Mast update hai bhai .... Ab dekhta hai agle update mai jab Deva aur nelaam college jayenga toh kya kya hoga ... Utna toh hai ki Deva ka upar bahut si ladkiya apni Jaan chirkegi ...अध्याय 4
चाकाला बहुत ही चिंता में डूबा हुआ था तभी वहा पर पर एक औरत आ जाती हैं
औरत _ क्या हुआ चाकाला अब तुम चिंतित नजर आ रहे हो
चाकाला_ अरे आप कब आई महारानी
महारानी _ हम तो अभी आए हैं और अगर तुम उस लड़की के लिए चिंतित हो तो चितित होने की कोई जरूरत नहीं है हमने अभी सुरजभान से बात की है लड़की उसके पास हैं
चाकाला _ नही महारानी उसके पास वो लड़की नही वो लड़की हमारी पहुंच से बाहर जा चुकी है उसकी किस्मत किसी और के साथ जुड़ चुकी है
महारानी _ क्या बक रहे हो तुम
चाकाला_ जी महारानी उस लड़की ने किसी के साथ विवाह कर लिया है
महारानी _ ( गुस्से में) नही ये नही हो सकता है चाकाला मेरी वर्षो की मेहनत पर ऐसे कोई पानी नही फेर सकता है
चाकाला_ पर ऐसा हो चुका है महारानी पर आप चिंतित ना हो
महारानी_ हम चिंतित ना हो तुम जानते हो ना मैंने इसके लिए क्या क्या किया है मैंने अपनो को इन्ही हाथो से मारा है
चाकाला_ मै सब कुछ जानता हूं पर आपको तो खुश होना चाहिए क्योंकि उस लड़की ने किसी लड़के से शादी की है जिससे आप अब लडकी का इस्तेमाल करेगी तो आपको दुगुना फल प्राप्त होगा
महारानी _ ( खुश होते हुए) ये तो अच्छी खबर है फिर तुम क्यों चिंतित हो रहे हो
चाकाला_महारानी में इस बात से चिंतित हू कि अगर उस लड़के से शादी करने से उस लड़की की कीमत दुगुनी हो गई तो वो लड़का कितना शक्तिशाली होगा
महाराणी _ अरे तुम खमखा परेशान हो रहे हो वो हमारी शक्तियों के सामने का टिक पायेगा
चाकाला_ नही महारानी आप गलत समझ रही है उस लड़के के पास जाने में उस लड़की को nhi देख पा रहा हूं तो सोचिए वो कितना शक्तिशाली होगा
महारानी_ तुम हमारी उन नौ शक्तियों को भूल रहे हो जिनके सामने कितना ताकतवर इंसान नही टिक सकता फिर भी मैं उस लड़की का पता लगाती हूं
महारानी वहा से चली जाती है वो वापस ध्यान में बैठ जाता है
इधर देवा और नीलम आराम कर रहे थे
मै _ नीलम तुम अपने बारे में कुछ बताओ ना
नीलम _ मै क्या बताऊं सब कुछ तो बता दिया मैने आपको
मै _ तुम ना पहले मुझे ये आप कहना बंद करो तुम मुझे नाम से भी बुला सकती हो
नीलम _ ना मुझसे आप का नाम नही बोला जायेगा
मै _ चलो जैसी तुम्हारी मर्ज़ी अब ना तुम आराम करो कल हम कॉलेज चलेंगे और तुम्हारा भी एडमिशन कराएंगे बाद में किताब, बैग, घर का सामान भी लेकर आना हैं
नीलम _ में आपसे से एक सवाल पूछूं
मै _ हा पूछो क्या पूछना है
नीलम _ आप मेरे लिए इतना कुछ क्यों कर रहे हैं जबकि मै आपकी कुछ भी नहीं लगती हू
मै _ तुम्हें पता है नीलम मैने अपनी मां को कभी भी नहीं देखा मुझे तो उनका नाम तक भीं नही पता है
जब तुमने बताया कि तुम्हारे माता पिता भी नही है तो मुझे तुम अपने जैसी लगी इसीलिए तुम्हारी परेशानी मुझे अपनी परेशानी लगी । इसलिए तुम बिलकुल मत घबराना जब तक में जिंदा हू तुम्हें कोई तकलीफ नहीं होने दूंगा ये देवा का वादा है देवा ने वादा किया मतलब तुम्हें कोई छू भी नहीं पाएगा
मै ने देखा तो नीलम की आंखों में आसूं थे
मै _ अरे पागल चल रो मत मुझे पता है तुझे इतना बदसूरत पति मिला है पर तुम चिंता मत करो मैं क्रीम लगा कर सुंदर हो जाऊंगा
नीलम हसने लगती है तो मै _ तुम ऐसे हंसते हुए ही अच्छी लगती हो चलो तुम आराम करो मैं कुछ खाने को लेकर आता हूं
तभी गेट बजने की आवाज आती हैं मै जाकर गेट खोलता हूं तो सामने आंटी खड़ी थी
मै _ अरे आप आइए ना अंदर
आंटी अंदर आ जाती है
आंटी _ में तुम दोनो के लिए खाना लेके आई हू
मै _ अरे आंटी इसकी कोई जरूरत नही थी
आंटी _ अरे मुझे पता की तुम लोग आज खाना नही बना पाओगे इसलिए लाई हु और कल सुबह का खाना भी तुम दोनो को हमारे साथ ही खाना होगा
मै _ ठीक है आंटी आप बैठिए ना में अभी फ्रेश होकर आया
फिर मैं बाथरूम की तरफ जाने लगता हूं तो मुझे अंदरब्से ही बाहर की आवाज आ रही थी
नीलम _ आंटी क्या आप मेरी एक मदद करेगी
आंटी _ हा बेटा बोलों क्या मदद करू मैं आपकी
नीलम _ आंटी क्या आप मुझे खाना बनाना सीखा देगी मुझे खाना बनाना नही आता है और ये कह रहे थे कि तुम्हे परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है मै खाना बना लेता हु
आंटी_ मै तुम्हे ऐसा खाना बनाना सीखा दूंगी
फिर मैं भी बाहर आ जाता हूं
मै _ आंटी आप के बच्चे कहा है
आंटी _ मेरी बस एक बेटी दिव्या जिसकी शादी हो चुकी है और वो अपने पति साथ यू के मै है
नीलम _ कल क्या आप हमारे साथ चलेगी हमे पता ही नहीं है घर में क्या क्या सामान चाहिए होता है
आंटी _ हा क्यों नहीं मेरी भी इसी बहाने शॉपिंग हो जायेगी
फिर हम दोनो खाना खाया और आंटी भीं चली गई अब बारी थी सोने की पर बेड सिर्फ एक था और थे दो
मै _ नीलम तुम बेड पर सो जाओ मैं यही चटाई बिछाकर सो जाऊंगा
नीलम _ नही आप बेड पर सो जाइए मै जमीन पर सो जाउंगी
मै _ चलो एक काम करते हैं दोनो बेड पर ही सो जाते है तुम्हे इतना तो भरोसा है ना मुझ पर
नीलम_ आप पर में आंख बंद करके विश्वास करती हूं
फिर मैं और नीलम बेड पर सो जाते है दिन भर की थकान से हमे जल्दी ही नींद आ जाती है
फिर सुबह के 4 बजे ही मेरी आंख खुल जाती है जब ने आंखे खोल ता हू देखता हूं कि नीलम मुझे बाहों मे भर कर सो रही थी
थोड़ी देर में उसे निहारता रहा वो बहुत मासूम और प्यारी लग रही थी में तो ये सोच कर हैरान की इतनी सुंदर लड़की मेरी आगोश मे है फिर भी मुझे उत्तेजना नही हो रही है मैने नीलम के माथे को चूमा और आराम से खड़ा हो गया और बाहर आकर छत पर बैठकर ध्यान लगाने लगा करीब दो घंटे ध्यान लगाने के बाद में उठा और कमरे के अंदर चला गया और कपड़े लेकर नहाने चला जाता हूं
मुझे तैयार होते हुएं 7 बज गए थे तभी नीलम की आंख खुल जाती है और मुझे ऐसे तैयार देख कर हड़बड़ा कर खड़ी हो जाती है
नीलम _ कितने बज गया
में _ अरे आराम से अभी 7 ही बजे है
नीलम_ फिर आप क्यू इतनी जल्दी तैयार हो कर कहा जा रहे है
मै _ मै कही नही जा रहा था वो तो जल्दी आंख खुल गई थी इसीलिए सोचा जब तक तुम जागती हो तब तक में बाथरूम में नहा धो कर फ्री हो जाता हूं अगर तुम और सोना चाहो तो सो सकती हो
नीलम _ नही में भी अब नहा धोकर तैयार हो जाती हूं
