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Adultery Husband ko banaya cuckhold

ShaifBD

Love everyone, respect everyone 💐
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Sanju bhai, english front mein likho plz
 

Gary1511

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अमित मेरे ऊपर गिरकर मेरे होठो को चूम रहा था में भी उसको प्यार से जवाब दे रही थी कुछ देर चूमकर जब वो साइड में सो गया
तो मैने उस से कहा ,-सॉरी जानू ,

अमित मेरी आँखों मे देखते हुए ,--किसलिए।

में ,--मुझे रीता से ऐसे बात नही करनी चाहिए थी।

अमित ,--क्यो ,अब बात खत्म हो गयी तो सॉरी बोलने से फ़ायदा।

मैं ,--यार वो तुम्हारी बहन है।

अमित ,--तो तुम किसी की बहन नही थी क्या ।

में ,--पर में तो तुम्हारी बीबी हूँ।

अमित ,--में अभी की बात नही कर रहा शादी से पहले की बात कर रहा हूँ जब एक शादी सुदा मर्द से संबंध बनाए थे।

में ,--पर मेरी बात दुसरीं थी वो अभी नादान है।

अमित ,--क्या यार अभी तुम ने ही सुनवाया की वो किसी के साथ सब कुछ कर चुकी हैं तो जिसने किया होगा उसने सब कुछ सीखा दिया होगा ,बस तुम उसको समझा देना की प्रीकोसन का ध्यान रखे ।

मैं ,--कैसे भाई हो तुम।

अमित ,--तो क्या करूँ ये तो तुम्हारी वजह से मुझे पता चल गया वरना मुझे कैसे पता होता वो क्या गुल खिला रही है ।

मैं ,--तो उसकी शादी करवा दो फिर।

अमित ,--यार वो सब के लिए मोम डेड है उनको समझाना मेरे बस की बात नही है अभी वो उसको कोई सरकारी नोकरी के लिए पढ़ा रहे हैं।

मैं ,--पर अब तो तुम सब जान गए।

अमित ,--तो क्या करूं अब डेड को कैसे बोलू की वो यार बना कर चुद चुकी है ।

में ,--पर कुछ तो करना पड़ेगा।

अमित ,-अब मोम को ही समझाने की कोशिश करूंगा कि जल्द शादी करवा दो।

मैं ,--मुझे यार बहुत गिल्टी फील हो रहा है।

अमित ने मुझे अपनी बाहों में भर लिया और कलीवेज पर किस करके बोला ,--चुदाई और लड़ाई में सब जायज है ।

में ,--पर

इस से आगे में कुछ बोलती अमित ने मेरे होठो पर होंठ रख दिये और

फिर बोला ,--तुम ये बोलना चाहती हो कि वो मेरी बहन है तुमको मालूम है में अपनी एक बहन को चोद चुका हूँ अब वो भी बहन ही थी कजिन हुई तो क्या हुआ ,

अब तुम उसको इतना समझा दो की वो किसी गलत आदमी की संगत में ना पडे

में ,--पर यार मेने उसको पोर्न साइट का लिंक दे दिया।

अमित ,--तो क्या उसको मालूम नही होगा तुम नही देती तो कोई और देता ,

मुझे तो इस बात की खुशी है कि तुम ने उसको अपनी बहन या सहेली जैसा बना लिया है ,मुझे तो उल्टा तुम्हारा सुक्रगुजार होना चाहिए कि तुम भी कम से कम सेक्स में मेरे जैसी सोच रखती हो।

में ,--तुम को बुरा तो नही लगा ।

अमित ,--यार जो चीज तुमको मालूम है औऱ तुमने देख भी लिया अब क्या पूछ रही हो,उसके बारे में ,अब सो जाओ सुबह जल्दी उठना है।

में मन मे सोचने लगी साला अपनी बहन को चोदने को मरा जा रहा है गांडू ।

और फिर दोनों एक दूसरे को बाहों में ही सो गए

सुबह अमित के ऑफिस जाने के पहले मेने उससे
कुछ पैसे मांगे की मुझे बाजार से कुछ सामान लाना है तो उसने अपना क्रेडिट कार्ड थमा दिया और बोला कि इनमें एक लाख रुपये है तुमको जितने चाहिए उतने निकाल लेना मेने उसको एक लंबा किस देकर विदा किया,

बाद मेने कमला को फोन कर दिया कि में बाज़ार जा रही हूं इसलिए वो दोपहर बाद आये और फिर नहाने के लिए घुस गई ।

आज पहली बार घर मे अकेली थी इसलिए सोचा कि नहाने के बाद थॉडी देर नंगी ही रहा जाए क्योंकि अमित के सामने संस्कार दिखाने के चक्कर मे पूरी साड़ी पहनकर घूमना पड़ता है ।

बाथरूम से नहाकर नंगी ही किचन में आई और नास्ता खाने लग गयी ।आज जिंदगी में पहली बार हुआ था कि में अकेली थी और नंगी होकर इस तरह से नास्ता कर रही थी ,

इससे पहले राजेश के साथ दिन भर नंगी रही थी पर सिर्फ एक रूम में पर आज पूरे घर मे नंगी होने का मज़ा ही कुछ और था फिर नास्ता करके पूरे घर के काम नंगे ही रहकर किया दूसरे रूम की बेडशीट बदली ,फिर गेस्ट रूम में भी थोड़ा बहुत समान जो अस्त व्यस्त था उसको ठीक किया

और फिर ड्रेसिंग के सामने खड़ी होकर खुद को देखने लगी आज भी जब बूब्स पर नजर गयी तो पहले से बड़े लगे और फिर मन में सोचा कि कमला को बोलकर क्यों नही दिनुकाका जैसे मसाज करवाई जाए अगर थोड़े से बूब्स बड़े हो जाएंगे तो सेक्सी लगेंगे

मेंने सोचा अब बाजार जाने के लिए तैयार हुआ जाए पर फिर बाजार में होने वाली एकसाइटमेंट को सोच कर पेशाब लगने लगी तो नंगी ही बाथरूम में जाने लगी ।

तभी कुछ नया करने का विचार आया और बाहर बालकोनी की तरफ चल दी जो रोड की तरफ खुलती थी जो सिर्फ कपड़े सुखाने के काम आती थी पहले तो डर लगा कि किसी ने देख लिया तो क्या होगा पर फिर सोचा जो होगा देखा जायेगा ।

और बालकनी में खड़े होकर नीचे देखा रोड पर लोग तो कई थे पर ऊपर देखने का कोन सोचता कि ऊपर कोई मस्त हसीना नंगी खड़ी होगी ।

फिर कोने में जाकर बैठ के पिशाब किया और आराम से चलकर बैडरूम में आई और कपड़े पहनने लगी साड़ी को इस तरह से पहना जैसे कोई कामवाली बाई पहनती है शरीर का कोई भी अंग नही दिख रहा था फिर ढेर सारा सिंदूर लगाया जैसे दुनिया की सबसे पतिव्रता नारी मेरे जैसी दुसरीं नही है

फिर ठुड्डी के नीचे एक बड़ा सा काला तिल बनाया और क्रीम पाउडर की जगह सरसो का तेल मुँह पर लगाया जिससे रंग थोड़ा कम गोरा लगे ।

उसके बाद क्रेडिट कार्ड और कुछ पैसे ब्रा में रखे और एक बार खुद को आईने में निहारा बिल्कुल काम वाली जैसी लग रही थी बाहर आकर गेट को ताला लगाया और लिफ्ट में चल दी ।

जब नीचे पंहुची तो गेट पर एक आदमी बैठा था और उसके बगल में दिनु काका उस से कुछ बात कर रहा था में जांनबुझकर उनके पास गई और मॉल के बारे में पूछा तो उन्होंने अंगुली के इशारे से बताया कि वो सामने है

मॉल मुश्किल से सो मीटर की दूरी पर होगा , दिनु काका ने मुझे पहचान लिया था पर इस तरह से ट्रीट किया जैसे मुझे पहली बार देखा हो।

मुझे भी अच्छा लगा कि चलो कम से कम ये तो ठीक हुआ में आगे बढ़ी तभी पीछे से उस गार्ड ने दिनुकाका को पूछा कि ये बाई को पहली बार देखा किसके यहां काम करती है तो दिनु काका बोला कि तू अपनी नोकरी का ध्यान रख नही तो एक बार किसी ने शिकायत कर दी तो ऐजेंसी वाले पूरी मुंबई में काम नही दिलवाएगी ।

मेरी तो हंसी छूट गयी दोनों की बात सुनकर ।फिर पेदल ही मॉल में पहुंच गई और सोधे लिफ्ट में चढ़कर 6th फ्लोर का बटन दबाया ।

छटे माले पर ज्यादा भीड़ नही थी सुबह का टाइम था इसलिए और मुझे लिंगरी स्टोर ढूंढने में ज्यादा दिक्कत नही हुई जब उसके सामने गयी तो बाहर सिर्फ ब्रा पेंटी ही टँगी नजर आयी में सीधे काउंटर पर गयी जहां एक लड़का और लड़की खाली बैठे दिखे,

शायद बाकी लो ग देर से आते होंगे क्योंकि शॉप काफी बड़ी थी औऱ शॉप के मालिक के काउंटर पर भी कोई नही था।
Nice
 

Sanju69

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गेट खोला तो सामने से कमला आती हुई दिखी जो किचन से निकल कर सोफ़े की तरफ आ रही थी ।

मुझे देखकर वो मेरी तरफ आयी और मेंरे गले लग गयी। मेने उसको कुछ लाने को कहा और बेडरूम में जाकर देखा।

अमित नंगा सोया हुआ था उसका लण्ड मुरझाया हुआ पड़ा था देखने से लग रहा था कि जैसे पूरा निचोड़ लिया हुआ हो।

में सोफ़े पर आकर बैठ गयी तो कमला ने खाने को दिया फिर बोली कि में सीमा भाभी के यहां जा रही हूँ।उनके यहाँ काम बाकी पड़ा है।

तो मेने कहा कि बैठ सीमा का काम मेने करवा दिया अब आराम से जाना मुझे कुछ पूछना है ।

कमला निचे बैठ गयी और बोली कि आप ने कोनसा काम करवा दिया।

मैं हंसते हुए ,--तनु को चूची चुसवा कर सुला दिया और दीनु काका मसाज करके चला गया अभी वो सो रही होगी ।

कमला,--तब ठीक है बोलिये क्या पूछना था।

मैं ,--कितने राउंड कर लिए।

कमला ,--बस आप के जाते ही एक राउंड और फिर नहाने के बाद फाइनल ,अभी पांच मिनट पहले सोये है अमित भैया।

मैं ,--बहुत जल्द तैयार हो गया वो वैसे आज सुबह से खड़ा था उसका ।

कमला ,--बस मुझे पता चल गया उनका वीक पॉइंट ।

में ,--वो तो है ही उसकी गाँड ।

कमला ,--वो तो उनको डाउन कराने के लिए है पर खड़ा करके ज्यादा देर कैसे टिके वो आपको नही मालूम शायद ।

मैं ,--क्या है बताओ ।

कमला,-बस उसको इतना बोला की रेखा भाभी को दीनू काका से अपने सामने चुदवा दो और उसके बड़े लण्ड से रेखा भाभी की चुत को फड़वा दो बस उसका लण्ड एक झटके में खड़ा हो गया और फिर दिनु काका के नाम पर कस कर चुदाई की।

मैं ,--पर तूने उसकी कश के गाँड नही मारी।

कमला ,--भाभी में क्या करती आप डिल्डो ही छोटा लायी और अमित भैया की गाँड इतनी बड़ी है कि वो डिल्डो पहली बार में ही पूरा घुस गया। लगता है वो अपनी गांड पहले मे मोटी चीज़ घुसा कर ढीला कर चुके है ।

मैं ,--मुझे क्या पता था कि वो छोटा है अगर पता होता तो बड़ा ही लाती क्योकि मुझे तो उससे बदला लेना था उसने मेरे बूब्स उस दिन दिनु काका से कश के मसलवा दिये थे इसलिए।

कमला ,--पर भाभी औरत को तो जितना मसल और रगड़ के चोदा जाए उतना मज़ा आता है । में भी सोची थी कि अमित भैया का लण्ड जिस तरह खड़ा रहता है लंबी चुदाई करेंगे पर वो आप जैसी गरम औरत को ज्यादा दिन नही ठोक पाएंगे ।

मैं ,--तुझे बड़ा तजुर्बा है इन चीजों का की में गरम औरत हूँ।

कमला ,--अरे भाभी आप को डिल्डो करते देखा था न मेने जितना देर मसाज की आप की चुत लगातार पानी छोड़ रही थी और आप को सेक्स में कुछ नया चाहिए इसलिए आईडिया लगाया।

मैं ,- और तुझे पैसे चाहिए चाहे कोई कैसे भी चोदे या मुत्त पिलाये।

कमला ,--तब तो आप को बहुत बड़ी गलतफहमी में है।

में ,-क्यों।

कमला ,-मुझे किसी तरह के पैसे का लालच नही है ।

मैं ,--तो तेरा पति में दम नही है क्या ।

कमला ,-ऐसी बात नही है उसी की वजह से तड़प मिटाने को करना पड़ता है ।मेरा पति ट्रक ड्राइवर है और अफीम खाकर इतनी बुरी तरीके से चोदता है कि दीनू काका भी फैल है उसके सामने।

मैं ,-पता नही तू क्या समझाना चाहती है ।

कमला ,--में आपको पूरी बात बताती हूं आप को समझ मे आ जायेगी , मेंरा जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था और में परिवार में सबसे सुंदर थी अपनी चारों बहनों में इसलिए गरीबी के चलते मेरी भुआ मुझे जवान होते ही मुम्बई ले आयी और उसकी जान पहचान के आदमी की मदद से एक मसाज सेन्टर में काम लगवा दिया।। जो बाहर से बिल्कुल साफ सुथरा काम था ।इसलिए घर मे भी किसी ने आपत्ति नही की।

मुझे एक दो रोज में मसाज सीखा दी गयी ।
वहां पर जाकर मुझे भी ऐसा लगा कि इसमें कुछ गलत नही है पहले उन्होंने महिलाओं की मसाज को कहा गया ।जिसमें मुझे कुछ कमाई होने लगी ।

पर फिर वहाँ काम करने लड़कियों की तड़क भडक देखकर मेरा भी मन ज्यादा पैसा कमाने को हुआ और एक दिन उसके मालिक से कहा कि मुझे भी पैसे कमाने है और पुरुषों की मसाज करनी है

उसने मुझे पहले तो मना कर दिया क्योंकि कुछ महिलाएं लड़कियों से ही मसाज करवाना पसन्द करती थी और लड़कियां मिलती नही थी ।

पर मेरे बार बार अनुरोध करने पर उसने ऊंच नीच समझाया पर मुझे तो पैसे कमाने थे चाहे जैसे भी आये और में भी तड़क भड़क वाली जिंदगी के चक्कर मे पड़ गयी ।

घर की आर्थिक स्थिति खराब होने से में अपने सपने पूरे करने का सोचने लगी फिर एक दिन मालिक ने मुझे बुलाया और बोला कि पुरुषों की मसाज में यहां सिरफ़ देह व्यापार होता है ।

