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Incest Bete se ummeed,,

Krishkumar

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I'd change kiya hai

update:: 3 ,,,,रामु अपने मित्र रघुवीर को गले लगा लेता है. और अब उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था. इतनी बड़ी खुशी पाकर वह अपने आप को वहुत सुखी महसूस कर रहा था,,,

रामु:अच्छा मित्र अब मै चलता हूँ और रजनी को इस खुशी के बारे में बताना चाहता हूँ. बहुत खुशी होगी उसे यह जानकर.

,,, रामु के बिदा लेने के साथ ही किशन रामु के पैर छूकर उसे प्रणाम करता है. और रामु वहाँ से अपने घर की ओर अग्रसर होता है.


,, काली और हरिया जो रामु का पीछा करते हुए रघुवीर के घर तक आ गये थे. उसके घर से वाहर जाते ही उसके फिर से पीछे लग जाते है,,

,, रामु बहुत खुश था अपने मित्र के साथ रिस्ता जोड़कर और खुशी की ही बात थी जबान बेटी बाप के कंधो पैर सबसे बड़ा कर्ज़ होती है दोलत का कर्ज़ तो इंसान जिन्दगी भर चुकाता है लेकिन बेटी का यह कर्ज़ इंसान को एक ही बार चुकाना पड़ता है. सादी करने के बाद भी उसे जब तक सुकून नहीं मिलता जब तक वह अपनी बेटी को उस इंसान के साथ सुखी न देख ले जिसको उसने अपनी बेटी का जीवन साथी बनाया है.

,, काली और हरिया ने जब देखा की रामु अपने घर की ओर जारहा है तो वह अपने मालिक वीर सिंह को इसकी सूचना देने के लिए हवेली की ओर चल देते है,,

,,उधर रजनी घर के वाहर खड़ी रामु की राह देख रही थी रामु को घर से निकले हुए शाम हो चुकी थी की अचनाक छोटी सी एक गली में उसकी नज़र पड़ती है. वहाँ पैर एक कुत्ता एक छोटी सी कुत्तिया के उपर चढ़ रहा था और वह कुत्तिया बार बार टियाउ टियाउ करती आगे बढ़ रही थी. यह सब देख कर रजनी के मन से एक ही आवाज़ आती है...

(रजनी मन में),,,,,,छी इतनी छोटी सी कुत्तिया इतने बड़े कुत्ते को कैसे संभाल सकती है और यह कुत्ता भी कितना कमीना है उसे छोड़ ही नहीं रहा है.


,, कुत्ता कुत्तिया को इस तरह चीखता देख उसके उपर से उतर जाता है.

,, रजनी अपने मन में एक राहत की सांस लेती है और फिर हे भगवान शुक्र है बेचारी बच गई,,
,, अचानक से कुत्ते को क्या सुझता है की वह कुत्तिया के पीछे जाकर उसकी पुंछ के नीचे सुघने लगता है.

,, ये सब देख कर रजनी का दिमाग चकरा जाता है. वह ये सब देखना तो नहीं चाहती थी मगर उसका मन था कि उसे यह सब देखने के लिए विवश कर रहा था,,

,, (रजनी मन में ) यह इसके पीछे क्या कर रहा है??

,, रजनी इधर उधर नजर घुमाकर देखती है कि कोई उसको देख तो नहीं रहा है. और किसी को भी वहाँ न पाकर वह फिर से कुत्ते की ओर देखने लगती है,,

,, कुत्ता उस छोटी सी कुत्तिया की योनी को सुघनता हुआ चाटने लगता है. और वह कुत्तिया भी अव वहाँ से हिल नहीं रही थी,,

,, अचानक रजनी की नजर कुत्ते के लिंग पर जाती है जो की बित्ते भर का गाजर के समान लाल सुर्ख वाहर को निकला हुआ था और कुत्ते के चाटने की वजह से हिल रहा था,,

,, रजनी को यह देख कर पसीना आने लगता है और उसे अपनी योनी मे चीटिया सी रेंगती महसूस होती हैं,,

