#गताँक से आगे
यहां आपको कुछ नए किरदार से मिलवाता हूं
अंशुल : वर्तमान में २३ वर्षीय लड़की। घुंघराले बाल ,आंखे गहरी भूरी ,होंठ भरे हुए लाल रंग के उनके बीच चमकते हुए सफेद मोती से दांत ।हाइट ५.३ की देखने में बिल्कुल प्यारी सी । पर उतने ही गुस्सैल स्वभाव वाली । बाकी इसके बारे में आगे पता चलेगा
सुरेश बिल्डर : अंशुल के पिता ६० साल के । पूरी ज्यादद्द खुद के dum पर कमाई हुई है इसलिए पैसे का घमंड सर चढ़ कर बोलता है । किसी को अपने आगे कुछ नहीं समझते ।
गोवर्धन कुमार : कुसुमपुर के थाने का इंस्पेक्टर। और सुरेश बिल्डर का खास मोहरा । चेहरे से ही इसकी शराफत की फटी थैली का पता चलता हैं।
बाकी के किरदार (अहम हुए तो .. ) आते जायेंगे पता चलता जायेगा ।
कुसुमपुर के एक कोने में लगभग ५००० गज में एक सफेद रंग की कोठी बनी हुई थी । बड़े दरवाजे पर चौड़ी हमेशा रहता था । कोठी के बड़े से हाल में सोफे पड़े हुए थे । वहा कोई ३- ४ गुंडे बदमाश जैसे बैठे हुए थे । एक सोफे पर गोवर्धन बैठ कर शराब का पेग बना रहा था और सामने ही सफेद सफारी सूट में सुरेश बिल्डर बैठा हुआ था जो गहरे चिंतन में नजर आ रहा था ।
सुरेश b : तुमने अपनी आंखो से देखा है un sab लाशों को ?
पहला गुंडा : जी बिल्डर साहब , हम खुद अपनी आंखे से देखे है , नदी किनारे जो शंकर जी का मंदिर है वहा पड़ी हुई थी । इंस्पेक्टर साहब आप भी बोलिए न
गोवर्धन : सही कह रहा है ये बिल्डर साहब । किसी ने बहुत बुरे तरीके से मारा है उन सब को ।
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सुरेश b : तुम्हे क्या लगता है किसने मारा होगा ?
ती सरा गुंडा: बिल्डर साहब मुझे तो ये किसी जानवर का काम लग रहा है ।
गोवर्धन : मुझे भी यही लगता है बिल्डर साहब । क्यू कि उन सभी के शरीर में किसी का भी दिल नही था । और एक दो का तो सर भी नही था । सभी के शरीर में नाखूनों के निशान है ।
सुरेश b : तो इंक्वायरी करो गोवर्धन और मुझे जल्द से जल्द सच पता करके बताओ ।
गोवर्धन : जी बिलकुल
ये कहकर गोवर्धन उठ खड़ा होता है उसी के साथ बाकी के ४ गुंडे भी उठ जाते है । लेकिन सुरेश को कुछ याद आता है गोवर्धन को आवाज देते है
सुरेश b : गोवर्धन
गोवर्धन : जी बिल्डर साहब बताइए
सुरेश b : वो शहर वाला काम का क्या हुआ
गोवर्धन : अजीत को बोला है मैने , जैसे ही भारद्वाज साहब से डील पक्की होती है आपको खबर कर देंगे
सुरेश b : ठीक है , अब तुम लोग जाओ
to be continued
Aaj likhne ka man nahi kar raha । Tabiyat thodi sahi nahi chal rahi indino । Kal shayad bada uodate dunga action wala