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Adultery छुटकी - होली दीदी की ससुराल में

komaalrani

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भाग ९८

अगली परेशानी - ननदोई जी, पृष्ठ १०१६

अपडेट पोस्टेड, कृपया पढ़ें, मजे ले, लाइक करें और कमेंट जरूर करें
 
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komaalrani

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I say... I am too much week in Hindi writing so share my thoughts with some pictures only...

But you're story is just too much for us to open pants zipper and do M@sterb@te... You are awesome 😎👍 writer...

Ya i say you wrote the mother son incident in too short form... I think 🤔 now when GITA is in school you can write the story of mom's incest relationship with son ... Behind her back / (or i say without her knowledge) Sangita's mother's other sex adventureplanning of pregnancy before Gita's gona.

Eagerly waiting for such update when both mom and son are alone and doing sex at home 🏠 and on paddy field...

Arvind's Sex With fields women employees / their knowledge - (Sex education) to arvind
I am comfortable in English, so please do share your views in English, but pictures do not communicate views of the readers like the pic you shared has nothing to do with the last post . But truely like any other human beings i do like words of appreciation and i was goading you for that, welcome.
 

komaalrani

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Lagwa diya Gita.ki sab saheliyon ko bhi sab pata.
Kahe badnam karna tha vichari ko.

Awesome,kamuk, madak sexy updates
👍👍👍👍👍👍👍👍
✅✅✅✅✅✅✅
💯💯💯💯💯💯
Thanks for nice, prescient words, very articulately expressed, Your presence on the thread itself is good to me and a support a few words of appreciation is a bonus
 

komaalrani

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I say... I am too much week in Hindi writing so share my thoughts with some pictures only...

But you're story is just too much for us to open pants zipper and do M@sterb@te... You are awesome 😎👍 writer...

Ya i say you wrote the mother son incident in too short form... I think 🤔 now when GITA is in school you can write the story of mom's incest relationship with son ... Behind her back / (or i say without her knowledge) Sangita's mother's other sex adventureplanning of pregnancy before Gita's gona.

Eagerly waiting for such update when both mom and son are alone and doing sex at home 🏠 and on paddy field...

Arvind's Sex With fields women employees / their knowledge - (Sex education) to arvind
Ek baat aur

जो मेरे ही थ्रेड पर कभी यह पोस्ट करे

रम्भा {रंभा}: 01

मार्गे मार्गे नूतनं चूतखण्डं
खण्डे खण्डे कोकिलानां विरावः ।
रावे रावे मानिनीमानभंगो
भंगे भंगे मन्मथः पञ्चबाणः ॥


हे मुनि ! हर मार्ग में नयी मंजरी शोभायमान हैं, हर मंजरी पर कोयल सुमधुर टेहुक रही हैं । टेहका सुनकर मानिनी स्त्रीयों का गर्व दूर होता है, और गर्व नष्ट होते हि पाँच बाणों को धारण करनेवाले कामदेव मन को बेचेन बनाते हैं । (२३. १०. २०२१ पोस्ट संख्या ७४ )

गेहे गेहे जङ्गमा हेमवल्ली
वल्यां वल्यां पार्वणं चन्द्रबिम्बम् ।
बिम्बे बिम्बे दृश्यते मीन युग्मं
युग्मे युग्मे पञ्चबाणप्रचारः ॥------

गेहे गेहे जङ्गमा हेमवल्ली
वल्यां वल्यां पार्वणं चन्द्रबिम्बम् ।
बिम्बे बिम्बे दृश्यते मीन युग्मं
युग्मे युग्मे पञ्चबाणप्रचारः ॥

हे मुनिवर ! हर घर में घूमती फिरती सोने की लता जैसी ललनाओं के मुख पूर्णिमा के चंद्र जैसे सुंदर हैं । उन मुखचंद्रो में नयनरुप दो मछलीयाँ दिख रही है, और उन मीनरुप नयनों में कामदेव स्वतंत्र घूम रहा है । २३. १०, २०२१ पोस्ट संख्या ७५ )


Aur kahe ," . I am too much week in Hindi writing "


तो मुझे तो हिंदी में लिखने की धृष्टता ही नहीं करनी चाहिए,...

पर अनुरोध वही, पढ़कर लाइक करिये अगर लाइक करने लायक लगे तो,... और कमेंट तो जरूर दीजिये।
 
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komaalrani

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Ab ghar ki sikhlai he to chhed to sare khulenge. Or ghee to apni hi thali me gir raha he. Chup chap kha le.


*** kahani ke bol chahe prem bhari masti darsha rahe ho. Par us masti me ek incast adultery seen har kisi ke man me peda kar liya he.


Geetva puri nangi kutiya bani ankhe band. Or uska bhai arvind geetva ki kamar ko dono hath pakad kar jabardast dakke mar raha he. pichhvade me mota sa khuta andar bahar ho raha he. Gitva ki ankhe band or muh khula. Muh se aavaj zatko ke sath nikal rahi he. Ahhh....

Tabhi bahar khadi saheliya geetava ko aavaj deti he.

Saheli ; (chilakar) are jaldi kar geeta der ho rahi he.

Geetva ki ankhe zatke se khuli.

Geeta ; (chilla kar) are aati hu baba bas 2 minit.

Geeta ne gardan pichhe ghumai.


Geeta ; bhaiya jaldi karo na. School me sab ko pata chal jaega.

Ese seen har kisi ke Maine me aa raha hoga.
Ekdam, thanks so much for your regular and consistent support.🙏🙏:thank_you::thank_you:
 

komaalrani

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Last Post is on Page 348, Please do read, like and share your comments

:thanks::thanks::thanks::thanks: in advance

 

Umakant007

चरित्रं विचित्रं..
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Ek baat aur

जो मेरे ही थ्रेड पर कभी यह पोस्ट करे

रम्भा {रंभा}: 01

मार्गे मार्गे नूतनं चूतखण्डं
खण्डे खण्डे कोकिलानां विरावः ।
रावे रावे मानिनीमानभंगो
भंगे भंगे मन्मथः पञ्चबाणः ॥


हे मुनि ! हर मार्ग में नयी मंजरी शोभायमान हैं, हर मंजरी पर कोयल सुमधुर टेहुक रही हैं । टेहका सुनकर मानिनी स्त्रीयों का गर्व दूर होता है, और गर्व नष्ट होते हि पाँच बाणों को धारण करनेवाले कामदेव मन को बेचेन बनाते हैं । (२३. १०. २०२१ पोस्ट संख्या ७४ )

गेहे गेहे जङ्गमा हेमवल्ली
वल्यां वल्यां पार्वणं चन्द्रबिम्बम् ।
बिम्बे बिम्बे दृश्यते मीन युग्मं
युग्मे युग्मे पञ्चबाणप्रचारः ॥------

गेहे गेहे जङ्गमा हेमवल्ली
वल्यां वल्यां पार्वणं चन्द्रबिम्बम् ।
बिम्बे बिम्बे दृश्यते मीन युग्मं
युग्मे युग्मे पञ्चबाणप्रचारः ॥

हे मुनिवर ! हर घर में घूमती फिरती सोने की लता जैसी ललनाओं के मुख पूर्णिमा के चंद्र जैसे सुंदर हैं । उन मुखचंद्रो में नयनरुप दो मछलीयाँ दिख रही है, और उन मीनरुप नयनों में कामदेव स्वतंत्र घूम रहा है । २३. १०, २०२१ पोस्ट संख्या ७५ )


Aur kahe ," . I am too much week in Hindi writing "

तो मुझे तो हिंदी में लिखने की धृष्टता ही नहीं करनी चाहिए,...

