- 129
- 952
- 94
Good morning waiting for next updateGood morning
ThanksGood morning waiting for next update
Mast update hai bhai ..... Iss titu ka bache ko sala acha Mazza chakana .... Aur ab Deva aur aunty milka inn teeno sa badla lenga .... Toh wahi Pratap ab khus hua ye janka ki Deva na shaddi kar li hai. ..... Ab dekhta hai aage kya hoga ....अध्याय 5
अगली सुबह मेरी आंख जल्दी खुल जाती है मेरी बगल में नीलम सो रही थी में ने उसे नही जगाया और बाहर जा कर अभ्यास कर ने लगा अभ्यास कर के नहाने चला जाता हूं
फिर किचन में जा कर नाश्ता बनाने लगता हूं नाश्ता बनाने के बाद में नीलम को जागता हूं
नीलम - मैं आज भी देर तक सोती रही आपने मुझे जगाया क्यू नहीं
में _ अरे कोई बात नहीं है चलो जल्दी से नहा कर आयो फिर नाश्ता करते है
नीलम _ आपने नाश्ता भी बना लिया
में _ हा चलो जल्दी करो
फिर नीलम चली जाती है थोड़ी देर में वो आ जाती है
हम दोनों मिल कर नाश्ता करते है
में _कैसा बना है खाना
नीलम - अच्छा है ये क्या आप ने जादू से बनाया है
में _ अरे पागल लडकी तुम को क्या लगता है में सब काम अपने जादू से ही करता हु क्या
नीलम - नहीं नही वो तो मैं ने ऐसे पूछ लिया था
में _ में अपने जादू का उपयोग तभी करता हूं जब बहुत ज्यादा जरूरत हो समझी
नीलम अपनी गर्दन हिला देती हैं हम नाश्ता कर लेते है फिर नीलम जिद्द कर के बर्तन साफ करने चली जाती है
में वहां से नीचे चला जाता हूं जहां अंकल और आंटी नाश्ता कर रहे थे
वो आंटी मुझे नाश्ते के लिए कहती हैं में उन से कह देता हूं कि हमने नाश्ता कर लिया है
थोड़ी देर बाद नीलम भी नीचे आ जाती है
में _ आंटी अगर आप को परेशानी ना हो तो क्या आप नीलम को अपने साथ कॉलेज ले जाया करेंगी
आंटी _ हा बिल्कुल मुझे कोई परेशानी नहीं है
नीलम _ क्यों आप कॉलेज नहीं जाओगे क्या
में _ ऐसा नहीं है कि मैं कॉलेज नहीं जाओगे वो में इसलिए बोल रहा था कि अगर हम दोनो साथ में कॉलेज जाएंगे तो लोग हम दोनो के रिश्ते के बारे मे पूछेंगे जब उन लोगों को पता चलेगा कि हम पति पत्नी है तो वो लोग हम दोनो का मजाक उड़ाएंगे तो हम अपनी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पायेंगे
आंटी _ हा नीलम देवा बिल्कुल सही कह रहा है
नीलम - पर आंटी
आंटी _ अरे तुम भी ना देवा बस इतना कह रहा है कि तुम मेरे साथ कॉलेज जाओ और कॉलेज आयो बाकी के समय तुम दोनो कॉलेज में दोस्त बन कर रह लेना
और तुम दोनो की क्लास भी एक ही है
में _ तुम घबराओ मत में हर वक्त तुम्हारे आस पास ही रहूंगा
नीलम _ ठीक है जैसा आप को सही लगे
में _ आंटी आप हमारी बुक्स की लिस्ट बना देंगी तो हम बुक्स ले आते
आंटी मुझे एक लिस्ट देती है
आंटी _ लो वो मैने पहले ही बना दी है थी
में _ चलो नीलम
फिर मैं और नीलम बाइक से बाजार चले जाते हैं पर पता नही क्यों कल से औरतें और लड़किया घूर कर देख रही थी
में अपने इस जन्म में पुराने जन्म वाली गलतियां नहीं करना चाहता था वरना अब तक तो में आंटी को बजा चुका होता आंटी इस उमर भी कमाल लगती हैं
नीलम को बहुत गुस्से में दिख रही थी
में _ अब तुम्हे क्या हुआ इतने गुस्से में क्यों हो
नीलम - नही में तो गुस्से में नही हु
नीलम मन में _ अब इनको क्या बताऊं एक तो ये लडकिया इनको ऐसे देख रही है जैसे कच्चा ही खा जायेगी क्या और तो और ये आंटियों को भी शर्म नहीं है बेटे के उमर के होगे ये फिर भी देखो कैसे देख रही हैं बेशर्म कही की
मैने देखा देखा कि नीलम मन में कुछ बडबडा रही है
में _ अब फिर बड़बड़ाने लगी क्या हुआ
नीलम - मुझे न डर लग रहा है क्या में आपका हाथ पकड़ लू
में _ इसमें भी कुछ पूछने की बात है ये लो पकड़ लो
नीलम जल्दी से मेरे हाथ को पकड़ लेती हैं उसके चेहरे से ऐसा लग रहा था कि उसने कोई जंग जीत ली हो
हम फिर किताब बग़ैरा लेकर घर के लिए निकल जाते है
यहां से दूर राजस्थान में प्रताप और उसके साथी बैठ कर कुछ प्लान बना रहे थे
तभी वहा पर एक आदमी आता है
प्रताप _ सुनील क्या खबर देवा सही सलामत अपने कॉलेज के हॉस्टल में पहुंच गया ना
सुनील _ मालिक आप ना ऐसे ही परेशान होते है आपका बेटा तो आपसे भी दस कदम नहीं बीस कदम आगे है
प्रताप _ क्यों ऐसा देख लिया तुमने
सुनील _ मालिक छोटे मालिक जब स्टेशन पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कुछ 14 15 गुंडे एक लड़की को जबरदस्ती ले जा रहे थे
प्रताप _ फिर क्या हुआ
सुनील _ मालिक होना क्या था शायद छोटे मालिक का उस लड़की पर दिल आ गया था फिर उन्होंने अपने चेहरे को कपड़े से बांध लिया और और भिड़ गए उन गुंडों से
प्रताप _ क्या वो ठीक तो हैं ना कही उसे ज्यादा चोट तो नहीं आई
सुनील _ क्या मालिक आप मजाक कर रहे हैं छोटे मालिक ने उन गुंडों को एक मिनिट होने से पहले ही धूल चटा दी
और लड़की को लेकर चले गए और मालिक आपको पता है छोटे मालिक ने उस लड़की से शादी भी कर ली और उस लड़की के साथ एक किराए के घर में रहते हैं अब तो उन्होंने उस लड़की का भी एडमिशन अपने साथ ही करा लिया है
प्रताप ये सुनकर बहुत खुश होता है कि उसके बेटे ने शादी कर ली और लड़की को अपने साथ ही पढ़ा रहा है
प्रताप _ सुनील ये तो उस लड़की का क्या नाम है और दिखती कैसी है
सुनील - मालिक मुझे पता था आप ज़रूर यही सब पूछेंगे उस लड़की का नाम नीलम है और ये देखिए उन दोनों की शादी की फोटो जो मैने चुपके से खींची थीं
प्रताप फोटो को देखने लगता है और बहुत खुश हो जाता है
तभी उसके साथ बैठे हुए साथी में से एक बोलता है
साथी _ मालिक अगर सुनील सही कह रहा है तो छोटे मालिक को सब कुछ बता कर यहां बुला लेते है अगर वो यहां होगे तो ये और भी आसान हो जाएगा
प्रताप _ नहीं रविंदर मैने अपने जीवन में बहुत कुछ खोया है अगर मेरे बेटे को कुछ हो गया तो में जीते जी मर जाऊंगा
रविंदर _ पर मालिक उनको भी पता होना चाहिए कि उनका भी एक परिवार है जो उनका इंतजार कर रहा है
प्रताप _ जानता हूं रविंदर पर में अपने भाई को तो खो चुका हूं और भाभी का भी कुछ पता नहीं है कि वो जिंदा है भी या नहीं में उन दोनों की निशानी को खोना नहीं चाहता है इसलिए इस बदले से वो दूर ही रहे तो अच्छा है
दूसरी जगह
एक 54 साल का आदमी जिसका नाम चंद्रकांत था वो अपने घर में बैठा हुआ था वो गहरी सोच में डूबा हुआ था
तभी वहा पर एक औरत आती हैं जिसकी उम्र 38 साल होगी पर दिखने में 30 से कम की ही लग रही थी
औरत _ भैया चलो सभी लोग आपका खाने पर इंतजार कर रहे हैं
चंद्रकांत _आज कुछ अच्छा नहीं लग रहा है योग्यता
योग्यता _ क्या आप की तबीयत ठीक नहीं भैया
चन्द्रकांत _नहीं मेरी बहन तबियत को कुछ भी नहीं हुआ बस आज अपने दोनो भाइयों की याद आ रही हैं
योग्यता _ क्यों आप वही सब याद कर रहे हो जिससे हमें याद करने से तकलीफ ही होती हैं
चंद्रकांत _ योग्यता हम कई सालों से सोचते आ रहे हैं कि जो हमारे साथ हुआ वो किसकी वजह से हुआ तब हमे बस वो बच्चा याद आता है जिसके मनहूस कदम हमारे घर में रखने से ही हमारा हंसता खेलता परिवार उजड़ गया हमारे माता पिता को भी मार दिया गया और मेरे छोटे भाई कमल को मेरे आंखों के सामने ही मार डाला और वो रोशनी उस मनहूस को लेकर भाग गई और वो दोनो भी एक ट्रक के नीचे कुचल के मर गए और उन दोनों को बचाने के लिए मेरा भाई प्रताप भी गया था उसका आज तक पता नहीं चला कि वो कहा है जिंदा हैं भी के नहीं
योग्यता _ ऐसा मत बोलिए भैया प्रताप भैया जिंदा होगे अब आप बाहर चलिए आपकी दोनो लाडली बेटी जब तक खाना नहीं खाएंगी जब तक आप उन्हें अपने हाथो से नही खिलाओ
चंद्रकांत _( हस्ते हुए) है ये बात तो है वैसे योग्यता तूने उन दोनों की परवरिश खूब अच्छी की है
योग्यता _ हा क्यों ना करती में उनकी बुआ मां हु
चंद्रकांत _ कभी कभी मुझे तेरे लिए बहुत बुरा लगता है तूने भी उस हादसे में अपने पति को खोया था मैने तुझसे कितनी बार बोला कि मैं तेरी दूसरी शादी करा दूंगा
योग्यता _ क्या भैया फिर वही बात लेकर बैठ गए चलो आ जाओ बाहर में तो चली
फिर योग्यता चली जाती हैं चंद्रकांत भी बाहर चला जाता है
मुंबई में _
में और नीलम मिलकर शाम का खाना बना रहे थे
नीलम - वैसे में ना बहुत लकी हु
में _ अच्छा ऐसा क्यों
नीलम - अरे इसमें भी कोई पूछने वाली बात है बताइए कही आपने ऐसा पति देखा है जिसको घर के सारे काम आते हो और वो सुपर हीरो हो
में _ अच्छा ये सुपर हीरो कौन है कही तुमने दूसरी शादी तो नहीं कर ली
नीलम - में क्यों दूसरी शादी करने लगी और वो सुपर हीरो आप ही तो है
में _ अच्छा में कोई सुपर हीरो नहीं हु में तो एक साधारण सा मनुष्य हूं
नीलम - आप कुछ बोले आप मेरे लिए तो मेरे सुपर हीरो ही हो
में कुछ नही बोलता खाना भी तैयार हो चुका था
हम दोनों खाना खा के आराम से सो जाते है
रात के 11 बजे मेरी नींद खुल जाती है में पानी पीने के लिए बोतल उठाता हूं तो बोतल खाली होती हैं में पानी पीने के लिए किचन की और चल देता हूं
किचन से पानी पी कर में बाहर चला जाता है थोड़ी ताजी हवा लेने के लिए
तो में देखता हूं कि कोई इंसान का साया बड़े आराम से घर से बाहर जा रहा है वो बाहर चला जाता है उसके पीछे ही एक और साया उसके पीछे जाते हुए दिखता है
मुझे कुछ गड़बड़ लगती है तो मै उनका पीछा करने लगता हूं वो पहला साया हमारे घर से 6 घर छोड़कर एक घर में घुस जाता है उसके बाद वो दूसरा साया भी घर में घुस जाता है
