में अमित के साथ बेठकर चाय पी रही थी ,कमला जा चुकी थी तभी अमित बोला ,--थैंक्स डार्लिंग
में ,--किसलिए ।
अमित मेरे गाल पर किस करके बोला,--आज तुमने जो एन्जॉय करवाया उसके लिए।
मैं ,--इसमें थैंक्स की क्या बात है तुमको अच्छा लगा इसमें मेरा क्या लग गया।
अमित ,--तुम तो ऐसे बात कर रही हो जैसे कुछ हुआ ही न हो।
मैं,--तो मेरा क्या घिस गया मुझे जितना चाहिए वो मुझे मिल रहा है तो फिर क्या दिक्कत है में तुमको घर मे रोक लुंगी तो बाहर मुंह मारते फिरोगे ।जितनी तुम्हारी जरूरत है वो तो तुम पूरी करोगे ही मेरे कहने से थॉडी रुक जाओगे ।
अमित ,--डार्लिंग कहने को आसान है पर एक औरत कभी भी अपने पति को नही बांट सकती दुसरीं औरत के साथ।
मैं ,--तो अब तुम उसको भी आधी बीबी बना के रखोगे क्या।
अमित ,--मज़ाक अच्छा कर लेती हो पर आज तुमने जो मेरे लिए किया उसका एहसान में जिन्दगी भर नही भूलूंगा ।
मैं,--तुम अच्छे आदमी थोड़े ही हो जिस औरत ने तुमको जन्म दिया तुम उसी को नंगी देखने का ख्वाब देखते हो।
अमित ने जब ये सुना तो वो थोड़ा गुस्सा दिखाया फिर मुंह फेरकर बैठ गया ।
मैं ,-क्या हुआ तुम तो नाराज़ हो गए और मेरे से प्रोमिस करवा लिया और पुरानी बात पर नाराज नही होना है ।
अमित के चेहरे पर मुस्कान आ गयी और मुझे किस करके बोला आई लव यू।
तभी मुझे भी शरारत सूझी मेने अपना फोन उठाया और एक नम्बर डायल किया ।फिर रिंग होने पर फोन को स्पीकर मोड़ पर डाला और सामने रखकर रिसीव करने का इंतजार करने लगी।
फोन रिसीव होते ही उधर से ,--हेलो ।
असल मे मेने अमित की मम्मी यानी मेरी सासु मां जिनका नाम सुरजी देवी था को फोन किया था ।
मैं ,--मम्मी जी प्रणाम।
उधर से,--रेखा बेटी ,खुश रहो ।
में ,-कैसे हैं मम्मी जी आप।
सुरजी,--ठीक हूँ ,आज याद आयी क्या।
मैं ,-अरे मम्मी जी ,पूरा घर को समेटा उसी में टाइम नही मिला ,फिर इन्होंने कहा मेरी बात होती रहती है।
सुरजी,-वो तो नालायक है ,अभी तक एक बार फोन आया था इतने दिन में।
मेने अमित की और देखा जो शर्मिंदा हो रहा था।
में,-मम्मी जी मे सोच रही हूं कुछ दिन रीता दीदी आ जाती तो मुम्बई घूम लेती ।
सुरजी,--अरे उसका क्या काम है अभी कुछ दिन मज़े करो ।
मैं ,--पर बाद में में सोच रही हूं कि कोई जॉब कर लूं तो बिजी हो जाऊंगी।
सुरजी,-तुम अमित के साथ खुश तो हो ना।
में,--आप ऐसे क्यों बोल रही हो।
सुरजी,--तो क्या बोलूं आजकल लोग एक दो महीने तो हनीमून पर चले जाते है और तुम रीता को बुला रही हो।
मैं,-नही ऐसा कुछ नही है।
सुरजी,--अरि बेटा मुझे समझा रही हो वो नालायक बचपन से ही गलत संगत में पड़ गया था लगता है तुमको संतुष्ट नही करता क्या।
मैं ,--आप भी मम्मी जी मुझे समझ मे नही आ रहा क्या बोल रही हो।
सुरजी,-में ये बोल रही हूँ कि शारीरिक रूप से संतुष्ट करता है कि नही ।
मैं ,--ऐसी बात नही है।
सुरजी,--देख रेखा तुम भी मेरी रीता के जैसे बेटी है और तुम्हारे दिमाग मे अगर फिल्मों और टी वी सीरियल देखकर ये बात दिमाग मे फिट बैठ गयी है सास एक बहुत खतरनाक टाइप की औरत होती है तो उसे दिमाग से निकाल दो और ये जी जी क्या लगा रखा है ।
मैं,--पर में इनसे पूरी तरह संतुष्ट हूँ।
सुरजी,--ठीक है अगर ऐसा है तो अच्छी बात है फिर तुम रीता को क्यों बुला रही हो।अभी तुम्हारे खेलने खाने के दिन है और तुमको क्या लगता है मुझे पता नही शादी के बाद तुरन्त तुमको मुंबई इसी लिए तो भेजा था कि कुछ दिन मज़े करो नही तो यहां हम लोगों को भी अच्छा लगता कि तुम चार छह महीने साथ रहती
में ,-बस ऐसे ही दिन भर अकेली बोर हो जाती हूँ इसलिए पर आप ने इसा क्यों कहा कि वो गलत संगत में पड़ गया था ।
सुरजी ,-उसको मेने देखा था कि वो......
तभी अमित ने फोन काट दिया तो मेने उसकी और देखा और पूछा फोन क्यों काटा ।
अमित ,--अब जो वो बोलेगी वो में तुमको बता चुका हूँ ।
मैं,-क्या बता चुके हो रीता नही आएगी इसलिए गुस्से में काट दिया है ना।
अमित ,--वो बात में तुमको रात में बता दूंगा । अभी दुसरीं बात करो ।
मैं ,--ठीक है में खाने की तैयारी करती हूं अब कमला नही आएगी ।
अमित ,-ठीक है पर तुम मेरी एक बात मानोगी ।
मैं ,-बोलो।
अमित ,--कल दीनू काका को बुलाएं
मै ,--नही ,भूलकर भी ये गलती मत करना ।
अमित ,--क्या यार में जब भी तुम्हारे बारे में सोचता हूँ तुम मना कर देती हो ।
मैं ,--जब मुझे लगेगा में तुमको बोल दूँगी।
अमित ,-ठीक है पर तुम फोन में दिन भर ऐसा क्या देखती हो जो अपनी चुत को घिसती रहती हो।
मैं ,-फेस बुक जैसी फेक आई डी मेने इंस्टाग्राम पर भी बनाई हुई है उसमें कमैंट्स पढ़कर अच्छा लगता है।
अमित ,--ठीक है पर ये कपड़े तो मुंबई के हिसाब से पहना करो ।
में,-क्यो साड़ी में क्या खराबी है ।
अमित ,--खराबी कुछ नही है बस थोड़ा सा मॉडर्न बनो ।
मैं ,-ठीक है में खरीद लुंगी।
अमित ,-तुम नही कल संडे है हम दोनों चलेंगे दिन भर पहले शॉपिंग करेंगे फिर मूवी देखेंगे और रात का खाना होटल में खा कर आएंगे ,ठीक है ।
मेने उसको कहा ठीक है फिर किचन में आकर खाने की तैयारी करने लगी