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Non-Erotic Rudra Mhanyoda

Vk1989

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Ch 47 - आठवां राजसी परिवार बनाना

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frands me Khani me likha राहु में सोचा नहीं था आप सबका प्यार मिलेगा. मी हप्ते 2/3 ch देना खा बोला था. लेकीन आप सबका प्यार देखे कोही हप्ते मी 4/5 ch deta rahuga. बस आप सबका ऐसा ही सपूत मील की प्यार.

Ch 48 - पुश्तैनी मार्शल आर्ट का खो...

Ch 49 - सौदे का खुलासा

Ch 50 - अधिपति युग अरोड़ा
 
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krish1152

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nice update
 

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Thanks
 

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Ch 39 - राजीव का प्यार

उस मोटे की बात अभी तक खत्म नहीं हुई थी उस मोटे ने आगे कहा "और हां उसे कह देना जब तक वह बाहर नहीं आएगी मैं यहां से कहीं नहीं जाऊंगा।"

उस मोटे की बात सुनकर रूद्र को समझने में ज्यादा वक्त नहीं लगा कि यह मोटा जानवी का आशिक है रुद्र बहुत जोर से हंसना चाहता था पर उसने अपनी हंसी दबा कर रखी, अपने आप को सामान्य करने के बाद रूद्र बोला "ठीक है मैं आपके बारे में मिस जानवी को बता दूंगा।"

जहां रुद्र की बात सुनकर उस मोटे की खुशी का ठिकाना नहीं था वह मोटा बोला "धन्यवाद दोस्त मेरी मदद करने के लिए।"

उस मोटे की बात सुनकर रूद्र कौशिक परिवार के अंदर चला जाता है रूद्र ने अंदर आने के बाद अपने आप से कहा "अच्छा हुआ मै उस मोटे के ऊपर नहीं हंसा वैसे मैं उस मोटे के ऊपर हंस सकता था पर मुझे फालतू में किसी राजसी परिवार के लड़के से पंगा नहीं लेना। वह मोटा मेरे से एक या दो साल बड़ा होगा फिर भी उसकी ताकत दूसरे सितारे के सातवें स्तर पर है इतनी कम उम्र में इतने ऊंचे स्तर पर पहुंचना बहुत बड़ी बात है जरूर यह मोटा अपने परिवार का सबसे खास आदमी होगा मुझे उसके साथ दोस्ती करनी चाहिए।"

इतना सोचने के बाद रुद्र कौशिक परिवार के बिलकुल बीच मैं मौजूद इमारत की ओर जाने लगता है लोटस सिटी के अंदर कौशिक परिवार कई एकड़ जमीन के अंदर फैला हुआ है जहां कौशिक परिवार के एरिया में बहुत सारे घर आते हैं जिनके अंदर सभी सिपाही रहते हैं कुछ घर ऐसे भी है जिनके अंदर कुछ खास लोग ही रह सकते हैं जैसे मास्टर यशवंत, जानवी और सार्थक फिलहाल वर्मा परिवार जिस घर के अंदर रहता है वह भी कौशिक परिवार के खास घरों में से एक है।"

मास्टर यशवंत कौशिक परिवार के बिलकुल बीच में मौजूद इमारत के अंदर रहते हैं जो चार मंजिला बड़ी है और रुद्र इस वक्त मास्टर यशवंत से मिलने के लिए उसी जगह पर जा रहा था।

तभी रास्ते में रूद्र को जानवी मिल जाती है जिसे देखकर रुद्र बोला "कैसी हो बहुत दिन हो गए मैंने तुम्हें नहीं देखा?"

जिस पर जानवी ने तंज कसते हुए कहा "मैं बिल्कुल ठीक हूं पर लगता है अब से नहीं रह पाऊंगी क्योंकि मैने तुम्हारी शक्ल जो देख ली है।"

जानवी की बात सुनकर रूद्र ने अपने चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट लाते हुए कहा "चलो छोड़ो इन बातों को, मुझे मास्टर यशवंत से मिलने के लिए जाना है क्या तुम बता सकती हो इस वक्त वे कहां पर है?"

जानवी ने तुरंत कहा "फिलहाल मास्टर यहां पर नहीं है तुम उनसे नहीं मिल सकते।"

जानवी की बात सुनकर रूद्र जानवी को ऊपर से नीचे पूरे ध्यान से देखने लगता है रूद्र ने अपने आप से कहा "इसके भाव देखने से बिल्कुल भी नहीं लग रहा ये झूठ बोल रही है लगता है मास्टर यशवंत सच में इस जगह पर नहीं है और मुझे सार्थक भी कहीं पर भी नहीं दिखाई दे रहा जरूर मास्टर यशवंत सार्थक के साथ कहीं पर गए हैं।"

इतना सोचने के बाद रूद्र उस जगह से जाने के लिए तैयार ही था तभी उसे बाहर खड़े मोटे की याद आती है उस बारे में याद करके रूद्र ने अपने आप से कहा "इसको मैं उसे मोटे के बारे में बताना तो भूल ही गया मुझे कुछ भी करके इसे बाहर लेकर जाना होगा तभी तो वह मोटा मेरा दोस्त बनेगा।"

फिलहाल रूद्र को उस मोटे की वास्तविक पहचान के बारे में नहीं पता था पर रुद्रा उस मोटे के साथ इतने ज्यादा ताकतवर सिपाही और उस मोटे की ताकत देखकर इतना तो बता सकता था वह मोटा जरूर राजसी परिवार में से होगा और अगर रुद्र ऐसे किसी लड़के के साथ दोस्ती कर लेता है तो उसका बहुत ज्यादा फायदा होगा।

सब कुछ सोचने के बाद रुद्र अपने मुंह पर हाथ रखकर हंसी रोकने का नाटक करने लगता है और फिर जोर जोर से हंसने लगता है।

जानवी भी रूद्र को पागलों की तरह हंसता हुआ देखकर हैरान थी जानवी ने सोचते हुए कहा "इसे क्या हो गया यह पागलों की तरह क्यों हंस रहा है?"

