों से टकराती उसकी मम्मी की गरम महकती साँसे उसका बुरा हाल कर रही थी | उसके लंड ने पेंट में तूफान खड़ा कर दिया था |

"लड़की ने ब्रा नही पहनी या उसने निकाल दी है जा फिर ब्रा के उपर से चूस रहा है .... यहाँ से साफ साफ नज़र नही आ रहा" सलोनी फिर से फुसफुसाती है |

"नही वो उसने निकाली नही है, उपर चढ़ा दी है और उसके दूध को नंगा करके चूस रहा है" राहुल धीरे से बोलता है | उसकी साँस बहुत गहरी हो चुकी थी | सलोनी एक तरफ़ से उसकी और मुड़कर उसके उपर झुकी हुई थी और उसका एक भारी मुम्मा राहुल के कंधे में चुभ रहा था | राहुल अपने हाथों को आपस में बाँध कर रखे हुए था क्योंकि उसे खुद पर भरोसा नही था कब उसका हाथ उठ कर अपनी मम्मी के मुम्मे को दबोच ले और वो नही जानता था सिनेमा में उसकी किसी ऐसी वैसी हरकत को वो कैसे लेगी | काफ़ी देर दोनो चुप रहते हैं | सामने लड़का बदस्तूर लड़की के मुम्मों को चूसे जा रहा था |

"मुझे वहम हो रहा है जा उस लड़की का हाथ सच में हिल रहा है" सलोनी फिर से फुसफुसाती है |
 
Last edited:

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,186
48,815
219
"नही सच में हिल रहा है ..... उपर नीचे हो रहा है" राहुल धीमे से बोल उठता है | उसका लंड इतना अकड़ चुका था कि उसे पेंट में बुरी तरह फसे होने के कारण वो दर्द कर रहा था |

"उपर नीचे .... ज़रूर उसका लंड सहला रही है ...... है ना ....." सलोनी राहुल के कान में सरगोशी करती बोलती है |

"हूँ मम्मी" वो बस इतना ही बोल पाता है |

"पेंट के उपर से मसल रही है जा बाहर निकाला हुआ है" सलोनी राहुल की जान निकालने पर तुली हुई थी |

"बाहर निकाला हुआ है ...... पूरा बाहर है" राहुल के गले से भरभराती सी आवाज़ निकलती है |

"देख तो कैसे वो उसका मुम्मा चूस रहा है और दूसरे हाथ से मसल भी रहा है ....... और वो कैसे उसके लंड को मसल रही है .... हाययययईई ........ कितना मज़ा कर रहे हैं दोनो" सलोनी एक लंबी सिसकी राहुल के कानो में लेती है और फिर अपना हाथ पेंट में उसके उभार पर रख देती है |

"उफफफफ्फ़ तेरा तो बहुत अकड़ा हुआ है ........ लगता है तुझे उन दोनो को देख कर बहुत मज़ा आ रहा है" सलोनी एक हाथ से राहुल के लंड को सहलाती

31445

उसके कान की लौ चुभलाती है और दूसरे हाथ में उसका हाथ पकड़ अपने मोटे तने मुम्मे पर रख देती है और उसे दबाती है | राहुल अपने हाथ में सलोनी के कड़े निप्पल की चुभन को महसूस कर सकता था |

"सारा मज़ा अकेले अकेले ही ले रहे हो ...... मेरा ख़याल कौन करेगा"
 
Last edited:

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,186
48,815
219
राहुल अपना हाथ जब अपनी मम्मी के मुम्मे पर हल्का सा कस कर उसे हल्का सा दबाता है तो सलोनी के मुँह से 'उन्ह' करके हल्की सी सिसकी निकल जाती है | राहुल मुम्मे की कोमलता सलोनी की ब्रा और कुर्ते के उपर से महसूस कर सकता था | उसके मुम्मे उसके जिस्म का सबसे खूबसूरत गहना थे | जितना स्पर्श करने पर वो कोमल और नरम महसूस होते थे, दबाने पर उतने ही कठोर महसूस होते थे | राहुल पंजा फैला कर सलोनी के ज़्यादा से ज़्यादा मुम्मे को हाथ में समेटने का प्रयतन करता है | स्लोनी का कड़ा निप्पल बार बार उसकी हथेली को रगड़ रहा था | अकड़े हुए निप्पल की वो रगड़ माँ-बेटे दोनो के जिस्मो में सिहरन पैदा कर रही थी |

