एकांश साहब का वतौर किराएदार अक्षिता के पड़ोस मे रहना कोई साइंस राॅकेट नही है । यह एक सात साल का बालक भी समझ सकता है ।
फिर अक्षिता को यह समझ क्यों नही आया ? और सबसे बड़ी बात एकांश साहब को यह बेवकूफनामा आइडिया आया कहां से कि उनकी इस ऊलजलूल सफाई को असलियत मान लिया जायेगा !
यह एक ऐसा मौका था जहां एकांश साहब को अक्षिता से साफ-साफ और स्पष्ट बातें कर लेनी चाहिए थी । वगैर बातचीत के , वगैर सम्पर्क के आप गलतफहमी कैसे दूर कर सकते हैं ! अक्षिता का इलाज कैसे कर सकते है ! अक्षिता मैडम को यदि इलाज के लिए फाॅरेन भेजने की नौबत आ जाए तो यह कैसे करेंगे !
मुझे तो यह डर सता रहा है कि कहीं एकांश साहब अधिक डिप्रेशन की वजह से बीमार न हो जाए और अक्षिता से पहले स्वयं ही सवर्ग न सिधार जाएं !
बेहतरीन अपडेट आदि भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट ।