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Only Two line sher o shayri

Romeo 22

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रोज़ जब रात को बारह का गजर होता है,
यातनाओं के अँधेरे में सफ़र होता है।

सिर से सीने में कभी पेट से पाओं में कभी,
इक जगह हो तो कहें दर्द इधर होता है।

- दुष्यंत कुमार
 

Romeo 22

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तुम्हारे सच की हिफ़ाज़त में यूँ हुआ अक्सर
कि अपने-आप को झूटा बना लिया मैं ने
- सरफ़राज़ नवाज़
 

Moon Light

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रोज़ जब रात को बारह का गजर होता है,
यातनाओं के अँधेरे में सफ़र होता है।

सिर से सीने में कभी पेट से पाओं में कभी,
इक जगह हो तो कहें दर्द इधर होता है।

- दुष्यंत कुमार
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komaalrani

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दिल वो नगर नहीं कि फिर आबाद हो सके
पछताओगे सुनो हो , ये बस्ती उजाड़कर
 

komaalrani

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कहते तो हो यूँ कहते , यूँ कहते जो वोह आता
सब कहने की बातें हैं कुछ भी न कहा जाता
 
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komaalrani

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तड़पै है जबकि सीने में उछले हैं दो-दो हाथ
गर दिल यही है मीर तो आराम हो चुका
 

komaalrani

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रख हाथ दिल पर मीर के दरियाफ़्त कर लिया हाल है
रहता है अक्सर यह जवाँ, कुछ इन दिनों बेताब है
 

komaalrani

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तड़पै है जबकि सीने में उछले हैं दो-दो हाथ
गर दिल यही है मीर तो आराम हो चुका
 
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