राहुल और सलोनी दोनो एक दूसरे की तरफ़ झुके हुए थे और उनके सर आपस में जुड़े हुए थे, इसलिए पीछे से सिर्फ उनके जिस्म की हलचल दिखाई देती थी मगर वो कर क्या रहे थे यह मालूम नही चलता था | सलोनी का हाथ धीरे धीरे पेंट के उपर से राहुल के पुरे लंड को सहला रहा था |

31445

वो दोनो एक दुसरे के साथ का मज़ा ले रहे थे ना कि सामने वाले जोड़े की तरह किसी जल्दबाज़ी में थे | राहुल मुम्मे को सहलाता हुआ एक बार उसे कस कर दबा देता है तो सलोनी 'हाए' कर सिसक उठती है |

"इतना ज़ोर से मत मस्लो बेटा ...... मेरी चीख निकल जाएगी ...... घर जाकर जितना मर्ज़ी मसल लेना" सलोनी राहुल के कान में सरगोशी करती है |

"आप अभी ऐसा कह रही हो .......... घर जाकर कुछ और कहने लगोगी" राहुल मुम्मे को प्यार से पुचकारते हुआ कहता है |

"शर्म नही आती इस तरह झूठ बोलते हुए .......... कितना मसला है तुमने मेरे दुधो को ..... भूल गये कल रात दो बार ली थी तुमने मेरी ....... और .... और आज सुबह सुबह फिर से मुझे अपने लौड़े पर बैठा लिया ...... भूल गये ..... आज सुबह किस तरह किचन में मुझे अपने खंबे पर उपर नीचे उठक बैठक लगवा रहे थे ...... इतना कुछ करने के बाद कहते हो कि मैं कुछ करने नही देती ......" सलोनी राहुल के गाल को चूमती उससे एतराज़ जताती है |

"आज आपने सुबह वायदा किया था कि पढ़ाई के बाद आप मुझे मज़ा करने देंगी ........ मगर बाद में आप मुकर गयी ... मैने पाँच घंटे से ज़्यादा पढ़ाई की मगर अपने अपना वायदा पूरा नही किया" राहुल कुर्ते के उपर से निप्पल को पकड़ कर उसे अपनी उंगलियों में मसलता है, उसे हल्का हल्का खींचता है |
 
Last edited:

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,186
48,815
219
"उउउन्न्ह ...... तो तूने किया ना मज़ा ..... हाए मेरी निप्पल को ऐसे ना खीँचो .... थोड़ा धीरे से .... आज दोपहर को मेरे दूधु नही चूसे तुने ...... मेरी आगे से और पीछे से चाटी भी थी तुमने ...... आअहह धीरे से करो ना" सलोनी लंड के उपर कोमलता से हाथ फेरते बोलती है | वो बीच बीच में लगातार राहुल के गाल और उसके होंठो को चूम रही थी |

"मगर आपने पूरा नही करने दिया .... अपने अपना मज़ा ले लिया और मुझे......" राहुल अभी भी नाराज़ था | सलोनी उससे इतने प्यार से चिपकी हुई थी और उससे ऐसे बात कर रही थी, इस तरह उसका लंड प्यार से सहला रही थी जैसे वो उसकी मम्मी नही थी बल्कि प्रेयसी थी | उसकी माशुका थी | इसीलिए राहुल जो दोपहर को कुछ बोल नही पाया था अब अपनी नाराज़गी जाहिर कर रहा था |