में भी उन दोनों के पीछे उस घर में घुस जाता हूं उस घर में उजाला था तो मैं देखता हूं पहला वाला साया मेरे देखने से पहले उस कमरे में घुस गया था पर जो दूसरा साया था वो बाहर ही खिड़की के पास खड़ा हो कर अंदर देख रहा था
जो खिड़की के पास खड़ा साया कोई और नहीं रोहिणी आंटी ही थी वो अंदर बड़े गौर से देख रही थी
में भी चुपके से उनके पीछे खड़ा हो कर देखने लगा आवाज भी साफ सुनाई दे रही थी
मैने अंदर देखा तो मुझे अंकल किसी औरत के साथ दिखे जिसकी उम्र 46 साल ही होगी अंदर से आ रही आवाजें सुनने लगा
अंकल _ नैना जब तक में तुमसे मिल नहीं लेता हूं जब तक मुझे भी नींद नहीं आती हैं
नैना _ झूठ बोलने की जरूरत नहीं है अगर आप को नींद नहीं आती हैं तो मुझे ले चलिए ना अपने घर अपने साथ
अंकल _ तुम समझती नहीं हो में रोहिणी से क्या कहूंगा
नैना _ आप मुझे किराएदार भी बना कर ले जा सकते थे फिर भी आपने ऐसा नहीं किया कब तक में और मेरा बेटा इस किराए के घर में रहेंगे
अंकल _ तुम्हे क्या लगता है कि मैं कोशिश नही की होगी मैने रोहिणी से कहा कि विधवा औरत है उसका एक ही बेटा है उनको घर की बहुत जरूरत है पर तेरे उस नालायक बेटे ने मेरी ही बीवी को छेड़ दिया था इसलिए उसने मना कर दिया मैने ओर जिद्द की तो उसको हमारे रिश्ते के बारे मे शक होने लगा
नैना _ उसे नही पता था कि वह आपकी बीबी है वो आप छोड़िए ना अब तो आप मेरी प्यास बुझा दीजिए
ये बोलकर नैना तुरंत अपनी नाइटी उतार देती है उसका सावला रंग कातिलाना लग रहा था
फिर अंकल भी अपने कपड़े उतार कर नंगे हो जाते है अंकल नैना को बेड पर लिटा देते है और अंकल नैना की चूत को सहलाने लगते हैं नैना भी अंकल के 5 इंच के लन्ड को सहलाने लगती हैं
फिर अंकल नैना की चूत को चाटने लगते है
नैना भी अंकल के लन्ड को चूसने के लिए 69 की पोजीशन में आ जाती हैं फिर दोनो इसी तरह चुसाई में लगे रहते है आंटी की आंखों में से आंसू बह रहे थे
आंटी को आभास भी नहीं होता है कि में उनके पीछे खड़ा हु अंदर अंकल नैना की चूत में लन्ड डाल देते है
कोई 5 6 मिनट में ही धक्के लगाते हुए झड़ जाते है
और उसके बगल में ही लेट जाते है तभी मेरी नजर बाथरूम के गेट पर जाती है वहा मुझे एक लड़का झांकते हुए दिखता है
नैना _ आप ना मेरी हड्डियों तक को बजा देते हो
अंकल _ नैना ये तेरे हुस्न का जादू है जो में ये कर पाता हु वरना मैंने अपनी बीबी को 10 साल से हाथ भी नहीं लगाया है
नैना _ हाथ कैसे लगाओगे जब 10 साल से मेरे साथ पूरी रात यही गुजारते हो
नैना एक दूध का ग्लास उसे दे देती हैं
नैना _ ये लो पी लो
अंकल _ तुम मुझे हर रोज दूध क्यों देती हो
नैना _ क्योंकि आप ही मेरी प्यास बुझाने का सहारा हो अगर आप ही कमजोर पड़ गए तो मेरा क्या होगा
अंकल हस्ते हुए दूध पी लेते है तभी आंटी उदास मन से पीछे को मुड़कर जाने को होती हैं और मुझे देखकर सहम जाती हैं जैसी आंटी कुछ बोलने को होती हैं में आंटी के मुँह पर हाथ रख देता हु और शांत रहने का इशारा करता हूं
फिर उन्हे अंदर देखने को बोलता हु तो आंटी बिना कुछ बोले अंदर देखने लगती हैं
कोई 5 मिनट बाद अंकल सो जाते है फिर वो बाथरूम वाला लड़का बाहर आने लगता हैं वो भी बिल्कुल नंगा हो कर उसका लन्ड पूरे जोश से खड़ा था जो दिखने से 6 इंच का लग रहा था
वो सीधा नैना के पास जाता है उसे गले लगा लेता है
लड़का _ क्या एक्टिंग करती हैं तो मेरी रण्डी मां
नैना _ तू भी तो जब से बाथरूम से सब देख रहा था मेरे बेटे टीटू मदारचोद मां के दलाल
टीटू 28 साल का लड़का था शरीर भी ठीक ही था
टीटू _ देख तू न मुझे बस ये मां का दलाल मत कहा कर
नैना _ क्यों न बोलूं साले मुझे तू 10 साल पहले अपने प्यार में फंसाकर यहां ले आया और तेरा बाप के जिंदा होते हुए मुझे विधवा बना दिया और फिर जब पैसे खत्म हो गए तो मुझे इस बुड्ढे को फसाने के लिए बोला और ये भी कुत्ते की तरह दुम हिलाते हुए मेरी चूत में घुस गया जब से तू इसके पैसे ही ऐश मौज कर रहा है तो तू हुआ ना मां का दलाल
टीटू _ साली तू भी इसके ऐश मौज कर रही है और तू ही मुझे अपने इस हुस्न के जाल में फंसाकर ये सब करवाया है
में आज तक तेरे इस हुस्न के जाल नहीं निकल सका हु
नैना_ अच्छा तो फिर उस रोहिणी के लिए कौन पागल हो गया है अगर तू उसे नहीं छेड़ता तो हम दोनों आज उस घर में होते
टीटू _ अच्छा हुआ ना हम वहां नही गये वरना जो दिन ओर रात भर तेरी चूत की सेवा कैसे हों पाती
नैना_ साले ये कुछ दिनों में किसी कम का नहीं रहेगा तब क्या करेंगे इसलिए में उस घर में जाना चाहती हूं पर उनके यहां तो पहले किराएदार आ गए हैं
टीटू _ उस बात मत छेड़ क्या हुस्न की मल्लिका है वो लड़की कल देखा था उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि उसे ऐसा रगड़ कर चोदूं की साली खड़ी भी न हो पाए
ये बोलकर नैना ऊपर चढ़ कर उसे चोदने लगा
नीलम के बारे मे ऐसी बात सुनकर मेरा खून खोलने लगा में गुस्से मे अंदर जाने लगा तो आंटी ने मुझे पकड़ लिया और मुझे खींचते हुए बाहर ले गए
में _ आंटी मुझे छोड़ दीजिए आज इस कुत्ते को में जिंदा नहीं छोड़ूंगा इसने मेरी नीलम के बारे में ऐसा बोलने की हिम्मत कैसे हुई
आंटी _ देवा शान्त हो जाओ हम दोनो मिलकर इन तीनों से बदला लेंगे
में आंटी के रोकने पर थोड़ा शांत हो जाता हूं फिर में अपनी दिमाग चलाने लगता हूं
में _ आंटी आप यही रुकिए में अभी आता हूं
में ये बोल कर अंदर चला जाता हूं और उसकी किचन में जा कर देखता हूं में अपनी आंख बंद करके अपनी काली शक्तियों का इस्तेमाल करके वहां रखी खाने की वस्तुओं पर ऐसा जादू कर देता हूं कि जिससे इसे खाने वाले मर्द का कभी लन्ड खड़ा नहीं होगा
में वहां से आंटी के पास आकर घर लौट आता हूं और आंटी से थोड़ी देर की बोलकर नीलम को देखने के लिए चला जाता हूं नीलम बड़ी आराम से सो रही थी
में वापिस आंटी के पास चला जाता हूं
Shandaarअध्याय 5
अगली सुबह मेरी आंख जल्दी खुल जाती है मेरी बगल में नीलम सो रही थी में ने उसे नही जगाया और बाहर जा कर अभ्यास कर ने लगा अभ्यास कर के नहाने चला जाता हूं
फिर किचन में जा कर नाश्ता बनाने लगता हूं नाश्ता बनाने के बाद में नीलम को जागता हूं
नीलम - मैं आज भी देर तक सोती रही आपने मुझे जगाया क्यू नहीं
में _ अरे कोई बात नहीं है चलो जल्दी से नहा कर आयो फिर नाश्ता करते है
नीलम _ आपने नाश्ता भी बना लिया
में _ हा चलो जल्दी करो
फिर नीलम चली जाती है थोड़ी देर में वो आ जाती है
हम दोनों मिल कर नाश्ता करते है
में _कैसा बना है खाना
नीलम - अच्छा है ये क्या आप ने जादू से बनाया है
में _ अरे पागल लडकी तुम को क्या लगता है में सब काम अपने जादू से ही करता हु क्या
नीलम - नहीं नही वो तो मैं ने ऐसे पूछ लिया था
में _ में अपने जादू का उपयोग तभी करता हूं जब बहुत ज्यादा जरूरत हो समझी
नीलम अपनी गर्दन हिला देती हैं हम नाश्ता कर लेते है फिर नीलम जिद्द कर के बर्तन साफ करने चली जाती है
में वहां से नीचे चला जाता हूं जहां अंकल और आंटी नाश्ता कर रहे थे
वो आंटी मुझे नाश्ते के लिए कहती हैं में उन से कह देता हूं कि हमने नाश्ता कर लिया है
थोड़ी देर बाद नीलम भी नीचे आ जाती है
में _ आंटी अगर आप को परेशानी ना हो तो क्या आप नीलम को अपने साथ कॉलेज ले जाया करेंगी
आंटी _ हा बिल्कुल मुझे कोई परेशानी नहीं है
नीलम _ क्यों आप कॉलेज नहीं जाओगे क्या
में _ ऐसा नहीं है कि मैं कॉलेज नहीं जाओगे वो में इसलिए बोल रहा था कि अगर हम दोनो साथ में कॉलेज जाएंगे तो लोग हम दोनो के रिश्ते के बारे मे पूछेंगे जब उन लोगों को पता चलेगा कि हम पति पत्नी है तो वो लोग हम दोनो का मजाक उड़ाएंगे तो हम अपनी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पायेंगे
आंटी _ हा नीलम देवा बिल्कुल सही कह रहा है
नीलम - पर आंटी
आंटी _ अरे तुम भी ना देवा बस इतना कह रहा है कि तुम मेरे साथ कॉलेज जाओ और कॉलेज आयो बाकी के समय तुम दोनो कॉलेज में दोस्त बन कर रह लेना
और तुम दोनो की क्लास भी एक ही है
में _ तुम घबराओ मत में हर वक्त तुम्हारे आस पास ही रहूंगा
नीलम _ ठीक है जैसा आप को सही लगे
में _ आंटी आप हमारी बुक्स की लिस्ट बना देंगी तो हम बुक्स ले आते
आंटी मुझे एक लिस्ट देती है
आंटी _ लो वो मैने पहले ही बना दी है थी
में _ चलो नीलम
फिर मैं और नीलम बाइक से बाजार चले जाते हैं पर पता नही क्यों कल से औरतें और लड़किया घूर कर देख रही थी
में अपने इस जन्म में पुराने जन्म वाली गलतियां नहीं करना चाहता था वरना अब तक तो में आंटी को बजा चुका होता आंटी इस उमर भी कमाल लगती हैं
नीलम को बहुत गुस्से में दिख रही थी
में _ अब तुम्हे क्या हुआ इतने गुस्से में क्यों हो
नीलम - नही में तो गुस्से में नही हु
नीलम मन में _ अब इनको क्या बताऊं एक तो ये लडकिया इनको ऐसे देख रही है जैसे कच्चा ही खा जायेगी क्या और तो और ये आंटियों को भी शर्म नहीं है बेटे के उमर के होगे ये फिर भी देखो कैसे देख रही हैं बेशर्म कही की
मैने देखा देखा कि नीलम मन में कुछ बडबडा रही है
में _ अब फिर बड़बड़ाने लगी क्या हुआ
नीलम - मुझे न डर लग रहा है क्या में आपका हाथ पकड़ लू
में _ इसमें भी कुछ पूछने की बात है ये लो पकड़ लो
नीलम जल्दी से मेरे हाथ को पकड़ लेती हैं उसके चेहरे से ऐसा लग रहा था कि उसने कोई जंग जीत ली हो
