तुम ना-हक नाराज़ हुए वरना मयखाने का पता..आंखे है या है शराब का मयखाना,
देख कर जिनको हो गया हूँ मै दीवाना,
होठ है या है कोई रसीला जाम,
जिनके एहसास की तम्मना मे बीती है मेरी हर शाम.
हमने हर उस सख्स से पुछा जिसके नैन नशीले थे..
तुम ना-हक नाराज़ हुए वरना मयखाने का पता..आंखे है या है शराब का मयखाना,
देख कर जिनको हो गया हूँ मै दीवाना,
होठ है या है कोई रसीला जाम,
जिनके एहसास की तम्मना मे बीती है मेरी हर शाम.
देसी में मज़ाआ नहीं आता होगा नMain daru nahi peeta
Bewdi Mahi
ये मय कुछ नहीं है उन आँखों के सामने..तुम ना-हक नाराज़ हुए वरना मयखाने का पता..
हमने हर उस सख्स से पुछा जिसके नैन नशीले थे..
Asli maja to desi me haiदेसी में मज़ाआ नहीं आता होगा न
इसलिए तो ठेके बने हुए हैं।
उनकी आँखें ही नहीं हर अदा नशीली है।ये मय कुछ नहीं है उन आँखों के सामने..
वो जो देखले एक नजर तो पिने की हसरत नहीं रहती।