"मैने अपना मज़ा लिया और तुझे मज़ा लेने नही दिया?...... इसका मतलब तुझे अपनी मम्मी के दूधु दबाने और चूसने में कोई मज़ा नही आता ...... तुझे मेरी चाटने में भी मज़ा नही आता ...... इसका मतलब तू मजबूरी में करता है यह सब ....... बस मुझे खुश करने के लिए ....." सलोनी फिर से राहुल के कान की लौ चुभलाती धीरे धीरे बोलती है |

"उउउन्न्ह मम्मी आप बात को बदल क्यों रही है ........ आपको मालूम है ना मूझे कितना मज़ा आता है आपके ...... आपके दूधु चूसने में और आपकी चाटने में" राहुल निप्पल को अपने अंगूठे और उंगली के बीच में रोल करता है |

"आआहह ........ तुझे मेरी चाटने में मज़ा आता है, सच कह रहा है ना" सलोनी राहुल के निप्पल की छेड़छाड़ से बीच बीच में सिसक पड़ती थी | राहुल जब भी उसके निप्पल को मसलता जा उसे खींचता तो उसके पुरे जिस्म में करेंट सा दौड़ने लग जाता | निप्पल से आनंद की लहरें उसके पुरे जिस्म में फैलने लग जाती |

"सच में मुझे बहुत मज़ा आता है मम्मी..........तुम्हारी वो......उसका रस.....बहुत टेस्टी होता है......." राहुल अपनी मम्मी की चूत के स्वाद को याद करता अपने होंठो पर जिव्हा फेरता है |

"तो फिर जब तुझे इतना मज़ा आया था तो कंप्लेंट किस बात की कर रहा है" सलोनी अपने होंठ राहुल के होंठो पर रखते हुए बोली |

"मगर मुझे.....मुझे.....वो करना था......वो अपना.....डालना था.... तुम्हारी ...... तुम्हारी......उसमे......" राहुल ने सलोनी के होंठ हटते ही कहा | पेंट में उसका लौड़ा इस तरह तना हुआ था कि उसे फिर से दर्द होने लगा था |

"क्या डालना था तुझे......" सलोनी राहुल के गाल को चाटती हुई बोली | राहुल अपनी मम्मी के हाथ में अपनी कमर उठा अपना लौड़ा पेल देता है | स्लोनी जान कर कि उसका बेटा कितना उत्तेजित है उसके लौड़े को अपनी मुट्ठी में भर ज़ोर से दबाती है | राहुल 'आअहह' करके एक सिसकी भर कर रह जाता है मगर कुछ बोल नही पाता |


"क्या डालना था तुझे.....हाए बता ना........कहाँ डालना था......" सलोनी राहुल के होंठो को काटते हुए बोली | राहुल उसके मुम्मे को कस कर दबा देता है | वो और भी ज़ोर से उसके लौड़े को दबा देती है | दोनो माँ बेटा एक दूसरे के मुँह में अपनी जीभ पेल एक दूसरे के होंठ सील कर देते हैं |
 
Last edited:

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,186
48,815
219
"बोल ना मेरे लाल ...... क्या डालना था तूने मेरे अंदर ….. हाए बोल भी अब ....क्यों तडपा रहा है मुझे.." सलोनी होंठ जुदा होने पर सिसकती है | वो राहुल के पेंट की ज़िपर खोलने लग जाती है |
39092

"अपनी लुल्ली ..... अपनी लुल्ली ..... डालने वाला था तुम्हारे अंदर मम्मी......" सलोनी के हाथ का अपने लंड पर स्पर्श होते ही वो सिसक उठता है और उखड़ी सांसो के बीच सिसकते हुए बोलता है | सलोनी के ज़िपर खोलते ही लंड हवा में झटके मरने लगता है | एकदम पत्थर की तरह सख्त था राहुल का लंड | राहुल अपनी मम्मी के हाथ के स्पर्श से इतना उत्तेजित हो उठा था कि उसके मुम्मे को कस कर अपने हाथ में भींच देता है |

