Madam, same comment as above for the entire parts. Ekdum First Rate!!
komaalrani
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Very seductive updateजोरू का गुलाल भाग २१०
मंजू, मिसेज मोइत्रा और महुआ
" स्साली तेरी दोनों बेटियों की कच्ची अमिया अभी छोटी हैं न ज्यादा से ज्यादा तेरा यार, तेरा दामाद उन्हें कुतर लेगा, उसे क्या मजा आएगा,... " मंजू ने मिसेज मोइत्रा को चढ़ाया,
" स्साली समझती क्या है मेरे दामाद को. मसल मसल के रगड़ रगड़ के मेरी बेटियों के टिकोरों को अच्छा ख़ासा बड़ा बना देगा देखना,... मैं जानती नहीं हूँ क्या, बस अब तेरी जिममेदारी है उन दोनों को समझा बुझा के गर्म कर के तैयार कर वरना मेरा दमाद तेरी दोनों चेलियों की चूँची रगड़ रगड़ के,... और साथ तो मैं होने दामाद का ही दूंगी,... गरियाऊंगी उसे, स्साले तेरी दोनों सालिया है उनकी कच्ची अमिया को बड़ी करने की जिम्मेदारी किसकी है, बहनचोद,... "
मिसेज मोइत्रा पे महुआ चढ़ रही थी और वो खुद अपने हाथ से ग्लास उठा के पी रही थीं, एक पाउच उनके अंदर पहुँच गया था,.
" स्साली भोंसड़ी की, उस बहनचोद का लंड लेने में तो तेरी माँ चुद रही है तो वो दोनों कच्ची चूत वाली कैसे घोंटेंगी, फाड़ के खून खच्चर कर देगा तेरी छुटकी बड़की की बुर का वो "
मंजू ने फिर रोहू का एक टुकड़ा अपने थूक से लिथड़ा सीधे मिसेज मोइत्रा के मुंह में घुसेड़ते हुए छेड़ा।
" तो कर दे ना। अरे उन दोनों की किस्मत अच्छी है की पहली बार ऐसे मस्त लंड से चुदेगी,... होगा खून खच्चर तो होगा, तू सम्हाल लेना वरना लेडी डाक्टर मेरी दोस्त है टाँके लगा देगी,... और फिर एक बार मेरे दामाद को जोश आ गया न तो बिन चोदे छोड़ेगा नहीं, चिल्लाती रहे सालियां। "
मिसेज मोइत्रा ने रोहू ख़तम करते कहा।
खाने के बाद जब तक मिसेज मोइत्रा बिस्तर पर पहुंची, दो ग्लास उन्होंने खाली कर दिए थे, पहली बार वाले तो आधे पाऊच में और वो यहाँ डेढ़ पाउच, ... बाकी आधा मंजू की अपनी
और क्या क्या बातें न की दोनों ने इन दोनों रसगुल्लों के नाम पर,...
लेकिन अभी भी चार पाउच बचे थे और उनका इस्तेमाल हुआ बिस्तर पर
दो का मालिश के लिए
नहीं सिर्फ मिसेज मोइत्रा की देह पर नहीं , मंजू उन्हें दिखा के पाउच खोलती, एक ग्लास में और अपनी हथेली पर लेके मल के सीधे अपनी बुर पे , मंजू मिसेज मोइत्रा को दिखाती ललचाती , अपनी अपनी बुर की दोनों फांको को फैला के उसमें भी महुआ, बूँद बूँद जब टपकने लगता तो सीधे मिसेज मोइत्रा के ऊपर चढ़ कर चटवाती चुसवाती,... और कस कस के उनकी दोनों चूँचियों को रगड़ते रगड़ते गरियाती,...
" ऐसे चटवाउंगी, चुसवाऊँगी, तोहरी दोनों बिटिया से, पांच दिन में पक्की चूत चटोरी, गाँड़ चट्टो बना दूंगी, दोनों को "
मंजू ने अपना इरादा मिसेज मोइत्रा से साफ़ किया,...
और जवाब में मिसेज मोइत्रा जैसे हामी भरती कस कस के मंजू की बुर नीचे से सर उठा उठा के चूस रही थीं, थोड़ी देर में दोनों ही फिर रोल प्ले में,
मिसेज मोइत्रा अपने बेटियों के रूप में और मंजू उन बेटियों को रगड़ती, गरियाती, चूसना सिखाती,... और मिसेज मोइत्रा उतनी ही जोश से अपनी बेटी के रोल में,... साथ साथ मंजू ये भी बता रही थी क्या होने वाला है, मिसेज मोइत्रा के रसगुल्लों के साथ,... आने वाले दिनों में, जिन्हे उन्होंने इतने सम्हाल के डिब्बे में बंद कर के रखा है,... वो कैसे कस कस के निचोड़ी जाएँगी,...
" चूस कस कस के अरे जीभ अंदर पेल,... जैसे तोहार जीजा लंड पेलेंगे तोहरी कच्ची चूत में, फाड़ के रख देंगे, हाँ और कस के गोल गोल घुमाव स्साली छुटकी, लगाओ पूरी ताकत, हाँ हां ऐसे आज मेरी झाड़ दो,... फिर अपनी महतारी की झाड़ देना ऐसे ही चूस चूस के,... अरे एक बार चूस के झाड़ दो मंजू को फिर देखना कउनो लंड की कमी नहीं होगी तुम दोनों को,... अगवाड़े पिछवाड़े एक साथ,... लौट के अपन जीजा की मलाई चुसवाना चटवाना अपनी महतारी को, बहुत दिन होगया उन्हें भी मलाई का स्वाद चखे"
और ये सोच के छुटकी का रोल कर रही मंजू के नीचे दबी मिसेज मोइत्रा को इतना जोश आया,... वो कस कस के मंजू की बुर पूरी ताकत से चूसने लगी, क्या कोई वैक्यूम क्लीनर सक करेगा, ... वो ताकत आ गयी उनके अंदर, और जीभ मंजू के अंदर घुसी,...
" अरे झाड़ मेरी बेटी, ओह मेरी दुलारी तुम्हे पच्चीस तरह से बुर चूसना दस तरह से गाँड़ चाटना दूंगी, हाँ बस झाड़ दे एक बार,... "
मंजू मस्त हो रही थी चूतड़ पटक रही थी,... और ये सुन के मिसेज मोइत्रा और जोश से चूसने लगी,...
थोड़ी देर में मंजू झड़ रही थी, लेकिन मिसेज मोइत्रा ने छोड़ा नहीं, और बहुत देर तक दोनों पक्की सहेलियों की तरह बिना बोले एक दूसरे की बाँहों में,...
लेकिन मंजू शातिर थी वो जान रही थी की मिसेज मोइत्रा के दिमाग में क्या चल रहा है, वो सोच रही थीं की अब उन्हें जवानी के मजे लेने है अपने दामाद से चुदवाना है,... तो दोनों बेटियों का पिंजड़ा खोलना ही होगा, अपना रूप बदलना ही होगा,... कितने दिन और ये जवानी,...
और इस अहसास को तेज कर दिया मंजू की उँगलियों ने उँगलियाँ मंजू की तो किसी कच्ची कली की चुनमुनिया में बस छू के आग लगा देती थीं, मिसेज मोइत्रा की बुरिया तो आग का दरिया थी, इत्ते दिन का बाँध टूटा था. मंजू कभी कुरेदती, कभी सहलाती, कभी बस दोनों फांको को ऊँगली के बीच पकड़ के हलके से रगड़ देती,... और मिसेज मोइत्रा सिसक उठती, सरकती जवानी का अहसास और तेज हो उठता,
अभी नहीं तो कभी नहीं।
मंजू जब पहली बार आयी थी, मिसेज मोइत्रा को देख के ही उसने फैसला कर लिया था, हफ्ते भर के अंदर स्साली की बुर और गाँड़ दोनों में मुट्ठी पेलूँगी, बहुत शरीफ बनी फिरती है,
लेकिन आज जब मौका था मुट्ठी करने का, उसने फैसला बदल दिया था,... स्साली की बुर बड़ी कसी थी,... कच्ची कली ऐसी तो नहीं लेकिन नयी दुल्हन दो चार महीने की,..ऐसा तो जरूर,...
Madak update, ab to dono betiyaan Manju ke hawale kar di hain Moitra neकसी कसी मिसेज मोइत्रा
अभी नहीं तो कभी नहीं।
मंजू जब पहली बार आयी थी, मिसेज मोइत्रा को देख के ही उसने फैसला कर लिया था, हफ्ते भर के अंदर स्साली की बुर और गाँड़ दोनों में मुट्ठी पेलूँगी, बहुत शरीफ बनी फिरती है,
लेकिन आज जब मौका था मुट्ठी करने का, उसने फैसला बदल दिया था,... स्साली की बुर बड़ी कसी थी,... कच्ची कली ऐसी तो नहीं लेकिन नयी दुल्हन दो चार महीने की,..ऐसा तो जरूर,...
और मिसेज मोइत्रा ने खुद कारण साफ़ कर दिया था, दोनों बेटियां बुर ने नहीं ऊगली थीं, बल्कि आपरेशन से,.. और डाक्टरनी उनकी सहेली, तो उसने लगे हाथ एक आपरेशन और कर दिया था,... जो थोड़ी बहुत चूत ढीली हुयी थी उसे फिर से टाइट कर दिया था,... और उसके बाद १५ -१६ साल से ऊपर ही हो गए हो गए, कुछ अंदर गया नहीं,.. मोइत्रा का केंचुआ भी पहले तो नीली गोली खा के महीने दो महीने में लेकिन ब्लड प्रेशर बढ़ने के बाद वो भी नहीं, और वो भी सबसे छोटी अंगुली जैसा और आधे टाइम तो बाहर ही,... दसो साल हो गए,... ऊँगली से छुआ भी नहीं था,... असर वही था, वो छनछनाती रहती थीं, गुस्से में,...
लेकिन आज उन्हें पता चल रहा था चूत बनाने वाले ने क्यों बनायी थी,...
और पिछवाड़ा तो कोरा ही था,...
इसलिए मंजू मिसेज मोइत्रा की गाँड़ में मुट्ठी डाल के उन्हें जल्द ही चोदने वाले उनके दामाद का मजा कम नहीं करना चाहती थी, और उस स्साले का खूंटा भी उनकी मुट्ठी से कम नहीं थी, पहले भी साइज अच्छी थी, लेकिन मंजू की बेटी के पहलौठी के दूध का असर, एकदम लोहे का खम्भा,... मंजू ऐसी को तीन पानी झाड़ के झड़ता था,... मंजू ने भी अपनी ख़ास जड़ी बूटी की मालिश और फिर उनकी सास ने जो जो ट्रिक सिखाई,...
तो मिसेज मोइत्रा और उनकी दोनों कबुतरियों की गाँड़ में जब वो मोटू घुसेगा तो पता चलेगा,...
रगड़घिस्स से बुर पानी फेंक रही थी, एक तार की चाशनी, ... एक ऊँगली गोल गोल घुमा के बड़ी मुश्किल से मंजू बाई ने पेला,..
थोड़ी देर अंदर बाहर करने के बाद जब दुबारा ऊँगली गयी तो उसी के ऊपर चढ़ा के दूसरी ऊँगली,... मिसेज मोइत्रा की दो ऊँगली में भी जबरदस्त चीख निकल गयी, अंदर जाकर दोनों उँगलियाँ फ़ैल गयीं, एक एक नर्व इंडिंग को पकड़ के रगड़ के टैप करके,.. सिर्फ तीन चार इंच में ही बुर के अंदर की हर प्वाइंट पे मंजू रगड़ रही थी ,..
और मिसेज मोइत्रा सिसक रही थीं चूतड़ पटक रही थी,...
" ऐसी तेरी दोनों बेटियां चुदेगी,... बड़ा मजा आएगा जब उनके जीजू का लंड घुसेगा, ये तो दो ऊँगली है उसका तो मुट्ठी ऐसा,... " मंजू मिसेज मोइत्रा के कान में बोल रही थी,...
" अरे मंजू, चुदे न, इस उमर में नहीं चुदेगी तो कब, ओह्ह और अंदर डाल न मंजू,ओह्ह बहुत अच्छा लग रहा है " मिसजे मोइत्रा सिसक रही थीं,... " अरे चुदे न, मेरा दामाद है,... मेरी दामाद है मेरी बेटी को नहीं चोदेगा तो किसको चोदेगा,... दोनों अपने जीजू से चुदवाये, चाहे जिससे पेलवायें,... बस मंजू मुझे मेरे दामाद का मोटा लंड चाहिए, ... और अभी तो तू ही झाड़ दे न, मंजू तो बड़ी अच्छी है तू चाहेगी तो सब कुछ हो जाएगा, इत्ते दिन से तड़प रही हूँ, और तूने और आग लगा दी, ... अब तो,... "
मिसेज मोइत्रा सुलग रही थीं,
" मिलेगा, मिलेगा, तुझे मस्त मोटा तेरे दामाद का खूंटा मिलेगा, अब तो तू मेरी सहेली है, पहले अपने दामाद का घोंट ले, उसके बाद एक बार दुकान खुल जाये तो मंजू शटर डाउन नहीं होने देगी, रोज रोज, .. लेकिन दस पंद्रह दिन बाद, "
मंजू ने और आग लगाई,
" नहीं नहीं इतना इन्तजार क्यों, ,,, मिसेज मोइत्रा से रहा नहीं जा रहा था।
मंजू ने ऊँगली करना रोक दिया और अपना शक साफ़ जाहिर कर दिया,
" स्साली कल चुद जाए और उसके फिर वही भोंसड़ी की नौटंकी पेलने लगे, तो आठ दस दिन देखूंगी रोज तू बदल रही है की नहीं, कपडे में बोलने, जब खुलेगी तभी तो मजा लेगी, कल से ही देखूंगी कैसे बोलती है अपने बेटियों से, कैसे पहनती है कपडे, ये सब ढक्क्न वक्क्न बंद, आज सुबह तेरे ब्लाउज के सब के ऊपर के दो बटन तोड़ दूंगी, कम से कम निपल तक तो दिखना चाहिए, ... और कहीं भी किसी के सामने भी अपने बोल सुधारना, बिना लंड, बुर चुदाई के अगर बोली न तो सोच भूल जाना अपने दामाद का लंड,... अभी तो मैं हूँ सामने, तुझे झड़ने की ललक लगी है और कल फिर तेरी हिम्मत न पड़े उस स्साले दामाद का लंड खोल के पकड़ने की तब,"
"नहीं मंजू नहीं दोनों बेटियां तो अब तेरे हवाले हैं कल से तू यहीं रहनादेखना जैसे तू कह रही है एकदम वैसे ही करुँगी, कोई पहचान भी नहीं पायेगा, पक्का, ... " मिसेज मोइत्रा तड़प रही थीं
और मंजू ने जड़ तक ऊँगली पेल दी फिर घचाघच, गपागप,... और वो भी चूतड़ उठा उठा के लेकिन बात मंजू उनके बेटियों की ही कर रही थी और मिसेज मोइत्रा जवाब भी दे रही थीं , वो झड़ने के करीब थीं,...
और मंजू ने अंगूठा क्लिट पर लगा के रगड़ना शुरू कर दिया,... जैसे ज्वालामुखी फूटे उस तरह से वो झड़ रही थी,... और मंजू भी रुकी नहीं, एक बार दो बार,... मिसेज मोइत्रा जब थेथर हो गयीं झड़ झड़ के तब जाके वो रुकी और ऊँगली में जो भी बुर की चाशनी थी, मिसेज मोइत्रा को चटा दिया,
थोड़ी देर तक जैसे बिस्तर पर मर्द औरत चुदाई के बाद कस के चिपक के पड़े रहते हैं उसी तरह मंजू और मिसेज मोइत्रा दोनों, आधे पौन घण्टे के बाद पहल जैसे मर्द करता है मंजू ने ही की, कस के चुम्मा ले कर खूब गीला सा और कचकचा के मिसेज मोइत्रा के होंठ काट लिए, देर तक। सुबह तक पूरी देह पर खास कर गालों पर, चेहरे पर जोबन पर आज की रात के निशान न रहे तो क्या मजा,
और मिसेज मोइत्रा भी सुनगुनाने लगीं, पार्टनर कौन जो बिन बोले जोड़ीदार की बात न समझ जाए। वो समझ गयीं मंजू अब चाहती है की वो उसकी बुर चाटे, चूसें
Super duper gazab 210updatesगुड्डी
आठ बज रहे थे , और मुझे गुड्डी के मेसेज का ध्यान आया , उस समय मैं फोन पर थी साफ़ साफ़ नहीं देख पायी पर इतना याद था की उसका क्लास थोड़ा लेट , ... साढ़े आठ ,... और मैंने मेसेज खोले
दो और मेसेज थे गुड्डी के।एक छह चालीस का ,... एक और क्लास उसकी , सवा सात बजे से साढ़े आठ बजे तक , वो वही फिजिक्स न्यूमेरिकल से ,... सुबह उसका दो घंटे जो आन लाइन टेस्ट हुआ था , और जिसका एक्स्ट्रा क्लास , उसका आज पौने बारह से दो बजे तक चला , ... उसी का ट्यूटोरियल था। ८-१० लड़कों का , वैदिक मैथ का इस्तेमाल फास्ट कैलक्युलेशन करने के लिए ,... जिससे वो न्यूमेरिकल फ़ास्ट कर सके।
ये कोचिंग वाले भी बच्ची की जान लेने पर तुले थे , सुबह तीन घण्टे ऑन लाइन , दो घंटे टेस्ट और एक घंटे रिव्यू , फिर पौने बारह से साढ़े छह तक क्लास ,... और फिर सवा घंटे का ट्यूटोरियल ,... ११ घंटे ,...
और ऊपर से मेरी बड़की बहिनी भी , रीनू ने कल से उसकी अलग क्लास लेने की प्लान बना रखी थी , शुक्र है कल शुक्रवार है , मतलब वीकेंड , ... और वीकेंड में कोचिंग में कम्प्लीट छुट्टी है , ऑनलाइन भी कुछ नहीं है ,...
फिर मैंने दूसरा मेसेज खोला ,
सच में मेरी ननद रानी पक्की छिनार है। मुझे हंसी आगयी , इतनी क्लासेज के बीच भी ,
" भाभी , डिस्को का दिन है , भूलियेगा मत , वरना अमिष आपके सामने धरने पर बैठ जाएगा। उस के छह वाहट्सऐप मेसेज आ गए हैं , क्लास में भी कह रहा था , ... सवा नौ बजे डिस्को पर वेट करेगा . मैं तो अपना ड्रेस ले ही आयी हूँ , बस क्लास ख़तम होते ही यहीं चेंज कर लूंगी ,.. और आप भी डिस्को की ड्रेस ,... एकदम आग लगाने वाली ,... साढ़े आठ , तक आ जाइयेगा। क्लास ख़तम होते ही मैं नीचे , चेंज कर के आ जाउंगी। डिनर बाहर ही कर लेंगे। चलती हूँ क्लास शुरू होने वाली है। "
ये लड़की भी ,... पहले मैं सोच रही थी इसे अकेले जाने दूँ , मैं कहाँ ,... फिर अभी अभी तो आयी है ये , और डिस्को से निकलते देर रात हो जायेगी ,अकेले कैसे लौटेगी वो ,... और उसके दोस्त भी इत्ते पीछे पड़े हैं ,...
मैंने ड्रेस सेल्केट किया था की मिसेज मोइत्रा का एक मेसेज आ गया।
मैंने पढ़ा और उन्हें काल ही कर लिया , बात सिम्पल थी।
उनके रिलेशन में कोई शादी वादी थी , मिस्टर मोइत्रा तो वन वासी हो चुके थे ,... वीकेंड भी था , बल्कि मंडे को भी स्कूल की कोई छुट्टी थी , इसलिए कल शाम को उन्होंने तीन चार दिन के लिए और रसगुल्ले भी साथ उनके ,...