हम फिर किताब बग़ैरा लेकर घर के लिए निकल जाते है
यहां से दूर राजस्थान में प्रताप और उसके साथी बैठ कर कुछ प्लान बना रहे थे
तभी वहा पर एक आदमी आता है
प्रताप _ सुनील क्या खबर देवा सही सलामत अपने कॉलेज के हॉस्टल में पहुंच गया ना
सुनील _ मालिक आप ना ऐसे ही परेशान होते है आपका बेटा तो आपसे भी दस कदम नहीं बीस कदम आगे है
प्रताप _ क्यों ऐसा देख लिया तुमने
सुनील _ मालिक छोटे मालिक जब स्टेशन पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कुछ 14 15 गुंडे एक लड़की को जबरदस्ती ले जा रहे थे
प्रताप _ फिर क्या हुआ
सुनील _ मालिक होना क्या था शायद छोटे मालिक का उस लड़की पर दिल आ गया था फिर उन्होंने अपने चेहरे को कपड़े से बांध लिया और और भिड़ गए उन गुंडों से
प्रताप _ क्या वो ठीक तो हैं ना कही उसे ज्यादा चोट तो नहीं आई
सुनील _ क्या मालिक आप मजाक कर रहे हैं छोटे मालिक ने उन गुंडों को एक मिनिट होने से पहले ही धूल चटा दी
और लड़की को लेकर चले गए और मालिक आपको पता है छोटे मालिक ने उस लड़की से शादी भी कर ली और उस लड़की के साथ एक किराए के घर में रहते हैं अब तो उन्होंने उस लड़की का भी एडमिशन अपने साथ ही करा लिया है
प्रताप ये सुनकर बहुत खुश होता है कि उसके बेटे ने शादी कर ली और लड़की को अपने साथ ही पढ़ा रहा है
प्रताप _ सुनील ये तो उस लड़की का क्या नाम है और दिखती कैसी है
सुनील - मालिक मुझे पता था आप ज़रूर यही सब पूछेंगे उस लड़की का नाम नीलम है और ये देखिए उन दोनों की शादी की फोटो जो मैने चुपके से खींची थीं
प्रताप फोटो को देखने लगता है और बहुत खुश हो जाता है
तभी उसके साथ बैठे हुए साथी में से एक बोलता है
साथी _ मालिक अगर सुनील सही कह रहा है तो छोटे मालिक को सब कुछ बता कर यहां बुला लेते है अगर वो यहां होगे तो ये और भी आसान हो जाएगा
प्रताप _ नहीं रविंदर मैने अपने जीवन में बहुत कुछ खोया है अगर मेरे बेटे को कुछ हो गया तो में जीते जी मर जाऊंगा
रविंदर _ पर मालिक उनको भी पता होना चाहिए कि उनका भी एक परिवार है जो उनका इंतजार कर रहा है
प्रताप _ जानता हूं रविंदर पर में अपने भाई को तो खो चुका हूं और भाभी का भी कुछ पता नहीं है कि वो जिंदा है भी या नहीं में उन दोनों की निशानी को खोना नहीं चाहता है इसलिए इस बदले से वो दूर ही रहे तो अच्छा है
दूसरी जगह
एक 54 साल का आदमी जिसका नाम चंद्रकांत था वो अपने घर में बैठा हुआ था वो गहरी सोच में डूबा हुआ था
तभी वहा पर एक औरत आती हैं जिसकी उम्र 38 साल होगी पर दिखने में 30 से कम की ही लग रही थी
औरत _ भैया चलो सभी लोग आपका खाने पर इंतजार कर रहे हैं
चंद्रकांत _आज कुछ अच्छा नहीं लग रहा है योग्यता
योग्यता _ क्या आप की तबीयत ठीक नहीं भैया
चन्द्रकांत _नहीं मेरी बहन तबियत को कुछ भी नहीं हुआ बस आज अपने दोनो भाइयों की याद आ रही हैं
योग्यता _ क्यों आप वही सब याद कर रहे हो जिससे हमें याद करने से तकलीफ ही होती हैं
चंद्रकांत _ योग्यता हम कई सालों से सोचते आ रहे हैं कि जो हमारे साथ हुआ वो किसकी वजह से हुआ तब हमे बस वो बच्चा याद आता है जिसके मनहूस कदम हमारे घर में रखने से ही हमारा हंसता खेलता परिवार उजड़ गया हमारे माता पिता को भी मार दिया गया और मेरे छोटे भाई कमल को मेरे आंखों के सामने ही मार डाला और वो रोशनी उस मनहूस को लेकर भाग गई और वो दोनो भी एक ट्रक के नीचे कुचल के मर गए और उन दोनों को बचाने के लिए मेरा भाई प्रताप भी गया था उसका आज तक पता नहीं चला कि वो कहा है जिंदा हैं भी के नहीं
योग्यता _ ऐसा मत बोलिए भैया प्रताप भैया जिंदा होगे अब आप बाहर चलिए आपकी दोनो लाडली बेटी जब तक खाना नहीं खाएंगी जब तक आप उन्हें अपने हाथो से नही खिलाओ
चंद्रकांत _( हस्ते हुए) है ये बात तो है वैसे योग्यता तूने उन दोनों की परवरिश खूब अच्छी की है
योग्यता _ हा क्यों ना करती में उनकी बुआ मां हु
चंद्रकांत _ कभी कभी मुझे तेरे लिए बहुत बुरा लगता है तूने भी उस हादसे में अपने पति को खोया था मैने तुझसे कितनी बार बोला कि मैं तेरी दूसरी शादी करा दूंगा
योग्यता _ क्या भैया फिर वही बात लेकर बैठ गए चलो आ जाओ बाहर में तो चली
फिर योग्यता चली जाती हैं चंद्रकांत भी बाहर चला जाता है
मुंबई में _
में और नीलम मिलकर शाम का खाना बना रहे थे
नीलम - वैसे में ना बहुत लकी हु
में _ अच्छा ऐसा क्यों
नीलम - अरे इसमें भी कोई पूछने वाली बात है बताइए कही आपने ऐसा पति देखा है जिसको घर के सारे काम आते हो और वो सुपर हीरो हो
में _ अच्छा ये सुपर हीरो कौन है कही तुमने दूसरी शादी तो नहीं कर ली
नीलम - में क्यों दूसरी शादी करने लगी और वो सुपर हीरो आप ही तो है
में _ अच्छा में कोई सुपर हीरो नहीं हु में तो एक साधारण सा मनुष्य हूं
नीलम - आप कुछ बोले आप मेरे लिए तो मेरे सुपर हीरो ही हो
में कुछ नही बोलता खाना भी तैयार हो चुका था
हम दोनों खाना खा के आराम से सो जाते है
रात के 11 बजे मेरी नींद खुल जाती है में पानी पीने के लिए बोतल उठाता हूं तो बोतल खाली होती हैं में पानी पीने के लिए किचन की और चल देता हूं
किचन से पानी पी कर में बाहर चला जाता है थोड़ी ताजी हवा लेने के लिए
तो में देखता हूं कि कोई इंसान का साया बड़े आराम से घर से बाहर जा रहा है वो बाहर चला जाता है उसके पीछे ही एक और साया उसके पीछे जाते हुए दिखता है
मुझे कुछ गड़बड़ लगती है तो मै उनका पीछा करने लगता हूं वो पहला साया हमारे घर से 6 घर छोड़कर एक घर में घुस जाता है उसके बाद वो दूसरा साया भी घर में घुस जाता है
में भी उन दोनों के पीछे उस घर में घुस जाता हूं उस घर में उजाला था तो मैं देखता हूं पहला वाला साया मेरे देखने से पहले उस कमरे में घुस गया था पर जो दूसरा साया था वो बाहर ही खिड़की के पास खड़ा हो कर अंदर देख रहा था
जो खिड़की के पास खड़ा साया कोई और नहीं रोहिणी आंटी ही थी वो अंदर बड़े गौर से देख रही थी
में भी चुपके से उनके पीछे खड़ा हो कर देखने लगा आवाज भी साफ सुनाई दे रही थी
मैने अंदर देखा तो मुझे अंकल किसी औरत के साथ दिखे जिसकी उम्र 46 साल ही होगी अंदर से आ रही आवाजें सुनने लगा
अंकल _ नैना जब तक में तुमसे मिल नहीं लेता हूं जब तक मुझे भी नींद नहीं आती हैं
नैना _ झूठ बोलने की जरूरत नहीं है अगर आप को नींद नहीं आती हैं तो मुझे ले चलिए ना अपने घर अपने साथ
अंकल _ तुम समझती नहीं हो में रोहिणी से क्या कहूंगा
नैना _ आप मुझे किराएदार भी बना कर ले जा सकते थे फिर भी आपने ऐसा नहीं किया कब तक में और मेरा बेटा इस किराए के घर में रहेंगे
अंकल _ तुम्हे क्या लगता है कि मैं कोशिश नही की होगी मैने रोहिणी से कहा कि विधवा औरत है उसका एक ही बेटा है उनको घर की बहुत जरूरत है पर तेरे उस नालायक बेटे ने मेरी ही बीवी को छेड़ दिया था इसलिए उसने मना कर दिया मैने ओर जिद्द की तो उसको हमारे रिश्ते के बारे मे शक होने लगा
नैना _ उसे नही पता था कि वह आपकी बीबी है वो आप छोड़िए ना अब तो आप मेरी प्यास बुझा दीजिए
ये बोलकर नैना तुरंत अपनी नाइटी उतार देती है उसका सावला रंग कातिलाना लग रहा था
फिर अंकल भी अपने कपड़े उतार कर नंगे हो जाते है अंकल नैना को बेड पर लिटा देते है और अंकल नैना की चूत को सहलाने लगते हैं नैना भी अंकल के 5 इंच के लन्ड को सहलाने लगती हैं
फिर अंकल नैना की चूत को चाटने लगते है
नैना भी अंकल के लन्ड को चूसने के लिए 69 की पोजीशन में आ जाती हैं फिर दोनो इसी तरह चुसाई में लगे रहते है आंटी की आंखों में से आंसू बह रहे थे
आंटी को आभास भी नहीं होता है कि में उनके पीछे खड़ा हु अंदर अंकल नैना की चूत में लन्ड डाल देते है
कोई 5 6 मिनट में ही धक्के लगाते हुए झड़ जाते है
और उसके बगल में ही लेट जाते है तभी मेरी नजर बाथरूम के गेट पर जाती है वहा मुझे एक लड़का झांकते हुए दिखता है
नैना _ आप ना मेरी हड्डियों तक को बजा देते हो
अंकल _ नैना ये तेरे हुस्न का जादू है जो में ये कर पाता हु वरना मैंने अपनी बीबी को 10 साल से हाथ भी नहीं लगाया है
नैना _ हाथ कैसे लगाओगे जब 10 साल से मेरे साथ पूरी रात यही गुजारते हो
नैना एक दूध का ग्लास उसे दे देती हैं
नैना _ ये लो पी लो
अंकल _ तुम मुझे हर रोज दूध क्यों देती हो
नैना _ क्योंकि आप ही मेरी प्यास बुझाने का सहारा हो अगर आप ही कमजोर पड़ गए तो मेरा क्या होगा
अंकल हस्ते हुए दूध पी लेते है तभी आंटी उदास मन से पीछे को मुड़कर जाने को होती हैं और मुझे देखकर सहम जाती हैं जैसी आंटी कुछ बोलने को होती हैं में आंटी के मुँह पर हाथ रख देता हु और शांत रहने का इशारा करता हूं
फिर उन्हे अंदर देखने को बोलता हु तो आंटी बिना कुछ बोले अंदर देखने लगती हैं
कोई 5 मिनट बाद अंकल सो जाते है फिर वो बाथरूम वाला लड़का बाहर आने लगता हैं वो भी बिल्कुल नंगा हो कर उसका लन्ड पूरे जोश से खड़ा था जो दिखने से 6 इंच का लग रहा था
वो सीधा नैना के पास जाता है उसे गले लगा लेता है
लड़का _ क्या एक्टिंग करती हैं तो मेरी रण्डी मां
नैना _ तू भी तो जब से बाथरूम से सब देख रहा था मेरे बेटे टीटू मदारचोद मां के दलाल
टीटू 28 साल का लड़का था शरीर भी ठीक ही था
टीटू _ देख तू न मुझे बस ये मां का दलाल मत कहा कर
