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Erotica अरिन्दम से बनी अवंतिका

Ye kahani kis font me likhun???

  • Hindi

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  • Hinglish

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अगले दिन हम लोग शॉपिंग पर गए। कुमुद हमें मार्केट तक छोड़ कर कॉलेज निकल गए।
हम एक शॉप में घुसे वहां सेल्स गर्ल ने हमारा स्वागत किया।
SG - वेलकम मैम। मैं आपकी किस प्रकार मदद कर सकती हूं। यहां हर स्टाइल के क्लोथ्स मिलते हैं। पार्टी वेयर, मैरिज वेयर, हनीमून वेयर, कैजुअल वेयर, हर स्टाइल हर डिज़ाइन में। जिस टाइप का आप पसंद करें।
पीहू दीदी - हमारी बहन के लिए चाहिए हैं। इसकी नई नई शादी हुई है।
SG - जी मैम मैं समझ गई आइए उस तरफ।
उस दिन मुझे पता चला कि जो हम ड्रेसेज पहनते हैं सिर्फ उन्हीं टाइप की ड्रेसेज नहीं होती और भी स्टाइल और डिजाइन आती हैं मार्केट में। जैसे ये ही ले लीजिए गाउन स्कर्ट, फुल लेंथ, मैक्सी लेंथ, टी लेंथ, मिडी, ब्लो नी, ऑन नी, एबव नी, मिनी, और माइक्रो मिनी। टॉप में भी कम वैरायटी नहीं होती जैसे ट्यूब टॉप, क्रॉप टॉप, कैमीसोल टॉप, ब्लाउज़ टॉप, टैंक टॉप, कफ्तान टॉप, ट्यूनिस टॉप, मैक्सी टॉप, रैप टॉप, पेप्लम टॉप, केप टॉप, कोल्ड शोल्डर टॉप, शर्ट स्टाइल टॉप, सिनचेड वेस्ट टॉप, और वन शोल्डर टॉप।
पीहू दीदी ने बॉटम वेयर मिनी और माइक्रो लेंथ के लिए। और टॉप ब्लाउज़ टॉप और टैंक टॉप स्टाइल के लिए। फिर बारी आई अंडर गारमेंट्स और नाइट गाउन की।
ब्रा में उन्होंने केज ब्रा, ब्राइडल ब्रा, और लेस ब्रा। पैंटी में टैंगोस, थोंग और जी-स्ट्रिंग पैंटीज को चुना।
मैं -(अंडर गारमेंट्स देखते हुए) ये भी पहने जाते हैं? इन्हें पहनना, ना पहनना एक समान ही है। इससे अच्छा है बिना पहने ही रहूं।
रूही - तब तो और अच्छा रहेगा तेरे लिए।
पीहू दीदी - तू चुप कर।
और नाइटीज में लेस्ड और ट्रांसपेरेंट को पसंद किया।
मैं - अब ये कुछ ज्यादा नहीं हो गया। इनमें तो कुछ छुपेगा ही नहीं। सब कुछ तो दिखेगा।
पीहू दीदी - हां तो दिखेगा। अपने पति को खुश रखना है ना।
मैने हां में गर्दन हिला दी।
पीहू दीदी - तो फिर चुप चाप लेने दे।
रूही - वैसे दीदी अवंतिका बात सही कह रही है। इसे पहनने का फायदा ही क्या जब कुछ छुपे ही न।
पीहू दीदी - तेरी शादी हो गई है।
रूही - नहीं।
पीहू दीदी - तो तुझे क्या पता।
SG -(पीहू दीदी की ओर इशारा करते हुए) Mam is right. This collection for marriage and haneymoon. पतियों को ये सब पसंद आता है। और वैसे भी शादी के दिन या फिर हनीमून पर पति अपनी बीवी को सेक्सी लुक में देखना ज्यादा पसंद करते हैं। By the way anything else mam.
पीहू दीदी - नहीं आप इनको पैक करके बिल करवा दीजिए।
हमने बिल पे किया और बाहर आ गए।
मैं - क्या दीदी ये भी कोई ड्रेसेज होती हैं। कैसी वाहियात ड्रेसेज ली हैं हमने। वो नाइटी और ब्रा ट्रांसपेरेंट। और वो पैंटी में कुछ है ही नहीं सिर्फ डोरियां ही हैं उसमें। एक तो आगे से खुली भी है उसमे तो कुछ भी नहीं छूपेगा।
रूही - हां दीदी अवंतिका सही बोल रही है।
पीहू दीदी - ये ड्रेसेज होती हैं और सब लड़कियां पहनती हैं।
रूही - अच्छा जैसे आप पहनती हो।
पीहू दीदी - हां तो पहनती हूं।
हम दोनो का मुंह खुला रह गया ये सुन कर।
पीहू दीदी - ऐसे क्या देख रही हो तुम दोनो। तुम्हारे जीजा जी पहनाते हैं तो मैं पहनती हूं। और तू तेरी जब शादी होगी तब पूछूंगी तुझ से। अभी चलो और समान भी लेना है।
मैं - इतना सब तो ले लिया और क्या लेना है।
पीहू दीदी - अभी तो सिर्फ ड्रेसेज लीं हैं।
फिर हम एक और शॉप पर गए जहां अजीब अजीब सा समान था। वहां पर भी एक सेल्स गर्ल ही थी। उसने हमारा वेलकम किया। मैं और रूही सिर्फ उस शॉप को ही देख रहे थे। वो शॉप एक तरह की सेक्स प्रॉडक्ट की ही शॉप थी। क्योंकि उस शॉप में स्ट्रैपऑन, डिल्डो, बट्ट प्लग, हैंड कफ, और न जाने क्या क्या।
पीहू दीदी - हमें एक लुब्रिकेंट, एक बॉडी लोशन, एक सन'स क्रीम।
SG2 - anything else mam.
पीहू दीदी -(कुछ सोंच कर) ammm I think it's enough.
SG2 - OK man.
मैं - दीदी ये सन क्रीम और बॉडी लोशन तो ठीक है लेकिन लुब्रिकेंट क्या होता है।
पीहू दीदी - तुमने ऐनल सेक्स किया है।
मैं - नहीं।
पीहू दीदी - उसी के लिए है ये।
मैं - Ohh OK.
रूही -(मेरे कान में) तुझे ऐनल सेक्स चलेगा।
मैं - (सेम वैसे ही) जब मैं लड़का थी तब मैं तेरे साथ करना चाहती थी तो ये मुझे समझ में आता है कि लड़का चाहें कोई भी हो वो ये सब करना चाहेगा। और वैसे भी जिस तरह से दीदी शॉपिंग करवा रहीं हैं उससे तो यही लगता है कि गोवा ट्रिप में बहुत कुछ होगा।
रूही - हम्मम सही कहा तूने।
पीहू दीदी - चलो चलें।
पीहू दीदी के आवाज़ देने से हम लोग अपनी बात खत्म करके उनके साथ शॉप से बाहर निकल लिए।
मैं - दीदी ये सब भी बिकता है यहां।
रूही - हां सही कहा मैं तो यही समझती थी कि ये सब विदेशों से मंगवाना पड़ता है।
पीहू दीदी - अब सब कुछ इंडिया में मिलने लगा है।
हम बात करते हुए बाहर आए तो कुमुद बाहर ही खड़े थे अपनी गाड़ी लिए। मैं ये देख के चौंक गई।
कुमुद - ऐसे मत चौकों जाने मन टाइम देखो कितना हो गया है। दोपहर के 3 बज गए हैं इसलिए मैं आ गया तुमको लेने।
हम लोग गाड़ी में बैठ गए। मैं आगे बैठी और वो दोनो पीछे। कुमुद जब भी गेयर चेंज करते मुझे छू लेते। मैं उनकी हरकतें समझ रही थी। और मुझे डर भी था पीछे पीहू दीदी हमें देख न लें। रूही से तो मुझे डर नहीं लगता था क्योंकि हमारा रिलेशन कभी कुछ और हुआ करता था। मैं कभी कुमुद को तो कभी उन दोनों को देख रही थी।
फिर हम घर पहुंचे।
मम्मी - आ गए बच्चों। चलो बैग्स रखो जा कर अपने रूम में। फिर लंच करो आ कर।
हम अपने अपने कमरे में गए। बैग्स रख कर हम फ्रेश हुए और बाहर लंच करने गए।
ऐसे ही हमारा ये हफ्ता बीत गया और हम गोवा चले गए।
 
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एक लम्बी जर्नी के बाद हम गोवा पहुंच गए। मैने तो ये सोंचा था कि सिर्फ कोई 5 स्टार होटल होगा स्विमिंग पूल के साथ। लेकिन वो तो रिजॉर्ट था वो भी गोवा बीच के पास। वो रिजॉर्ट इतना खूबसूरत था कि बता ही नहीं सकते। वहां हमारा बहुत ही अच्छे से स्वागत किया गया। हम रिजॉर्ट रूम पर पहुंचे कुछ देर रेस्ट किया और घूमने गए।
हम 7 दिन के ट्रिप पर आए थे जिसमे हमें घूमते हुए 3 दिन हो चुके थे। चौथे दिन हम बीच पर घूम रहे थे कि वहां पर 10 लड़के थे जो हर लड़की पर कमेंट कर रहे थे। हम उधर से निकल रहे थे कि एक लड़के ने मेरे बम पर हाथ फेर दिया। हमने जब मना किया तो वो लोग और भी बद्तमीज़ी करने लगे। हम फाइट पोजीशन में आ गए। लेकिन डर ये था कि हम सिर्फ 2 लोग हैं और ये 10 लोग हैं। सब खड़े सिर्फ देख रहे थे। अभी हम लड़ ही रहे थे कि उन्होंने हमें पकड़ लिया और वो मेरी बिकिनी को फाड़ने को हुए कि एक लड़की कहीं से आई। उस लड़की की नाक बीच से पियर्स थी। उसके टैटू बने हुए थे। उसके कान में कई बालियां पड़ी हुई थीं। उसने आते ही उन लड़कों की बैंड बजाना शुरू कर दिया। उस लड़की के साथ एक लड़का और एक लड़की भी थे। वो भी अच्छे फाइटर थे। लेकिन जब वो फाइट में इन्वॉल्व हुई तो उन दोनो ने सिर्फ हमें छुड़ाया। लड़के का तो क्या ही कहना वो पता नहीं कहां से हम चारों के लिए पॉपकॉर्न बकेट ले आया और हमें एक साइड बिठा कर हमें वो बकेट दे दिए खाने के लिए और वो दोनो भी बैठ गए। ऐसा लग रहा था कि वो दोनो कोई मूवी देख रहे हैं।
कुमुद - अरे उसकी मदद करनी चाहिए। वो अकेली कैसे।
वो लड़की - उसकी मदद। हा हा हा, अब तो इन लड़कों को मदद की ज़रूरत पड़ेगी। She is a killer. Like killer Queen.
मैं - मतलब। पर वो तो एक लड़की ही है ना।
वो लड़की - वो मेरी छोटी बहन है और होने वाली भाभी भी हम उसे बहुत अच्छे से जानते हैं इसलिए कह रहे हैं वो बहुत खतरनाक है।
वो लड़का - वो मार्शल आर्ट जानती है और स्टेट चैंपियन भी है। उसने ही हम दोनो को भी सिखाया है।
मैं - वो आप लोगों से छोटी है और उसने सिखाया है आपको मार्शल आर्ट।
कुमुद - और आपने क्या कहा ये आपकी बहन है और भाभी भी। कुछ समझ नहीं आया।
मैं - हां सही कहा इस बात पर तो ध्यान ही नहीं गया।
अभी कोई कुछ बोलता कि वो लड़की सब को फोड़ कर आ गई।
वो फाइटर लड़की - वो इसलिए क्योंकि हम सगे भाई बहन नहीं हैं। हां ब्लड रिलेशन है हमारा।
इस फाइट की वजह से हमारी दोस्ती हो गई तो पता चला वो लोग लखनऊ से हैं।
उस फाइटर लड़की का नाम अनम आलम उर्फ ज़ेबा था। और जो साथ में थे उनके नाम कृष्ण देव सिंह चौहान और आरती देव चौहान था।
मैं - आप दोनो हिन्दू हैं और ये मुस्लिम फिर ब्लड रिलेशन कैसा।
कृष्ण - बात ऐसी है कि ___________ समझे आप लोग। (सॉरी दोस्तों मैं ये नहीं बता सकती, KD's ANGEL ने ये स्टोरी बताने से मना किया था। उनका कहना है कि वो खुद अपनी लाइफ के बारे में बता रहीं हैं किसी और फोरम पर। इस फोरम पर जल्द ही स्टार्ट करने वाली हैं। जिस दिन मैने अपनी लाइफ स्टोरी को स्टार्ट किया था तब पता चला था कि KD's ANGEL ही डॉक्टर अनम आलम उर्फ ज़ेबा हैं ))
कुमुद - क्या फिल्मी कहानी है भाई।
आरती - अभी आपने और जाना कहां है। ये कहानी और भी फिल्मी लगेगी जब आप लोग आगे सुनेंगे।
कुमुद - क्या अभी और भी कुछ है।
आरती - हां। बात दरअसल ये है कि आपने ये जो स्पेशल चीज़ें देखी हैं न इसके जिस्म पर वो न इन लोगों की प्यार की निशानी है।
मैं - मतलब।
ज़ेबा - मैं बताती हूं। ये नोज़ पियर्सिंग, ये इयर पियर्सिंग। ये तो कुछ भी नहीं है। फुल बॉडी पियर्सिंग है। ये टैटू मेरे पूरे बॉडी पर हैं। और तो और मेरे बूब्स और हिप्स पर सर्जरी की हुई है। इस सर्जरी से मेरे बूब्स और हिप्स का शेप बढ़ाया गया है।
कृष्ण - और ये सब इसने अपनी मर्ज़ी से नहीं किया है।
मैं - फिर।
कृष्ण - इसने मेरी जिद पर किया। जब इसने मुझे प्रपोज किया तब मैने ये शर्त रखी थी कि ये सब करो अगर प्यार करती हो मुझसे और ये पागल इसने ये सब करवा लिया। मैं जो भी कहता हूं ये चुपचाप कर लेती है। मेरी एक आवाज़ पर सारा काम छोड़ कर आ जाती है। ये सब करने के बाद लोगों ने क्या क्या नहीं कहा लेकिन इसने सब के मुंह पर ताला लगा दिया।
ज़ेबा - बस करिए इतना भी कुछ नहीं है।
कृष्ण - तूने क्या क्या किया है इस प्यार के लिए हमारा पूरा परिवार जानता है। पता है तुम लोगों को ये इतनी अच्छी फाइटर है 20 लोग भी आ जाएं तो सिंगल हैंडडली संभाल सकती है लेकिन मैने इसे मारा तो इसने कभी रिवर्स नहीं किया। इस पर जो कलाकारी करवाई मैने उसके लिए भी ब्लेम अपने ऊपर ले लिया।
ज़ेबा - KD Please. अब बस करें। बस हमारी ज़िंदगी में आप हैं मुझे और कुछ नहीं चाहिए।
ज़ेबा इतना ही बोल पाई उसके बाद उसका रूंध गया। आरती ने उसको गले से लगा लिय।
क्या कॉइंसिडेंट था कि ये तीनों भी कुमुद की तरह डॉक्टर थे। जब इनकी लाइफ के बारे में पता चला तो कुमुद ने मेरे बारे में बताया कि मैं पहले एक लड़का थी ड्यूल पावर के साथ। मेरे लन्ड और चूत दोनों थे। मैं बच्चे पैदा भी कर सकती थी और किसी लड़की से सेक्स करके उससे बच्चे पैदा भी करवा सकती थी। लेकिन फिजिकल फीचर की वजह से और मेरे मम्मी पापा की इच्छा थी कि मैं एक लड़की बन जाऊं तो मैने अपने लन्ड को हटवा दिया और पूरी तरह से लड़की बन गई। जब हमने ये बताया तो वो सकते में आ गए।
मैं - ऐसा नहीं है कि मैने मम्मी पापा की वजह से या अपने फिजिकल फीचर की वजह से ये सब करवाया है। मेरे पीरियड्स आते थे। इलाज करवाते हुए मुझे भी फीलिंग आने लगी कि अब बस इस जंग को यहां ही खत्म करते हैं। और मैने ये सब करवा लिया।
कुमुद - और अब हम बहुत खुश हैं।
ज़ेबा - आपकी शादी को कितना टाइम हो गया है।
कुमुद - 2 महीने हो गए हैं। शादी के एक महीने बाद इसके एग्जाम्स थे इसलिए ये सब हनीमून वगैरह पोस्टपोन कर दिया था। एग्जाम्स खत्म होते ही हम यहां आ गए।
कृष्ण (KD) - तो आपने किस स्ट्रीम में एग्जाम्स दिए हैं।
मैं - मैने भी बायोलॉजी स्ट्रीम से ही एग्जाम्स दिए हैं।
ज़ेबा - it means you want to become a doctor. Am I right.
मैं - चाहती थी लेकिन अब आगे नहीं पढ़ना।
आरती - ऐसा क्यों तुमको एडमिशन लेना चाहिए एमबीबीएस में।
मैं - अब मन नहीं हो रहा है। और वैसे भी शादी हो चुकी है कुछ टाइम बाद बच्चे हो जाएंगे। मैं घर और बाहर इसमें फस जाऊंगी। तो अपने घर को और इनको टाइम कैसे दे पाऊंगी।
ज़ेबा - ये तुम्हारी लाइफ है जो तुम्हें अच्छा लगे वो करने की फुल छूट है लेकिन मेरी राय तो ये है कि तुमको एडमिशन लेना चाहिए। और वैसे भी जब बच्चे होंगे तो तुम्हारी mom और क्या नाम बताया था, वो आंटी देख भाल कर लेंगे।
KD - हर लड़की को अपनी पहचान अलग ही बनानी चाहिए अपने पति से। देखो ज़ेबा और मैं सेम क्लास और बैच में हैं। इसने इतना सब करवा लिया फिर भी पेशेंट सब इसके ही दीवाने हैं। जब हमारी शादी होगी, हमारे बच्चे होंगे तो हम दोनो मिल कर देख भाल करेंगे अपने बच्चे की।
कुमुद - सही कह रहे हैं आप मैं भी चाहूंगा कि ये एडमिशन ले। हम साथ में जाया करेंगे।
मैं - OK मैं एडमिशन ले लूंगी।
फिर हमने एक साथ पार्टी की इस खुशी में। एक दिन रात में मैं और ज़ेबा अकेले थे।
मैं - मैं आपसे एक बात पूछूं बुरा न मानें तो।
ज़ेबा - Don't worry dear. You can ask any question.
मैं - आपने जब ये सब करवाया तब आपको ह्यूमिलिएशन फील नहीं हुआ।
ज़ेबा - If you are in love. you can do anything. You won't feel humiliation.
मैं - सच में आप ग्रेट हैं। प्यार के लिए आपने अपमान तक करवा लिया। मैं भी फाइटर हूं मैने कुमुद जी को फाइट में हराया है लेकिन आप इतनी अच्छी फाइटर होने के बाद भी अपने BF से मार खा लेती हैं।
ज़ेबा - वो मुझसे बहुत प्यार करते हैं। और वैसे भी जब तक पति डोमिनेंट न हो तब तक मज़ा नहीं आता।
अभी हम बात कर रहे थे कि मुझे उल्टी लगने लगी। मैं जल्दी से भाग कर बाथरूम में गई और उल्टी की। ज़ेबा ने सबको फोन करके सब को बुला लिय। मेरा चेकअप करने पर चला कि मैं प्रेग्नेंट हूं। एक महीना हो गया था मेरी प्रेगनेंसी को। लास्ट मंथ मेरे पीरियड मिस हो गए थे जिस पर मैने ध्यान ही नहीं दिया था। हमने हनीमून ट्रिप को बीच में ही ड्रॉप कर दिया और हम वापस चले आए उन तीनो को छोड़ कर।
 
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एक लम्बी जर्नी के बाद हम गोवा पहुंच गए। मैने तो ये सोंचा था कि सिर्फ कोई 5 स्टार होटल होगा स्विमिंग पूल के साथ। लेकिन वो तो रिजॉर्ट था वो भी गोवा बीच के पास। वो रिजॉर्ट इतना खूबसूरत था कि बता ही नहीं सकते। वहां हमारा बहुत ही अच्छे से स्वागत किया गया। हम रिजॉर्ट रूम पर पहुंचे कुछ देर रेस्ट किया और घूमने गए।
हम 7 दिन के ट्रिप पर आए थे जिसमे हमें घूमते हुए 3 दिन हो चुके थे। चौथे दिन हम बीच पर घूम रहे थे कि वहां पर 10 लड़के थे जो हर लड़की पर कमेंट कर रहे थे। हम उधर से निकल रहे थे कि एक लड़के ने मेरे बम पर हाथ फेर दिया। हमने जब मना किया तो वो लोग और भी बद्तमीज़ी करने लगे। हम फाइट पोजीशन में आ गए। लेकिन डर ये था कि हम सिर्फ 2 लोग हैं और ये 10 लोग हैं। सब खड़े सिर्फ देख रहे थे। अभी हम लड़ ही रहे थे कि उन्होंने हमें पकड़ लिया और वो मेरी बिकिनी को फाड़ने को हुए कि एक लड़की कहीं से आई। उस लड़की की नाक बीच से पियर्स थी। उसके टैटू बने हुए थे। उसके कान में कई बालियां पड़ी हुई थीं। उसने आते ही उन लड़कों की बैंड बजाना शुरू कर दिया। उस लड़की के साथ एक लड़का और एक लड़की भी थे। वो भी अच्छे फाइटर थे। लेकिन जब वो फाइट में इन्वॉल्व हुई तो उन दोनो ने सिर्फ हमें छुड़ाया। लड़के का तो क्या ही कहना वो पता नहीं कहां से हम चारों के लिए पॉपकॉर्न बकेट ले आया और हमें एक साइड बिठा कर हमें वो बकेट दे दिए खाने के लिए और वो दोनो भी बैठ गए। ऐसा लग रहा था कि वो दोनो कोई मूवी देख रहे हैं।
कुमुद - अरे उसकी मदद करनी चाहिए। वो अकेली कैसे।
वो लड़की - उसकी मदद। हा हा हा, अब तो इन लड़कों को मदद की ज़रूरत पड़ेगी। She is a killer. Like killer Queen.
मैं - मतलब। पर वो तो एक लड़की ही है ना।
वो लड़की - वो मेरी छोटी बहन है और होने वाली भाभी भी हम उसे बहुत अच्छे से जानते हैं इसलिए कह रहे हैं वो बहुत खतरनाक है।
वो लड़का - वो मार्शल आर्ट जानती है और स्टेट चैंपियन भी है। उसने ही हम दोनो को भी सिखाया है।
मैं - वो आप लोगों से छोटी है और उसने सिखाया है आपको मार्शल आर्ट।
कुमुद - और आपने क्या कहा ये आपकी बहन है और भाभी भी। कुछ समझ नहीं आया।
मैं - हां सही कहा इस बात पर तो ध्यान ही नहीं गया।
अभी कोई कुछ बोलता कि वो लड़की सब को फोड़ कर आ गई।
वो फाइटर लड़की - वो इसलिए क्योंकि हम सगे भाई बहन नहीं हैं। हां ब्लड रिलेशन है हमारा।
इस फाइट की वजह से हमारी दोस्ती हो गई तो पता चला वो लोग लखनऊ से हैं।
उस फाइटर लड़की का नाम अनम आलम उर्फ ज़ेबा था। और जो साथ में थे उनके नाम कृष्ण देव सिंह चौहान और आरती देव चौहान था।
मैं - आप दोनो हिन्दू हैं और ये मुस्लिम फिर ब्लड रिलेशन कैसा।
कृष्ण - बात ऐसी है कि ___________ समझे आप लोग। (सॉरी दोस्तों मैं ये नहीं बता सकती, KD's ANGEL ने ये स्टोरी बताने से मना किया था। उनका कहना है कि वो खुद अपनी लाइफ के बारे में बता रहीं हैं किसी और फोरम पर। इस फोरम पर जल्द ही स्टार्ट करने वाली हैं। जिस दिन मैने अपनी लाइफ स्टोरी को स्टार्ट किया था तब पता चला था कि KD's ANGEL ही डॉक्टर अनम आलम उर्फ ज़ेबा हैं ))
कुमुद - क्या फिल्मी कहानी है भाई।
आरती - अभी आपने और जाना कहां है। ये कहानी और भी फिल्मी लगेगी जब आप लोग आगे सुनेंगे।
कुमुद - क्या अभी और भी कुछ है।
आरती - हां। बात दरअसल ये है कि आपने ये जो स्पेशल चीज़ें देखी हैं न इसके जिस्म पर वो न इन लोगों की प्यार की निशानी है।
मैं - मतलब।
ज़ेबा - मैं बताती हूं। ये नोज़ पियर्सिंग, ये इयर पियर्सिंग। ये तो कुछ भी नहीं है। फुल बॉडी पियर्सिंग है। ये टैटू मेरे पूरे बॉडी पर हैं। और तो और मेरे बूब्स और हिप्स पर सर्जरी की हुई है। इस सर्जरी से मेरे बूब्स और हिप्स का शेप बढ़ाया गया है।
कृष्ण - और ये सब इसने अपनी मर्ज़ी से नहीं किया है।
मैं - फिर।
कृष्ण - इसने मेरी जिद पर किया। जब इसने मुझे प्रपोज किया तब मैने ये शर्त रखी थी कि ये सब करो अगर प्यार करती हो मुझसे और ये पागल इसने ये सब करवा लिया। मैं जो भी कहता हूं ये चुपचाप कर लेती है। मेरी एक आवाज़ पर सारा काम छोड़ कर आ जाती है। ये सब करने के बाद लोगों ने क्या क्या नहीं कहा लेकिन इसने सब के मुंह पर ताला लगा दिया।
ज़ेबा - बस करिए इतना भी कुछ नहीं है।
कृष्ण - तूने क्या क्या किया है इस प्यार के लिए हमारा पूरा परिवार जानता है। पता है तुम लोगों को ये इतनी अच्छी फाइटर है 20 लोग भी आ जाएं तो सिंगल हैंडडली संभाल सकती है लेकिन मैने इसे मारा तो इसने कभी रिवर्स नहीं किया। इस पर जो कलाकारी करवाई मैने उसके लिए भी ब्लेम अपने ऊपर ले लिया।
ज़ेबा - KD Please. अब बस करें। बस हमारी ज़िंदगी में आप हैं मुझे और कुछ नहीं चाहिए।
ज़ेबा इतना ही बोल पाई उसके बाद उसका रूंध गया। आरती ने उसको गले से लगा लिय।
क्या कॉइंसिडेंट था कि ये तीनों भी कुमुद की तरह डॉक्टर थे। जब इनकी लाइफ के बारे में पता चला तो कुमुद ने मेरे बारे में बताया कि मैं पहले एक लड़का थी ड्यूल पावर के साथ। मेरे लन्ड और चूत दोनों थे। मैं बच्चे पैदा भी कर सकती थी और किसी लड़की से सेक्स करके उससे बच्चे पैदा भी करवा सकती थी। लेकिन फिजिकल फीचर की वजह से और मेरे मम्मी पापा की इच्छा थी कि मैं एक लड़की बन जाऊं तो मैने अपने लन्ड को हटवा दिया और पूरी तरह से लड़की बन गई। जब हमने ये बताया तो वो सकते में आ गए।
मैं - ऐसा नहीं है कि मैने मम्मी पापा की वजह से या अपने फिजिकल फीचर की वजह से ये सब करवाया है। मेरे पीरियड्स आते थे। इलाज करवाते हुए मुझे भी फीलिंग आने लगी कि अब बस इस जंग को यहां ही खत्म करते हैं। और मैने ये सब करवा लिया।
कुमुद - और अब हम बहुत खुश हैं।
ज़ेबा - आपकी शादी को कितना टाइम हो गया है।
कुमुद - 2 महीने हो गए हैं। शादी के एक महीने बाद इसके एग्जाम्स थे इसलिए ये सब हनीमून वगैरह पोस्टपोन कर दिया था। एग्जाम्स खत्म होते ही हम यहां आ गए।
कृष्ण (KD) - तो आपने किस स्ट्रीम में एग्जाम्स दिए हैं।
मैं - मैने भी बायोलॉजी स्ट्रीम से ही एग्जाम्स दिए हैं।
ज़ेबा - it means you want to become a doctor. Am I right.
मैं - चाहती थी लेकिन अब आगे नहीं पढ़ना।
आरती - ऐसा क्यों तुमको एडमिशन लेना चाहिए एमबीबीएस में।
मैं - अब मन नहीं हो रहा है। और वैसे भी शादी हो चुकी है कुछ टाइम बाद बच्चे हो जाएंगे। मैं घर और बाहर इसमें फस जाऊंगी। तो अपने घर को और इनको टाइम कैसे दे पाऊंगी।
ज़ेबा - ये तुम्हारी लाइफ है जो तुम्हें अच्छा लगे वो करने की फुल छूट है लेकिन मेरी राय तो ये है कि तुमको एडमिशन लेना चाहिए। और वैसे भी जब बच्चे होंगे तो तुम्हारी mom और क्या नाम बताया था, वो आंटी देख भाल कर लेंगे।
KD - हर लड़की को अपनी पहचान अलग ही बनानी चाहिए अपने पति से। देखो ज़ेबा और मैं सेम क्लास और बैच में हैं। इसने इतना सब करवा लिया फिर भी पेशेंट सब इसके ही दीवाने हैं। जब हमारी शादी होगी, हमारे बच्चे होंगे तो हम दोनो मिल कर देख भाल करेंगे अपने बच्चे की।
कुमुद - सही कह रहे हैं आप मैं भी चाहूंगा कि ये एडमिशन ले। हम साथ में जाया करेंगे।
मैं - OK मैं एडमिशन ले लूंगी।
फिर हमने एक साथ पार्टी की इस खुशी में। एक दिन रात में मैं और ज़ेबा अकेले थे।
मैं - मैं आपसे एक बात पूछूं बुरा न मानें तो।
ज़ेबा - Don't worry dear. You can ask any question.
मैं - आपने जब ये सब करवाया तब आपको ह्यूमिलिएशन फील नहीं हुआ।
ज़ेबा - If you are in love. you can do anything. You won't feel humiliation.
