देवा उसकी बातें सुन कर और जोर जोर से धक्के मारने लगता है।
ममता ; आआआअह्ह उउउउउउउह माआआआआ आआह्ह्ह्हह्ह क्या चोदा था भाई मस्त है। बन गया मेरा खसम आआआअह्ह उउउउउउउह माआआआआ मरररररररर डाआआआआआ मेरी जान , मेरे भाई,मेरे पति ने ।
उऊउउउउउह और कितनी देर पेलेगो मेरे भइया।
देवा: गलती तुम दोनों की है मेरा पानी क्यों निकाला मेरा लंड चूस के। नहीं तो अभी तक निकल गया होता। और तेज़ तेज़ गाण्ड मारने लगता है ।
ममता: माँ उउउउउउउह बचा लो मुझे ये तो मुझे चलने लायक भी नहीं छोडेंगा।
रत्ना: थोड़ी देर और सबर कर ले बेटी।
उऊउउउउउह माआआआआह
देवा ममता की गाण्ड से एक झटके से लंड निकाल लेता है।
ममता: अअअअअ भाई क्यों निकाला मजा आ आ रहा था ।
देवा: तूने ही तो बोला।
ममता : माँ बोलो न भाई को लड़कियों तो नखरे करती ही है। और देवा बेड पे लेट जाता है उसका लंड किसी खुटे की तरह खड़ा था।
देवा: अब जिस को गाण्ड फड़वानी हो इस खुटे पे अपनी अपनी चुत या गाण्ड रख कर बैठ जाए।
रत्ना और ममता दोनों एक दूसरे को देखती है।
जैसे कह रही हो पहले मैं पहले मैं।
देवा: क्या हुआ मेरी बुलबुलो क्या सोच रही हो।
तभी ममता।
ममता: माँ आप बैठ जाओ भाई के लंड पे मैं तब तक थोड़ा आराम कर लु।भाई ने मेरी गाँड फाड़ दी है।
और रत्ना देवा के लंड पे अपनी गाण्ड के सुराख़ को रख कर बैठने लगती है।
रत्ना: आआआअह्ह ओह उईईईईई माँ ।
ऐसे बैठने से देवा का लंड रत्ना के गाण्ड में ज़ड तक घुस जाता है।
और पहली बार रत्ना को ऐसा लग रहा था की लंड गाण्ड में घुसा है और मुँह से बाहर आ जाएगा।
रत्ना: आह बेटे क्या लंड है तेरा मेरे राजा मैं तो निहाल हो गई आह अगर मैंने तुझे नहीं पाया होता तो मेरी ज़िन्दगी बर्बाद थी आह ओह मज़ा आ रहा है और देवा के लंड पे उछल उछल कर अपनी गाण्ड देवा के लंड पे पटक रही थी।
रत्ना देवा के लंड पर जोर जोर से कूदने लगी।देवा का पूरा लंड उसकी माँ रत्ना की गाँड में अंदर बाहर हो रहा था।
देवा:आह्ह्ह्ह साली रंडी क्या कूद रही है। क्या मस्त टाइट गांड है तेरी साली।कहकर देवा एक जोर का थप्पड़ रत्ना की गांड पे मारता है।
रत्ना: उईईईईई माँ।
ममता: माँ हटो न अब मुझे भी झूला झुलना है अपने खसम के लंड पे।
और रत्ना हट जाती है और ममता देवा के लंड पे बैठने लगती है ।