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Ye kya tha...Story - A... Loner.
Writer - SGP 2009.
आकाश ! वो लोनर था । उसे तन्हाई पसंद थी ।
लेकिन उसके लोनर बनने की कहानी तो बचपन में ही शुरू हो गई थी जब उसके पिता ने उसकी मां को छोड़कर दूसरी लड़की से शादी कर ली थी ।
उसने जब से होश संभाला तब से अपनी मां को संघर्ष करते और एकाकीपन जीवन बिताते हुए देखा था । वो स्कूल के दिनों में भी कभी किसी को दोस्त नहीं बनाया । शायद यही कारण था कि वह तन्हाई पसंद बन गया ।
वह अपनी मां से बहुत प्यार करता था । और उसकी मां के लिए भी तो वो ही उसके जीवन का सहारा था । स्कूल के दिनों में जब भी उसके सहपाठी उसकी मां को लेकर उसे व्यंग्य करते तो वह उन सभी से अकेले भीड़ जाता ।
उसके लिए उसकी मां ही सब कुछ थी । जब भी वो मायूस होता तो उसकी मां उसे प्यार करती , मोटिवेट करती , आई लव यू कहती ।
( स्कूल में उन दोनों का बरसात वाला पल जब वो दोनों एक दूसरे से आइ लव यू कहते हैं - बहुत ही मर्म स्पर्शी था )
उसे जाॅब पे जाना था पर जाने के पंद्रह दिन पहले उसके मां की मौत हो जाती है । वो अपनी मां के डेड बॉडी के साथ अपने को कमरे में बंद कर देता है और......( क्या लिखूं ! ये लिखते समय मैं बहुत ही भावुक हो गया था )
उसकी तो दुनिया ही लुट चुकी थी । मां उसे हमेशा के लिए छोड़ कर चली गयी थी । वो अकेला हो गया था । उसका इस दुनिया में कोई भी अपना नहीं था ।
दो हफ्ते बाद वो अपने ड्यूटी पर जाता है । वो एक एस्ट्रोनॉट था । वो अपने दो एस्ट्रोनॉट साथी निक और उमर के साथ आई एस एस के मिशन पर गया । वहां उसे और निक को छोड़कर उमर सोयूज से वापस लौट गया ।
आकाश को वो लाइफ पसंद थी क्योंकि वो भीड़भाड़ और कोलाहल से दूर ऐसी जगह पर था जहां सिर्फ तन्हाई थी । वहां उसकी बाॅस थी औरोरा । एक पैंतीस वर्षीय तलाकशुदा महिला ।
वो ऐसे जगह पर था जहां गुरूत्वाकर्षण जीरो लेवल पर था । जहां आइ एस एस एक लाख सत्तर हजार प्रति माइल के स्पीड से धरती का चक्कर काट रहा था । जहां की लाइफ धरती से बहुत ही उलट थी ।
उसका काम स्पेशशुट में ई एम भी का टेस्टिंग करना और स्पेश वाक के दौरान आइ एस एस से दूर हो गए लोगों को वापस थ्रस्टर्स के मदद से वापस लाना था ।
इन चंद दिनों में ही उसे पता ही नहीं चला कि कब वो औरोरा को पसंद करने लगा । शायद इसलिए कि वो भी उसकी मां की ही तरह उसके दिल की बातें समझ जाती थी ।
वो निक के सवालों के जवाब देना टाल देता था पर औरोरा को जबाव देना नहीं टाल पाता था ।
औरोरा का यह पुछना कि उसने ये काम क्यों ज्वाइन किया या यह पुछना कि यदि एक एस्ट्रोनॉट को अंतरिक्ष में भेजने में पचास मिलियन डॉलर खर्च बैठता है तो क्या जरूरत है इतने खर्च करने की ?
जबाव में उसका कहना- " कभी ऐसा समय आ जाए , जब धरती रहने लायक न हो । जब हमें धरती छोड़ना पड़े । "
वो उसकी हर बातों का जवाब खुशी से देता था ।
इन दोनों की बातें और विचार परस्पर मेल खाते थे ।
आकाश को अपने मां के जाने के बाद पहली बार ऐसा महसूस हुआ कि वो अकेला नहीं है । उसके जीवन में औरैरा के रूप में कोई और भी है जो उसे उसकी मां की तरह समझता है ।
वो उससे प्यार का इजहार करना चाहता था और उसने किया भी ।
" Will you go the Mars with me on gateway mission.... Will you marry me and will spend rest of your eternity with me wandering the red planet."
पर वो नहीं जानता था कि वो उससे आखिरी बार बातें कर रहा है ।
आई एस एस में प्रोब्लम हुआ । उसे बचाने के लिए रेडिएटर को ब्लास्ट करने के दौरान औरेरा बुरी तरह से घायल हो जाती है ।
ओरेरा को धरती पर वापस भेजा जाता है । लेकिन जाते जाते वो मरणासन्न अवस्था में आकाश से टुटी फुटी शब्दों में बोलती है -
" Yes..I will spend... the rest of...my eternity with you... around the red planet....I love you...I am sorry..."
ये सुनकर आकाश के दिल में एक आस जगती है पर.....
जब वो सोयेज से आ रही बातों को सुनता है -
" She is not responding ."
तो उसकी आंखें छलक उठती है और वो एक बार फिर से अपने आप को अकेला महसूस करने लगता है ।
औरेरा मर गई थी ।
औरेरा के फुनेरल के बारे में उसने निक से कहा - ओरेरा के कब्र पर मेरा ये संदेश दे देना -
" Will wait for her on the red planet and she owes me a..a..copela kiss."
क्या रेभो दूं ! जिस स्टोरी को पढ़कर कई बार आंखें नम हो जाय ! जिसे पढ़कर मन व्यथित हो जाय ! उसके बारे में क्या लिखूं !
ये मेरी सर्व कलिन श्रेष्ठ कहानियों में से एक है । राइटर ने आकाश - औरेरा के असफल प्रेम कहानी को बहुत ही मार्मिकता से चित्रण किया है ।
यदि मैं जज के पैनल में शामिल होता तो इसे सर्वश्रेष्ठ कहानी का दर्जा देने में जरा भी विलंब नहीं करता ।
एक अद्भुत और पुरस्कृत योग्य कहानी ।
![Shocking :shocking: :shocking:](/uploads/smilies/shocking.gif)
![Tongue :p: :p:](/uploads/smilies/tongue.gif)
![Thanks :thanks: :thanks:](/uploads/smilies/thanks.gif)
Ye story thik tarah se likh jaaye meri yahi koshish thi... Kyunki main khud pahli baar aisi story likh rha tha.. Space-Vispace ko lekar... Aur lagta hai kafi had tak kamyab bhi hua....
Once again... Thank you bhai
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