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भाग ९६
ननद की सास, और सास का प्लान
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ननद की सास, और सास का प्लान
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लेकिन क्या धमाकेदार अपडेट होता है...कोमल जी
आप भले ही कितना भी बड़ा अपडेट देती हो लेकिन हमेशा यही लगता है कि अरे खत्म हो गया और हां, अपडेट हमेशा सोच से परे होता है और अगले अपडेट के लिए बैचेन कर देता है।
आपकी लेखनी धन्य है । मेरे पास तो शब्दों का अभाव है। आशा है आप समझ गई होंगी।
सादर
नाम तो कोमल है ..
Classic gazab updatesभाग ६३
जीत गयीं भौजाइयां
10,71,987
मिश्राइन भाभी अब बाहर बैठी भौजाइयों को ललकार रही थीं,... कउनो स्साली छुप के बच के जानी नहीं चाहिए,... आपन आपन माल छांट लो,... अरे वो देखो मितवा कहाँ छिप रही है, अरे आज तोहरी महतारी के भोंसड़ी में से निकाल ले आएंगे , कहाँ जाओगी तोहार भैया भी नहीं है जिनसे चुदवाने जा रही है
बड़ी जोर से आवाज आयी मेरी एक जेठानी की,... " अरे हमरे देवर से तो रोज चुदवाती हो आज भौजाई से चोदवाय के मजा लो,... आज बिन चोदे गाँड़ मारे छोड़ना नहीं,...
वो वही थीं जिन्होंने मंजू भाभी के यहाँ मेरी बात मना की थी कि हम लोग ननदों को हरा देंगे बस थोड़ी सी स्ट्रेटजी, बोली फालतू अरे नयको तोहार पहली होली है, चुपचाप हार मानने में ही अरे पिछले चार साल से मैं टीम में हूँ , पर साल तो खाली गीता थी अबकी नैना भी आगयी,... अब तो किसी सूरत में भौजाई नहीं जीत सकतीं,... "
जब टीम बनी तो हम लोगों ने उन्हें मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया था और आज हम जीत की ओर थे तो सबसे जोश में वही,..
मैं बार बार कभी नैना कभी पायल , लेकिन कभी किसी के इतना पास नहीं जाती थी की दोनों ओर से घिर जाऊं,...
तभी एनाउंस हुआ बस एक मिनट और,...
और चमेलिया, गुलबिया पायल को चिढ़ा रही थीं,...
रात पायल कहाँ बजी,... हमरे भैया के संग बजी, हमरे भैया से चोदावत बजी, गाँड़ मरावत बजी,
मैंने एक बार फिर पायल की ओर हमला किया, तेज वो भी थी कम्मो इतना तो नहीं फिर भी, कन्नी काटने में बहुत तेज, अचानक से मुड़ कर वो मेरे पीछे पहुँच गयी और नैना भी दूसरी ओर से बढ़ी,... मैं उस समय बाएं और थी ,
चमेलिया गुलबिया बोल रही थीं वापस, वापस
पर मैंने नैना को पास आने दिया,... और फिर तीर की तेजी से दाएं छोर पे मैदान के अब उन दोनों को मैं ललचा रही थी,
जो मुझे पकड़ लेगा उसकी की गाँड़ में मैं मुट्ठी नहीं करूंगी, ... ( मैंने ये नहीं कहा था की उसकी गाँड़ में मुट्ठी नहीं होंगी, चमेलिया और गुलबिया दोनों बौरायीं थी पायल की गाँड़ मारने के लिए , लेकिन कल पहले अपने सगे भैया के खूंटे के ऊपर चढ़ेगी उसके बाद,... )
हे पायल, तय कर लो मेरे किस किस देवर से कल चुदवाओगी,...
मैं खड़े खड़े चिढ़ा रही थी पर साथ साथ कनखियों से देख रही थी नैना चुपके से पीछे की ओर ,.... और मैं भाग कर लाइन के पास वहां से एक बार फिर उन दोनों को ललचा रही थी,...
तबतक अनाउंस हुआ टाइम ओवर मैं लाइन के पास ही थी, मैंने लाइन अपनी ओर पार कर ली,...
एक बार मंजू भाभी, दूबे भाभी,... मोहिनी और रज्जो ने जोर का हल्ला किया, चमेलिया और गुलबिया ने साथ साथ लाइन पार की और पायल को दबोच के आराम से पहले उसका टॉप फाड़ा और कुछ बोला,... लेगिंग उसने खुद उतार के चमेलिया को पकड़ा दी,
जीत के हल्ले में कुछ सुनाई नहीं पड़ रहा था, भौजाइयां जैसे पागल हो गयीं थी।
खूब जोर जोर से हो हो की आवाजें, एक से एक गालियां सब ननदों का नाम ले ले के और बाहर बैठी भौजाइयों ने नंदों को छाप लिया, अबतक जो ननदें चुन चुन कर गालियां दे रही थीं, ललकार रही थीं, किसी की आवाज सुनाई नहीं पड़ रही थी, एक एक ननद पर दो दो तीन तीन भौजाई,... दो चार बाहर निकलने के रस्ते पे कोयो ननद पेड़ पे चढ़ के न छिप जाए, कोई बाग़ में भागने की कोशिश न कर पाए
चारों ओर चररर चर्रर्र की आवाज ही सुनाई पड़ रही थी, कोई ननद अगर खुद ही शलवार खोलने को मान भी जाए तो भौजाइयां बस फाड़ने में लगी हुयी थीं, कुछ ही देर में सब ओर फटे हुए टॉप, कुर्ती, लेगिंग, शलवार, न कोई भौजाई उमर देख रही थी न नंदों की चीख पुकार सुन रही थी,... इत्ते साल बाद मौका मिला था,...
और एक बार मैं फिर लाइन के पार थी दौड़ती हुयी, नैना कबड्डी के मैदान के दूसरी ओर अकेले थी, ...
अपने घुटनों के बल बैठी, मुझे देख कर खड़ी हुयी पर मैंने उसे कस के अँकवार में में भेंट लिया जैसे दो बहनें सालों बाद मिली हों, .... नैना ननद से बढ़ कर मेरी सहेली भी थी, गाँव के बारे में", गाँव के लड़के लड़कियों के बारे में जितना उसे मालूम था जितना उसने मुझे एक ही मुलाक़ात में बताया, बिना बोले हम दोनों कस के एक दूसरे को भींचे खड़ी रहीं फिर बैठ गयीं।
मिश्राइन भौजी कुछ बोल रही थीं,...
दूसरे कोने पे चंदा , जिसके पैर में मोच लगी थी जिसे गुलबिया चमेलिया और छुटकी लंगड़ी घोड़ी कह के चिढ़ा रहे थे , और दूबे भाभी ने आउट होने के पहले अपना पूरा वजन उसके एक पैर पे डाल दिया था,.. बैठी थी और उसे घेर के गुलबिया दूबे भाभी और चननिया बैठी थीं, चननिया कोई तेल उसके पैर पे मल रही थीं,... और दूबे भाभी समझा रही थीं गुलबिया को। गुलबिया ने फिर पान के पत्ते कोई मलहम जो दूबे भाभी ने दिया था उसे लगा के बांध दिया। दूबे भाभी समझा रही थीं यही चुप्पे बैठी रहो तुम्हे कोई तंग नहीं करेगा मैं हूँ न बस घण्टे दो घंटे में ठीक हो जाएगा,
गुलबिया पान के पत्ते बांधते हुए उसे छेड़ रही थी,... अरे हमरे फायदे में है की जल्दी से जल्दी ठीक हो जाए, वरना रात में हमरे देवर लोगन के सामने टांग कैसे उठाओगी ,...
मेरा हाथ नैना के कंधे पर था और नैना का मेरे कंधे पर
मिश्राइन भाभी कुछ अनाउंस कर रही थीं।
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मिश्राइन भौजी अनाउंस कर रही थीं और सब ननदें भौजाइयां कान फाड़ के सुन रही थीं, सासें भी अब होनेवाले मस्ती को देखने के लिए बेताब थीं , आज हर कोई यहाँ औरत थी और सबकी देह की आग धधक के जल रही थी.
मिश्राइन भौजी की आंखे मुंझे ढूंढ रही थी और मैं और नैना ननदिया एक दूसरे को भींचे, दुबकाये, कब की बिछड़ी सहेलियों की तरह चिपकी एक कोने में, ... मिश्राइन भाभी की आँखे जब मेरी ओर पहुंची तो मैंने नैना की ओर दिखा के कुछ इशारा किया, और उनकी मुस्कराहट ने बता दिया तार पहुँच गया इशारे का उन के पास।
सब मैच देख रही भाभियों ने ननदों को छाप लिया था, कहीं कहीं एक एक नन्द को दो दो भौजाई दबोचे थीं,...
पहला अनाउंसमेंट हारने वाली टीम के लिए था,...
