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मैं तो बहुत खुश था। अब मैं वो दूध पीने लगा और उसमें से थोड़ा उन्हें भी पिलाया। उसको भी खुद के दूध का टेस्ट अच्छा लगा। अब बारी लण्ड चूत को शांत करने की थी। मैंने नाइटी पूरा निकाल दिया था, अब वो सिर्फ पैंटी में थी।
अब मैं उसकी चूत को ऊपर से महसूस करना चाहता था।
मैंने चूची चूसना चालू रखा और मेरे दूसरे हाथ को चूचे से हटाकर चूत पे ले गया। वो मखमली पैंटी एकदम चिकनी थी, और हाथ फिराने से उसकी चूत की लकीर साफ महसूस होती थी। मैं वो लकीर में मेरी एक उंगली ऊपर-नीचे करके घिसने लगा।
जिससे राशि को मजा आने लगा, और उसकी सिसकियां बढ़ने लगीं, और मुँह से ‘आह्ह… आह्ह… उम्म्म्म’ की आवाजें आने लगी।
पैंटी की साइड के किनारे से मैंने पैंटी को थोड़ा खिसकाया और असली चूत को महसूस किया। वो गीली हो गई थी। मैंने मेरी उंगली से उसके छेद को टटोला। गीला होने की वजह से मिरी उंगली धीरे से उसमें घुसा दी।
अब मैं उसकी चूत को ऊपर से महसूस करना चाहता था।
मैंने चूची चूसना चालू रखा और मेरे दूसरे हाथ को चूचे से हटाकर चूत पे ले गया। वो मखमली पैंटी एकदम चिकनी थी, और हाथ फिराने से उसकी चूत की लकीर साफ महसूस होती थी। मैं वो लकीर में मेरी एक उंगली ऊपर-नीचे करके घिसने लगा।
जिससे राशि को मजा आने लगा, और उसकी सिसकियां बढ़ने लगीं, और मुँह से ‘आह्ह… आह्ह… उम्म्म्म’ की आवाजें आने लगी।
पैंटी की साइड के किनारे से मैंने पैंटी को थोड़ा खिसकाया और असली चूत को महसूस किया। वो गीली हो गई थी। मैंने मेरी उंगली से उसके छेद को टटोला। गीला होने की वजह से मिरी उंगली धीरे से उसमें घुसा दी।
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