नैना _ क्यों न बोलूं साले मुझे तू 10 साल पहले अपने प्यार में फंसाकर यहां ले आया और तेरा बाप के जिंदा होते हुए मुझे विधवा बना दिया और फिर जब पैसे खत्म हो गए तो मुझे इस बुड्ढे को फसाने के लिए बोला और ये भी कुत्ते की तरह दुम हिलाते हुए मेरी चूत में घुस गया जब से तू इसके पैसे ही ऐश मौज कर रहा है तो तू हुआ ना मां का दलाल
टीटू _ साली तू भी इसके ऐश मौज कर रही है और तू ही मुझे अपने इस हुस्न के जाल में फंसाकर ये सब करवाया है
में आज तक तेरे इस हुस्न के जाल नहीं निकल सका हु
नैना_ अच्छा तो फिर उस रोहिणी के लिए कौन पागल हो गया है अगर तू उसे नहीं छेड़ता तो हम दोनों आज उस घर में होते
टीटू _ अच्छा हुआ ना हम वहां नही गये वरना जो दिन ओर रात भर तेरी चूत की सेवा कैसे हों पाती
नैना_ साले ये कुछ दिनों में किसी कम का नहीं रहेगा तब क्या करेंगे इसलिए में उस घर में जाना चाहती हूं पर उनके यहां तो पहले किराएदार आ गए हैं
टीटू _ उस बात मत छेड़ क्या हुस्न की मल्लिका है वो लड़की कल देखा था उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि उसे ऐसा रगड़ कर चोदूं की साली खड़ी भी न हो पाए
ये बोलकर नैना ऊपर चढ़ कर उसे चोदने लगा
नीलम के बारे मे ऐसी बात सुनकर मेरा खून खोलने लगा में गुस्से मे अंदर जाने लगा तो आंटी ने मुझे पकड़ लिया और मुझे खींचते हुए बाहर ले गए
में _ आंटी मुझे छोड़ दीजिए आज इस कुत्ते को में जिंदा नहीं छोड़ूंगा इसने मेरी नीलम के बारे में ऐसा बोलने की हिम्मत कैसे हुई
आंटी _ देवा शान्त हो जाओ हम दोनो मिलकर इन तीनों से बदला लेंगे
में आंटी के रोकने पर थोड़ा शांत हो जाता हूं फिर में अपनी दिमाग चलाने लगता हूं
में _ आंटी आप यही रुकिए में अभी आता हूं
में ये बोल कर अंदर चला जाता हूं और उसकी किचन में जा कर देखता हूं में अपनी आंख बंद करके अपनी काली शक्तियों का इस्तेमाल करके वहां रखी खाने की वस्तुओं पर ऐसा जादू कर देता हूं कि जिससे इसे खाने वाले मर्द का कभी लन्ड खड़ा नहीं होगा
में वहां से आंटी के पास आकर घर लौट आता हूं और आंटी से थोड़ी देर की बोलकर नीलम को देखने के लिए चला जाता हूं नीलम बड़ी आराम से सो रही थी
में वापिस आंटी के पास चला जाता हूं
Bhai ek request hai thoda vistar me family introduction de and story lenth do bahut chote update vo bhi 2-3 gap meअध्याय 5
अगली सुबह मेरी आंख जल्दी खुल जाती है मेरी बगल में नीलम सो रही थी में ने उसे नही जगाया और बाहर जा कर अभ्यास कर ने लगा अभ्यास कर के नहाने चला जाता हूं
फिर किचन में जा कर नाश्ता बनाने लगता हूं नाश्ता बनाने के बाद में नीलम को जागता हूं
नीलम - मैं आज भी देर तक सोती रही आपने मुझे जगाया क्यू नहीं
में _ अरे कोई बात नहीं है चलो जल्दी से नहा कर आयो फिर नाश्ता करते है
नीलम _ आपने नाश्ता भी बना लिया
में _ हा चलो जल्दी करो
फिर नीलम चली जाती है थोड़ी देर में वो आ जाती है
हम दोनों मिल कर नाश्ता करते है
में _कैसा बना है खाना
नीलम - अच्छा है ये क्या आप ने जादू से बनाया है
में _ अरे पागल लडकी तुम को क्या लगता है में सब काम अपने जादू से ही करता हु क्या
नीलम - नहीं नही वो तो मैं ने ऐसे पूछ लिया था
में _ में अपने जादू का उपयोग तभी करता हूं जब बहुत ज्यादा जरूरत हो समझी
नीलम अपनी गर्दन हिला देती हैं हम नाश्ता कर लेते है फिर नीलम जिद्द कर के बर्तन साफ करने चली जाती है
में वहां से नीचे चला जाता हूं जहां अंकल और आंटी नाश्ता कर रहे थे
वो आंटी मुझे नाश्ते के लिए कहती हैं में उन से कह देता हूं कि हमने नाश्ता कर लिया है
थोड़ी देर बाद नीलम भी नीचे आ जाती है
में _ आंटी अगर आप को परेशानी ना हो तो क्या आप नीलम को अपने साथ कॉलेज ले जाया करेंगी
आंटी _ हा बिल्कुल मुझे कोई परेशानी नहीं है
नीलम _ क्यों आप कॉलेज नहीं जाओगे क्या
में _ ऐसा नहीं है कि मैं कॉलेज नहीं जाओगे वो में इसलिए बोल रहा था कि अगर हम दोनो साथ में कॉलेज जाएंगे तो लोग हम दोनो के रिश्ते के बारे मे पूछेंगे जब उन लोगों को पता चलेगा कि हम पति पत्नी है तो वो लोग हम दोनो का मजाक उड़ाएंगे तो हम अपनी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पायेंगे
आंटी _ हा नीलम देवा बिल्कुल सही कह रहा है
नीलम - पर आंटी
आंटी _ अरे तुम भी ना देवा बस इतना कह रहा है कि तुम मेरे साथ कॉलेज जाओ और कॉलेज आयो बाकी के समय तुम दोनो कॉलेज में दोस्त बन कर रह लेना
और तुम दोनो की क्लास भी एक ही है
में _ तुम घबराओ मत में हर वक्त तुम्हारे आस पास ही रहूंगा
नीलम _ ठीक है जैसा आप को सही लगे
में _ आंटी आप हमारी बुक्स की लिस्ट बना देंगी तो हम बुक्स ले आते
आंटी मुझे एक लिस्ट देती है
आंटी _ लो वो मैने पहले ही बना दी है थी
में _ चलो नीलम
फिर मैं और नीलम बाइक से बाजार चले जाते हैं पर पता नही क्यों कल से औरतें और लड़किया घूर कर देख रही थी
में अपने इस जन्म में पुराने जन्म वाली गलतियां नहीं करना चाहता था वरना अब तक तो में आंटी को बजा चुका होता आंटी इस उमर भी कमाल लगती हैं
नीलम को बहुत गुस्से में दिख रही थी
में _ अब तुम्हे क्या हुआ इतने गुस्से में क्यों हो
नीलम - नही में तो गुस्से में नही हु
नीलम मन में _ अब इनको क्या बताऊं एक तो ये लडकिया इनको ऐसे देख रही है जैसे कच्चा ही खा जायेगी क्या और तो और ये आंटियों को भी शर्म नहीं है बेटे के उमर के होगे ये फिर भी देखो कैसे देख रही हैं बेशर्म कही की
मैने देखा देखा कि नीलम मन में कुछ बडबडा रही है
में _ अब फिर बड़बड़ाने लगी क्या हुआ
नीलम - मुझे न डर लग रहा है क्या में आपका हाथ पकड़ लू
में _ इसमें भी कुछ पूछने की बात है ये लो पकड़ लो
नीलम जल्दी से मेरे हाथ को पकड़ लेती हैं उसके चेहरे से ऐसा लग रहा था कि उसने कोई जंग जीत ली हो
हम फिर किताब बग़ैरा लेकर घर के लिए निकल जाते है
यहां से दूर राजस्थान में प्रताप और उसके साथी बैठ कर कुछ प्लान बना रहे थे
तभी वहा पर एक आदमी आता है
प्रताप _ सुनील क्या खबर देवा सही सलामत अपने कॉलेज के हॉस्टल में पहुंच गया ना
सुनील _ मालिक आप ना ऐसे ही परेशान होते है आपका बेटा तो आपसे भी दस कदम नहीं बीस कदम आगे है
प्रताप _ क्यों ऐसा देख लिया तुमने
सुनील _ मालिक छोटे मालिक जब स्टेशन पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कुछ 14 15 गुंडे एक लड़की को जबरदस्ती ले जा रहे थे
प्रताप _ फिर क्या हुआ
सुनील _ मालिक होना क्या था शायद छोटे मालिक का उस लड़की पर दिल आ गया था फिर उन्होंने अपने चेहरे को कपड़े से बांध लिया और और भिड़ गए उन गुंडों से
प्रताप _ क्या वो ठीक तो हैं ना कही उसे ज्यादा चोट तो नहीं आई
सुनील _ क्या मालिक आप मजाक कर रहे हैं छोटे मालिक ने उन गुंडों को एक मिनिट होने से पहले ही धूल चटा दी
और लड़की को लेकर चले गए और मालिक आपको पता है छोटे मालिक ने उस लड़की से शादी भी कर ली और उस लड़की के साथ एक किराए के घर में रहते हैं अब तो उन्होंने उस लड़की का भी एडमिशन अपने साथ ही करा लिया है
प्रताप ये सुनकर बहुत खुश होता है कि उसके बेटे ने शादी कर ली और लड़की को अपने साथ ही पढ़ा रहा है
प्रताप _ सुनील ये तो उस लड़की का क्या नाम है और दिखती कैसी है
सुनील - मालिक मुझे पता था आप ज़रूर यही सब पूछेंगे उस लड़की का नाम नीलम है और ये देखिए उन दोनों की शादी की फोटो जो मैने चुपके से खींची थीं
प्रताप फोटो को देखने लगता है और बहुत खुश हो जाता है
तभी उसके साथ बैठे हुए साथी में से एक बोलता है
साथी _ मालिक अगर सुनील सही कह रहा है तो छोटे मालिक को सब कुछ बता कर यहां बुला लेते है अगर वो यहां होगे तो ये और भी आसान हो जाएगा
प्रताप _ नहीं रविंदर मैने अपने जीवन में बहुत कुछ खोया है अगर मेरे बेटे को कुछ हो गया तो में जीते जी मर जाऊंगा
रविंदर _ पर मालिक उनको भी पता होना चाहिए कि उनका भी एक परिवार है जो उनका इंतजार कर रहा है
प्रताप _ जानता हूं रविंदर पर में अपने भाई को तो खो चुका हूं और भाभी का भी कुछ पता नहीं है कि वो जिंदा है भी या नहीं में उन दोनों की निशानी को खोना नहीं चाहता है इसलिए इस बदले से वो दूर ही रहे तो अच्छा है
दूसरी जगह
एक 54 साल का आदमी जिसका नाम चंद्रकांत था वो अपने घर में बैठा हुआ था वो गहरी सोच में डूबा हुआ था
तभी वहा पर एक औरत आती हैं जिसकी उम्र 38 साल होगी पर दिखने में 30 से कम की ही लग रही थी
औरत _ भैया चलो सभी लोग आपका खाने पर इंतजार कर रहे हैं
चंद्रकांत _आज कुछ अच्छा नहीं लग रहा है योग्यता
योग्यता _ क्या आप की तबीयत ठीक नहीं भैया
चन्द्रकांत _नहीं मेरी बहन तबियत को कुछ भी नहीं हुआ बस आज अपने दोनो भाइयों की याद आ रही हैं
योग्यता _ क्यों आप वही सब याद कर रहे हो जिससे हमें याद करने से तकलीफ ही होती हैं
चंद्रकांत _ योग्यता हम कई सालों से सोचते आ रहे हैं कि जो हमारे साथ हुआ वो किसकी वजह से हुआ तब हमे बस वो बच्चा याद आता है जिसके मनहूस कदम हमारे घर में रखने से ही हमारा हंसता खेलता परिवार उजड़ गया हमारे माता पिता को भी मार दिया गया और मेरे छोटे भाई कमल को मेरे आंखों के सामने ही मार डाला और वो रोशनी उस मनहूस को लेकर भाग गई और वो दोनो भी एक ट्रक के नीचे कुचल के मर गए और उन दोनों को बचाने के लिए मेरा भाई प्रताप भी गया था उसका आज तक पता नहीं चला कि वो कहा है जिंदा हैं भी के नहीं
योग्यता _ ऐसा मत बोलिए भैया प्रताप भैया जिंदा होगे अब आप बाहर चलिए आपकी दोनो लाडली बेटी जब तक खाना नहीं खाएंगी जब तक आप उन्हें अपने हाथो से नही खिलाओ