जानवी बोली "क्या हुआ तुम क्यों हंस रहे हो और हां मुझसे झूठ बोलने की कोशिश मत करना?"

जिस पर रूद्र बोला "असल में बात ये है बाहर एक बहुत प्रतिभाशाली लड़का खड़ा है और वह बहुत ज्यादा सुंदर है मैंने आज से पहले लोटस सिटी के अंदर उस लड़के से ज्यादा सुंदर कोई भी नहीं देखा और वह तुम्हारा इंतजार कर रहा है उसने मुझसे कहा था अगर तुम बाहर नहीं जाओगी तो वह तुम्हारा कई दिनों तक इंतजार करने के लिए भी तैयार है।"

रुद्र की बात सुनकर जानवी एकदम समझ जाती है कि बाहर कौन खड़ा है इससे पहले जानवी कुछ कर पाती तभी रूद्र ने जानवी को छेड़ते हुए कहा "चलो अब बता भी दो कौन है वो, क्या तुम दोनों आपस में प्यार करते हो?"

रुद्र की बात सुनकर जानवी बहुत ज्यादा शर्मिंदा हो रही थी और साथ में उसे उस मोटे पर भी गुस्सा आ रहा था।

जानवी अपना गुस्सा उतारने के लिए सीधा गेट के बाहर चली जाती है जहां उसे वह मोटा दिखाई देता है उस मोटे के पीछे 12 सिपाही भी मौजूद थे जो आस-पास नजर रख रहे थे।

जानवी ने गुस्से में कहा "राजीव मैंने तुम्हें पहले भी कहा था मैं तुम्हें पसंद नहीं करती हूं फिर तुम बार-बार क्यों यहां पर आ जाते हो?"

जानवी को गुस्से में देखकर राजीव की शक्ल रोने जैसी हो जाती है उसने बड़ी मासूमियत से जानवी को कहा "मिस जानवी जब मैंने आपको अपने प्यार का इजहार किया था उस वक्त में 12 साल का था और अब मैं 20 साल का हो गया, इन आठ सालों के अंदर मैंने आपको हजार बार पूछा होगा और आप हर बार मुझे ठुकरा देती है इतने सालों के अंदर तो पत्थर भी पिघल जाता है क्या आपका दिल अभी तक नहीं पिंगला?" तभी पीछे से रुद्र की आवाज जिसने जानवी और राजीव के पास आते हुए कहा "तुम चिंता मत करो मिस जानवी का दिल तुम्हारे लिए जरूर पिंगलेगा मिस जानवी को तुम्हारे जैसे इतने धैर्यवान लड़के बहुत ज्यादा पसंद है तुम कुछ दिन और इंतजार करो देखना मिस जानवी जरूर मान जाएगी।"

रुद्र की बात सुनकर जानवी को बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था उसने गुस्से में सोचते हुए कहा "पहले ये मोटा कम था जो अब परेशान करने के लिए ये भी आ गया और इसके सामने में कुछ बोल भी नहीं सकती क्योंकि ये बहुत ज्यादा चालाक है पर मेरे पास भी एक तरीका है जो मैं इसे इसी के जाल में फंसा दूंगी।"

इतना सोचने के बाद जानवी अपने चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट ले आती है और शरमाते हुए राजीव से कहती है "देखो मैं तुम्हें बहुत अच्छी तरह से समझाती हूं हम दोनों बचपन में एक साथ खेला करते थे हम दोनों ने बहुत अच्छा वक्त बिताया, पर अब मैं बड़ी हो गई हूं और मुझे किसी और के साथ प्यार हो गया अब मेरे दिल में वह लड़का बसा है।"

जानवी की बात सुनकर राजीव को बहुत ज्यादा गुस्सा आ गया था राजीव का मासूम चेहरा किसी पागल गुस्सैल आदमी में बदल गया था राजीव ने गुस्से में चिल्लाते हुए कहा "मुझे उस कमीने के बारे में बताओ मैं उसे जिंदा नहीं छोडूंगा।"

रूद्र को भी समझ में आ रहा था कि जानवी क्या करना चाहती है पर वह कुछ नहीं कर सकता था रूद्र ने अपने आप से कहा "लगता है अब मैं फसने वाला हूं।"

रुद्र के इतना सोचते ही जानवी रूद्र को घूर कर देखने लगती है जहां जानवी को ऐसा करते ही राजीव भी रुद्र की तरफ देखने लगता है।

रूद्र ने अपने आप से कहा "मुझे इस झमेले में नहीं पढ़ना चाहिए था इस लड़की ने मेरी पूरी योजना पर पानी फेर दिया और साथ में फंसा अलग दिया।"

अब आगे क्या होगा, जब राजीव को पता चलेगा जानवी जिस लड़के के बारे में बता रही है वह और कोई नहीं बल्कि रूद्र है? तो राजीव क्या करेगा? और राजीव की पहचान क्या है? और वह इतने सारे सिपाहियों के साथ लोटस सिटी में क्या करने के लिए आया है? जानने के लिए पढ़ते रहिए l

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Dhakad boy

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Nice update
 

Manojsharma

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Super bhai
 

krish1152

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nice pdate
 
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