- 22,114
- 57,285
- 259
भाग ७०
रेनू और कमल
12,52,126
रेनू की चाची ने सब किस्सा साफ़ साफ़ बता दिया।
कमल के बाबू, रेनू के चाचा तो अपनी भौजाई का खेत अपनी शादी के पहले से जोतते थे, और रेनू की चाची को भी इसमें कुछ बुरा नहीं लगता था। रेनू के बाबू अकसर बाहर रहते थे साल डेढ़ साल में आते। खेत, घर सब एक , चूल्हा एक, तो जब कुछ बांटा नहीं था तो,... लेकिन देवरानी, कमल की माँ , जेठानी के पहले बियाई, ( देवर भौजाई का चक्कर चलता तो लेकिन कुछ कुछ सावधानी बरतते थे , एक दो बार पेट भी गिरवाया ) . कमल पेट में बहुत उत्पात मंचाता था और हुआ भी बड़ी मुश्किल से, और उसके बाद डाक्टरनी ने बोल दिया की अब दूसरा बच्चा नहीं हो सकता,...
कमल घर का अकेला लड़का, बंश का दीपक , देवरानी जेठानी के बीच में अकेला,... तो मनबढ़ तो होना ही था। लेकिन जैसे जैसे बड़ा हुआ उसकी जिद्द की उसके कोई बहन क्यों नहीं है,... चार साल का था जिद्द कर बैठा,...
मेरी समझ में कुछ कुछ आने लगा था फिर भी मैंने बात को आगे बढ़ाते हुए पूछा, तो फिर क्या आपके जेठ आये,...
रेनू की चाची बड़ी जोर से हंसी, बोली,
आके भी का करते, उनके बस का कुछ था नहीं और फिर उनका शौक भी अलग था, आगे का नहीं पीछे का, वो भी लड़कों के साथ,... और मारने का नहीं,...
" .... मरवाने का "
हँसते हए मैंने उनकी बात पूरी की,... ये बात मुझे भी मालूम थी की कौन गाँव ऐसा होगा जिसमें चिकने लौंडे या लौण्डेबाज न हों,...
तो रेनू की चाची ने आगे बात बढ़ाई,...
" तो एक दिन वो जिद्द कर रहा था तो मैंने उसे उसकी ताई की ओर लुहका दिया , और उनसे बोली भी,... देखिये आपका दुलरुआ है आप ही इसकी इच्छा पूरी करिये,... मुझे तो डाक्टरनी ने बोल ही दिया है कुछ हो नहीं सकता। आपके देवर इतनी मेहनत करते हैं लेकिन कुछ होना जाना नहीं हैं , हाँ अगर आप चाहें,... "
कमल को गोद में लेके प्यार करते वो बोलीं ,
" अरे अब हमार कुल दीपक कउनो चीज चाहें और हम मना कर दें, ... उसका तेल बुकवा वही सब करती हैं, ... '
मैंने फिर छेड़ा, "और नूनी खोल के तेल लगाना भी,... पकड़ के सु सु कराना वो भी।"
हँसते हुए वो बोली एकदम और अभी भी मैं कमल के सामने भी उनसे बोलती हूँ ,
" इसकी नूनी जब थी तब तो आपने सबसे पहले पकड़ा सहलाया था , तेल लगा लगा के बड़ा किया ,... लेकिन बात ये हुयी की सावन लग गया था, बहुत दिन से मैं मायके नहीं गयी थी, तो मैं कमल को लेकर महीने भर के लिए मायके चली गयी, और लौटी तो जेठानी हमारी उलटी करती मिलीं, रोज खट्टा मांगती। "
" तो सावन जबरदस्त बरसा, रोपनी अच्छी हुयी, देवर ने भौजी के खेत में पूरी मेहनत की,... " मैंने मुस्कराकर रेनू की चाची से कहा।
" एकदम, ... दिन रात मेहनत की, और अबकी सब पानी खेत में ही जा रहा था और उस समय तो गोली वोली का भी ज्यादा जमाना नहीं था। तो नतीजा अच्छा निकला। " हँसते हुए वो बोलीं।
लेकिन रेनू के बाबू जी, वो कब आये,... मुझसे नहीं रहा गया।
"सतमासे में गाभिन होने के बाद जो पूजा होती है, बस उसी दिन,... साल में एक बार ही आते थे, ... लेकिन उन्हें अच्छा ही लगा,... घर की बात थी,... रेनुआ के होने पर भी आये, लेकिन रेनू के होने के बाद सबसे ज्यादा ख़ुशी कमल को हुयी। रेनू थी भी एकदम गुड़िया जैसी, उससे ठीक चार साल छोटी। थोड़ा बड़े होने तक, ... लेकिन कमल को शुरू से ये अंदाज था की वो बड़ा है रेनुआ कुल बात माने उसकी, खाली उसी के साथ खेले, नहीं मानने पर कभी उसका बाल खींच ले, कभी उसकी गुड़िया की टांग तोड़ दे,... झगड़ा भी दोस्ती भी जैसे बच्चो में होता है। "
मैं अब बात सीधे वहीँ लाना चाहती थी की रेनुआ ने उसे दिया क्यों नहीं जवान होने पर, मामला क्या था लेकिन साफ़ कैसे पूछती, तो बस,...
" तो वो सब,... "
मेरे बिना पूछे वो समझ गयीं और सब समझा भी दिया, ... थोड़ा मुस्करायीं और बोलीं,
" बचपन में तो बचपन वाले खेल होते हैं और जवानी चढ़ने पर जवानी वाले खेल शुरू हो जाते हैं, हमको अभी तक याद है, रेनुआ के पहले जब भरभरा के खून निकला था, चार साल से ऊपर हो गए,... वो घबड़ा के मेरे पास आयी, ... पहले तो मुझको हंसी आयी, फिर मैने समझाया, एक एक बात की अब हर महीने होगा, मतलब की अब तुम जवान हो गयी हो, मेरी और अपनी माँ की तरह हो गयी हो,... क्या करना है, क्या नहीं उन पांच दिनों में.
तबतक मेरी जेठानी आयीं और जब मैंने उनको बताया तो मुझसे ज्यादा वो खुश और जो बात मैं कहना चाहती थी, पर नहीं कह पायी थी रेनुआ से उन्होंने साफ़ साफ़ कह दिया,...
' अरे ये तो बड़ी अच्छी बात है, अब तेरे भाई कमल का फायदा होगया, जल्द ही जवानी का खेल खेलना शुरू करेगा तुझसे,... असली मज़ा अब आएगा। अरे सब लड़कियों औरतों की पांच दिन की मुसीबत आती है लेकिन उसके बाद मस्ती, जैसे बछिया हुड़कती है न खूंटा तोड़ने लगाती है वैसे ही यह, उसके बाद जब सांड़ चढ़ता है,... तो असली मज़ा आता है , और तुझे तो फायदा है तेरे घर में ही सांड़ है। "
मैं ध्यान से सुन रही थी,... लेकिन अब मुझसे नहीं रहा गया, मैंने पूछ लिया,...
" तो रेनू का बोली "
रेनू और कमल
12,52,126
रेनू की चाची ने सब किस्सा साफ़ साफ़ बता दिया।
कमल के बाबू, रेनू के चाचा तो अपनी भौजाई का खेत अपनी शादी के पहले से जोतते थे, और रेनू की चाची को भी इसमें कुछ बुरा नहीं लगता था। रेनू के बाबू अकसर बाहर रहते थे साल डेढ़ साल में आते। खेत, घर सब एक , चूल्हा एक, तो जब कुछ बांटा नहीं था तो,... लेकिन देवरानी, कमल की माँ , जेठानी के पहले बियाई, ( देवर भौजाई का चक्कर चलता तो लेकिन कुछ कुछ सावधानी बरतते थे , एक दो बार पेट भी गिरवाया ) . कमल पेट में बहुत उत्पात मंचाता था और हुआ भी बड़ी मुश्किल से, और उसके बाद डाक्टरनी ने बोल दिया की अब दूसरा बच्चा नहीं हो सकता,...
कमल घर का अकेला लड़का, बंश का दीपक , देवरानी जेठानी के बीच में अकेला,... तो मनबढ़ तो होना ही था। लेकिन जैसे जैसे बड़ा हुआ उसकी जिद्द की उसके कोई बहन क्यों नहीं है,... चार साल का था जिद्द कर बैठा,...
मेरी समझ में कुछ कुछ आने लगा था फिर भी मैंने बात को आगे बढ़ाते हुए पूछा, तो फिर क्या आपके जेठ आये,...
रेनू की चाची बड़ी जोर से हंसी, बोली,
आके भी का करते, उनके बस का कुछ था नहीं और फिर उनका शौक भी अलग था, आगे का नहीं पीछे का, वो भी लड़कों के साथ,... और मारने का नहीं,...
" .... मरवाने का "
हँसते हए मैंने उनकी बात पूरी की,... ये बात मुझे भी मालूम थी की कौन गाँव ऐसा होगा जिसमें चिकने लौंडे या लौण्डेबाज न हों,...
तो रेनू की चाची ने आगे बात बढ़ाई,...