चंद्रकांत _( हस्ते हुए) है ये बात तो है वैसे योग्यता तूने उन दोनों की परवरिश खूब अच्छी की है
योग्यता _ हा क्यों ना करती में उनकी बुआ मां हु
चंद्रकांत _ कभी कभी मुझे तेरे लिए बहुत बुरा लगता है तूने भी उस हादसे में अपने पति को खोया था मैने तुझसे कितनी बार बोला कि मैं तेरी दूसरी शादी करा दूंगा
योग्यता _ क्या भैया फिर वही बात लेकर बैठ गए चलो आ जाओ बाहर में तो चली
फिर योग्यता चली जाती हैं चंद्रकांत भी बाहर चला जाता है
मुंबई में _
में और नीलम मिलकर शाम का खाना बना रहे थे
नीलम - वैसे में ना बहुत लकी हु
में _ अच्छा ऐसा क्यों
नीलम - अरे इसमें भी कोई पूछने वाली बात है बताइए कही आपने ऐसा पति देखा है जिसको घर के सारे काम आते हो और वो सुपर हीरो हो
में _ अच्छा ये सुपर हीरो कौन है कही तुमने दूसरी शादी तो नहीं कर ली
नीलम - में क्यों दूसरी शादी करने लगी और वो सुपर हीरो आप ही तो है
में _ अच्छा में कोई सुपर हीरो नहीं हु में तो एक साधारण सा मनुष्य हूं
नीलम - आप कुछ बोले आप मेरे लिए तो मेरे सुपर हीरो ही हो
में कुछ नही बोलता खाना भी तैयार हो चुका था
हम दोनों खाना खा के आराम से सो जाते है
रात के 11 बजे मेरी नींद खुल जाती है में पानी पीने के लिए बोतल उठाता हूं तो बोतल खाली होती हैं में पानी पीने के लिए किचन की और चल देता हूं
किचन से पानी पी कर में बाहर चला जाता है थोड़ी ताजी हवा लेने के लिए
तो में देखता हूं कि कोई इंसान का साया बड़े आराम से घर से बाहर जा रहा है वो बाहर चला जाता है उसके पीछे ही एक और साया उसके पीछे जाते हुए दिखता है
मुझे कुछ गड़बड़ लगती है तो मै उनका पीछा करने लगता हूं वो पहला साया हमारे घर से 6 घर छोड़कर एक घर में घुस जाता है उसके बाद वो दूसरा साया भी घर में घुस जाता है
में भी उन दोनों के पीछे उस घर में घुस जाता हूं उस घर में उजाला था तो मैं देखता हूं पहला वाला साया मेरे देखने से पहले उस कमरे में घुस गया था पर जो दूसरा साया था वो बाहर ही खिड़की के पास खड़ा हो कर अंदर देख रहा था
जो खिड़की के पास खड़ा साया कोई और नहीं रोहिणी आंटी ही थी वो अंदर बड़े गौर से देख रही थी
में भी चुपके से उनके पीछे खड़ा हो कर देखने लगा आवाज भी साफ सुनाई दे रही थी
मैने अंदर देखा तो मुझे अंकल किसी औरत के साथ दिखे जिसकी उम्र 46 साल ही होगी अंदर से आ रही आवाजें सुनने लगा
अंकल _ नैना जब तक में तुमसे मिल नहीं लेता हूं जब तक मुझे भी नींद नहीं आती हैं
नैना _ झूठ बोलने की जरूरत नहीं है अगर आप को नींद नहीं आती हैं तो मुझे ले चलिए ना अपने घर अपने साथ
अंकल _ तुम समझती नहीं हो में रोहिणी से क्या कहूंगा
नैना _ आप मुझे किराएदार भी बना कर ले जा सकते थे फिर भी आपने ऐसा नहीं किया कब तक में और मेरा बेटा इस किराए के घर में रहेंगे
अंकल _ तुम्हे क्या लगता है कि मैं कोशिश नही की होगी मैने रोहिणी से कहा कि विधवा औरत है उसका एक ही बेटा है उनको घर की बहुत जरूरत है पर तेरे उस नालायक बेटे ने मेरी ही बीवी को छेड़ दिया था इसलिए उसने मना कर दिया मैने ओर जिद्द की तो उसको हमारे रिश्ते के बारे मे शक होने लगा
नैना _ उसे नही पता था कि वह आपकी बीबी है वो आप छोड़िए ना अब तो आप मेरी प्यास बुझा दीजिए
ये बोलकर नैना तुरंत अपनी नाइटी उतार देती है उसका सावला रंग कातिलाना लग रहा था
फिर अंकल भी अपने कपड़े उतार कर नंगे हो जाते है अंकल नैना को बेड पर लिटा देते है और अंकल नैना की चूत को सहलाने लगते हैं नैना भी अंकल के 5 इंच के लन्ड को सहलाने लगती हैं
फिर अंकल नैना की चूत को चाटने लगते है
नैना भी अंकल के लन्ड को चूसने के लिए 69 की पोजीशन में आ जाती हैं फिर दोनो इसी तरह चुसाई में लगे रहते है आंटी की आंखों में से आंसू बह रहे थे
आंटी को आभास भी नहीं होता है कि में उनके पीछे खड़ा हु अंदर अंकल नैना की चूत में लन्ड डाल देते है
कोई 5 6 मिनट में ही धक्के लगाते हुए झड़ जाते है
और उसके बगल में ही लेट जाते है तभी मेरी नजर बाथरूम के गेट पर जाती है वहा मुझे एक लड़का झांकते हुए दिखता है
नैना _ आप ना मेरी हड्डियों तक को बजा देते हो
अंकल _ नैना ये तेरे हुस्न का जादू है जो में ये कर पाता हु वरना मैंने अपनी बीबी को 10 साल से हाथ भी नहीं लगाया है
नैना _ हाथ कैसे लगाओगे जब 10 साल से मेरे साथ पूरी रात यही गुजारते हो
नैना एक दूध का ग्लास उसे दे देती हैं
नैना _ ये लो पी लो
अंकल _ तुम मुझे हर रोज दूध क्यों देती हो
नैना _ क्योंकि आप ही मेरी प्यास बुझाने का सहारा हो अगर आप ही कमजोर पड़ गए तो मेरा क्या होगा
अंकल हस्ते हुए दूध पी लेते है तभी आंटी उदास मन से पीछे को मुड़कर जाने को होती हैं और मुझे देखकर सहम जाती हैं जैसी आंटी कुछ बोलने को होती हैं में आंटी के मुँह पर हाथ रख देता हु और शांत रहने का इशारा करता हूं
फिर उन्हे अंदर देखने को बोलता हु तो आंटी बिना कुछ बोले अंदर देखने लगती हैं
कोई 5 मिनट बाद अंकल सो जाते है फिर वो बाथरूम वाला लड़का बाहर आने लगता हैं वो भी बिल्कुल नंगा हो कर उसका लन्ड पूरे जोश से खड़ा था जो दिखने से 6 इंच का लग रहा था
वो सीधा नैना के पास जाता है उसे गले लगा लेता है
लड़का _ क्या एक्टिंग करती हैं तो मेरी रण्डी मां
नैना _ तू भी तो जब से बाथरूम से सब देख रहा था मेरे बेटे टीटू मदारचोद मां के दलाल
टीटू 28 साल का लड़का था शरीर भी ठीक ही था
टीटू _ देख तू न मुझे बस ये मां का दलाल मत कहा कर
नैना _ क्यों न बोलूं साले मुझे तू 10 साल पहले अपने प्यार में फंसाकर यहां ले आया और तेरा बाप के जिंदा होते हुए मुझे विधवा बना दिया और फिर जब पैसे खत्म हो गए तो मुझे इस बुड्ढे को फसाने के लिए बोला और ये भी कुत्ते की तरह दुम हिलाते हुए मेरी चूत में घुस गया जब से तू इसके पैसे ही ऐश मौज कर रहा है तो तू हुआ ना मां का दलाल
टीटू _ साली तू भी इसके ऐश मौज कर रही है और तू ही मुझे अपने इस हुस्न के जाल में फंसाकर ये सब करवाया है
में आज तक तेरे इस हुस्न के जाल नहीं निकल सका हु
नैना_ अच्छा तो फिर उस रोहिणी के लिए कौन पागल हो गया है अगर तू उसे नहीं छेड़ता तो हम दोनों आज उस घर में होते
टीटू _ अच्छा हुआ ना हम वहां नही गये वरना जो दिन ओर रात भर तेरी चूत की सेवा कैसे हों पाती
नैना_ साले ये कुछ दिनों में किसी कम का नहीं रहेगा तब क्या करेंगे इसलिए में उस घर में जाना चाहती हूं पर उनके यहां तो पहले किराएदार आ गए हैं
टीटू _ उस बात मत छेड़ क्या हुस्न की मल्लिका है वो लड़की कल देखा था उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि उसे ऐसा रगड़ कर चोदूं की साली खड़ी भी न हो पाए
ये बोलकर नैना ऊपर चढ़ कर उसे चोदने लगा
नीलम के बारे मे ऐसी बात सुनकर मेरा खून खोलने लगा में गुस्से मे अंदर जाने लगा तो आंटी ने मुझे पकड़ लिया और मुझे खींचते हुए बाहर ले गए
में _ आंटी मुझे छोड़ दीजिए आज इस कुत्ते को में जिंदा नहीं छोड़ूंगा इसने मेरी नीलम के बारे में ऐसा बोलने की हिम्मत कैसे हुई
आंटी _ देवा शान्त हो जाओ हम दोनो मिलकर इन तीनों से बदला लेंगे
में आंटी के रोकने पर थोड़ा शांत हो जाता हूं फिर में अपनी दिमाग चलाने लगता हूं
में _ आंटी आप यही रुकिए में अभी आता हूं
में ये बोल कर अंदर चला जाता हूं और उसकी किचन में जा कर देखता हूं में अपनी आंख बंद करके अपनी काली शक्तियों का इस्तेमाल करके वहां रखी खाने की वस्तुओं पर ऐसा जादू कर देता हूं कि जिससे इसे खाने वाले मर्द का कभी लन्ड खड़ा नहीं होगा
में वहां से आंटी के पास आकर घर लौट आता हूं और आंटी से थोड़ी देर की बोलकर नीलम को देखने के लिए चला जाता हूं नीलम बड़ी आराम से सो रही थी
में वापिस आंटी के पास चला जाता हूं
Nice updateअध्याय 5
अगली सुबह मेरी आंख जल्दी खुल जाती है मेरी बगल में नीलम सो रही थी में ने उसे नही जगाया और बाहर जा कर अभ्यास कर ने लगा अभ्यास कर के नहाने चला जाता हूं
फिर किचन में जा कर नाश्ता बनाने लगता हूं नाश्ता बनाने के बाद में नीलम को जागता हूं
नीलम - मैं आज भी देर तक सोती रही आपने मुझे जगाया क्यू नहीं
में _ अरे कोई बात नहीं है चलो जल्दी से नहा कर आयो फिर नाश्ता करते है
नीलम _ आपने नाश्ता भी बना लिया
में _ हा चलो जल्दी करो
फिर नीलम चली जाती है थोड़ी देर में वो आ जाती है
हम दोनों मिल कर नाश्ता करते है
में _कैसा बना है खाना
नीलम - अच्छा है ये क्या आप ने जादू से बनाया है
में _ अरे पागल लडकी तुम को क्या लगता है में सब काम अपने जादू से ही करता हु क्या
नीलम - नहीं नही वो तो मैं ने ऐसे पूछ लिया था
में _ में अपने जादू का उपयोग तभी करता हूं जब बहुत ज्यादा जरूरत हो समझी
नीलम अपनी गर्दन हिला देती हैं हम नाश्ता कर लेते है फिर नीलम जिद्द कर के बर्तन साफ करने चली जाती है
में वहां से नीचे चला जाता हूं जहां अंकल और आंटी नाश्ता कर रहे थे
वो आंटी मुझे नाश्ते के लिए कहती हैं में उन से कह देता हूं कि हमने नाश्ता कर लिया है
थोड़ी देर बाद नीलम भी नीचे आ जाती है
में _ आंटी अगर आप को परेशानी ना हो तो क्या आप नीलम को अपने साथ कॉलेज ले जाया करेंगी
आंटी _ हा बिल्कुल मुझे कोई परेशानी नहीं है
नीलम _ क्यों आप कॉलेज नहीं जाओगे क्या