तुम मसाज करते समय ग्राहक को जितना गरम कर दोगी उतना ही कमाई है और फिर एक औरत को बुलाकर अपनी मसाज मेरे सामने नंगा होकर करवाई और बताया कि पुरुष के कोनसे अंग को कैसे गरमाया जाता है उस औरत ने भी नंगी होकर मालिक को पूरा गर्म कर दिया,

फिर उसने मुझे अपना कौमार्य देने को कहा जिसे मेने खुशी खुसी उस पर लूटा दिया ।


फिर उस औरत के साथ रहकर मेने किसी ग्राहक की जेब से पैसे निकलवाने की कला सिख ली पर संतुष्टि का भी ध्यान रखने लगी जिससे मेरी डिमांड बढ़ गयी ।में कमसिन उम्र में ही चुदाई से मेरी चुदने की भूख बढ़ गयी

अपने शरीर पर भी जो जरूरी था बदलाव कर लिए ,जैसे बूब्स बड़े करना ,चुत और बूब्स पर टेम्पररी टेटू बनवाना ।

लगभग तीन साल मेने वो काम किया जिससे घर की स्थिति सुधर गयी और अपनी छोटी बहन को भी ले आयी ।

उन्ही दिनों मेरे पास एक नियमित कस्ट्मर विजय जो अब मेरा पति है आने लगा जो सिर्फ मुझसे ही मसाज करवाता था, अगर में फ्री नही होती तो घंटो इंतजार करता मेरे लिए ।

पर उसने मुझे कभी भी चोदा नही शादी तक बस मसाज करवाता और में जितने पैसे मांगती देकर चला जाता ,

मुझे बहुत अजीब लगता कि वो कभी भी सेक्स की डिमांड नही किया और फिर बार बार आने से वो मुझे अच्छा लगने लगा। एक दिन उसने मुझे शादी के लिए कहा मुझे तो विस्वास नही हुआ कि में अब वे धंधा करने के बाद किसी के साथ घर भी बसाउंगी ।

इसलिए जब मैने अपनी पूरी कहानी सुनाई तो वो बोला कि शादी के बाद ये काम नही करने देगा। उसके घर मे सिर्फ उसकी माँ थी जो अकेली रहती थी वो खुद ट्रक लेकर निकल जाता तो वापसी का कोई ठिकाना नही होता था।

साथ ही उसने ये भी कहा कि वो ट्रक चलाने के लिए पूरे देश मे जाता है और हाईवे पर कहाँ अड्डा है सब मालूम है और उनमें जाता भी है अगर तुम को लगे कि में संतुष्ट नही कर पा रहा तो तुम ऐसा कोई भी काम कर सकती हो जिसमें कोई मेरी या परिवार की ओर अंगुली नही उठाये ।

मेने जब अपनी भुआ को बोला तो उसने कहा कि तुम ये मौका हाथ से मत जाने दो क्योंकि ये मसाज पार्लर वाले जब तक तुम्हारे पास कस्ट्मर आ रहे है तब तक तुम्हारी कद्र कर रहे है जब तुम्हारे शरीर मे आकर्षक नही रहेगा तो किसी कोठे के अलावा कोई दुसरीं जगह नही बचेगी और अगर तुम सोचती हो कि तुम्हारी शादी किसी अच्छे घर मे होगी तो ये तुम्हारी भूल है क्योंकि एक बार जो दाग तुम्हारे ऊपर लग गया वो जिंदगी भर नही छूटेगा ।

इसलिए उसके बारे में जितनी जानकारी करनी है कर लो नही तो में तुम्हारे फूफा से करवा लेती हूं ।

फिर कुछ दिन बाद मेरे फूफा ने हमारी शादी करवा दी ।शादी के बाद विजय ने तीन महीने में ही मुझे गर्भवती कर दिया और फिर एक बेटी को जन्म दिया जो अभी आठ साल की है ।

जब मेरी बेटी दो साल की हो गयी तो मुझे फिर से चुदाई की तलब होने लगीं क्योंकि कम उम्र में जो चस्का लग गया था ,जब विजय आता तो जम कर चोदता और मेरी सारी कसर पूरी कर देता पर विजय का काम ही ऐसा था दो दो महीने लग जाते थे उसको और फिर वो तो हाईवे पर कहीं भी माल मार लेता पर मैं मन मनोस कर रह जाती थी ।

एक दिन मॉल में शॉपिंग करते समय मुझे रमेश भैया मिल गए जो मेरे ग्राहक रहे हैं उन्होंने मुझे अपने यहां काम करने को कहा और सीमा भाभी के खुले विचारों के बारे में बताया तो मुझे लगा कि इस काम ने विजय को आपत्ति नही होगी और मुझे भी जब विजय को बाहर जाना होगा तो सेक्स करने का मौका मिल जाएगा ।

फिर में सीमा भाभी से मिली और अपनी कहानी सुनाई तो वो खुश हो गयी और मेरी सेक्स पार्टनर बन ने को तैयार हो गयी ।

जब विजय घर आया तो मैने उसको पूरी बात बताई औऱ उसको सेक्स के बारे में भी खुलकर बताया तो उसने परमिशन दे दी ।तब से मेरी बेटी अपनी दादी के पास रहती है और जब विजय नही होता तो में काम पर आती हूँ।

मैं,--फिर तुम मेरे यहाँ भी नही आओगी जब तुम्हारा पति आ जायेगा।

कमला ,--नही, अगर आप को फुल टाइम मेड चाहिए तो आप दुसरीं जगह बात कर लीजिएगा।

में ,--नही में तो ऐसे ही पूछ रही थी और तुम्हारे पति को मालूम है कि तुम रमेश भैया से चुदवाती हो ।

कमला ,-हां ,सीमा भाभी भी विजय और रमेश भैया के साथ थ्रीसम कर चुकी है ।

मेरा तो हैरत से मुँह खुला रह गया कि सीमा कितनी चालू चीज है जो पति के सामने और पीठ पीछे खुल कर सेक्स का आनंद लेती है ।

में ,--तो तुमने ही सीमा को बिगाड़ा है ना।

कमला ,--ऐसा कुछ नही है वो पहले से ही सबकुछ करती थी मेने तो बस अपने मज़े के लिए सीमा को अपने पति से चुदवाया था जिससे विजय को मुझे रमेश भैया से चुदने पर आपत्ति ना हो ,पर सीमा भाभी ने तो मेरे पति को अपना पति बना लिया और मुझसे ज्यादा वो चुदने की फरमाइश करने लगी।

मैं ,--ओह्ह तो ये बात है तभी तुम अमित से अपनी कमी पूरी करने में लग गयी।

कमला ,--पर अमित भैया ज्यादा लंबी रेस का घोड़ा नही है बस एक अच्छे पति हो सकते हैं
 
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Sanju69

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सीमा मेरे पास फर्श पर बैठी थी उसके बारे में जब पूरी बात समझ मे आ गयी कि कम उम्र में चुदने से उसकी चुदायी की भूख ज्यादा है तभी वो दिनु काका के पीछे भागती होगी ।

पर कुछ चीजें अभी भी समझनी बाकी थी इसलिए पूछा ,--तो तुम्हारा पति यहां कॉलोनी में भी आता है क्या।

कमला ,--आज तक तो आया नहीं।

में ,--फिर कैसे होता है ।

कमला ,--वो या तो सीमा भाभी जाती है मेरे घर या फिर रमेश भैया हमें अपने दोस्त सक्सेना जी की होटल में बुलाते है ।

मैं ,--सक्सेना जी जो अपनी कॉलोनी में है वो।

कमला,--हम्म ,वो भी मियां बीबी मस्त हैं।

मैं ,--पर आज मेने देखा कि सीमा दीनू काका का पूरा औजार ले ली मुंह में।

कमला हंसते हुए ,--वो कोई एक दिन में थोड़े ही हुआ है उसके लिए रमेश भैया ने मार मार कर सिखाया है।

मैं ,--और सीमा ने खा ली मार ।

कमला,--देखिये भाभी सीधी सी बात है अगर आप को पूरा मज़ा लेना है तो सामने वाले को भी पूरा एन्जॉय कराना होता है जिसमे शुरू में तो बहुत तकलीफ उठानी पड़ती है पर बाद में उसमे मज़ा आने लगता है और सेक्स में आप जितनी गहराई में जाएंगी उतना आंनद आता है ,

मेने भी पार्लर में बहुत कुछ सीखा है मेरे को तो कोई समझने वाला भी नही था जब पहली बार मालिक ने चुत फाड़ी तो एक दिन दर्द झेलना पड़ा था पर जब गाँड मारी तो तीन दिन तक चल नही पाई थी ।

मैं ,--तो तुम मुझे भी सिखा दोगी ।

कमला ,--आप को क्या सीखना है।

मैं ,--सेक्स को कैसे एन्जॉय किया जाय।

कमला ,--पर मुझे क्या पता आपको क्या अच्छा लगता है।

में ,--सब कुछ जिसमे मज़ा आये ।

कमला कुछ सोच कर ,--पर आप को में सिखाऊँ और आप ने नही सीखा तो ।

में ,--तो तुम मुझे एक टीचर की तरह सज़ा देना।

कमला ,--ठीक है सोमवार से ट्रेनिंग चालू कर देती हूँ पर फीस क्या होगी ।

मैं,--तुम बोलो क्या चाहिए।

कमला ,--ठीक है बाद में बताऊंगी जब ट्रेंड हो जाओगी।

तभी बेडरूम से अमित की आवाज आई उठने की तो मैने कमला को चाय बनाने को कहा।

कमला चाय बनाने को चली गयी तो अमित उठकर बाहर आया जो पूरा नंगा था ।

जब मैने उसको देखा तो जल्दी से उठकर उसके पास गयी और उसका हाथ पकड़कर बेडरूम में घुसाया फिर गेट बन्द करके बोली ,--तुम आदमी हो या जानवर ,जो जानवर के जैसे नंगा लण्ड हिलाते हुए बाहर आ गए ।

अमित ,--पर यार अब तो कमला ने सबकुछ देख लिया है और मुझे शादी से पहले घर पर नंगा रहना अच्छा लगता था ।

मैं,-तो अब आदत बदल लो और कमला को चोद लिया इसका मतलब ये नही की अब तुमको लाइसेंस मिल गया नंगे घूमने का ,चुपचाप कपड़े पहनो कमला किचन में चाय बना रही है।

अमित ने चुपचाप मुझे सुना और मुझे किस करके बोला जो हुकुम रानी साहिबा।
 
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Sanju69

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में अमित के साथ बेठकर चाय पी रही थी ,कमला जा चुकी थी तभी अमित बोला ,--थैंक्स डार्लिंग

में ,--किसलिए ।

अमित मेरे गाल पर किस करके बोला,--आज तुमने जो एन्जॉय करवाया उसके लिए।

मैं ,--इसमें थैंक्स की क्या बात है तुमको अच्छा लगा इसमें मेरा क्या लग गया।

अमित ,--तुम तो ऐसे बात कर रही हो जैसे कुछ हुआ ही न हो।

मैं,--तो मेरा क्या घिस गया मुझे जितना चाहिए वो मुझे मिल रहा है तो फिर क्या दिक्कत है में तुमको घर मे रोक लुंगी तो बाहर मुंह मारते फिरोगे ।जितनी तुम्हारी जरूरत है वो तो तुम पूरी करोगे ही मेरे कहने से थॉडी रुक जाओगे ।

अमित ,--डार्लिंग कहने को आसान है पर एक औरत कभी भी अपने पति को नही बांट सकती दुसरीं औरत के साथ।

मैं ,--तो अब तुम उसको भी आधी बीबी बना के रखोगे क्या।

अमित ,--मज़ाक अच्छा कर लेती हो पर आज तुमने जो मेरे लिए किया उसका एहसान में जिन्दगी भर नही भूलूंगा ।

मैं,--तुम अच्छे आदमी थोड़े ही हो जिस औरत ने तुमको जन्म दिया तुम उसी को नंगी देखने का ख्वाब देखते हो।

अमित ने जब ये सुना तो वो थोड़ा गुस्सा दिखाया फिर मुंह फेरकर बैठ गया ।

मैं ,-क्या हुआ तुम तो नाराज़ हो गए और मेरे से प्रोमिस करवा लिया और पुरानी बात पर नाराज नही होना है ।

अमित के चेहरे पर मुस्कान आ गयी और मुझे किस करके बोला आई लव यू।

तभी मुझे भी शरारत सूझी मेने अपना फोन उठाया और एक नम्बर डायल किया ।फिर रिंग होने पर फोन को स्पीकर मोड़ पर डाला और सामने रखकर रिसीव करने का इंतजार करने लगी।

फोन रिसीव होते ही उधर से ,--हेलो ।

असल मे मेने अमित की मम्मी यानी मेरी सासु मां जिनका नाम सुरजी देवी था को फोन किया था ।

मैं ,--मम्मी जी प्रणाम।

उधर से,--रेखा बेटी ,खुश रहो ।

में ,-कैसे हैं मम्मी जी आप।

सुरजी,--ठीक हूँ ,आज याद आयी क्या।

मैं ,-अरे मम्मी जी ,पूरा घर को समेटा उसी में टाइम नही मिला ,फिर इन्होंने कहा मेरी बात होती रहती है।

सुरजी,-वो तो नालायक है ,अभी तक एक बार फोन आया था इतने दिन में।

मेने अमित की और देखा जो शर्मिंदा हो रहा था।

में,-मम्मी जी मे सोच रही हूं कुछ दिन रीता दीदी आ जाती तो मुम्बई घूम लेती ।

सुरजी,--अरे उसका क्या काम है अभी कुछ दिन मज़े करो ।

मैं ,--पर बाद में में सोच रही हूं कि कोई जॉब कर लूं तो बिजी हो जाऊंगी।

सुरजी,-तुम अमित के साथ खुश तो हो ना।

में,--आप ऐसे क्यों बोल रही हो।

सुरजी,--तो क्या बोलूं आजकल लोग एक दो महीने तो हनीमून पर चले जाते है और तुम रीता को बुला रही हो।

मैं,-नही ऐसा कुछ नही है।

सुरजी,--अरि बेटा मुझे समझा रही हो वो नालायक बचपन से ही गलत संगत में पड़ गया था लगता है तुमको संतुष्ट नही करता क्या।

मैं ,--आप भी मम्मी जी मुझे समझ मे नही आ रहा क्या बोल रही हो।

सुरजी,-में ये बोल रही हूँ कि शारीरिक रूप से संतुष्ट करता है कि नही ।

मैं ,--ऐसी बात नही है।

सुरजी,--देख रेखा तुम भी मेरी रीता के जैसे बेटी है और तुम्हारे दिमाग मे अगर फिल्मों और टी वी सीरियल देखकर ये बात दिमाग मे फिट बैठ गयी है सास एक बहुत खतरनाक टाइप की औरत होती है तो उसे दिमाग से निकाल दो और ये जी जी क्या लगा रखा है ।

मैं,--पर में इनसे पूरी तरह संतुष्ट हूँ।

सुरजी,--ठीक है अगर ऐसा है तो अच्छी बात है फिर तुम रीता को क्यों बुला रही हो।अभी तुम्हारे खेलने खाने के दिन है और तुमको क्या लगता है मुझे पता नही शादी के बाद तुरन्त तुमको मुंबई इसी लिए तो भेजा था कि कुछ दिन मज़े करो नही तो यहां हम लोगों को भी अच्छा लगता कि तुम चार छह महीने साथ रहती

में ,-बस ऐसे ही दिन भर अकेली बोर हो जाती हूँ इसलिए पर आप ने इसा क्यों कहा कि वो गलत संगत में पड़ गया था ।

सुरजी ,-उसको मेने देखा था कि वो......

तभी अमित ने फोन काट दिया तो मेने उसकी और देखा और पूछा फोन क्यों काटा ।

अमित ,--अब जो वो बोलेगी वो में तुमको बता चुका हूँ ।

मैं,-क्या बता चुके हो रीता नही आएगी इसलिए गुस्से में काट दिया है ना।

अमित ,--वो बात में तुमको रात में बता दूंगा । अभी दुसरीं बात करो ।

मैं ,--ठीक है में खाने की तैयारी करती हूं अब कमला नही आएगी ।

अमित ,-ठीक है पर तुम मेरी एक बात मानोगी ।

मैं ,-बोलो।

अमित ,--कल दीनू काका को बुलाएं

मै ,--नही ,भूलकर भी ये गलती मत करना ।

अमित ,--क्या यार में जब भी तुम्हारे बारे में सोचता हूँ तुम मना कर देती हो ।

मैं ,--जब मुझे लगेगा में तुमको बोल दूँगी।

अमित ,-ठीक है पर तुम फोन में दिन भर ऐसा क्या देखती हो जो अपनी चुत को घिसती रहती हो।

मैं ,-फेस बुक जैसी फेक आई डी मेने इंस्टाग्राम पर भी बनाई हुई है उसमें कमैंट्स पढ़कर अच्छा लगता है।

अमित ,--ठीक है पर ये कपड़े तो मुंबई के हिसाब से पहना करो ।

में,-क्यो साड़ी में क्या खराबी है ।

अमित ,--खराबी कुछ नही है बस थोड़ा सा मॉडर्न बनो ।

मैं ,-ठीक है में खरीद लुंगी।

अमित ,-तुम नही कल संडे है हम दोनों चलेंगे दिन भर पहले शॉपिंग करेंगे फिर मूवी देखेंगे और रात का खाना होटल में खा कर आएंगे ,ठीक है ।

मेने उसको कहा ठीक है फिर किचन में आकर खाने की तैयारी करने लगी
 
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Sanju69

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रात में अमित के साथ बिस्तर पर नंगी पड़ी थी।
पूरे दिन गरमा गरम कार्यक्रम देखकर मेरी इच्छा हो रही थी कि आज मेरी जम कर चुदाई हो पर अमित के लण्ड में कोई खास तनाव नही आ पा रहा था।

जो मुझे भी पता था कि दिन भर चुदाई की वजह से ऐसा हो रहा था पर मुझे भी उसका मज़ा लेना था। इसलिए लण्ड को पकड़कर बोली ,--क्या बात है आज कमला को चोदने के बाद लण्ड ढीला पड़ा है।

अमित ,-बस तुमने ही कहा था रोज वियाग्रा खाने से साइड इफ़ेक्ट होता है।

मैं,-तो एक राउंड कम कर लेते कमला के साथ तुमको पता नही था क्या की रात में अपनी बीबी को भी ठंडा करना पड़ेगा ।

अमित ,--अभी हो जाएगा तुम अपनी कहानी सुनाओ।

मैं ,--तुम पूरे पागल हो कहानी से क्या होगा वो कोई टेबलेट थॉडी ही है जो तुमको गरम कर देगी।

अमित ,--पर तुम्हरी कहानी भी वियाग्रा का काम करती है दिमाग मे पूरा नशा चढ़ा देती है ।

मैं,--पहले ये बताओ तुम ने उस समय फोन क्यों काटा ।

अमित ,--तुमको बताया तो था।

मैं,--पक्का ना ,अगर मम्मी ने कुछ और बताया तो देख लेना तुम तुम हमेशा के लिए मेरी नजर में विस्वास खो दोगे क्योंकि मेने अपने बारे में तुमसे कुछ नही छिपाया है

अब तो मम्मी भी मुझे रीता जैसे मानती है और तुम ने सच नही बताया तो मेरी एक सहेली और बढ़ जाएगी ।

अमित ,--मतलब।

मैं ,--में सुरजी को अपनी सहेली बना कर उससे पूछ लुंगी की वो कोनसी गलत संगत की बात कर रही थी बाद में मत बोलना की मुझे कमला या किसी और के साथ कुछ करना है क्योंकि मुझे खुद से ज्यादा तुम पर भरोसा है ।तुम कभी भी मुझे पूछे बिना कुछ नही करोगे।

जवाब में अमित थोड़ा इमोशनल हो गया और मुझे ताबड़तोड़ किस करने लगा और पूरे चेहरे पर किस करके बोला ।

अमित ,--अब यार तुम मुझपर इतना विस्वास करती हो तो मुझे बोलना ही पड़ेगा पर में इसलिए नही बोल रहा था कि वो बातें मेरे लिए शर्म की बात थी।

मैं,--अब जब मैने तुम्हारे शरीर का हर हिस्सा और हर अंग को नंगा देख लिया और अपनी कहानी पूरी बेशर्मी के साथ सुना दी फिर क्या शर्म।

अमित ,--ठीक है जब तुमको तुमको दिक्कत नही है तो फिर सुनो ,मम्मी मेरे बारे में बहुत कुछ जानती थी जब में स्कूल में पढ़ता था सिवाय चंदा चाची को छोड़कर।

में अपनी चुत पर हाथ फिराते हुए ,--अहह....उसको मम्मी नही उसको सुरजी रांड बोल ना प्लीज्।

अमित ,--एक दिन सुरजी रांड ने मुझे अपने दोस्त किशना के साथ गाँड मराते हुए देख लिया था घर पर अपने कमरे में , जो गलती से अंदर से बंद करना भूल गया और उसने खोल लिया ।

अमित ने जब अपनी मम्मी को रांड बोला तो उसके लण्ड ने एक झटका खाया ।और उसने अपना लण्ड मेरी चुत में घुसा कर चोदना चालू कर दिया।

मैं ,--अहह...आगे बोल नॉनस्टॉप।

अमित ,--लेकिन वो देखकर चुपचाप चली गयी और कुछ नही बोली जिसके बाद में भी डर गया और कुछ दिन में भी मम्मी के सामने जाने से डरने लगा लेकिन मम्मी ने मुझ पर नजर रखना चालू कर दिया और मेरी जासूसी करने लगी फिर सेक्सी कहानियों की किताबें जो मेरे रूम में में छुपा कर रखता था वो गायब होने लगी।

मैं,--आगे बढ़।

अमित ,--एक दिन मेने मम्मी के रूम में अपनी किताब देखी जब मम्मी बाहर गयी हुई थी। जो उसने छुपाकर रखी थी अपनी आलमीरा में कपड़ीं के नीचे, उसके बाद मेने बुक्स लाना छोड़ दिया ।

मैं,--साले क्यों छोड़ा बिचारी सुरजी उनको पढ़कर अंगुली करती होगी ।

अमित ,--फिर जिस दिन चंदा चाची ने उसकी पैंटी मंगवाई थी वो मेने अपनी अलमारी में रखी थी लेकिन दो दिन बाद में देखा सुरजी ने नहाते समय वो पहन रखी थी

मैं ,--तब तो उस पर तेरे अंकल का माल भी लगा होगा जिसे उसने चाटा होगा ।

अमित ,--ओह्ह.......साली तू बहुत बड़ी रण्डी है ऐसी बातें बोलती है मज़ा आ जाता है ।

