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Shukriya bhai,,,,Bahut badhiya update bhai
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Shukriya bhai,,,,Bahut badhiya update bhai
Shukriya mahi madam is khubsurat sameeksha ke liye,,,,इक्कीसवां भाग
बहुत ही लाजवाब और बेहतरीन कहानी महोदय।।
तो कहानी में एक नया मोड़ आ ही गया।। अपने माता पिता और अपने दोस्तों के माता पिता की बात सुनकर विक्रम के मन में शक के बीज को जन्म दे दिया। आखिर कोई भी माँ बाप अपने बच्चों के दब्बूपन और सीधापन खत्म हो जाने या कम हो जाने पर प्रसन्न ही होंगे, लेकिन विक्रम ने जो सुना उसके कारण उसके मन मे जासूसी के कीड़े रेंगने लगे। वो सच का पता लगाने के लिए तड़पने लगा।।
विक्रम की बात का भरोसा उसके दोस्तों ने भी नहीं किया, क्योंकि उन्होंने बात की संजीदगी को समझा ही नहीं। विक्रम ने अपने बाप की जासूसी करनी चाही तो भी वो विफल ही रहा। आखिर ऐसी क्या बात थी जिसको लेकर विक्रम के पापा पाने दोस्तों से बात कर रहे थे। कहीं ऐसा तो नहीं है कि विक्रम के पापा और उनके दोस्त ही चूत मार संस्था के करता धरता हों। जो उनकी हत्या का कारण बना हो।।
Shukriya mahi madam is khubsurat sameeksha ke liye,,,,बाईसवाँ भाग
बहुत ही बेहतरीन।
अब कहानी में असली रोमांच आ रहा है। मुझे तो लग रहा है कि विक्रम के माँ बाप भी इस संस्था से जुड़े हुए हैं और वही विक्रम को भी वहां पर ले गए। विक्रम ने अपने बाप की जासूसी शुरू कर दी और लगभग पहुंच ही गया था सच्चाई के पास कि उसके साथ दुर्घटना हो गई, मुझे लगता है कि ये दुर्घटना किसी सोची समझी साजिश का हिस्सा है। वक बात ये समझ मे नहीं आई कि अगर मोड़ पर विक्रम के साथ दुर्घटना हुई थी तो उसके पापा तो उसी रास्ते से वापस भी लौटे होंगे तो उन्होंने अपने बेटे को घायल अवस्था से देखा क्यों नहीं।।।
वो आदमी जिसने विक्रम को अस्पताल पहुंचाया वो भी लगता है चूत मार संस्था का सदस्य ही है क्योंई उसके हाव भाव और बोलने के तरीका उसे संदेह के घेरे में डालते हैं। अगर वो संस्था का सदस्य नहीं है और उसने विक्रम का मोबाइल देख लिया तो उसे रन भी होगा। देखते हैं आगे क्या होता है।।