Excellent super duper updateरेनू और उसका भाई - किस्सा नैना ननदिया का
रेनू को देख के मुझे एक परेशानी याद आ गयी, इंटर में पहुँच गयी थी और अब तक बिना फटे,... और रमजानिया ने बतया था और गुलबिया और चननिया ने भी वही बात कही जब हम लोग मैच के बाद किस ननद से किसका,...
रेनू का एक चचेरा भाई था कटखना कुत्ता,... रेनू से दो तीन साल बड़ा, लेकिन गाँव में कोई उसके मुंह नहीं लगता था, लौंडे तो रेनू के पीछे,... कबसे,... माल तो खूब मस्त थी वो, गोरी चिकनी, जोबन भी एकदम टाइट, कुर्ती को फाड़ते रहते थे,... लेकिन उसके उस चचेरे भाई के डर से, ... उसने साफ़ साफ़ बोल दिया थी की अगर किसी ने उसकी बहन रेनू की ओर आँख उठा के देखा, तो वो उसकी गाँड़ मार लेगा, हाथ पैर दोनों तोड़ देगा और उसकी माँ बहिन सब चोद देगा गाँव के बीचो बीच, एक लड़के ने ऐसे कुछ कमेंट किया था रेनू के उस चचेरे भाई ने उसका हाथ तोड़ दिया।
मुझे लगा की शायद उसका भाई बहुत संस्कारी होगा, लंका में विभीषण की तरह,... पर गुलबिया, नाउन की बहू हंसने लगी, बोली
"अरे जेतना घासवाली है, खेत में काम करेवाली, ओहु में जेकरे दो चार लड़का बच्चा हो गए हैं,... कोई नहीं बची हैं उससे,... नम्बरी चोदू है स्साला, लेकिन बहिनिया को अपने सात ताला में,... लोग तो रेनुआ को चिढ़ाते है तोहार भाई अपने बहनोई को भी बोलेगा, खबरदार अगर हमारी बहन के साथ कुछ ऊंच नीच किया,..."
नैना बड़ी देर तक हंसती रही फिर उसने रेनू और उसके चचेरे भाई का खुलासा किया।
कमल नाम है उसका नैना बोली लेकिन उलटे मुझसे एक सवाल दाग दिया,
" चंदू के साथ कैसा लगा, "
मैं समझ गयी उसका मतलब और उलटे मैंने सवाल दाग दिया
" तो का, कमलवा का, रेनुआ क भाई क चंदू अस,... ? "
" अरे नहीं कोमल भौजी,.... चंदू ऐसा तो गाँव में एक ही था वो आपके हिस्से में परमानेंट आ गया,... "
नैना मुझे छेड़ते बोली, फिर कुछ सोच के जोड़ा, और थोड़ बहुत इन दोनों के आसपास कोई है तो गितवा क भाई अरविंदवा,... लेकिन वो खाली अब गितवा और दो चार और बस,... "
" तो वो कमलवा क,... "
मैं जानती थी की नैना चाहती है की मैं उससे खोद खोद के पूछूँ,...
जवाब में नैना ने बित्ता पूरा फैला के दिखाया,.. और मेरी आँखें फ़ैल गयीं, और नैना ने मामला साफ़ कर दिया, ...
चंदू से १८ नहीं १९ होगा बल्कि साढ़े उन्नीस। लेकिन मोटाई में उसके बराबर ही हमरी तोहरी कलाई ऐसा. लेकिन चोदता बहुत गन्दा है इसलिए कोई उससे चुदाने में,...
मेरे कुछ समझ में नहीं आया चुदाई में क्या गन्दा क्या साफ़ और मैंने ननद की बात काट के पूछा यार स्साली साफ़ साफ़ बोल, पहेली मत बुझा,...
और तब नैना ने बताया की रेनू का वो चचेरा भाई, सिर्फ औजार ही नहीं चोदने में भी वो सांड़ की तरह है, जैसे सांड़ एक बार बछिया पर चढ़ जाता है अपनी दोनों टाँगे उसके ऊपर रख देता है तो फिर बछिया लाख उछले कूदे,...
" सही तो करता है इसके बिना कौन लड़की चुदवायेगी सब छटक जाती हैं " मैंने बीच में अपनी राय जाहिर की
पर नैना बिना रुके बोलती रही,...