में ,--अहह.....आगे बोल ना फिर क्या हुआ ।

अमित ,---बस इसके बाद में छुप छुप कर कुछ दिन उसको नहाते देखा और फिर कॉलेज में पढ़ाई के लिए शहर चला गया।

मैं,--बहनचोद तू चुतिया है थोड़ा सा झूट मूठ का ही कुछ बोल देता है मेने तेरे को जो कहानी सुनाई थी वो असली थोड़े ही थी मनघड़ंत थी ।

अमित ,--पर मुझे तुम्हारे जैसे शब्दों का सलेक्शन करना नही आता।

में ,--साले को गाँड मरवाना आता है वो तेरी रण्डी मोम तुझे जानबूझकर नंगी होके दिखाती थी कि तू उसको पकड़कर चोद दे और तू उसको देखकर लण्ड हिला लेता था।

अमित ,--पर उस समय मुझे दो दो माल चोदने को थे और इतना समझ कहाँ थी वो तो चंदा चाची ने मुझे कम उम्र में सीखा दिया सबकुछ नही तो जिस उम्र में बच्चे जानते भी नही की चुदाई क्या होती है फिर पापा के डर से मेरी गाँड फटती थी कि वो पापा को नही बोल दे।

मैं,--तेरे बाप के लण्ड में दम होता तो वो तुझे नंगी होकर दिखाती क्या वो तो उसी दिन तेरी मार मार के चमड़ी उधेड़ देती जब तू किशना से गाँड मरवा रहा था।

अमित ,--पर यार अपनी मोम के साथ सोचकर मुझे हिम्मत नही हुई औऱ उस समय सेक्सी कहानियां भी उतनी तरह की पढ़ने को नही होती थी बस भाई बहन तक ही सीमित होती थी।

मैं ,--अब तू मुझे कुछ और बोल मेरी चुत सुबह से भट्टी के जैसे गरम है ।

अमित ,--क्या बोलूं
मैं ,--उस दोस्त किशना के बारे में कुछ बता तेरी बात तो होती ही होगी उससे।

अमित ,--शादी में आया था न वो अपनी।

मैं,--साले कुछ ऐसा बोल ना कि मज़ा आये उसने तेरी गाँड मारी है तो तेरी बीबी के बारे में भी कुछ बोलता रहा होगा।

अमित ने जब ये सुना तो वो एकदम जोश से भर गया और जोर से चोदना चालू कर दिया जैसे उसे कुछ याद आ गया हो।

अमित ,-ओह्ह.......वो साला बोलता था कि तुम तो गांडू है तेरी बीबी को भी मुझे ही चोदना पड़ेगा।

मैं ,--अहह......तो बुला ले उसको तेरी गाँड मारकर तेरी इस हसीन बीबी को तेरे सामने चोदेगा ।

अमित ,--ओह्ह,......साला वो दोनों को एक साथ चोद कर ठंडा कर देगा।

अमित की स्पीड बढ़ गयी थी और मुझे लगा अब वो खल्लास होने वाला है और में भी करीब ही थी इसलिए उसके साथ ही झड़ने में फायदा है नही तो वो सुबह तक दुबारा चोदने लायक नही होगा इसलिए।

मैं ,--अहह....मेरा गांडू पति पहले उससे गाँड मरवाएगा फिर उसका लण्ड चूसकर खड़ा करना और फिर मेरी चुत चाटना और उसको बोलना मेरी इस मस्त माल बीबी को चोद दो और उसका लण्ड पकड़ कर मेरी इस फूली हुई चुत में अपने हाथ से डालना,
अहह....…..........

और फिर मेरी चुत ने दिन भर से जमा पानी छोड़ना चालू कर दिया जो अमित के लण्ड के पानी के साथ मिलकर रबड़ी बनने लगा और दोनों ऐसे ही सो गए
 
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अगले दिन सुबह में तैयार हो रही थी अमित बाहर इंतजार कर रहा था जैसे ही मेकअप करके बाहर आई तो अमित मुझे देखकर निराश हो गया

और सोफ़े पर बैठकर बोला ,--हम घूमने जा रहे है या किसी शोक सभा मे।

मैं ,--क्यों क्या हो गया।

अमित ,--ऐसे चलोगी।

में,--तो और कैसे चलूँ।

अमित ,--यार तुम भी कमाल करती हो ऐसे साड़ी कोन पहनता है ।

में ,-क्यों कोई कमी रह गयी है क्या पहनने में।

अमित ,--खुद ही देखो कितनी ऊपर बांधी है अगर थोड़ा सा पेट दिखता तो क्या होता और ये ब्लाउज देखा है आजकल कोन पहनता है ऐसे ब्लाउज।

में ,--तो कैसे पहनते है।

अमित ,--यार ये गांव में पहनते हैं। मुम्बई में तो सीधे ब्रा के ऊपर साड़ी पहनके निकलती है औरतें ।अगर ब्लाउज पहनना पड़े तो ब्रा से बड़ा नही होता जिसमें पीछे सिर्फ रस्सी होती है और ये नवल थॉडी दिख जाएगी तो क्या हो जाएगा।

में ,--तो एक काम करो तुम पहना दो साड़ी।

अमित ,--ओह्ह यार तुम भी ,मुम्बई में जिस इलाके में हम लोग जा रहे हैं वहां तुमको ब्रा पेंटी में लड़कियां घूमती हुई मिल जाएगी तुमको।

मैं ,--तो तुम मुझे नंगी ले चलो ।

अमित ,--ठीक है चलो में कपड़े खोल देता हूँ।

मैं गुस्से में ,--तुमने मुझे रण्डी समझ रखा है क्या और फिर रोते हुए बेडरूम में आ गयी। और बेड पर गिरके रोने का नाटक करने लगी।

तभी अमित भी पीछे पीछे रूम में आ गया और मेरे पास बैठकर अपने पैर पर मेरा सिर रख लिया और आंसू पोंछ कर बोला ,--यार इसमें रोने की क्या बात है और माफी मांगने लगा ।

मैं,--अमित मुझे नही पता था कि तुम मुझे एक तवायफ समझने लगोगे वरना कभी भी तुमसे इतनी खुली बातें नही करती।

अमित ,--पर यार मेने तो थोड़ा सेक्सी तरीके से साड़ी पहनने को बोला था।

में सुबकने के अंदाज में,-- तुमने शादी को एक महीना भी नही हुआ उस बूढ़े के सामने बैठा कर बूब्स मसलवा दिए फिर उस से चुदवाने को तैयार हो गए अब मेरे पास जैसे कपड़े है वो पहन लिए कल तुमने कहा तो मेने मान लिया कि तुम दिलवा दो ।लेकिन वो सब घर के अंदर की बातें थी अब तुम मुझे बाजार में भी रण्डी बनाकर ले जाना चाहते हो।

अमित ,--सॉरी यार मुझे तो लगा तुम को अच्छा लगेगा इसलिए बोला था।

मैं,--देखो मेरा ऐसा पारिवारिक पृष्ठ भूमि ऐसी नही रही है पर में अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही हूं कि तुमको एन्जॉय कराने का। अब तुम चाहते हो कि एक ही दिन में सब कुछ हो जाये।

अमित ,--ठीक है यार अब उठो बस हम लोग मजे करने को जा रहें है लेकिन तुम बहनजी बनकर चलना चाहती हो तो चलो ।

मैं ,-तुमको एन्जॉय करना है ना।

अमित ,--हां

मैं ,--ठीक है तुम मुझे बहन बताना कोई पूछे तो तुमको मज़ा नही आये तो बोलना।

अमित ने जब सुना तो वो खुश हो गया और मेरे गाल पर किस करके मुझे हाथ पकड़कर खड़ा किया ।

मेने भी एक बार मुँह धौया और साड़ी को नीचे किया जिससे पूरी नवल और पेट खुला दिखे और नीचे आकर गाड़ी में बैठ गयी।

अमित ने गाड़ी स्टार्ट की और दोनों चुपचाप बैठे रहे लगभग एक घंटे बाद एक मॉल में पार्किंग की ।

जब बाहर को निकली तो मेरी आँखें वहां की चकाचौंध देखकर खुली रह गयी । जब मॉल में घुसे तो एक से बढ़कर औरते और लड़कियां थी जो ऐसे कपड़े पहनी थी जो ढक कम और दिखा ज्यादा रही थी।

अमित ने मेरा हाथ पकड़ा और लिफ्ट में घुस गया फिर चौथे माले पर बाहर निकले और वो पास में एक लेडीज वियर में ले गया जिसमें ज्यादा लोग नही थे और उसमे देखने लगा उसमे एक से बढ़कर एक अच्छी ड्रेस डिस्प्ले हो रही थी ।

तभी एक सेल्सगर्ल ने हमे साइड में जाने को कहा जिस तरफ एक सेल्स बॉय खाली बैठा था ।

अमित ने मुझे वहां ले जाकर उस सेल्स बॉय को मेरे लिए मॉडर्न ड्रेस दिखाने को कहा।

तो लड़का बोला ,--आइए बहन जी कैसी ड्रेस चाहिए
अमित मेरी तरफ देखकर हँसने लगा।

में भी बहन की तरह ही उसको बोली कि कुछ ऐसी ड्रेस दिखाओ जो पूरे शरीर को ढक दे और मॉडर्न भी हो

सेल्स बॉय ,--तब तो दीदी आपको दूसरे फ्लोर में जाना पड़ेगा इस जगह तो ऐसे कपड़े मिलेंगे जो सिर्फ हाई स्टैंडर्ड के लोग पसंद करते हैं और फिल्मी दुनिया के लोग यहीं से खरीद दारी करते हैं।

अमित ,--अरे यार तुम दिखाओ नही तो इसको मेरे जीजाजी तलाक दे देंगे इसको

सेल्स बॉय ने सामने टंगी एक ड्रेस दिखाई जो फ्रॉक जैसी थी जिसमे ऊपर सब ठीक था पर नीचे एक पैर की तरफ से पेंटी के नीचे से शुरू होती थी और दूसरे पैर के घुटने तक जाती थी ।

मेने उसको देखा तो पहली नजर में पसंद आ गयी थी और पार्टी के हिसाब से बहुत अच्छी थी । पर फिटिंग चेक करनी थी इसलिए अमित को बोली कि पहनकर देखना होगा तो वो लड़का बोला कि उधर ट्रायल रूम है चली जाइये ।

में उस ड्रेस को लेकर जा रही थी कि पीछे मुड़कर देखा अमित उस लड़के को कुछ बोल रहा था ।
मेने साड़ी खोलकर ब्लाउज पेटीकोट के ऊपर से ड्रेस को पहना ही था कि बाहर से गेट ठक ठका ने आवाज आई।

पेटीकोट के ऊपर पहने होने की वजह से कुछ दिख नही रहा था इसलिए मेने जब गेट को हल्का सा खोलकर देखा तो वही सेल्स बॉय था तो मैने गेट पूरा खोल दिया ।

उसने देखते ही बोला दीदी क्यों ड्रेस की ऐसी तैसी कर रही हो ये पेटीकोट पर पहनने की थॉडी है।

मैं ,--पर मुझे शर्म आती है ।

सेल्समैन ,--लगता है आप मुंबई पहली बार आयी हो यहां तो लड़कियां नंगी होकर ऐसी ड्रेस पहनती हैं आप ने देखा नही बाहर ब्रा पेंटी में लड़कियों को घूमते हुए आप एक काम करिये अपने भाई के साथ दूसरी जगह देखिये।

मैं ,--प्लीज् भैया रुको में खोलती हूँ और गेट बंद करने लगी तो उसने कहा आप छोड़ दीजिए मेरा दिन खराब मत कीजिये नही तो मुझे मालिक को जवाब देना मुश्किल हो जाएगा ।

और उसने गेट में अपनी टांग अड़ा दी।जिससे गेट बंद नही हो।

मेने गेट को छोड़कर घूम कर अपनी ड्रेस खोली और उसको अपनी पीठ पीछे से ब्रा पेंटी दिखाते हुए ड्रेस पहन ली फिर घूम कर उसको ड्रेस दिखाई तो उसका मुंह खुला रह गया ।

मेने उसको पूछा कैसी है तो वो बोला आप को अपने भाई से पूछना चाहिए और वो वापस आ गया तो मेने भी सोचा कि उस गांडू की गाँड मारती हूँ और शरमाने का नाटक करते हुए बाहर आई ।

बाहर अमित उस से कुछ बात कर रहा था जब उसने मुझे देखा तो उसने मुझे आंख मारकर इशारा किया कि मस्त लग रही हो।

जब काउंटर के पास आयी तो अमित बोला क्यों ब्रो कैसी लग रही है ।

सेल्समेन ने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और फिर घूमने को बोला जब में घूम कर दिखाई तो बोला दीदी आप अपनी पेंटी को ऊपर करिये थॉडी सी दिख रही है बाकी फिटिंग मस्त है एकदम आप तो फिल्मी हेरोइनों को भी मात दे रही हो।

मेरी तो हालत खराब थी कि अमित के सामने उसने मुझे पेंटी ऊपर करने को बोला था और फिर मेने जिस साइड ड्रेस एक पैर पे जिधर से छोटी थी उसको पीछे किया और जल्दी से पेंटी को ऊपर कर लिया ।

तभी वहां पर एक कपल आया और लड़की मुझे देखकर बोली वाओ डार्लिंग ये ड्रेस ठीक रहेगी न पार्टी के लिए। तो लड़का बोला कि पहले पहनने वाली को देखो वो कोई टी वी कलाकार होगी । फिर वो लोग पास के काउंटर जो खाली था उसपे चले गए।
 
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जब सेल्स मेन ने ये सुना तो वो अमित को बोला ,--सर आप की बहन किसी हेरोइन से कम नही लग रही ।अभी आप ने सुना ना वो अभी क्या बोला।

ऐसी ड्रेस मनिसा कोइराला ने एक गाने में पहनी थी आप ने सुना होगा वो गाना कितना मुश्किल है यारा इस दुनिया मे दिल लगाना।

उसमे उसने सेम ऐसी ड्रेस पहनी थी बस उसमे वो पूरी लेंथ में थी लेकिन दोनों साइड से ओपन थी ।हमने बस इसको ऊपर से फ्रॉक टाइप में बनवाया है और एक साइड से ओपन रखा है।

इसमें पेंटी की जगह थोंग या बिना पेंटी ही अच्छी लगेगी और आप अपनी बहन के लिए एक बार फ़िल्म लाइन ट्राई कीजिए, दीदी सब की छूटी कर देगी।

अमित हंसकर ,--अरे इसको एक्टिंग नही आती वो तो जीजाजी को मॉडर्न बीबी चाहिए इसलिए ऐसी ड्रेस पहन ली मजबूरी में अगर ये ऐसे ही शर्माती रही तो इनकी शादीशुदा जिंदगी खतरे में पड़ जाएगी इस वजह से पहली बार ऐसी ड्रेस पहनी है इसके बस की बात नही है ये सब ।

सेल्स बॉय ,--भैया सनी लियोनी को कोनसी एक्टिंग आती है पर उसके शरीर से दीदी की बॉडी सॉलिड है ।

दोनो के पेंट में उभार साफ दिखमे लगा था और मौका मिलते ही दोनो अपने लण्ड को मसल रहे थे

में उन दोनों की बातें सुन रही थी ,मेरी भी चुत गिली हो गयी थी और तारीफ किसे अच्छी नही लगती इसलिए मन ही मन खुश हो रही थी कि दोनों मुझे पोर्न स्टार बनाने पर तुले है ।