मै _ ठीक है तुम तैयार हो जाओ मैं तुम्हारा नीचे इंतजार कर रहा हूं
फिर मैं नीचे चला जाता हूं अंकल बैठ कर अखबार पद रहे थे
मै _ गुड मॉर्निंग अंकल जी
अंकल _ अरे गुड मॉर्निंग आओ बैठो हमारे साथ
मै _ आज की कोई ताज़ा खबर
अंकल _ अरे बेटा सब पुरानी ही खबरे हैं तुम सुनाओ आगे क्या करने का सोचा है
मै _ अंकल बस पढ़ाई पुरी हो जाए तुम कोई अपना बिजनेस स्टार्ट करूंगा
अंकल _ अच्छी बात है
मै _ अंकल मुझे कोई पुरानी बाइक चाहिए जिससे हम दोनो कॉलेज जा सके
अंकल _ यही पास में ही गैराज है वहा पुरानी बाइक मिल जाती है तुम जाकर बाइक देख लेना उनको मेरा नाम बता देना बस
मै _ जी अंकल
फिर आंटी आ जाती है
मै _ गुड मॉर्निंग आंटी
आंटी _ गुड मॉर्निंग बड़ी जल्दी उठ गए
मै _ वो गांव में आदत थी जल्दी उठ ने की तो जल्दी उठ गया
आंटी _ देवा नीलम कहा है उसे भी उठा देते है
मै _ आंटी वो उठ गई है बस तैयार हो रही है
मै _ आंटी हम आज कॉलेज कितने बजे निकले
आंटी _ अभी तो 8 ही बजे है हम कॉलेज 10 बजे तक पहुंच जायेंगे
फिर नीलम भी आ जाती है वो संतरी रंग के शूट में इतनी सुंदर लग रही थी कि मैं तो उसे देखकर ही मेरा मुंह खुला का खुला ही रह गया
मेरे द्वारा नीलम को ऐसे देखने से नीलम की भी नजरे शर्म से झुक गई
आंटी _ देवा अपना मुंह बंद कर लो वरना मक्खी घुस जाएगी
मै _ बहुत सुंदर लग रही हो
नीलम अपनी तारीफ सुनकर खुश हो जाती है शर्मा कर आंटी और अंकल के पैर छूकर आशीर्वाद लेती है
फिर हम लोग खाना खाते हैं और आंटी से पूछ कर एडमिशन मै कोन से कागज़ लगेंगे उनको इकट्ठा करने लगते है
फिर मैं कॉलेज के लिए निकल जाता हूं पहले मै बैंक में जाता हूं वहा से 6 लाख रूपये निकाल कर लाता हु मै कालेज पहुंच जाता हूं नीलम और आंटी मुझे प्रिसिपल ऑफिस के सामने ही दिख जाते है
फिर हम अंदर चले जाते है अंदर किशोर मेहता जो की प्रिंसिपल थे जिनकी उम्र 67 के लगभग थी
किशोर _ अरे रोहिणी आप अभी तो कालेज तीन दिन बाद चालू होगे फिर आप यहां
आंटी _ सर वो में इन दोनों के एडमिशन के लिए आई हू
किशोर_ पर एडमिशन तो बंद हो गए हैं
आंटी _ मै जानती हूं पर देवा का एडमिशन पहले ही है बस में मुझे नीलम के लिए एक डोनेशन सीट चाहिए
किशोर _ आप मजाक कर रही हैं रोहिणी जी इनको देख कर लग रहा है की ये गरीब परिवार से होगे इनके पास 5 लाख रूपये कहा आए
मै _ सर आप पैसे की चिंता ना करे वो मे लेकर आया हु बस हमे सीट दे दीजिए
किशोर _ ठीक है ये लीजिए फॉर्म भर दीजिए वैसे रोहिणी जी ये आपके कोन लगते है
आंटी _ इन्हे आप मेरे ही बच्चे समझ लीजिए
किशोर _ फिर तो इन्हे डिस्काउंट देना बनता है इसीलिए ये सीट आपको 4 लाख में ही देता हु
आंटी _ धन्यवाद आपका
किशोर _ वैसे तुम क्या शादी शुदा हो
नीलम_ जी सर (मेरी तरफ इशारा करते हुए) ये मेरे पति है
किशोर _ अच्छा
फिर हम एडमिशन कराके फीस जमा कर देता हु
हम बाहर आ जाते है
फिर बाजार मे जाते है और घर का सारा जरूरी सामान लेते है उनको पता दे देते है जिससे सामान को
घर पर पहुंचा सके
आंटी _ अब ये काम तो हो गया अब चलते हैं तुम दोनो के लिए कपड़े लेने के लिए
नीलम _ हमारे पास कपड़े है ना आंटी
आंटी _ अगर तुम दोनो ऐसे कपड़ो में कालेज जाओगे न तो वो तुम लोगो को कोई जंगली गंवार समझेंगे
और नीलम के कपड़े ठीक भी पर देवा तुम्हारे तो कपड़े भी खराब और ये क्या बड़े बड़े बाल रखे हुए हो चलो आज ही तुम सैलून में भी जाओगे समझे
मै _ जी आंटी
फिर थोड़ी बहुत शॉपिंग और की पर नीलम सिर्फ सूट ही ले रही थी
उसके बाद वो सैलून में ले गई जहां पर मेरी उन लोगो ने शकल ही बदल दी मुझे ऐसा लग रहा था
जब मैं बाहर आया तो नीलम और आंटी तो मुझे ही देखे जा रही थी
मै _ क्या हुआ आप दोनों को मुझे ऐसे क्यू देख रहे हो मै अच्छा नही लग रहा क्या
आंटी _ अच्छे तुम तो किसी फिल्म के हीरो लग रहे हो
देखना नीलम कही तुम्हारे पति को शहरी मैडम न उड़ा ले जाए
नीलम आंटी की बात सुन कर थोड़ी उदास हो जाती है
मै _ ऐसा कभी नही होगा आंटी मैने नीलम से वादा किया है कि मैं हमेशा उसके साथ ही रहूंगा
आंटी _ अरे नीलम बेटा में तो मजाक कर रही थी भगवान ने तुम दोनो की जोड़ी अपने हाथो से बनाई है मुझे पता है ये कभी भी नहीं टूटेंगी
ये सुन कर नीलम खुश हो जाती है
मै _ आंटी मुझे अब दो फोन और एक लैपटॉप लेना है
फिर हम एक शॉप पर जाते है वहा से में 2 फोन और एक लैपटॉप ले लेता हूं
फिर हम घर आ जाते है अब मेरे पास 27000 रूपये ही बचे थे
घर आकर हम किचन का सेट करते हैं ओर हम दोनो खाना खाकर थोड़ा आराम करते हैं
में ने नीलम को एक फ़ोन दिया
नीलम _ मै क्या करूंगी इस फ़ोन से मुझे तो चलाना भी नही आता है
मै _ ये तुम्हारी पढ़ाई में काम देगा और चलाने की बात है तो अपनी आंख बंद करो
नीलम _ आंख बंद क्यू
मै _ मैंने कहा ना बंद करो
फिर नीलम आंख बंद कर लेती है फिर मैं अपनी शक्ति का इस्तेमाल करके फ़ोन की पूरी जानकारी कैसे चलाते हैं क्या क्या हैं इस फ़ोन में वो नीलम के दिमाग में डाल देता हूं
नीलम अचानक अपनी आंख खोल लेती है
नीलम _ अभी आपने क्या किया
मै _ मैंने तो कुछ भी नहीं किया
नीलम_ नही अभी आपने कुछ किया जिससे मेरे पास अचानक इस फ़ोन की जानकारी आ गईं
बताइए ना क्या किया आपने
मै _ नीलम ये बात बस में तुम्हे बता रहा हूं मैने अपने वादा किया था कि इसके बारे मे किसी को नहीं बताऊंगा
नीलम _ मै भी किसी को नहीं बताउंगी
मै _ वो मेरे पास कुछ शक्तियां हैं जो मुझे जन्म से ही मिली हैं
नीलम _( खुश होते हुए) आपके पास क्या क्या शक्तियां हैं
मैं _ बहुत सारी है पर सब धीरे धीरे जागृत हो रही है
नीलम _ मुझे लैपटॉप भी चलाना सीखना है ( मासूम सी)
मै _( हस्ते हुए) ठीक है
फिर मैं लैपटॉप की भी जानकारी डाल देता हूं
नीलम _ फिर अब तो मुझे कोई चिंता करने की जरूरत नहीं मेरे पास तो सुपर हीरो हैं
मै _ चलो तुम आराम करो मैं कुछ काम से बाहर जा रहा हूं
फिर मैं बाहर निकल आता हूं और उस गैराज में पहुंच जाता हूं जो अंकल ने बताया था वहा से में एक पुरानी बाइक 20 हजार में खरीद लेता हूं
नीलम जब बाइक देखती है तो खुश हो जाती है फिर मैं उसे लेकर घूमने चला जाता हूं उसकी ये खुशी मुझे बहुत सुकून दे रही थी पता नहीं क्यों मेरे साथ ऐसा हो रहा था
फिर हम घर आ जाते है और आकर सीधे सो जाते है क्योंकि खाना तो हम बहार से खाके आए थे
उधर सुरजभान बहुत गुस्से में था वो अपनी पत्नी पर अपना गुस्सा निकाल रहा था
सुरजभान _ साली तू ने ही उसे भगाया है बता जल्दी कहा है वो
सुरजभान की बीबी जमीन पर पड़ी हुई थी उसकी हालत बहुत खराब थी उसका नाम मीना था
मीना _ मुझे नही पता आप क्या बोल रहे हो और में उसे क्यो भगाऊंगी
सुरजभान _ फिर वो कहा गई मैने तुझे बोला था ना की उसपर 24 घण्टे नजर रखना
अगर वो नही मिली तो वो हमे जिंदा नही छोड़ेंगी
मीना_ में आप की कसम खा कर बोलती हूं मुझे नही पता वो कहा है
सुरजभान _ फिर साला वो आदमी कोन था जो मेरे आदमियों को मार कर उसे स्टेशन पर से ले गया
मीना_ क्या किसी ने आपके आदमियों को मारा और उसे ले गया ( शॉक में)
सुरजभान _ हा उसने मेरे 14 आदमियों को बुरी तरह पीटा और उसे ले गया
मीना मन में _ हे भगवान अपने मेरी सुन ली मेरी बच्ची सुरक्षित रहे बस वरना ये शैतान मेरी फूल जैसी बच्ची को उस डायन को सौंपने जा रहा था बस मेरी बच्ची जहा भी रहे बस खुश रहें भगवान बस इतना ही चाहती हूं मै उसके बदले में चाहे सारी उम्र इस नर्क में क्यू ना गुजारनी पड़े
सुरजभान _ तू किस सोच में डूब गई तू बेफिक्र रह उसे तो में पाताल से भी ढूंढ लाऊंगा
Jabardast story and starting abhi tak shirf hero ho takatwar hai ye lag raha tha shirf shaddi hone se ladke ki shakti badh gey hai jab milan hoga tab kya hogaअध्याय 4
चाकाला बहुत ही चिंता में डूबा हुआ था तभी वहा पर पर एक औरत आ जाती हैं
औरत _ क्या हुआ चाकाला अब तुम चिंतित नजर आ रहे हो
चाकाला_ अरे आप कब आई महारानी
महारानी _ हम तो अभी आए हैं और अगर तुम उस लड़की के लिए चिंतित हो तो चितित होने की कोई जरूरत नहीं है हमने अभी सुरजभान से बात की है लड़की उसके पास हैं
चाकाला _ नही महारानी उसके पास वो लड़की नही वो लड़की हमारी पहुंच से बाहर जा चुकी है उसकी किस्मत किसी और के साथ जुड़ चुकी है
महारानी _ क्या बक रहे हो तुम
चाकाला_ जी महारानी उस लड़की ने किसी के साथ विवाह कर लिया है
महारानी _ ( गुस्से में) नही ये नही हो सकता है चाकाला मेरी वर्षो की मेहनत पर ऐसे कोई पानी नही फेर सकता है
चाकाला_ पर ऐसा हो चुका है महारानी पर आप चिंतित ना हो
महारानी_ हम चिंतित ना हो तुम जानते हो ना मैंने इसके लिए क्या क्या किया है मैंने अपनो को इन्ही हाथो से मारा है
चाकाला_ मै सब कुछ जानता हूं पर आपको तो खुश होना चाहिए क्योंकि उस लड़की ने किसी लड़के से शादी की है जिससे आप अब लडकी का इस्तेमाल करेगी तो आपको दुगुना फल प्राप्त होगा
महारानी _ ( खुश होते हुए) ये तो अच्छी खबर है फिर तुम क्यों चिंतित हो रहे हो
चाकाला_महारानी में इस बात से चिंतित हू कि अगर उस लड़के से शादी करने से उस लड़की की कीमत दुगुनी हो गई तो वो लड़का कितना शक्तिशाली होगा
महाराणी _ अरे तुम खमखा परेशान हो रहे हो वो हमारी शक्तियों के सामने का टिक पायेगा
चाकाला_ नही महारानी आप गलत समझ रही है उस लड़के के पास जाने में उस लड़की को nhi देख पा रहा हूं तो सोचिए वो कितना शक्तिशाली होगा
महारानी_ तुम हमारी उन नौ शक्तियों को भूल रहे हो जिनके सामने कितना ताकतवर इंसान नही टिक सकता फिर भी मैं उस लड़की का पता लगाती हूं
महारानी वहा से चली जाती है वो वापस ध्यान में बैठ जाता है
इधर देवा और नीलम आराम कर रहे थे
मै _ नीलम तुम अपने बारे में कुछ बताओ ना
नीलम _ मै क्या बताऊं सब कुछ तो बता दिया मैने आपको
मै _ तुम ना पहले मुझे ये आप कहना बंद करो तुम मुझे नाम से भी बुला सकती हो
नीलम _ ना मुझसे आप का नाम नही बोला जायेगा
मै _ चलो जैसी तुम्हारी मर्ज़ी अब ना तुम आराम करो कल हम कॉलेज चलेंगे और तुम्हारा भी एडमिशन कराएंगे बाद में किताब, बैग, घर का सामान भी लेकर आना हैं
नीलम _ में आपसे से एक सवाल पूछूं
मै _ हा पूछो क्या पूछना है
नीलम _ आप मेरे लिए इतना कुछ क्यों कर रहे हैं जबकि मै आपकी कुछ भी नहीं लगती हू
मै _ तुम्हें पता है नीलम मैने अपनी मां को कभी भी नहीं देखा मुझे तो उनका नाम तक भीं नही पता है
जब तुमने बताया कि तुम्हारे माता पिता भी नही है तो मुझे तुम अपने जैसी लगी इसीलिए तुम्हारी परेशानी मुझे अपनी परेशानी लगी । इसलिए तुम बिलकुल मत घबराना जब तक में जिंदा हू तुम्हें कोई तकलीफ नहीं होने दूंगा ये देवा का वादा है देवा ने वादा किया मतलब तुम्हें कोई छू भी नहीं पाएगा
मै ने देखा तो नीलम की आंखों में आसूं थे
मै _ अरे पागल चल रो मत मुझे पता है तुझे इतना बदसूरत पति मिला है पर तुम चिंता मत करो मैं क्रीम लगा कर सुंदर हो जाऊंगा
नीलम हसने लगती है तो मै _ तुम ऐसे हंसते हुए ही अच्छी लगती हो चलो तुम आराम करो मैं कुछ खाने को लेकर आता हूं
तभी गेट बजने की आवाज आती हैं मै जाकर गेट खोलता हूं तो सामने आंटी खड़ी थी
मै _ अरे आप आइए ना अंदर
आंटी अंदर आ जाती है
आंटी _ में तुम दोनो के लिए खाना लेके आई हू
मै _ अरे आंटी इसकी कोई जरूरत नही थी
आंटी _ अरे मुझे पता की तुम लोग आज खाना नही बना पाओगे इसलिए लाई हु और कल सुबह का खाना भी तुम दोनो को हमारे साथ ही खाना होगा
मै _ ठीक है आंटी आप बैठिए ना में अभी फ्रेश होकर आया
फिर मैं बाथरूम की तरफ जाने लगता हूं तो मुझे अंदरब्से ही बाहर की आवाज आ रही थी
नीलम _ आंटी क्या आप मेरी एक मदद करेगी
आंटी _ हा बेटा बोलों क्या मदद करू मैं आपकी
नीलम _ आंटी क्या आप मुझे खाना बनाना सीखा देगी मुझे खाना बनाना नही आता है और ये कह रहे थे कि तुम्हे परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है मै खाना बना लेता हु
आंटी_ मै तुम्हे ऐसा खाना बनाना सीखा दूंगी
फिर मैं भी बाहर आ जाता हूं
मै _ आंटी आप के बच्चे कहा है
आंटी _ मेरी बस एक बेटी दिव्या जिसकी शादी हो चुकी है और वो अपने पति साथ यू के मै है
नीलम _ कल क्या आप हमारे साथ चलेगी हमे पता ही नहीं है घर में क्या क्या सामान चाहिए होता है
आंटी _ हा क्यों नहीं मेरी भी इसी बहाने शॉपिंग हो जायेगी
फिर हम दोनो खाना खाया और आंटी भीं चली गई अब बारी थी सोने की पर बेड सिर्फ एक था और थे दो
मै _ नीलम तुम बेड पर सो जाओ मैं यही चटाई बिछाकर सो जाऊंगा
नीलम _ नही आप बेड पर सो जाइए मै जमीन पर सो जाउंगी
मै _ चलो एक काम करते हैं दोनो बेड पर ही सो जाते है तुम्हे इतना तो भरोसा है ना मुझ पर