,अब रजनी का मन वहाँ से जाने का विलकुल नहीं था और वह बड़े ध्यान से उन्हें देख रही थी,,,

,,रजनी मन में कितना गंदा है यह कुत्ता उसे चाट क्यों रहा है ये,, छी.. छी,,
,, कुत्तिया की योनी चाटने के बाद कुत्ता फिर से हाँफते हुए उस छोटी सी कुत्तिया के उपर चढ़ जाता है और इस बार कुत्तिया ज्यादा हिलती नहीं और कुत्ते का लिंग कुत्तिया की योनी के कुवारे पन को चिरता हुआ अंदर घुस जाता है.

,, कुत्तिया जोर से चिलाती है टीआउ .... टीओ टीआउ टीआउ...,,

, यह सब देख रजनी के मुह अचानक निकल जाता है.

,, रजनी हाय री.. मैय्या री.. मर जायेगी वो छोड़ दे उसे निर्दयी. छोड़ दे...,

कुत्ता लगातार झटके लगा रहा था और हर झटके के साथ कुत्तिया के मुह से चिल्लाने की आवाज आ रही थी लेकिन वह भागने की कोशीश नहीं कर रही थी..
,, रजनी को भी यह ना जाने कयों अब अच्छा लगता है. और उसकी योनी मे बहुत तेज़ खुजली सुरु हो जाती है, रामु रजनी से अव महीने में एक दो बार ही संम्भोग किया करता था. क्योकि घर में जवान बेटी के रहते उसे यह सब अच्छा नहीं लगता था.,,

,, रजनी कुत्ते की ओर देखती है अब कुत्तिया ने चिल्लाना बंद कर दिया था क्योकि कुत्ते के लिंग को उसकी योनी बुरी तरह से जकड़ चुकि थी और फिर कुत्तिया कुत्ते को खिचती हुई किसी झोपड़ी के अंदर ले जाती है.

,, रजनी से अपनी योनी की खुजली बर्दास्त नहीँ होती और वह अपने एक हाथ से धोती के उपर से ही खुजाना सुरु करती है और उसके मुह से एक मीठी सी आह निकलती है,,,
,, रजनी,, उम्म हू हूं हूं हूं.. माँ री....,,

रामु:रजनी ओ रजनी...
,,
,, रामु की आबाज सुन रजनी को होस आता है...,,

रजनी::जी हाँ जी आ गये आप मै कब से आप की रहा देख रही हूँ इतनी देर कहाँ लगा दी आप ने???

रामु:मुस्कराते हुए अरे बताता हूँ भगय्यावांन पहले ये बताओ की तुम्हे इतना पसीना क्यु आ रहा है??

रजनी:मुस्कराते हुए कुछ नहीं जी वो पानी भरने के लिए कुए पर गई थी ना तो उसकी वजह से आ रहा होगा.

रामु:अच्छा चलो घर के अंदर चलो फिर बताता हूँ इस खुशी की वजह और मुझे पंडित जी के पास भी जान है.

रजनी: क्या अभी जाना है सुबह चले जाना जी..

रामु: नहीं मुझे अभी जाना होगा गीता बेटी की कुंडली दिखाकर उसकी सादी पक्की करनी है.

रजनी:सादी किसके साथ करनी है गीता बेटी की सादी??

रामु:अरे अपने मित्र रघुवीर के बेटे किशन से रिस्ता पक्का किया है मैने अपनी गीता का बहुत सुखी रहेगी अपनी बिटिया वहाँ.

रजनी::खुशी के साथ बड़ी अच्छी बात है जी मै आप के लिए एक लोटा छाछ लाती हू और अभी अंधेरा होने बाला है. आप सुबह कुंडली दिखा लेना.. रात के समय उस जंगल मे जाना उचित नहीं है.

