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Adultery Son Of Collector-(Hindi,Incest,Group,Hidden Suspens)

Kyo bhai pasand aa gyi kahani ?


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Ankitshrivastava

Well-Known Member
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Good one....sabina bhi gai....i think uski bahu bhi jaldi jaygi....

Dekhe ki veenu kaise bachata hai takur se....Waiting .....

well....updates ki speed badao to accha hoga...

Keep rocking.......
 
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(Episode 8)

क्या करू?कैसे करू इसी बात पर दिमाग की दही हो रही थी।इतने कम समय में बिना किसी सपोर्ट के किसी बड़े आदमी के काम में टांग अडाना उतनी आसान बात नही थी।पिताजिने भी पहले ही चेतावनी दी थी की कोई मुसीबत खड़ी मत करना।क्योकि उनको मालूम था की मै कारनामे करनेवालों में से हु।उन्हें मुझपे बहोत भरोसा था,पर पिता है,बेटे की फिक्र करते है।उनके पीछे घर को संभालने वाला मैं ही तो हु।

मैं:शबीना चाची आखिर मसला क्या है!?

शबीना:मेरे पति के तबियत खराब होने के कारण मैंने मेरे बेटे को उनके बदले ठाकुर जी के हवेली काम करने भेजा।पिछले 2 महीने पहले हमने उसकी शादी कराई जिससे मुझे कुछ मदद हो जाए घर के कामो में।पर शादी के एक महीने के बाद उसकी लाश नदी किनारे मिली।

इतना बोलके वो रोने लगी।सीता चाची उनको शांत कराने लगी।

सीता: सलीम शम्भू जिगरी दोस्त थे।तो शम्भू की तरह ही मुझे सलीम भी था।

मैं:क्या!?इसका मतलब सलिम सिर्फ 18 साल का था!!?

सीता:नही वो 20 साल का रहेगा।पर बचपन से एकसाथ पढ़े खेले।यहाँ सालो साल ठाकुर के यहां काम करने के लिए जाते है लोग।अगर मेरे पति काम करने लायक नही रहे तो मुझे भी शम्भू को भेजना होगा।

मैं:वो बात मान ली पर ये 1 लाख रकम सलीम ने क्यो ली।

शबीना:ठाकुर के लोग बोलते है की शादी के लिए बड़े मालिक के छोटे भाई से उसने कर्जा लिया था।

मैं:कौन कलेश्वर??

शबीना:नही वो अखरिवाल्ला है।सलीम ने बल्लेश्वर से लिया था कर्जा।ठाकुर का दो नंबर का भी।

मैं:अच्छा जिसकी बिवि का नाम पार्वती है..वही न!??

सीता:हा वही।शहर में रहता है।सांबा तस्करी करता है।बल्लेश्वर मतलब बल्लू ,वो ब्याज से पैसे देता है और अखरिवाला वकील है।तो इनको कानून से सुरक्षा देने का काम कालिया का।

मैं:मतलब जो लोग उसदिन चाचा को मारके गए वो लोग और जो भाभी को उठाने की बात कर रहा है वो बल्लेश्वर है।

शबीना:हा,अगर कल शाम तक पैसे हवेली नही पहुंचे तो वो मेरे पति को मारके हम दोनो को रखैल बनाएगा बोला।

सीता:ये सब हवस का खेल है बाबूजी!!

मैं:मतलब!!??

सीता:उसको रुबीना पसन्द है।वो शादी में आया था।मुझे मीना बोली थी गलती से की ये बहोत कमीना है।किसी लड़की को हथियाना हो तो किसी भी हद तक चला जाएगा।पार्वती भी उसका शिकार ही थी।बस बड़े घर की लड़की निकल।बहोत पैसा था तो कर ली शादी

मैं:मतलव उसकी बीवी शहर की है।और ये सब खेल हो रहा है वो बल्लेश्वर की हवस की वजह से है।

सीता:जी सही बोल रहे हो बाबूजी आप।

शबीना:मुझे ले जाए तो कोई बात नही,पर वो तो 20 साल की लड़की है।उसे कुछ न करदे वो।

मैं:अइसे कैसे कानून नाम की कोई चीज है या नही।

सीता:उसी कानून ने ही फसाया न साब!!

मैं:मतलब!!?? अब क्या हो गया!!??

