(UPDATE-26)
जाने के बाद हिम्मत करके इस बार श्रुति ने कहा.” प्लीज़!!! अब तो हमें तो जाने दो. अब तो तुम पार्क के अंदर पहुंच गये हो.”
“इतनी जल्दी क्या है अब तो हमारे पास गाड़ी भी नहीं है तो हम वहां तक कैसे पहुचेंगे? जहाँ तक हमें जाना है. थोड़ा सब्र रखो जब हम अपनी मंजिल तक पहुंच जाएंगे तो तुम लोगों को चोद देंगे.” रोहन ने जवाब दिया. फिर रोहन ने घूम कर परवेज़ की तरफ देखा और सिर्फ़ इतना ही कहा “ फोन लगा उसे.” फिर परवेज़ किसी को फोन लगाने लगा “हेलो भीमा! हां हम लोग पहुंच गये है बस कुछ देर में धिकला फोरेस्ट लोंज पहुंच रहे है.” फिर परवेज़ ने फोन काट दिया
“प्लीज़ सर! हमें जाने दो. हम सबने आपका किया बिगाड़ा है प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़.” आहना के आखों में अब आँसू निकालने लग गये थे.
“अरे तू इतना टेन्शन क्यों ले रही है, कुछ नहीं होगा तुम लोगों को. तुम सब यहां से ज़िंदा वापस जाओगे.” रोहन उसे समझाते हुए कहा.
“ लेकिन अगर में तुम सब को चोद दम और तुम लोग बाहर जाकर हमारी शिकायत किसी से कर दिए दो?” रोहन ने कहा.
“नहीं, हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे, प्लीज़ हमारा विश्वास करिए.” प्रतीक ने कहा.
“विश्वास….हहहे. विश्वास तो में अपने बाप पर भी ना करूं , तुम लोग क्या चीज़ हो?” रोहन हंसते हुए कहा.
फिर कुछ देर तक गाड़ी के ऐसे ही चलने के बाद रोहन ने कहा
“ठीक है में तुम लोगों को चोद देता हूँ. वो सामने जो तुम्हें जो पेड़ दिख रहा है ना वहां गाड़ी रोको.” रोहन का बस इतना कहना था की निखिल ने फौरन गाड़ी उस पेड़ के पास रोक दी. रोहन और परवेज़ गाड़ी से उतार गये. “ सुनो जिस रास्ते पर से हम सब आए है उस रास्ते से बाहर मत निकलना बल्कि यहां से आधे घंटे की ड्राइव पर दूसरा दरवाजा है वहां से निकलना, समझे? “ सभी ने हां में अपना सर हिलाया. “और हां कोई अगर कोई पूछे तो किसी को हमारे में किसी को कुछ बताने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वो लोग मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाएँगे में यहां से आसानी से निकल जाऊंगा. पर अगर किसी ने अपना मुंह खोला तो….” इतना कहते ही रोहन ड्राइविंग सीट पर बैठे हुए निखिल की तरह देखा और उससे कहने लगा.
“तू!! ज़रा एक मिनट के लिए बाहर निकल, मुझे तेरे से कुछ बात करनी है.”
“म्म्मेई…..क्क्कय्या बात करनी है???” निखिल थोड़ा डरते हुए कहा.
“आबे तू बाहर तो आ. डर मत कुछ नहीं करूँगा तुझे….अगर कुछ करना होगा तो तुझे यही से थोक सकता हूँ समझा? चल अब जल्दी से आ नहीं तो…..” रोहन, निखिल की तरफ पिस्तौल तानते हुए कहा.
“ऊओककक…..में आ रहा हूँ.” कहते हुए निखिल जल्दी से दरवाजा खोलते हुए उनके पास गया. फिर रोहन, निखिल के कंधे पर हारह रक्त हुआ उसे थोड़ी दूर ले गया.
“उन चारों लड़कियों में से श्रुति कौन है?” रोहन , निखिल की तरफ देखते हुए कहा.
“ष्रृत्तीी….तुम्हें उसका नाम कैसे मालूम?” निखिल हैरत से रोहन की तरफ देखता हुआ बोला.
“आबे ज्यादा सवाल मत पूछा कर मेरे से . जितना बोलता हूँ उतना ही जवाब दिया कर . चल अब जल्दी से बता श्रुति कौन है उन लड़कियों में से?” रोहन, निखिल पर गुस्सा करते हुए कहा.
“वो…जो तुम्हारे बाजू बैठी हुई थी और जिसके ऊपर तुमने अपनी गुण तानी हुई थी ……उसी का नाम श्रुति है.” निखिल ने कहा.
“ह्म्म्म्म…..मुझे पहले से ही अंदाज़ा था की वही श्रुति होगी क्योंकि तुम लोग से काफी अलग लग रही थी. अच्छा वो सब चोद, में यह कहना चाहता हूँ की जो कुछ भी तुम सब लोग उस लड़की के साथ में …..उधर नैनीताल में जो करने का इरादा कर रहे हो उसके बारे में मुझे सब पता है.” कहता हुआ रोहन, निखिल की आँखों में देखने लगा.
“में समझा नहीं……आ….आ…आप किस बारे में बात कर रहे है? “ निखिल घबराते हुए कहा की इसे यह सब बातें कैसे मालूम.
“आबे चोद के!!! ज्यादा भोला मत बन……मुझे पता है तुम लोग उस लड़की का गेम बज़ाओगे और फिर उसके बाद उसकी वीडियो बनकर इंटरनेट पर सबको दिहखाओगे.” इतना सुनना था की निखिल की आँखें हैरत से बाहर आने लगी.
“आबे ज्यादा मत सोच की मुझे यह सब कैसे पता चला, वो जब तुम लोग वॉशरूम में बातें कर रहे थे तभी में……किसी टॉयलेट के अंदर था और तुम सब की बातें मैंने सुन लिया था……क्या समझा? फिर रोहन थोड़ा रुक कर निखिल के चेहरे की तरफ देखने लगा और फिर उसके बाद कहने लगा.
“आबे तू फिक्र मत कर!! में तुझे ऐसा करने से रोक नहीं रहा हूँ और ना ही उस लड़की को बताने जा रहा हूँ….मुझे कोई फर्क नहीं पढ़ता की तुम लोग उस लड़की के साथ क्या करोगे…में बस इतना चाहता हूँ की तुम लोग यहां से चुप चाप निकल जाओ और हम दोनों ने तुम लोगों को ज़बरदासित यहां पकड़ के लाए है उसके बारे में किसी से कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है. अगर तुम लोगों ने ऐसा किया तो में उस लड़की और उसके परिवार को तुम लोगों के इरादो के बारे में बता दूँगा…..