एकदम सही याद है आपको
जोरू का गुलाम भाग ५० पृष्ठ ५७
मिसेज मोइत्रा : " सुधार कार्यक्रम "
मिसेज दीर्घलिंगम ने मुझे लेडीज क्लब की सेक्रेटरी अनाउंस कर दिया था ,
मिसेज खन्ना ने मुझे जोर से गले लगा लिया , उनकी आँखों में आंसू डगमगा रहे थे। हम बाल बाल बचे थे। " मैडम सेक्रेटरी अब जबरदस्त लेडीज क्लब नाइट होनी चाहिए बोल क्या प्लान है तेरा। "
मुझे भींचे भींचे पूछा उन्होंने ,
" मैडम सोच रही हूँ अपनी एक सीनयर संस्कारी की स्ट्रिपटीज से शुरुआत की जाय " मैंने मुस्करा के कोने में अकेली बैठी मिसेज मोइत्रा की ओर देखकर जवाब दिया।
" नहीं नहीं सिर्फ स्ट्रिपटीज से थोड़े ही चलेगा , बिचारे के पति का वनवास हो गया है , साथ में कम से कम १० इंच का सुपर डिलडो "
सुजाता , मेरी सबसे पक्की सहेली और अब क्लब की ज्वाइंट सेक्रेटरी ने जोड़ा।
और भाग ५१ में मिसेज मोइत्रा की कबूतरियां भी जुड़ गयीं,... ( पृष्ठ ६० )
जुड़वां, खूब गोरी चीठ्ठी ,एकदम मिसेज मोइत्रा पर गयी हैं दोनों ,एकदम बंगाली रसगुल्ला।
लेकिन गड़बड़ भी वही ,एकदम अपनी माँ की तरह संस्कारी, सिर्फ पढने से काम , ड्रेस सेन्स हो या मिक्सिंग या एकदम कंजरवेटिव सुपर कंजरवेटिव।
बस ये समझिये अभी हाईस्कूल में गयीं हैं इसी साल , अब हाईस्कूल में गयी लड़कियों की , ..अब आगे तो आप समझ ही गए होंगे , अंदाज लगा सकते हैं ,...
और जब बात मिसेज मोइत्रा की चल रही थी तो सुजाता ने ही उनकी कबूतरियों का जिक्र किया। किसी ने बोला की दोनों अभी छोटी हैं तो अगले ही दिन सुजाता फोटोग्राफिक और मेडिकल एविडेन्स के साथ आ गयी।
दोनों की गोरी गोरी जाँघों के बीच छोटे छोटे रेशम के धागों सी , बहुत छोटी लेकिन , आ गयी है जवानी की पहचान कराने वाली केसर क्यारी
और मेडिकल एविडेन्स , पौने दो साल साल पहले दोनों के पीरियड्स शुरू हो चुके है
फिर क्या था मिसेज खन्ना ने फरमान जारी कर दिया ,
मिसेज मोइत्रा के साथ उनकी दोनों जुड़वां कबूतरियों को भी 'सुसंस्कारी' बनाने का,
और मिसेज खन्ना की बात तो मैं सपने में भी नहीं टाल सकती , खास तौर से जब उसमें मेरे सोना मोना का फायदा हो, दो कच्ची उमर की छोटी सालियाँ मिल गयीं,
और मेरी एक सहेली ने अपनी कहानी के नीचे लिखना शुरू कर दिया, नो वायलेंस " तो फिर रास्ता था पटाने का, और मंजू से बढ़िया कौन होगा।