" तो एक दिन वो जिद्द कर रहा था तो मैंने उसे उसकी ताई की ओर लुहका दिया , और उनसे बोली भी,... देखिये आपका दुलरुआ है आप ही इसकी इच्छा पूरी करिये,... मुझे तो डाक्टरनी ने बोल ही दिया है कुछ हो नहीं सकता। आपके देवर इतनी मेहनत करते हैं लेकिन कुछ होना जाना नहीं हैं , हाँ अगर आप चाहें,... "
कमल को गोद में लेके प्यार करते वो बोलीं ,
" अरे अब हमार कुल दीपक कउनो चीज चाहें और हम मना कर दें, ... उसका तेल बुकवा वही सब करती हैं, ... '
मैंने फिर छेड़ा, "और नूनी खोल के तेल लगाना भी,... पकड़ के सु सु कराना वो भी।"
हँसते हुए वो बोली एकदम और अभी भी मैं कमल के सामने भी उनसे बोलती हूँ ,
" इसकी नूनी जब थी तब तो आपने सबसे पहले पकड़ा सहलाया था , तेल लगा लगा के बड़ा किया ,... लेकिन बात ये हुयी की सावन लग गया था, बहुत दिन से मैं मायके नहीं गयी थी, तो मैं कमल को लेकर महीने भर के लिए मायके चली गयी, और लौटी तो जेठानी हमारी उलटी करती मिलीं, रोज खट्टा मांगती। "
" तो सावन जबरदस्त बरसा, रोपनी अच्छी हुयी, देवर ने भौजी के खेत में पूरी मेहनत की,... " मैंने मुस्कराकर रेनू की चाची से कहा।
" एकदम, ... दिन रात मेहनत की, और अबकी सब पानी खेत में ही जा रहा था और उस समय तो गोली वोली का भी ज्यादा जमाना नहीं था। तो नतीजा अच्छा निकला। " हँसते हुए वो बोलीं।
लेकिन रेनू के बाबू जी, वो कब आये,... मुझसे नहीं रहा गया।
"सतमासे में गाभिन होने के बाद जो पूजा होती है, बस उसी दिन,... साल में एक बार ही आते थे, ... लेकिन उन्हें अच्छा ही लगा,... घर की बात थी,... रेनुआ के होने पर भी आये, लेकिन रेनू के होने के बाद सबसे ज्यादा ख़ुशी कमल को हुयी। रेनू थी भी एकदम गुड़िया जैसी, उससे ठीक चार साल छोटी। थोड़ा बड़े होने तक, ... लेकिन कमल को शुरू से ये अंदाज था की वो बड़ा है रेनुआ कुल बात माने उसकी, खाली उसी के साथ खेले, नहीं मानने पर कभी उसका बाल खींच ले, कभी उसकी गुड़िया की टांग तोड़ दे,... झगड़ा भी दोस्ती भी जैसे बच्चो में होता है। "
मैं अब बात सीधे वहीँ लाना चाहती थी की रेनुआ ने उसे दिया क्यों नहीं जवान होने पर, मामला क्या था लेकिन साफ़ कैसे पूछती, तो बस,...
" तो वो सब,... "
मेरे बिना पूछे वो समझ गयीं और सब समझा भी दिया, ... थोड़ा मुस्करायीं और बोलीं,
" बचपन में तो बचपन वाले खेल होते हैं और जवानी चढ़ने पर जवानी वाले खेल शुरू हो जाते हैं, हमको अभी तक याद है, रेनुआ के पहले जब भरभरा के खून निकला था, चार साल से ऊपर हो गए,... वो घबड़ा के मेरे पास आयी, ... पहले तो मुझको हंसी आयी, फिर मैने समझाया, एक एक बात की अब हर महीने होगा, मतलब की अब तुम जवान हो गयी हो, मेरी और अपनी माँ की तरह हो गयी हो,... क्या करना है, क्या नहीं उन पांच दिनों में.
तबतक मेरी जेठानी आयीं और जब मैंने उनको बताया तो मुझसे ज्यादा वो खुश और जो बात मैं कहना चाहती थी, पर नहीं कह पायी थी रेनुआ से उन्होंने साफ़ साफ़ कह दिया,...
' अरे ये तो बड़ी अच्छी बात है, अब तेरे भाई कमल का फायदा होगया, जल्द ही जवानी का खेल खेलना शुरू करेगा तुझसे,... असली मज़ा अब आएगा। अरे सब लड़कियों औरतों की पांच दिन की मुसीबत आती है लेकिन उसके बाद मस्ती, जैसे बछिया हुड़कती है न खूंटा तोड़ने लगाती है वैसे ही यह, उसके बाद जब सांड़ चढ़ता है,... तो असली मज़ा आता है , और तुझे तो फायदा है तेरे घर में ही सांड़ है। "
मैं ध्यान से सुन रही थी,... लेकिन अब मुझसे नहीं रहा गया, मैंने पूछ लिया,...
" तो रेनू का बोली "
Last edited: