फिराक़ बज़्म-ए-चिरागां है महफ़िल-ए-रिन्दां सजे हैं पिघली हुई आग से छलकते अयाग़
komaalrani Well-Known Member 22,290 58,041 259 Apr 12, 2020 #1,221 फिराक़ बज़्म-ए-चिरागां है महफ़िल-ए-रिन्दां सजे हैं पिघली हुई आग से छलकते अयाग़ Reactions: Aakash., Naina and Rahul
komaalrani Well-Known Member 22,290 58,041 259 Apr 12, 2020 #1,223 जब ज़िक्र तेरा महफ़िल में छिड़ा क्यों आँख तेरी शरमाने लगी Reactions: Aakash., Rahul, Naina and 1 other person
komaalrani Well-Known Member 22,290 58,041 259 Apr 12, 2020 #1,224 शामे-वादा कुछ रात गये तारों को तेरी याद आने लगी Reactions: Aakash., Rahul, Imyours and 2 others
komaalrani Well-Known Member 22,290 58,041 259 Apr 12, 2020 #1,225 उस वक्त 'फ़िराक' हुई यॅ ग़ज़ल जब तारों को नींद आने लगी Reactions: Aakash., Rahul, Imyours and 2 others
komaalrani Well-Known Member 22,290 58,041 259 Apr 12, 2020 #1,226 किसी की ज़िन्दगी ऐ दोस्त जो धड़कों में गुज़री थी. उसी की झिलमिलाती शमअ इक तस्वीर होती है. Reactions: Aakash., Rahul, Naina and 1 other person
komaalrani Well-Known Member 22,290 58,041 259 Apr 12, 2020 #1,227 अरे ख्वाबे-मुहब्बत की भी क्या ता'बीर होती है. खुलें आँखे तो दुनिया दर्द की तस्वीर होती है. Reactions: Aakash., Rahul, Naina and 1 other person
komaalrani Well-Known Member 22,290 58,041 259 Apr 17, 2020 #1,228 ये निकहतों कि नर्म रवी, ये हवा, ये रात याद आ रहे हैं इश्क़ के टूटे तआ ल्लुक़ात Reactions: Aakash., Naina and Rahul
komaalrani Well-Known Member 22,290 58,041 259 Apr 17, 2020 #1,229 इक उम्र कट गई है तेरे इन्तज़ार में ऐसे भी हैं कि कट न सकी जिनसे एक रात Reactions: Aakash., Naina and Rahul
Naina Nain11ster creation... a monter in me 31,619 92,311 304 Apr 17, 2020 #1,230 नसीहत अच्छी देती है दुनिया, अगर दर्द किसी ग़ैर का हो। Reactions: komaalrani, Aakash. and Rahul