में _ ऐसा नहीं है कि मैं कॉलेज नहीं जाओगे वो में इसलिए बोल रहा था कि अगर हम दोनो साथ में कॉलेज जाएंगे तो लोग हम दोनो के रिश्ते के बारे मे पूछेंगे जब उन लोगों को पता चलेगा कि हम पति पत्नी है तो वो लोग हम दोनो का मजाक उड़ाएंगे तो हम अपनी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पायेंगे
आंटी _ हा नीलम देवा बिल्कुल सही कह रहा है
नीलम - पर आंटी
आंटी _ अरे तुम भी ना देवा बस इतना कह रहा है कि तुम मेरे साथ कॉलेज जाओ और कॉलेज आयो बाकी के समय तुम दोनो कॉलेज में दोस्त बन कर रह लेना
और तुम दोनो की क्लास भी एक ही है
में _ तुम घबराओ मत में हर वक्त तुम्हारे आस पास ही रहूंगा
नीलम _ ठीक है जैसा आप को सही लगे
में _ आंटी आप हमारी बुक्स की लिस्ट बना देंगी तो हम बुक्स ले आते
आंटी मुझे एक लिस्ट देती है
आंटी _ लो वो मैने पहले ही बना दी है थी
में _ चलो नीलम
फिर मैं और नीलम बाइक से बाजार चले जाते हैं पर पता नही क्यों कल से औरतें और लड़किया घूर कर देख रही थी
में अपने इस जन्म में पुराने जन्म वाली गलतियां नहीं करना चाहता था वरना अब तक तो में आंटी को बजा चुका होता आंटी इस उमर भी कमाल लगती हैं
नीलम को बहुत गुस्से में दिख रही थी
में _ अब तुम्हे क्या हुआ इतने गुस्से में क्यों हो
नीलम - नही में तो गुस्से में नही हु
नीलम मन में _ अब इनको क्या बताऊं एक तो ये लडकिया इनको ऐसे देख रही है जैसे कच्चा ही खा जायेगी क्या और तो और ये आंटियों को भी शर्म नहीं है बेटे के उमर के होगे ये फिर भी देखो कैसे देख रही हैं बेशर्म कही की
मैने देखा देखा कि नीलम मन में कुछ बडबडा रही है
में _ अब फिर बड़बड़ाने लगी क्या हुआ
नीलम - मुझे न डर लग रहा है क्या में आपका हाथ पकड़ लू
में _ इसमें भी कुछ पूछने की बात है ये लो पकड़ लो
नीलम जल्दी से मेरे हाथ को पकड़ लेती हैं उसके चेहरे से ऐसा लग रहा था कि उसने कोई जंग जीत ली हो
हम फिर किताब बग़ैरा लेकर घर के लिए निकल जाते है
यहां से दूर राजस्थान में प्रताप और उसके साथी बैठ कर कुछ प्लान बना रहे थे
तभी वहा पर एक आदमी आता है
प्रताप _ सुनील क्या खबर देवा सही सलामत अपने कॉलेज के हॉस्टल में पहुंच गया ना
सुनील _ मालिक आप ना ऐसे ही परेशान होते है आपका बेटा तो आपसे भी दस कदम नहीं बीस कदम आगे है
प्रताप _ क्यों ऐसा देख लिया तुमने
सुनील _ मालिक छोटे मालिक जब स्टेशन पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कुछ 14 15 गुंडे एक लड़की को जबरदस्ती ले जा रहे थे
प्रताप _ फिर क्या हुआ
सुनील _ मालिक होना क्या था शायद छोटे मालिक का उस लड़की पर दिल आ गया था फिर उन्होंने अपने चेहरे को कपड़े से बांध लिया और और भिड़ गए उन गुंडों से
प्रताप _ क्या वो ठीक तो हैं ना कही उसे ज्यादा चोट तो नहीं आई
सुनील _ क्या मालिक आप मजाक कर रहे हैं छोटे मालिक ने उन गुंडों को एक मिनिट होने से पहले ही धूल चटा दी
और लड़की को लेकर चले गए और मालिक आपको पता है छोटे मालिक ने उस लड़की से शादी भी कर ली और उस लड़की के साथ एक किराए के घर में रहते हैं अब तो उन्होंने उस लड़की का भी एडमिशन अपने साथ ही करा लिया है
प्रताप ये सुनकर बहुत खुश होता है कि उसके बेटे ने शादी कर ली और लड़की को अपने साथ ही पढ़ा रहा है
प्रताप _ सुनील ये तो उस लड़की का क्या नाम है और दिखती कैसी है
सुनील - मालिक मुझे पता था आप ज़रूर यही सब पूछेंगे उस लड़की का नाम नीलम है और ये देखिए उन दोनों की शादी की फोटो जो मैने चुपके से खींची थीं
प्रताप फोटो को देखने लगता है और बहुत खुश हो जाता है
तभी उसके साथ बैठे हुए साथी में से एक बोलता है
साथी _ मालिक अगर सुनील सही कह रहा है तो छोटे मालिक को सब कुछ बता कर यहां बुला लेते है अगर वो यहां होगे तो ये और भी आसान हो जाएगा
प्रताप _ नहीं रविंदर मैने अपने जीवन में बहुत कुछ खोया है अगर मेरे बेटे को कुछ हो गया तो में जीते जी मर जाऊंगा
रविंदर _ पर मालिक उनको भी पता होना चाहिए कि उनका भी एक परिवार है जो उनका इंतजार कर रहा है
प्रताप _ जानता हूं रविंदर पर में अपने भाई को तो खो चुका हूं और भाभी का भी कुछ पता नहीं है कि वो जिंदा है भी या नहीं में उन दोनों की निशानी को खोना नहीं चाहता है इसलिए इस बदले से वो दूर ही रहे तो अच्छा है
दूसरी जगह
एक 54 साल का आदमी जिसका नाम चंद्रकांत था वो अपने घर में बैठा हुआ था वो गहरी सोच में डूबा हुआ था
तभी वहा पर एक औरत आती हैं जिसकी उम्र 38 साल होगी पर दिखने में 30 से कम की ही लग रही थी
औरत _ भैया चलो सभी लोग आपका खाने पर इंतजार कर रहे हैं
चंद्रकांत _आज कुछ अच्छा नहीं लग रहा है योग्यता
योग्यता _ क्या आप की तबीयत ठीक नहीं भैया
चन्द्रकांत _नहीं मेरी बहन तबियत को कुछ भी नहीं हुआ बस आज अपने दोनो भाइयों की याद आ रही हैं
योग्यता _ क्यों आप वही सब याद कर रहे हो जिससे हमें याद करने से तकलीफ ही होती हैं
चंद्रकांत _ योग्यता हम कई सालों से सोचते आ रहे हैं कि जो हमारे साथ हुआ वो किसकी वजह से हुआ तब हमे बस वो बच्चा याद आता है जिसके मनहूस कदम हमारे घर में रखने से ही हमारा हंसता खेलता परिवार उजड़ गया हमारे माता पिता को भी मार दिया गया और मेरे छोटे भाई कमल को मेरे आंखों के सामने ही मार डाला और वो रोशनी उस मनहूस को लेकर भाग गई और वो दोनो भी एक ट्रक के नीचे कुचल के मर गए और उन दोनों को बचाने के लिए मेरा भाई प्रताप भी गया था उसका आज तक पता नहीं चला कि वो कहा है जिंदा हैं भी के नहीं
योग्यता _ ऐसा मत बोलिए भैया प्रताप भैया जिंदा होगे अब आप बाहर चलिए आपकी दोनो लाडली बेटी जब तक खाना नहीं खाएंगी जब तक आप उन्हें अपने हाथो से नही खिलाओ
चंद्रकांत _( हस्ते हुए) है ये बात तो है वैसे योग्यता तूने उन दोनों की परवरिश खूब अच्छी की है
योग्यता _ हा क्यों ना करती में उनकी बुआ मां हु
चंद्रकांत _ कभी कभी मुझे तेरे लिए बहुत बुरा लगता है तूने भी उस हादसे में अपने पति को खोया था मैने तुझसे कितनी बार बोला कि मैं तेरी दूसरी शादी करा दूंगा
योग्यता _ क्या भैया फिर वही बात लेकर बैठ गए चलो आ जाओ बाहर में तो चली
फिर योग्यता चली जाती हैं चंद्रकांत भी बाहर चला जाता है
मुंबई में _
में और नीलम मिलकर शाम का खाना बना रहे थे
नीलम - वैसे में ना बहुत लकी हु
में _ अच्छा ऐसा क्यों
नीलम - अरे इसमें भी कोई पूछने वाली बात है बताइए कही आपने ऐसा पति देखा है जिसको घर के सारे काम आते हो और वो सुपर हीरो हो
में _ अच्छा ये सुपर हीरो कौन है कही तुमने दूसरी शादी तो नहीं कर ली
नीलम - में क्यों दूसरी शादी करने लगी और वो सुपर हीरो आप ही तो है
में _ अच्छा में कोई सुपर हीरो नहीं हु में तो एक साधारण सा मनुष्य हूं
नीलम - आप कुछ बोले आप मेरे लिए तो मेरे सुपर हीरो ही हो
में कुछ नही बोलता खाना भी तैयार हो चुका था
हम दोनों खाना खा के आराम से सो जाते है
रात के 11 बजे मेरी नींद खुल जाती है में पानी पीने के लिए बोतल उठाता हूं तो बोतल खाली होती हैं में पानी पीने के लिए किचन की और चल देता हूं
किचन से पानी पी कर में बाहर चला जाता है थोड़ी ताजी हवा लेने के लिए
तो में देखता हूं कि कोई इंसान का साया बड़े आराम से घर से बाहर जा रहा है वो बाहर चला जाता है उसके पीछे ही एक और साया उसके पीछे जाते हुए दिखता है
मुझे कुछ गड़बड़ लगती है तो मै उनका पीछा करने लगता हूं वो पहला साया हमारे घर से 6 घर छोड़कर एक घर में घुस जाता है उसके बाद वो दूसरा साया भी घर में घुस जाता है
में भी उन दोनों के पीछे उस घर में घुस जाता हूं उस घर में उजाला था तो मैं देखता हूं पहला वाला साया मेरे देखने से पहले उस कमरे में घुस गया था पर जो दूसरा साया था वो बाहर ही खिड़की के पास खड़ा हो कर अंदर देख रहा था
जो खिड़की के पास खड़ा साया कोई और नहीं रोहिणी आंटी ही थी वो अंदर बड़े गौर से देख रही थी
में भी चुपके से उनके पीछे खड़ा हो कर देखने लगा आवाज भी साफ सुनाई दे रही थी
मैने अंदर देखा तो मुझे अंकल किसी औरत के साथ दिखे जिसकी उम्र 46 साल ही होगी अंदर से आ रही आवाजें सुनने लगा
अंकल _ नैना जब तक में तुमसे मिल नहीं लेता हूं जब तक मुझे भी नींद नहीं आती हैं
नैना _ झूठ बोलने की जरूरत नहीं है अगर आप को नींद नहीं आती हैं तो मुझे ले चलिए ना अपने घर अपने साथ
अंकल _ तुम समझती नहीं हो में रोहिणी से क्या कहूंगा
नैना _ आप मुझे किराएदार भी बना कर ले जा सकते थे फिर भी आपने ऐसा नहीं किया कब तक में और मेरा बेटा इस किराए के घर में रहेंगे
अंकल _ तुम्हे क्या लगता है कि मैं कोशिश नही की होगी मैने रोहिणी से कहा कि विधवा औरत है उसका एक ही बेटा है उनको घर की बहुत जरूरत है पर तेरे उस नालायक बेटे ने मेरी ही बीवी को छेड़ दिया था इसलिए उसने मना कर दिया मैने ओर जिद्द की तो उसको हमारे रिश्ते के बारे मे शक होने लगा
नैना _ उसे नही पता था कि वह आपकी बीबी है वो आप छोड़िए ना अब तो आप मेरी प्यास बुझा दीजिए
ये बोलकर नैना तुरंत अपनी नाइटी उतार देती है उसका सावला रंग कातिलाना लग रहा था
फिर अंकल भी अपने कपड़े उतार कर नंगे हो जाते है अंकल नैना को बेड पर लिटा देते है और अंकल नैना की चूत को सहलाने लगते हैं नैना भी अंकल के 5 इंच के लन्ड को सहलाने लगती हैं
फिर अंकल नैना की चूत को चाटने लगते है
नैना भी अंकल के लन्ड को चूसने के लिए 69 की पोजीशन में आ जाती हैं फिर दोनो इसी तरह चुसाई में लगे रहते है आंटी की आंखों में से आंसू बह रहे थे
आंटी को आभास भी नहीं होता है कि में उनके पीछे खड़ा हु अंदर अंकल नैना की चूत में लन्ड डाल देते है
