देवा ने लौड़े पर अच्छे से थूक लगाया और ममता की गाण्ड में भी दो-तीन बार थूका. फिर वो ऊँगली से थूक को अन्दर करने लगा।
ममता उइ आई आह्ह.. भाई ऊँगली से ही दर्द हो रहा है.. लंड कैसे जाएगा.. प्लीज़, आप चूत में ही पेल लो, लौड़े का अन्दर जाना मुश्किल है।
देवा: चुप साली रंडी। अरे, रंडी बनने का शौक तुझे ही चढ़ा था.. अब दर्द से क्या घबराती है.. बस आज की बात है.. उसके बाद तो तेरे तीनो छेद फ़ैल जायेंगे.. तू पक्की रंडी बन जाएगी.. मैं रोज तुझे चोदूँगा।
ममता: नहीं भाई, मुझे रंडी नहीं बनना.. बस आपके सिवा मैं किसी के बारे में नहीं सोचूँगी.. आह्ह.. रंडी तो मैं सिर्फ आपकी हूँ .आपकी पर्सनल रंडी। उई आह्ह..
देवा: अच्छा.. तू रंडी नहीं बनेगी तो क्या मेरी बीवी बनने का इरादा है?
ममता: हाँ भाई, हम कहीं भाग जाते हैं. वहाँ शादी कर लेंगे.. अपना घर बसाएंगे हम..
देवा: ये सपने देखना बंद कर. ये नामुमकिन है.. चल, अब अच्छी बहन की तरह रेडी हो जा ... लौड़ा गाण्ड में लेने के लिए. मैंने तेरी गाण्ड में अच्छे से थूक लगा दिया है.. अब दर्द कम होगा.. लौड़ा आराम से अन्दर जाएगा।
ममता: आप भी ना भाई, कोई तेल लगाते.. आप सिर्फ थूक लगा रहे हो..
देवा: अरे मेरी बहन, थूक लगा कर गाण्ड मारने का मज़ा ही अलग होता है.. अब बस बात बन्द कर.. मुझे लौड़ा पेलने दे।
देवा ने लौड़े पर और थूक लगाया और ममता के गाँड के भूरे टाइट छेद पर लौड़ा टिका कर दबाव देने लगा.. लौड़ा फिसल कर ऊपर निकल गया.. दोबारा किया तो फिसल कर नीचे हो गया। देवा थोड़ा झुंझला सा गया।
देवा: तेरी माँ की चूत.. साला अन्दर ही नहीं जा रहा..।
ममता: भाई, मेरी गाण्ड बहुत छोटी और आपका लौड़ा बहुत बड़ा है उस दिन माँ ने घी लगा दिया था.. आज नहीं जाएगा ... आप समझो बात को.. आह्ह..
देवा: चुप कर. साली रंडी कब से बकबक कर रही है.. जाएगा क्यों नहीं.. अबकी बार देख कैसे जाता है।