सीता:कर्जा लेते वक्त उसने लिख के लिया की अगर उसने सूत समेत नही लौटाया तो उसकी बीवी को वो उठा लेंगे।और शादी के वक्त रुबीना से भी अंगूठा लगवा लिया।

शबीना:कुछ भी करके उस बच्ची को बचा लो।मैं आपके पैर पड़ती हु।

वो मेरे पैर पकड़ने लगी।मैंने दूर होते हुए:अरे ये क्या कर रहे हो।चिंता मत करो सब ठीक हो जाएगा।बस आप अपने बहु को लेके आ जाओ। कल सुबह सांबा जी के हवेली पे।

शबीना वहाँ से जाने के बाद।

सीता:क्या चल रहा है आपके दिमाग में।

मैं:उसकी आप चिंता न करो।मैं अपनी योजना अपने बाप को भी नही बताता।मुझे अइसे मामलों में किसीपर भरोसा नही।

सीता:ठीक है।पर अभी मैं क्या करू!??आपने ही बोला की आपको मेरी मदद चाहिए।

मैं:अरे तुम ही तो मेरे असली मोहरा।

सीता:मतलब!!?

मै:अभिनंदन,आप सास बनने वाले हो।

सीता:क्या!!?मतलव मैं कुछ नही समझी।बाबूजी साफ साफ बता दो।

मैं:हम शम्भू की शादी रुबीना से करवा रहे है तो आप हो गयी न सासु मा।

सीता हिचकिचा गयी:क्या शम्भू की शादी रुबीना से।पर क्यो?वो विधवा है।मेरा बेटा जवान है।और शम्भू मानेगा?

मैं:देखो चाची।शम्भू दिखने में वैसे भी कोई सुपरस्टार नही है।वो अनपढ़ जैसा ही है।और अइसे को रुबीना जैसी बिवि मिलना तो बहोत बड़ी बात है।उसे मनाने का जिम्मा मेरा।

सीता:पर बाबूजी ठाकुर से दुश्मनी लेना मतलब!??हम लोग कुराढ़ी पे पैर मारने जा रहे है।

मैं:अरे कौन बोला।शादी के प्रमुख अतिथि तो सांबा जी ही है।

सीता चौक कर:मतलव!!

मैं:तुम ज्यादा सोचो मत बस शम्भू को भेज दो यहां।

सीता:पर एक विधवा से शादी!!!

मैं:आपकी परेशानी मान ली हमने।बस कुछ दिनों की बात है।अगर चाहे तो उसकि दूसरी शादी कर देना।

सीता हस्ते हुए:ठीक है,जैसा आप ठीक समझे।

सीता वहाँ से किचन में गयी,और वहाँ का काम खत्म करके घर गयी।कुछ समय बाद शंभु आया।

शम्भू:भैया आपने बुलाया।

मैं:शम्भू कल तुम्हारी शादी है।कुछ तैयारी कर ले।

शम्भू:मेरी शादी!!?किससे!?

मैं:रुबीना से,सलिम की बिवि।

शम्भू:रुबीना~~~

मैं:क्यो नही करनी शादी।मेरी बात नही मानेगा।

शम्भू:नही भैया आपने सोचा होगा तो सही होगा।बोलो आगे क्या करना है।

मैं उसको लेके हवेली गया।

शम्भू:अभी यहाँ पर क्या है भैया!??

मैं:ज्यादा सवाल जवाब नही बस जितना कहु उतना कर।जाके श्वेता को लेकर आ आगे वाली गार्डन में।

मैं गार्डन में उन दोनो की राह देख रहा था।तभी शम्भू श्वेता और मीना आ गयी।

मेरे पास आते ही श्वेता:क्यो जनाब आज याद आ गयी इस नाचीज की।

मैं:नही वैसी बात नही है।बस कुछ भले का काम करने जा रहा था।तो सोचा सुबह थोड़ा खिसक कर बात किया हु,गुस्से में बददुआ दे रही होंगी तो माफी मांग लू।क्योकि भले काम में कुछ परेशानी न हो।

श्वेता:हम क्यो भला गुस्सा होने लगे।हम दुश्मन को भी दुआ देते है ,आप तो हमारे दोस्त बनने वाले है।बस आपके मा के साथ जो हुआ उसके लिए माफी चाहते है।

तभी सांबा ठाकुर मुझे देख कर वहा आ जाते है।

सांबा:अरे छीटे कलेक्टर जी,आप यहां।

मैं:कुछ नही अंकल बस घूमते हुए यहां आ गए दोस्त से मिलने।

"दोस्त से मिलने "सुनते ही श्वेता मीना और शम्भू मेरी ओर चौक कर देखने लगे।

सांबा:वो बेटा माफ कर देना,श्वेता मुझे बोली समशेर की हरकत के बारे में ,हमे भी बहोत बुरा लगा।

मैं:अइसे ही थोड़ी माफ करेंगे

सांबा ठाकुर:मतलब!??