कोई 5 6 मिनट में ही धक्के लगाते हुए झड़ जाते है
और उसके बगल में ही लेट जाते है तभी मेरी नजर बाथरूम के गेट पर जाती है वहा मुझे एक लड़का झांकते हुए दिखता है
नैना _ आप ना मेरी हड्डियों तक को बजा देते हो
अंकल _ नैना ये तेरे हुस्न का जादू है जो में ये कर पाता हु वरना मैंने अपनी बीबी को 10 साल से हाथ भी नहीं लगाया है
नैना _ हाथ कैसे लगाओगे जब 10 साल से मेरे साथ पूरी रात यही गुजारते हो
नैना एक दूध का ग्लास उसे दे देती हैं
नैना _ ये लो पी लो
अंकल _ तुम मुझे हर रोज दूध क्यों देती हो
नैना _ क्योंकि आप ही मेरी प्यास बुझाने का सहारा हो अगर आप ही कमजोर पड़ गए तो मेरा क्या होगा
अंकल हस्ते हुए दूध पी लेते है तभी आंटी उदास मन से पीछे को मुड़कर जाने को होती हैं और मुझे देखकर सहम जाती हैं जैसी आंटी कुछ बोलने को होती हैं में आंटी के मुँह पर हाथ रख देता हु और शांत रहने का इशारा करता हूं
फिर उन्हे अंदर देखने को बोलता हु तो आंटी बिना कुछ बोले अंदर देखने लगती हैं
कोई 5 मिनट बाद अंकल सो जाते है फिर वो बाथरूम वाला लड़का बाहर आने लगता हैं वो भी बिल्कुल नंगा हो कर उसका लन्ड पूरे जोश से खड़ा था जो दिखने से 6 इंच का लग रहा था
वो सीधा नैना के पास जाता है उसे गले लगा लेता है
लड़का _ क्या एक्टिंग करती हैं तो मेरी रण्डी मां
नैना _ तू भी तो जब से बाथरूम से सब देख रहा था मेरे बेटे टीटू मदारचोद मां के दलाल
टीटू 28 साल का लड़का था शरीर भी ठीक ही था
टीटू _ देख तू न मुझे बस ये मां का दलाल मत कहा कर
नैना _ क्यों न बोलूं साले मुझे तू 10 साल पहले अपने प्यार में फंसाकर यहां ले आया और तेरा बाप के जिंदा होते हुए मुझे विधवा बना दिया और फिर जब पैसे खत्म हो गए तो मुझे इस बुड्ढे को फसाने के लिए बोला और ये भी कुत्ते की तरह दुम हिलाते हुए मेरी चूत में घुस गया जब से तू इसके पैसे ही ऐश मौज कर रहा है तो तू हुआ ना मां का दलाल
टीटू _ साली तू भी इसके ऐश मौज कर रही है और तू ही मुझे अपने इस हुस्न के जाल में फंसाकर ये सब करवाया है
में आज तक तेरे इस हुस्न के जाल नहीं निकल सका हु
नैना_ अच्छा तो फिर उस रोहिणी के लिए कौन पागल हो गया है अगर तू उसे नहीं छेड़ता तो हम दोनों आज उस घर में होते
टीटू _ अच्छा हुआ ना हम वहां नही गये वरना जो दिन ओर रात भर तेरी चूत की सेवा कैसे हों पाती
नैना_ साले ये कुछ दिनों में किसी कम का नहीं रहेगा तब क्या करेंगे इसलिए में उस घर में जाना चाहती हूं पर उनके यहां तो पहले किराएदार आ गए हैं
टीटू _ उस बात मत छेड़ क्या हुस्न की मल्लिका है वो लड़की कल देखा था उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि उसे ऐसा रगड़ कर चोदूं की साली खड़ी भी न हो पाए
ये बोलकर नैना ऊपर चढ़ कर उसे चोदने लगा
नीलम के बारे मे ऐसी बात सुनकर मेरा खून खोलने लगा में गुस्से मे अंदर जाने लगा तो आंटी ने मुझे पकड़ लिया और मुझे खींचते हुए बाहर ले गए
में _ आंटी मुझे छोड़ दीजिए आज इस कुत्ते को में जिंदा नहीं छोड़ूंगा इसने मेरी नीलम के बारे में ऐसा बोलने की हिम्मत कैसे हुई
आंटी _ देवा शान्त हो जाओ हम दोनो मिलकर इन तीनों से बदला लेंगे
में आंटी के रोकने पर थोड़ा शांत हो जाता हूं फिर में अपनी दिमाग चलाने लगता हूं
में _ आंटी आप यही रुकिए में अभी आता हूं
में ये बोल कर अंदर चला जाता हूं और उसकी किचन में जा कर देखता हूं में अपनी आंख बंद करके अपनी काली शक्तियों का इस्तेमाल करके वहां रखी खाने की वस्तुओं पर ऐसा जादू कर देता हूं कि जिससे इसे खाने वाले मर्द का कभी लन्ड खड़ा नहीं होगा
में वहां से आंटी के पास आकर घर लौट आता हूं और आंटी से थोड़ी देर की बोलकर नीलम को देखने के लिए चला जाता हूं नीलम बड़ी आराम से सो रही थी
में वापिस आंटी के पास चला जाता हूं
Bahot behtareen shaandar updateअध्याय 5
अगली सुबह मेरी आंख जल्दी खुल जाती है मेरी बगल में नीलम सो रही थी में ने उसे नही जगाया और बाहर जा कर अभ्यास कर ने लगा अभ्यास कर के नहाने चला जाता हूं
फिर किचन में जा कर नाश्ता बनाने लगता हूं नाश्ता बनाने के बाद में नीलम को जागता हूं
नीलम - मैं आज भी देर तक सोती रही आपने मुझे जगाया क्यू नहीं
में _ अरे कोई बात नहीं है चलो जल्दी से नहा कर आयो फिर नाश्ता करते है
नीलम _ आपने नाश्ता भी बना लिया
में _ हा चलो जल्दी करो
फिर नीलम चली जाती है थोड़ी देर में वो आ जाती है
हम दोनों मिल कर नाश्ता करते है
में _कैसा बना है खाना
नीलम - अच्छा है ये क्या आप ने जादू से बनाया है
में _ अरे पागल लडकी तुम को क्या लगता है में सब काम अपने जादू से ही करता हु क्या
नीलम - नहीं नही वो तो मैं ने ऐसे पूछ लिया था
में _ में अपने जादू का उपयोग तभी करता हूं जब बहुत ज्यादा जरूरत हो समझी
नीलम अपनी गर्दन हिला देती हैं हम नाश्ता कर लेते है फिर नीलम जिद्द कर के बर्तन साफ करने चली जाती है
में वहां से नीचे चला जाता हूं जहां अंकल और आंटी नाश्ता कर रहे थे
वो आंटी मुझे नाश्ते के लिए कहती हैं में उन से कह देता हूं कि हमने नाश्ता कर लिया है
थोड़ी देर बाद नीलम भी नीचे आ जाती है
में _ आंटी अगर आप को परेशानी ना हो तो क्या आप नीलम को अपने साथ कॉलेज ले जाया करेंगी
आंटी _ हा बिल्कुल मुझे कोई परेशानी नहीं है
नीलम _ क्यों आप कॉलेज नहीं जाओगे क्या
में _ ऐसा नहीं है कि मैं कॉलेज नहीं जाओगे वो में इसलिए बोल रहा था कि अगर हम दोनो साथ में कॉलेज जाएंगे तो लोग हम दोनो के रिश्ते के बारे मे पूछेंगे जब उन लोगों को पता चलेगा कि हम पति पत्नी है तो वो लोग हम दोनो का मजाक उड़ाएंगे तो हम अपनी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पायेंगे
आंटी _ हा नीलम देवा बिल्कुल सही कह रहा है
नीलम - पर आंटी
आंटी _ अरे तुम भी ना देवा बस इतना कह रहा है कि तुम मेरे साथ कॉलेज जाओ और कॉलेज आयो बाकी के समय तुम दोनो कॉलेज में दोस्त बन कर रह लेना
और तुम दोनो की क्लास भी एक ही है
में _ तुम घबराओ मत में हर वक्त तुम्हारे आस पास ही रहूंगा
नीलम _ ठीक है जैसा आप को सही लगे
में _ आंटी आप हमारी बुक्स की लिस्ट बना देंगी तो हम बुक्स ले आते
आंटी मुझे एक लिस्ट देती है
आंटी _ लो वो मैने पहले ही बना दी है थी
में _ चलो नीलम
फिर मैं और नीलम बाइक से बाजार चले जाते हैं पर पता नही क्यों कल से औरतें और लड़किया घूर कर देख रही थी
में अपने इस जन्म में पुराने जन्म वाली गलतियां नहीं करना चाहता था वरना अब तक तो में आंटी को बजा चुका होता आंटी इस उमर भी कमाल लगती हैं
नीलम को बहुत गुस्से में दिख रही थी
में _ अब तुम्हे क्या हुआ इतने गुस्से में क्यों हो
नीलम - नही में तो गुस्से में नही हु
नीलम मन में _ अब इनको क्या बताऊं एक तो ये लडकिया इनको ऐसे देख रही है जैसे कच्चा ही खा जायेगी क्या और तो और ये आंटियों को भी शर्म नहीं है बेटे के उमर के होगे ये फिर भी देखो कैसे देख रही हैं बेशर्म कही की
मैने देखा देखा कि नीलम मन में कुछ बडबडा रही है
में _ अब फिर बड़बड़ाने लगी क्या हुआ
नीलम - मुझे न डर लग रहा है क्या में आपका हाथ पकड़ लू
में _ इसमें भी कुछ पूछने की बात है ये लो पकड़ लो
नीलम जल्दी से मेरे हाथ को पकड़ लेती हैं उसके चेहरे से ऐसा लग रहा था कि उसने कोई जंग जीत ली हो
हम फिर किताब बग़ैरा लेकर घर के लिए निकल जाते है
यहां से दूर राजस्थान में प्रताप और उसके साथी बैठ कर कुछ प्लान बना रहे थे
तभी वहा पर एक आदमी आता है
प्रताप _ सुनील क्या खबर देवा सही सलामत अपने कॉलेज के हॉस्टल में पहुंच गया ना
सुनील _ मालिक आप ना ऐसे ही परेशान होते है आपका बेटा तो आपसे भी दस कदम नहीं बीस कदम आगे है
प्रताप _ क्यों ऐसा देख लिया तुमने
सुनील _ मालिक छोटे मालिक जब स्टेशन पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कुछ 14 15 गुंडे एक लड़की को जबरदस्ती ले जा रहे थे
प्रताप _ फिर क्या हुआ
सुनील _ मालिक होना क्या था शायद छोटे मालिक का उस लड़की पर दिल आ गया था फिर उन्होंने अपने चेहरे को कपड़े से बांध लिया और और भिड़ गए उन गुंडों से
प्रताप _ क्या वो ठीक तो हैं ना कही उसे ज्यादा चोट तो नहीं आई
सुनील _ क्या मालिक आप मजाक कर रहे हैं छोटे मालिक ने उन गुंडों को एक मिनिट होने से पहले ही धूल चटा दी
और लड़की को लेकर चले गए और मालिक आपको पता है छोटे मालिक ने उस लड़की से शादी भी कर ली और उस लड़की के साथ एक किराए के घर में रहते हैं अब तो उन्होंने उस लड़की का भी एडमिशन अपने साथ ही करा लिया है
प्रताप ये सुनकर बहुत खुश होता है कि उसके बेटे ने शादी कर ली और लड़की को अपने साथ ही पढ़ा रहा है
प्रताप _ सुनील ये तो उस लड़की का क्या नाम है और दिखती कैसी है
सुनील - मालिक मुझे पता था आप ज़रूर यही सब पूछेंगे उस लड़की का नाम नीलम है और ये देखिए उन दोनों की शादी की फोटो जो मैने चुपके से खींची थीं
प्रताप फोटो को देखने लगता है और बहुत खुश हो जाता है
तभी उसके साथ बैठे हुए साथी में से एक बोलता है
साथी _ मालिक अगर सुनील सही कह रहा है तो छोटे मालिक को सब कुछ बता कर यहां बुला लेते है अगर वो यहां होगे तो ये और भी आसान हो जाएगा
प्रताप _ नहीं रविंदर मैने अपने जीवन में बहुत कुछ खोया है अगर मेरे बेटे को कुछ हो गया तो में जीते जी मर जाऊंगा
रविंदर _ पर मालिक उनको भी पता होना चाहिए कि उनका भी एक परिवार है जो उनका इंतजार कर रहा है