" चाहे एकदम नयी लौंडिया हो, तब भी वो स्साला एकदम सूखे चोदता है,... थूक लगाना भी नहीं सीखा उसने,... इसलिए जल्दी कोई लड़की तैयार नहीं होती,... और फिर चुदाई शुरू होते ही, लड़की जितनी चीखे चिल्लाए, उसका जोश उतना ही बढ़ जाता है और उतनी ही जोर से पेलता है,... और साथ में चूँची भी कस के मसलेगा,... दांत से काटेगा, गाल पे काटेगा,... और अगर लड़की साथ न दे, चूतड़ उठाय उठाय के साथ न दे तो और जोर से,... फिर पोजीशन बदल बदल के,... कुतिया बनाय के अगर लड़की ने पीछे से धक्के नहीं खुद मारे तो चूतड़ पे हाथ मार के लाल कर देगा,... साले का कड़ा भी बहुत अउ खड़ा भी बहुत देर तक,... फिर पांच दस मिनट में दुबारा,... और फिर बिना गाँड़ मारे नहीं छोड़ेगा, चार चार बच्चों वाली भी जब उससे चुदवा के आती है तो दो दिन टांग फैला के चलती है "
मुझे कुछ कुछ अंदाजा लग गया रेनू के भाई के बारे में लेकिन एक बात अभी भी समझ में नहीं आई, और मैंने पूछ लिया,
" यार वो सब तो ठीक है स्साला नंबरी चोदू है,... पर रेनू के ऊपर लाइन मारने वालों को उसका चचेरा भाई क्यों काटने को दौड़ता है "
मैं बस यही सोच रही थी की कल कौन तैयार होगा रेनू पर चढ़ने को फाड़ने को, सबकी फटेगी रेनू के भाई कमल के बारे में सोच के,...
और नैना ने पूरी बात साफ़ कर दी, चचेरा कहने को थे,... घर चूल्हा अलग अलग नहीं थे, एक ही घर में एक परिवार,... कमल एकलौता लड़का और रेनू एकलौती लड़की,... छोटी चचेरी बहन,...सगी से बढ़कर,... तो जबसे उसका खड़ा होना फनफनाना शुरू हुआ,... तभी से उसने तय कर लिया था की रेनू की सील कोई तोड़ेगा तो वही ,... उसका माल है, उसके घर की, तो दूसरा कैसे,... हाँ एक बार वो चढ़ गया, फाड् दिया अगवाड़ा पिछवाड़ा, तो कमल को ऐतराज नहीं था।
" तो रेनू ने काहें नहीं उससे,... " मैंने अपनी शंका बताई,...
" एकदम और यही बात तो तो रेनू की चाची, कमल की माँ भी उससे कहती हैं,
"अरे किसी ने किसी से फड़वाओगी तो मेरे बेटे में कौन सा कांटा लगा है. "
लेकिन रेनू क्या बताती कौन कौन कांटे हैं,... एक बार नहीं कई बार उसने देखा था की कोई लड़की उसके भाई से, ... एकदम खून खच्चर,... और चीखें तो सुनती रहती थी, ... लेकिन खैर अब तो कोई लड़की नहीं दो चार बच्चे वाली ही, पर औजार इतना मस्त है की वो औरतें खुद ही आती हैं उसके पास,...
दूसरी बात कमल ने जब रेनू हाईस्कूल में में गयी थी तभी बोल दिया था,...
"देख रेनुवा तेरी तो पहली बार मैं ही लूंगा और सिर्फ लूंगा ही नहीं अपनी रंडी बना के रखूंगा, एक बार तेरी फट जाए बस, उसके बाद जब जहाँ मन करे दिन दहाड़े, खेत खेताडी, बँसवाड़ी,... वहीँ निहुरा के,... सबके सामने,... "
इसलिए वो हदस गयी है। उसने चाची से कहा भी, बस एक दो बार किसी के और के साथ, एक बार उसकी खुल जाए जाए फिर भैया के साथ,...फिर भैया चाहे जितनी बार, जब चाहे तब ले लें, उसको दर्द से बहुत डर लगता है,... एक बार खुलने के बाद मना नहीं करेगी अपने भैया को,...
लेकिन न उसकी चाची तैयार न कमल,.... की घर का मॉल, है तो पहले घर वाला,... यहाँ तक की रेनू की माँ भी बजाय अपनी एकलौती बेटी का साथ देने के देवरानी का ही साथ देती हैं, पहला हक़ तो कमल का ही है, .... फाड़ेगा तो वही,... पर रेनू की जिद्द भी डर भी,... रेनू की माँ ने कितनी बार समझाने की कोशिश भी की, बेटी अच्छी तरह अपने हाथ से तेल लगा के भेजूंगी तेरे भैया के पास, माना वो सूखे पेलता है, लेकिन तू पहले से बिल में दो चार अंजुरी तेल पिला के जाना,... लेकिन रेनू कुछ हदस गयी है कुछ उसकी जिद्द,...
" यार उसकी बात तो सही है भले चचेरा है लेकिन एकलौता है, राखी वो बंधवाएगा तो चढ़ेगा कौन " हँसते हुए में बोलीं,
तो नैना ने एक राज और खोला,..
' चचेरा है की क्या पता,... " हँसते हुए बोली, फिर कहा अपनी सास से पूछ लेना,.. लेकिन मेरे पूछने पर सब बात उगल दी।
रेनू के बाबू बाहर कमाने जाते थे, कभी कलकत्ता तो कभी,... साल में ८-९ महीना बाहर,... आते भी तो हफ्ता दस दिन,... बस फिर बाहर, तो रेनू के चाचा यहाँ खेती बाड़ी,.. तो फिर जैसे बाहर खेत जोतते थे वैसे घर का खेत भी जोतना शुरू कर दिया, आखिर भौजी का ख्याल देवर नहीं रखेगा तो कौन,... सब लोग कहते हैं रेनू जब पेट में आयी तो उसके बाबू ६ महीना से बाहर थे, अरे सपने में आने से तो नहीं गरभ रह जाता,... और वो कमलवा को तो लोग कहते हैं, मैंने नहीं देखा कभी लेकिन सही होगा की स्साला मादरचोद भी है,... इ रेनू के चच्चा भी अब रेनू के बाबू के साथ कलकत्ता चले गए हैं तो,... कमलवा अपनी माँ का भी ख्याल रखता है,इसलिए रेनू की चाची खुदे रेनू के पीछे पड़ी हैं .
" तो कल, रेनू के ऊपर,... " मैंने मन की बात कह दी,
" एकदम चढ़ा दीजिये उसके उसी कटखने चचेरे भाई को, फाड़ के रख देगा,... और उसकी इतने दिन की साध पूरी हो जायेगी,... भौजी आपके तो गोड़ धोके पियेगा, गुलामी करेगा। "
नैना ने एकदम हामी भर दी।
लेकिन मेरे मन में अभी उहापोह चल रही थी। कमलवा को तो मैं जानती नहीं न उसकी माँ को तो कैसे उसे पटा के कल यहाँ,..मेरे मन की उहापोह नैना समझ गई और बोली,
"ये कौन बड़ा काम है भौजी आपकी ननद कौन दिन काम आएगी, मैं बोल दूंगी,.... बस ये बता दूंगी की कल नयकी भौजी के पास होली में , और जो जो कहें चुपचाप मानना तो बड़ा फायदा होगा, हाँ कोमल भौजी बस ये ध्यान रखियेगा की रेनुआ स्साली के खबर न हो की कल जिस जिस ननद की नहीं फटी है सब की फाड़ी जायेगी वरना वो भाग जाएगी।"
" एकदम नहीं ये प्लान खाली मुझे, मिश्राइन भौजी को और एक दो लोगो को, .. और सब को बोला गया है एकदम चुप्प रहने को " मैंने कबूला।
तबतक बड़ी जोर से हल्ला हुआ, पहली कुश्ती का फैसला हो गया था, नीलू के साथ बेला, बेला को चूस चूस के नीलू ने झाड़ दिया था और मोहिनी भाभी ने नीलू का हाथ उठा के उसे जीता हुआ घोषित कर दिया था।
Thanks so much, i always wait for your encouraging wordsExcellent super duper update
aur aap aise reader bhi milane asaan nahi hote jo in baarikoyon ko sirf samjhe hi nahin balki appreciate bhi karen. ekdam sahi kahaa aapne . so many thanks to you. Lucky to have discerning readers like you.Renu or kamal ka to bada ajeeb mamla hai, esi situation to komal ji ki kisi story me nhi aai Jab behen ne bhai ko dene se mana kar diya. Manna padega komal ji ko, har baar new story with new situation. Itna asan nhi hota story ko dohrav se bachana . Best of luck komal ji
दोनों तरफ के इतने सारे पात्रों को याद रखना और सबके साथ न्याय करना...रेनू और उसका भाई - किस्सा नैना ननदिया का
रेनू को देख के मुझे एक परेशानी याद आ गयी, इंटर में पहुँच गयी थी और अब तक बिना फटे,... और रमजानिया ने बतया था और गुलबिया और चननिया ने भी वही बात कही जब हम लोग मैच के बाद किस ननद से किसका,...