मुझे रसगुल्लों की इतनी चिंता नहीं थी , कल के बाद तो दोनों की वैसे ही पांच दिन वाली छुट्टी शुरू हो जानी थी , और उसके ख़तम होने के एक दो दिन बाद ही तीज , उनके उद्धघाटन का दिन ,...
और ये भी , अब कल शाम से तो इनकी साली ,... इन्हे एकदम अपनी मुट्ठी में रखेगी ,.... दो तीन दिन तक तो घर में ही ,... और,...
दो चार काम मिसेज मोइत्रा के अटके थे , एक तो एक दिन एक्स्ट्रा छुट्टी रसगुल्लों की स्कूल से , और जाने के लिए ट्रेन का रिजर्वेशन ,... दोनों मैं हाँ बोल दी , इनके एक फ्रेंड रेलवे में थे तो वी आयी पी कोटा ,... और स्कूल का तो मैं हेडमिस्ट्रेस से सीधे बोल दूंगी , अभी।
उनको स्टेशन छोड़ने का ,... तो वो मैं कार पूल को बोल दूंगी , एक दो गाड़ियां रहती हैं पिक अप ड्रॉप के लिए , और मिसेज मोइत्रा ने घर रखाने के लिए बोला था , तो वो सिक्योरिटी वालों को बोलना होगा , वैसे भी टाउनशिप में सेफ ही रहता है।
तैयार हो कर निकलने के पहले रसगुल्लों से भी गप्पे मार लीं थोड़ी , उनके जीजू की दो चार क्लिप , डॉगी पोज़ की , साइड की ,... १० -१२ मिनट वाली भेज दी.
और कोचिंग के लिए निकल पड़ी।
मैं आठ पैंतीस पर पहुँच गयी थी पर गुड्डी कही दिख नहीं रही थी , आठ चालीस पर कोचिंग की लिफ्ट से निकलती दिखी ,
सच में आग लग जायेगी आज डिस्को में ,....
अनारकली डिस्को चली
Thanks so much. I do understand. As they say, 'Ars longa, vita brevis'. And readers like you with such a complete commitment are rare. Bharat in his Natyashastra has shown the importance of ' Rasic' a discerning listener, viewer, or reader, who knows the art. So every writer like me is always in search of readers like you. Dil to baccha hai ji. I always look forward to your comments and yes like many other times you are the first on the post.I agree...I am not following your "Chutki" story..time nahi milta Madam..kitne story follow karoon..
But whichever story I follow..i try to comment (even if it is few words only)..
I can't promise but will give it a try. Hope you understand it (incase I cant). Thanks once again.
komaalraniI
Thanks so much.Congratulations Madam..
komaalrani
Hai naWow..as usual..first rate 5 star update...
Ab 5 * se badhke aur rating nahi hain naa
The conversations (& even though they are "just conversations") between Manju and Mrs Moitra feel almost like real incidents happening..
I wonder when in future if these things do happen..what will be their reaction and conversations be like....
Btw, again, 1st one to comment..seems I am making a habit out of it..hope it will continue
komaalrani
PS: comment till the updates posted on #210i
Thanks soooooooooo much. Here the story has moved away from Mrs. Moitra and it has also sown the seeds of why for the next 3-4 days (timings of story) Mrs. Moitra and her daughters will be away from the stage and Guddi is back on the stage. There are a few more characters waiting in the wing.Madam, same comment as above for the entire parts. Ekdum First Rate!!
komaalrani
Absolutely Madam..you have put in so much of effort and time in writing and posting such an epic Erotica. I do wish and sincerely hope that it'll reach the desired conclusion and achieve many more milestones on the way, Absolutely Bravo on your part!! Good Luck and more power to you.Hai na
aapki presence hi sabse badi taarif hai.
And please don't use If, .... this story has suffered the fate of incomplete when in spite of my rush to post, the last forum has closed. So please wish that the story does reach a conclusion.