सचमुच....Manju ne yahan aag laga rakhi hai or apne is forum me
सचमुच....Manju ne yahan aag laga rakhi hai or apne is forum me
प्लानिंग शानदार तो एक्जीक्यूशन जोरदार....Komal ji , planning hi itni hor hai jab execution hoga to tehlaka mach jayega. Ab intejar nhi hota
हर कोई इतनी बारीक निगाह नहीं रखता...Komal ji you are just too good in narrating the smallest of details in a very erotic way. You keep the reader always in an excited state.
एक साथ कई आयाम खुल गए हैं...कोमल जी वाह कथानक के कामुक संवाद और चित्रों का संयोजन अद्भुत है मजा तो आगे आएगा जब मिसेज मोइत्रा और मंजू अपने दामाद के साथ मैथुन रत होगी प्रतीक्षा रहेगी
आपको प्रत्साहित करते है साधु साधु साधु
पाठ के बाद अब प्रैक्टिकल की बारी है...Manju is too good. Mrs Moitra ko ekdam sahi paath padha rahi hai.
हर बार आपकी पोस्ट एक नया असर डालती है....मंजू और मोइत्रा में खुल गए सारे भेद
दोनों मिल के चाट रही इक दूजे के छेद
भड़का रही है मंजू मोइत्रा की सोई आग
जल्दी से चूत में लेले दामाद का मोटा नाग
चुदी नहीं है चूत जो तेरी पिछले पंद्रह साल से
बहा रही हैं पानी अब उसके लौड़े के ख्याल से
![]()
पटाक रही है चूत सिर्फ उंगली को डलवाने पे
फट जाएगी चूत तेरी दामाद का लौड़ा जाने पे
तेरी चूत की भट्टी को कर देगा वो ठंडा
तेरी चूत में जायेगा जब उसका मोटा डंडा
तेरे मस्त योवन को वो जी भर के लूटेगा
अपने मस्त हथोड़े जब चूत तेरी कुटेग्गा
चुटकी और बड़की को भी कर दूंगी त्यार
वो भी मजे से घोंटेगी जीजा का हथियार
तेरी बेटियों को दो दिन में ऐसा मस्त बना दूंगी
कैसे चूसे जीजा का लौड़ा अच्छे से सिखा दूंगी
खुशकिस्मत है तेरी बेटियां जो जीजा से चुदवायेगी
उसके लम्बे मोटे लंड से अपनी चूत फडवाएंगी
![]()
तेरी बेटियां इस बिस्तर पर तुझसे जीजे का लौड़ा बांटेगी खोल की तेरी चुदी हुई चूत से जीजा का मक्खन चाटेगी
![]()
और आपने उनकी आंतरिक भावनाओं को सही रूप दिया है...एक गदराई हुई भराबदार शरीर वाली औरत की पेट की भूख से ज्यादा उसकी जिस्म की भूख होती है।उसके यौवन की गर्मी बढ़ जाती है उसको ठंडा करना जरूरी होता है।औरत की वो गर्मी तभी शांत होती है जब तगड़ा मर्द उनके यौवन में कठोर लिंग को उतार कर यौवन की हर दीवार पर रगड़ लगाते हुए चरमसुख देता है. मंजू अच्छी तरह से जानती है कि मोइत्रा ने पंद्रह वर्षों से चुदाई नहीं की है और वह एक मोटे लंड के लिए तरस रही है जो बिस्तर पर उसकी शारीरिक जरूरतों को पूरा कर सके और उसकी यौन इच्छाओं को पूरा कर सके।
मंजू मोइत्रा की गहरी इच्छाओं को भड़का रही है ताकि वह खुले तौर पर अपने दामाद को चोदना स्वीकार कर ले और उसे अनाचार संबंधों के बारे में बुरा न लगे, भले ही उसकी अपनी बेटियाँ उसी दामाद द्वारा चोदी जाएँ
प्रिय कोमल जी...हमेशा की तरह आपने अपने शब्दों से एक यौन रूप से असंतुष्ट महिला की भावनाओं को बहुत ही सूक्ष्मता से चित्रित किया है। जब आप शब्दों और वाक्यांशों का उपयोग करती हैं तो आप अलग श्रेणी की होते हैं।
सबका अपना- अपना असर...Bakhir ki jagah gajar ki kheer. Par jabardast sweet fantasy he. Khate hi manotrain bad par. Aur unka damad....
![]()
free web image hosting