मैं - सच में आप ग्रेट हैं। प्यार के लिए आपने अपमान तक करवा लिया। मैं भी फाइटर हूं मैने कुमुद जी को फाइट में हराया है लेकिन आप इतनी अच्छी फाइटर होने के बाद भी अपने BF से मार खा लेती हैं।
ज़ेबा - वो मुझसे बहुत प्यार करते हैं। और वैसे भी जब तक पति डोमिनेंट न हो तब तक मज़ा नहीं आता।
अभी हम बात कर रहे थे कि मुझे उल्टी लगने लगी। मैं जल्दी से भाग कर बाथरूम में गई और उल्टी की। ज़ेबा ने सबको फोन करके सब को बुला लिय। मेरा चेकअप करने पर चला कि मैं प्रेग्नेंट हूं। एक महीना हो गया था मेरी प्रेगनेंसी को। लास्ट मंथ मेरे पीरियड मिस हो गए थे जिस पर मैने ध्यान ही नहीं दिया था। हमने हनीमून ट्रिप को बीच में ही ड्रॉप कर दिया और हम वापस चले आए उन तीनो को छोड़ कर।
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एक लम्बी जर्नी के बाद हम गोवा पहुंच गए। मैने तो ये सोंचा था कि सिर्फ कोई 5 स्टार होटल होगा स्विमिंग पूल के साथ। लेकिन वो तो रिजॉर्ट था वो भी गोवा बीच के पास। वो रिजॉर्ट इतना खूबसूरत था कि बता ही नहीं सकते। वहां हमारा बहुत ही अच्छे से स्वागत किया गया। हम रिजॉर्ट रूम पर पहुंचे कुछ देर रेस्ट किया और घूमने गए।
हम 7 दिन के ट्रिप पर आए थे जिसमे हमें घूमते हुए 3 दिन हो चुके थे। चौथे दिन हम बीच पर घूम रहे थे कि वहां पर 10 लड़के थे जो हर लड़की पर कमेंट कर रहे थे। हम उधर से निकल रहे थे कि एक लड़के ने मेरे बम पर हाथ फेर दिया। हमने जब मना किया तो वो लोग और भी बद्तमीज़ी करने लगे। हम फाइट पोजीशन में आ गए। लेकिन डर ये था कि हम सिर्फ 2 लोग हैं और ये 10 लोग हैं। सब खड़े सिर्फ देख रहे थे। अभी हम लड़ ही रहे थे कि उन्होंने हमें पकड़ लिया और वो मेरी बिकिनी को फाड़ने को हुए कि एक लड़की कहीं से आई। उस लड़की की नाक बीच से पियर्स थी। उसके टैटू बने हुए थे। उसके कान में कई बालियां पड़ी हुई थीं। उसने आते ही उन लड़कों की बैंड बजाना शुरू कर दिया। उस लड़की के साथ एक लड़का और एक लड़की भी थे। वो भी अच्छे फाइटर थे। लेकिन जब वो फाइट में इन्वॉल्व हुई तो उन दोनो ने सिर्फ हमें छुड़ाया। लड़के का तो क्या ही कहना वो पता नहीं कहां से हम चारों के लिए पॉपकॉर्न बकेट ले आया और हमें एक साइड बिठा कर हमें वो बकेट दे दिए खाने के लिए और वो दोनो भी बैठ गए। ऐसा लग रहा था कि वो दोनो कोई मूवी देख रहे हैं।
कुमुद - अरे उसकी मदद करनी चाहिए। वो अकेली कैसे।
वो लड़की - उसकी मदद। हा हा हा, अब तो इन लड़कों को मदद की ज़रूरत पड़ेगी। She is a killer. Like killer Queen.
मैं - मतलब। पर वो तो एक लड़की ही है ना।
वो लड़की - वो मेरी छोटी बहन है और होने वाली भाभी भी हम उसे बहुत अच्छे से जानते हैं इसलिए कह रहे हैं वो बहुत खतरनाक है।
वो लड़का - वो मार्शल आर्ट जानती है और स्टेट चैंपियन भी है। उसने ही हम दोनो को भी सिखाया है।
मैं - वो आप लोगों से छोटी है और उसने सिखाया है आपको मार्शल आर्ट।
कुमुद - और आपने क्या कहा ये आपकी बहन है और भाभी भी। कुछ समझ नहीं आया।
मैं - हां सही कहा इस बात पर तो ध्यान ही नहीं गया।
अभी कोई कुछ बोलता कि वो लड़की सब को फोड़ कर आ गई।
वो फाइटर लड़की - वो इसलिए क्योंकि हम सगे भाई बहन नहीं हैं। हां ब्लड रिलेशन है हमारा।
इस फाइट की वजह से हमारी दोस्ती हो गई तो पता चला वो लोग लखनऊ से हैं।
उस फाइटर लड़की का नाम अनम आलम उर्फ ज़ेबा था। और जो साथ में थे उनके नाम कृष्ण देव सिंह चौहान और आरती देव चौहान था।
मैं - आप दोनो हिन्दू हैं और ये मुस्लिम फिर ब्लड रिलेशन कैसा।
कृष्ण - बात ऐसी है कि ___________ समझे आप लोग। (सॉरी दोस्तों मैं ये नहीं बता सकती, KD's ANGEL ने ये स्टोरी बताने से मना किया था। उनका कहना है कि वो खुद अपनी लाइफ के बारे में बता रहीं हैं किसी और फोरम पर। इस फोरम पर जल्द ही स्टार्ट करने वाली हैं। जिस दिन मैने अपनी लाइफ स्टोरी को स्टार्ट किया था तब पता चला था कि KD's ANGEL ही डॉक्टर अनम आलम उर्फ ज़ेबा हैं ))
कुमुद - क्या फिल्मी कहानी है भाई।
आरती - अभी आपने और जाना कहां है। ये कहानी और भी फिल्मी लगेगी जब आप लोग आगे सुनेंगे।
कुमुद - क्या अभी और भी कुछ है।
आरती - हां। बात दरअसल ये है कि आपने ये जो स्पेशल चीज़ें देखी हैं न इसके जिस्म पर वो न इन लोगों की प्यार की निशानी है।
मैं - मतलब।
ज़ेबा - मैं बताती हूं। ये नोज़ पियर्सिंग, ये इयर पियर्सिंग। ये तो कुछ भी नहीं है। फुल बॉडी पियर्सिंग है। ये टैटू मेरे पूरे बॉडी पर हैं। और तो और मेरे बूब्स और हिप्स पर सर्जरी की हुई है। इस सर्जरी से मेरे बूब्स और हिप्स का शेप बढ़ाया गया है।
कृष्ण - और ये सब इसने अपनी मर्ज़ी से नहीं किया है।
मैं - फिर।
कृष्ण - इसने मेरी जिद पर किया। जब इसने मुझे प्रपोज किया तब मैने ये शर्त रखी थी कि ये सब करो अगर प्यार करती हो मुझसे और ये पागल इसने ये सब करवा लिया। मैं जो भी कहता हूं ये चुपचाप कर लेती है। मेरी एक आवाज़ पर सारा काम छोड़ कर आ जाती है। ये सब करने के बाद लोगों ने क्या क्या नहीं कहा लेकिन इसने सब के मुंह पर ताला लगा दिया।
ज़ेबा - बस करिए इतना भी कुछ नहीं है।
कृष्ण - तूने क्या क्या किया है इस प्यार के लिए हमारा पूरा परिवार जानता है। पता है तुम लोगों को ये इतनी अच्छी फाइटर है 20 लोग भी आ जाएं तो सिंगल हैंडडली संभाल सकती है लेकिन मैने इसे मारा तो इसने कभी रिवर्स नहीं किया। इस पर जो कलाकारी करवाई मैने उसके लिए भी ब्लेम अपने ऊपर ले लिया।
ज़ेबा - KD Please. अब बस करें। बस हमारी ज़िंदगी में आप हैं मुझे और कुछ नहीं चाहिए।
ज़ेबा इतना ही बोल पाई उसके बाद उसका रूंध गया। आरती ने उसको गले से लगा लिय।
क्या कॉइंसिडेंट था कि ये तीनों भी कुमुद की तरह डॉक्टर थे। जब इनकी लाइफ के बारे में पता चला तो कुमुद ने मेरे बारे में बताया कि मैं पहले एक लड़का थी ड्यूल पावर के साथ। मेरे लन्ड और चूत दोनों थे। मैं बच्चे पैदा भी कर सकती थी और किसी लड़की से सेक्स करके उससे बच्चे पैदा भी करवा सकती थी। लेकिन फिजिकल फीचर की वजह से और मेरे मम्मी पापा की इच्छा थी कि मैं एक लड़की बन जाऊं तो मैने अपने लन्ड को हटवा दिया और पूरी तरह से लड़की बन गई। जब हमने ये बताया तो वो सकते में आ गए।
मैं - ऐसा नहीं है कि मैने मम्मी पापा की वजह से या अपने फिजिकल फीचर की वजह से ये सब करवाया है। मेरे पीरियड्स आते थे। इलाज करवाते हुए मुझे भी फीलिंग आने लगी कि अब बस इस जंग को यहां ही खत्म करते हैं। और मैने ये सब करवा लिया।
कुमुद - और अब हम बहुत खुश हैं।
ज़ेबा - आपकी शादी को कितना टाइम हो गया है।
कुमुद - 2 महीने हो गए हैं। शादी के एक महीने बाद इसके एग्जाम्स थे इसलिए ये सब हनीमून वगैरह पोस्टपोन कर दिया था। एग्जाम्स खत्म होते ही हम यहां आ गए।
कृष्ण (KD) - तो आपने किस स्ट्रीम में एग्जाम्स दिए हैं।
मैं - मैने भी बायोलॉजी स्ट्रीम से ही एग्जाम्स दिए हैं।
ज़ेबा - it means you want to become a doctor. Am I right.
मैं - चाहती थी लेकिन अब आगे नहीं पढ़ना।
आरती - ऐसा क्यों तुमको एडमिशन लेना चाहिए एमबीबीएस में।
मैं - अब मन नहीं हो रहा है। और वैसे भी शादी हो चुकी है कुछ टाइम बाद बच्चे हो जाएंगे। मैं घर और बाहर इसमें फस जाऊंगी। तो अपने घर को और इनको टाइम कैसे दे पाऊंगी।
ज़ेबा - ये तुम्हारी लाइफ है जो तुम्हें अच्छा लगे वो करने की फुल छूट है लेकिन मेरी राय तो ये है कि तुमको एडमिशन लेना चाहिए। और वैसे भी जब बच्चे होंगे तो तुम्हारी mom और क्या नाम बताया था, वो आंटी देख भाल कर लेंगे।
KD - हर लड़की को अपनी पहचान अलग ही बनानी चाहिए अपने पति से। देखो ज़ेबा और मैं सेम क्लास और बैच में हैं। इसने इतना सब करवा लिया फिर भी पेशेंट सब इसके ही दीवाने हैं। जब हमारी शादी होगी, हमारे बच्चे होंगे तो हम दोनो मिल कर देख भाल करेंगे अपने बच्चे की।
कुमुद - सही कह रहे हैं आप मैं भी चाहूंगा कि ये एडमिशन ले। हम साथ में जाया करेंगे।
मैं - OK मैं एडमिशन ले लूंगी।
फिर हमने एक साथ पार्टी की इस खुशी में। एक दिन रात में मैं और ज़ेबा अकेले थे।
मैं - मैं आपसे एक बात पूछूं बुरा न मानें तो।
ज़ेबा - Don't worry dear. You can ask any question.
मैं - आपने जब ये सब करवाया तब आपको ह्यूमिलिएशन फील नहीं हुआ।
ज़ेबा - If you are in love. you can do anything. You won't feel humiliation.
मैं - सच में आप ग्रेट हैं। प्यार के लिए आपने अपमान तक करवा लिया। मैं भी फाइटर हूं मैने कुमुद जी को फाइट में हराया है लेकिन आप इतनी अच्छी फाइटर होने के बाद भी अपने BF से मार खा लेती हैं।
ज़ेबा - वो मुझसे बहुत प्यार करते हैं। और वैसे भी जब तक पति डोमिनेंट न हो तब तक मज़ा नहीं आता।
अभी हम बात कर रहे थे कि मुझे उल्टी लगने लगी। मैं जल्दी से भाग कर बाथरूम में गई और उल्टी की। ज़ेबा ने सबको फोन करके सब को बुला लिय। मेरा चेकअप करने पर चला कि मैं प्रेग्नेंट हूं। एक महीना हो गया था मेरी प्रेगनेंसी को। लास्ट मंथ मेरे पीरियड मिस हो गए थे जिस पर मैने ध्यान ही नहीं दिया था। हमने हनीमून ट्रिप को बीच में ही ड्रॉप कर दिया और हम वापस चले आए उन तीनो को छोड़ कर।
Nice
 

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Excellent writing skill KD's Love Avantika. Apni life ke us chapter ko bataya tumne jise shayad agar main hoti to nahin bata paati. Our agar main story ki sachchai na janti to shayad jhoot hi lagta.
