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अगले दिन हम लोग शॉपिंग पर गए। कुमुद हमें मार्केट तक छोड़ कर कॉलेज निकल गए।
हम एक शॉप में घुसे वहां सेल्स गर्ल ने हमारा स्वागत किया।
SG - वेलकम मैम। मैं आपकी किस प्रकार मदद कर सकती हूं। यहां हर स्टाइल के क्लोथ्स मिलते हैं। पार्टी वेयर, मैरिज वेयर, हनीमून वेयर, कैजुअल वेयर, हर स्टाइल हर डिज़ाइन में। जिस टाइप का आप पसंद करें।
पीहू दीदी - हमारी बहन के लिए चाहिए हैं। इसकी नई नई शादी हुई है।
SG - जी मैम मैं समझ गई आइए उस तरफ।
उस दिन मुझे पता चला कि जो हम ड्रेसेज पहनते हैं सिर्फ उन्हीं टाइप की ड्रेसेज नहीं होती और भी स्टाइल और डिजाइन आती हैं मार्केट में। जैसे ये ही ले लीजिए गाउन स्कर्ट, फुल लेंथ, मैक्सी लेंथ, टी लेंथ, मिडी, ब्लो नी, ऑन नी, एबव नी, मिनी, और माइक्रो मिनी। टॉप में भी कम वैरायटी नहीं होती जैसे ट्यूब टॉप, क्रॉप टॉप, कैमीसोल टॉप, ब्लाउज़ टॉप, टैंक टॉप, कफ्तान टॉप, ट्यूनिस टॉप, मैक्सी टॉप, रैप टॉप, पेप्लम टॉप, केप टॉप, कोल्ड शोल्डर टॉप, शर्ट स्टाइल टॉप, सिनचेड वेस्ट टॉप, और वन शोल्डर टॉप।
पीहू दीदी ने बॉटम वेयर मिनी और माइक्रो लेंथ के लिए। और टॉप ब्लाउज़ टॉप और टैंक टॉप स्टाइल के लिए। फिर बारी आई अंडर गारमेंट्स और नाइट गाउन की।
ब्रा में उन्होंने केज ब्रा, ब्राइडल ब्रा, और लेस ब्रा। पैंटी में टैंगोस, थोंग और जी-स्ट्रिंग पैंटीज को चुना।
मैं -(अंडर गारमेंट्स देखते हुए) ये भी पहने जाते हैं? इन्हें पहनना, ना पहनना एक समान ही है। इससे अच्छा है बिना पहने ही रहूं।
रूही - तब तो और अच्छा रहेगा तेरे लिए।
पीहू दीदी - तू चुप कर।
और नाइटीज में लेस्ड और ट्रांसपेरेंट को पसंद किया।
मैं - अब ये कुछ ज्यादा नहीं हो गया। इनमें तो कुछ छुपेगा ही नहीं। सब कुछ तो दिखेगा।
पीहू दीदी - हां तो दिखेगा। अपने पति को खुश रखना है ना।
मैने हां में गर्दन हिला दी।
पीहू दीदी - तो फिर चुप चाप लेने दे।
रूही - वैसे दीदी अवंतिका बात सही कह रही है। इसे पहनने का फायदा ही क्या जब कुछ छुपे ही न।
पीहू दीदी - तेरी शादी हो गई है।
रूही - नहीं।
पीहू दीदी - तो तुझे क्या पता।
SG -(पीहू दीदी की ओर इशारा करते हुए) Mam is right. This collection for marriage and haneymoon. पतियों को ये सब पसंद आता है। और वैसे भी शादी के दिन या फिर हनीमून पर पति अपनी बीवी को सेक्सी लुक में देखना ज्यादा पसंद करते हैं। By the way anything else mam.
पीहू दीदी - नहीं आप इनको पैक करके बिल करवा दीजिए।
हमने बिल पे किया और बाहर आ गए।
मैं - क्या दीदी ये भी कोई ड्रेसेज होती हैं। कैसी वाहियात ड्रेसेज ली हैं हमने। वो नाइटी और ब्रा ट्रांसपेरेंट। और वो पैंटी में कुछ है ही नहीं सिर्फ डोरियां ही हैं उसमें। एक तो आगे से खुली भी है उसमे तो कुछ भी नहीं छूपेगा।
रूही - हां दीदी अवंतिका सही बोल रही है।
पीहू दीदी - ये ड्रेसेज होती हैं और सब लड़कियां पहनती हैं।
रूही - अच्छा जैसे आप पहनती हो।
पीहू दीदी - हां तो पहनती हूं।
हम दोनो का मुंह खुला रह गया ये सुन कर।
पीहू दीदी - ऐसे क्या देख रही हो तुम दोनो। तुम्हारे जीजा जी पहनाते हैं तो मैं पहनती हूं। और तू तेरी जब शादी होगी तब पूछूंगी तुझ से। अभी चलो और समान भी लेना है।
मैं - इतना सब तो ले लिया और क्या लेना है।
पीहू दीदी - अभी तो सिर्फ ड्रेसेज लीं हैं।
फिर हम एक और शॉप पर गए जहां अजीब अजीब सा समान था। वहां पर भी एक सेल्स गर्ल ही थी। उसने हमारा वेलकम किया। मैं और रूही सिर्फ उस शॉप को ही देख रहे थे। वो शॉप एक तरह की सेक्स प्रॉडक्ट की ही शॉप थी। क्योंकि उस शॉप में स्ट्रैपऑन, डिल्डो, बट्ट प्लग, हैंड कफ, और न जाने क्या क्या।
पीहू दीदी - हमें एक लुब्रिकेंट, एक बॉडी लोशन, एक सन'स क्रीम।
SG2 - anything else mam.
पीहू दीदी -(कुछ सोंच कर) ammm I think it's enough.
SG2 - OK man.
मैं - दीदी ये सन क्रीम और बॉडी लोशन तो ठीक है लेकिन लुब्रिकेंट क्या होता है।
पीहू दीदी - तुमने ऐनल सेक्स किया है।
मैं - नहीं।
पीहू दीदी - उसी के लिए है ये।
मैं - Ohh OK.
रूही -(मेरे कान में) तुझे ऐनल सेक्स चलेगा।
मैं - (सेम वैसे ही) जब मैं लड़का थी तब मैं तेरे साथ करना चाहती थी तो ये मुझे समझ में आता है कि लड़का चाहें कोई भी हो वो ये सब करना चाहेगा। और वैसे भी जिस तरह से दीदी शॉपिंग करवा रहीं हैं उससे तो यही लगता है कि गोवा ट्रिप में बहुत कुछ होगा।
रूही - हम्मम सही कहा तूने।
पीहू दीदी - चलो चलें।
पीहू दीदी के आवाज़ देने से हम लोग अपनी बात खत्म करके उनके साथ शॉप से बाहर निकल लिए।
मैं - दीदी ये सब भी बिकता है यहां।
रूही - हां सही कहा मैं तो यही समझती थी कि ये सब विदेशों से मंगवाना पड़ता है।
पीहू दीदी - अब सब कुछ इंडिया में मिलने लगा है।
हम बात करते हुए बाहर आए तो कुमुद बाहर ही खड़े थे अपनी गाड़ी लिए। मैं ये देख के चौंक गई।
कुमुद - ऐसे मत चौकों जाने मन टाइम देखो कितना हो गया है। दोपहर के 3 बज गए हैं इसलिए मैं आ गया तुमको लेने।
हम लोग गाड़ी में बैठ गए। मैं आगे बैठी और वो दोनो पीछे। कुमुद जब भी गेयर चेंज करते मुझे छू लेते। मैं उनकी हरकतें समझ रही थी। और मुझे डर भी था पीछे पीहू दीदी हमें देख न लें। रूही से तो मुझे डर नहीं लगता था क्योंकि हमारा रिलेशन कभी कुछ और हुआ करता था। मैं कभी कुमुद को तो कभी उन दोनों को देख रही थी।
फिर हम घर पहुंचे।
मम्मी - आ गए बच्चों। चलो बैग्स रखो जा कर अपने रूम में। फिर लंच करो आ कर।
हम अपने अपने कमरे में गए। बैग्स रख कर हम फ्रेश हुए और बाहर लंच करने गए।
ऐसे ही हमारा ये हफ्ता बीत गया और हम गोवा चले गए।
हम एक शॉप में घुसे वहां सेल्स गर्ल ने हमारा स्वागत किया।
SG - वेलकम मैम। मैं आपकी किस प्रकार मदद कर सकती हूं। यहां हर स्टाइल के क्लोथ्स मिलते हैं। पार्टी वेयर, मैरिज वेयर, हनीमून वेयर, कैजुअल वेयर, हर स्टाइल हर डिज़ाइन में। जिस टाइप का आप पसंद करें।
पीहू दीदी - हमारी बहन के लिए चाहिए हैं। इसकी नई नई शादी हुई है।
SG - जी मैम मैं समझ गई आइए उस तरफ।
उस दिन मुझे पता चला कि जो हम ड्रेसेज पहनते हैं सिर्फ उन्हीं टाइप की ड्रेसेज नहीं होती और भी स्टाइल और डिजाइन आती हैं मार्केट में। जैसे ये ही ले लीजिए गाउन स्कर्ट, फुल लेंथ, मैक्सी लेंथ, टी लेंथ, मिडी, ब्लो नी, ऑन नी, एबव नी, मिनी, और माइक्रो मिनी। टॉप में भी कम वैरायटी नहीं होती जैसे ट्यूब टॉप, क्रॉप टॉप, कैमीसोल टॉप, ब्लाउज़ टॉप, टैंक टॉप, कफ्तान टॉप, ट्यूनिस टॉप, मैक्सी टॉप, रैप टॉप, पेप्लम टॉप, केप टॉप, कोल्ड शोल्डर टॉप, शर्ट स्टाइल टॉप, सिनचेड वेस्ट टॉप, और वन शोल्डर टॉप।
पीहू दीदी ने बॉटम वेयर मिनी और माइक्रो लेंथ के लिए। और टॉप ब्लाउज़ टॉप और टैंक टॉप स्टाइल के लिए। फिर बारी आई अंडर गारमेंट्स और नाइट गाउन की।
ब्रा में उन्होंने केज ब्रा, ब्राइडल ब्रा, और लेस ब्रा। पैंटी में टैंगोस, थोंग और जी-स्ट्रिंग पैंटीज को चुना।
मैं -(अंडर गारमेंट्स देखते हुए) ये भी पहने जाते हैं? इन्हें पहनना, ना पहनना एक समान ही है। इससे अच्छा है बिना पहने ही रहूं।
रूही - तब तो और अच्छा रहेगा तेरे लिए।
पीहू दीदी - तू चुप कर।
और नाइटीज में लेस्ड और ट्रांसपेरेंट को पसंद किया।
मैं - अब ये कुछ ज्यादा नहीं हो गया। इनमें तो कुछ छुपेगा ही नहीं। सब कुछ तो दिखेगा।
पीहू दीदी - हां तो दिखेगा। अपने पति को खुश रखना है ना।
मैने हां में गर्दन हिला दी।
पीहू दीदी - तो फिर चुप चाप लेने दे।
रूही - वैसे दीदी अवंतिका बात सही कह रही है। इसे पहनने का फायदा ही क्या जब कुछ छुपे ही न।
पीहू दीदी - तेरी शादी हो गई है।
रूही - नहीं।
पीहू दीदी - तो तुझे क्या पता।
SG -(पीहू दीदी की ओर इशारा करते हुए) Mam is right. This collection for marriage and haneymoon. पतियों को ये सब पसंद आता है। और वैसे भी शादी के दिन या फिर हनीमून पर पति अपनी बीवी को सेक्सी लुक में देखना ज्यादा पसंद करते हैं। By the way anything else mam.