"हाईई ....... हाययईई ........." सलोनी अपने होंठ भींच लेती है | एक हल्की सी सिसकी जो सिर्फ राहुल के कानो तक पहुँच सकती थी उसके होंठो से फूट पड़ती है | "तू अपनी लुल्ली डालने वाला था अपनी मम्मी के अंदर ..... अपनी लुल्ली को ..... हाए कहाँ डालता तू अपनी लुल्ली को ....... आगे डालता जा पीछे..... " सलोनी लौड़े के उपर अपना हाथ चलाते हुए बोली |

"आगे मम्मी ...... आगे डालता ....." राहुल के लिए भी अपनी भावनाओं को रोकना मुश्किल हो रहा था |

"आगे कहाँ....आगे कहाँ डालता.....मेरे लाल..." सलोनी अपने कुर्ते के उपर मौजूद दोनो बटन को खोल देती है और राहुल का हाथ उठाकर अपने कुर्ते के गले में डाल देती है |

"तेरी चू...चूत में मम्मी...." राहुल का हाथ जैसे ही सलोनी अपने कुर्ते के गले में खिसकाती है वो झट से अपना हाथ आगे बढ़कर उसके ठोस मुम्मे को ब्रा के उपर से दबोच लेता है और कस कर दबा देता है |

"मेरी चूत में ...... तू मेरी चूत में अपनी लुल्ली घुसाता ..... आहह अपनी मम्मी की चूत में अपनी लुल्ली पेलता ...... हाइईए ...... तू अपनी लुल्ली से अपनी मम्मी की चूत मारता ......." सलोनी तड़प उठी थी | राहुल ने उसकी ब्रा नीचे करके उसके नंगे मुम्मे को दबोच लिया था और अब उसके निप्पल को मसल रहा था |
 
Last edited:

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,186
48,815
219
"उउउन्न्नन्ग्घह ......... हाँ मम्मी ..... मैं अपनी लुल्ली ..... को तुम्हारी चूत में पेल-पेल कर तुम्हारी चूत मारता......." राहुल निप्पल को छोड़ पुरे मुम्मे को मसलने लगा था | नंगे मुम्मे को दबाने मसलने का मज़ा ही कुछ और था |

"उउउफफफफफफ्फ़ .... तू अपनी लुल्ली से मुझे चोदता ... तू अपनी मम्मी की चूत मारता ........ हाए धीरे मसल जालिम ......... उउउन्न्न तू अपनी लुल्ली मेरी गांड में नही डालता ...... तुझे अपनी मम्मी की गांड अच्छी नही लगती ........ हुं .... दोपहर को तो इतने प्यार से मेरी गांड चाट रहा था" सलोनी राहुल के सर को अपने सिने पर झुकाती है बिल्कुल अपने मुम्मे के उपर | राहुल तुरन्त सलोनी के कुर्ते को जितना खोल सकता था खोलता है और उसे खिंच कर अपनी मम्मी के मुम्मे के उपर कर देता है | सिनेमा हॉल के अंधेरे में भी सलोनी के दूधिया मुम्मे चमक उठता है | वो कड़े निप्पल को चुटकी में मसलता है |

"हाए मम्मी तेरी गांड कैसे छोड़ देता ..... तेरी चूत मारने के बाद मेरी लुल्ली तेरी गांड में ही घुसने वाली थी" राहुल मुम्मे के उपर अपना मुँह झुकाता है और निप्पल को अपने होंठो में भर लेता है |
38946


राहुल निप्पल के उपर अपनी जीभ रगड़ने लगता है तो सलोनी उसका लंड कस कर अपने हाथ में पकड़ लेती है | राहुल कुर्ते के गले से मुम्मे को दबाकर बाहर को निकालता है और अपनी मम्मी के निप्पल को दांतों में दबाता है, उन्हे धीरे धीरे काटता है |

"उउउम्म्म्म ....... धीरे ...... धीरे .... उउफफफफफफफ्फ़ ........ हाययईई" सलोनी राहुल के लंड को मसलती उसके कान में सिसकती है |

