Update 113 G.
इस ऐतिहासिक युद्ध की जब भी चर्चा होगी नंदिनी को याद किया जाएगा ।
कुरूक्षेत्र के युद्ध में अभिमन्यु की मृत्यु इसीलिए हो गई थी कि वो चक्रव्यूह के अन्दर ऐसा बुरी तरह फंस गया था कि बाहरी मदद मिल ही न पाई थी । यदि भीम उसके साथ चक्रव्यूह में प्रवेश किए होते तो अभिमन्यु की जान बच सकती थी ।
नंदिनी ने अस्तक की विशाल सेनाओं और उनके चक्रव्यूह में फंसे निश्छल एवं शेरिन की मदद न की होती तो शायद रिजल्ट कुछ और ही होता । वो ड्रेगन बेबी सोनु के साथ मिलकर जहर वाली रणनिती के साथ साथ निश्छल और शेरिन के लिए मास्क पहनाने की जो दूरदर्शिता दिखाई , वो सच में काबिले-तारीफ था ।
Update 113 H.
युद्ध के मैदान में निश्छल और नंदिनी के बीच जो नोंक-झोंक था , टेंशन मुक्त करने वाला था । जहां पल पल करोड़ों की तादाद में लोग मारे जा रहे हों , जहां हर पल निश्छल और शेरिन की जिंदगी दांव पर लगी हो वहां नंदिनी का आना , उनकी मदद करना और फनी बातें करना मन को मोहित करने वाला था । युद्ध कौशल के बारे में क्या लिखूं ! कभी हवा में उछल कर युद्ध करना तो कभी सेकेंडों में जमीं पे पहुंच कर युद्ध करना , कभी खड़े खड़े एक दूसरे को ढा़ल बनाकर युद्ध करना तो कभी घुटनों के बल बैठे बैठे युद्ध करना ! - ऐसा नैन भाई की कलम से ही निकल सकता है ।
Update 113 (1) & ( j )
इस अपडेट की जितनी तारीफ की जाए कम है । अस्तक का जो शारीरिक रूप था - दो किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ लम्बा चौड़ा शरीर , चार सौ फुट के आसपास मुंह , शरीर के हर हिस्से से इच्छानुसार निकलते हुआ बड़े बड़े हाथ , उन हाथों में भी आंखें , शरीर को हरेक दिशाओं में घुमाने की क्षमता - इतना तो खतरनाक कुम्भकरन भी नहीं था । लेकिन अस्तक को देखकर मजा आ गया । मेन विलेन के रूप में इससे बढ़िया और क्या चाहिए था ।
अस्तक का जबड़ा फाड़े लोगों को चबाना , निश्छल और शेरिन के साथ उसका अविस्मरणीय युद्ध ! मुझे तो शब्द ही नहीं मिल रहा है कि इसे किस तरह से व्यक्त करूं !
हजार टन की शक्ति वाले हथौड़ा और बिजली प्रवाहित करती हुई चैन , खंजर और तीव्र गति और मजबूत इच्छाशक्ति - यही हथियार था उस महा दानव से लड़ने के लिए ।
अस्तक और दोनों भाई बहन के बीच जैसा युद्ध हुआ - या ये कहें कि जैसा लिखा गया वो अद्भुत था । आउटस्टैंडिंग था । अमेजिंग था ।
अस्तक का सिर जब धड़ से अलग हुआ , ऐसा लगा जैसे हमारी सांसें जो कब से अटकी पड़ी थी , सुचारू रूप से फिर से चलने लगी ।
इस पुरे अध्याय के लिए दिल से सिर्फ एक ही चीज निकलती है - Superbbb.... You are such a Zems
nain11ster bhai.