नीलम_ आप पर में आंख बंद करके विश्वास करती हूं
फिर मैं और नीलम बेड पर सो जाते है दिन भर की थकान से हमे जल्दी ही नींद आ जाती है
फिर सुबह के 4 बजे ही मेरी आंख खुल जाती है जब ने आंखे खोल ता हू देखता हूं कि नीलम मुझे बाहों मे भर कर सो रही थी
थोड़ी देर में उसे निहारता रहा वो बहुत मासूम और प्यारी लग रही थी में तो ये सोच कर हैरान की इतनी सुंदर लड़की मेरी आगोश मे है फिर भी मुझे उत्तेजना नही हो रही है मैने नीलम के माथे को चूमा और आराम से खड़ा हो गया और बाहर आकर छत पर बैठकर ध्यान लगाने लगा करीब दो घंटे ध्यान लगाने के बाद में उठा और कमरे के अंदर चला गया और कपड़े लेकर नहाने चला जाता हूं
मुझे तैयार होते हुएं 7 बज गए थे तभी नीलम की आंख खुल जाती है और मुझे ऐसे तैयार देख कर हड़बड़ा कर खड़ी हो जाती है
नीलम _ कितने बज गया
में _ अरे आराम से अभी 7 ही बजे है
नीलम_ फिर आप क्यू इतनी जल्दी तैयार हो कर कहा जा रहे है
मै _ मै कही नही जा रहा था वो तो जल्दी आंख खुल गई थी इसीलिए सोचा जब तक तुम जागती हो तब तक में बाथरूम में नहा धो कर फ्री हो जाता हूं अगर तुम और सोना चाहो तो सो सकती हो
नीलम _ नही में भी अब नहा धोकर तैयार हो जाती हूं
मै _ ठीक है तुम तैयार हो जाओ मैं तुम्हारा नीचे इंतजार कर रहा हूं
फिर मैं नीचे चला जाता हूं अंकल बैठ कर अखबार पद रहे थे
मै _ गुड मॉर्निंग अंकल जी
अंकल _ अरे गुड मॉर्निंग आओ बैठो हमारे साथ
मै _ आज की कोई ताज़ा खबर
अंकल _ अरे बेटा सब पुरानी ही खबरे हैं तुम सुनाओ आगे क्या करने का सोचा है
मै _ अंकल बस पढ़ाई पुरी हो जाए तुम कोई अपना बिजनेस स्टार्ट करूंगा
अंकल _ अच्छी बात है
मै _ अंकल मुझे कोई पुरानी बाइक चाहिए जिससे हम दोनो कॉलेज जा सके
अंकल _ यही पास में ही गैराज है वहा पुरानी बाइक मिल जाती है तुम जाकर बाइक देख लेना उनको मेरा नाम बता देना बस
मै _ जी अंकल
फिर आंटी आ जाती है
मै _ गुड मॉर्निंग आंटी
आंटी _ गुड मॉर्निंग बड़ी जल्दी उठ गए
मै _ वो गांव में आदत थी जल्दी उठ ने की तो जल्दी उठ गया
आंटी _ देवा नीलम कहा है उसे भी उठा देते है
मै _ आंटी वो उठ गई है बस तैयार हो रही है
मै _ आंटी हम आज कॉलेज कितने बजे निकले
आंटी _ अभी तो 8 ही बजे है हम कॉलेज 10 बजे तक पहुंच जायेंगे
फिर नीलम भी आ जाती है वो संतरी रंग के शूट में इतनी सुंदर लग रही थी कि मैं तो उसे देखकर ही मेरा मुंह खुला का खुला ही रह गया
मेरे द्वारा नीलम को ऐसे देखने से नीलम की भी नजरे शर्म से झुक गई
आंटी _ देवा अपना मुंह बंद कर लो वरना मक्खी घुस जाएगी
मै _ बहुत सुंदर लग रही हो
नीलम अपनी तारीफ सुनकर खुश हो जाती है शर्मा कर आंटी और अंकल के पैर छूकर आशीर्वाद लेती है
फिर हम लोग खाना खाते हैं और आंटी से पूछ कर एडमिशन मै कोन से कागज़ लगेंगे उनको इकट्ठा करने लगते है
फिर मैं कॉलेज के लिए निकल जाता हूं पहले मै बैंक में जाता हूं वहा से 6 लाख रूपये निकाल कर लाता हु मै कालेज पहुंच जाता हूं नीलम और आंटी मुझे प्रिसिपल ऑफिस के सामने ही दिख जाते है
फिर हम अंदर चले जाते है अंदर किशोर मेहता जो की प्रिंसिपल थे जिनकी उम्र 67 के लगभग थी
किशोर _ अरे रोहिणी आप अभी तो कालेज तीन दिन बाद चालू होगे फिर आप यहां
आंटी _ सर वो में इन दोनों के एडमिशन के लिए आई हू
किशोर_ पर एडमिशन तो बंद हो गए हैं
आंटी _ मै जानती हूं पर देवा का एडमिशन पहले ही है बस में मुझे नीलम के लिए एक डोनेशन सीट चाहिए
किशोर _ आप मजाक कर रही हैं रोहिणी जी इनको देख कर लग रहा है की ये गरीब परिवार से होगे इनके पास 5 लाख रूपये कहा आए
मै _ सर आप पैसे की चिंता ना करे वो मे लेकर आया हु बस हमे सीट दे दीजिए
किशोर _ ठीक है ये लीजिए फॉर्म भर दीजिए वैसे रोहिणी जी ये आपके कोन लगते है
आंटी _ इन्हे आप मेरे ही बच्चे समझ लीजिए
किशोर _ फिर तो इन्हे डिस्काउंट देना बनता है इसीलिए ये सीट आपको 4 लाख में ही देता हु
आंटी _ धन्यवाद आपका
किशोर _ वैसे तुम क्या शादी शुदा हो
नीलम_ जी सर (मेरी तरफ इशारा करते हुए) ये मेरे पति है
किशोर _ अच्छा
फिर हम एडमिशन कराके फीस जमा कर देता हु
हम बाहर आ जाते है
फिर बाजार मे जाते है और घर का सारा जरूरी सामान लेते है उनको पता दे देते है जिससे सामान को
घर पर पहुंचा सके
आंटी _ अब ये काम तो हो गया अब चलते हैं तुम दोनो के लिए कपड़े लेने के लिए
नीलम _ हमारे पास कपड़े है ना आंटी
आंटी _ अगर तुम दोनो ऐसे कपड़ो में कालेज जाओगे न तो वो तुम लोगो को कोई जंगली गंवार समझेंगे
और नीलम के कपड़े ठीक भी पर देवा तुम्हारे तो कपड़े भी खराब और ये क्या बड़े बड़े बाल रखे हुए हो चलो आज ही तुम सैलून में भी जाओगे समझे
मै _ जी आंटी
फिर थोड़ी बहुत शॉपिंग और की पर नीलम सिर्फ सूट ही ले रही थी
उसके बाद वो सैलून में ले गई जहां पर मेरी उन लोगो ने शकल ही बदल दी मुझे ऐसा लग रहा था
जब मैं बाहर आया तो नीलम और आंटी तो मुझे ही देखे जा रही थी
मै _ क्या हुआ आप दोनों को मुझे ऐसे क्यू देख रहे हो मै अच्छा नही लग रहा क्या
आंटी _ अच्छे तुम तो किसी फिल्म के हीरो लग रहे हो
देखना नीलम कही तुम्हारे पति को शहरी मैडम न उड़ा ले जाए
नीलम आंटी की बात सुन कर थोड़ी उदास हो जाती है
मै _ ऐसा कभी नही होगा आंटी मैने नीलम से वादा किया है कि मैं हमेशा उसके साथ ही रहूंगा
आंटी _ अरे नीलम बेटा में तो मजाक कर रही थी भगवान ने तुम दोनो की जोड़ी अपने हाथो से बनाई है मुझे पता है ये कभी भी नहीं टूटेंगी
ये सुन कर नीलम खुश हो जाती है
मै _ आंटी मुझे अब दो फोन और एक लैपटॉप लेना है
फिर हम एक शॉप पर जाते है वहा से में 2 फोन और एक लैपटॉप ले लेता हूं
फिर हम घर आ जाते है अब मेरे पास 27000 रूपये ही बचे थे
घर आकर हम किचन का सेट करते हैं ओर हम दोनो खाना खाकर थोड़ा आराम करते हैं
में ने नीलम को एक फ़ोन दिया
नीलम _ मै क्या करूंगी इस फ़ोन से मुझे तो चलाना भी नही आता है
मै _ ये तुम्हारी पढ़ाई में काम देगा और चलाने की बात है तो अपनी आंख बंद करो
नीलम _ आंख बंद क्यू
मै _ मैंने कहा ना बंद करो
फिर नीलम आंख बंद कर लेती है फिर मैं अपनी शक्ति का इस्तेमाल करके फ़ोन की पूरी जानकारी कैसे चलाते हैं क्या क्या हैं इस फ़ोन में वो नीलम के दिमाग में डाल देता हूं
नीलम अचानक अपनी आंख खोल लेती है
नीलम _ अभी आपने क्या किया
मै _ मैंने तो कुछ भी नहीं किया
नीलम_ नही अभी आपने कुछ किया जिससे मेरे पास अचानक इस फ़ोन की जानकारी आ गईं
बताइए ना क्या किया आपने
मै _ नीलम ये बात बस में तुम्हे बता रहा हूं मैने अपने वादा किया था कि इसके बारे मे किसी को नहीं बताऊंगा
नीलम _ मै भी किसी को नहीं बताउंगी
मै _ वो मेरे पास कुछ शक्तियां हैं जो मुझे जन्म से ही मिली हैं
नीलम _( खुश होते हुए) आपके पास क्या क्या शक्तियां हैं
मैं _ बहुत सारी है पर सब धीरे धीरे जागृत हो रही है
नीलम _ मुझे लैपटॉप भी चलाना सीखना है ( मासूम सी)
मै _( हस्ते हुए) ठीक है
फिर मैं लैपटॉप की भी जानकारी डाल देता हूं
नीलम _ फिर अब तो मुझे कोई चिंता करने की जरूरत नहीं मेरे पास तो सुपर हीरो हैं
मै _ चलो तुम आराम करो मैं कुछ काम से बाहर जा रहा हूं
फिर मैं बाहर निकल आता हूं और उस गैराज में पहुंच जाता हूं जो अंकल ने बताया था वहा से में एक पुरानी बाइक 20 हजार में खरीद लेता हूं
नीलम जब बाइक देखती है तो खुश हो जाती है फिर मैं उसे लेकर घूमने चला जाता हूं उसकी ये खुशी मुझे बहुत सुकून दे रही थी पता नहीं क्यों मेरे साथ ऐसा हो रहा था
फिर हम घर आ जाते है और आकर सीधे सो जाते है क्योंकि खाना तो हम बहार से खाके आए थे
उधर सुरजभान बहुत गुस्से में था वो अपनी पत्नी पर अपना गुस्सा निकाल रहा था
सुरजभान _ साली तू ने ही उसे भगाया है बता जल्दी कहा है वो
सुरजभान की बीबी जमीन पर पड़ी हुई थी उसकी हालत बहुत खराब थी उसका नाम मीना था
मीना _ मुझे नही पता आप क्या बोल रहे हो और में उसे क्यो भगाऊंगी
सुरजभान _ फिर वो कहा गई मैने तुझे बोला था ना की उसपर 24 घण्टे नजर रखना
अगर वो नही मिली तो वो हमे जिंदा नही छोड़ेंगी
मीना_ में आप की कसम खा कर बोलती हूं मुझे नही पता वो कहा है
सुरजभान _ फिर साला वो आदमी कोन था जो मेरे आदमियों को मार कर उसे स्टेशन पर से ले गया
मीना_ क्या किसी ने आपके आदमियों को मारा और उसे ले गया ( शॉक में)
सुरजभान _ हा उसने मेरे 14 आदमियों को बुरी तरह पीटा और उसे ले गया
मीना मन में _ हे भगवान अपने मेरी सुन ली मेरी बच्ची सुरक्षित रहे बस वरना ये शैतान मेरी फूल जैसी बच्ची को उस डायन को सौंपने जा रहा था बस मेरी बच्ची जहा भी रहे बस खुश रहें भगवान बस इतना ही चाहती हूं मै उसके बदले में चाहे सारी उम्र इस नर्क में क्यू ना गुजारनी पड़े
सुरजभान _ तू किस सोच में डूब गई तू बेफिक्र रह उसे तो में पाताल से भी ढूंढ लाऊंगा
Badi fast forward me baat aage nikal gayiअध्याय 3
देवा और नीलम मुंबई स्टेशन पर उतरते हैं देवा एक ऑटो वाले से बात करता है फिर दोनो उस ऑटो में बैठ कर कॉलेज पर पहुंच जाते हैं अभी कॉलेज की छुट्टी चल रही थी ।
देवा नीलम के साथ एक ढाबे पर बैठकर खाना खाते हैं
देवा ढाबे के मालिक से बात करता है कि उसे एक घर किराए पर चाहिए
तो ढाबे का मालिक एक ब्रोकर के बारे में बताता है
देवा और नीलम उस के पास पास पहुंच जाते है उस ब्रोकर का नाम लखन था जिसकी उम्र 50 से ज्यादा ही होगी
लखन - देखो बेटा ये है मुंबई यहां पर अकेले लड़के को घर मिल सकता है अकेली लड़की को भी घर सकता है लेकिन एक साथ दो लड़के और लड़की को घर भी मिलता है
देवा - तो अंकल आप ही कुछ उपाय बताएं
लखन - बेटा एक घर है जो की तुम्हारी कॉलेज के पास ही है पर उस घर के मालिक एक बूढ़े पति पत्नी है जो की अकेले ही रहते है पर उनकी एक शर्त है
देवा - क्या शर्त है
लखन - वो अपना घर किसी विवाहित जोड़े को ही देंगे
देवा - तो आप कोई घर ही देख लीजिए
लखन - फिर तो बेटा मेरे पास कोई घर नहीं है
नीलम - अंकल आप कुछ उपाय बताइए ना
लखन - तुम दोनो का रिश्ता क्या है
देवा - अंकल हम दोनो दोस्त हैं ये मेरे ही गांव की लड़की है
लखन - तो फिर मैं तुम्हे एक उपाय बताता हू मानना है तो मानो वरना तुम्हारी मर्ज़ी
नीलम - क्या उपाय है
लखन - बेटा मेरा एक दोस्त वकील है वो तुम दोनो की शादी करा देगा
देवा और नीलम - क्या
लखन - देखो पहले मेरी बात ध्यान से सुनो तुम दोनो अब 18 वर्ष की आयु पार कर चुके हो बेटा मुंबई जैसे शहर में ऐसे रहना बहुत कठिन होगा अगर में ये भी कह दूं कि तुम दोनो भाई बहन हो तो लोग फिर भी तुम दोनो के बारे में बात बनाएंगे इसलिए कह रहा हु तुम दोनो अगर पति पत्नी हुए तो कोई कुछ भी नहीं कहेगा
और मै कोन सा तुम दोनों से असली मे शादी करने को कह रहा हूं जब तक तुम दोनो की पढ़ाई पूरी नही हो जाती है तुम दोनो पति पत्नी बनने का नाटक करते रहना
देवा - अगर नाटक ही करना है तो वकील के पास क्यों जाना वो तो वैसे भी कर सकते हैं
नीलम - हा अंकल ये सही कह रहे है
लखन - अरे वो मकान मालिक शादी का सर्टिफिकेट भी मांगे गा उसके लिए
देवा और नीलम दोनो सोच में पड़ जाते है
देवा - नीलम तुम क्या कहती हो क्या तुम मेरे साथ पत्नी बनकर रह पाओगी
नीलम - अब जब आपके साथ ही रहना है तो कैसे भी रह लूंगी
लखन - अरे बेटा में भी तो यही कह रहा हु रुको में अपने दोस्त को फोन करके पूछता हूं
फिर लखन फोन करने चला जाता है थोडी देर बाद वो आ जाता है
लखन - बेटा वो इस वक्त फ्री है पर वो शादी करने के लिए मंगलसूत्र और वरमाला वगैरा में भी खर्चा होगा इसलिए वो 5000 रूपए मांग रहा है बस
देवा - वो तो हमारे पास पैसे है पर किराया कितना होगा
लखन - 2000 रुपए महीना बस घर एक दम बढ़िया मिल रहा है
देवा - ठीक है तो चलिए
फ़िर वो तीनो वकील के पास जाने के लिए निकल जाते है
नीलम मन ही मन खुश हो रही थी क्योंकि वो देवा प्यार करने लगी थी और आज उसी से उसकी शादी होने वाली थी भले देवा उस शादी को नकली समझे पर नीलम शादी को असली ही मान रही थी
रास्ते में लखन - सुनो बेटा मेने उससे कहा कि तुम दोनो एक दूसरे से प्यार करते हो और अपने घर से भाग कर आए हों
देवा - पर आपने ऐसा क्यों बोला
लखन - अरे अगर ऐसा नहीं बोलता तो वो नकली शादी के बहुत पैसे मांगता
देवा _ ठीक है
फिर तीनो वकील के पास पहुंच जाते है वकील का नाम मदनलाल था जो की अभी 40 की उम्र का होगा
हम दोनों को देख कर वो बोलता है
मदन लाल - अरे लखन भाई कही ये 18 वर्ष से कम आयु के तो नही है
लखन - अरे वकील्ल बाबू ये लीजिए इन दोनो के कागज आप ही देख लो
मदन लाल कागज देखता है और फिर वो हम दोनो की शादी करा देता है हम दोनो साइन कर देते है फिर मदन लाल हमे वरमाला देता है