राहुल निप्पल को दांतों में भींच उसे थोड़ा सा उपर को खींचता है | निप्पल रबर की तरह खींचता चला जाता है और साथ ही उसके पीछे सलोनी का मुम्मा भी बाहर को खींच जाता है |

"आआहह ...... धीरे धीरे ....... आआककचह........ ऊऊऊहह बेटा ....." सलोनी राहुल के कान में सिसकियाँ ले रही थी मगर राहुल तो जैसे बदला लेने पर उतारू था | वो सलोनी की पेंट की ज़िपर खोलने लगता है | मगर सलोनी उसके हाथ को पकड़ लेती है |
 
Last edited:

Lodon Ka Raja

Leaving for Few Months BYE BYE TAKE CARE
6,186
48,815
219
"उन्न्नह ..... नही बेटा ..... यह मत करो ........ प्लीज़ यहाँ नही ....." सलोनी राहुल को रोकने का प्रयत्न करती है | मगर राहुल नही सुनता वो निप्पल को चूस्ता अपने हाथ से ज़िपर को खोलता है मगर सलोनी फिर से राहुल का हाथ पकड़ लेती है |

"प्लीज़ बेटा मान जाओ ........ उउन्न्नघह" राहुल सलोनी का ध्यान भटकाने के लिए उसके निप्पल को ज़ोरों से चूस्ता है | अपने हाथ से मुम्मे को दबाता है |
37886

"ओह ...... बेटाआ....... आआआहह....." सलोनी अपने अकड़े हुए निप्पल पर राहुल की जीभ, उसके दांतों के प्रहार से मदहोश सी हो उठती है, राहुल के हाथ पर उसके हाथ की पकड़ ढीली पड़ जाती है | राहुल को इसी मौके का इंतज़ार था, वो एक झटके में बाकी की ज़िपर खोल देता है | सलोनी को होश आता है और वो अपने बेटे को रोकने का प्रयत्न करती है मगर इससे पहले कि वो उसके हाथ को रोक पाती राहुल अपना हाथ उसकी पेंट के खुली ज़िपर से अंदर घुसा चुका था |

"बेटा...... बेटाआ ............." जैसे ही राहुल का हाथ सलोनी की कच्छी के उपर से उसकी चूत पर पड़ता है वो सिसक पड़ती है | राहुल तुरन्त पूरी चूत को अपने हाथों में भरकर मसलने लगता है | सलोनी दो तरफा प्रहार से और भी उत्तेजित हो जाती है |

"मम्मी तुम्हारी कच्छी तो पूरी गीली है, लगता है तुम्हारी चूत को मेरी लुल्ली चाहिए" राहुल चूत को मसलते अपना मुँह उसके निप्पल से उठा कर बोला |

"बदमाश.......सब तेरी करनी का नतीजा है .... जहाँ देखता है शुरू हो जाता है ... मेरे इतने मना करने के बावजूद भी मेरी पेंट खोल ही दी ना" सलोनी राहुल के कंधे पर मुक्का मारती है तो वो हंस पड़ता है |

"तो क्या हुआ मम्मी, यहाँ कौनसा कोई हमें देख रहा है .... सब अपनी अपनी मस्ती में मस्त है ... और मैनें तुम्हारी पेंट कहाँ खोली है सिर्फ ज़िपर खोली है" राहुल चूत को फिर से मसलता बोलता है |

सालनी एक मिनिट के लिए इधर उधर को देखती है जैसे सुनिशचीत करना चाहती थी कि कोई उनकी और देख तो नही रहा | वाकई में राहुल की बात सच थी, सब अपनी अपनी मस्ती में मस्त थे, कोई किसी को नही देख रहा था | सलोनी निश्चिंत हो गयी और उसने राहुल के लंड से हाथ हटा लिया | राहुल एक पल के लिए अपनी मम्मी को देखता है कि वो क्या करने वाली है | सलोनी अपने हाथ नीचे लाती है और अपनी जीन्स के बटन को खोलती है | राहुल का दिल धक्क से रह जाता है |
 
Last edited:
Top