बाकी तीनो भी मेरे जवाब से चौक गए।

मैं:हम कौन होते हैं आपको माफ करने वाले।आप इतने बड़े आदमी हम तो गरीब कलेक्टर के बेटे।

सभी हसने लगे।

श्वेता:फिर भी कोई काम मदद कुछ हो तो बता दो।क्यो पिताजी!!??

सांबा ठाकुर:हा हा जरूर।

श्वेता:तुम कुछ भले काम की बात कर रहे थे!?

सांबा:कौनसा भला काम भाई।

मैं:वो अंकल हम सांबा की शादी करवा रहे है ।और हमारी इच्छा ये थी की लड़की का कन्यादान आप करे।

सांबा:अरे ये तो खुशी की बात है।कब है शादी।

मैं:कल सुबह 11 बजे अपने मंदिर के पास में ।

सांबा:इतनी जल्दी?!

मैं:मुहर्त नही है परसो के बाद 1 साल तो जल्दी ही तय की।शंभु मेरे यहाँ काम करता है तो उसकी भलाई का हमे देखना पड़ेगा।

सांबा:ठीक है हम कल 11 बजे पहुंच जाएंगे मंदिर के पास।

मैं:आपका बहोत शुक्रिया,अभी हम चलते है ।

मै और शम्भू वहां से निकल कर मंदिर गए।कल की सारी बात उनको समझ करवाई।हवेली गए थे श्वेता को आड़े रख ठाकुर जी को बुलाने को पर ठाकुर आमने सामने ही मान गया।

घर पे मा और दादी आ गयी।शम्भू को बाहर खड़ा कर दादी और मा को सारा खेल समझा दिया।

मा:वीनू पिताजी की बात भूल गया।

मैं:मा वो अभी की बात है।पिताजी बचपन से सिखाते आये है।जिसको जरूरत हो उसको मदद करो,अन्याय सहन मत करो,औरतो का सन्मान करो।

दादी:तभी तो बोलती हु,बेटा पोता किसके है।पूरा दादा पे गया है।तू जा वीनू।हम है तुम्हारे साथ।

मैं दादी को गले लगा लिया।

दूसरे दिन मंदिर में मंडप सजा सब लोग इक्कठा हुए।24 घटे के अंदर शादी थी तो 20 30 ही लोग थे।

11 बजे ठाकुर आने के बाद लड़की का कन्यादान करवाया।कुछ ही घण्टो में शादी निपटवा ली। क्योकि समय कम था।किसीको कुछ पता चले उससे पहले सारा प्लान खत्म करना था।पर अचानक एक सुखद ट्विस्ट आया।बिदाई के वक्त ठाकुर ने एक नोटो की गड्डी लड़की के हाथ में देदी।

सांबा:ये लो बेटा,सुखी रहो,दूधो फलो पूतोनहाओ।

वो लोग उनके पाव पड़े।फिर सबके पाव पड़के, वहां से मंदिर के अंदर गए।

मैं:धन्यवाद ठाकुर साब अपने हमारे विनंती का मान रखा।

सांबा:अरे उसमे क्या इतनी बड़ी बात।और तुम अंकल ही बोलो मुझे ,अच्छा लगता है।चलो हम आते है।

श्वेता:अरे हमे शुक्रिया नही कहोगे।

मैं:वैसे जरूरत नही है पर शुक्रिया।

वो बस मुझे देखती रही।पर मै अपने योजना को सफल बनाने में लगा था।मैंने सीता और शबीना के परिवार को लेके शहर गया।जहा रजिस्ट्री था।पिताजी की पहचान से मैने उनका रजिस्ट्री और डॉक्यूमेंट्री करवा दिया।रुबीना अभी शांता हो गयी।

मैं:देखो शबीना चाची ये पैसे पूरे 1.5 लाख है।1 लाख सीधा जाके ठाकुर को देना।25 हजार तुम रखना 25 सीता को देना।अभी दोस्त ही नही सम्बदन भी है।

वहाँ से मै घर आ गया।गेट पे देखा तो पिताजी की गाड़ी खड़ी थी।मेरे अंदर आते ही वो मुझपे बरसना चालू हुए।मैंने दादी की ओर देखा।दादी ने मा की तरफ इशारा किया।अभी समझ आया की मा ने पिताजी को सब फोन कर बताया और ये दौड़ते चले आये।

पिताजी:तुम्हे समजाया था की यह पर कोई उँगली मत कर।

मैं:पिताजी आप शांत हो मैं आपको सब कुछ बता देता हु।

मा के उस हादसे से अभीतक का सारा खेल मैंने पिताजी को बोल दिया।पर पिताजिने उसपे भी एक सवाल किया।

पिताजी:क्या नाम बोला उस बीच वाले भाई का!??

मैं:बल्लेश्वर नाम है,लोग बल्लू बोलते है।

पिताजी:अच्छा जी बल्लेश्वर क्या?बल्लू ठाकुर!!!!!

मैं:क्या बात है पिताजी!!?क्या हुआ!???

पिताजी:बेटा जी ये वही बल्लू है।जिसके वजह से मेरा तबादला यहां हुआ।इसको लोगो से पैसा वसूलने के चक्कर में केस दर्ज कराया।शहर का अमीर और राजनैतिक पार्टियों का कर्ताधर्ता है ये बल्लू।इसने जान भुजके मेरा तबादला यहापर कराया।

मैं:फिर अब!!??मेरी वजह से

पिताजी:अब क्या!!?तुम क्यो डर रहे हो।सही खेल गए हो।उसे भी हम लोगो की पावर का पता चले।अभी 1 लाख उसको देके कर्जा मुक्त,बेचारी जवान लड़की की शादी भी हो गयी।और ठाकुर ने कन्यादान किया है तो सगी नही पर बेटी जरूर हो गयी वो।तो इसकी वजह से अभी कोई कुछ नही कर पायेगा।तुम तो बाप को भी पीछे छोड़ गए।बाप शेर तो बेटा सवा।शेर।

दादी:पर वो कागजाद??

मैं:दादी उसपे सलीम की पत्नी अइसे लिखा है।पर अभी वो किसी और की बिवि है।

मा:और उसका अंगूठा।

मैं:उस कागज को मैंने अपने वकील अंकल को दिखाया वो बोले के मेहंदी ज्यादा थी तो अंगूठा भी सही नही आया है।और उसमे रुबीना का नाम भी नही है।और अभी वो सलीम की बिवि भी नही है।और 1 लाख वैसे भी दे रहे है।आप मत चिंता करो।

पिताजी:बेटा तुम कलेक्टर के बेटे होने का पूरा हक रखते हो।सही खेल गए ।

दादी:आखिर पोता किसका है।

पिताजी:पर बेटा तो मेरा है।आगे क्या करोगे!!??

मैं:देख लेंगे।अब जैसे होगा वैसे झेल लेंगे।आप फिक्र मत करो।

पिताजी:कुछ भी करोगे सोच समझ कर करना।कल से मैं महीने की यात्रा पे हु इलेक्शन लग गए है।वहां ड्यूटी है।कुछ होगा तो शर्मा(पिताजी का सेक्रेटरी)के पास मेसेज दे देना।

उस रात हम सबने मिलके खाना खाया ।दूसरे दिन पिताजी दौरे पे निकल गए।पर ठाकुर ने जो पैसे दीये उसपे मैं बहोत खुश था।अभी लड़की भी सेफ थी ।बस थोड़ा ख़तरा मेरे पल्ले आ गया।पर कोई नही झेल लेंगे।पिताजी ने भी मदद का हाथ आगे किया है।और कानूनी हाथ बहोत कुछ करवा सकता है।आगे देखते है क्या होता है!!!!!!!





 

Rocky2602

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Nice n fantastic update
Superb
Lekin ye ghatna ko or vistar dena tha
Kafi shor me likha
 
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123aaliahai

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Nice update
 
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Chunmun

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Fabulous update. Kya game khel gya.
Ek teer se kai sikar ho gye.
Abhi Ballu ko pta nahi chala hoga. Samba agar is bare mai janta hoga to abhi wo samajh nahi paya hoga ki us se kanyadan k bahane kya karwaya gya hai.
Ho sakta hai ki jab ye log paise dene jai tab Samba ko pta chalega.
Ha ha ha...
Sambha samajh jaiga ki use chutiya banaya gya hai.
Mere khayal se uske beti se dosti rakh hi lo.
Majboot mohra hoga wo bhi. Isi bahane Samba bhi naram rahega. Waise hai to thakur jo kisi ka saga nahi hota lekin beti se kuch dawab to bana hi rahega.
Keep rocking.
 

Cowboy23

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Asali khel ab start hoga
 
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RAJIV SHAW

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Super update hai bhai
 
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