- 22,114
- 57,286
- 259
Thanks so muchआज इसे पढना शुरू किया और समाप्त भी।आपके पहले तीन भाग तो ऐसे पढ़ तो लगा कि किसी और का लिखा पढ़ रहा हूं मगर आखिरी तीन भाग मे कोमल भाभी का भरपूर मजा मिला।चर्मदंड खड़आ हुआ तो बैठा ही नहीं। शानदार।इसीलिये मुहावरा है कि अपनी भाषा का जो मजा है वो किसी और भाषा मे नही।आपका देवर।