And Sorry for delay comments. Maine sabhi updates padh liye hain. All updates are really great.
 
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Excellent writing skill KD's Love Avantika. Apni life ke us chapter ko bataya tumne jise shayad agar main hoti to nahin bata paati. Our agar main story ki sachchai na janti to shayad jhoot hi lagta.
And Sorry for delay comments. Maine sabhi updates padh liye hain. All updates are really great.
थैंक्यू डियर
 

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घर में सब को ये खुश खबरी दे दी थी। सब हमारा बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे। जब हम घर पहुंचे तो हम ये देख कर शॉक हो गए कि घर पर पार्टी का माहौल था। हमें देख कर मम्मी आई और मेरा माथा चूम कर बोलीं।
मम्मी - मेरी बच्ची आज मैं बहुत खुश हूं। तुम दोनो नहीं जानते हो हम कितने खुश हैं। तुम लोग हमे बहुत बड़ी खुशी देने जा रहे हो।
यहां पूरा परिवार खड़ा था, बड़ी मम्मी, बड़े पापा, दादा दादी, पीहू दीदी, उनके हसबैंड, रूही, अरुण,सुशीला आंटी। सब लोग हमारे वेलकम के लिए खड़े थे।
सुशीला आंटी - सबसे ज्यादा तो मैं खुश हूं। तेरी वजह से मुझे बेटा मिला था जो बेटी बन गई। फिर उस बेटी की वजह से मुझे बेटा मिला जो मुझे सगी मां से ज्यादा मानता है। और अब तुम दोनो मुझे पोता या पोती दे कर दादी बनाने वाले हो।
ऐसे ही सब बातें करते रहे।
प्रेगनेंसी के कारण मुझे ये पता चला कि महिलाएं कितना कुछ झेलती हैं लाइफ में। प्रेगनेंसी के बाद कभी उल्टी हो रही है, कभी चक्कर आ रहे हैं। ये सब चलता रहा और डिलीवरी का टाइम आ गया।
हॉस्पिटल में डिलीवरी रूम में मेरे मुंह से एक ही बात निकली।
मैं - हे भगवान मुझे लड़की नहीं बनना चाहिए था।
डॉक्टर - लड़का या लड़की होना इंसान के हाथ में नहीं होता है। ये तो भगवान ही डिसाइड करता है कि कौन लड़का होगा और कौन लड़की।
मैं -(दर्द के साथ) पर ये मेरे हाथ में था कि मैं लड़का बनूं या लड़की।
नर्स - मतलब।
मैं - कुछ नहीं।
डिलीवरी के बाद मेरे लड़का हुआ। हमने अपने बच्चे की जांच करवाई उन्हीं डॉक्टर से जिन्होंने मेरी जांच की थी। ये मेरी जिद थी जांच करवाने की। क्योंकि मुझे डर था कहीं ये भी मेरी तरह ही न हो। बच्चे की जांच के बाद जब सब नॉर्मल निकला तब दिल को कुछ सुकून मिला।
अब मेरा बेटा 2.5 साल का हो गया है। मेरा एडमिशन भी कुमुद ने अपने कॉलेज में करवा लिया है। जब तक मैं कॉलेज में रहती हूं कुमुद के साथ तब तक मम्मी और सुशीला आंटी बच्चे की देखभाल करतीं।
मुझे लड़की बनके ही लड़कियों की मजबूरी समझ में आई। जब मैं लड़का थी तब ये ही समझती थी कि लड़कियों और औरतों को सारी छूट होती है, लेकिन जब मैं खुद लड़की बनी तब पता चला कि लड़कियों की लाइफ में कितने रिस्ट्रिक्शन होते हैं। अगर मैं बताने बैठूं तो पूरी कहानी लिखी जा सकती है रिस्ट्रिक्शन के लिए।
कॉलेज में ही मुझे इस साइट के बारे में पता चला कि इस साइट में हर कोई अपनी कहानी लिख सकता है और किसी भी टाइप की कहानी पढ़ भी सकता है। तब मुझे अपनी लाइफ के कुछ पन्ने पलटने का मन हुआ जो आप सब के सामने है।
मेरी कहानी पढ़ कर बहुत से लोगों ने अपनी प्रोब्लम डिस्कस करी हैं तो मैं उन्हें बता दूं मेरी फैमिली ने मेरा सपोर्ट किया ताकि जो मैं बनना चाहूं वो मैं बन सकती थी। इतना सब होने के बाद भी मैं परफेक्ट लड़कियों की तरह नहीं बन पाती हूं मैने खुद को एक लड़की की तरह ट्रेन किया है। ऐसी प्रॉब्लम किसी में भी हो सकती हैं। लोग डरते हैं कि फैमिली वाले क्या कहेंगे, लोग क्या कहेंगे तो इस पर सिर्फ इतना कहना चाहूंगी फैमिली वाले कभी भी दूर नहीं हो सकते अगर वो आपसे प्यार करते हैं तो वो आपको समझेंगे और लोगों का क्या है उनको तो भगवान में भी कमियां दिख जाती हैं तो आप तो इंसान हो। इस बात पर फिल्म का एक डायलॉग है "कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना"। अगर आप में मेरी तरह की प्रोब्लम है तो बिना देर किए बिना डरे डॉक्टर को दिखा सकते हैं। वहां से एक प्रॉपर फीडबैक मिल सकता है। जिससे आपकी आगे की लाइफ सही से चल सकती है वरना.......
अपनी लाइफ के चैप्टर को यहां ही बंद करती हूं, जैसा कि मैने आप लोगों बताया मेरा एक बेटा हुआ था जो अब ढाई साल का है जिसे मेरी पूरी फैमिली संभालती है। कुमुद ने मेरा एडमिशन अपने ही कॉलेज में करवा दिया है मैं अभी फर्स्ट ईयर में ही हूं। एक डॉक्टर बनने के लिए तैयार।
Good Bye Friends...
 
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