रेनू का एक चचेरा भाई था कटखना कुत्ता,... रेनू से दो तीन साल बड़ा, लेकिन गाँव में कोई उसके मुंह नहीं लगता था, लौंडे तो रेनू के पीछे,... कबसे,... माल तो खूब मस्त थी वो, गोरी चिकनी, जोबन भी एकदम टाइट, कुर्ती को फाड़ते रहते थे,... लेकिन उसके उस चचेरे भाई के डर से, ... उसने साफ़ साफ़ बोल दिया थी की अगर किसी ने उसकी बहन रेनू की ओर आँख उठा के देखा, तो वो उसकी गाँड़ मार लेगा, हाथ पैर दोनों तोड़ देगा और उसकी माँ बहिन सब चोद देगा गाँव के बीचो बीच, एक लड़के ने ऐसे कुछ कमेंट किया था रेनू के उस चचेरे भाई ने उसका हाथ तोड़ दिया।
मुझे लगा की शायद उसका भाई बहुत संस्कारी होगा, लंका में विभीषण की तरह,... पर गुलबिया, नाउन की बहू हंसने लगी, बोली
"अरे जेतना घासवाली है, खेत में काम करेवाली, ओहु में जेकरे दो चार लड़का बच्चा हो गए हैं,... कोई नहीं बची हैं उससे,... नम्बरी चोदू है स्साला, लेकिन बहिनिया को अपने सात ताला में,... लोग तो रेनुआ को चिढ़ाते है तोहार भाई अपने बहनोई को भी बोलेगा, खबरदार अगर हमारी बहन के साथ कुछ ऊंच नीच किया,..."
नैना बड़ी देर तक हंसती रही फिर उसने रेनू और उसके चचेरे भाई का खुलासा किया।
कमल नाम है उसका नैना बोली लेकिन उलटे मुझसे एक सवाल दाग दिया,
" चंदू के साथ कैसा लगा, "
मैं समझ गयी उसका मतलब और उलटे मैंने सवाल दाग दिया
" तो का, कमलवा का, रेनुआ क भाई क चंदू अस,... ? "
" अरे नहीं कोमल भौजी,.... चंदू ऐसा तो गाँव में एक ही था वो आपके हिस्से में परमानेंट आ गया,... "
नैना मुझे छेड़ते बोली, फिर कुछ सोच के जोड़ा, और थोड़ बहुत इन दोनों के आसपास कोई है तो गितवा क भाई अरविंदवा,... लेकिन वो खाली अब गितवा और दो चार और बस,... "
" तो वो कमलवा क,... "
मैं जानती थी की नैना चाहती है की मैं उससे खोद खोद के पूछूँ,...
जवाब में नैना ने बित्ता पूरा फैला के दिखाया,.. और मेरी आँखें फ़ैल गयीं, और नैना ने मामला साफ़ कर दिया, ...
चंदू से १८ नहीं १९ होगा बल्कि साढ़े उन्नीस। लेकिन मोटाई में उसके बराबर ही हमरी तोहरी कलाई ऐसा. लेकिन चोदता बहुत गन्दा है इसलिए कोई उससे चुदाने में,...
मेरे कुछ समझ में नहीं आया चुदाई में क्या गन्दा क्या साफ़ और मैंने ननद की बात काट के पूछा यार स्साली साफ़ साफ़ बोल, पहेली मत बुझा,...
और तब नैना ने बताया की रेनू का वो चचेरा भाई, सिर्फ औजार ही नहीं चोदने में भी वो सांड़ की तरह है, जैसे सांड़ एक बार बछिया पर चढ़ जाता है अपनी दोनों टाँगे उसके ऊपर रख देता है तो फिर बछिया लाख उछले कूदे,...
" सही तो करता है इसके बिना कौन लड़की चुदवायेगी सब छटक जाती हैं " मैंने बीच में अपनी राय जाहिर की
पर नैना बिना रुके बोलती रही,...
" चाहे एकदम नयी लौंडिया हो, तब भी वो स्साला एकदम सूखे चोदता है,... थूक लगाना भी नहीं सीखा उसने,... इसलिए जल्दी कोई लड़की तैयार नहीं होती,... और फिर चुदाई शुरू होते ही, लड़की जितनी चीखे चिल्लाए, उसका जोश उतना ही बढ़ जाता है और उतनी ही जोर से पेलता है,... और साथ में चूँची भी कस के मसलेगा,... दांत से काटेगा, गाल पे काटेगा,... और अगर लड़की साथ न दे, चूतड़ उठाय उठाय के साथ न दे तो और जोर से,... फिर पोजीशन बदल बदल के,... कुतिया बनाय के अगर लड़की ने पीछे से धक्के नहीं खुद मारे तो चूतड़ पे हाथ मार के लाल कर देगा,... साले का कड़ा भी बहुत अउ खड़ा भी बहुत देर तक,... फिर पांच दस मिनट में दुबारा,... और फिर बिना गाँड़ मारे नहीं छोड़ेगा, चार चार बच्चों वाली भी जब उससे चुदवा के आती है तो दो दिन टांग फैला के चलती है "
मुझे कुछ कुछ अंदाजा लग गया रेनू के भाई के बारे में लेकिन एक बात अभी भी समझ में नहीं आई, और मैंने पूछ लिया,
" यार वो सब तो ठीक है स्साला नंबरी चोदू है,... पर रेनू के ऊपर लाइन मारने वालों को उसका चचेरा भाई क्यों काटने को दौड़ता है "
मैं बस यही सोच रही थी की कल कौन तैयार होगा रेनू पर चढ़ने को फाड़ने को, सबकी फटेगी रेनू के भाई कमल के बारे में सोच के,...
और नैना ने पूरी बात साफ़ कर दी, चचेरा कहने को थे,... घर चूल्हा अलग अलग नहीं थे, एक ही घर में एक परिवार,... कमल एकलौता लड़का और रेनू एकलौती लड़की,... छोटी चचेरी बहन,...सगी से बढ़कर,... तो जबसे उसका खड़ा होना फनफनाना शुरू हुआ,... तभी से उसने तय कर लिया था की रेनू की सील कोई तोड़ेगा तो वही ,... उसका माल है, उसके घर की, तो दूसरा कैसे,... हाँ एक बार वो चढ़ गया, फाड् दिया अगवाड़ा पिछवाड़ा, तो कमल को ऐतराज नहीं था।
" तो रेनू ने काहें नहीं उससे,... " मैंने अपनी शंका बताई,...
" एकदम और यही बात तो तो रेनू की चाची, कमल की माँ भी उससे कहती हैं,
"अरे किसी ने किसी से फड़वाओगी तो मेरे बेटे में कौन सा कांटा लगा है. "
लेकिन रेनू क्या बताती कौन कौन कांटे हैं,... एक बार नहीं कई बार उसने देखा था की कोई लड़की उसके भाई से, ... एकदम खून खच्चर,... और चीखें तो सुनती रहती थी, ... लेकिन खैर अब तो कोई लड़की नहीं दो चार बच्चे वाली ही, पर औजार इतना मस्त है की वो औरतें खुद ही आती हैं उसके पास,...
दूसरी बात कमल ने जब रेनू हाईस्कूल में में गयी थी तभी बोल दिया था,...
"देख रेनुवा तेरी तो पहली बार मैं ही लूंगा और सिर्फ लूंगा ही नहीं अपनी रंडी बना के रखूंगा, एक बार तेरी फट जाए बस, उसके बाद जब जहाँ मन करे दिन दहाड़े, खेत खेताडी, बँसवाड़ी,... वहीँ निहुरा के,... सबके सामने,... "
इसलिए वो हदस गयी है। उसने चाची से कहा भी, बस एक दो बार किसी के और के साथ, एक बार उसकी खुल जाए जाए फिर भैया के साथ,...फिर भैया चाहे जितनी बार, जब चाहे तब ले लें, उसको दर्द से बहुत डर लगता है,... एक बार खुलने के बाद मना नहीं करेगी अपने भैया को,...
लेकिन न उसकी चाची तैयार न कमल,.... की घर का मॉल, है तो पहले घर वाला,... यहाँ तक की रेनू की माँ भी बजाय अपनी एकलौती बेटी का साथ देने के देवरानी का ही साथ देती हैं, पहला हक़ तो कमल का ही है, .... फाड़ेगा तो वही,... पर रेनू की जिद्द भी डर भी,... रेनू की माँ ने कितनी बार समझाने की कोशिश भी की, बेटी अच्छी तरह अपने हाथ से तेल लगा के भेजूंगी तेरे भैया के पास, माना वो सूखे पेलता है, लेकिन तू पहले से बिल में दो चार अंजुरी तेल पिला के जाना,... लेकिन रेनू कुछ हदस गयी है कुछ उसकी जिद्द,...
" यार उसकी बात तो सही है भले चचेरा है लेकिन एकलौता है, राखी वो बंधवाएगा तो चढ़ेगा कौन " हँसते हुए में बोलीं,
तो नैना ने एक राज और खोला,..