हम दोनो एक दूसरे को वरमाला पहना देते है
फिर वो मुझे सिंदूर देता है और नीलम की मांग भरने को बोलता है मै थोड़ा झिझक जाता हूं तो नीलम अपनी आंखो झपका देती है तो भी उसकी मांग भर देता हूं
फिर वो मुझे मंगलसूत्र देता है में उसे पहना देता हूं
फिर वो एक कैमरा वाले को बुला कर हमारी फोटो खिंचवाते है
थोड़ी देर बाद वो हमे शादी के कागज देते हैं
फिर वहा हम सीधे उस मकान में पहुंच जाते हैं जहां हम लोगो को रहना था
वह मकान कॉलेज से 6 km दूरी पर था मकान देखनेबमे तो अच्छा लग रहा था वो मकान थोड़ा भीड़भाड़ वाले इलाके से अलग था वो दो मंजिल बना हुआ था
अंकल ने हमे बताया कि नीचे के मंजिल पर मकान मालिक और उनकी पत्नी रहते है
मकान के मालिक का नाम बलवंत सिंह है जो कि आर्मी से रिटायर है उनकी उम्र 62 साल है
और उनकी पत्नी का नाम रोहिणी देवी है वो एक टीचर हैं उनकी उम्र 56 साल है
जब हमने घर कीबजाई तब एक रोहिणी देवी निकल कर बाहर आई
वो हम दोनो को घूर कर देखने लगी
लखन _ नमस्ते भाभी जी भाई साहब है क्या
रोहिणी देवी _ अरे लखन ये किसे लेकर आ गया तू
लखन _ भाभी जी अंदर्वती बुलाए की बाहर ही खड़ा रखेंगी
रोहिणी देवी उन्हें अंदर बुलाती हैं और बलवंत सिंह भी आ जाते है
फिर वो लखन से आने का उद्देश्य पूछते है
लखन _ भाई साहब ये दोनो आपका घर किराए पर चाहते है जैसा आप दोनो ने बोला था ये दोनों पति पत्नी है
फिर मैं ओर नीलम उन्हें नमस्ते करते हैं
रोहिणी _ पर ये दोनो तो अभी छोटे लग रहे है
देवा _ आंटी मेरा नाम देवा है और ये मेरी पत्नी नीलम । बात ऐसी है आंटी की हम दोनो एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे जब ये बात नीलम के चाचाजी को पता चली तो उन्होने मुझसे कहा की अगर में पड़ लिख कर बड़ा अफसर बन गया तो मेरी और नीलम की शादी करा देगे इसलिए मेने अपनी सारी जमीन और घर बेचकर यहा मुंबई के tps कॉलेज में दाखिला ले लिया और मुंबई आने की तैयारी करने लगा तभी मुझे अपने दोस्त से पता चला कि नीलम के चाचाजी उसकी शादी की एक जमींदार से कर रहे है जो की 55 साल का हैं इसीलिए मै नीलम को रात में ही भागा लाया और शादी कर ली और मै नीलम को लेकर मुंबई आ गया जब अंकल ने बताया कि आप लोग घर किराए पर शादी शुदा जोड़े को ही दोगे हमने यह आकार भी वकील के पास जाकर शादी कर ली
लखन _ ये लीजिए भाई इनके शादी के कागज
फिर बलवंत और रोहिणी कागज चेक कर लेते है
मैं _ अंकल हमारा कॉलेज यह से ही पास पड़ेगा इसलिए हम आपके पास आए हैं
रोहिणी देवी _ तो तुमने tps कॉलेज में दाखिला लिया है तो अपने दाखिले के कागज दिखाना
फिर उन्हें अपने कागज दिखा देता हु
अब में बलवंत को अंकल और रोहिणी को आंटी लिखूंगा
अंकल _ नीलम क्या तुम्हारे माता पिता नही है
नीलम _ अंकल मेरे माता पिता बचपन में ही गुजर गए थे मुझे मेरी चाची ने ही पाला था जब उन्हें मेरी जमींदार से शादी की बात का पता चला तो उन्होंने ही मुझे इनके साथ भागा दिया
अंकल _ और देवा तुम्हारे माता पिता
मै _ वो मेरी मां का देहांत मुझे जन्म देते ही हो गया था और मेरे पिता एक कारखाने में काम करते हैं उन्होने ही हमारी शादी कराई और मुझे मुंबई भेज दिया पड़ने के लिए क्योंकि यह मेरी मां की आखिरी इच्छा थी कि मैं पड़कर बड़ा आदमी बनू
मै _ अंकल क्या आप की tps कॉलेज में कोई जानकारी है
आंटी _ क्यों तुम्हारा तो दाखिला पहले ही है
मै _ वो आंटी मे चाहता हूं कि मेरे साथ नीलम भी कॉलेज में आगे की पढ़ाई करे
आंटी _ बेटा ये तो अच्छी बात है में उसी कॉलेज में पढ़ाती हु और एडमिशन की तारीख निकल चुकी है बस अब डोनेशन वाली सीट ही रह गई है
मै _ तो आंटी डोनेशन सीट भी चलेगी
आंटी _ बेटा वो सीट वो बहुत महंगी है उसमे 2 लाख कॉलेज फीस और 3 लाख डोनेशन देना पड़ेगा कुल मिलाकर पूरी 5 लाख की सीट है
नीलम_ तो मुझे नहीं लेना एडमिशन
मै _ आंटी आप सीट दिलवाइए में 5 लाख रुपए भर दूंगा
नीलम _ ये आप क्या बोल रहे है 5 लाख रूपये बहुत होते है मै अगली साल एडमिशन ले लूंगी
मै _ नही तुम इसी साल मेरे साथ एडमिशन लोगी अब तुम कुछ नही बोलोगी
लखन _ तो भाई में चलता हू अगर आप मेरा कमीशन दे देते तो
ये बोल कर वो हंसने लगता है फिर अंकल उसे 10000 रुपए दे देते हैं
फिर अंकल हमे दूसरी मंजिल पर ले जाते है दूसरी मंजिल पर एक कमरा और किचन और बाथरूम बना हुआ था और छोटा सा हॉल भी था
फिर अंकल को में 2000 हजार रूपए देता हूं और अंकल नीचे चले जाते है
में देखता हूं कि नीलम किसी सोच में गुम थी
मै _ क्या हुआ क्या सोच रही हो
नीलम _ वो वो मुझे खाना बनाना नही आता है
उसने इतनी मासूमियत से कहा कि मुझे हसी आने लगी
नीलम _ आप हस रहे है
मै _ अरे तुम चिंता मत करो मुझे आता है खाना बनाना बचपन से बना रहा हु आगे भी बना ही लूंगा अपनी पत्नी के लिए इतना तो कर ही सकता हु
पत्नी सुनकर नीलम शर्मा जाती है
मै _ वैसे नीलम तुम हमारी शादी के बारे में कॉलेज में बताओगी
नीलम _ मुझे कोई दिक्कत नहीं बताने में
मै _ मेरी राय मानो तो मत बताना क्युकी फिर तुम्हे लड़किया परेशान करेगी और तुम पढ़ाई पर ध्यान नहीं लगा पाओगी
नीलम हा मे सर हिला देती है आज के लिए इतना मिलते हैं अगले अध्याय में
Bahot badhiya shaandar updateअध्याय 4
चाकाला बहुत ही चिंता में डूबा हुआ था तभी वहा पर पर एक औरत आ जाती हैं
औरत _ क्या हुआ चाकाला अब तुम चिंतित नजर आ रहे हो
चाकाला_ अरे आप कब आई महारानी
महारानी _ हम तो अभी आए हैं और अगर तुम उस लड़की के लिए चिंतित हो तो चितित होने की कोई जरूरत नहीं है हमने अभी सुरजभान से बात की है लड़की उसके पास हैं
चाकाला _ नही महारानी उसके पास वो लड़की नही वो लड़की हमारी पहुंच से बाहर जा चुकी है उसकी किस्मत किसी और के साथ जुड़ चुकी है
महारानी _ क्या बक रहे हो तुम
चाकाला_ जी महारानी उस लड़की ने किसी के साथ विवाह कर लिया है
महारानी _ ( गुस्से में) नही ये नही हो सकता है चाकाला मेरी वर्षो की मेहनत पर ऐसे कोई पानी नही फेर सकता है
चाकाला_ पर ऐसा हो चुका है महारानी पर आप चिंतित ना हो
महारानी_ हम चिंतित ना हो तुम जानते हो ना मैंने इसके लिए क्या क्या किया है मैंने अपनो को इन्ही हाथो से मारा है
चाकाला_ मै सब कुछ जानता हूं पर आपको तो खुश होना चाहिए क्योंकि उस लड़की ने किसी लड़के से शादी की है जिससे आप अब लडकी का इस्तेमाल करेगी तो आपको दुगुना फल प्राप्त होगा
महारानी _ ( खुश होते हुए) ये तो अच्छी खबर है फिर तुम क्यों चिंतित हो रहे हो
चाकाला_महारानी में इस बात से चिंतित हू कि अगर उस लड़के से शादी करने से उस लड़की की कीमत दुगुनी हो गई तो वो लड़का कितना शक्तिशाली होगा
महाराणी _ अरे तुम खमखा परेशान हो रहे हो वो हमारी शक्तियों के सामने का टिक पायेगा
चाकाला_ नही महारानी आप गलत समझ रही है उस लड़के के पास जाने में उस लड़की को nhi देख पा रहा हूं तो सोचिए वो कितना शक्तिशाली होगा
महारानी_ तुम हमारी उन नौ शक्तियों को भूल रहे हो जिनके सामने कितना ताकतवर इंसान नही टिक सकता फिर भी मैं उस लड़की का पता लगाती हूं
महारानी वहा से चली जाती है वो वापस ध्यान में बैठ जाता है
इधर देवा और नीलम आराम कर रहे थे
मै _ नीलम तुम अपने बारे में कुछ बताओ ना
नीलम _ मै क्या बताऊं सब कुछ तो बता दिया मैने आपको
मै _ तुम ना पहले मुझे ये आप कहना बंद करो तुम मुझे नाम से भी बुला सकती हो
नीलम _ ना मुझसे आप का नाम नही बोला जायेगा
मै _ चलो जैसी तुम्हारी मर्ज़ी अब ना तुम आराम करो कल हम कॉलेज चलेंगे और तुम्हारा भी एडमिशन कराएंगे बाद में किताब, बैग, घर का सामान भी लेकर आना हैं
नीलम _ में आपसे से एक सवाल पूछूं
मै _ हा पूछो क्या पूछना है
नीलम _ आप मेरे लिए इतना कुछ क्यों कर रहे हैं जबकि मै आपकी कुछ भी नहीं लगती हू
मै _ तुम्हें पता है नीलम मैने अपनी मां को कभी भी नहीं देखा मुझे तो उनका नाम तक भीं नही पता है
जब तुमने बताया कि तुम्हारे माता पिता भी नही है तो मुझे तुम अपने जैसी लगी इसीलिए तुम्हारी परेशानी मुझे अपनी परेशानी लगी । इसलिए तुम बिलकुल मत घबराना जब तक में जिंदा हू तुम्हें कोई तकलीफ नहीं होने दूंगा ये देवा का वादा है देवा ने वादा किया मतलब तुम्हें कोई छू भी नहीं पाएगा
मै ने देखा तो नीलम की आंखों में आसूं थे
मै _ अरे पागल चल रो मत मुझे पता है तुझे इतना बदसूरत पति मिला है पर तुम चिंता मत करो मैं क्रीम लगा कर सुंदर हो जाऊंगा
नीलम हसने लगती है तो मै _ तुम ऐसे हंसते हुए ही अच्छी लगती हो चलो तुम आराम करो मैं कुछ खाने को लेकर आता हूं
तभी गेट बजने की आवाज आती हैं मै जाकर गेट खोलता हूं तो सामने आंटी खड़ी थी
मै _ अरे आप आइए ना अंदर
आंटी अंदर आ जाती है
आंटी _ में तुम दोनो के लिए खाना लेके आई हू
मै _ अरे आंटी इसकी कोई जरूरत नही थी
आंटी _ अरे मुझे पता की तुम लोग आज खाना नही बना पाओगे इसलिए लाई हु और कल सुबह का खाना भी तुम दोनो को हमारे साथ ही खाना होगा
मै _ ठीक है आंटी आप बैठिए ना में अभी फ्रेश होकर आया
फिर मैं बाथरूम की तरफ जाने लगता हूं तो मुझे अंदरब्से ही बाहर की आवाज आ रही थी
नीलम _ आंटी क्या आप मेरी एक मदद करेगी
आंटी _ हा बेटा बोलों क्या मदद करू मैं आपकी
नीलम _ आंटी क्या आप मुझे खाना बनाना सीखा देगी मुझे खाना बनाना नही आता है और ये कह रहे थे कि तुम्हे परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है मै खाना बना लेता हु
आंटी_ मै तुम्हे ऐसा खाना बनाना सीखा दूंगी
फिर मैं भी बाहर आ जाता हूं
मै _ आंटी आप के बच्चे कहा है
आंटी _ मेरी बस एक बेटी दिव्या जिसकी शादी हो चुकी है और वो अपने पति साथ यू के मै है
नीलम _ कल क्या आप हमारे साथ चलेगी हमे पता ही नहीं है घर में क्या क्या सामान चाहिए होता है
आंटी _ हा क्यों नहीं मेरी भी इसी बहाने शॉपिंग हो जायेगी
फिर हम दोनो खाना खाया और आंटी भीं चली गई अब बारी थी सोने की पर बेड सिर्फ एक था और थे दो
मै _ नीलम तुम बेड पर सो जाओ मैं यही चटाई बिछाकर सो जाऊंगा
नीलम _ नही आप बेड पर सो जाइए मै जमीन पर सो जाउंगी
मै _ चलो एक काम करते हैं दोनो बेड पर ही सो जाते है तुम्हे इतना तो भरोसा है ना मुझ पर
नीलम_ आप पर में आंख बंद करके विश्वास करती हूं
फिर मैं और नीलम बेड पर सो जाते है दिन भर की थकान से हमे जल्दी ही नींद आ जाती है
फिर सुबह के 4 बजे ही मेरी आंख खुल जाती है जब ने आंखे खोल ता हू देखता हूं कि नीलम मुझे बाहों मे भर कर सो रही थी
थोड़ी देर में उसे निहारता रहा वो बहुत मासूम और प्यारी लग रही थी में तो ये सोच कर हैरान की इतनी सुंदर लड़की मेरी आगोश मे है फिर भी मुझे उत्तेजना नही हो रही है मैने नीलम के माथे को चूमा और आराम से खड़ा हो गया और बाहर आकर छत पर बैठकर ध्यान लगाने लगा करीब दो घंटे ध्यान लगाने के बाद में उठा और कमरे के अंदर चला गया और कपड़े लेकर नहाने चला जाता हूं
मुझे तैयार होते हुएं 7 बज गए थे तभी नीलम की आंख खुल जाती है और मुझे ऐसे तैयार देख कर हड़बड़ा कर खड़ी हो जाती है
नीलम _ कितने बज गया
में _ अरे आराम से अभी 7 ही बजे है
नीलम_ फिर आप क्यू इतनी जल्दी तैयार हो कर कहा जा रहे है
मै _ मै कही नही जा रहा था वो तो जल्दी आंख खुल गई थी इसीलिए सोचा जब तक तुम जागती हो तब तक में बाथरूम में नहा धो कर फ्री हो जाता हूं अगर तुम और सोना चाहो तो सो सकती हो
नीलम _ नही में भी अब नहा धोकर तैयार हो जाती हूं
मै _ ठीक है तुम तैयार हो जाओ मैं तुम्हारा नीचे इंतजार कर रहा हूं
फिर मैं नीचे चला जाता हूं अंकल बैठ कर अखबार पद रहे थे
मै _ गुड मॉर्निंग अंकल जी
अंकल _ अरे गुड मॉर्निंग आओ बैठो हमारे साथ
मै _ आज की कोई ताज़ा खबर
अंकल _ अरे बेटा सब पुरानी ही खबरे हैं तुम सुनाओ आगे क्या करने का सोचा है
मै _ अंकल बस पढ़ाई पुरी हो जाए तुम कोई अपना बिजनेस स्टार्ट करूंगा
अंकल _ अच्छी बात है
मै _ अंकल मुझे कोई पुरानी बाइक चाहिए जिससे हम दोनो कॉलेज जा सके
अंकल _ यही पास में ही गैराज है वहा पुरानी बाइक मिल जाती है तुम जाकर बाइक देख लेना उनको मेरा नाम बता देना बस
मै _ जी अंकल
फिर आंटी आ जाती है
मै _ गुड मॉर्निंग आंटी
आंटी _ गुड मॉर्निंग बड़ी जल्दी उठ गए
मै _ वो गांव में आदत थी जल्दी उठ ने की तो जल्दी उठ गया
आंटी _ देवा नीलम कहा है उसे भी उठा देते है
मै _ आंटी वो उठ गई है बस तैयार हो रही है
मै _ आंटी हम आज कॉलेज कितने बजे निकले
आंटी _ अभी तो 8 ही बजे है हम कॉलेज 10 बजे तक पहुंच जायेंगे
फिर नीलम भी आ जाती है वो संतरी रंग के शूट में इतनी सुंदर लग रही थी कि मैं तो उसे देखकर ही मेरा मुंह खुला का खुला ही रह गया
मेरे द्वारा नीलम को ऐसे देखने से नीलम की भी नजरे शर्म से झुक गई
आंटी _ देवा अपना मुंह बंद कर लो वरना मक्खी घुस जाएगी
मै _ बहुत सुंदर लग रही हो
नीलम अपनी तारीफ सुनकर खुश हो जाती है शर्मा कर आंटी और अंकल के पैर छूकर आशीर्वाद लेती है
फिर हम लोग खाना खाते हैं और आंटी से पूछ कर एडमिशन मै कोन से कागज़ लगेंगे उनको इकट्ठा करने लगते है
फिर मैं कॉलेज के लिए निकल जाता हूं पहले मै बैंक में जाता हूं वहा से 6 लाख रूपये निकाल कर लाता हु मै कालेज पहुंच जाता हूं नीलम और आंटी मुझे प्रिसिपल ऑफिस के सामने ही दिख जाते है
फिर हम अंदर चले जाते है अंदर किशोर मेहता जो की प्रिंसिपल थे जिनकी उम्र 67 के लगभग थी
किशोर _ अरे रोहिणी आप अभी तो कालेज तीन दिन बाद चालू होगे फिर आप यहां
आंटी _ सर वो में इन दोनों के एडमिशन के लिए आई हू
किशोर_ पर एडमिशन तो बंद हो गए हैं
आंटी _ मै जानती हूं पर देवा का एडमिशन पहले ही है बस में मुझे नीलम के लिए एक डोनेशन सीट चाहिए
किशोर _ आप मजाक कर रही हैं रोहिणी जी इनको देख कर लग रहा है की ये गरीब परिवार से होगे इनके पास 5 लाख रूपये कहा आए
मै _ सर आप पैसे की चिंता ना करे वो मे लेकर आया हु बस हमे सीट दे दीजिए
किशोर _ ठीक है ये लीजिए फॉर्म भर दीजिए वैसे रोहिणी जी ये आपके कोन लगते है
आंटी _ इन्हे आप मेरे ही बच्चे समझ लीजिए
किशोर _ फिर तो इन्हे डिस्काउंट देना बनता है इसीलिए ये सीट आपको 4 लाख में ही देता हु
आंटी _ धन्यवाद आपका
किशोर _ वैसे तुम क्या शादी शुदा हो
नीलम_ जी सर (मेरी तरफ इशारा करते हुए) ये मेरे पति है
किशोर _ अच्छा
फिर हम एडमिशन कराके फीस जमा कर देता हु
हम बाहर आ जाते है
फिर बाजार मे जाते है और घर का सारा जरूरी सामान लेते है उनको पता दे देते है जिससे सामान को
घर पर पहुंचा सके
आंटी _ अब ये काम तो हो गया अब चलते हैं तुम दोनो के लिए कपड़े लेने के लिए
नीलम _ हमारे पास कपड़े है ना आंटी
आंटी _ अगर तुम दोनो ऐसे कपड़ो में कालेज जाओगे न तो वो तुम लोगो को कोई जंगली गंवार समझेंगे
और नीलम के कपड़े ठीक भी पर देवा तुम्हारे तो कपड़े भी खराब और ये क्या बड़े बड़े बाल रखे हुए हो चलो आज ही तुम सैलून में भी जाओगे समझे
मै _ जी आंटी
फिर थोड़ी बहुत शॉपिंग और की पर नीलम सिर्फ सूट ही ले रही थी
उसके बाद वो सैलून में ले गई जहां पर मेरी उन लोगो ने शकल ही बदल दी मुझे ऐसा लग रहा था
जब मैं बाहर आया तो नीलम और आंटी तो मुझे ही देखे जा रही थी
मै _ क्या हुआ आप दोनों को मुझे ऐसे क्यू देख रहे हो मै अच्छा नही लग रहा क्या
आंटी _ अच्छे तुम तो किसी फिल्म के हीरो लग रहे हो
देखना नीलम कही तुम्हारे पति को शहरी मैडम न उड़ा ले जाए
नीलम आंटी की बात सुन कर थोड़ी उदास हो जाती है
मै _ ऐसा कभी नही होगा आंटी मैने नीलम से वादा किया है कि मैं हमेशा उसके साथ ही रहूंगा
आंटी _ अरे नीलम बेटा में तो मजाक कर रही थी भगवान ने तुम दोनो की जोड़ी अपने हाथो से बनाई है मुझे पता है ये कभी भी नहीं टूटेंगी
ये सुन कर नीलम खुश हो जाती है
मै _ आंटी मुझे अब दो फोन और एक लैपटॉप लेना है
फिर हम एक शॉप पर जाते है वहा से में 2 फोन और एक लैपटॉप ले लेता हूं
फिर हम घर आ जाते है अब मेरे पास 27000 रूपये ही बचे थे
घर आकर हम किचन का सेट करते हैं ओर हम दोनो खाना खाकर थोड़ा आराम करते हैं
में ने नीलम को एक फ़ोन दिया
नीलम _ मै क्या करूंगी इस फ़ोन से मुझे तो चलाना भी नही आता है
मै _ ये तुम्हारी पढ़ाई में काम देगा और चलाने की बात है तो अपनी आंख बंद करो
नीलम _ आंख बंद क्यू
मै _ मैंने कहा ना बंद करो
फिर नीलम आंख बंद कर लेती है फिर मैं अपनी शक्ति का इस्तेमाल करके फ़ोन की पूरी जानकारी कैसे चलाते हैं क्या क्या हैं इस फ़ोन में वो नीलम के दिमाग में डाल देता हूं
नीलम अचानक अपनी आंख खोल लेती है
नीलम _ अभी आपने क्या किया
मै _ मैंने तो कुछ भी नहीं किया
नीलम_ नही अभी आपने कुछ किया जिससे मेरे पास अचानक इस फ़ोन की जानकारी आ गईं
बताइए ना क्या किया आपने
मै _ नीलम ये बात बस में तुम्हे बता रहा हूं मैने अपने वादा किया था कि इसके बारे मे किसी को नहीं बताऊंगा
नीलम _ मै भी किसी को नहीं बताउंगी
मै _ वो मेरे पास कुछ शक्तियां हैं जो मुझे जन्म से ही मिली हैं
नीलम _( खुश होते हुए) आपके पास क्या क्या शक्तियां हैं
मैं _ बहुत सारी है पर सब धीरे धीरे जागृत हो रही है
नीलम _ मुझे लैपटॉप भी चलाना सीखना है ( मासूम सी)
मै _( हस्ते हुए) ठीक है
फिर मैं लैपटॉप की भी जानकारी डाल देता हूं
नीलम _ फिर अब तो मुझे कोई चिंता करने की जरूरत नहीं मेरे पास तो सुपर हीरो हैं
मै _ चलो तुम आराम करो मैं कुछ काम से बाहर जा रहा हूं
फिर मैं बाहर निकल आता हूं और उस गैराज में पहुंच जाता हूं जो अंकल ने बताया था वहा से में एक पुरानी बाइक 20 हजार में खरीद लेता हूं
नीलम जब बाइक देखती है तो खुश हो जाती है फिर मैं उसे लेकर घूमने चला जाता हूं उसकी ये खुशी मुझे बहुत सुकून दे रही थी पता नहीं क्यों मेरे साथ ऐसा हो रहा था
फिर हम घर आ जाते है और आकर सीधे सो जाते है क्योंकि खाना तो हम बहार से खाके आए थे
उधर सुरजभान बहुत गुस्से में था वो अपनी पत्नी पर अपना गुस्सा निकाल रहा था
सुरजभान _ साली तू ने ही उसे भगाया है बता जल्दी कहा है वो
सुरजभान की बीबी जमीन पर पड़ी हुई थी उसकी हालत बहुत खराब थी उसका नाम मीना था
मीना _ मुझे नही पता आप क्या बोल रहे हो और में उसे क्यो भगाऊंगी
सुरजभान _ फिर वो कहा गई मैने तुझे बोला था ना की उसपर 24 घण्टे नजर रखना
अगर वो नही मिली तो वो हमे जिंदा नही छोड़ेंगी
मीना_ में आप की कसम खा कर बोलती हूं मुझे नही पता वो कहा है
सुरजभान _ फिर साला वो आदमी कोन था जो मेरे आदमियों को मार कर उसे स्टेशन पर से ले गया
मीना_ क्या किसी ने आपके आदमियों को मारा और उसे ले गया ( शॉक में)
सुरजभान _ हा उसने मेरे 14 आदमियों को बुरी तरह पीटा और उसे ले गया
मीना मन में _ हे भगवान अपने मेरी सुन ली मेरी बच्ची सुरक्षित रहे बस वरना ये शैतान मेरी फूल जैसी बच्ची को उस डायन को सौंपने जा रहा था बस मेरी बच्ची जहा भी रहे बस खुश रहें भगवान बस इतना ही चाहती हूं मै उसके बदले में चाहे सारी उम्र इस नर्क में क्यू ना गुजारनी पड़े
सुरजभान _ तू किस सोच में डूब गई तू बेफिक्र रह उसे तो में पाताल से भी ढूंढ लाऊंगा