पीहू दीदी - नहीं आप इनको पैक करके बिल करवा दीजिए।
हमने बिल पे किया और बाहर आ गए।
मैं - क्या दीदी ये भी कोई ड्रेसेज होती हैं। कैसी वाहियात ड्रेसेज ली हैं हमने। वो नाइटी और ब्रा ट्रांसपेरेंट। और वो पैंटी में कुछ है ही नहीं सिर्फ डोरियां ही हैं उसमें। एक तो आगे से खुली भी है उसमे तो कुछ भी नहीं छूपेगा।
रूही - हां दीदी अवंतिका सही बोल रही है।
पीहू दीदी - ये ड्रेसेज होती हैं और सब लड़कियां पहनती हैं।
रूही - अच्छा जैसे आप पहनती हो।
पीहू दीदी - हां तो पहनती हूं।
हम दोनो का मुंह खुला रह गया ये सुन कर।
पीहू दीदी - ऐसे क्या देख रही हो तुम दोनो। तुम्हारे जीजा जी पहनाते हैं तो मैं पहनती हूं। और तू तेरी जब शादी होगी तब पूछूंगी तुझ से। अभी चलो और समान भी लेना है।
मैं - इतना सब तो ले लिया और क्या लेना है।
पीहू दीदी - अभी तो सिर्फ ड्रेसेज लीं हैं।
फिर हम एक और शॉप पर गए जहां अजीब अजीब सा समान था। वहां पर भी एक सेल्स गर्ल ही थी। उसने हमारा वेलकम किया। मैं और रूही सिर्फ उस शॉप को ही देख रहे थे। वो शॉप एक तरह की सेक्स प्रॉडक्ट की ही शॉप थी। क्योंकि उस शॉप में स्ट्रैपऑन, डिल्डो, बट्ट प्लग, हैंड कफ, और न जाने क्या क्या।
पीहू दीदी - हमें एक लुब्रिकेंट, एक बॉडी लोशन, एक सन'स क्रीम।
SG2 - anything else mam.
पीहू दीदी -(कुछ सोंच कर) ammm I think it's enough.
SG2 - OK man.
मैं - दीदी ये सन क्रीम और बॉडी लोशन तो ठीक है लेकिन लुब्रिकेंट क्या होता है।
पीहू दीदी - तुमने ऐनल सेक्स किया है।
मैं - नहीं।
पीहू दीदी - उसी के लिए है ये।
मैं - Ohh OK.
रूही -(मेरे कान में) तुझे ऐनल सेक्स चलेगा।
मैं - (सेम वैसे ही) जब मैं लड़का थी तब मैं तेरे साथ करना चाहती थी तो ये मुझे समझ में आता है कि लड़का चाहें कोई भी हो वो ये सब करना चाहेगा। और वैसे भी जिस तरह से दीदी शॉपिंग करवा रहीं हैं उससे तो यही लगता है कि गोवा ट्रिप में बहुत कुछ होगा।
रूही - हम्मम सही कहा तूने।
पीहू दीदी - चलो चलें।
पीहू दीदी के आवाज़ देने से हम लोग अपनी बात खत्म करके उनके साथ शॉप से बाहर निकल लिए।
मैं - दीदी ये सब भी बिकता है यहां।
रूही - हां सही कहा मैं तो यही समझती थी कि ये सब विदेशों से मंगवाना पड़ता है।
पीहू दीदी - अब सब कुछ इंडिया में मिलने लगा है।
हम बात करते हुए बाहर आए तो कुमुद बाहर ही खड़े थे अपनी गाड़ी लिए। मैं ये देख के चौंक गई।
कुमुद - ऐसे मत चौकों जाने मन टाइम देखो कितना हो गया है। दोपहर के 3 बज गए हैं इसलिए मैं आ गया तुमको लेने।
हम लोग गाड़ी में बैठ गए। मैं आगे बैठी और वो दोनो पीछे। कुमुद जब भी गेयर चेंज करते मुझे छू लेते। मैं उनकी हरकतें समझ रही थी। और मुझे डर भी था पीछे पीहू दीदी हमें देख न लें। रूही से तो मुझे डर नहीं लगता था क्योंकि हमारा रिलेशन कभी कुछ और हुआ करता था। मैं कभी कुमुद को तो कभी उन दोनों को देख रही थी।
फिर हम घर पहुंचे।
मम्मी - आ गए बच्चों। चलो बैग्स रखो जा कर अपने रूम में। फिर लंच करो आ कर।
हम अपने अपने कमरे में गए। बैग्स रख कर हम फ्रेश हुए और बाहर लंच करने गए।
ऐसे ही हमारा ये हफ्ता बीत गया और हम गोवा चले गए।