तभी अमित बोला कुछ घर मे पहनने का दिखाओ इसको तो अभी पहन के रखने दो फिर बार बार खोलना पड़ेगा ।

उसने कहा भैया दीदी को क्या पसंद है घर पर पहनना सलवार कुर्ता ,स्कर्ट टॉप ,जीन्स या फिर गाउन आप बताइए।

अमित कुछ नही बोला तो मैने शरमाते हुए कहा सलवार कुर्ता दिखाइए

तो उसने कहा दीदी आजकल कुर्ते के साथ लेगिंस पहनने का चलन है फिर उसने एक दो पिस दिखाया जिसमे कुर्ते का गला बहुत बड़ा था और लेगिंस का मेरेरियल ऐसा था कि कुर्ता हटते ही चुत का पूरा सेप दिखे । मेने गर्दन इनकार में हिलाई पर अमित ने सेल्समेन को एक सेट मेरे नाप के हिसाब से देने का बोलकर पैक करने को दे दिया ।

फिर अमित ने जीन्स टॉप दिखाने को कहा तो उसने जीन्स दिखाई और एक जीन्स टॉप को पहनकर ट्राय करने को कहा।

में उसे लेकर ट्रायल रूम में आई और पहन लिया टॉप तो ठीक था ब्रा के ऊपर पहन ने का था पर जीन्स आगे से तो फिट थी पीछे गाँड पर पूरी नही ढक रही थी।
मेने सोचा अब क्या करूँ अगर ऐसे गयी तो गाँड की दरार पूरी दिखेगी ।

तभी विचार आया और बाहर निकलकर सेल्समैन को बुलाया और ट्रायल रूम में जाकर पीछे से दिखाया तो वो थोड़े नाराजगी भरे स्वर में बोला यही तो फैशन है फिर उसको जांघो के पास से कटे होने का कहा तो उसने मुझे बाहर आने को कहा ।

जब काउंटर पर आई तो बोला उधर देखिये सामने एक लडक़ी ने वैसी ही जीन्स पहन रखी थी और झुककर कुछ देख रही थी जब मैने उसको देखा तो उसकी गाँड की दरार पूरी दिख रही थी बस थॉडी सी जीन्स को नीचे करो और गाँड मार लो ,तो अमित बोला क्या हुआ उसको

सेल्समेन ने मेरा हाथ पकड़कर घुमा कर दिखाया और अमित को बोला देखिये भैया जीन्स कैसी लग रही है मेरी गाँड अमित की तरफ थी और में उन दोनों के बीच मे थी जिससे सेल्समैन ने फायदा उठाया और मुझे अपने लण्ड को मसलकर दिखाया मेने शरमाने का नाटक शुरू कर दिया ।

तभी अमित ने अपत्यशित सवाल किया और बोला लग तो अच्छी रही है पर इसने से दीदी की पेंटी दिख रही है ।

सेल्समैन ,--अरे भैया यही तो फैशन है , इसको पेंटी बिना ही पहन ना है पर दीदी को शर्म बहुत आती है और आपको फिटिंग दिखानी थी और हमारे बहुत से ग्राहक इसकी एक खूबी का बखान जरूर करते हैं।

अमित ,--वो क्या।

सेल्समैन ,--आप के साथ दीदी है नही तो हम वो खूबी बताकर ही इसको बेचते है ।

अमित ,--क्या यार दीदी अब शादीशुदा है और बालिग है इसलिए आराम से बोलो।

सेल्समेन ,--इस जीन्स को बिना पेंटी के पहन ना होता है ओर इसमें चुत के सामने जो कपड़ा लगा है वो विशेष तरह का है जब लड़कियां पहन कर चलती है तो उनकी चुत में चलने से जो घर्षण होता है उनको विशेष आनंद मिलता है ।

इतना सुनते ही में वहां से ट्रायल रूम में गयी और साड़ी पहनकर सीधे शॉप से बाहर आ गयी और अमित का इंतजार करने लगी लगभग आधे घंटे बाद अमित हाथ मे बहुत से कैरीबैग लिए हुए बाहर आया और हाथ पकड़कर दुसरीं तरफ ले जाने लगा।

फिर एक शॉप के सामने जाकर उसने मुझे कैरीबैग पकड़ाए और बाहर रुकने को बोला कुछ देर में आकर बोला आओ अंदर ।

अंदर जाकर देखा तो एक टेलर की शॉप थी जिसमे कई तरह के ब्लाउज टंगे हुए थे और बाहर चार पांच लोग सिलाई कर रहे थे तभी उसने एक गेट खोला और बोला चलो नाप दे दो ।

अंदर गयी तो एक बड़ा सा रूम था जिसमें दो तरफ की दीवारों पर फुल साइज के ग्लास लगे थे और एक औरत का नाप दो लोग ले रहे थे और औरत अपनी ब्रा पहन रही थी फिर उसने जल्दी से अपना ब्लाउज़ और साड़ी पहन कर बाहर चली गयी।

तो उनमें से एक आदमी जो फ्रेंच दाढ़ी में था उसने मुझे पास बुलाया और दूसरे लड़के को जो बीस बाइस साल का रहा होगा उसको बोला जल्दी से डायरी में एड्रेस लिख ले साहब पूछ कर तब तक मे माप ले लेता हूँ।

वो लड़का अमित से बात करने लगा ।

में उसके पास गई तो उसने पूछा कि साड़ी के ऊपर से नाप लेना है क्या ।

मेने हां में गरदन हिलाई तो वो नाप लेने लगा बहुत ही पेशेवर तरीके से नाप ले लिया और बोला ठीक है हो गया ।

इतनी देर में दूसरे लड़के ने एड्रेस लेकर सारी जानकारी लिख ली दोनों के फोन नम्बर इत्यादि फिर उसने नाप उसके नीचे लिखा और मुझे बोला एक सप्ताह में आपको घर डिलीवरी हो जाएगी।

अमित ने फिर उसको कुछ पेमेंट दिया और बाकी की बातें की ।

फिर हम बाहर आये तो अमित बोला कि अभी सीजन नही है वरना एक महीने से पहले यहां डिलीवरी नही होती ।

मेने कहा कि उसने उस औरत का तो पूरा ब्रा खोल कर नाप लिया था। तो उसने कहा कि ये लोग पूरे प्रोफेशनल लोग है उस औरत को फुल फिटिंग की डिमांड होगी इसलिए ऐसा किया होगा

मैं मन मे सोचने लगी कि अगर मेने भी नाप देने से पहले बोला होता कि मुझे भी फुल फिटिंग चाहिए तो उस स्मार्ट आदमी के हाथों को अपने बूब्स पर महसूस किया होता।

तभी मेने अमित से पूछा कि मेरी फिटिंग सही होगी ना

तो अमित बोला कि ये बात की गारंटी नही है आर्डर मीमो में लिखा है देखो । फिटिंग की पूरी गारण्टी हमारे यहाँ लिए गए नाप के मानकों को पूरा करने पर ली जाती हैं।

तो मेने कहा फिर क्यों सिलवाये इस पर अमित भड़क गया और बोला कि तुम सुबह की तरह रोने लगती इसलिए मैंने बोला था कि तुमको जैसे नाप देना हो वैसे ले लेना।अब मुझे क्या पता था कि तुम बहन जी के जैसे नाप दोगी जबकि तुम्हारे सामने वो औरत बिना कपड़ों के नाप दे रही थी।

मैं मन मे सोच रही थी कि सुबह की ड्रामे बाजी की वजह से अमित डर गया है इसलिए अब थोड़ा सा अपनी तरफ से ही पहल करनी पड़ेगी।
 
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