पर अनुरोध वही, पढ़कर लाइक करिये अगर लाइक करने लायक लगे तो,... और कमेंट तो जरूर दीजिये।
No words... But you're the reason to come and visit such sites... Please arrange the update as i requesting
 

komaalrani

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No words... But you're the reason to come and visit such sites... Please arrange the update as i requesting


I have told time and again the reason. the thread was a tribute to Hindi Erotic Poetry in general and to Bihari Lal ji in particular. My intention was that eroticism is the leitmotif of this forum, and many of us having Hindi background, so let us share erotic poetry of the highest order in Hindi with its meaning and some comparable couplets from Urdu. It started in Lounge, which is the place were people do discuss poetry literature, movies etc. But one fine ( or sad day) i found all such threads have been banished to ' other discussion' which has funnily three categories, News, Technology and Forum games. So threads of poetry and shero shayri were closeted with naya shabd banao. I have started a number of threads in that section one was on poetry which started as a tribute to Khuda-e-Sukhan, Mir. Other was a thread devoted to works of Satyajit Ray. But they were jostling for the breathing space with inane games and motely of topics.

I don't have ego or self -respect but i do respect icons of poetry. And when powers that be has that approach towards poetry, i feel it is better that they stay confined in the pages of books.

so sorry, ...
 

Random2022

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पिछवाड़े पर हमला



" अरे तुम लोग भी तो उसी की उमर की हो समझदार हो, अरे भाई उसका, है तगड़ा,... गितवा कुछ उसको चिढायी होगी, ललचायी होगी,... वो हलके मारा होगा तो जोर से लगा होगा और उससे भी ज्यादा जोर से चिल्लाती है वो,... बस निकल रही है वो, भाई बहन के बीच मैं नहीं नहीं बोलती, मैं इस लिए बाहर आ गयी,... उसे बोल दिया था जल्दी करे,... "




तब तक गीता की चीख दुबारा सुनाई पड़ी,... ( और ये मंत्र अपने बेटे के कान में दो देके आयी थीं की आज रोज से भी कस के, और हर धक्के पे चीख निकले तो आगे से लाज शरम भूल के जहाँ कहेगा वहां, जिसके सामने चाहेगा उसके सामने, पिछवाड़ा देने को तैयार रहेगी। )

बेटे ने वो फार्मूला इस्तेमाल किया जिसे थोड़ा बहुत तो चाची ने सिखाया था, लेकिन उसकी बारीकियां सिखायीं और अपने ऊपर ट्राई करा के परफेक्ट कराया उसकी माँ ने, ...

और वो तरीका ऐसा था जो आज के पहले वो सिर्फ भोसंडी वालियों पर ट्राई करता था, पांच छह बच्चे निकाल चुकी उन भोंसड़ी वालियों के भोंसडे पर जिन्हे तीन चार ऊँगली एक साथ घोंटने पे पता नहीं चलता था। और जब इस ट्रिक से वो उन की भी चीखें निकलवा देता था, उन्हें उन की गौने की रात याद दिला देता था, जब वो रोती चीखती रहतीं थी और मरद चढ़ा रहता था , फाड़ता रहता था , खून खच्चर से चादर लाल हो जाती थी। उस दिन से भी ज्यादा मजा और दर्द होता था,...

लेकिन कल की बछेड़ी और वो भी उसके पिछवाड़े, जिसका फीता ही चार पांच दिन पहले कटा हो, दिन दहाड़े, चीख चीख के उसकी बहिनिया की बुरी हाल थी, लेकिन बछिया लाख उछले कूदे, सांड़ एक बार चढ़ गया तो बिना गाभिन किये नीचे नहीं उतरता, वही हालत उसकी थी।

ट्रिक बहुत सिम्पल थी,

गाँड़ मारने के लिए कुतिया बना के उसने अपनी बहिनिया को निहुरा रखा था, फिर उसकी दोनों टांगों के बीच अपनी टाँगे डालके कैंची की फाल की तरह पूरी ताकत से फैला दिया, टांगों और जाँघों के साथ साथ बहिन की गाँड़ भी अच्छी तरह फैली थी, फिर सांड़ की ताकत से मारा धक्का, जबरदस्त ताकत थी उसकी कमर में ,




जो लड़की औरत एक बार उसके नीचे लेटती थी, दुबारा खुद उसके आगे पीछे मरवाने के लिए टहलती।

लेकिन उसकी बहिन की कसी खूब टाइट गांड में इत्ता फ़ैलाने के बाद भी, ( रसोई में कुछ और चिकनाई तो थी नहीं हाँ उसने भैंस का ताजा मक्खन अच्छी तरह अपने मूसल पे चुपड़ लिया , एक बार खाली घुसने की देर थी, दो चार धक्के के बाद, तो बहिनिया के गाँड़ का मक्खन लंड को वैसे ही चिकना कर देता).


और अब छह सात मिनट मरवाने के बाद उसके नीचे दबी कुचली छुटकी बहिनिया को भी गाँड़ में घुसे मोटे लंड का मज़ा मिलने लगा था, चीखें उतनी ही जोर जोर की सिसकियों में बदल गयी थीं , वो भी जैसा माँ ने सिखाया समझाया था, कभी अपनी गांड को सिकोड़ के लंड निचोड़ लेती तो कभी भैया के धक्के के जवाब में चूतड़ पीछे कर कर के धक्के मारती। वो भूल गयी थी, उसकी सहेलियां बाहर खड़ी हैं स्कूल का टाइम हो रहा है और वो सब देख भले न पाएं लेकिन कान पार कर के एक एक चीख सिसकी सुन रही थीं और इंटरवल तक पूरे स्कूल में ये बात फ़ैल जायेगी। और वो सब तो बाहर निकलते ही उसे चिढ़ाना शुरू कर देंगी।

उधर भैया ने वो माँ की सिखाई ट्रिक,...

न उसने धक्के धीमे किये , न बहन की चूँचियो को रगड़ना नोचना खसोटना, ... हाँ धीमे से बहन की दोनों टांगों को जबरदस्ती फैलाये अपनी टांगों को बाहर निकाल लिया, खूंटा वैसे भी उसका जड़ तक घुसा था, एकदम चिपका।



और फिर उतने ही धीरे धीरे अपनी दोनों टांगों से बहन की फैली टांगों को कसना शुरू कर दिया जैसे कोई कुशल घुड़सवार घोड़ी के ऊपर चढ़ के अपनी जाँघों से उसे दबोच लेता है और फिर घोड़ी लाख उछल कूद करे, उसकी पकड़ ढीली नहीं होती, जैसे खुली कैंची की फाल बंद हो जाए, बस उसी तरह उसकी टाँगे सिकुड़ती गयीं, उन में दबी फंसी उसकी बहन की टांगें सिकुड़ती गयी जब तक वो इतनी टाइट न हो गयी जितनी हफ्ते भर पहले अपने भैया से चुदने के पहले, उसकी बहन की कोरी अनचुदी चूत टाइट थी, सबसे छोटी वाली ऊँगली भी नहीं घुस सकती थी.


और उन सब के साथ बहन की पिछवाड़े की सुरंग भी, एकदम कसी, जब माँ ने उससे जबरदस्ती अपनी बहिनिया की गाँड़ फड़वायी थी, एकदम उसी तरह की . उस एकदम टाइट हुयी गांड से जब उसने धीरे धीरे सरका सरका के लंड उसने गाँड़ से बाहर खींचा तो बहिनिया की परपरायी, छरछरायी, लेकिन माँ ने सिखा सिखा कर,

अब उसे गाँड़ मरवाने में भी उतना ही मजा मिलता था जितना चूत चुदवाने में, ....


और एक बार फिर से भैया ने बहिनिया को दोनों टांगों से कस के कस दिया, मोटा मूसल बाहर निकलने से जो जगह खाली हुयी थी, वो भी टाइट हो गयी ( सिर्फ मोटा सुपाड़ा उसने धंसा के रखा था ) , और अब उसने हचाक से पेला, जिस ताकत से वो एक धक्के में गाँव की कुंवारियों की झिल्ली फाड़ता था, उससे भी तेज जोर लगा के,




और गीता चीखी, जोर से चीखी, जितनी उसकी फटी थी उस समय जितना दर्द हुआ था वो कुछ नहीं था इसके आगे,... एकदम टाइट कसी दबी फंसी इसकी गाँड़ में छीलता फाड़ता मूसल घुस रहा था, लगा रहा था चमड़ी छिल रही है है, उचड़ रही है, पर भैया रुका नहीं,....


उईईई उईईईईई चीख सीधे स्कूल तक पहुँच रही थी, मास्टराइन से लेकर चपरासिंन तक सुन रही होंगीं, तो बीस फीट दूर पे खड़ी उसकी तीनों सहेलियां तो कान फाड़े सुन रही थीं , उसकी चीख सुन के सब ऐसी खुश की मुस्कराहट कान तक पहुँच रही थी , अब तो किसी से पूछने की भी जरूरत नहीं थी, अंदर उनकी सहेली के साथ क्या हो रहा था, पहले जो चुदने के नाम पर भड़कती थी, आज जम के चोदी जा रही थी, आने दो स्साली को बाहर,...

और माँ भी मुस्करा रही थीं,... जैसे उन्हें भी मालूम हो अंदर बिटिया के साथ का हो रहा है,



पर एक लड़की से नहीं रहा गया वही जो चार पांच यारों को रोज निपटाती थी, माँ को सुनाती दूसरी सहेली से बोली,



"ई गितवा इतने जोर से काहें चीख रही है,... "




लेकिन माँ ने जवाब दिया खूब मुस्कराते हुए , " अरे समझती ना का हो तुम लोग, लड़की ऐसे कब चोकरती हैं,... अरे छिनरपना है, थोड़ा सा पिरायेगा , सात गाँव गोहार,... "



लेकिन भाई इत्ते से संतुष्ट नहीं था , बहन को पूरा मजा देना चाहती था। बस उसने गाँड़ में मूसल धकेलने के साथ बहिन की कसी बुर में भी एक साथ दो ऊँगली ठेल दी. गीता और जोर से चीखी, भैया थोड़ा थोड़ा सा निकाल दो,... कौन भाई निकालता है,... ऐसी स्कूल में पढ़ने वाली कमसिन बहिन की गांड में धंसा लंड बिना झड़े, तो उसने भी नहीं निकाला और बल्कि कचकचा के गाल काटते हुए उसके कान में फुसफुसाया,...

" बोल स्साली, का निकालना है , कहाँ से निकालना है , मैं का कर रहा हूँ , खूब जोर जोर से वरना अभी तो कुछ नहीं , ... और ये कह के उसकी छोटी छोटी बस आती हुयी चूँची के ऊपरी हिस्से में इत्ते कस के दांत गड़ाए की दूर से निशान दिखते,

और गीता ने जोर से बोला,

"भैया मेरी गाँड़ में से लंड निकाल लो बहुत पिरा रहा है , भले ही बुर चोद लो। "

" ये तो बोल मैं का कर रहा हूँ,... " भाई ने फिर धीरे बोल के उसे उकसाया ,

" ओह्ह भैया आज कैसे गाँड़ मार रहे हो , बहुत पिरा रही है ,... "



और भाई ने टांगों की पकड़ उसकी टांगों पर ढीली कर दी , दर्द कम हो गया , ... और गीताअब बिना इस बात की चिंता किये,... की बाहर सहेलियां कान पारे बैठीं होगी, उसकी चल रही चुदाई का हाल जानने के लिए, खुद रनिंग कमेंट्री कर रही थी,

" ओह्ह उफ़ भैया, अबे स्साले तेरा लंड कितना मोटा है, गदहे ऐसा एकदम, जरा हलके हलके गाँड़ मार, ओह्ह भैया हाँ ऐसे ही , रुक जाओ बस एक मिनट,... "

उसका भाई अरविन्द भी जान रहा था की आज उसकी बहिन और उसका नाम, बहन के स्कूल में फ़ैल जाएगा और इसलिए वो और हचक ह्च्चक के अपनी बहनिया को इस तरह पेल रहा था की आज दिन भर अपने स्कूल में वो सीधे न चल सके और उसके स्कूल की सब लड़कियों को बिन बोले पता चल जाए की गितवा की गाँड़ खूब मोटे लंड से हचक के मारी गयी है,
Super hot update komal Ji, apki kalpana ki koi seema nahi. Esa scene pehli baar dekha apki story me jisme saheliyan sifr sun rahi hai. Ati kamuk
 
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