' चचेरा है की क्या पता,... " हँसते हुए बोली, फिर कहा अपनी सास से पूछ लेना,.. लेकिन मेरे पूछने पर सब बात उगल दी।
रेनू के बाबू बाहर कमाने जाते थे, कभी कलकत्ता तो कभी,... साल में ८-९ महीना बाहर,... आते भी तो हफ्ता दस दिन,... बस फिर बाहर, तो रेनू के चाचा यहाँ खेती बाड़ी,.. तो फिर जैसे बाहर खेत जोतते थे वैसे घर का खेत भी जोतना शुरू कर दिया, आखिर भौजी का ख्याल देवर नहीं रखेगा तो कौन,... सब लोग कहते हैं रेनू जब पेट में आयी तो उसके बाबू ६ महीना से बाहर थे, अरे सपने में आने से तो नहीं गरभ रह जाता,... और वो कमलवा को तो लोग कहते हैं, मैंने नहीं देखा कभी लेकिन सही होगा की स्साला मादरचोद भी है,... इ रेनू के चच्चा भी अब रेनू के बाबू के साथ कलकत्ता चले गए हैं तो,... कमलवा अपनी माँ का भी ख्याल रखता है,इसलिए रेनू की चाची खुदे रेनू के पीछे पड़ी हैं .
" तो कल, रेनू के ऊपर,... " मैंने मन की बात कह दी,
" एकदम चढ़ा दीजिये उसके उसी कटखने चचेरे भाई को, फाड़ के रख देगा,... और उसकी इतने दिन की साध पूरी हो जायेगी,... भौजी आपके तो गोड़ धोके पियेगा, गुलामी करेगा। "
नैना ने एकदम हामी भर दी।
लेकिन मेरे मन में अभी उहापोह चल रही थी। कमलवा को तो मैं जानती नहीं न उसकी माँ को तो कैसे उसे पटा के कल यहाँ,..मेरे मन की उहापोह नैना समझ गई और बोली,
"ये कौन बड़ा काम है भौजी आपकी ननद कौन दिन काम आएगी, मैं बोल दूंगी,.... बस ये बता दूंगी की कल नयकी भौजी के पास होली में , और जो जो कहें चुपचाप मानना तो बड़ा फायदा होगा, हाँ कोमल भौजी बस ये ध्यान रखियेगा की रेनुआ स्साली के खबर न हो की कल जिस जिस ननद की नहीं फटी है सब की फाड़ी जायेगी वरना वो भाग जाएगी।"
" एकदम नहीं ये प्लान खाली मुझे, मिश्राइन भौजी को और एक दो लोगो को, .. और सब को बोला गया है एकदम चुप्प रहने को " मैंने कबूला।
तबतक बड़ी जोर से हल्ला हुआ, पहली कुश्ती का फैसला हो गया था, नीलू के साथ बेला, बेला को चूस चूस के नीलू ने झाड़ दिया था और मोहिनी भाभी ने नीलू का हाथ उठा के उसे जीता हुआ घोषित कर दिया था।
कहाँ बिसरा दिया था आपने,...दोनों तरफ के इतने सारे पात्रों को याद रखना और सबके साथ न्याय करना...
दर्शकों के हुडदंग उनकी चुहलबाजी.. दोनों पक्षों का एक दूसरे का हूटिंग करना..
अपने साथियों का मनोबल बढ़ाना...
कबड्डी और रेसलिंग दोनों के व्याख्यानों में आपकी कलम करिश्माई स्तर पर काम कर रही थी...
ऐसा लग रहा था जैसे पुराने समय(जब टीवी नहीं हुआ करता था) में रेडियो पर कमेंट्री में मैदान का नक्सा और साथ में खिलाड़ियों की एक-एक हरकत...
सबकुछ आँखों के पर्दे पर उतार दिया...(टीवी की कमी JPG और GIF से पूरी हुई)
लेकिन रेडियो कमेंट्री का मजा हीं कुछ और था...
ऐसे चमत्कारी लेखनी को नमन...
Itna purushon ko Shamil karne se yah bhi nahin samajh Mata kaun kaun kis Ghar se belong karta hai samajh pana bahut mushkil hota hai kahan ki kahani kahan se uthakar le jakar kar deti Hain kuchh samajh mein nahin aata isliye Hero ek rakhiye heroine bhale hajar attha rakhiye yah to maloom padta hai na Kaun kis family se belong kar raha hai aise to samajh mein nahin aata padhne ke bad comment jarur karnaरेनू और उसका भाई - किस्सा नैना ननदिया का