प्रताप _ जानता हूं रविंदर पर में अपने भाई को तो खो चुका हूं और भाभी का भी कुछ पता नहीं है कि वो जिंदा है भी या नहीं में उन दोनों की निशानी को खोना नहीं चाहता है इसलिए इस बदले से वो दूर ही रहे तो अच्छा है
दूसरी जगह
एक 54 साल का आदमी जिसका नाम चंद्रकांत था वो अपने घर में बैठा हुआ था वो गहरी सोच में डूबा हुआ था
तभी वहा पर एक औरत आती हैं जिसकी उम्र 38 साल होगी पर दिखने में 30 से कम की ही लग रही थी
औरत _ भैया चलो सभी लोग आपका खाने पर इंतजार कर रहे हैं
चंद्रकांत _आज कुछ अच्छा नहीं लग रहा है योग्यता
योग्यता _ क्या आप की तबीयत ठीक नहीं भैया
चन्द्रकांत _नहीं मेरी बहन तबियत को कुछ भी नहीं हुआ बस आज अपने दोनो भाइयों की याद आ रही हैं
योग्यता _ क्यों आप वही सब याद कर रहे हो जिससे हमें याद करने से तकलीफ ही होती हैं
चंद्रकांत _ योग्यता हम कई सालों से सोचते आ रहे हैं कि जो हमारे साथ हुआ वो किसकी वजह से हुआ तब हमे बस वो बच्चा याद आता है जिसके मनहूस कदम हमारे घर में रखने से ही हमारा हंसता खेलता परिवार उजड़ गया हमारे माता पिता को भी मार दिया गया और मेरे छोटे भाई कमल को मेरे आंखों के सामने ही मार डाला और वो रोशनी उस मनहूस को लेकर भाग गई और वो दोनो भी एक ट्रक के नीचे कुचल के मर गए और उन दोनों को बचाने के लिए मेरा भाई प्रताप भी गया था उसका आज तक पता नहीं चला कि वो कहा है जिंदा हैं भी के नहीं
योग्यता _ ऐसा मत बोलिए भैया प्रताप भैया जिंदा होगे अब आप बाहर चलिए आपकी दोनो लाडली बेटी जब तक खाना नहीं खाएंगी जब तक आप उन्हें अपने हाथो से नही खिलाओ
चंद्रकांत _( हस्ते हुए) है ये बात तो है वैसे योग्यता तूने उन दोनों की परवरिश खूब अच्छी की है
योग्यता _ हा क्यों ना करती में उनकी बुआ मां हु
चंद्रकांत _ कभी कभी मुझे तेरे लिए बहुत बुरा लगता है तूने भी उस हादसे में अपने पति को खोया था मैने तुझसे कितनी बार बोला कि मैं तेरी दूसरी शादी करा दूंगा
योग्यता _ क्या भैया फिर वही बात लेकर बैठ गए चलो आ जाओ बाहर में तो चली
फिर योग्यता चली जाती हैं चंद्रकांत भी बाहर चला जाता है
मुंबई में _
में और नीलम मिलकर शाम का खाना बना रहे थे
नीलम - वैसे में ना बहुत लकी हु
में _ अच्छा ऐसा क्यों
नीलम - अरे इसमें भी कोई पूछने वाली बात है बताइए कही आपने ऐसा पति देखा है जिसको घर के सारे काम आते हो और वो सुपर हीरो हो
में _ अच्छा ये सुपर हीरो कौन है कही तुमने दूसरी शादी तो नहीं कर ली
नीलम - में क्यों दूसरी शादी करने लगी और वो सुपर हीरो आप ही तो है
में _ अच्छा में कोई सुपर हीरो नहीं हु में तो एक साधारण सा मनुष्य हूं
नीलम - आप कुछ बोले आप मेरे लिए तो मेरे सुपर हीरो ही हो
में कुछ नही बोलता खाना भी तैयार हो चुका था
हम दोनों खाना खा के आराम से सो जाते है
रात के 11 बजे मेरी नींद खुल जाती है में पानी पीने के लिए बोतल उठाता हूं तो बोतल खाली होती हैं में पानी पीने के लिए किचन की और चल देता हूं
किचन से पानी पी कर में बाहर चला जाता है थोड़ी ताजी हवा लेने के लिए
तो में देखता हूं कि कोई इंसान का साया बड़े आराम से घर से बाहर जा रहा है वो बाहर चला जाता है उसके पीछे ही एक और साया उसके पीछे जाते हुए दिखता है
मुझे कुछ गड़बड़ लगती है तो मै उनका पीछा करने लगता हूं वो पहला साया हमारे घर से 6 घर छोड़कर एक घर में घुस जाता है उसके बाद वो दूसरा साया भी घर में घुस जाता है
में भी उन दोनों के पीछे उस घर में घुस जाता हूं उस घर में उजाला था तो मैं देखता हूं पहला वाला साया मेरे देखने से पहले उस कमरे में घुस गया था पर जो दूसरा साया था वो बाहर ही खिड़की के पास खड़ा हो कर अंदर देख रहा था
जो खिड़की के पास खड़ा साया कोई और नहीं रोहिणी आंटी ही थी वो अंदर बड़े गौर से देख रही थी
में भी चुपके से उनके पीछे खड़ा हो कर देखने लगा आवाज भी साफ सुनाई दे रही थी
मैने अंदर देखा तो मुझे अंकल किसी औरत के साथ दिखे जिसकी उम्र 46 साल ही होगी अंदर से आ रही आवाजें सुनने लगा
अंकल _ नैना जब तक में तुमसे मिल नहीं लेता हूं जब तक मुझे भी नींद नहीं आती हैं
नैना _ झूठ बोलने की जरूरत नहीं है अगर आप को नींद नहीं आती हैं तो मुझे ले चलिए ना अपने घर अपने साथ
अंकल _ तुम समझती नहीं हो में रोहिणी से क्या कहूंगा
नैना _ आप मुझे किराएदार भी बना कर ले जा सकते थे फिर भी आपने ऐसा नहीं किया कब तक में और मेरा बेटा इस किराए के घर में रहेंगे
अंकल _ तुम्हे क्या लगता है कि मैं कोशिश नही की होगी मैने रोहिणी से कहा कि विधवा औरत है उसका एक ही बेटा है उनको घर की बहुत जरूरत है पर तेरे उस नालायक बेटे ने मेरी ही बीवी को छेड़ दिया था इसलिए उसने मना कर दिया मैने ओर जिद्द की तो उसको हमारे रिश्ते के बारे मे शक होने लगा
नैना _ उसे नही पता था कि वह आपकी बीबी है वो आप छोड़िए ना अब तो आप मेरी प्यास बुझा दीजिए
ये बोलकर नैना तुरंत अपनी नाइटी उतार देती है उसका सावला रंग कातिलाना लग रहा था
फिर अंकल भी अपने कपड़े उतार कर नंगे हो जाते है अंकल नैना को बेड पर लिटा देते है और अंकल नैना की चूत को सहलाने लगते हैं नैना भी अंकल के 5 इंच के लन्ड को सहलाने लगती हैं
फिर अंकल नैना की चूत को चाटने लगते है
नैना भी अंकल के लन्ड को चूसने के लिए 69 की पोजीशन में आ जाती हैं फिर दोनो इसी तरह चुसाई में लगे रहते है आंटी की आंखों में से आंसू बह रहे थे
आंटी को आभास भी नहीं होता है कि में उनके पीछे खड़ा हु अंदर अंकल नैना की चूत में लन्ड डाल देते है
कोई 5 6 मिनट में ही धक्के लगाते हुए झड़ जाते है
और उसके बगल में ही लेट जाते है तभी मेरी नजर बाथरूम के गेट पर जाती है वहा मुझे एक लड़का झांकते हुए दिखता है
नैना _ आप ना मेरी हड्डियों तक को बजा देते हो
अंकल _ नैना ये तेरे हुस्न का जादू है जो में ये कर पाता हु वरना मैंने अपनी बीबी को 10 साल से हाथ भी नहीं लगाया है
नैना _ हाथ कैसे लगाओगे जब 10 साल से मेरे साथ पूरी रात यही गुजारते हो
नैना एक दूध का ग्लास उसे दे देती हैं
नैना _ ये लो पी लो
अंकल _ तुम मुझे हर रोज दूध क्यों देती हो
नैना _ क्योंकि आप ही मेरी प्यास बुझाने का सहारा हो अगर आप ही कमजोर पड़ गए तो मेरा क्या होगा
अंकल हस्ते हुए दूध पी लेते है तभी आंटी उदास मन से पीछे को मुड़कर जाने को होती हैं और मुझे देखकर सहम जाती हैं जैसी आंटी कुछ बोलने को होती हैं में आंटी के मुँह पर हाथ रख देता हु और शांत रहने का इशारा करता हूं
फिर उन्हे अंदर देखने को बोलता हु तो आंटी बिना कुछ बोले अंदर देखने लगती हैं
कोई 5 मिनट बाद अंकल सो जाते है फिर वो बाथरूम वाला लड़का बाहर आने लगता हैं वो भी बिल्कुल नंगा हो कर उसका लन्ड पूरे जोश से खड़ा था जो दिखने से 6 इंच का लग रहा था
वो सीधा नैना के पास जाता है उसे गले लगा लेता है
लड़का _ क्या एक्टिंग करती हैं तो मेरी रण्डी मां
नैना _ तू भी तो जब से बाथरूम से सब देख रहा था मेरे बेटे टीटू मदारचोद मां के दलाल
टीटू 28 साल का लड़का था शरीर भी ठीक ही था
टीटू _ देख तू न मुझे बस ये मां का दलाल मत कहा कर
नैना _ क्यों न बोलूं साले मुझे तू 10 साल पहले अपने प्यार में फंसाकर यहां ले आया और तेरा बाप के जिंदा होते हुए मुझे विधवा बना दिया और फिर जब पैसे खत्म हो गए तो मुझे इस बुड्ढे को फसाने के लिए बोला और ये भी कुत्ते की तरह दुम हिलाते हुए मेरी चूत में घुस गया जब से तू इसके पैसे ही ऐश मौज कर रहा है तो तू हुआ ना मां का दलाल
टीटू _ साली तू भी इसके ऐश मौज कर रही है और तू ही मुझे अपने इस हुस्न के जाल में फंसाकर ये सब करवाया है
में आज तक तेरे इस हुस्न के जाल नहीं निकल सका हु
नैना_ अच्छा तो फिर उस रोहिणी के लिए कौन पागल हो गया है अगर तू उसे नहीं छेड़ता तो हम दोनों आज उस घर में होते
टीटू _ अच्छा हुआ ना हम वहां नही गये वरना जो दिन ओर रात भर तेरी चूत की सेवा कैसे हों पाती
नैना_ साले ये कुछ दिनों में किसी कम का नहीं रहेगा तब क्या करेंगे इसलिए में उस घर में जाना चाहती हूं पर उनके यहां तो पहले किराएदार आ गए हैं
टीटू _ उस बात मत छेड़ क्या हुस्न की मल्लिका है वो लड़की कल देखा था उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि उसे ऐसा रगड़ कर चोदूं की साली खड़ी भी न हो पाए
ये बोलकर नैना ऊपर चढ़ कर उसे चोदने लगा
नीलम के बारे मे ऐसी बात सुनकर मेरा खून खोलने लगा में गुस्से मे अंदर जाने लगा तो आंटी ने मुझे पकड़ लिया और मुझे खींचते हुए बाहर ले गए
में _ आंटी मुझे छोड़ दीजिए आज इस कुत्ते को में जिंदा नहीं छोड़ूंगा इसने मेरी नीलम के बारे में ऐसा बोलने की हिम्मत कैसे हुई
आंटी _ देवा शान्त हो जाओ हम दोनो मिलकर इन तीनों से बदला लेंगे
में आंटी के रोकने पर थोड़ा शांत हो जाता हूं फिर में अपनी दिमाग चलाने लगता हूं
में _ आंटी आप यही रुकिए में अभी आता हूं
में ये बोल कर अंदर चला जाता हूं और उसकी किचन में जा कर देखता हूं में अपनी आंख बंद करके अपनी काली शक्तियों का इस्तेमाल करके वहां रखी खाने की वस्तुओं पर ऐसा जादू कर देता हूं कि जिससे इसे खाने वाले मर्द का कभी लन्ड खड़ा नहीं होगा
में वहां से आंटी के पास आकर घर लौट आता हूं और आंटी से थोड़ी देर की बोलकर नीलम को देखने के लिए चला जाता हूं नीलम बड़ी आराम से सो रही थी
में वापिस आंटी के पास चला जाता हूं