,, रजनी की बात रामु को सही लगती हैं और वह सुबह जाने का मन बना लेता है,,

,,रजनी:रामु के लिए छाछ लाती है और उसके हाथ में छाछ देते हुए एजी आज मेरा दिल बहुत बेचैन सा हो रहा है न जाने क्यों और तबियत भी कुछ ठीक सी नहीं लग रही आज आप मेरे साथ सो जाना जी वाहर उसारे मे.

रामु:रजनी गीता अब जबान हो गई है उसके सामने यह सब अच्छा नहीं लगता और गीता तो सोती है तुम्हारे पास मगर गीता बेटी है कहाँ दिखाई नहीं देती

रजनी:उदास मन से पशुओ को चारा डालने गई है आती होगी,

रामु:रजनी उदास ना हो ओर फिर पशुओ के साथ कोन रहेगा

रजनी:ठीक है जी आप जहां सोना चाहते हो वही सो जाना मै कुछ नहीं कहूगी
,, रजनी ने यह सब गुस्से मे बोल तो दिया था मगर जब से उसने उस कुत्ते और कुत्तिया को संम्भोग क्रिया करते हुए देखा था तब से उसकी योनी मे हो रही खुजली और उसके पानी के रिसाब से वह बहुत वियाकूल थी क्योकि आज से पहले उसने कभी एसा करते हुए किसी जानवर या पशु को नहीं देखा था यह घटना उसके साथ पहली बार घाटी थी,,,

,, रजनी घर के अंदर चली जाती है और गीता अपने बापू को देख खुशी से बापू से,,

गीता:मासूमियत से बापू आ गये आप माँ आप को कब से देख रही थी.

,,, गीता,,रजनी और रामु रात का भोजन करते हैं और फिर रामु पशुओ के साथ सोने के लिए चला जाता हैं ,,,,पशु पालने के लिए एक मिट्टी की शाल बनी हुई थी जिसमे रामु एक चारपाई पे सोता था.

,, रजनी कामा अग्नि में जल रही थी जिसके कारण वह भोजन भी पेट भर नहीं कर् पाई थी उसकी योनी मे हो रही बेचैनी और मिठी मिठी खुजली उसे बहुत परेसान कर रही थी जिसकी वजह से उसकी आँखों से नींद कोसों दूर थी. रजनी को अब गीता के सोने का इंतजार था आज किसी भी तरह संम्भोग करना चाहती थी.

,, रजनी (मन में) :आज क्यों इतनी खुजली हो रही हैं इसमें पहले तो कभी ऐसा नहीं होता था. आज क्यों इतना परेसान कर रही हैं ये.,, हाय रे मैय्या मै क्या करू इसका,,

,, रजनी योनी मे हो रही बेचैनी से रुवासी हो जाती हैं,, और वह कुछ सोचते हुए धोती के ऊपर से ही अपनी योनी को खूजाती है,,

,, और उसके मुह से एक धीमी आबाज मे सिसकारी निकलती हैं,,

रजनी: सी सी सी... हाई राम हाय माँ जी जी....
 

Krishkumar

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और किसकी है भाई क्या आप ने यह कहानी कहीं पड़ी है. तो आप मुझे बताओ मै आगे नहीं लिखुंगा. मैने तो आज तक नहीं पड़ी. दोस्तों मैने अपना नाम चेंज किया है devlopment की जगह krishkumar है
 
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Krishkumar

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मैने किसी की कहानी कोपि नहीं है. और यदि एसा है तो आप मुझे कहानी का नाम बताओ कौन सी कहानी की नकल की है मैने मित्र बताना जरूर विनती है आप से. अभी तो कहानी के हीरो का जन्म भी नहीं हुआ है इसमें
 

®@ju1

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और किसकी है भाई क्या आप ने यह कहानी कहीं पड़ी है. तो आप मुझे बताओ मै आगे नहीं लिखुंगा. मैने तो आज तक नहीं पड़ी. दोस्तों मैने अपना नाम चेंज किया है devlopment की जगह krishkumar है
Bilku Bhi Naam ka hi confusion tha
 
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